Indian Revised Version - available under terms of the Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International (CC BY-SA 4.0) license. (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:1 ¶ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, यीशॠमसीह की वंशावली। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:2 अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® से इसहाक उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, इसहाक से याकूब उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और याकूब से यहूदा और उसके à¤à¤¾à¤ˆ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:3 यहूदा और तामार से पेरेस व जेरह उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤, और पेरेस से हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ से à¤à¤°à¤¾à¤® उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:4 à¤à¤°à¤¾à¤® से अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ से नहशोन, और नहशोन से सलमोन उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:5 सलमोन और राहाब से बोआज उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और बोआज और रूत से ओबेद उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और ओबेद से यिशै उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:6 और यिशै से दाऊद राजा उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ और दाऊद से सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† जो पहले ऊरियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ की पतà¥â€à¤¨à¥€ थी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:7 सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ से रहबाम उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और रहबाम से अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से आसा उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:8 आसा से यहोशाफात उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और यहोशाफात से योराम उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और योराम से उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤¹ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:9 उजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤¹ से योताम उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, योताम से आहाज उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और आहाज से हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:10 हिजकियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से मनशà¥à¤¶à¥‡ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, मनशà¥à¤¶à¥‡ से आमोन उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और आमोन से योशियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:11 और बनà¥à¤¦à¥€ होकर बाबेल जाने के समय में योशियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से यकà¥à¤¨à¥à¤¯à¤¾à¤¹, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:12 बनà¥à¤¦à¥€ होकर बाबेल पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जाने के बाद यकà¥à¤¨à¥à¤¯à¤¾à¤¹ से शालतियेल उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और शालतियेल से जरà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤¬à¥‡à¤² उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:13 जरà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤¬à¥‡à¤² से अबीहूद उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, अबीहूद से à¤à¤²à¤¯à¤¾à¤•à¥€à¤® उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और à¤à¤²à¤¯à¤¾à¤•à¥€à¤® से अजोर उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:14 अजोर से सादोक उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, सादोक से अखीम उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और अखीम से à¤à¤²à¥€à¤¹à¥‚द उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:15 à¤à¤²à¥€à¤¹à¥‚द से à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, à¤à¤²à¥€à¤†à¤œà¤° से मतà¥à¤¤à¤¾à¤¨ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और मतà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से याकूब उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:16 याकूब से यूसà¥à¤« उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, जो मरियम का पति था, और मरियम से यीशॠउतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† जो मसीह कहलाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:17 अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® से दाऊद तक सब चौदह पीढ़ी हà¥à¤ˆ, और दाऊद से बाबेल को बनà¥à¤¦à¥€ होकर पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जाने तक चौदह पीढ़ी, और बनà¥à¤¦à¥€ होकर बाबेल को पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जाने के समय से लेकर मसीह तक चौदह पीढ़ी हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:18 ¶ अब यीशॠमसीह का जनà¥à¤® इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से हà¥à¤†, कि जब उसकी माता मरियम की मंगनी यूसà¥à¤« के साथ हो गई, तो उनके इकटà¥à¤ े होने के पहले से वह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की ओर से गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ पाई गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:19 अतः उसके पति यूसà¥à¤« ने जो धरà¥à¤®à¥€ था और उसे बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चà¥à¤ªà¤•à¥‡ से तà¥à¤¯à¤¾à¤— देने की मनसा की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:20 जब वह इन बातों की सोच ही में था तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसे सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में दिखाई देकर कहने लगा, “हे यूसà¥à¤«! दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, तू अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ मरियम को अपने यहाठले आने से मत डर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो उसके गरà¥à¤ में है, वह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की ओर से है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:21 वह पà¥à¤¤à¥à¤° जनेगी और तू उसका नाम यीशॠरखना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अपने लोगों का उनके पापों से उदà¥à¤§à¤¾à¤° करेगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:22 यह सब कà¥à¤› इसलिठहà¥à¤† कि जो वचन पà¥à¤°à¤à¥ ने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा था, वह पूरा हो (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:23 “देखो, à¤à¤• कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ होगी और à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° जनेगी, और उसका नाम इमà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤à¤² रखा जाà¤à¤—ा,†जिसका अरà¥à¤¥ है - परमेशà¥â€à¤µà¤° हमारे साथ। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:24 तब यूसà¥à¤« नींद से जागकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के दूत की आजà¥à¤žà¤¾ अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को अपने यहाठले आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 1:25 और जब तक वह पà¥à¤¤à¥à¤° न जनी तब तक वह उसके पास न गया: और उसने उसका नाम यीशॠरखा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:1 ¶ हेरोदेस राजा के दिनों में जब यहूदिया के बैतलहम में यीशॠका जनà¥à¤® हà¥à¤†, तब, पूरà¥à¤µ से कई जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¥€ यरूशलेम में आकर पूछने लगे, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:2 “यहूदियों का राजा जिसका जनà¥à¤® हà¥à¤† है, कहाठहै? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने पूरà¥à¤µ में उसका तारा देखा है और उसको à¤à¥à¤•à¤•à¤° पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करने आठहैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:3 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° हेरोदेस राजा और उसके साथ सारा यरूशलेम घबरा गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:4 और उसने लोगों के सब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को इकटà¥à¤ ा करके उनसे पूछा, “मसीह का जनà¥à¤® कहाठहोना चाहिà¤?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:5 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “यहूदिया के बैतलहम में; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखा गया है : (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:6 ¶ “हे बैतलहम, यहूदा के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, तू किसी à¤à¥€ रीति से यहूदा के अधिकारियों में सबसे छोटा नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤ में से à¤à¤• अधिपति निकलेगा, जो मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का चरवाहा बनेगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:7 तब हेरोदेस ने जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को चà¥à¤ªà¤•à¥‡ से बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे पूछा, कि तारा ठीक किस समय दिखाई दिया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:8 और उसने यह कहकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बैतलहम à¤à¥‡à¤œà¤¾, “जाकर उस बालक के विषय में ठीक-ठीक मालूम करो और जब वह मिल जाठतो मà¥à¤à¥‡ समाचार दो ताकि मैं à¤à¥€ आकर उसको पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:9 वे राजा की बात सà¥à¤¨à¤•à¤° चले गà¤, और जो तारा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूरà¥à¤µ में देखा था, वह उनके आगे-आगे चला; और जहाठबालक था, उस जगह के ऊपर पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° ठहर गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:10 उस तारे को देखकर वे अति आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:11 और उस घर में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° उस बालक को उसकी माता मरियम के साथ देखा, और दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ होकर बालक की आराधना की, और अपना-अपना थैला खोलकर उसे सोना, और लोबान, और गनà¥à¤§à¤°à¤¸ की à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ाई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:12 और सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में यह चेतावनी पा कर कि हेरोदेस के पास फिर न जाना, वे दूसरे मारà¥à¤— से होकर अपने देश को चले गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:13 ¶ उनके चले जाने के बाद, परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤• दूत ने सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होकर यूसà¥à¤« से कहा, “उठ! उस बालक को और उसकी माता को लेकर मिसà¥à¤° देश को à¤à¤¾à¤— जा; और जब तक मैं तà¥à¤ से न कहूà¤, तब तक वहीं रहना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हेरोदेस इस बालक को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ पर है कि इसे मरवा डाले।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:14 तब वह रात ही को उठकर बालक और उसकी माता को लेकर मिसà¥à¤° को चल दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:15 और हेरोदेस के मरने तक वहीं रहा। इसलिठकि वह वचन जो पà¥à¤°à¤à¥ ने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा था पूरा हो “मैंने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को मिसà¥à¤° से बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:16 ¶ जब हेरोदेस ने यह देखा, कि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने उसके साथ धोखा किया है, तब वह कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤° गया, और लोगों को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से ठीक-ठीक पूछे हà¥à¤ समय के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बैतलहम और उसके आस-पास के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के सब लड़कों को जो दो वरà¥à¤· के या उससे छोटे थे, मरवा डाला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:17 तब जो वचन यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, वह पूरा हà¥à¤† (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:18 “रामाह में à¤à¤• करà¥à¤£-नाद सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दिया, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:19 ¶ हेरोदेस के मरने के बाद, पà¥à¤°à¤à¥ के दूत ने मिसà¥à¤° में यूसà¥à¤« को सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होकर कहा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:20 “उठ, बालक और उसकी माता को लेकर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देश में चला जा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो बालक के पà¥à¤°à¤¾à¤£ लेना चाहते थे, वे मर गà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:21 वह उठा, और बालक और उसकी माता को साथ लेकर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देश में आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:22 परनà¥à¤¤à¥ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि अरखिलाउस अपने पिता हेरोदेस की जगह यहूदिया पर राजà¥à¤¯ कर रहा है, वहाठजाने से डरा; और सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में परमेशà¥â€à¤µà¤° से चेतावनी पा कर गलील पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 2:23 और नासरत नामक नगर में जा बसा, ताकि वह वचन पूरा हो, जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया थाः “वह नासरी कहलाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:1 ¶ उन दिनों में यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला आकर यहूदिया के जंगल में यह पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा : (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:2 “मन फिराओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ निकट आ गया है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:3 यह वही है जिसके बारे में यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा था : (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:4 ¶ यह यूहनà¥à¤¨à¤¾ ऊà¤à¤Ÿ के रोम का वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने था, और अपनी कमर में चमड़े का कमरबनà¥à¤¦ बाà¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ था, और उसका à¤à¥‹à¤œà¤¨ टिडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤ और वनमधॠथा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:5 तब यरूशलेम के और सारे यहूदिया के, और यरदन के आस-पास के सारे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के लोग उसके पास निकल आà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:6 और अपने-अपने पापों को मानकर यरदन नदी में उससे बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:7 जब उसने बहà¥à¤¤ से फरीसियों और सदूकियों को बपतिसà¥à¤®à¤¾ के लिये अपने पास आते देखा, तो उनसे कहा, “हे साà¤à¤ª के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसने चेतावनी दी कि आनेवाले कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤¾à¤—ो? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:8 मन फिराव के योगà¥à¤¯ फल लाओ; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:9 और अपने-अपने मन में यह न सोचो, कि हमारा पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° इन पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के लिये सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ कर सकता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:10 और अब कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾ पेड़ों की जड़ पर रखा हà¥à¤† है, इसलिठजो-जो पेड़ अचà¥à¤›à¤¾ फल नहीं लाता, वह काटा और आग में à¤à¥‹à¤‚का जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:11 ¶ “मैं तो पानी से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मन फिराव का बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ जो मेरे बाद आनेवाला है, वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ है; मैं उसकी जूती उठाने के योगà¥à¤¯ नहीं, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ और आग से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:12 उसका सूप उसके हाथ में है, और वह अपना खलिहान अचà¥à¤›à¥€ रीति से साफ करेगा, और अपने गेहूठको तो खतà¥à¤¤à¥‡ में इकटà¥à¤ ा करेगा, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥‚सी को उस आग में जलाà¤à¤—ा जो बà¥à¤à¤¨à¥‡ की नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:13 ¶ उस समय यीशॠगलील से यरदन के किनारे पर यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पास उससे बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:14 परनà¥à¤¤à¥ यूहनà¥à¤¨à¤¾ यह कहकर उसे रोकने लगा, “मà¥à¤à¥‡ तेरे हाथ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है, और तू मेरे पास आया है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:15 यीशॠने उसको यह उतà¥à¤¤à¤° दिया, “अब तो à¤à¤¸à¤¾ ही होने दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें इसी रीति से सब धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को पूरा करना उचित है।†तब उसने उसकी बात मान ली। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:16 और यीशॠबपतिसà¥à¤®à¤¾ लेकर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पानी में से ऊपर आया, और उसके लिये आकाश खà¥à¤² गया; और उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° की आतà¥à¤®à¤¾ को कबूतर के समान उतरते और अपने ऊपर आते देखा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 3:17 और यह आकाशवाणी हà¥à¤ˆ, “यह मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, जिससे मैं अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:1 ¶ तब उस समय पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ यीशॠको à¤à¤•à¤¾à¤‚त में ले गया ताकि शैतान से उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:2 वह चालीस दिन, और चालीस रात, निराहार रहा, तब उसे à¤à¥‚ख लगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:3 तब परखनेवाले ने पास आकर उससे कहा, “यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो कह दे, कि ये पतà¥à¤¥à¤° रोटियाठबन जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:4 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “लिखा है, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:5 ¶ तब शैतान उसे पवितà¥à¤° नगर में ले गया और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के कंगूरे पर खड़ा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:6 और उससे कहा, “यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो अपने आप को नीचे गिरा दे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, ‘वह तेरे विषय में अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को आजà¥à¤žà¤¾ देगा, और वे तà¥à¤à¥‡ हाथों हाथ उठा लेंगे; कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि तेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में पतà¥à¤¥à¤° से ठेस लगे।’†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:7 यीशॠने उससे कहा, “यह à¤à¥€ लिखा है, ‘तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° की परीकà¥à¤·à¤¾ न कर।’†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:8 फिर शैतान उसे à¤à¤• बहà¥à¤¤ ऊà¤à¤šà¥‡ पहाड़ पर ले गया और सारे जगत के राजà¥à¤¯ और उसका वैà¤à¤µ दिखाकर (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:9 उससे कहा, “यदि तू गिरकर मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करे, तो मैं यह सब कà¥à¤› तà¥à¤à¥‡ दे दूà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:10 तब यीशॠने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है: ‘तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® कर, और केवल उसी की उपासना कर।’†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:11 तब शैतान उसके पास से चला गया, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत आकर उसकी सेवा करने लगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:12 ¶ जब उसने यह सà¥à¤¨à¤¾ कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ पकड़वा दिया गया, तो वह गलील को चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:13 और नासरत को छोड़कर कफरनहूम में जो à¤à¥€à¤² के किनारे जबूलून और नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में है जाकर रहने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:14 ताकि जो यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, वह पूरा हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:15 “जबूलून और नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:16 जो लोग अंधकार में बैठे थे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बड़ी जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ देखी; और जो मृतà¥à¤¯à¥ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और छाया में बैठे थे, उन पर जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ चमकी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:17 ¶ उस समय से यीशॠने पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करना और यह कहना आरमà¥à¤ किया, “मन फिराओ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ निकट आया है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:18 ¶ उसने गलील की à¤à¥€à¤² के किनारे फिरते हà¥à¤ दो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शमौन को जो पतरस कहलाता है, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ को à¤à¥€à¤² में जाल डालते देखा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे मछà¥à¤ थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:19 और उनसे कहा, “मेरे पीछे चले आओ, तो मैं तà¥à¤® को मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पकड़नेवाले बनाऊà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:20 वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:21 और वहाठसे आगे बढ़कर, उसने और दो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब और उसके à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾ को अपने पिता जबà¥à¤¦à¥€ के साथ नाव पर अपने जालों को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ देखा; और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:22 वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ नाव और अपने पिता को छोड़कर उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:23 ¶ और यीशॠसारे गलील में फिरता हà¥à¤† उनके आराधनालयों में उपदेश करता, और राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता, और लोगों की हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारी और दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ को दूर करता रहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:24 और सारे सीरिया देश में उसका यश फैल गया; और लोग सब बीमारों को, जो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारियों और दà¥à¤ƒà¤–ों में जकड़े हà¥à¤ थे, और जिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं और मिरà¥à¤—ीवालों और लकवे के रोगियों को उसके पास लाठऔर उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 4:25 और गलील, दिकापà¥à¤²à¤¿à¤¸, यरूशलेम, यहूदिया और यरदन के पार से à¤à¥€à¤¡à¤¼ की à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:1 ¶ वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ को देखकर, पहाड़ पर चढ़ गया; और जब बैठगया तो उसके चेले उसके पास आà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:2 और वह अपना मà¥à¤à¤¹ खोलकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह उपदेश देने लगा : (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:3 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो मन के दीन हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:4 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो शोक करते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे शानà¥à¤¤à¤¿ पाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:5 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो नमà¥à¤° हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे पृथà¥à¤µà¥€ के अधिकारी होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:6 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के à¤à¥‚खे और पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे तृपà¥à¤¤ किये जाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:7 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो दयावनà¥à¤¤ हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन पर दया की जाà¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:8 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जिनके मन शà¥à¤¦à¥à¤§ हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° को देखेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:9 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो मेल करवानेवाले हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:10 “धनà¥à¤¯ हैं वे, जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के कारण सताठजाते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:11 ¶ “धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ मेरे कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ निनà¥à¤¦à¤¾ करें और सताà¤à¤ और à¤à¥‚ठबोल बोलकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विरोध में सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बà¥à¤°à¥€ बात कहें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:12 आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और मगन होना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में बड़ा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² है। इसलिठकि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को जो तà¥à¤® से पहले थे इसी रीति से सताया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:13 ¶ “तà¥à¤® पृथà¥à¤µà¥€ के नमक हो; परनà¥à¤¤à¥ यदि नमक का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ बिगड़ जाà¤, तो वह फिर किस वसà¥à¤¤à¥ से नमकीन किया जाà¤à¤—ा? फिर वह किसी काम का नहीं, केवल इसके कि बाहर फेंका जाठऔर मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पैरों तले रौंदा जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:14 तà¥à¤® जगत की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ हो। जो नगर पहाड़ पर बसा हà¥à¤† है वह छिप नहीं सकता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:15 और लोग दीया जलाकर पैमाने के नीचे नहीं परनà¥à¤¤à¥ दीवट पर रखते हैं, तब उससे घर के सब लोगों को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पहà¥à¤à¤šà¤¤à¤¾ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:16 उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ उजियाला मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने चमके कि वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤²à¥‡ कामों को देखकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता की, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में हैं, बड़ाई करें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:17 ¶ “यह न समà¤à¥‹, कि मैं वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को लोप करने आया हूà¤, लोप करने नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पूरा करने आया हूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जब तक आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ टल न जाà¤à¤, तब तक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से à¤à¤• मातà¥à¤°à¤¾ या बिनà¥à¤¦à¥ à¤à¥€ बिना पूरा हà¥à¤ नहीं टलेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:19 इसलिठजो कोई इन छोटी से छोटी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं में से किसी à¤à¤• को तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाà¤, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में सबसे छोटा कहलाà¤à¤—ा; परनà¥à¤¤à¥ जो कोई उनका पालन करेगा और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिखाà¤à¤—ा, वही सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में महान कहलाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि यदि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से बढ़कर न हो, तो तà¥à¤® सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में कà¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने न पाओगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:21 ¶ “तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो, कि पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤² के लोगों से कहा गया था कि ‘हतà¥à¤¯à¤¾ न करना’, और ‘जो कोई हतà¥à¤¯à¤¾ करेगा वह कचहरी में दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ होगा।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:22 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूà¤, कि जो कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ पर कà¥à¤°à¥‹à¤§ करेगा, वह कचहरी में दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ होगा और जो कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ को निकमà¥à¤®à¤¾ कहेगा वह महासà¤à¤¾ में दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ होगा; और जो कोई कहे ‘अरे मूरà¥à¤–’ वह नरक की आग के दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:23 इसलिठयदि तू अपनी à¤à¥‡à¤‚ट वेदी पर लाà¤, और वहाठतू सà¥à¤®à¤°à¤£ करे, कि मेरे à¤à¤¾à¤ˆ के मन में मेरी ओर से कà¥à¤› विरोध है, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:24 तो अपनी à¤à¥‡à¤‚ट वहीं वेदी के सामने छोड़ दे, और जाकर पहले अपने à¤à¤¾à¤ˆ से मेल मिलाप कर, और तब आकर अपनी à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:25 जब तक तू अपने मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ के साथ मारà¥à¤— में हैं, उससे à¤à¤Ÿà¤ªà¤Ÿ मेल मिलाप कर ले कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ तà¥à¤à¥‡ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ को सौंपे, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ तà¥à¤à¥‡ सिपाही को सौंप दे और तू बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दिया जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:26 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि जब तक तू पाई-पाई चà¥à¤•à¤¾ न दे तब तक वहाठसे छूटने न पाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:27 ¶ “तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो कि कहा गया था, ‘वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:28 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूà¤, कि जो कोई किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पर कà¥à¤¦à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¿ डाले वह अपने मन में उससे वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° कर चà¥à¤•à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:29 यदि तेरी दाहिनी आà¤à¤– तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤, तो उसे निकालकर अपने पास से फेंक दे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरे लिये यही à¤à¤²à¤¾ है कि तेरे अंगों में से à¤à¤• नाश हो जाठऔर तेरा सारा शरीर नरक में न डाला जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:30 और यदि तेरा दाहिना हाथ तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤, तो उसको काटकर अपने पास से फेंक दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरे लिये यही à¤à¤²à¤¾ है, कि तेरे अंगों में से à¤à¤• नाश हो जाठऔर तेरा सारा शरीर नरक में न डाला जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:31 ¶ “यह à¤à¥€ कहा गया था, ‘जो कोई अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤— दे, तो उसे तà¥à¤¯à¤¾à¤—पतà¥à¤° दे।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:32 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूठकि जो कोई अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° के सिवा किसी और कारण से तलाक दे, तो वह उससे वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करवाता है; और जो कोई उस तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी हà¥à¤ˆ से विवाह करे, वह वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:33 ¶ “फिर तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो, कि पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤² के लोगों से कहा गया था, ‘à¤à¥‚ठी शपथ न खाना, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये अपनी शपथ को पूरी करना।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:34 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूà¤, कि कà¤à¥€ शपथ न खाना; न तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का सिंहासन है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:35 न धरती की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की चौकी है; न यरूशलेम की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह महाराजा का नगर है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:36 अपने सिर की à¤à¥€ शपथ न खाना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू à¤à¤• बाल को à¤à¥€ न उजला, न काला कर सकता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:37 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बात हाठकी हाà¤, या नहीं की नहीं हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कà¥à¤› इससे अधिक होता है वह बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से होता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:38 ¶ “तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो, कि कहा गया था, कि आà¤à¤– के बदले आà¤à¤–, और दाà¤à¤¤ के बदले दाà¤à¤¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:39 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूà¤, कि बà¥à¤°à¥‡ का सामना न करना; परनà¥à¤¤à¥ जो कोई तेरे दाहिने गाल पर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारे, उसकी ओर दूसरा à¤à¥€ फेर दे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:40 और यदि कोई तà¥à¤ पर मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ करके तेरा कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ लेना चाहे, तो उसे अंगरखा à¤à¥€ ले लेने दे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:41 और जो कोई तà¥à¤à¥‡ कोस à¤à¤° बेगार में ले जाठतो उसके साथ दो कोस चला जा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:42 जो कोई तà¥à¤ से माà¤à¤—े, उसे दे; और जो तà¥à¤ से उधार लेना चाहे, उससे मà¥à¤à¤¹ न मोड़। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:43 ¶ “तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो, कि कहा गया था; कि अपने पड़ोसी से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना, और अपने बैरी से बैर। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:44 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से यह कहता हूà¤, कि अपने बैरियों से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो और अपने सतानेवालों के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:45 जिससे तà¥à¤® अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ठहरोगे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¤²à¥‹à¤‚ और बà¥à¤°à¥‹à¤‚ दोनों पर अपना सूरà¥à¤¯ उदय करता है, और धरà¥à¤®à¥€ और अधरà¥à¤®à¥€ पर मेंह बरसाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:46 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तà¥à¤® अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® रखनेवालों ही से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये कà¥à¤¯à¤¾ लाठहोगा? कà¥à¤¯à¤¾ चà¥à¤‚गी लेनेवाले à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही नहीं करते? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:47 ¶ “और यदि तà¥à¤® केवल अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को ही नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो, तो कौन सा बड़ा काम करते हो? कà¥à¤¯à¤¾ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ नहीं करते? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 5:48 इसलिठचाहिये कि तà¥à¤® सिदà¥à¤§ बनो, जैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता सिदà¥à¤§ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:1 ¶ “सावधान रहो! तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को दिखाने के लिये अपने धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के काम न करो, नहीं तो अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता से कà¥à¤› à¤à¥€ फल न पाओगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:2 ¶ “इसलिठजब तू दान करे, तो अपना ढिंढोरा न पिटवा, जैसे कपटी, आराधनालयों और गलियों में करते हैं, ताकि लोग उनकी बड़ाई करें, मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि वे अपना पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² पा चà¥à¤•à¥‡à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:3 परनà¥à¤¤à¥ जब तू दान करे, तो जो तेरा दाहिना हाथ करता है, उसे तेरा बायाठहाथ न जानने पाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:4 ताकि तेरा दान गà¥à¤ªà¥à¤¤ रहे; और तब तेरा पिता जो गà¥à¤ªà¥à¤¤ में देखता है, तà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² देगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:5 ¶ “और जब तू पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करे, तो कपटियों के समान न हो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोगों को दिखाने के लिये आराधनालयों में और सड़कों के चौराहों पर खड़े होकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना उनको अचà¥à¤›à¤¾ लगता है। मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि वे अपना पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² पा चà¥à¤•à¥‡à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:6 परनà¥à¤¤à¥ जब तू पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करे, तो अपनी कोठरी में जा; और दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ कर के अपने पिता से जो गà¥à¤ªà¥à¤¤ में है पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर; और तब तेरा पिता जो गà¥à¤ªà¥à¤¤ में देखता है, तà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² देगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:7 पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते समय अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान बक-बक न करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि उनके बार-बार बोलने से उनकी सà¥à¤¨à¥€ जाà¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:8 इसलिठतà¥à¤® उनके समान न बनो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ माà¤à¤—ने से पहले ही जानता है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤à¤ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:9 ¶ “अतः तà¥à¤® इस रीति से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करो: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:10 ‘तेरा राजà¥à¤¯ आà¤à¥¤ तेरी इचà¥à¤›à¤¾ जैसे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में पूरी होती है, वैसे पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¥€ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:11 ‘हमारी दिन à¤à¤° की रोटी आज हमें दे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:12 ‘और जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हमने अपने अपराधियों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया है, वैसे ही तू à¤à¥€ हमारे अपराधों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:13 ‘और हमें परीकà¥à¤·à¤¾ में न ला, परनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से बचा; [कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि राजà¥à¤¯ और पराकà¥à¤°à¤® और महिमा सदा तेरे ही है।’ आमीन।] (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:14 ¶ “इसलिठयदि तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ करोगे, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤·à¤®à¤¾ करेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:15 और यदि तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ न करोगे, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ न करेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:16 ¶ “जब तà¥à¤® उपवास करो, तो कपटियों के समान तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मà¥à¤à¤¹ पर उदासी न छाई रहे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे अपना मà¥à¤à¤¹ बनाठरहते हैं, ताकि लोग उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपवासी जानें। मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि वे अपना पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² पा चà¥à¤•à¥‡à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:17 परनà¥à¤¤à¥ जब तू उपवास करे तो अपने सिर पर तेल मल और मà¥à¤à¤¹ धो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:18 ताकि लोग नहीं परनà¥à¤¤à¥ तेरा पिता जो गà¥à¤ªà¥à¤¤ में है, तà¥à¤à¥‡ उपवासी जाने। इस दशा में तेरा पिता जो गà¥à¤ªà¥à¤¤ में देखता है, तà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² देगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:19 ¶ “अपने लिये पृथà¥à¤µà¥€ पर धन इकटà¥à¤ ा न करो; जहाठकीड़ा और काई बिगाड़ते हैं, और जहाठचोर सेंध लगाते और चà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:20 परनà¥à¤¤à¥ अपने लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में धन इकटà¥à¤ ा करो, जहाठन तो कीड़ा, और न काई बिगाड़ते हैं, और जहाठचोर न सेंध लगाते और न चà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जहाठतेरा धन है वहाठतेरा मन à¤à¥€ लगा रहेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:22 ¶ “शरीर का दीया आà¤à¤– है: इसलिठयदि तेरी आà¤à¤– अचà¥à¤›à¥€ हो, तो तेरा सारा शरीर à¤à¥€ उजियाला होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:23 परनà¥à¤¤à¥ यदि तेरी आà¤à¤– बà¥à¤°à¥€ हो, तो तेरा सारा शरीर à¤à¥€ अंधियारा होगा; इस कारण वह उजियाला जो तà¥à¤ में है यदि अंधकार हो तो वह अंधकार कैसा बड़ा होगा! (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:24 ¶ “कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ दो सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सेवा नहीं कर सकता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¤• से बैर और दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखेगा, या à¤à¤• से निषà¥à¤ ावान रहेगा और दूसरे का तिरसà¥à¤•à¤¾à¤° करेगा। तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:25 इसलिठमैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ के लिये यह चिनà¥à¤¤à¤¾ न करना कि हम कà¥à¤¯à¤¾ खाà¤à¤à¤—े, और कà¥à¤¯à¤¾ पीà¤à¤à¤—े, और न अपने शरीर के लिये कि कà¥à¤¯à¤¾ पहनेंगे, कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¥‹à¤œà¤¨ से, और शरीर वसà¥à¤¤à¥à¤° से बढ़कर नहीं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:26 आकाश के पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को देखो! वे न बोते हैं, न काटते हैं, और न खतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में बटोरते हैं; तो à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता उनको खिलाता है। कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® उनसे अधिक मूलà¥à¤¯ नहीं रखते? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:27 तà¥à¤® में कौन है, जो चिनà¥à¤¤à¤¾ करके अपने जीवनकाल में à¤à¤• घड़ी à¤à¥€ बढ़ा सकता है? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:28 ¶ “और वसà¥à¤¤à¥à¤° के लिये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चिनà¥à¤¤à¤¾ करते हो? सोसनों के फूलों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो, कि वे कैसे बढ़ते हैं, वे न तो परिशà¥à¤°à¤® करते हैं, न काटते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:29 तो à¤à¥€ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ à¤à¥€, अपने सारे वैà¤à¤µ में उनमें से किसी के समान वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ न था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:30 इसलिठजब परमेशà¥â€à¤µà¤° मैदान की घास को, जो आज है, और कल à¤à¤¾à¤¡à¤¼ में à¤à¥‹à¤‚की जाà¤à¤—ी, à¤à¤¸à¤¾ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनाता है, तो हे अलà¥à¤ªà¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® को वह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न पहनाà¤à¤—ा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:31 ¶ “इसलिठतà¥à¤® चिनà¥à¤¤à¤¾ करके यह न कहना, कि हम कà¥à¤¯à¤¾ खाà¤à¤à¤—े, या कà¥à¤¯à¤¾ पीà¤à¤à¤—े, या कà¥à¤¯à¤¾ पहनेंगे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:32 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ इन सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की खोज में रहते हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता जानता है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ ये सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ चाहिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:33 इसलिठपहले तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की खोज करो तो ये सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिल जाà¤à¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 6:34 अतः कल के लिये चिनà¥à¤¤à¤¾ न करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कल का दिन अपनी चिनà¥à¤¤à¤¾ आप कर लेगा; आज के लिये आज ही का दà¥à¤ƒà¤– बहà¥à¤¤ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:1 ¶ “दोष मत लगाओ, कि तà¥à¤® पर à¤à¥€ दोष न लगाया जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® दोष लगाते हो, उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® पर à¤à¥€ दोष लगाया जाà¤à¤—ा; और जिस नाप से तà¥à¤® नापते हो, उसी से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¥€ नापा जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:3 ¶ “तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अपने à¤à¤¾à¤ˆ की आà¤à¤– के तिनके को देखता है, और अपनी आà¤à¤– का लटà¥à¤ ा तà¥à¤à¥‡ नहीं सूà¤à¤¤à¤¾? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:4 जब तेरी ही आà¤à¤– में लटà¥à¤ ा है, तो तू अपने à¤à¤¾à¤ˆ से कैसे कह सकता है, ‘ला मैं तेरी आà¤à¤– से तिनका निकाल दूà¤?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:5 हे कपटी, पहले अपनी आà¤à¤– में से लटà¥à¤ ा निकाल ले, तब तू अपने à¤à¤¾à¤ˆ की आà¤à¤– का तिनका à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ देखकर निकाल सकेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:6 ¶ “पवितà¥à¤° वसà¥à¤¤à¥ कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को न दो, और अपने मोती सूअरों के आगे मत डालो; à¤à¤¸à¤¾ न हो कि वे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले रौंदें और पलटकर तà¥à¤® को फाड़ डालें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:7 ¶ “माà¤à¤—ो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया जाà¤à¤—ा; ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹, तो तà¥à¤® पाओगे; खटखटाओ, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये खोला जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई माà¤à¤—ता है, उसे मिलता है; और जो ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:9 ¶ “तà¥à¤® में से à¤à¤¸à¤¾ कौन मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, कि यदि उसका पà¥à¤¤à¥à¤° उससे रोटी माà¤à¤—े, तो वह उसे पतà¥à¤¥à¤° दे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:10 या मछली माà¤à¤—े, तो उसे साà¤à¤ª दे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:11 अतः जब तà¥à¤® बà¥à¤°à¥‡ होकर, अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ देना जानते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता अपने माà¤à¤—नेवालों को अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न देगा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:12 इस कारण जो कà¥à¤› तà¥à¤® चाहते हो, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ करें, तà¥à¤® à¤à¥€ उनके साथ वैसा ही करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की शिकà¥à¤·à¤¾ यही है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:13 ¶ “सकेत फाटक से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मारà¥à¤— जो विनाश की ओर ले जाता है; और बहà¥à¤¤ सारे लोग हैं जो उससे पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि संकरा है वह फाटक और कठिन है वह मारà¥à¤— जो जीवन को पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¤à¤¾ है, और थोड़े हैं जो उसे पाते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:15 ¶ “à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं से सावधान रहो, जो à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के à¤à¥‡à¤· में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आते हैं, परनà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤¤à¤° में फाड़नेवाले à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:16 उनके फलों से तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहचान लोगे। कà¥à¤¯à¤¾ लोग à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अंगूर, या ऊà¤à¤Ÿà¤•à¤Ÿà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से अंजीर तोड़ते हैं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:17 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हर à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ पेड़ अचà¥à¤›à¤¾ फल लाता है और निकमà¥à¤®à¤¾ पेड़ बà¥à¤°à¤¾ फल लाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:18 अचà¥à¤›à¤¾ पेड़ बà¥à¤°à¤¾ फल नहीं ला सकता, और न निकमà¥à¤®à¤¾ पेड़ अचà¥à¤›à¤¾ फल ला सकता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:19 जो-जो पेड़ अचà¥à¤›à¤¾ फल नहीं लाता, वह काटा और आग में डाला जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:20 अतः उनके फलों से तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहचान लोगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:21 ¶ “जो मà¥à¤à¤¸à¥‡, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हे पà¥à¤°à¤à¥â€™ कहता है, उनमें से हर à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न करेगा, परनà¥à¤¤à¥ वही जो मेरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता की इचà¥à¤›à¤¾ पर चलता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:22 उस दिन बहà¥à¤¤ लोग मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहेंगे; ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ हमने तेरे नाम से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ नहीं की, और तेरे नाम से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहà¥à¤¤ अचमà¥à¤à¥‡ के काम नहीं किà¤?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:23 तब मैं उनसे खà¥à¤²à¤•à¤° कह दूà¤à¤—ा, ‘मैंने तà¥à¤® को कà¤à¥€ नहीं जाना, हे कà¥à¤•à¤°à¥à¤® करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:24 ¶ “इसलिठजो कोई मेरी ये बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानता है वह उस बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान ठहरेगा जिसने अपना घर चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ पर बनाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:25 और बारिश और बाढ़ें आईं, और आà¤à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤ चलीं, और उस घर पर टकà¥à¤•à¤°à¥‡à¤‚ लगीं, परनà¥à¤¤à¥ वह नहीं गिरा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी नींव चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ पर डाली गई थी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:26 परनà¥à¤¤à¥ जो कोई मेरी ये बातें सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है और उन पर नहीं चलता वह उस मूरà¥à¤– मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान ठहरेगा जिसने अपना घर रेत पर बनाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:27 और बारिश, और बाढ़ें आईं, और आà¤à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤ चलीं, और उस घर पर टकà¥à¤•à¤°à¥‡à¤‚ लगीं और वह गिरकर सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ हो गया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:28 ¶ जब यीशॠये बातें कह चà¥à¤•à¤¾, तो à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके उपदेश से चकित हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 7:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उनके शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान नहीं परनà¥à¤¤à¥ अधिकारी के समान उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपदेश देता था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:1 ¶ जब यीशॠउस पहाड़ से उतरा, तो à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:2 और, à¤à¤• कोढ़ी ने पास आकर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया और कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥ यदि तू चाहे, तो मà¥à¤à¥‡ शà¥à¤¦à¥à¤§ कर सकता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:3 यीशॠने हाथ बढ़ाकर उसे छà¥à¤†, और कहा, “मैं चाहता हूà¤, तू शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जा†और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ कोढ़ से शà¥à¤¦à¥à¤§ हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:4 यीशॠने उससे कहा, “देख, किसी से न कहना, परनà¥à¤¤à¥ जाकर अपने आप को याजक को दिखा और जो चढ़ावा मूसा ने ठहराया है उसे चढ़ा, ताकि उनके लिये गवाही हो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:5 ¶ और जब वह कफरनहूम में आया तो à¤à¤• सूबेदार ने उसके पास आकर उससे विनती की, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:6 “हे पà¥à¤°à¤à¥, मेरा सेवक घर में लकवे का मारा बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤–ी पड़ा है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:7 उसने उससे कहा, “मैं आकर उसे चंगा करूà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:8 सूबेदार ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं इस योगà¥à¤¯ नहीं, कि तू मेरी छत के तले आà¤, पर केवल मà¥à¤à¤¹ से कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं à¤à¥€ पराधीन मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤, और सिपाही मेरे हाथ में हैं, और जब à¤à¤• से कहता हूà¤, जा, तो वह जाता है; और दूसरे को कि आ, तो वह आता है; और अपने दास से कहता हूà¤, कि यह कर, तो वह करता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:10 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने अचमà¥à¤à¤¾ किया, और जो उसके पीछे आ रहे थे उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि मैंने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं पाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:11 और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि बहà¥à¤¤ सारे पूरà¥à¤µ और पशà¥à¤šà¤¿à¤® से आकर अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® और इसहाक और याकूब के साथ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में बैठेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:12 परनà¥à¤¤à¥ राजà¥à¤¯ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बाहर अंधकार में डाल दिठजाà¤à¤à¤—े: वहाठरोना और दाà¤à¤¤à¥‹à¤‚ का पीसना होगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:13 और यीशॠने सूबेदार से कहा, “जा, जैसा तेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, वैसा ही तेरे लिये हो।†और उसका सेवक उसी समय चंगा हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:14 ¶ और यीशॠने पतरस के घर में आकर उसकी सास को तेज बà¥à¤–ार में पड़ा देखा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:15 उसने उसका हाथ छà¥à¤† और उसका जà¥à¤µà¤° उतर गया; और वह उठकर उसकी सेवा करने लगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:16 जब संधà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤ˆ तब वे उसके पास बहà¥à¤¤ से लोगों को लाठजिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं और उसने उन आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को अपने वचन से निकाल दिया, और सब बीमारों को चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:17 ताकि जो वचन यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था वह पूरा हो: “उसने आप हमारी दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं को ले लिया और हमारी बीमारियों को उठा लिया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:18 ¶ यीशॠने अपने चारों ओर à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ देखकर à¤à¥€à¤² के उस पार जाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:19 और à¤à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने पास आकर उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, जहाठकहीं तू जाà¤à¤—ा, मैं तेरे पीछे-पीछे हो लूà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:20 यीशॠने उससे कहा, “लोमड़ियों के à¤à¤Ÿ और आकाश के पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बसेरे होते हैं; परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के लिये सिर धरने की à¤à¥€ जगह नहीं है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:21 à¤à¤• और चेले ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मà¥à¤à¥‡ पहले जाने दे, कि अपने पिता को गाड़ दूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:22 यीशॠने उससे कहा, “तू मेरे पीछे हो ले; और मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को अपने मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ गाड़ने दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:23 ¶ जब वह नाव पर चढ़ा, तो उसके चेले उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:24 और, à¤à¥€à¤² में à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ बड़ा तूफान उठा कि नाव लहरों से ढà¤à¤ªà¤¨à¥‡ लगी; और वह सो रहा था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:25 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पास आकर उसे जगाया, और कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, हमें बचा, हम नाश हà¥à¤ जाते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:26 उसने उनसे कहा, “हे अलà¥à¤ªà¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ डरते हो?†तब उसने उठकर आà¤à¤§à¥€ और पानी को डाà¤à¤Ÿà¤¾, और सब शानà¥à¤¤ हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:27 और लोग अचमà¥à¤à¤¾ करके कहने लगे, “यह कैसा मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, कि आà¤à¤§à¥€ और पानी à¤à¥€ उसकी आजà¥à¤žà¤¾ मानते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:28 ¶ जब वह उस पार गदरेनियों के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो दो मनà¥à¤·à¥à¤¯ जिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ से निकलते हà¥à¤ उसे मिले, जो इतने पà¥à¤°à¤šà¤£à¥à¤¡ थे, कि कोई उस मारà¥à¤— से जा नहीं सकता था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:29 और, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “हे परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤°, हमारा तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? कà¥à¤¯à¤¾ तू समय से पहले हमें दà¥à¤ƒà¤– देने यहाठआया है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:30 उनसे कà¥à¤› दूर बहà¥à¤¤ से सूअरों का à¤à¥à¤£à¥à¤¡ चर रहा था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:31 दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं ने उससे यह कहकर विनती की, “यदि तू हमें निकालता है, तो सूअरों के à¤à¥à¤£à¥à¤¡ में à¤à¥‡à¤œ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:32 उसने उनसे कहा, “जाओ!†और वे निकलकर सूअरों में घà¥à¤¸ गई और सारा à¤à¥à¤£à¥à¤¡ टीले पर से à¤à¤ªà¤Ÿà¤•à¤° पानी में जा पड़ा और डूब मरा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:33 और चरवाहे à¤à¤¾à¤—े, और नगर में जाकर ये सब बातें और जिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं; उनका सारा हाल कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 8:34 और सारे नगर के लोग यीशॠसे à¤à¥‡à¤‚ट करने को निकल आठऔर उसे देखकर विनती की, कि हमारे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से बाहर निकल जा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:1 ¶ फिर वह नाव पर चढ़कर पार गया, और अपने नगर में आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:2 और कई लोग à¤à¤• लकवे के मारे हà¥à¤ को खाट पर रखकर उसके पास लाà¤à¥¤ यीशॠने उनका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ देखकर, उस लकवे के मारे हà¥à¤ से कहा, “हे पà¥à¤¤à¥à¤°, धैरà¥à¤¯ रख; तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:3 और कई शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सोचा, “यह तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ करता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:4 यीशॠने उनके मन की बातें जानकर कहा, “तà¥à¤® लोग अपने-अपने मन में बà¥à¤°à¤¾ विचार कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कर रहे हो? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:5 सहज कà¥à¤¯à¤¾ है? यह कहना, ‘तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤â€™, या यह कहना, ‘उठऔर चल फिर।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:6 परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤® जान लो कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को पृथà¥à¤µà¥€ पर पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ करने का अधिकार है।†उसने लकवे के मारे हà¥à¤ से कहा, “उठ, अपनी खाट उठा, और अपने घर चला जा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:7 वह उठकर अपने घर चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:8 लोग यह देखकर डर गठऔर परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करने लगे जिसने मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤¸à¤¾ अधिकार दिया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:9 ¶ वहाठसे आगे बढ़कर यीशॠने मतà¥à¤¤à¥€ नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को चà¥à¤‚गी की चौकी पर बैठे देखा, और उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले।†वह उठकर उसके पीछे हो लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:10 और जब वह घर में à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने के लिये बैठा तो बहà¥à¤¤ सारे चà¥à¤‚गी लेनेवाले और पापी आकर यीशॠऔर उसके चेलों के साथ खाने बैठे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:11 यह देखकर फरीसियों ने उसके चेलों से कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ चà¥à¤‚गी लेनेवालों और पापियों के साथ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खाता है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:12 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने उनसे कहा, “वैदà¥à¤¯ à¤à¤²à¥‡-चंगों को नहीं परनà¥à¤¤à¥ बीमारों के लिठआवशà¥à¤¯à¤• है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:13 इसलिठतà¥à¤® जाकर इसका अरà¥à¤¥ सीख लो, कि मैं बलिदान नहीं परनà¥à¤¤à¥ दया चाहता हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं परनà¥à¤¤à¥ पापियों को बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ आया हूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:14 ¶ तब यूहनà¥à¤¨à¤¾ के चेलों ने उसके पास आकर कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ कारण है कि हम और फरीसी इतना उपवास करते हैं, पर तेरे चेले उपवास नहीं करते?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:15 यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ बाराती, जब तक दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¾ उनके साथ है शोक कर सकते हैं? पर वे दिन आà¤à¤à¤—े कि दूलà¥à¤¹à¤¾ उनसे अलग किया जाà¤à¤—ा, उस समय वे उपवास करेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:16 नये कपड़े का पैबनà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° पर कोई नहीं लगाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पैबनà¥à¤¦ वसà¥à¤¤à¥à¤° से और कà¥à¤› खींच लेता है, और वह अधिक फट जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:17 और नया दाखरस पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ मशकों में नहीं à¤à¤°à¤¤à¥‡ हैं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ करने से मशकें फट जाती हैं, और दाखरस बह जाता है और मशकें नाश हो जाती हैं, परनà¥à¤¤à¥ नया दाखरस नई मशकों में à¤à¤°à¤¤à¥‡ हैं और वह दोनों बची रहती हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:18 ¶ वह उनसे ये बातें कह ही रहा था, कि à¤à¤• सरदार ने आकर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया और कहा, “मेरी पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अà¤à¥€ मरी है; परनà¥à¤¤à¥ चलकर अपना हाथ उस पर रख, तो वह जीवित हो जाà¤à¤—ी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:19 यीशॠउठकर अपने चेलों समेत उसके पीछे हो लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:20 और देखो, à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने जिसके बारह वरà¥à¤· से लहू बहता था, उसके पीछे से आकर उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° के कोने को छू लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अपने मन में कहती थी, “यदि मैं उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° ही को छू लूà¤à¤—ी तो चंगी हो जाऊà¤à¤—ी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:22 यीशॠने मà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° उसे देखा और कहा, “पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ धैरà¥à¤¯ रख; तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ चंगा किया है।†अतः वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसी समय चंगी हो गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:23 जब यीशॠउस सरदार के घर में पहà¥à¤à¤šà¤¾ और बाà¤à¤¸à¥à¤°à¥€ बजानेवालों और à¤à¥€à¤¡à¤¼ को हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼ मचाते देखा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:24 तब कहा, “हट जाओ, लड़की मरी नहीं, पर सोती है।†इस पर वे उसकी हà¤à¤¸à¥€ उड़ाने लगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:25 परनà¥à¤¤à¥ जब à¤à¥€à¤¡à¤¼ निकाल दी गई, तो उसने à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर लड़की का हाथ पकड़ा, और वह जी उठी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:26 और इस बात की चरà¥à¤šà¤¾ उस सारे देश में फैल गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:27 ¶ जब यीशॠवहाठसे आगे बढ़ा, तो दो अंधे उसके पीछे यह पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤ चले, “हे दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, हम पर दया कर।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:28 जब वह घर में पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो वे अंधे उसके पास आà¤, और यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, कि मैं यह कर सकता हूà¤?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हाठपà¥à¤°à¤à¥à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:29 तब उसने उनकी आà¤à¤–ें छूकर कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:30 और उनकी आà¤à¤–ें खà¥à¤² गई और यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सखà¥â€à¤¤à¥€ के साथ सचेत किया और कहा, “सावधान, कोई इस बात को न जाने।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:31 पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने निकलकर सारे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में उसका यश फैला दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:32 ¶ जब वे बाहर जा रहे थे, तब, लोग à¤à¤• गूà¤à¤—े को जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ थी उसके पास लाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:33 और जब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ निकाल दी गई, तो गूंगा बोलने लगा। और à¤à¥€à¤¡à¤¼ ने अचमà¥à¤à¤¾ करके कहा, “इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में à¤à¤¸à¤¾ कà¤à¥€ नहीं देखा गया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:34 परनà¥à¤¤à¥ फरीसियों ने कहा, “यह तो दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के सरदार की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:35 ¶ और यीशॠसब नगरों और गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में फिरता रहा और उनके आराधनालयों में उपदेश करता, और राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता, और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारी और दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ को दूर करता रहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:36 जब उसने à¤à¥€à¤¡à¤¼ को देखा तो उसको लोगों पर तरस आया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उन à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के समान जिनका कोई चरवाहा न हो, वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² और à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ हà¥à¤ से थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:37 तब उसने अपने चेलों से कहा, “फसल तो बहà¥à¤¤ हैं पर मजदूर थोड़े हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 9:38 इसलिठफसल के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से विनती करो कि वह अपने खेत में काम करने के लिये मजदूर à¤à¥‡à¤œ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:1 ¶ फिर उसने अपने बारह चेलों को पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं पर अधिकार दिया, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निकालें और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारियों और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं को दूर करें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:2 इन बारह पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के नाम ये हैं पहला शमौन, जो पतरस कहलाता है, और उसका à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸; जबà¥à¤¦à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब, और उसका à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:3 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ और बरतà¥à¤²à¥à¤®à¥ˆ, थोमा, और चà¥à¤‚गी लेनेवाला मतà¥à¤¤à¥€, हलफईस का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब और तदà¥à¤¦à¥ˆà¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:4 शमौन कनानी, और यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€, जिसने उसे पकड़वाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:5 ¶ इन बारहों को यीशॠने यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, “अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर न जाना, और सामरियों के किसी नगर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न करना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:6 परनà¥à¤¤à¥ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के घराने ही की खोई हà¥à¤ˆ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के पास जाना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:7 और चलते-चलते पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करके कहो कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ निकट आ गया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:8 बीमारों को चंगा करो: मरे हà¥à¤“ं को जिलाओ, कोढ़ियों को शà¥à¤¦à¥à¤§ करो, दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालो। तà¥à¤® ने सेंत-मेंत पाया है, सेंत-मेंत दो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:9 अपने बटà¥à¤“ं में न तो सोना, और न रूपा, और न तांबा रखना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:10 मारà¥à¤— के लिये न à¤à¥‹à¤²à¥€ रखो, न दो कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾, न जूते और न लाठी लो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मजदूर को उसका à¤à¥‹à¤œà¤¨ मिलना चाहिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:11 ¶ “जिस किसी नगर या गाà¤à¤µ में जाओ तो पता लगाओ कि वहाठकौन योगà¥à¤¯ है? और जब तक वहाठसे न निकलो, उसी के यहाठरहो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:12 और घर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हà¥à¤ उसे आशीष देना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:13 यदि उस घर के लोग योगà¥à¤¯ होंगे तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ उन पर पहà¥à¤à¤šà¥‡à¤—ा परनà¥à¤¤à¥ यदि वे योगà¥à¤¯ न हों तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास लौट आà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:14 और जो कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बातें न सà¥à¤¨à¥‡, उस घर या उस नगर से निकलते हà¥à¤ अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की धूल à¤à¤¾à¤¡à¤¼ डालो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:15 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन उस नगर की दशा से सदोम और गमोरा के नगरों की दशा अधिक सहने योगà¥à¤¯ होगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:16 ¶ “देखो, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ की तरह à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में à¤à¥‡à¤œà¤¤à¤¾ हूठइसलिठसाà¤à¤ªà¥‹à¤‚ की तरह बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ और कबूतरों की तरह à¤à¥‹à¤²à¥‡ बनो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:17 परनà¥à¤¤à¥ लोगों से सावधान रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¤à¤¾à¤“ं में सौंपेंगे, और अपने आराधनालयों में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोड़े मारेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:18 तà¥à¤® मेरे लिये राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ और राजाओं के सामने उन पर, और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर गवाह होने के लिये पेश किये जाओगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:19 जब वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़वाà¤à¤à¤—े तो यह चिनà¥à¤¤à¤¾ न करना, कि तà¥à¤® कैसे बोलोगे और कà¥â€à¤¯à¤¾ कहोगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कà¥à¤› तà¥à¤® को कहना होगा, वह उसी समय तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता दिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बोलनेवाले तà¥à¤® नहीं हो परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता का आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बोलेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:21 ¶ “à¤à¤¾à¤ˆ अपने à¤à¤¾à¤ˆ को और पिता अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को, मरने के लिये सौंपेंगे, और बचà¥à¤šà¥‡ माता-पिता के विरोध में उठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मरवा डालेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:22 मेरे नाम के कारण सब लोग तà¥à¤® से बैर करेंगे, पर जो अनà¥à¤¤ तक धीरज धरेगा उसी का उदà¥à¤§à¤¾à¤° होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:23 जब वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• नगर में सताà¤à¤, तो दूसरे को à¤à¤¾à¤— जाना। मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के आने से पहले इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के सब नगरों में से गठà¤à¥€ न होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:24 ¶ “चेला अपने गà¥à¤°à¥ से बड़ा नहीं; और न ही दास अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:25 चेले का गà¥à¤°à¥ के, और दास का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के बराबर होना ही बहà¥à¤¤ है; जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने घर के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ को शैतान कहा तो उसके घरवालों को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न कहेंगे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:26 ¶ “इसलिठउनसे मत डरना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤› ढà¤à¤•à¤¾ नहीं, जो खोला न जाà¤à¤—ा; और न कà¥à¤› छिपा है, जो जाना न जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:27 जो मैं तà¥à¤® से अंधियारे में कहता हूà¤, उसे उजियाले में कहो; और जो कानों कान सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो, उसे छतों पर से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:28 जो शरीर को मार सकते है, पर आतà¥à¤®à¤¾ को मार नहीं सकते, उनसे मत डरना; पर उसी से डरो, जो आतà¥à¤®à¤¾ और शरीर दोनों को नरक में नाश कर सकता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:29 कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤• पैसे में दो गौरैये नहीं बिकती? फिर à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता की इचà¥à¤›à¤¾ के बिना उनमें से à¤à¤• à¤à¥€ à¤à¥‚मि पर नहीं गिर सकती। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:30 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सिर के बाल à¤à¥€ सब गिने हà¥à¤ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:31 इसलिà¤, डरो नहीं; तà¥à¤® बहà¥à¤¤ गौरैयों से बढ़कर मूलà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:32 ¶ “जो कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने मà¥à¤à¥‡ मान लेगा, उसे मैं à¤à¥€ अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता के सामने मान लूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:33 पर जो कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° करेगा उसे मैं à¤à¥€ अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता के सामने इनà¥à¤•à¤¾à¤° करूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:34 ¶ “यह न समà¤à¥‹, कि मैं पृथà¥à¤µà¥€ पर मिलाप कराने को आया हूà¤; मैं मिलाप कराने को नहीं, पर तलवार चलवाने आया हूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:35 मैं तो आया हूà¤, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ को उसके पिता से, और बेटी को उसकी माठसे, और बहू को उसकी सास से अलग कर दूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:36 मनà¥à¤·à¥à¤¯ के बैरी उसके घर ही के लोग होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:37 ¶ “जो माता या पिता को मà¥à¤à¤¸à¥‡ अधिक पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानता है, वह मेरे योगà¥à¤¯ नहीं और जो बेटा या बेटी को मà¥à¤à¤¸à¥‡ अधिक पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानता है, वह मेरे योगà¥à¤¯ नहीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:38 और जो अपना कà¥à¤°à¥‚स लेकर मेरे पीछे न चले वह मेरे योगà¥à¤¯ नहीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:39 जो अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाता है, वह उसे खोà¤à¤—ा; और जो मेरे कारण अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ खोता है, वह उसे पाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:40 ¶ “जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है; और जो मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:41 जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ जानकर गà¥à¤°à¤¹à¤£ करे, वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ का बदला पाà¤à¤—ा; और जो धरà¥à¤®à¥€ जानकर धरà¥à¤®à¥€ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करे, वह धरà¥à¤®à¥€ का बदला पाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 10:42 जो कोई इन छोटों में से à¤à¤• को चेला जानकर केवल à¤à¤• कटोरा ठणà¥à¤¡à¤¾ पानी पिलाà¤, मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, वह अपना पà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤•à¤¾à¤° कà¤à¥€ नहीं खोà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:1 ¶ जब यीशॠअपने बारह चेलों को निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दे चà¥à¤•à¤¾, तो वह उनके नगरों में उपदेश और पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने को वहाठसे चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में मसीह के कामों का समाचार सà¥à¤¨à¤•à¤° अपने चेलों को उससे यह पूछने à¤à¥‡à¤œà¤¾, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:3 “कà¥à¤¯à¤¾ आनेवाला तू ही है, या हम दूसरे की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करें?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:4 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जो कà¥à¤› तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो और देखते हो, वह सब जाकर यूहनà¥à¤¨à¤¾ से कह दो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:5 कि अंधे देखते हैं और लà¤à¤—ड़े चलते फिरते हैं, कोढ़ी शà¥à¤¦à¥à¤§ किठजाते हैं और बहरे सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं, मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ जिलाठजाते हैं, और गरीबों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:6 और धनà¥à¤¯ है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:7 ¶ जब वे वहाठसे चल दिà¤, तो यीशॠयूहनà¥à¤¨à¤¾ के विषय में लोगों से कहने लगा, “तà¥à¤® जंगल में कà¥à¤¯à¤¾ देखने गठथे? कà¥à¤¯à¤¾ हवा से हिलते हà¥à¤ सरकणà¥à¤¡à¥‡ को? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:8 फिर तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ देखने गठथे? जो कोमल वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनते हैं, वे राजà¤à¤µà¤¨à¥‹à¤‚ में रहते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:9 तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ गठथे? कà¥à¤¯à¤¾ किसी à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ को देखने को? हाà¤, मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, वरनॠà¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ से à¤à¥€ बड़े को। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:10 यह वही है, जिसके विषय में लिखा है, कि (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:11 ¶ मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जनà¥à¤®à¥‡ हैं, उनमें से यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले से कोई बड़ा नहीं हà¥à¤†; पर जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में छोटे से छोटा है वह उससे बड़ा है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:12 यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले के दिनों से अब तक सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में बलपूरà¥à¤µà¤• पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ होता रहा है, और बलवान उसे छीन लेते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:13 यूहनà¥à¤¨à¤¾ तक सारे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करते रहे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:14 और चाहो तो मानो, à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ जो आनेवाला था, वह यही है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:15 जिसके सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के कान हों, वह सà¥à¤¨ ले। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:16 ¶ “मैं इस समय के लोगों की उपमा किस से दूà¤? वे उन बालकों के समान हैं, जो बाजारों में बैठे हà¥à¤ à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहते हैं, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:17 कि हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बाà¤à¤¸à¥à¤°à¥€ बजाई, और तà¥à¤® न नाचे; हमने विलाप किया, और तà¥à¤® ने छाती नहीं पीटी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ न खाता आया और न ही पीता, और वे कहते हैं कि उसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:19 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° खाता-पीता आया, और वे कहते हैं कि देखो, पेटू और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼ मनà¥à¤·à¥à¤¯, चà¥à¤‚गी लेनेवालों और पापियों का मितà¥à¤°! पर जà¥à¤žà¤¾à¤¨ अपने कामों में सचà¥à¤šà¤¾ ठहराया गया है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:20 ¶ तब वह उन नगरों को उलाहना देने लगा, जिनमें उसने बहà¥à¤¤ सारे सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम किठथे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना मन नहीं फिराया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:21 “हाय, खà¥à¤°à¤¾à¤œà¥€à¤¨! हाय, बैतसैदा! जो सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम तà¥à¤® में किठगà¤, यदि वे सोर और सीदोन में किठजाते, तो टाट ओढ़कर, और राख में बैठकर, वे कब के मन फिरा लेते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:22 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; कि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ दशा से सोर और सीदोन की दशा अधिक सहने योगà¥à¤¯ होगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:23 और हे कफरनहूम, कà¥à¤¯à¤¾ तू सà¥à¤µà¤°à¥à¤— तक ऊà¤à¤šà¤¾ किया जाà¤à¤—ा? तू तो अधोलोक तक नीचे जाà¤à¤—ा; जो सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम तà¥à¤ में किठगठहै, यदि सदोम में किठजाते, तो वह आज तक बना रहता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:24 पर मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन तेरी दशा से सदोम के नगर की दशा अधिक सहने योगà¥à¤¯ होगी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:25 ¶ उसी समय यीशॠने कहा, “हे पिता, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ के पà¥à¤°à¤à¥, मैं तेरा धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि तूने इन बातों को जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से छिपा रखा, और बालकों पर पà¥à¤°à¤—ट किया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:26 हाà¤, हे पिता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤à¥‡ यही अचà¥à¤›à¤¾ लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:27 ¶ “मेरे पिता ने मà¥à¤à¥‡ सब कà¥à¤› सौंपा है, और कोई पà¥à¤¤à¥à¤° को नहीं जानता, केवल पिता; और कोई पिता को नहीं जानता, केवल पà¥à¤¤à¥à¤° और वह जिस पर पà¥à¤¤à¥à¤° उसे पà¥à¤°à¤—ट करना चाहे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:28 ¶ “हे सब परिशà¥à¤°à¤® करनेवालों और बोठसे दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ विशà¥à¤°à¤¾à¤® दूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:29 मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मà¥à¤à¤¸à¥‡ सीखो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं नमà¥à¤° और मन में दीन हूà¤: और तà¥à¤® अपने मन में विशà¥à¤°à¤¾à¤® पाओगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 11:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा जूआ सहज और मेरा बोठहलका है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:1 ¶ उस समय यीशॠसबà¥à¤¤ के दिन खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेलों को à¤à¥‚ख लगी, और वे बालें तोड़-तोड़ कर खाने लगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:2 फरीसियों ने यह देखकर उससे कहा, “देख, तेरे चेले वह काम कर रहे हैं, जो सबà¥à¤¤ के दिन करना उचित नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:3 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने, जब वह और उसके साथी à¤à¥‚खे हà¥à¤ तो कà¥à¤¯à¤¾ किया? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:4 वह कैसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के घर में गया, और à¤à¥‡à¤‚ट की रोटियाठखाई, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाना न तो उसे और न उसके साथियों को, पर केवल याजकों को उचित था? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:5 या कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में नहीं पढ़ा, कि याजक सबà¥à¤¤ के दिन मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में सबà¥à¤¤ के दिन की विधि को तोड़ने पर à¤à¥€ निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरते हैं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:6 पर मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि यहाठवह है, जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° से à¤à¥€ महान है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:7 यदि तà¥à¤® इसका अरà¥à¤¥ जानते कि मैं दया से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता हूà¤, बलिदान से नहीं, तो तà¥à¤® निरà¥à¤¦à¥‹à¤· को दोषी न ठहराते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:8 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तो सबà¥à¤¤ के दिन का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:9 ¶ वहाठसे चलकर वह उनके आराधनालय में आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:10 वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिसका हाथ सूखा हà¥à¤† था; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पर दोष लगाने के लिठउससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ सबà¥à¤¤ के दिन चंगा करना उचित है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:11 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® में à¤à¤¸à¤¾ कौन है, जिसकी à¤à¤• à¤à¥‡à¤¡à¤¼ हो, और वह सबà¥à¤¤ के दिन गडà¥à¤¢à¥‡ में गिर जाà¤, तो वह उसे पकड़कर न निकाले? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:12 à¤à¤²à¤¾, मनà¥à¤·à¥à¤¯ का मूलà¥à¤¯ à¤à¥‡à¤¡à¤¼ से कितना बढ़ कर है! इसलिठसबà¥à¤¤ के दिन à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करना उचित है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:13 तब यीशॠने उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।†उसने बढ़ाया, और वह फिर दूसरे हाथ के समान अचà¥à¤›à¤¾ हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:14 तब फरीसियों ने बाहर जाकर उसके विरोध में समà¥à¤®à¤¤à¤¿ की, कि उसे किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मार डाले? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:15 ¶ यह जानकर यीशॠवहाठसे चला गया। और बहà¥à¤¤ लोग उसके पीछे हो लिये, और उसने सब को चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:16 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी दी, कि मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤—ट न करना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:17 कि जो वचन यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, वह पूरा हो: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:18 “देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैंने चà¥à¤¨à¤¾ है; मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯, जिससे मेरा मन पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ है: मैं अपना आतà¥à¤®à¤¾ उस पर डालूà¤à¤—ा; और वह अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का समाचार देगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:19 वह न à¤à¤—ड़ा करेगा, और न चिलà¥â€à¤²à¤¾à¤à¤—ा; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:20 वह कà¥à¤šà¤²à¥‡ हà¥à¤ सरकणà¥à¤¡à¥‡ को न तोड़ेगा; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:21 और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ उसके नाम पर आशा रखेंगी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:22 ¶ तब लोग à¤à¤• अंधे-गूà¤à¤—े को जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ थी, उसके पास लाà¤; और उसने उसे अचà¥à¤›à¤¾ किया; और वह गूà¤à¤—ा बोलने और देखने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:23 इस पर सब लोग चकित होकर कहने लगे, “यह कà¥à¤¯à¤¾ दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:24 परनà¥à¤¤à¥ फरीसियों ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कहा, “यह तो दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के सरदार शैतान की सहायता के बिना दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को नहीं निकालता।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:25 उसने उनके मन की बात जानकर उनसे कहा, “जिस किसी राजà¥à¤¯ में फूट होती है, वह उजड़ जाता है, और कोई नगर या घराना जिसमें फूट होती है, बना न रहेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:26 और यदि शैतान ही शैतान को निकाले, तो वह अपना ही विरोधी हो गया है; फिर उसका राजà¥à¤¯ कैसे बना रहेगा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:27 à¤à¤²à¤¾, यदि मैं शैतान की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता हूà¤, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ वंश किसकी सहायता से निकालते हैं? इसलिठवे ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:28 पर यदि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता हूà¤, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:29 या कैसे कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ किसी बलवनà¥à¤¤ के घर में घà¥à¤¸à¤•à¤° उसका माल लूट सकता है जब तक कि पहले उस बलवनà¥à¤¤ को न बाà¤à¤§ ले? और तब वह उसका घर लूट लेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:30 जो मेरे साथ नहीं, वह मेरे विरोध में है; और जो मेरे साथ नहीं बटोरता, वह बिखेरता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:31 इसलिठमैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का पाप और निनà¥à¤¦à¤¾ कà¥à¤·à¤®à¤¾ की जाà¤à¤—ी, पर पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की निनà¥à¤¦à¤¾ कà¥à¤·à¤®à¤¾ न की जाà¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:32 जो कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया जाà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ जो कोई पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के विरोध में कà¥à¤› कहेगा, उसका अपराध न तो इस लोक में और न ही आनेवाले में कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:33 ¶ “यदि पेड़ को अचà¥à¤›à¤¾ कहो, तो उसके फल को à¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ कहो, या पेड़ को निकमà¥à¤®à¤¾ कहो, तो उसके फल को à¤à¥€ निकमà¥à¤®à¤¾ कहो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पेड़ फल ही से पहचाना जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:34 हे साà¤à¤ª के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, तà¥à¤® बà¥à¤°à¥‡ होकर कैसे अचà¥à¤›à¥€ बातें कह सकते हो? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो मन में à¤à¤°à¤¾ है, वही मà¥à¤à¤¹ पर आता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:35 à¤à¤²à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ मन के à¤à¤²à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से à¤à¤²à¥€ बातें निकालता है; और बà¥à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ बà¥à¤°à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से बà¥à¤°à¥€ बातें निकालता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:36 और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जो-जो निकमà¥à¤®à¥€ बातें मनà¥à¤·à¥à¤¯ कहेंगे, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन हर à¤à¤• बात का लेखा देंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:37 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू अपनी बातों के कारण निरà¥à¤¦à¥‹à¤· और अपनी बातों ही के कारण दोषी ठहराया जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:38 ¶ इस पर कà¥à¤› शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों ने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, हम तà¥à¤ से à¤à¤• चिनà¥à¤¹ देखना चाहते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:39 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “इस यà¥à¤— के बà¥à¤°à¥‡ और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€ लोग चिनà¥à¤¹ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं; परनà¥à¤¤à¥ योना à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के चिनà¥à¤¹ को छोड़ कोई और चिनà¥à¤¹ उनको न दिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:40 योना तीन रात-दिन महा मचà¥à¤› के पेट में रहा, वैसे ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तीन रात-दिन पृथà¥à¤µà¥€ के à¤à¥€à¤¤à¤° रहेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:41 नीनवे के लोग नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन इस यà¥à¤— के लोगों के साथ उठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोषी ठहराà¤à¤à¤—े, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने योना का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤•à¤°, मन फिराया और यहाठवह है जो योना से à¤à¥€ बड़ा है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:42 दकà¥à¤·à¤¿à¤£ की रानी नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन इस यà¥à¤— के लोगों के साथ उठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोषी ठहराà¤à¤à¤—ी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिये पृथà¥à¤µà¥€ की छोर से आई, और यहाठवह है जो सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ से à¤à¥€ बड़ा है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:43 ¶ “जब अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विशà¥à¤°à¤¾à¤® ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ फिरती है, और पाती नहीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:44 तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाठसे निकली थी, लौट जाऊà¤à¤—ी, और आकर उसे सूना, à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾-बà¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ और सजा-सजाया पाती है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:45 तब वह जाकर अपने से और बà¥à¤°à¥€ सात आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वहाठवास करती है, और उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ की पिछली दशा पहले से à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ हो जाती है। इस यà¥à¤— के बà¥à¤°à¥‡ लोगों की दशा à¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ ही होगी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:46 ¶ जब वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ से बातें कर ही रहा था, तो उसकी माता और à¤à¤¾à¤ˆ बाहर खड़े थे, और उससे बातें करना चाहते थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:47 किसी ने उससे कहा, “देख तेरी माता और तेरे à¤à¤¾à¤ˆ बाहर खड़े हैं, और तà¥à¤ से बातें करना चाहते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:48 यह सà¥à¤¨ उसने कहनेवाले को उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कौन हैं मेरी माता? और कौन हैं मेरे à¤à¤¾à¤ˆ?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:49 और अपने चेलों की ओर अपना हाथ बढ़ा कर कहा, “मेरी माता और मेरे à¤à¤¾à¤ˆ ये हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 12:50 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई मेरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता की इचà¥à¤›à¤¾ पर चले, वही मेरा à¤à¤¾à¤ˆ, और बहन, और माता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:1 ¶ उसी दिन यीशॠघर से निकलकर à¤à¥€à¤² के किनारे जा बैठा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:2 और उसके पास à¤à¤¸à¥€ बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆ कि वह नाव पर चढ़ गया, और सारी à¤à¥€à¤¡à¤¼ किनारे पर खड़ी रही। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:3 और उसने उनसे दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में बहà¥à¤¤ सी बातें कही “à¤à¤• बोनेवाला बीज बोने निकला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:4 बोते समय कà¥à¤› बीज मारà¥à¤— के किनारे गिरे और पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चà¥à¤— लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:5 कà¥à¤› बीज पतà¥à¤¥à¤°à¥€à¤²à¥€ à¤à¥‚मि पर गिरे, जहाठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤ मिटà¥à¤Ÿà¥€ न मिली और नरम मिटà¥à¤Ÿà¥€ न मिलने के कारण वे जलà¥à¤¦ उग आà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:6 पर सूरज निकलने पर वे जल गà¤, और जड़ न पकड़ने से सूख गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:7 कà¥à¤› बीज à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में गिरे, और à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने बढ़कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दबा डाला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:8 पर कà¥à¤› अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि पर गिरे, और फल लाà¤, कोई सौ गà¥à¤¨à¤¾, कोई साठगà¥à¤¨à¤¾, कोई तीस गà¥à¤¨à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:9 जिसके कान हों वह सà¥à¤¨ ले।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:10 ¶ और चेलों ने पास आकर उससे कहा, “तू उनसे दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बातें करता है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:11 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ के à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ की समठदी गई है, पर उनको नहीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसके पास है, उसे दिया जाà¤à¤—ा; और उसके पास बहà¥à¤¤ हो जाà¤à¤—ा; पर जिसके पास कà¥à¤› नहीं है, उससे जो कà¥à¤› उसके पास है, वह à¤à¥€ ले लिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:13 मैं उनसे दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में इसलिठबातें करता हूà¤, कि वे देखते हà¥à¤ नहीं देखते; और सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हà¥à¤ नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡; और नहीं समà¤à¤¤à¥‡à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:14 और उनके विषय में यशायाह की यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ पूरी होती है: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:15 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन लोगों के मन सà¥à¤¸à¥à¤¤ हो गठहै, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:16 ¶ “पर धनà¥à¤¯ है तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आà¤à¤–ें, कि वे देखती हैं; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कान, कि वे सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि बहà¥à¤¤ से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने चाहा कि जो बातें तà¥à¤® देखते हो, देखें पर न देखीं; और जो बातें तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो, सà¥à¤¨à¥‡à¤‚, पर न सà¥à¤¨à¥€à¤‚। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:18 ¶ “अब तà¥à¤® बोनेवाले का दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥‹ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:19 जो कोई राजà¥à¤¯ का वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° नहीं समà¤à¤¤à¤¾, उसके मन में जो कà¥à¤› बोया गया था, उसे वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿ आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मारà¥à¤— के किनारे बोया गया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:20 और जो पतà¥à¤¥à¤°à¥€à¤²à¥€ à¤à¥‚मि पर बोया गया, यह वह है, जो वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आननà¥à¤¦ के साथ मान लेता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:21 पर अपने में जड़ न रखने के कारण वह थोड़े ही दिन रह पाता है, और जब वचन के कारण कà¥à¤²à¥‡à¤¶ या उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ होता है, तो तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ ठोकर खाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:22 जो à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, पर इस संसार की चिनà¥à¤¤à¤¾ और धन का धोखा वचन को दबाता है, और वह फल नहीं लाता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:23 जो अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सà¥à¤¨à¤•à¤° समà¤à¤¤à¤¾ है, और फल लाता है कोई सौ गà¥à¤¨à¤¾, कोई साठगà¥à¤¨à¤¾, कोई तीस गà¥à¤¨à¤¾à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:24 ¶ यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ दिया, “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है जिसने अपने खेत में अचà¥à¤›à¤¾ बीज बोया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:25 पर जब लोग सो रहे थे तो उसका बैरी आकर गेहूठके बीच जंगली बीज बोकर चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:26 जब अंकà¥à¤° निकले और बालें लगी, तो जंगली दाने के पौधे à¤à¥€ दिखाई दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:27 इस पर गृहसà¥à¤¥ के दासों ने आकर उससे कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, कà¥à¤¯à¤¾ तूने अपने खेत में अचà¥à¤›à¤¾ बीज न बोया था? फिर जंगली दाने के पौधे उसमें कहाठसे आà¤?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:28 उसने उनसे कहा, ‘यह किसी शतà¥à¤°à¥ का काम है।’ दासों ने उससे कहा, ‘कà¥à¤¯à¤¾ तेरी इचà¥à¤›à¤¾ है, कि हम जाकर उनको बटोर लें?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:29 उसने कहा, ‘नहीं, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि जंगली दाने के पौधे बटोरते हà¥à¤ तà¥à¤® उनके साथ गेहूठà¤à¥€ उखाड़ लो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:30 कटनी तक दोनों को à¤à¤• साथ बढ़ने दो, और कटनी के समय मैं काटनेवालों से कहूà¤à¤—ा; पहले जंगली दाने के पौधे बटोरकर जलाने के लिये उनके गटà¥à¤ े बाà¤à¤§ लो, और गेहूठको मेरे खतà¥à¤¤à¥‡ में इकटà¥à¤ ा करो।’†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:31 ¶ उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ दिया, “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ राई के à¤à¤• दाने के समान है, जिसे किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने लेकर अपने खेत में बो दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:32 वह सब बीजों से छोटा तो है पर जब बढ़ जाता है तब सब साग-पात से बड़ा होता है; और à¤à¤¸à¤¾ पेड़ हो जाता है, कि आकाश के पकà¥à¤·à¥€ आकर उसकी डालियों पर बसेरा करते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:33 ¶ उसने à¤à¤• और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ ख़मीर के समान है जिसको किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सब ख़मीर हो गया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:34 ¶ ये सब बातें यीशॠने दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में लोगों से कहीं, और बिना दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ वह उनसे कà¥à¤› न कहता था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:35 कि जो वचन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, वह पूरा हो: “मैं दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहने को अपना मà¥à¤à¤¹ खोलूà¤à¤—ा मैं उन बातों को जो जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से गà¥à¤ªà¥à¤¤ रही हैं पà¥à¤°à¤—ट करूà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:36 ¶ तब वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ को छोड़कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, “खेत के जंगली दाने का दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ हमें समà¤à¤¾ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:37 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “अचà¥à¤›à¥‡ बीज का बोनेवाला मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:38 खेत संसार है, अचà¥à¤›à¤¾ बीज राजà¥à¤¯ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, और जंगली बीज दà¥à¤·à¥à¤Ÿ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:39 जिस शतà¥à¤°à¥ ने उनको बोया वह शैतान है; कटनी जगत का अनà¥à¤¤ है: और काटनेवाले सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:40 अतः जैसे जंगली दाने बटोरे जाते और जलाठजाते हैं वैसा ही जगत के अनà¥à¤¤ में होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:41 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤—ा, और वे उसके राजà¥à¤¯ में से सब ठोकर के कारणों को और कà¥à¤•à¤°à¥à¤® करनेवालों को इकटà¥à¤ ा करेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:42 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आग के कà¥à¤£à¥à¤¡ में डालेंगे, वहाठरोना और दाà¤à¤¤ पीसना होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:43 उस समय धरà¥à¤®à¥€ अपने पिता के राजà¥à¤¯ में सूरà¥à¤¯ के समान चमकेंगे। जिसके कान हों वह सà¥à¤¨ ले। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:44 ¶ “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ खेत में छिपे हà¥à¤ धन के समान है, जिसे किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने पा कर छिपा दिया, और आननà¥à¤¦ के मारे जाकर अपना सब कà¥à¤› बेचकर उस खेत को मोल लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:45 ¶ “फिर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ à¤à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ के समान है जो अचà¥à¤›à¥‡ मोतियों की खोज में था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:46 जब उसे à¤à¤• बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ मोती मिला तो उसने जाकर अपना सब कà¥à¤› बेच डाला और उसे मोल ले लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:47 ¶ “फिर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उस बड़े जाल के समान है, जो समà¥à¤¦à¥à¤° में डाला गया, और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की मछलियों को समेट लाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:48 और जब जाल à¤à¤° गया, तो मछà¥à¤ किनारे पर खींच लाà¤, और बैठकर अचà¥à¤›à¥€-अचà¥à¤›à¥€ तो बरतनों में इकटà¥à¤ ा किया और बेकार-बेकार फेंक दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:49 जगत के अनà¥à¤¤ में à¤à¤¸à¤¾ ही होगा; सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत आकर दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ को धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अलग करेंगे, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:50 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आग के कà¥à¤£à¥à¤¡ में डालेंगे। वहाठरोना और दाà¤à¤¤ पीसना होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:51 ¶ “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ये सब बातें समठगà¤?†चेलों ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:52 फिर यीशॠने उनसे कहा, “इसलिठहर à¤à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ का चेला बना है, उस गृहसà¥à¤¥ के समान है जो अपने à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से नई और पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ निकालता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:53 ¶ जब यीशॠये सब दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कह चà¥à¤•à¤¾, तो वहाठसे चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:54 और अपने नगर में आकर उनके आराधनालय में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¤¾ उपदेश देने लगा; कि वे चकित होकर कहने लगे, “इसको यह जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम कहाठसे मिले? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:55 कà¥à¤¯à¤¾ यह बढ़ई का बेटा नहीं? और कà¥à¤¯à¤¾ इसकी माता का नाम मरियम और इसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के नाम याकूब, यूसà¥à¤«, शमौन और यहूदा नहीं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:56 और कà¥à¤¯à¤¾ इसकी सब बहनें हमारे बीच में नहीं रहती? फिर इसको यह सब कहाठसे मिला?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:57 ¶ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके कारण ठोकर खाई, पर यीशॠने उनसे कहा, “à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ अपने नगर और अपने घर को छोड़ और कहीं निरादर नहीं होता।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 13:58 और उसने वहाठउनके अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के कारण बहà¥à¤¤ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम नहीं किà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:1 ¶ उस समय चौथाई देश के राजा हेरोदेस ने यीशॠकी चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¥€à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:2 और अपने सेवकों से कहा, “यह यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला है: वह मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा है, इसलिठउससे सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम पà¥à¤°à¤—ट होते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हेरोदेस ने अपने à¤à¤¾à¤ˆ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ की पतà¥â€à¤¨à¥€ हेरोदियास के कारण, यूहनà¥à¤¨à¤¾ को पकड़कर बाà¤à¤§à¤¾, और जेलखाने में डाल दिया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उससे कहा था, कि इसको रखना तà¥à¤à¥‡ उचित नहीं है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:5 और वह उसे मार डालना चाहता था, पर लोगों से डरता था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ मानते थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:6 पर जब हेरोदेस का जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ आया, तो हेरोदियास की बेटी ने उतà¥à¤¸à¤µ में नाच दिखाकर हेरोदेस को खà¥à¤¶ किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:7 इसलिठउसने शपथ खाकर वचन दिया, “जो कà¥à¤› तू माà¤à¤—ेगी, मैं तà¥à¤à¥‡ दूà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:8 वह अपनी माता के उकसाने से बोली, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले का सिर थाल में यहीं मà¥à¤à¥‡ मà¤à¤—वा दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:9 राजा दà¥à¤ƒà¤–ित हà¥à¤†, पर अपनी शपथ के, और साथ बैठनेवालों के कारण, आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि दे दिया जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:10 और उसने जेलखाने में लोगों को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° यूहनà¥à¤¨à¤¾ का सिर कटवा दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:11 और उसका सिर थाल में लाया गया, और लड़की को दिया गया; और वह उसको अपनी माठके पास ले गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:12 और उसके चेलों ने आकर उसके शव को ले जाकर गाड़ दिया और जाकर यीशॠको समाचार दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:13 ¶ जब यीशॠने यह सà¥à¤¨à¤¾, तो नाव पर चढ़कर वहाठसे किसी सà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ जगह को, à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में चला गया; और लोग यह सà¥à¤¨à¤•à¤° नगर-नगर से पैदल उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:14 उसने निकलकर à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ देखी, और उन पर तरस खाया, और उसने उनके बीमारों को चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:15 जब सांठहà¥à¤ˆ, तो उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, “यह तो सà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ जगह है और देर हो रही है, लोगों को विदा किया जाठकि वे बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जाकर अपने लिये à¤à¥‹à¤œà¤¨ मोल लें।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:16 यीशॠने उनसे कहा, “उनका जाना आवशà¥à¤¯à¤• नहीं! तà¥à¤® ही इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाने को दो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:17 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “यहाठहमारे पास पाà¤à¤š रोटी और दो मछलियों को छोड़ और कà¥à¤› नहीं है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:18 उसने कहा, “उनको यहाठमेरे पास ले आओ।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:19 तब उसने लोगों को घास पर बैठने को कहा, और उन पाà¤à¤š रोटियों और दो मछलियों को लिया; और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर देखकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया और रोटियाठतोड़-तोड़कर चेलों को दीं, और चेलों ने लोगों को। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:20 और सब खाकर तृपà¥à¤¤ हो गà¤, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बचे हà¥à¤ टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ बारह टोकरियाठउठाई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:21 और खानेवाले सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और बालकों को छोड़कर पाà¤à¤š हजार पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:22 ¶ और उसने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अपने चेलों को नाव पर चढ़ाया, कि वे उससे पहले पार चले जाà¤à¤, जब तक कि वह लोगों को विदा करे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:23 वह लोगों को विदा करके, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया; और सांठको वह वहाठअकेला था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:24 उस समय नाव à¤à¥€à¤² के बीच लहरों से डगमगा रही थी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हवा सामने की थी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:25 और वह रात के चौथे पहर à¤à¥€à¤² पर चलते हà¥à¤ उनके पास आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:26 चेले उसको à¤à¥€à¤² पर चलते हà¥à¤ देखकर घबरा गà¤, और कहने लगे, “वह à¤à¥‚त है,†और डर के मारे चिलà¥à¤²à¤¾ उठे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:27 यीशॠने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनसे बातें की, और कहा, “धैरà¥à¤¯ रखो, मैं हूà¤; डरो मत।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:28 पतरस ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यदि तू ही है, तो मà¥à¤à¥‡ अपने पास पानी पर चलकर आने की आजà¥à¤žà¤¾ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:29 उसने कहा, “आ!†तब पतरस नाव पर से उतरकर यीशॠके पास जाने को पानी पर चलने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:30 पर हवा को देखकर डर गया, और जब डूबने लगा तो चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मà¥à¤à¥‡ बचा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:31 यीशॠने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ हाथ बढ़ाकर उसे थाम लिया, और उससे कहा, “हे अलà¥à¤ª विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€, तूने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ किया?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:32 जब वे नाव पर चढ़ गà¤, तो हवा थम गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:33 इस पर जो नाव पर थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसकी आराधना करके कहा, “सचमà¥à¤š, तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:34 ¶ वे पार उतरकर गनà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤°à¤¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:35 और वहाठके लोगों ने उसे पहचानकर आस-पास के सारे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, और सब बीमारों को उसके पास लाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 14:36 और उससे विनती करने लगे कि वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° के कोने ही को छूने दे; और जितनों ने उसे छà¥à¤†, वे चंगे हो गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:1 ¶ तब यरूशलेम से कà¥à¤› फरीसी और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ यीशॠके पास आकर कहने लगे, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:2 “तेरे चेले पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ टालते हैं, कि बिना हाथ धोठरोटी खाते हैं?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:3 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® à¤à¥€ अपनी परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं के कारण कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ टालते हो? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने कहा, ‘अपने पिता और अपनी माता का आदर करना’, और ‘जो कोई पिता या माता को बà¥à¤°à¤¾ कहे, वह मार डाला जाà¤à¥¤â€™ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:5 पर तà¥à¤® कहते हो, कि यदि कोई अपने पिता या माता से कहे, ‘जो कà¥à¤› तà¥à¤à¥‡ मà¥à¤à¤¸à¥‡ लाठपहà¥à¤à¤š सकता था, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ाया जा चà¥à¤•à¤¾â€™ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:6 तो वह अपने पिता का आदर न करे, इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® ने अपनी परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन टाल दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:7 हे कपटियों, यशायाह ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ ठीक ही की है: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:8 ‘ये लोग होंठों से तो मेरा आदर करते हैं, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:9 और ये वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ मेरी उपासना करते हैं, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:10 ¶ और उसने लोगों को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, “सà¥à¤¨à¥‹, और समà¤à¥‹à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:11 जो मà¥à¤à¤¹ में जाता है, वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं करता, पर जो मà¥à¤à¤¹ से निकलता है, वही मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:12 तब चेलों ने आकर उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू जानता है कि फरीसियों ने यह वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° ठोकर खाई?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:13 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हर पौधा जो मेरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता ने नहीं लगाया, उखाड़ा जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:14 उनको जाने दो; वे अंधे मारà¥à¤— दिखानेवाले हैं और अंधा यदि अंधे को मारà¥à¤— दिखाà¤, तो दोनों गडà¥à¤¢à¥‡ में गिर पड़ेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:15 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° पतरस ने उससे कहा, “यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ हमें समà¤à¤¾ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:16 उसने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€ अब तक नासमठहो? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:17 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं समà¤à¤¤à¥‡, कि जो कà¥à¤› मà¥à¤à¤¹ में जाता, वह पेट में पड़ता है, और शौच से निकल जाता है? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:18 पर जो कà¥à¤› मà¥à¤à¤¹ से निकलता है, वह मन से निकलता है, और वही मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बà¥à¤°à¥‡ विचार, हतà¥à¤¯à¤¾, परसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤—मन, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, चोरी, à¤à¥‚ठी गवाही और निनà¥à¤¦à¤¾ मन ही से निकलती है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:20 यही हैं जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करती हैं, परनà¥à¤¤à¥ हाथ बिना धोठà¤à¥‹à¤œà¤¨ करना मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं करता।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:21 ¶ यीशॠवहाठसे निकलकर, सोर और सीदोन के देशों की ओर चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:22 और देखो, उस पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से à¤à¤• कनानी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ निकली, और चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहने लगी, “हे पà¥à¤°à¤à¥! दाऊद के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, मà¥à¤ पर दया कर, मेरी बेटी को दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ बहà¥à¤¤ सता रहा है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:23 पर उसने उसे कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° न दिया, और उसके चेलों ने आकर उससे विनती करके कहा, “इसे विदा कर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह हमारे पीछे चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ आती है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:24 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के घराने की खोई हà¥à¤ˆ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को छोड़ मैं किसी के पास नहीं à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:25 पर वह आई, और उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करके कहने लगी, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मेरी सहायता कर।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:26 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “बचà¥â€à¤šà¥‹à¤‚ की रोटी लेकर कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के आगे डालना अचà¥à¤›à¤¾ नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:27 उसने कहा, “सतà¥à¤¯ है पà¥à¤°à¤à¥, पर कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ à¤à¥€ वह चूरचार खाते हैं, जो उनके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की मेज से गिरते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:28 इस पर यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° देकर कहा, “हे सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, तेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बड़ा है; जैसा तू चाहती है, तेरे लिये वैसा ही हो†और उसकी बेटी उसी समय चंगी हो गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:29 ¶ यीशॠवहाठसे चलकर, गलील की à¤à¥€à¤² के पास आया, और पहाड़ पर चढ़कर वहाठबैठगया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:30 और à¤à¥€à¤¡à¤¼ पर à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पास आई, वे अपने साथ लà¤à¤—ड़ों, अंधों, गूà¤à¤—ों, टà¥à¤£à¥à¤¡à¥‹à¤‚, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को लेकर उसके पास आà¤; और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर डाल दिया, और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:31 अतः जब लोगों ने देखा, कि गूंगे बोलते और टà¥à¤£à¥à¤¡à¥‡ चंगे होते और लà¤à¤—ड़े चलते और अंधे देखते हैं, तो अचमà¥à¤à¤¾ करके इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:32 ¶ यीशॠने अपने चेलों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “मà¥à¤à¥‡ इस à¤à¥€à¤¡à¤¼ पर तरस आता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे तीन दिन से मेरे साथ हैं और उनके पास कà¥à¤› खाने को नहीं; और मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‚खा विदा करना नहीं चाहता; कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि मारà¥à¤— में थककर गिर जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:33 चेलों ने उससे कहा, “हमें इस निरà¥à¤œà¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में कहाठसे इतनी रोटी मिलेगी कि हम इतनी बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ को तृपà¥à¤¤ करें?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:34 यीशॠने उनसे पूछा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कितनी रोटियाठहैं?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “सात और थोड़ी सी छोटी मछलियाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:35 तब उसने लोगों को à¤à¥‚मि पर बैठने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:36 और उन सात रोटियों और मछलियों को ले धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके तोड़ा और अपने चेलों को देता गया, और चेले लोगों को। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:37 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सब खाकर तृपà¥à¤¤ हो गठऔर बचे हà¥à¤ टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ सात टोकरे उठाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:38 और खानेवाले सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और बालकों को छोड़ चार हजार पà¥à¤°à¥à¤· थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 15:39 तब वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ को विदा करके नाव पर चढ़ गया, और मगदन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:1 ¶ और फरीसियों और सदूकियों ने यीशॠके पास आकर उसे परखने के लिये उससे कहा, “हमें सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का कोई चिनà¥à¤¹ दिखा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:2 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “सांठको तà¥à¤® कहते हो, कि मौसम अचà¥à¤›à¤¾ रहेगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आकाश लाल है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:3 और à¤à¥‹à¤° को कहते हो, कि आज आà¤à¤§à¥€ आà¤à¤—ी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आकाश लाल और धà¥à¤®à¤²à¤¾ है; तà¥à¤® आकाश का लकà¥à¤·à¤£ देखकर à¤à¥‡à¤¦ बता सकते हो, पर समय के चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ का à¤à¥‡à¤¦ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं बता सकते? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:4 इस यà¥à¤— के बà¥à¤°à¥‡ और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€ लोग चिनà¥à¤¹ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं पर योना के चिनà¥à¤¹ को छोड़ कोई और चिनà¥à¤¹ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ न दिया जाà¤à¤—ा।†और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़कर चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:5 ¶ और चेले à¤à¥€à¤² के उस पार जाते समय रोटी लेना à¤à¥‚ल गठथे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:6 यीशॠने उनसे कहा, “देखो, फरीसियों और सदूकियों के ख़मीर से सावधान रहना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:7 वे आपस में विचार करने लगे, “हम तो रोटी नहीं लाà¤à¥¤ इसलिठवह à¤à¤¸à¤¾ कहता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:8 यह जानकर, यीशॠने उनसे कहा, “हे अलà¥à¤ªà¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® आपस में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विचार करते हो कि हमारे पास रोटी नहीं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:9 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® अब तक नहीं समà¤à¥‡? और उन पाà¤à¤š हजार की पाà¤à¤š रोटी सà¥à¤®à¤°à¤£ नहीं करते, और न यह कि कितनी टोकरियाठउठाई थीं? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:10 और न उन चार हजार की सात रोटियाà¤, और न यह कि कितने टोकरे उठाठगठथे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:11 तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं समà¤à¤¤à¥‡ कि मैंने तà¥à¤® से रोटियों के विषय में नहीं कहा? परनà¥à¤¤à¥ फरीसियों और सदूकियों के ख़मीर से सावधान रहना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:12 तब उनको समठमें आया, कि उसने रोटी के ख़मीर से नहीं, पर फरीसियों और सदूकियों की शिकà¥à¤·à¤¾ से सावधान रहने को कहा था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:13 ¶ यीशॠकैसरिया फिलिपà¥à¤ªà¥€ के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में आकर अपने चेलों से पूछने लगा, “लोग मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को कà¥à¤¯à¤¾ कहते हैं?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:14 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कà¥à¤› तो यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला कहते हैं और कà¥à¤› à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, और कà¥à¤› यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹ या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से कोई à¤à¤• कहते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:15 उसने उनसे कहा, “परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहते हो?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:16 शमौन पतरस ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° मसीह है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:17 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे शमौन, योना के पà¥à¤¤à¥à¤°, तू धनà¥à¤¯ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माà¤à¤¸ और लहू ने नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मेरे पिता ने जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, यह बात तà¥à¤ पर पà¥à¤°à¤—ट की है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:18 और मैं à¤à¥€ तà¥à¤ से कहता हूà¤, कि तू पतरस है, और मैं इस पतà¥à¤¥à¤° पर अपनी कलीसिया बनाऊà¤à¤—ा, और अधोलोक के फाटक उस पर पà¥à¤°à¤¬à¤² न होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:19 मैं तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ की कà¥à¤‚जियाठदूà¤à¤—ा: और जो कà¥à¤› तू पृथà¥à¤µà¥€ पर बाà¤à¤§à¥‡à¤—ा, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में बà¤à¤§à¥‡à¤—ा; और जो कà¥à¤› तू पृथà¥à¤µà¥€ पर खोलेगा, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में खà¥à¤²à¥‡à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:20 तब उसने चेलों को चेतावनी दी, “किसी से न कहना! कि मैं मसीह हूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:21 ¶ उस समय से यीशॠअपने चेलों को बताने लगा, “मà¥à¤à¥‡ अवशà¥à¤¯ है, कि यरूशलेम को जाऊà¤, और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ से बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाऊà¤; और मार डाला जाऊà¤; और तीसरे दिन जी उठूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:22 इस पर पतरस उसे अलग ले जाकर डाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ लगा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, परमेशà¥â€à¤µà¤° न करे! तà¥à¤ पर à¤à¤¸à¤¾ कà¤à¥€ न होगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:23 उसने फिरकर पतरस से कहा, “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो! तू मेरे लिये ठोकर का कारण है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° की बातें नहीं, पर मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की बातों पर मन लगाता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:24 ¶ तब यीशॠने अपने चेलों से कहा, “यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप का इनà¥à¤•à¤¾à¤° करे और अपना कà¥à¤°à¥‚स उठाà¤, और मेरे पीछे हो ले। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाना चाहे, वह उसे खोà¤à¤—ा; और जो कोई मेरे लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ खोà¤à¤—ा, वह उसे पाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:26 यदि मनà¥à¤·à¥à¤¯ सारे जगत को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करे, और अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ की हानि उठाà¤, तो उसे कà¥à¤¯à¤¾ लाठहोगा? या मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ के बदले में कà¥à¤¯à¤¾ देगा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:27 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के साथ अपने पिता की महिमा में आà¤à¤—ा, और उस समय ‘वह हर à¤à¤• को उसके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² देगा।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 16:28 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो यहाठखड़े हैं, उनमें से कितने à¤à¤¸à¥‡ हैं, कि जब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को उसके राजà¥à¤¯ में आते हà¥à¤ न देख लेंगे, तब तक मृतà¥à¤¯à¥ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ कà¤à¥€ न चखेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:1 ¶ छः दिन के बाद यीशॠने पतरस और याकूब और उसके à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾ को साथ लिया, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में किसी ऊà¤à¤šà¥‡ पहाड़ पर ले गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:2 और वहाठउनके सामने उसका रूपांतरण हà¥à¤† और उसका मà¥à¤à¤¹ सूरà¥à¤¯ के समान चमका और उसका वसà¥à¤¤à¥à¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के समान उजला हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:3 और मूसा और à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ उसके साथ बातें करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिखाई दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:4 इस पर पतरस ने यीशॠसे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, हमारा यहाठरहना अचà¥à¤›à¤¾ है; यदि तेरी इचà¥à¤›à¤¾ हो तो मैं यहाठतीन तमà¥â€à¤¬à¥‚ बनाऊà¤; à¤à¤• तेरे लिये, à¤à¤• मूसा के लिये, और à¤à¤• à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के लिये।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:5 वह बोल ही रहा था, कि à¤à¤• उजले बादल ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छा लिया, और उस बादल में से यह शबà¥à¤¦ निकला, “यह मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, जिससे मैं पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤: इसकी सà¥à¤¨à¥‹à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:6 चेले यह सà¥à¤¨à¤•à¤° मà¥à¤à¤¹ के बल गिर गठऔर अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ डर गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:7 यीशॠने पास आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छà¥à¤†, और कहा, “उठो, डरो मत।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:8 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी आà¤à¤–ें उठाकर यीशॠको छोड़ और किसी को न देखा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:9 जब वे पहाड़ से उतर रहे थे तब यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया, “जब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° मरे हà¥à¤“ं में से न जी उठे, तब तक जो कà¥à¤› तà¥à¤® ने देखा है किसी से न कहना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:10 और उसके चेलों ने उससे पूछा, “फिर शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहते हैं, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पहले आना अवशà¥à¤¯ है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:11 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ तो अवशà¥à¤¯ आà¤à¤—ा और सब कà¥à¤› सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‡à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:12 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ आ चà¥à¤•à¤¾; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे नहीं पहचाना; परनà¥à¤¤à¥ जैसा चाहा वैसा ही उसके साथ किया। इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ उनके हाथ से दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:13 तब चेलों ने समà¤à¤¾ कि उसने हम से यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले के विषय में कहा है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:14 ¶ जब वे à¤à¥€à¤¡à¤¼ के पास पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके पास आया, और घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर कहने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:15 “हे पà¥à¤°à¤à¥, मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° पर दया कर! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसको मिरà¥à¤—ी आती है, और वह बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाता है; और बार-बार आग में और बार-बार पानी में गिर पड़ता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:16 और मैं उसको तेरे चेलों के पास लाया था, पर वे उसे अचà¥à¤›à¤¾ नहीं कर सके।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:17 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ और हठीले लोगों, मैं कब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहूà¤à¤—ा? कब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सहूà¤à¤—ा? उसे यहाठमेरे पास लाओ।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:18 तब यीशॠने उसे डाà¤à¤Ÿà¤¾, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ उसमें से निकला; और लड़का उसी समय अचà¥à¤›à¤¾ हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:19 ¶ तब चेलों ने à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में यीशॠके पास आकर कहा, “हम इसे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं निकाल सके?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:20 उसने उनसे कहा, “अपने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की कमी के कारण: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, यदि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ राई के दाने के बराबर à¤à¥€ हो, तो इस पहाड़ से कह सकोगे, ‘यहाठसे सरककर वहाठचला जा’, तो वह चला जाà¤à¤—ा; और कोई बात तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये अनहोनी न होगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:21 [पर यह जाति बिना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ और उपवास के नहीं निकलती।]†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:22 ¶ जब वे गलील में थे, तो यीशॠने उनसे कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में पकड़वाया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:23 और वे उसे मार डालेंगे, और वह तीसरे दिन जी उठेगा।†इस पर वे बहà¥à¤¤ उदास हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:24 ¶ जब वे कफरनहूम में पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के लिये कर लेनेवालों ने पतरस के पास आकर पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का कर नहीं देता?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:25 उसने कहा, “हाà¤, देता है।†जब वह घर में आया, तो यीशॠने उसके पूछने से पहले उससे कहा, “हे शमौन तू कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¤¾ है? पृथà¥à¤µà¥€ के राजा चà¥à¤‚गी या कर किन से लेते हैं? अपने पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से या परायों से?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:26 पतरस ने उनसे कहा, “परायों से।†यीशॠने उससे कहा, “तो पà¥à¤¤à¥à¤° बच गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 17:27 फिर à¤à¥€ हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ठोकर न खिलाà¤à¤, तू à¤à¥€à¤² के किनारे जाकर बंसी डाल, और जो मछली पहले निकले, उसे ले; तो तà¥à¤à¥‡ उसका मà¥à¤à¤¹ खोलने पर à¤à¤• सिकà¥à¤•à¤¾ मिलेगा, उसी को लेकर मेरे और अपने बदले उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दे देना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:1 ¶ उसी समय चेले यीशॠके पास आकर पूछने लगे, “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में बड़ा कौन है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:2 इस पर उसने à¤à¤• बालक को पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनके बीच में खड़ा किया, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:3 और कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, यदि तà¥à¤® न फिरो और बालकों के समान न बनो, तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ नहीं कर पाओगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:4 जो कोई अपने आप को इस बालक के समान छोटा करेगा, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में बड़ा होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:5 और जो कोई मेरे नाम से à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ बालक को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है वह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:6 ¶ “पर जो कोई इन छोटों में से जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं à¤à¤• को ठोकर खिलाà¤à¤, उसके लिये à¤à¤²à¤¾ होता, कि बड़ी चकà¥à¤•à¥€ का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह गहरे समà¥à¤¦à¥à¤° में डà¥à¤¬à¤¾à¤¯à¤¾ जाता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:7 ठोकरों के कारण संसार पर हाय! ठोकरों का लगना अवशà¥à¤¯ है; पर हाय उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ठोकर लगती है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:8 ¶ “यदि तेरा हाथ या तेरा पाà¤à¤µ तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤, तो काटकर फेंक दे; टà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾ या लà¤à¤—ड़ा होकर जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना तेरे लिये इससे à¤à¤²à¤¾ है, कि दो हाथ या दो पाà¤à¤µ रहते हà¥à¤ तू अननà¥à¤¤ आग में डाला जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:9 और यदि तेरी आà¤à¤– तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤, तो उसे निकालकर फेंक दे। काना होकर जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना तेरे लिये इससे à¤à¤²à¤¾ है, कि दो आà¤à¤– रहते हà¥à¤ तू नरक की आग में डाला जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:10 ¶ “देखो, तà¥à¤® इन छोटों में से किसी को तà¥à¤šà¥à¤› न जानना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में उनके सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत मेरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता का मà¥à¤à¤¹ सदा देखते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:11 [कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° खोठहà¥à¤“ं को बचाने आया है।] (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:12 ¶ “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो? यदि किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ की सौ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ हों, और उनमें से à¤à¤• à¤à¤Ÿà¤• जाà¤, तो कà¥à¤¯à¤¾ निनà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤µà¥‡ को छोड़कर, और पहाड़ों पर जाकर, उस à¤à¤Ÿà¤•à¥€ हà¥à¤ˆ को न ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡à¤—ा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:13 और यदि à¤à¤¸à¤¾ हो कि उसे पाà¤, तो मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि वह उन निनà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤µà¥‡ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के लिये जो à¤à¤Ÿà¤•à¥€ नहीं थीं इतना आननà¥à¤¦ नहीं करेगा, जितना कि इस à¤à¥‡à¤¡à¤¼ के लिये करेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:14 à¤à¤¸à¤¾ ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता की जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है यह इचà¥à¤›à¤¾ नहीं, कि इन छोटों में से à¤à¤• à¤à¥€ नाश हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:15 ¶ “यदि तेरा à¤à¤¾à¤ˆ तेरे विरà¥à¤¦à¥à¤§ अपराध करे, तो जा और अकेले में बातचीत करके उसे समà¤à¤¾; यदि वह तेरी सà¥à¤¨à¥‡ तो तूने अपने à¤à¤¾à¤ˆ को पा लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:16 और यदि वह न सà¥à¤¨à¥‡, तो और à¤à¤• दो जन को अपने साथ ले जा, कि हर à¤à¤• बात दो या तीन गवाहों के मà¥à¤à¤¹ से ठहराई जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:17 यदि वह उनकी à¤à¥€ न माने, तो कलीसिया से कह दे, परनà¥à¤¤à¥ यदि वह कलीसिया की à¤à¥€ न माने, तो तू उसे अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ और चà¥à¤‚गी लेनेवाले के जैसा जान। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:18 ¶ “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, जो कà¥à¤› तà¥à¤® पृथà¥à¤µà¥€ पर बाà¤à¤§à¥‹à¤—े, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर बà¤à¤§à¥‡à¤—ा और जो कà¥à¤› तà¥à¤® पृथà¥à¤µà¥€ पर खोलोगे, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में खà¥à¤²à¥‡à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:19 फिर मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, यदि तà¥à¤® में से दो जन पृथà¥à¤µà¥€ पर किसी बात के लिये जिसे वे माà¤à¤—ें, à¤à¤• मन के हों, तो वह मेरे पिता की ओर से जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है उनके लिये हो जाà¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जहाठदो या तीन मेरे नाम पर इकटà¥à¤ े होते हैं वहाठमैं उनके बीच में होता हूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:21 ¶ तब पतरस ने पास आकर, उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यदि मेरा à¤à¤¾à¤ˆ अपराध करता रहे, तो मैं कितनी बार उसे कà¥à¤·à¤®à¤¾ करूà¤, कà¥à¤¯à¤¾ सात बार तक?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:22 यीशॠने उससे कहा, “मैं तà¥à¤ से यह नहीं कहता, कि सात बार, वरनॠसात बार के सतà¥à¤¤à¤° गà¥à¤¨à¥‡ तक। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:23 ¶ “इसलिठसà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:24 जब वह लेखा लेने लगा, तो à¤à¤• जन उसके सामने लाया गया जो दस हजार तोड़े का करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:25 जब कि चà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ को उसके पास कà¥à¤› न था, तो उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा, कि यह और इसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ और बाल-बचà¥à¤šà¥‡ और जो कà¥à¤› इसका है सब बेचा जाà¤, और वह करà¥à¤œ चà¥à¤•à¤¾ दिया जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:26 इस पर उस दास ने गिरकर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया, और कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, धीरज धर, मैं सब कà¥à¤› à¤à¤° दूà¤à¤—ा।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:27 तब उस दास के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने तरस खाकर उसे छोड़ दिया, और उसका करà¥à¤œ कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:28 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ जब वह दास बाहर निकला, तो उसके संगी दासों में से à¤à¤• उसको मिला, जो उसके सौ दीनार का करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° था; उसने उसे पकड़कर उसका गला घोंटा और कहा, ‘जो कà¥à¤› तू धारता है à¤à¤° दे।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:29 इस पर उसका संगी दास गिरकर, उससे विनती करने लगा; कि धीरज धर मैं सब à¤à¤° दूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:30 उसने न माना, परनà¥à¤¤à¥ जाकर उसे बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दिया; कि जब तक करà¥à¤œ को à¤à¤° न दे, तब तक वहीं रहे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:31 उसके संगी दास यह जो हà¥à¤† था देखकर बहà¥à¤¤ उदास हà¥à¤, और जाकर अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ को पूरा हाल बता दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:32 तब उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने उसको बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उससे कहा, ‘हे दà¥à¤·à¥à¤Ÿ दास, तूने जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ विनती की, तो मैंने तो तेरा वह पूरा करà¥à¤œ कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:33 इसलिठजैसा मैंने तà¥à¤ पर दया की, वैसे ही कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ अपने संगी दास पर दया करना नहीं चाहिठथा?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:34 और उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कà¥à¤°à¥‹à¤§ में आकर उसे दणà¥à¤¡ देनेवालों के हाथ में सौंप दिया, कि जब तक वह सब करà¥à¤œà¤¾ à¤à¤° न दे, तब तक उनके हाथ में रहे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 18:35 ¶ “इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यदि तà¥à¤® में से हर à¤à¤• अपने à¤à¤¾à¤ˆ को मन से कà¥à¤·à¤®à¤¾ न करेगा, तो मेरा पिता जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, तà¥à¤® से à¤à¥€ वैसा ही करेगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:1 ¶ जब यीशॠये बातें कह चà¥à¤•à¤¾, तो गलील से चला गया; और यहूदिया के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में यरदन के पार आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:2 और बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली, और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वहाठचंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:3 तब फरीसी उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ करने के लिये पास आकर कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ हर à¤à¤• कारण से अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤—ना उचित है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:4 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने नहीं पढ़ा, कि जिसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बनाया, उसने आरमà¥à¤ से नर और नारी बनाकर कहा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:5 ‘इस कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने माता पिता से अलग होकर अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ के साथ रहेगा और वे दोनों à¤à¤• तन होंगे?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:6 अतः वे अब दो नहीं, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• तन हैं इसलिठजिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जोड़ा है, उसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ अलग न करे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:7 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠसे कहा, “फिर मूसा ने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ यह ठहराया, कि तà¥à¤¯à¤¾à¤—पतà¥à¤° देकर उसे छोड़ दे?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:8 उसने उनसे कहा, “मूसा ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन की कठोरता के कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को छोड़ देने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी, परनà¥à¤¤à¥ आरमà¥à¤ में à¤à¤¸à¤¾ नहीं था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:9 और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जो कोई वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° को छोड़ और किसी कारण से अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर, दूसरी से विवाह करे, वह वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है: और जो उस छोड़ी हà¥à¤ˆ से विवाह करे, वह à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:10 ¶ चेलों ने उससे कहा, “यदि पà¥à¤°à¥à¤· का सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के साथ à¤à¤¸à¤¾ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ है, तो विवाह करना अचà¥à¤›à¤¾ नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:11 उसने उनसे कहा, “सब यह वचन गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं कर सकते, केवल वे जिनको यह दान दिया गया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤› नपà¥à¤‚सक à¤à¤¸à¥‡ हैं जो माता के गरà¥à¤ ही से à¤à¤¸à¥‡ जनà¥à¤®à¥‡; और कà¥à¤› नपà¥à¤‚सक à¤à¤¸à¥‡ हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने नपà¥à¤‚सक बनाया: और कà¥à¤› नपà¥à¤‚सक à¤à¤¸à¥‡ हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ के लिये अपने आप को नपà¥à¤‚सक बनाया है, जो इसको गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर सकता है, वह गà¥à¤°à¤¹à¤£ करे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:13 ¶ तब लोग बालकों को उसके पास लाà¤, कि वह उन पर हाथ रखे और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करे; पर चेलों ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤Ÿà¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:14 यीशॠने कहा, “बालकों को मेरे पास आने दो, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मना न करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ à¤à¤¸à¥‹à¤‚ ही का है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:15 और वह उन पर हाथ रखकर, वहाठसे चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:16 ¶ और à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने पास आकर उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, मैं कौन सा à¤à¤²à¤¾ काम करूà¤, कि अननà¥à¤¤ जीवन पाऊà¤?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:17 उसने उससे कहा, “तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के विषय में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पूछता है? à¤à¤²à¤¾ तो à¤à¤• ही है; पर यदि तू जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना चाहता है, तो आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को माना कर।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:18 उसने उससे कहा, “कौन सी आजà¥à¤žà¤¾à¤à¤?†यीशॠने कहा, “यह कि हतà¥à¤¯à¤¾ न करना, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना, चोरी न करना, à¤à¥‚ठी गवाही न देना; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:19 अपने पिता और अपनी माता का आदर करना, और अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:20 उस जवान ने उससे कहा, “इन सब को तो मैंने माना है अब मà¥à¤ में किस बात की कमी है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:21 यीशॠने उससे कहा, “यदि तू सिदà¥à¤§ होना चाहता है; तो जा, अपना सब कà¥à¤› बेचकर गरीबों को बाà¤à¤Ÿ दे; और तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में धन मिलेगा; और आकर मेरे पीछे हो ले।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:22 परनà¥à¤¤à¥ वह जवान यह बात सà¥à¤¨ उदास होकर चला गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बहà¥à¤¤ धनी था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:23 ¶ तब यीशॠने अपने चेलों से कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि धनवान का सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना कठिन है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:24 फिर तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में धनवान के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने से ऊà¤à¤Ÿ का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:25 यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, चेलों ने बहà¥à¤¤ चकित होकर कहा, “फिर किस का उदà¥à¤§à¤¾à¤° हो सकता है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:26 यीशॠने उनकी ओर देखकर कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से तो यह नहीं हो सकता, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से सब कà¥à¤› हो सकता है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:27 इस पर पतरस ने उससे कहा, “देख, हम तो सब कà¥à¤› छोड़ के तेरे पीछे हो लिये हैं तो हमें कà¥à¤¯à¤¾ मिलेगा?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:28 यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि नई उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ में जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° अपनी महिमा के सिंहासन पर बैठेगा, तो तà¥à¤® à¤à¥€ जो मेरे पीछे हो लिये हो, बारह सिंहासनों पर बैठकर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के बारह गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करोगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:29 और जिस किसी ने घरों या à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ या बहनों या पिता या माता या बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ या खेतों को मेरे नाम के लिये छोड़ दिया है, उसको सौ गà¥à¤¨à¤¾ मिलेगा, और वह अननà¥à¤¤ जीवन का अधिकारी होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 19:30 परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤ सारे जो पहले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, पहले होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:1 ¶ “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ किसी गृहसà¥à¤¥ के समान है, जो सवेरे निकला, कि अपने दाख की बारी में मजदूरों को लगाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:2 और उसने मजदूरों से à¤à¤• दीनार रोज पर ठहराकर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने दाख की बारी में à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:3 फिर पहर à¤à¤• दिन चढ़े, निकलकर, अनà¥à¤¯ लोगों को बाजार में बेकार खड़े देखकर, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:4 और उनसे कहा, ‘तà¥à¤® à¤à¥€ दाख की बारी में जाओ, और जो कà¥à¤› ठीक है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दूà¤à¤—ा।’ तब वे à¤à¥€ गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:5 फिर उसने दूसरे और तीसरे पहर के निकट निकलकर वैसा ही किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:6 और à¤à¤• घंटा दिन रहे फिर निकलकर दूसरों को खड़े पाया, और उनसे कहा ‘तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ यहाठदिन à¤à¤° बेकार खड़े रहे?’ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, ‘इसलिà¤, कि किसी ने हमें मजदूरी पर नहीं लगाया।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:7 उसने उनसे कहा, ‘तà¥à¤® à¤à¥€ दाख की बारी में जाओ।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:8 ¶ “सांठको दाख बारी के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने अपने à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ से कहा, ‘मजदूरों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पिछले से लेकर पहले तक उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मजदूरी दे-दे।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:9 जब वे आà¤, जो घंटा à¤à¤° दिन रहे लगाठगठथे, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤•-à¤à¤• दीनार मिला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:10 जो पहले आà¤, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह समà¤à¤¾, कि हमें अधिक मिलेगा; परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ à¤à¤• ही à¤à¤• दीनार मिला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:11 जब मिला, तो वह गृह सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पर कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾ के कहने लगे, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:12 ‘इन पिछलों ने à¤à¤• ही घंटा काम किया, और तूने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमारे बराबर कर दिया, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दिन à¤à¤° का à¤à¤¾à¤° उठाया और धूप सही?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:13 उसने उनमें से à¤à¤• को उतà¥à¤¤à¤° दिया, ‘हे मितà¥à¤°, मैं तà¥à¤ से कà¥à¤› अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ नहीं करता; कà¥à¤¯à¤¾ तूने मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤• दीनार न ठहराया? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:14 जो तेरा है, उठा ले, और चला जा; मेरी इचà¥à¤›à¤¾ यह है कि जितना तà¥à¤à¥‡, उतना ही इस पिछले को à¤à¥€ दूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:15 कà¥à¤¯à¤¾ यह उचित नहीं कि मैं अपने माल से जो चाहूठवैसा करूà¤? कà¥à¤¯à¤¾ तू मेरे à¤à¤²à¥‡ होने के कारण बà¥à¤°à¥€ दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखता है?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:16 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° जो अनà¥à¤¤à¤¿à¤® हैं, वे पà¥à¤°à¤¥à¤® हो जाà¤à¤à¤—े और जो पà¥à¤°à¤¥à¤® हैं वे अनà¥à¤¤à¤¿à¤® हो जाà¤à¤à¤—े।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:17 ¶ यीशॠयरूशलेम को जाते हà¥à¤ बारह चेलों को à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में ले गया, और मारà¥à¤— में उनसे कहने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:18 “देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं; और मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ पकड़वाया जाà¤à¤—ा और वे उसको घात के योगà¥à¤¯ ठहराà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:19 और उसको अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ सौंपेंगे, कि वे उसे उपहास में उड़ाà¤à¤, और कोड़े मारें, और कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाà¤à¤, और वह तीसरे दिन जिलाया जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:20 ¶ जब जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की माता ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ उसके पास आकर पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया, और उससे कà¥à¤› माà¤à¤—ने लगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:21 उसने उससे कहा, “तू कà¥à¤¯à¤¾ चाहती है?†वह उससे बोली, “यह कह, कि मेरे ये दो पà¥à¤¤à¥à¤° तेरे राजà¥à¤¯ में à¤à¤• तेरे दाहिने और à¤à¤• तेरे बाà¤à¤ बैठे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:22 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® नहीं जानते कि कà¥à¤¯à¤¾ माà¤à¤—ते हो। जो कटोरा मैं पीने पर हूà¤, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® पी सकते हो?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “पी सकते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:23 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® मेरा कटोरा तो पीओगे पर अपने दाहिने बाà¤à¤ किसी को बैठाना मेरा काम नहीं, पर जिनके लिये मेरे पिता की ओर से तैयार किया गया, उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के लिये है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:24 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, दसों चेले उन दोनों à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर कà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:25 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “तà¥à¤® जानते हो, कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अधिपति उन पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करते हैं; और जो बड़े हैं, वे उन पर अधिकार जताते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:26 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® में à¤à¤¸à¤¾ न होगा; परनà¥à¤¤à¥ जो कोई तà¥à¤® में बड़ा होना चाहे, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सेवक बने; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:27 और जो तà¥à¤® में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ होना चाहे वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ दास बने; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:28 जैसे कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤°, वह इसलिठनहीं आया कि अपनी सेवा करवाà¤, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठआया कि सेवा करे और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के लिये अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:29 ¶ जब वे यरीहो से निकल रहे थे, तो à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:30 और दो अंधे, जो सड़क के किनारे बैठे थे, यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि यीशॠजा रहा है, पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहने लगे, “हे पà¥à¤°à¤à¥, दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, हम पर दया कर।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:31 लोगों ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤Ÿà¤¾, कि चà¥à¤ª रहे, पर वे और à¤à¥€ चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° बोले, “हे पà¥à¤°à¤à¥, दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, हम पर दया कर।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:32 तब यीशॠने खड़े होकर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ चाहते हो कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये करूà¤?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:33 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यह कि हमारी आà¤à¤–ें खà¥à¤² जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 20:34 यीशॠने तरस खाकर उनकी आà¤à¤–ें छूई, और वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ देखने लगे; और उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:1 ¶ जब वे यरूशलेम के निकट पहà¥à¤à¤šà¥‡ और जैतून पहाड़ पर बैतफगे के पास आà¤, तो यीशॠने दो चेलों को यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:2 “अपने सामने के गाà¤à¤µ में जाओ, वहाठपहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ ही à¤à¤• गदही बंधी हà¥à¤ˆ, और उसके साथ बचà¥à¤šà¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलेगा; उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खोलकर, मेरे पास ले आओ। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:3 यदि तà¥à¤® से कोई कà¥à¤› कहे, तो कहो, कि पà¥à¤°à¤à¥ को इनका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ है: तब वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤œ देगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:4 यह इसलिठहà¥à¤†, कि जो वचन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, वह पूरा हो: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:5 “सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ की बेटी से कहो, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:6 ¶ चेलों ने जाकर, जैसा यीशॠने उनसे कहा था, वैसा ही किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:7 और गदही और बचà¥à¤šà¥‡ को लाकर, उन पर अपने कपड़े डाले, और वह उन पर बैठगया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:8 और बहà¥à¤¤ सारे लोगों ने अपने कपड़े मारà¥à¤— में बिछाà¤, और लोगों ने पेड़ों से डालियाठकाटकर मारà¥à¤— में बिछाईं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:9 और जो à¤à¥€à¤¡à¤¼ आगे-आगे जाती और पीछे-पीछे चली आती थी, पà¥à¤•à¤¾à¤°-पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहती थी, “दाऊद के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को होशाना; धनà¥à¤¯ है वह जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है, आकाश में होशाना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:10 जब उसने यरूशलेम में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया, तो सारे नगर में हलचल मच गई; और लोग कहने लगे, “यह कौन है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:11 लोगों ने कहा, “यह गलील के नासरत का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ यीशॠहै।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:12 ¶ यीशॠने परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर, उन सब को, जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में लेन-देन कर रहे थे, निकाल दिया; और सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ के मेज़ें और कबूतरों के बेचनेवालों की चौकियाठउलट दीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:13 और उनसे कहा, “लिखा है, ‘मेरा घर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ का घर कहलाà¤à¤—ा’; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® उसे डाकà¥à¤“ं की खोह बनाते हो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:14 ¶ और अंधे और लà¤à¤—ड़े, मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उसके पास आà¤, और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:15 परनà¥à¤¤à¥ जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इन अदà¥à¤à¥à¤¤ कामों को, जो उसने किà¤, और लड़कों को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को होशाना’ पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤ देखा, तो कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ हà¥à¤, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:16 और उससे कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ तू सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है कि ये कà¥à¤¯à¤¾ कहते हैं?†यीशॠने उनसे कहा, “हाà¤; कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने यह कà¤à¥€ नहीं पढ़ा: ‘बालकों और दूध पीते बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के मà¥à¤à¤¹ से तूने सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ सिदà¥à¤§ कराई?’†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:17 तब वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़कर नगर के बाहर बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ को गया, और वहाठरात बिताई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:18 ¶ à¤à¥‹à¤° को जब वह नगर को लौट रहा था, तो उसे à¤à¥‚ख लगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:19 और अंजीर के पेड़ को सड़क के किनारे देखकर वह उसके पास गया, और पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को छोड़ उसमें और कà¥à¤› न पा कर उससे कहा, “अब से तà¥à¤ में फिर कà¤à¥€ फल न लगे।†और अंजीर का पेड़ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सà¥à¤– गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:20 यह देखकर चेलों ने अचमà¥à¤à¤¾ किया, और कहा, “यह अंजीर का पेड़ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ कैसे सूख गया?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:21 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤; यदि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखो, और सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ न करो; तो न केवल यह करोगे, जो इस अंजीर के पेड़ से किया गया है; परनà¥à¤¤à¥ यदि इस पहाड़ से à¤à¥€ कहोगे, कि उखड़ जा, और समà¥à¤¦à¥à¤° में जा पड़, तो यह हो जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:22 और जो कà¥à¤› तà¥à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से माà¤à¤—ोगे वह सब तà¥à¤® को मिलेगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:23 ¶ वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर उपदेश कर रहा था, कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और लोगों के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने उसके पास आकर पूछा, “तू ये काम किस के अधिकार से करता है? और तà¥à¤à¥‡ यह अधिकार किस ने दिया है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:24 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं à¤à¥€ तà¥à¤® से à¤à¤• बात पूछता हूà¤; यदि वह मà¥à¤à¥‡ बताओगे, तो मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताऊà¤à¤—ा कि ये काम किस अधिकार से करता हूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:25 यूहनà¥à¤¨à¤¾ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ कहाठसे था? सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से या मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से था?†तब वे आपस में विवाद करने लगे, “यदि हम कहें ‘सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से’, तो वह हम से कहेगा की, ‘फिर तà¥à¤® ने उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न किया?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:26 और यदि कहें ‘मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से’, तो हमें à¤à¥€à¤¡à¤¼ का डर है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे सब यूहनà¥à¤¨à¤¾ को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ मानते हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:27 अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हम नहीं जानते।†उसने à¤à¥€ उनसे कहा, “तो मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं बताता, कि ये काम किस अधिकार से करता हूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:28 ¶ “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो? किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दो पà¥à¤¤à¥à¤° थे; उसने पहले के पास जाकर कहा, ‘हे पà¥à¤¤à¥à¤°, आज दाख की बारी में काम कर।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:29 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, ‘मैं नहीं जाऊà¤à¤—ा’, परनà¥à¤¤à¥ बाद में उसने अपना मन बदल दिया और चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:30 फिर दूसरे के पास जाकर à¤à¤¸à¤¾ ही कहा, उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, ‘जी हाठजाता हूà¤â€™, परनà¥à¤¤à¥ नहीं गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:31 इन दोनों में से किस ने पिता की इचà¥à¤›à¤¾ पूरी की?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “पहले ने।†यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि चà¥à¤‚गी लेनेवाले और वेशà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® से पहले परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:32 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के मारà¥à¤— से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आया, और तà¥à¤® ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया: पर चà¥à¤‚गी लेनेवालों और वेशà¥à¤¯à¤¾à¤“ं ने उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया: और तà¥à¤® यह देखकर बाद में à¤à¥€ न पछताठकि उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर लेते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:33 ¶ “à¤à¤• और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥‹ à¤à¤• गृहसà¥à¤¥ था, जिसने दाख की बारी लगाई; और उसके चारों ओर बाड़ा बाà¤à¤§à¤¾; और उसमें रस का कà¥à¤£à¥à¤¡ खोदा; और गà¥à¤®à¥à¤®à¤Ÿ बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर परदेश चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:34 जब फल का समय निकट आया, तो उसने अपने दासों को उसका फल लेने के लिये किसानों के पास à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:35 पर किसानों ने उसके दासों को पकड़ के, किसी को पीटा, और किसी को मार डाला; और किसी को पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:36 फिर उसने और दासों को à¤à¥‡à¤œà¤¾, जो पहले से अधिक थे; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनसे à¤à¥€ वैसा ही किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:37 अनà¥à¤¤ में उसने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को उनके पास यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि वे मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° का आदर करेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:38 परनà¥à¤¤à¥ किसानों ने पà¥à¤¤à¥à¤° को देखकर आपस में कहा, ‘यह तो वारिस है, आओ, उसे मार डालें: और उसकी विरासत ले लें।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:39 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़ा और दाख की बारी से बाहर निकालकर मार डाला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:40 ¶ इसलिठजब दाख की बारी का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आà¤à¤—ा, तो उन किसानों के साथ कà¥à¤¯à¤¾ करेगा?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:41 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “वह उन बà¥à¤°à¥‡ लोगों को बà¥à¤°à¥€ रीति से नाश करेगा; और दाख की बारी का ठेका और किसानों को देगा, जो समय पर उसे फल दिया करेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:42 यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने कà¤à¥€ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में यह नहीं पढ़ा: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:43 ¶ “इसलिठमैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤® से ले लिया जाà¤à¤—ा; और à¤à¤¸à¥€ जाति को जो उसका फल लाà¤, दिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:44 जो इस पतà¥à¤¥à¤° पर गिरेगा, वह चकनाचूर हो जाà¤à¤—ा: और जिस पर वह गिरेगा, उसको पीस डालेगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:45 पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसी उसके दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को सà¥à¤¨à¤•à¤° समठगà¤, कि वह हमारे विषय में कहता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 21:46 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़ना चाहा, परनà¥à¤¤à¥ लोगों से डर गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ जानते थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:1 ¶ इस पर यीशॠफिर उनसे दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में कहने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:2 “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उस राजा के समान है, जिसने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° का विवाह किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:3 और उसने अपने दासों को à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि निमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ लोगों को विवाह के à¤à¥‹à¤œ में बà¥à¤²à¤¾à¤à¤; परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आना न चाहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:4 फिर उसने और दासों को यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, ‘निमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ लोगों से कहो: देखो, मैं à¤à¥‹à¤œ तैयार कर चà¥à¤•à¤¾ हूà¤, और मेरे बैल और पले हà¥à¤ पशॠमारे गठहैं और सब कà¥à¤› तैयार है; विवाह के à¤à¥‹à¤œ में आओ।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:5 परनà¥à¤¤à¥ वे उपेकà¥à¤·à¤¾ करके चल दिà¤: कोई अपने खेत को, कोई अपने वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° को। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:6 अनà¥à¤¯ लोगों ने जो बच रहे थे उसके दासों को पकड़कर उनका अनादर किया और मार डाला। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:7 तब राजा को कà¥à¤°à¥‹à¤§ आया, और उसने अपनी सेना à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° उन हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को नाश किया, और उनके नगर को फूà¤à¤• दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:8 तब उसने अपने दासों से कहा, ‘विवाह का à¤à¥‹à¤œ तो तैयार है, परनà¥à¤¤à¥ निमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ लोग योगà¥à¤¯ न ठहरे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:9 इसलिठचौराहों में जाओ, और जितने लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलें, सब को विवाह के à¤à¥‹à¤œ में बà¥à¤²à¤¾ लाओ।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:10 अतः उन दासों ने सड़कों पर जाकर कà¥à¤¯à¤¾ बà¥à¤°à¥‡, कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤²à¥‡, जितने मिले, सब को इकटà¥à¤ ा किया; और विवाह का घर अतिथियों से à¤à¤° गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:11 ¶ “जब राजा अतिथियों के देखने को à¤à¥€à¤¤à¤° आया; तो उसने वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को देखा, जो विवाह का वसà¥à¤¤à¥à¤° नहीं पहने था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:12 उसने उससे पूछा, ‘हे मितà¥à¤°; तू विवाह का वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने बिना यहाठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ आ गया?’ और वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ चà¥à¤ª हो गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:13 तब राजा ने सेवकों से कहा, ‘इसके हाथ-पाà¤à¤µ बाà¤à¤§à¤•à¤° उसे बाहर अंधियारे में डाल दो, वहाठरोना, और दाà¤à¤¤ पीसना होगा।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤ तो बहà¥à¤¤ है परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ थोड़े हैं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:15 ¶ तब फरीसियों ने जाकर आपस में विचार किया, कि उसको किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बातों में फà¤à¤¸à¤¾à¤à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:16 अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने चेलों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को à¤à¥‡à¤œà¤¾, “हे गà¥à¤°à¥, हम जानते हैं, कि तू सचà¥à¤šà¤¾ है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का मारà¥à¤— सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से सिखाता है, और किसी की परवाह नहीं करता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का मà¥à¤à¤¹ देखकर बातें नहीं करता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:17 इसलिठहमें बता तू कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¤¾ है? कैसर को कर देना उचित है, कि नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:18 यीशॠने उनकी दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ जानकर कहा, “हे कपटियों, मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परखते हो? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:19 कर का सिकà¥à¤•à¤¾ मà¥à¤à¥‡ दिखाओ।†तब वे उसके पास à¤à¤• दीनार ले आà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:20 उसने, उनसे पूछा, “यह आकृति और नाम किस का है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:21 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “कैसर का।†तब उसने उनसे कहा, “जो कैसर का है, वह कैसर को; और जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° को दो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:22 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अचमà¥à¤à¤¾ किया, और उसे छोड़कर चले गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:23 ¶ उसी दिन सदूकी जो कहते हैं कि मरे हà¥à¤“ं का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ है ही नहीं उसके पास आà¤, और उससे पूछा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:24 “हे गà¥à¤°à¥, मूसा ने कहा था, कि यदि कोई बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर जाà¤, तो उसका à¤à¤¾à¤ˆ उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ को विवाह करके अपने à¤à¤¾à¤ˆ के लिये वंश उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:25 अब हमारे यहाठसात à¤à¤¾à¤ˆ थे; पहला विवाह करके मर गया; और सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ न होने के कारण अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को अपने à¤à¤¾à¤ˆ के लिये छोड़ गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:26 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° दूसरे और तीसरे ने à¤à¥€ किया, और सातों तक यही हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:27 सब के बाद वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ मर गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:28 अतः जी उठने पर वह उन सातों में से किसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ होगी? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सब की पतà¥â€à¤¨à¥€ हो चà¥à¤•à¥€ थी।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:29 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ नहीं जानते; इस कारण à¤à¥‚ल में पड़ गठहो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जी उठने पर विवाह-शादी न होगी; परनà¥à¤¤à¥ वे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में दूतों के समान होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:31 परनà¥à¤¤à¥ मरे हà¥à¤“ं के जी उठने के विषय में कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने यह वचन नहीं पढ़ा जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤® से कहा: (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:32 ‘मैं अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और इसहाक का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और याकूब का परमेशà¥â€à¤µà¤° हूà¤?’ वह तो मरे हà¥à¤“ं का नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जीवितों का परमेशà¥â€à¤µà¤° है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:33 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° लोग उसके उपदेश से चकित हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:34 ¶ जब फरीसियों ने सà¥à¤¨à¤¾ कि यीशॠने सदूकियों का मà¥à¤à¤¹ बनà¥à¤¦ कर दिया; तो वे इकटà¥à¤ े हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:35 और उनमें से à¤à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• ने परखने के लिये, उससे पूछा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:36 “हे गà¥à¤°à¥, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में कौन सी आजà¥à¤žà¤¾ बड़ी है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:37 उसने उससे कहा, “तू परमेशà¥â€à¤µà¤° अपने पà¥à¤°à¤à¥ से अपने सारे मन और अपने सारे पà¥à¤°à¤¾à¤£ और अपनी सारी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रख। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:38 बड़ी और मà¥à¤–à¥à¤¯ आजà¥à¤žà¤¾ तो यही है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:39 और उसी के समान यह दूसरी à¤à¥€ है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रख। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:40 ये ही दो आजà¥à¤žà¤¾à¤à¤ सारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का आधार है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:41 ¶ जब फरीसी इकटà¥à¤ े थे, तो यीशॠने उनसे पूछा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:42 “मसीह के विषय में तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो? वह किस की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “दाऊद की।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:43 उसने उनसे पूछा, “तो दाऊद आतà¥à¤®à¤¾ में होकर उसे पà¥à¤°à¤à¥ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:44 ‘पà¥à¤°à¤à¥ ने, मेरे पà¥à¤°à¤à¥ से कहा, मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के नीचे की चौकी न कर दूà¤à¥¤â€™ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:45 à¤à¤²à¤¾, जब दाऊद उसे पà¥à¤°à¤à¥ कहता है, तो वह उसका पà¥à¤¤à¥à¤° कैसे ठहरा?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 22:46 उसके उतà¥à¤¤à¤° में कोई à¤à¥€ à¤à¤• बात न कह सका। परनà¥à¤¤à¥ उस दिन से किसी को फिर उससे कà¥à¤› पूछने का साहस न हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:1 ¶ तब यीशॠने à¤à¥€à¤¡à¤¼ से और अपने चेलों से कहा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:2 “शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और फरीसी मूसा की गदà¥à¤¦à¥€ पर बैठे हैं; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:3 इसलिठवे तà¥à¤® से जो कà¥à¤› कहें वह करना, और मानना, परनà¥à¤¤à¥ उनके जैसा काम मत करना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे कहते तो हैं पर करते नहीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:4 वे à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¾à¤°à¥€ बोठको जिनको उठाना कठिन है, बाà¤à¤§à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के कंधों पर रखते हैं; परनà¥à¤¤à¥ आप उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी उà¤à¤—ली से à¤à¥€ सरकाना नहीं चाहते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:5 वे अपने सब काम लोगों को दिखाने के लिये करते हैं वे अपने तावीजों को चौड़े करते, और अपने वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤²à¤°à¥‹à¤‚ को बढ़ाते हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:6 à¤à¥‹à¤œ में मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ जगहें, और आराधनालयों में मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ आसन, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:7 और बाजारों में नमसà¥à¤•à¤¾à¤° और मनà¥à¤·à¥à¤¯ में रबà¥à¤¬à¥€ कहलाना उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:8 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® रबà¥à¤¬à¥€ न कहलाना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• ही गà¥à¤°à¥ है: और तà¥à¤® सब à¤à¤¾à¤ˆ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:9 और पृथà¥à¤µà¥€ पर किसी को अपना पिता न कहना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• ही पिता है, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:10 और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¥€ न कहलाना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• ही सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:11 जो तà¥à¤® में बड़ा हो, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सेवक बने। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:12 जो कोई अपने आप को बड़ा बनाà¤à¤—ा, वह छोटा किया जाà¤à¤—ा: और जो कोई अपने आप को छोटा बनाà¤à¤—ा, वह बड़ा किया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:13 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विरोध में सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के राजà¥à¤¯ का दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ करते हो, न तो आप ही उसमें पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हो और न उसमें पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करनेवालों को पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने देते हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:14 [हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® विधवाओं के घरों को खा जाते हो, और दिखाने के लिठबड़ी देर तक पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहते हो: इसलिठतà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिक दणà¥à¤¡ मिलेगा।] (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:15 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® à¤à¤• जन को अपने मत में लाने के लिये सारे जल और थल में फिरते हो, और जब वह मत में आ जाता है, तो उसे अपने से दà¥à¤—à¥à¤¨à¤¾ नारकीय बना देते हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:16 ¶ “हे अंधे अगà¥à¤“ं, तà¥à¤® पर हाय, जो कहते हो कि यदि कोई मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की शपथ खाठतो कà¥à¤› नहीं, परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के सोने की सौगनà¥à¤§ खाठतो उससे बनà¥à¤§ जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:17 हे मूरà¥à¤–ों, और अंधों, कौन बड़ा है, सोना या वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जिससे सोना पवितà¥à¤° होता है? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:18 फिर कहते हो कि यदि कोई वेदी की शपथ खाठतो कà¥à¤› नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जो à¤à¥‡à¤‚ट उस पर है, यदि कोई उसकी शपथ खाठतो बनà¥à¤§ जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:19 हे अंधों, कौन बड़ा है, à¤à¥‡à¤‚ट या वेदी जिससे à¤à¥‡à¤‚ट पवितà¥à¤° होती है? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:20 इसलिठजो वेदी की शपथ खाता है, वह उसकी, और जो कà¥à¤› उस पर है, उसकी à¤à¥€ शपथ खाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:21 और जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की शपथ खाता है, वह उसकी और उसमें रहनेवालों की à¤à¥€ शपथ खाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:22 और जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की शपथ खाता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के सिंहासन की और उस पर बैठनेवाले की à¤à¥€ शपथ खाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:23 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवाठअंश देते हो, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® ने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की गमà¥à¤à¥€à¤° बातों अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯, और दया, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ करते रहते, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ न छोड़ते। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:24 हे अंधे अगà¥à¤“ं, तà¥à¤® मचà¥à¤›à¤° को तो छान डालते हो, परनà¥à¤¤à¥ ऊà¤à¤Ÿ को निगल जाते हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:25 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® कटोरे और थाली को ऊपर-ऊपर से तो माà¤à¤œà¤¤à¥‡ हो परनà¥à¤¤à¥ वे à¤à¥€à¤¤à¤° अंधेर असंयम से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:26 हे अंधे फरीसी, पहले कटोरे और थाली को à¤à¥€à¤¤à¤° से माà¤à¤œ कि वे बाहर से à¤à¥€ सà¥à¤µà¤šà¥à¤› हों। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:27 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® चूना फिरी हà¥à¤ˆ कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ के समान हो जो ऊपर से तो सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° दिखाई देती हैं, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥€à¤¤à¤° मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ की हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की मलिनता से à¤à¤°à¥€ हैं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:28 इसी रीति से तà¥à¤® à¤à¥€ ऊपर से मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को धरà¥à¤®à¥€ दिखाई देते हो, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥€à¤¤à¤° कपट और अधरà¥à¤® से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:29 ¶ “हे कपटी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की कबà¥à¤°à¥‡à¤‚ संवारते और धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की कबà¥à¤°à¥‡à¤‚ बनाते हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:30 और कहते हो, ‘यदि हम अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के दिनों में होते तो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की हतà¥à¤¯à¤¾ में उनके सहà¤à¤¾à¤—ी न होते।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:31 इससे तो तà¥à¤® अपने पर आप ही गवाही देते हो, कि तà¥à¤® à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:32 अतः तà¥à¤® अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के पाप का घड़ा à¤à¤° दो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:33 हे साà¤à¤ªà¥‹, हे करैतों के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, तà¥à¤® नरक के दणà¥à¤¡ से कैसे बचोगे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:34 इसलिठदेखो, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥‡à¤œà¤¤à¤¾ हूà¤; और तà¥à¤® उनमें से कà¥à¤› को मार डालोगे, और कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाओगे; और कà¥à¤› को अपनी आराधनालयों में कोड़े मारोगे, और à¤à¤• नगर से दूसरे नगर में खदेड़ते फिरोगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:35 जिससे धरà¥à¤®à¥€ हाबिल से लेकर बिरिकà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ तक, जिसे तà¥à¤® ने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° और वेदी के बीच में मार डाला था, जितने धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का लहू पृथà¥à¤µà¥€ पर बहाया गया है, वह सब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सिर पर पड़ेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:36 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, ये सब बातें इस पीढ़ी के लोगों पर आ पड़ेंगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:37 ¶ “हे यरूशलेम, हे यरूशलेम! तू जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को मार डालता है, और जो तेरे पास à¤à¥‡à¤œà¥‡ गà¤, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करता है, कितनी ही बार मैंने चाहा कि जैसे मà¥à¤°à¥à¤—ी अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अपने पंखों के नीचे इकटà¥à¤ ा करती है, वैसे ही मैं à¤à¥€ तेरे बालकों को इकटà¥à¤ ा कर लूà¤, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® ने न चाहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:38 देखो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ घर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये उजाड़ छोड़ा जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 23:39 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि अब से जब तक तà¥à¤® न कहोगे, ‘धनà¥à¤¯ है वह, जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है’ तब तक तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ फिर कà¤à¥€ न देखोगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:1 ¶ जब यीशॠमनà¥à¤¦à¤¿à¤° से निकलकर जा रहा था, तो उसके चेले उसको मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की रचना दिखाने के लिये उसके पास आà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:2 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® यह सब नहीं देखते? मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, यहाठपतà¥à¤¥à¤° पर पतà¥à¤¥à¤° à¤à¥€ न छूटेगा, जो ढाया न जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:3 ¶ और जब वह जैतून पहाड़ पर बैठा था, तो चेलों ने अलग उसके पास आकर कहा, “हम से कह कि ये बातें कब होंगी? और तेरे आने का, और जगत के अनà¥à¤¤ का कà¥à¤¯à¤¾ चिनà¥à¤¹ होगा?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:4 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “सावधान रहो! कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ न बहकाने पाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से à¤à¤¸à¥‡ होंगे जो मेरे नाम से आकर कहेंगे, ‘मैं मसीह हूà¤â€™, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को बहका देंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:6 तà¥à¤® लड़ाइयों और लड़ाइयों की चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¥‹à¤—े; देखो घबरा न जाना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनका होना अवशà¥à¤¯ है, परनà¥à¤¤à¥ उस समय अनà¥à¤¤ न होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जाति पर जाति, और राजà¥à¤¯ पर राजà¥à¤¯ चढ़ाई करेगा, और जगह-जगह अकाल पड़ेंगे, और à¤à¥‚कमà¥à¤ª होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:8 ये सब बातें पीड़ाओं का आरमà¥à¤ होंगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:9 तब वे कà¥à¤²à¥‡à¤¶ दिलाने के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़वाà¤à¤à¤—े, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मार डालेंगे और मेरे नाम के कारण सब जातियों के लोग तà¥à¤® से बैर रखेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:10 तब बहà¥à¤¤ सारे ठोकर खाà¤à¤à¤—े, और à¤à¤• दूसरे को पकड़वाà¤à¤à¤—े और à¤à¤• दूसरे से बैर रखेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:11 बहà¥à¤¤ से à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठखड़े होंगे, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को बहकाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:12 और अधरà¥à¤® के बढ़ने से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¥‡à¤® ठणà¥à¤¡à¤¾ हो जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:13 परनà¥à¤¤à¥ जो अनà¥à¤¤ तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उदà¥à¤§à¤¾à¤° होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:14 और राजà¥à¤¯ का यह सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सारे जगत में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अनà¥à¤¤ आ जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:15 ¶ “इसलिठजब तà¥à¤® उस उजाड़नेवाली घृणित वसà¥à¤¤à¥ को जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ दानियà¥à¤¯à¥‡à¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤ˆ थी, पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में खड़ी हà¥à¤ˆ देखो, (जो पढ़े, वह समà¤à¥‡)। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:16 तब जो यहूदिया में हों वे पहाड़ों पर à¤à¤¾à¤— जाà¤à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:17 जो छत पर हो, वह अपने घर में से सामान लेने को न उतरे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:18 और जो खेत में हो, वह अपना कपड़ा लेने को पीछे न लौटे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:19 ¶ “उन दिनों में जो गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ और दूध पिलाती होंगी, उनके लिये हाय, हाय। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:20 और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो; कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाड़े में या सबà¥à¤¤ के दिन à¤à¤¾à¤—ना न पड़े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस समय à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤²à¥‡à¤¶ होगा, जैसा जगत के आरमà¥à¤ से न अब तक हà¥à¤†, और न कà¤à¥€ होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:22 और यदि वे दिन घटाठन जाते, तो कोई पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ न बचता; परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं के कारण वे दिन घटाठजाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:23 उस समय यदि कोई तà¥à¤® से कहे, कि देखो, मसीह यहाठहैं! या वहाठहै! तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:24 ¶ “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥‚ठे मसीह और à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठखड़े होंगे, और बड़े चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम दिखाà¤à¤à¤—े, कि यदि हो सके तो चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं को à¤à¥€ बहका दें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:25 देखो, मैंने पहले से तà¥à¤® से यह सब कà¥à¤› कह दिया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:26 इसलिठयदि वे तà¥à¤® से कहें, ‘देखो, वह जंगल में है’, तो बाहर न निकल जाना; ‘देखो, वह कोठरियों में हैं’, तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करना। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:27 ¶ “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे बिजली पूरà¥à¤µ से निकलकर पशà¥à¤šà¤¿à¤® तक चमकती जाती है, वैसा ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° का à¤à¥€ आना होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:28 जहाठलाश हो, वहीं गिदà¥à¤§ इकटà¥à¤ े होंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:29 ¶ “उन दिनों के कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के बाद तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सूरà¥à¤¯ अंधियारा हो जाà¤à¤—ा, और चाà¤à¤¦ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जाता रहेगा, और तारे आकाश से गिर पड़ेंगे और आकाश की शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हिलाई जाà¤à¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:30 तब मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° का चिनà¥à¤¹ आकाश में दिखाई देगा, और तब पृथà¥à¤µà¥€ के सब कà¥à¤²à¥‹à¤‚ के लोग छाती पीटेंगे; और मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को बड़ी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ के साथ आकाश के बादलों पर आते देखेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:31 और वह तà¥à¤°à¤¹à¥€ के बड़े शबà¥à¤¦ के साथ, अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤—ा, और वे आकाश के इस छोर से उस छोर तक, चारों दिशा से उसके चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं को इकटà¥à¤ ा करेंगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:32 ¶ “अंजीर के पेड़ से यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ सीखो जब उसकी डाली कोमल हो जाती और पतà¥à¤¤à¥‡ निकलने लगते हैं, तो तà¥à¤® जान लेते हो, कि गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤®à¤•à¤¾à¤² निकट है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:33 इसी रीति से जब तà¥à¤® इन सब बातों को देखो, तो जान लो, कि वह निकट है, वरनॠदà¥à¤µà¤¾à¤° पर है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:34 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जब तक ये सब बातें पूरी न हो लें, तब तक इस पीढ़ी का अनà¥à¤¤ नहीं होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:35 आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ टल जाà¤à¤à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ मेरे शबà¥â€à¤¦ कà¤à¥€ न टलेंगी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:36 ¶ “उस दिन और उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता, न सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के दूतों, और न पà¥à¤¤à¥à¤°, परनà¥à¤¤à¥ केवल पिता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:37 जैसे नूह के दिन थे, वैसा ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° का आना à¤à¥€ होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:38 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे जल-पà¥à¤°à¤²à¤¯ से पहले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह-शादी होती थी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:39 और जब तक जल-पà¥à¤°à¤²à¤¯ आकर उन सब को बहा न ले गया, तब तक उनको कà¥à¤› à¤à¥€ मालूम न पड़ा; वैसे ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° का आना à¤à¥€ होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:40 उस समय दो जन खेत में होंगे, à¤à¤• ले लिया जाà¤à¤—ा और दूसरा छोड़ दिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:41 दो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ चकà¥à¤•à¥€ पीसती रहेंगी, à¤à¤• ले ली जाà¤à¤—ी, और दूसरी छोड़ दी जाà¤à¤—ी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:42 इसलिठजागते रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® नहीं जानते कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤à¥ किस दिन आà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:43 परनà¥à¤¤à¥ यह जान लो कि यदि घर का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जानता होता कि चोर किस पहर आà¤à¤—ा, तो जागता रहता; और अपने घर में चोरी नहीं होने देता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:44 इसलिठतà¥à¤® à¤à¥€ तैयार रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस समय के विषय में तà¥à¤® सोचते à¤à¥€ नहीं हो, उसी समय मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° आ जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:45 ¶ “अतः वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ दास कौन है, जिसे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने अपने नौकर-चाकरों पर सरदार ठहराया, कि समय पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‹à¤œà¤¨ दे? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:46 धनà¥à¤¯ है, वह दास, जिसे उसका सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आकर à¤à¤¸à¤¾ ही करते पाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:47 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤; वह उसे अपनी सारी संपतà¥à¤¤à¤¿ पर अधिकारी ठहराà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:48 परनà¥à¤¤à¥ यदि वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿ दास सोचने लगे, कि मेरे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के आने में देर है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:49 और अपने साथी दासों को पीटने लगे, और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के साथ खाà¤-पीà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:50 तो उस दास का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤¸à¥‡ दिन आà¤à¤—ा, जब वह उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ नहीं कर रहा होगा, और à¤à¤¸à¥€ घड़ी कि जिसे वह न जानता हो, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 24:51 और उसे कठोर दणà¥à¤¡ देकर, उसका à¤à¤¾à¤— कपटियों के साथ ठहराà¤à¤—ा: वहाठरोना और दाà¤à¤¤ पीसना होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:1 ¶ “तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤— का राजà¥à¤¯ उन दस कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान होगा जो अपनी मशालें लेकर दूलà¥à¤¹à¥‡ से à¤à¥‡à¤‚ट करने को निकलीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:2 उनमें पाà¤à¤š मूरà¥à¤– और पाà¤à¤š समà¤à¤¦à¤¾à¤° थीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:3 मूरà¥à¤–ों ने अपनी मशालें तो लीं, परनà¥à¤¤à¥ अपने साथ तेल नहीं लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:4 परनà¥à¤¤à¥ समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने अपनी मशालों के साथ अपनी कà¥à¤ªà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में तेल à¤à¥€ à¤à¤° लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:5 जब दà¥à¤²à¥à¤¹à¥‡ के आने में देर हà¥à¤ˆ, तो वे सब उà¤à¤˜à¤¨à¥‡ लगीं, और सो गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:6 ¶ “आधी रात को धूम मची, कि देखो, दूलà¥à¤¹à¤¾ आ रहा है, उससे à¤à¥‡à¤‚ट करने के लिये चलो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:7 तब वे सब कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ उठकर अपनी मशालें ठीक करने लगीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:8 और मूरà¥à¤–ों ने समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से कहा, ‘अपने तेल में से कà¥à¤› हमें à¤à¥€ दो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारी मशालें बà¥à¤ रही हैं।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:9 परनà¥à¤¤à¥ समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया कि कही हमारे और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पूरा न हो; à¤à¤²à¤¾ तो यह है, कि तà¥à¤® बेचनेवालों के पास जाकर अपने लिये मोल ले लो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:10 जब वे मोल लेने को जा रही थीं, तो दूलà¥à¤¹à¤¾ आ पहà¥à¤à¤šà¤¾, और जो तैयार थीं, वे उसके साथ विवाह के घर में चलीं गई और दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ किया गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:11 इसके बाद वे दूसरी कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ आकर कहने लगीं, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हमारे लिये दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल दे।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:12 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, कि मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं जानता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:13 इसलिठजागते रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® न उस दिन को जानते हो, न उस समय को। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:14 ¶ “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान दशा है जिसने परदेश को जाते समय अपने दासों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° अपनी संपतà¥à¤¤à¤¿ उनको सौंप दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:15 उसने à¤à¤• को पाà¤à¤š तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को à¤à¤•; अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हर à¤à¤• को उसकी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दिया, और तब परदेश चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:16 तब, जिसको पाà¤à¤š तोड़े मिले थे, उसने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जाकर उनसे लेन-देन किया, और पाà¤à¤š तोड़े और कमाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:17 इसी रीति से जिसको दो मिले थे, उसने à¤à¥€ दो और कमाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:18 परनà¥à¤¤à¥ जिसको à¤à¤• मिला था, उसने जाकर मिटà¥à¤Ÿà¥€ खोदी, और अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ का धन छिपा दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:19 ¶ “बहà¥à¤¤ दिनों के बाद उन दासों का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आकर उनसे लेखा लेने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:20 जिसको पाà¤à¤š तोड़े मिले थे, उसने पाà¤à¤š तोड़े और लाकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तूने मà¥à¤à¥‡ पाà¤à¤š तोड़े सौंपे थे, देख मैंने पाà¤à¤š तोड़े और कमाठहैं।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:21 उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने उससे कहा, ‘धनà¥à¤¯ हे अचà¥à¤›à¥‡ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ दास, तू थोड़े में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ रहा; मैं तà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का अधिकारी बनाऊà¤à¤—ा। अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के आननà¥à¤¦ में सहà¤à¤¾à¤—ी हो।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:22 ¶ “और जिसको दो तोड़े मिले थे, उसने à¤à¥€ आकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ तूने मà¥à¤à¥‡ दो तोड़े सौंपें थे, देख, मैंने दो तोड़े और कमाà¤à¥¤â€™ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:23 उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने उससे कहा, ‘धनà¥à¤¯ हे अचà¥à¤›à¥‡ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ दास, तू थोड़े में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ रहा, मैं तà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का अधिकारी बनाऊà¤à¤—ा अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के आननà¥à¤¦ में सहà¤à¤¾à¤—ी हो।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:24 ¶ “तब जिसको à¤à¤• तोड़ा मिला था, उसने आकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, मैं तà¥à¤à¥‡ जानता था, कि तू कठोर मनà¥à¤·à¥à¤¯ है: तू जहाठकहीं नहीं बोता वहाठकाटता है, और जहाठनहीं छींटता वहाठसे बटोरता है।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:25 इसलिठमैं डर गया और जाकर तेरा तोड़ा मिटà¥à¤Ÿà¥€ में छिपा दिया; देख, ‘जो तेरा है, वह यह है।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:26 उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, कि हे दà¥à¤·à¥à¤Ÿ और आलसी दास; जब तू यह जानता था, कि जहाठमैंने नहीं बोया वहाठसे काटता हूà¤; और जहाठमैंने नहीं छींटा वहाठसे बटोरता हूà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:27 तो तà¥à¤à¥‡ चाहिठथा, कि मेरा धन सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ को दे देता, तब मैं आकर अपना धन बà¥à¤¯à¤¾à¤œ समेत ले लेता। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:28 इसलिठवह तोड़ा उससे ले लो, और जिसके पास दस तोड़े हैं, उसको दे दो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाà¤à¤—ा; और उसके पास बहà¥à¤¤ हो जाà¤à¤—ा: परनà¥à¤¤à¥ जिसके पास नहीं है, उससे वह à¤à¥€ जो उसके पास है, ले लिया जाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:30 और इस निकमà¥à¤®à¥‡ दास को बाहर के अंधेरे में डाल दो, जहाठरोना और दाà¤à¤¤ पीसना होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:31 ¶ “जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° अपनी महिमा में आà¤à¤—ा, और सब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसके साथ आà¤à¤à¤—े तो वह अपनी महिमा के सिंहासन पर विराजमान होगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:32 और सब जातियाठउसके सामने इकटà¥à¤ ी की जाà¤à¤à¤—ी; और जैसा चरवाहा à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को बकरियों से अलग कर देता है, वैसा ही वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• दूसरे से अलग करेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:33 और वह à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को अपनी दाहिनी ओर और बकरियों को बाईं ओर खड़ी करेगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:34 तब राजा अपनी दाहिनी ओर वालों से कहेगा, ‘हे मेरे पिता के धनà¥à¤¯ लोगों, आओ, उस राजà¥à¤¯ के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये तैयार किया हà¥à¤† है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:35 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं à¤à¥‚खा था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ खाने को दिया; मैं पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ पानी पिलाया, मैं परदेशी था, तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ अपने घर में ठहराया; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:36 मैं नंगा था, तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ कपड़े पहनाà¤; मैं बीमार था, तà¥à¤® ने मेरी सà¥à¤§à¤¿ ली, मैं बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में था, तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ मिलने आà¤à¥¤â€™ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:37 ¶ “तब धरà¥à¤®à¥€ उसको उतà¥à¤¤à¤° देंगे, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हमने कब तà¥à¤à¥‡ à¤à¥‚खा देखा और खिलाया? या पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ देखा, और पानी पिलाया? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:38 हमने कब तà¥à¤à¥‡ परदेशी देखा और अपने घर में ठहराया या नंगा देखा, और कपड़े पहनाà¤? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:39 हमने कब तà¥à¤à¥‡ बीमार या बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में देखा और तà¥à¤ से मिलने आà¤?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:40 तब राजा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° देगा, ‘मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि तà¥à¤® ने जो मेरे इन छोटे से छोटे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में से किसी à¤à¤• के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:41 “तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, ‘हे शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ लोगों, मेरे सामने से उस अननà¥à¤¤ आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:42 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं à¤à¥‚खा था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ खाने को नहीं दिया, मैं पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ पानी नहीं पिलाया; (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:43 मैं परदेशी था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ अपने घर में नहीं ठहराया; मैं नंगा था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ कपड़े नहीं पहनाà¤; बीमार और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में था, और तà¥à¤® ने मेरी सà¥à¤§à¤¿ न ली।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:44 ¶ “तब वे उतà¥à¤¤à¤° देंगे, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हमने तà¥à¤à¥‡ कब à¤à¥‚खा, या पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾, या परदेशी, या नंगा, या बीमार, या बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में देखा, और तेरी सेवा टहल न की?’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:45 तब वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° देगा, ‘मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि तà¥à¤® ने जो इन छोटे से छोटों में से किसी à¤à¤• के साथ नहीं किया, वह मेरे साथ à¤à¥€ नहीं किया।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 25:46 और ये अननà¥à¤¤ दणà¥à¤¡ à¤à¥‹à¤—ेंगे परनà¥à¤¤à¥ धरà¥à¤®à¥€ अननà¥à¤¤ जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:1 ¶ जब यीशॠये सब बातें कह चà¥à¤•à¤¾, तो अपने चेलों से कहने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:2 “तà¥à¤® जानते हो, कि दो दिन के बाद फसह का परà¥à¤µ होगा; और मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाठजाने के लिये पकड़वाया जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:3 तब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और पà¥à¤°à¤œà¤¾ के पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ कैफा नामक महायाजक के आà¤à¤—न में इकटà¥à¤ े हà¥à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:4 और आपस में विचार करने लगे कि यीशॠको छल से पकड़कर मार डालें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:5 परनà¥à¤¤à¥ वे कहते थे, “परà¥à¤µ के समय नहीं; कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि लोगों में दंगा मच जाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:6 ¶ जब यीशॠबैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ में शमौन कोढ़ी के घर में था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:7 तो à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ संगमरमर के पातà¥à¤° में बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ इतà¥à¤° लेकर उसके पास आई, और जब वह à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा था, तो उसके सिर पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:8 यह देखकर, उसके चेले à¤à¥à¤à¤à¤²à¤¾ उठे और कहने लगे, “इसका कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ किया गया? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:9 यह तो अचà¥à¤›à¥‡ दाम पर बेचकर गरीबों को बाà¤à¤Ÿà¤¾ जा सकता था।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:10 यह जानकर यीशॠने उनसे कहा, “सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सताते हो? उसने मेरे साथ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:11 गरीब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदा रहते हैं, परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदैव न रहूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:12 उसने मेरी देह पर जो यह इतà¥à¤° उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾ है, वह मेरे गाड़े जाने के लिये किया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:13 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि सारे जगत में जहाठकहीं यह सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा, वहाठउसके इस काम का वरà¥à¤£à¤¨ à¤à¥€ उसके सà¥à¤®à¤°à¤£ में किया जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:14 ¶ तब यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ ने, बारह चेलों में से à¤à¤• था, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों के पास जाकर कहा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:15 “यदि मैं उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हाथ पकड़वा दूà¤, तो मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ दोगे?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे तीस चाà¤à¤¦à¥€ के सिकà¥à¤•à¥‡ तौलकर दे दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:16 और वह उसी समय से उसे पकड़वाने का अवसर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:17 ¶ अख़मीरी रोटी के परà¥à¤µ के पहले दिन, चेले यीशॠके पास आकर पूछने लगे, “तू कहाठचाहता है कि हम तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करें?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:18 उसने कहा, “नगर में फलाने के पास जाकर उससे कहो, कि गà¥à¤°à¥ कहता है, कि मेरा समय निकट है, मैं अपने चेलों के साथ तेरे यहाठफसह मनाऊà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:19 अतः चेलों ने यीशॠकी आजà¥à¤žà¤¾ मानी, और फसह तैयार किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:20 ¶ जब सांठहà¥à¤ˆ, तो वह बारह चेलों के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने के लिये बैठा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:21 जब वे खा रहे थे, तो उसने कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि तà¥à¤® में से à¤à¤• मà¥à¤à¥‡ पकड़वाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:22 इस पर वे बहà¥à¤¤ उदास हà¥à¤, और हर à¤à¤• उससे पूछने लगा, “हे गà¥à¤°à¥, कà¥à¤¯à¤¾ वह मैं हूà¤?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:23 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जिसने मेरे साथ थाली में हाथ डाला है, वही मà¥à¤à¥‡ पकड़वाà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:24 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तो जैसा उसके विषय में लिखा है, जाता ही है; परनà¥à¤¤à¥ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये शोक है जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पकड़वाया जाता है: यदि उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जनà¥à¤® न होता, तो उसके लिये à¤à¤²à¤¾ होता।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:25 तब उसके पकड़वानेवाले यहूदा ने कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, कà¥à¤¯à¤¾ वह मैं हूà¤?†उसने उससे कहा, “तू कह चà¥à¤•à¤¾à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:26 ¶ जब वे खा रहे थे, तो यीशॠने रोटी ली, और आशीष माà¤à¤—कर तोड़ी, और चेलों को देकर कहा, “लो, खाओ; यह मेरी देह है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:27 फिर उसने कटोरा लेकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देकर कहा, “तà¥à¤® सब इसमें से पीओ, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिये पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ के लिठबहाया जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:29 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि दाख का यह रस उस दिन तक कà¤à¥€ न पीऊà¤à¤—ा, जब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ अपने पिता के राजà¥à¤¯ में नया न पीऊà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:30 फिर वे à¤à¤œà¤¨ गाकर जैतून पहाड़ पर गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:31 ¶ तब यीशॠने उनसे कहा, “तà¥à¤® सब आज ही रात को मेरे विषय में ठोकर खाओगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, ‘मैं चरवाहे को मारूà¤à¤—ा; और à¤à¥à¤£à¥à¤¡ की à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ तितर-बितर हो जाà¤à¤à¤—ी।’ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:32 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपने जी उठने के बाद तà¥à¤® से पहले गलील को जाऊà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:33 इस पर पतरस ने उससे कहा, “यदि सब तेरे विषय में ठोकर खाà¤à¤ तो खाà¤à¤, परनà¥à¤¤à¥ मैं कà¤à¥€ à¤à¥€ ठोकर न खाऊà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:34 यीशॠने उससे कहा, “मैं तà¥à¤ से सच कहता हूà¤, कि आज ही रात को मà¥à¤°à¥à¤—े के बाà¤à¤— देने से पहले, तू तीन बार मà¥à¤à¤¸à¥‡ मà¥à¤•à¤° जाà¤à¤—ा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:35 पतरस ने उससे कहा, “यदि मà¥à¤à¥‡ तेरे साथ मरना à¤à¥€ हो, तो à¤à¥€, मैं तà¥à¤ से कà¤à¥€ न मà¥à¤•à¤°à¥‚à¤à¤—ा।†और à¤à¤¸à¤¾ ही सब चेलों ने à¤à¥€ कहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:36 ¶ तब यीशॠने अपने चेलों के साथ गतसमनी नामक à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में आया और अपने चेलों से कहने लगा “यहीं बैठे रहना, जब तक कि मैं वहाठजाकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:37 और वह पतरस और जबà¥à¤¦à¥€ के दोनों पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को साथ ले गया, और उदास और वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² होने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:38 तब उसने उनसे कहा, “मेरा मन बहà¥à¤¤ उदास है, यहाठतक कि मेरे पà¥à¤°à¤¾à¤£ निकला जा रहा है। तà¥à¤® यहीं ठहरो, और मेरे साथ जागते रहो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:39 फिर वह थोड़ा और आगे बढ़कर मà¥à¤à¤¹ के बल गिरकर, और यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा, “हे मेरे पिता, यदि हो सके, तो यह कटोरा मà¥à¤à¤¸à¥‡ टल जाà¤, फिर à¤à¥€ जैसा मैं चाहता हूठवैसा नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जैसा तू चाहता है वैसा ही हो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:40 फिर चेलों के पास आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सोते पाया, और पतरस से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® मेरे साथ à¤à¤• घणà¥à¤Ÿà¥‡ à¤à¤° न जाग सके? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:41 जागते रहो, और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो, कि तà¥à¤® परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ो! आतà¥à¤®à¤¾ तो तैयार है, परनà¥à¤¤à¥ शरीर दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:42 फिर उसने दूसरी बार जाकर यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, “हे मेरे पिता, यदि यह मेरे पीठबिना नहीं हट सकता तो तेरी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी हो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:43 तब उसने आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिर सोते पाया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनकी आà¤à¤–ें नींद से à¤à¤°à¥€ थीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:44 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़कर फिर चला गया, और वही बात फिर कहकर, तीसरी बार पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:45 तब उसने चेलों के पास आकर उनसे कहा, “अब सोते रहो, और विशà¥à¤°à¤¾à¤® करो: देखो, समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है, और मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पापियों के हाथ पकड़वाया जाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:46 उठो, चलें; देखो, मेरा पकड़वानेवाला निकट आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:47 ¶ वह यह कह ही रहा था, कि यहूदा जो बारहों में से à¤à¤• था, आया, और उसके साथ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और लोगों के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ की ओर से बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼, तलवारें और लाठियाठलिठहà¥à¤ आई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:48 उसके पकड़वानेवाले ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह पता दिया था: “जिसको मैं चूम लूठवही है; उसे पकड़ लेना।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:49 और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ यीशॠके पास आकर कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°!†और उसको बहà¥à¤¤ चूमा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:50 यीशॠने उससे कहा, “हे मितà¥à¤°, जिस काम के लिये तू आया है, उसे कर ले।†तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पास आकर यीशॠपर हाथ डाले और उसे पकड़ लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:51 तब यीशॠके साथियों में से à¤à¤• ने हाथ बढ़ाकर अपनी तलवार खींच ली और महायाजक के दास पर चलाकर उसका कान काट दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:52 तब यीशॠने उससे कहा, “अपनी तलवार मà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रख ले कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो तलवार चलाते हैं, वे सब तलवार से नाश किठजाà¤à¤à¤—े। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:53 कà¥à¤¯à¤¾ तू नहीं समà¤à¤¤à¤¾, कि मैं अपने पिता से विनती कर सकता हूà¤, और वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की बारह सैनà¥à¤¯-दल से अधिक मेरे पास अà¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कर देगा? (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:54 परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की वे बातें कि à¤à¤¸à¤¾ ही होना अवशà¥à¤¯ है, कैसे पूरी होंगी?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:55 उसी समय यीशॠने à¤à¥€à¤¡à¤¼ से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® तलवारें और लाठियाठलेकर मà¥à¤à¥‡ डाकू के समान पकड़ने के लिये निकले हो? मैं हर दिन मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में बैठकर उपदेश दिया करता था, और तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ नहीं पकड़ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:56 परनà¥à¤¤à¥ यह सब इसलिठहà¥à¤† है, कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के वचन पूरे हों।†तब सब चेले उसे छोड़कर à¤à¤¾à¤— गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:57 ¶ और यीशॠके पकड़नेवाले उसको कैफा नामक महायाजक के पास ले गà¤, जहाठशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ इकटà¥à¤ े हà¥à¤ थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:58 और पतरस दूर से उसके पीछे-पीछे महायाजक के आà¤à¤—न तक गया, और à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर अनà¥à¤¤ देखने को सेवकों के साथ बैठगया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:59 पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और सारी महासà¤à¤¾ यीशॠको मार डालने के लिये उसके विरोध में à¤à¥‚ठी गवाही की खोज में थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:60 परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤ से à¤à¥‚ठे गवाहों के आने पर à¤à¥€ न पाई। अनà¥à¤¤ में दो जन आà¤, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:61 और कहा, “इसने कहा कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को ढा सकता हूठऔर उसे तीन दिन में बना सकता हूà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:62 ¶ तब महायाजक ने खड़े होकर उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू कोई उतà¥à¤¤à¤° नहीं देता? ये लोग तेरे विरोध में कà¥à¤¯à¤¾ गवाही देते हैं?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:63 परनà¥à¤¤à¥ यीशॠचà¥à¤ª रहा। तब महायाजक ने उससे कहा “मैं तà¥à¤à¥‡ जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° की शपथ देता हूà¤, कि यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° मसीह है, तो हम से कह दे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:64 यीशॠने उससे कहा, “तूने आप ही कह दिया; वरनॠमैं तà¥à¤® से यह à¤à¥€ कहता हूà¤, कि अब से तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ की दाहिनी ओर बैठे, और आकाश के बादलों पर आते देखोगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:65 तब महायाजक ने अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° फाड़कर कहा, “इसने परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ की है, अब हमें गवाहों का कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨? देखो, तà¥à¤® ने अà¤à¥€ यह निनà¥à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¥€ है! (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:66 तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यह मृतà¥à¤¯à¥ दणà¥à¤¡ होने के योगà¥à¤¯ है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:67 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके मà¥à¤à¤¹ पर थूका और उसे घूà¤à¤¸à¥‡ मारे, दूसरों ने थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मार के कहा, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:68 “हे मसीह, हम से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करके कह कि किस ने तà¥à¤à¥‡ मारा?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:69 ¶ पतरस बाहर आà¤à¤—न में बैठा हà¥à¤† था कि à¤à¤• दासी ने उसके पास आकर कहा, “तू à¤à¥€ यीशॠगलीली के साथ था।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:70 उसने सब के सामने यह कहकर इनà¥à¤•à¤¾à¤° किया और कहा, “मैं नहीं जानता तू कà¥à¤¯à¤¾ कह रही है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:71 जब वह बाहर दà¥à¤µà¤¾à¤° में चला गया, तो दूसरी दासी ने उसे देखकर उनसे जो वहाठथे कहा, “यह à¤à¥€ तो यीशॠनासरी के साथ था।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:72 उसने शपथ खाकर फिर इनà¥à¤•à¤¾à¤° किया, “मैं उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को नहीं जानता।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:73 थोड़ी देर के बाद, जो वहाठखड़े थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतरस के पास आकर उससे कहा, “सचमà¥à¤š तू à¤à¥€ उनमें से à¤à¤• है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरी बोली तेरा à¤à¥‡à¤¦ खोल देती है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:74 तब वह कोसने और शपथ खाने लगा, “मैं उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को नहीं जानता।†और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मà¥à¤°à¥à¤—े ने बाà¤à¤— दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 26:75 तब पतरस को यीशॠकी कही हà¥à¤ˆ बात सà¥à¤®à¤°à¤£ आई, “मà¥à¤°à¥à¤—े के बाà¤à¤— देने से पहले तू तीन बार मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° करेगा।†और वह बाहर जाकर फूट-फूट कर रोने लगा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:1 ¶ जब à¤à¥‹à¤° हà¥à¤ˆ, तो सब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और लोगों के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने यीशॠके मार डालने की समà¥à¤®à¤¤à¤¿ की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:2 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बाà¤à¤§à¤¾ और ले जाकर पिलातà¥à¤¸ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के हाथ में सौंप दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:3 ¶ जब उसके पकड़वानेवाले यहूदा ने देखा कि वह दोषी ठहराया गया है तो वह पछताया और वे तीस चाà¤à¤¦à¥€ के सिकà¥à¤•à¥‡ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के पास फेर लाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:4 और कहा, “मैंने निरà¥à¤¦à¥‹à¤·à¥€ को मृतà¥à¤¯à¥ के लिये पकड़वाकर पाप किया है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “हमें कà¥à¤¯à¤¾? तू ही जाने।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:5 तब वह उन सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में फेंककर चला गया, और जाकर अपने आप को फांसी दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:6 ¶ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने उन सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ को लेकर कहा, “इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚, à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° में रखना उचित नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह लहू का दाम है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:7 अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समà¥à¤®à¤¤à¤¿ करके उन सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ से परदेशियों के गाड़ने के लिये कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° का खेत मोल ले लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:8 इस कारण वह खेत आज तक लहू का खेत कहलाता है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:9 तब जो वचन यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था वह पूरा हà¥à¤† “उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वे तीस सिकà¥à¤•à¥‡ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस ठहराठहà¥à¤ मूलà¥à¤¯ को (जिसे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में से कितनों ने ठहराया था) ले लिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:10 और जैसे पà¥à¤°à¤à¥ ने मà¥à¤à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ दी थी वैसे ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° के खेत के मूलà¥à¤¯ में दे दिया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:11 ¶ जब यीशॠराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के सामने खड़ा था, तो राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यहूदियों का राजा है?†यीशॠने उससे कहा, “तू आप ही कह रहा है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:12 जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ उस पर दोष लगा रहे थे, तो उसने कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° नहीं दिया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:13 इस पर पिलातà¥à¤¸ ने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¤¾, कि ये तेरे विरोध में कितनी गवाहियाठदे रहे हैं?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:14 परनà¥à¤¤à¥ उसने उसको à¤à¤• बात का à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤° नहीं दिया, यहाठतक कि राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² को बड़ा आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:15 ¶ और राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² की यह रीति थी, कि उस परà¥à¤µ में लोगों के लिये किसी à¤à¤• बनà¥à¤¦à¥€ को जिसे वे चाहते थे, छोड़ देता था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:16 उस समय बरअबà¥à¤¬à¤¾ नामक उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में का, à¤à¤• नामी बनà¥à¤§à¥à¤† था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:17 अतः जब वे इकटà¥à¤ ा हà¥à¤, तो पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “तà¥à¤® किसको चाहते हो, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये छोड़ दूà¤? बरअबà¥à¤¬à¤¾ को, या यीशॠको जो मसीह कहलाता है?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह जानता था कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे डाह से पकड़वाया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:19 जब वह नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की गदà¥à¤¦à¥€ पर बैठा हà¥à¤† था तो उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ ने उसे कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, “तू उस धरà¥à¤®à¥€ के मामले में हाथ न डालना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने आज सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ में उसके कारण बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाया है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:20 ¶ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने लोगों को उà¤à¤¾à¤°à¤¾, कि वे बरअबà¥à¤¬à¤¾ को माà¤à¤— ले, और यीशॠको नाश कराà¤à¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:21 राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने उनसे पूछा, “इन दोनों में से किस को चाहते हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये छोड़ दूà¤?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “बरअबà¥à¤¬à¤¾ को।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:22 पिलातà¥à¤¸ ने उनसे पूछा, “फिर यीशॠको जो मसीह कहलाता है, कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†सब ने उससे कहा, “वह कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:23 राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उसने कà¥à¤¯à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की है?†परनà¥à¤¤à¥ वे और à¤à¥€ चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहने लगे, “वह कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤à¥¤â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:24 जब पिलातà¥à¤¸ ने देखा, कि कà¥à¤› बन नहीं पड़ता परनà¥à¤¤à¥ इसके विपरीत उपदà¥à¤°à¤µ होता जाता है, तो उसने पानी लेकर à¤à¥€à¤¡à¤¼ के सामने अपने हाथ धोà¤, और कहा, “मैं इस धरà¥à¤®à¥€ के लहू से निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हूà¤; तà¥à¤® ही जानो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:25 सब लोगों ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “इसका लहू हम पर और हमारी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर हो!†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:26 ¶ इस पर उसने बरअबà¥à¤¬à¤¾ को उनके लिये छोड़ दिया, और यीशॠको कोड़े लगवाकर सौंप दिया, कि कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:27 ¶ तब राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के सिपाहियों ने यीशॠको किले में ले जाकर सारे सैनिक उसके चारों ओर इकटà¥à¤ ी की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:28 और उसके कपड़े उतारकर उसे लाल चोगा पहनाया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:29 और काà¤à¤Ÿà¥‹à¤‚ का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ गूà¤à¤¥à¤•à¤° उसके सिर पर रखा; और उसके दाहिने हाथ में सरकणà¥à¤¡à¤¾ दिया और उसके आगे घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर उसे उपहास में उड़ाने लगे, “हे यहूदियों के राजा नमसà¥à¤•à¤¾à¤°!†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:30 और उस पर थूका; और वही सरकणà¥à¤¡à¤¾ लेकर उसके सिर पर मारने लगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:31 जब वे उसका उपहास कर चà¥à¤•à¥‡, तो वह चोगा उस पर से उतारकर फिर उसी के कपड़े उसे पहनाà¤, और कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाने के लिये ले चले। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:32 ¶ बाहर जाते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शमौन नामक à¤à¤• कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ मिला, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बेगार में पकड़ा कि उसका कà¥à¤°à¥‚स उठा ले चले। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:33 और उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर जो गà¥à¤²à¤—à¥à¤¤à¤¾ नाम की जगह अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ खोपड़ी का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ कहलाता है पहà¥à¤à¤šà¤•à¤°à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:34 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पितà¥à¤¤ मिलाया हà¥à¤† दाखरस उसे पीने को दिया, परनà¥à¤¤à¥ उसने चखकर पीना न चाहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:35 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया; और चिटà¥à¤ ियाठडालकर उसके कपड़े बाà¤à¤Ÿ लिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:36 और वहाठबैठकर उसका पहरा देने लगे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:37 और उसका दोषपतà¥à¤°, उसके सिर के ऊपर लगाया, कि “यह यहूदियों का राजा यीशॠहै।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:38 तब उसके साथ दो डाकू à¤à¤• दाहिने और à¤à¤• बाà¤à¤ कà¥à¤°à¥‚सों पर चढ़ाठगà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:39 और आने-जानेवाले सिर हिला-हिलाकर उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ करते थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:40 और यह कहते थे, “हे मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के ढानेवाले और तीन दिन में बनानेवाले, अपने आप को तो बचा! यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो कà¥à¤°à¥‚स पर से उतर आ।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:41 इसी रीति से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक à¤à¥€ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ समेत उपहास कर करके कहते थे, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:42 “इसने दूसरों को बचाया, और अपने आप को नहीं बचा सकता। यह तो ‘इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा’ है। अब कà¥à¤°à¥‚स पर से उतर आà¤, तो हम उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:43 उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखा है, यदि वह इसको चाहता है, तो अब इसे छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ ले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसने कहा था, कि ‘मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° हूà¤à¥¤â€™â€ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:44 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° डाकू à¤à¥€ जो उसके साथ कà¥à¤°à¥‚सों पर चढ़ाठगठथे उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ करते थे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:45 ¶ दोपहर से लेकर तीसरे पहर तक उस सारे देश में अंधेरा छाया रहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:46 तीसरे पहर के निकट यीशॠने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “à¤à¤²à¥€, à¤à¤²à¥€, लमा शबकà¥à¤¤à¤¨à¥€?†अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ “हे मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤°, हे मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤°, तूने मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ छोड़ दिया?†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:47 जो वहाठखड़े थे, उनमें से कितनों ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कहा, “वह तो à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ को पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ है।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:48 उनमें से à¤à¤• तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ दौड़ा, और पनसोखà¥â€à¤¤à¤¾ लेकर सिरके में डà¥à¤¬à¥‹à¤¯à¤¾, और सरकणà¥à¤¡à¥‡ पर रखकर उसे चà¥à¤¸à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:49 औरों ने कहा, “रह जाओ, देखें, à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ उसे बचाने आता है कि नहीं।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:50 तब यीशॠने फिर बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:51 तब, मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का परदा ऊपर से नीचे तक फट कर दो टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ हो गया: और धरती डोल गई और चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ फट गईं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:52 और कबà¥à¤°à¥‡à¤‚ खà¥à¤² गईं, और सोठहà¥à¤ पवितà¥à¤° लोगों के बहà¥à¤¤ शव जी उठे। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:53 और उसके जी उठने के बाद वे कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ में से निकलकर पवितà¥à¤° नगर में गà¤, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को दिखाई दिà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:54 तब सूबेदार और जो उसके साथ यीशॠका पहरा दे रहे थे, à¤à¥‚कमà¥à¤ª और जो कà¥à¤› हà¥à¤† था, देखकर अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ डर गà¤, और कहा, “सचमà¥à¤š यह परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° था!†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:55 वहाठबहà¥à¤¤ सी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ जो गलील से यीशॠकी सेवा करती हà¥à¤ˆà¤‚ उसके साथ आईं थीं, दूर से देख रही थीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:56 उनमें मरियम मगदलीनी और याकूब और योसेस की माता मरियम और जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की माता थीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:57 ¶ जब सांठहà¥à¤ˆ तो यूसà¥à¤« नाम अरिमतियाह का à¤à¤• धनी मनà¥à¤·à¥à¤¯ जो आप ही यीशॠका चेला था, आया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:58 उसने पिलातà¥à¤¸ के पास जाकर यीशॠका शव माà¤à¤—ा। इस पर पिलातà¥à¤¸ ने दे देने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:59 यूसà¥à¤« ने शव को लेकर उसे साफ चादर में लपेटा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:60 और उसे अपनी नई कबà¥à¤° में रखा, जो उसने चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ में खà¥à¤¦à¤µà¤¾à¤ˆ थी, और कबà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर बड़ा पतà¥à¤¥à¤° लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾à¤•à¤° चला गया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:61 और मरियम मगदलीनी और दूसरी मरियम वहाठकबà¥à¤° के सामने बैठी थीं। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:62 ¶ दूसरे दिन जो तैयारी के दिन के बाद का दिन था, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों ने पिलातà¥à¤¸ के पास इकटà¥à¤ े होकर कहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:63 “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हमें सà¥à¤®à¤°à¤£ है, कि उस à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ ने अपने जीते जी कहा था, कि मैं तीन दिन के बाद जी उठूà¤à¤—ा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:64 अतः आजà¥à¤žà¤¾ दे कि तीसरे दिन तक कबà¥à¤° की रखवाली की जाà¤, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि उसके चेले आकर उसे चà¥à¤°à¤¾ ले जाà¤à¤, और लोगों से कहने लगें, कि वह मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा है: तब पिछला धोखा पहले से à¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾ होगा।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:65 पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास पहरेदार तो हैं जाओ, अपनी समठके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° रखवाली करो।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 27:66 अतः वे पहरेदारों को साथ लेकर गà¤, और पतà¥à¤¥à¤° पर मà¥à¤¹à¤° लगाकर कबà¥à¤° की रखवाली की। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:1 ¶ सबà¥à¤¤ के दिन के बाद सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन पौ फटते ही मरियम मगदलीनी और दूसरी मरियम कबà¥à¤° को देखने आई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:2 तब à¤à¤• बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤†, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤• दूत सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरा, और पास आकर उसने पतà¥à¤¥à¤° को लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾ दिया, और उस पर बैठगया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:3 उसका रूप बिजली के समान और उसका वसà¥à¤¤à¥à¤° हिम के समान उजà¥â€à¤œà¥à¤µà¤² था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:4 उसके à¤à¤¯ से पहरेदार काà¤à¤ª उठे, और मृतक समान हो गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:5 सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से कहा, “मत डरो, मैं जानता हूठकि तà¥à¤® यीशॠको जो कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया था ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ हो। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:6 वह यहाठनहीं है, परनà¥à¤¤à¥ अपने वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जी उठा है; आओ, यह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ देखो, जहाठपà¥à¤°à¤à¥ रखा गया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:7 और शीघà¥à¤° जाकर उसके चेलों से कहो, कि वह मृतकों में से जी उठा है; और देखो वह तà¥à¤® से पहले गलील को जाता है, वहाठउसका दरà¥à¤¶à¤¨ पाओगे, देखो, मैंने तà¥à¤® से कह दिया।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:8 और वे à¤à¤¯ और बड़े आननà¥à¤¦ के साथ कबà¥à¤° से शीघà¥à¤° लौटकर उसके चेलों को समाचार देने के लिये दौड़ गई। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:9 ¶ तब, यीशॠउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिला और कहा; “सà¥à¤–ी रहो†और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पास आकर और उसके पाà¤à¤µ पकड़कर उसको दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ किया। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:10 तब यीशॠने उनसे कहा, “मत डरो; मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से जाकर कहो, कि गलील को चलें जाà¤à¤ वहाठमà¥à¤à¥‡ देखेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:11 ¶ वे जा ही रही थी, कि पहरेदारों में से कितनों ने नगर में आकर पूरा हाल पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों से कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:12 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के साथ इकटà¥à¤ े होकर समà¥à¤®à¤¤à¤¿ की, और सिपाहियों को बहà¥à¤¤ चाà¤à¤¦à¥€ देकर कहा। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:13 “यह कहना कि रात को जब हम सो रहे थे, तो उसके चेले आकर उसे चà¥à¤°à¤¾ ले गà¤à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:14 और यदि यह बात राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के कान तक पहà¥à¤à¤šà¥‡à¤—ी, तो हम उसे समà¤à¤¾ लेंगे और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जोखिम से बचा लेंगे।†(IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:15 अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ लेकर जैसा सिखाठगठथे, वैसा ही किया; और यह बात आज तक यहूदियों में पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:16 ¶ और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ चेले गलील में उस पहाड़ पर गà¤, जिसे यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताया था। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:17 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके दरà¥à¤¶à¤¨ पा कर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया, पर किसी-किसी को सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:18 यीशॠने उनके पास आकर कहा, “सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ का सारा अधिकार मà¥à¤à¥‡ दिया गया है। (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:19 इसलिठतà¥à¤® जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पिता, और पà¥à¤¤à¥à¤°, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के नाम से बपतिसà¥à¤®à¤¾ दो, (IN) मतà¥à¤¤à¥€ 28:20 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें जो मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अनà¥à¤¤ तक सदैव तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ संग हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:1 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का आरमà¥à¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:2 जैसे यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखा है: (IN) मरकà¥à¤¸ 1:3 जंगल में à¤à¤• पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ का शबà¥à¤¦ हो रहा है कि (IN) मरकà¥à¤¸ 1:4 यूहनà¥à¤¨à¤¾ आया, जो जंगल में बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता, और पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ के लिये मन फिराव के बपतिसà¥à¤®à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:5 सारे यहूदिया के, और यरूशलेम के सब रहनेवाले निकलकर उसके पास गà¤, और अपने पापों को मानकर यरदन नदी में उससे बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:6 यूहनà¥à¤¨à¤¾ ऊà¤à¤Ÿ के रोम का वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने और अपनी कमर में चमड़े का कमरबनà¥à¤¦ बाà¤à¤§à¥‡ रहता था और टिडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤ और वनमधॠखाया करता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:7 और यह पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता था, “मेरे बाद वह आनेवाला है, जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ है; मैं इस योगà¥à¤¯ नहीं कि à¤à¥à¤•à¤•à¤° उसके जूतों का फीता खोलूà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:8 मैंने तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पानी से बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया है पर वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देगा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:9 ¶ उन दिनों में यीशॠने गलील के नासरत से आकर, यरदन में यूहनà¥à¤¨à¤¾ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:10 और जब वह पानी से निकलकर ऊपर आया, तो तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसने आकाश को खà¥à¤²à¤¤à¥‡ और आतà¥à¤®à¤¾ को कबूतर के रूप में अपने ऊपर उतरते देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:11 और यह आकाशवाणी हà¥à¤ˆ, “तू मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, तà¥à¤ से मैं पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:12 ¶ तब आतà¥à¤®à¤¾ ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसको जंगल की ओर à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:13 और जंगल में चालीस दिन तक शैतान ने उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ की; और वह वन-पशà¥à¤“ं के साथ रहा; और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसकी सेवा करते रहे। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:14 ¶ यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पकड़वाठजाने के बाद यीशॠने गलील में आकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:15 और कहा, “समय पूरा हà¥à¤† है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ निकट आ गया है; मन फिराओ और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:16 ¶ गलील की à¤à¥€à¤² के किनारे-किनारे जाते हà¥à¤, उसने शमौन और उसके à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ को à¤à¥€à¤² में जाल डालते देखा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे मछà¥à¤ थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:17 और यीशॠने उनसे कहा, “मेरे पीछे चले आओ; मैं तà¥à¤® को मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पकड़नेवाले बनाऊà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:18 वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:19 और कà¥à¤› आगे बढ़कर, उसने जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾ को, नाव पर जालों को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:20 उसने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾; और वे अपने पिता जबà¥à¤¦à¥€ को मजदूरों के साथ नाव पर छोड़कर, उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:21 ¶ और वे कफरनहूम में आà¤, और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:22 और लोग उसके उपदेश से चकित हà¥à¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की तरह नहीं, परनà¥à¤¤à¥ अधिकार के साथ उपदेश देता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:23 और उसी समय, उनके आराधनालय में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिसमें à¤à¤• अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:24 उसने चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “हे यीशॠनासरी, हमें तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? कà¥à¤¯à¤¾ तू हमें नाश करने आया है? मैं तà¥à¤à¥‡ जानता हूà¤, तू कौन है? परमेशà¥â€à¤µà¤° का पवितà¥à¤° जन!†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:25 यीशॠने उसे डाà¤à¤Ÿà¤•à¤° कहा, “चà¥à¤ª रह; और उसमें से निकल जा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:26 तब अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ उसको मरोड़कर, और बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उसमें से निकल गई। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:27 इस पर सब लोग आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करते हà¥à¤ आपस में वाद-विवाद करने लगे “यह कà¥à¤¯à¤¾ बात है? यह तो कोई नया उपदेश है! वह अधिकार के साथ अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ देता है, और वे उसकी आजà¥à¤žà¤¾ मानती हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:28 और उसका नाम तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ गलील के आस-पास के सारे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में फैल गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:29 ¶ और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आराधनालय में से निकलकर, याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ के साथ शमौन और अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ के घर आया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:30 और शमौन की सास तेज बà¥à¤–ार से पीड़ित थी, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके विषय में उससे कहा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:31 तब उसने पास जाकर उसका हाथ पकड़ के उसे उठाया; और उसका बà¥à¤–ार उस पर से उतर गया, और वह उनकी सेवा-टहल करने लगी। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:32 संधà¥à¤¯à¤¾ के समय जब सूरà¥à¤¯ डूब गया तो लोग सब बीमारों को और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚, जिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं, उसके पास लाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:33 और सारा नगर दà¥à¤µà¤¾à¤° पर इकटà¥à¤ ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:34 और उसने बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को जो नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारियों से दà¥à¤ƒà¤–ी थे, चंगा किया; और बहà¥à¤¤ से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकाला; और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को बोलने न दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसे पहचानती थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:35 ¶ और à¤à¥‹à¤° को दिन निकलने से बहà¥à¤¤ पहले, वह उठकर निकला, और à¤à¤• जंगली सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में गया और वहाठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:36 तब शमौन और उसके साथी उसकी खोज में गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:37 जब वह मिला, तो उससे कहा; “सब लोग तà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼ रहे हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:38 यीशॠने उनसे कहा, “आओ; हम और कहीं आस-पास की बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जाà¤à¤, कि मैं वहाठà¤à¥€ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इसलिठनिकला हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 1:39 और वह सारे गलील में उनके आराधनालयों में जा जाकर पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता रहा। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:40 ¶ à¤à¤• कोढ़ी ने उसके पास आकर, उससे विनती की, और उसके सामने घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर, उससे कहा, “यदि तू चाहे तो मà¥à¤à¥‡ शà¥à¤¦à¥à¤§ कर सकता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:41 उसने उस पर तरस खाकर हाथ बढ़ाया, और उसे छूकर कहा, “मैं चाहता हूà¤, तू शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:42 और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसका कोढ़ जाता रहा, और वह शà¥à¤¦à¥à¤§ हो गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 1:43 तब उसने उसे कड़ी चेतावनी देकर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ विदा किया, (IN) मरकà¥à¤¸ 1:44 और उससे कहा, “देख, किसी से कà¥à¤› मत कहना, परनà¥à¤¤à¥ जाकर अपने आप को याजक को दिखा, और अपने शà¥à¤¦à¥à¤§ होने के विषय में जो कà¥à¤› मूसा ने ठहराया है उसे à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ा, कि उन पर गवाही हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 1:45 परनà¥à¤¤à¥ वह बाहर जाकर इस बात को बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने और यहाठतक फैलाने लगा, कि यीशॠफिर खà¥à¤²à¥à¤²à¤®à¤–à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ नगर में न जा सका, परनà¥à¤¤à¥ बाहर जंगली सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में रहा; और चारों ओर से लोग उसके पास आते रहे। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:1 ¶ कई दिन के बाद यीशॠफिर कफरनहूम में आया और सà¥à¤¨à¤¾ गया, कि वह घर में है। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:2 फिर इतने लोग इकटà¥à¤ े हà¥à¤, कि दà¥à¤µà¤¾à¤° के पास à¤à¥€ जगह नहीं मिली; और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वचन सà¥à¤¨à¤¾ रहा था। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:3 और लोग à¤à¤• लकवे के मारे हà¥à¤ को चार मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से उठवाकर उसके पास ले आà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 2:4 परनà¥à¤¤à¥ जब वे à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण उसके निकट न पहà¥à¤à¤š सके, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस छत को जिसके नीचे वह था, खोल दिया और जब उसे उधेड़ चà¥à¤•à¥‡, तो उस खाट को जिस पर लकवे का मारा हà¥à¤† पड़ा था, लटका दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:5 यीशॠने, उनका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ देखकर, उस लकवे के मारे हà¥à¤ से कहा, “हे पà¥à¤¤à¥à¤°, तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 2:6 तब कई à¤à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो वहाठबैठे थे, अपने-अपने मन में विचार करने लगे, (IN) मरकà¥à¤¸ 2:7 “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤¸à¤¾ कहता है? यह तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ करता है! परमेशà¥â€à¤µà¤° को छोड़ और कौन पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर सकता है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:8 यीशॠने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अपनी आतà¥à¤®à¤¾ में जान लिया, कि वे अपने-अपने मन में à¤à¤¸à¤¾ विचार कर रहे हैं, और उनसे कहा, “तà¥à¤® अपने-अपने मन में यह विचार कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कर रहे हो? (IN) मरकà¥à¤¸ 2:9 सहज कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¤¾ लकवे के मारे से यह कहना कि तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤, या यह कहना, कि उठअपनी खाट उठाकर चल फिर? (IN) मरकà¥à¤¸ 2:10 परनà¥à¤¤à¥ जिससे तà¥à¤® जान लो कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को पृथà¥à¤µà¥€ पर पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ करने का à¤à¥€ अधिकार है।†उसने उस लकवे के मारे हà¥à¤ से कहा, (IN) मरकà¥à¤¸ 2:11 “मैं तà¥à¤ से कहता हूà¤, उठ, अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:12 वह उठा, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ खाट उठाकर सब के सामने से निकलकर चला गया; इस पर सब चकित हà¥à¤, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करके कहने लगे, “हमने à¤à¤¸à¤¾ कà¤à¥€ नहीं देखा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:13 ¶ वह फिर निकलकर à¤à¥€à¤² के किनारे गया, और सारी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पास आई, और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपदेश देने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:14 जाते हà¥à¤ यीशॠने हलफईस के पà¥à¤¤à¥à¤° लेवी को चà¥à¤‚गी की चौकी पर बैठे देखा, और उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले।†और वह उठकर, उसके पीछे हो लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:15 ¶ और वह उसके घर में à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा; और बहà¥à¤¤ से चà¥à¤‚गी लेनेवाले और पापी à¤à¥€ उसके और चेलों के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे बहà¥à¤¤ से थे, और उसके पीछे हो लिये थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:16 और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों ने यह देखकर, कि वह तो पापियों और चà¥à¤‚गी लेनेवालों के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर रहा है, उसके चेलों से कहा, “वह तो चà¥à¤‚गी लेनेवालों और पापियों के साथ खाता पीता है!†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:17 यीशॠने यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, उनसे कहा, “à¤à¤²à¥‡ चंगों को वैदà¥à¤¯ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बीमारों को है: मैं धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पापियों को बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ आया हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 2:18 ¶ यूहनà¥à¤¨à¤¾ के चेले, और फरीसी उपवास करते थे; अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आकर उससे यह कहा; “यूहनà¥à¤¨à¤¾ के चेले और फरीसियों के चेले कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उपवास रखते हैं, परनà¥à¤¤à¥ तेरे चेले उपवास नहीं रखते?†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:19 यीशॠने उनसे कहा, “जब तक दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¾ बारातियों के साथ रहता है कà¥à¤¯à¤¾ वे उपवास कर सकते हैं? अतः जब तक दूलà¥à¤¹à¤¾ उनके साथ है, तब तक वे उपवास नहीं कर सकते। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:20 परनà¥à¤¤à¥ वे दिन आà¤à¤à¤—े, कि दूलà¥à¤¹à¤¾ उनसे अलग किया जाà¤à¤—ा; उस समय वे उपवास करेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:21 नये कपड़े का पैबनà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° पर कोई नहीं लगाता; नहीं तो वह पैबनà¥à¤¦ उसमें से कà¥à¤› खींच लेगा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ नया, पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ से, और अधिक फट जाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:22 नये दाखरस को पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ मशकों में कोई नहीं रखता, नहीं तो दाखरस मशकों को फाड़ देगा, और दाखरस और मशकें दोनों नषà¥à¤Ÿ हो जाà¤à¤à¤—ी; परनà¥à¤¤à¥ दाख का नया रस नई मशकों में à¤à¤°à¤¾ जाता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:23 ¶ और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि वह सबà¥à¤¤ के दिन खेतों में से होकर जा रहा था; और उसके चेले चलते हà¥à¤ बालें तोड़ने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:24 तब फरीसियों ने उससे कहा, “देख, ये सबà¥à¤¤ के दिन वह काम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करते हैं जो उचित नहीं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:25 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने कà¤à¥€ नहीं पढ़ा, कि जब दाऊद को आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ हà¥à¤ˆ और जब वह और उसके साथी à¤à¥‚खे हà¥à¤, तब उसने कà¥à¤¯à¤¾ किया था? (IN) मरकà¥à¤¸ 2:26 उसने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अबियातार महायाजक के समय, परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ में जाकर, à¤à¥‡à¤‚ट की रोटियाठखाई, जिसका खाना याजकों को छोड़ और किसी को à¤à¥€ उचित नहीं, और अपने साथियों को à¤à¥€ दीं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 2:27 और उसने उनसे कहा, “सबà¥à¤¤ का दिन मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये बनाया गया है, न कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ सबà¥à¤¤ के दिन के लिये। (IN) मरकà¥à¤¸ 2:28 इसलिठमनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° सबà¥à¤¤ के दिन का à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:1 ¶ और वह फिर आराधनालय में गया; और वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिसका हाथ सूख गया था। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:2 और वे उस पर दोष लगाने के लिये उसकी घात में लगे हà¥à¤ थे, कि देखें, वह सबà¥à¤¤ के दिन में उसे चंगा करता है कि नहीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:3 उसने सूखे हाथवाले मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा, “बीच में खड़ा हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:4 और उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ सबà¥à¤¤ के दिन à¤à¤²à¤¾ करना उचित है या बà¥à¤°à¤¾ करना, पà¥à¤°à¤¾à¤£ को बचाना या मारना?†पर वे चà¥à¤ª रहे। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:5 और उसने उनके मन की कठोरता से उदास होकर, उनको कà¥à¤°à¥‹à¤§ से चारों ओर देखा, और उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।†उसने बढ़ाया, और उसका हाथ अचà¥à¤›à¤¾ हो गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:6 तब फरीसी बाहर जाकर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ हेरोदियों के साथ उसके विरोध में समà¥à¤®à¤¤à¤¿ करने लगे, कि उसे किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° नाश करें। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:7 ¶ और यीशॠअपने चेलों के साथ à¤à¥€à¤² की ओर चला गया: और गलील से à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:8 और यहूदिया, और यरूशलेम और इदूमिया से, और यरदन के पार, और सोर और सीदोन के आस-पास से à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, कि वह कैसे अचमà¥à¤à¥‡ के काम करता है, उसके पास आई। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:9 और उसने अपने चेलों से कहा, “à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण à¤à¤• छोटी नाव मेरे लिये तैयार रहे ताकि वे मà¥à¤à¥‡ दबा न सकें।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को चंगा किया था; इसलिठजितने लोग रोग से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ थे, उसे छूने के लिये उस पर गिरे पड़ते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:11 और अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ à¤à¥€, जब उसे देखती थीं, तो उसके आगे गिर पड़ती थीं, और चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहती थीं कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:12 और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कड़ी चेतावनी दी कि, मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤—ट न करना। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:13 ¶ फिर वह पहाड़ पर चढ़ गया, और जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह चाहता था उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾; और वे उसके पास चले आà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 3:14 तब उसने बारह को नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया, कि वे उसके साथ-साथ रहें, और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤œà¥‡, कि पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करें। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:15 और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालने का अधिकार रखें। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:16 और वे ये हैं शमौन जिसका नाम उसने पतरस रखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:17 और जबà¥à¤¦à¥€ का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब, और याकूब का à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾, जिनका नाम उसने बà¥à¤…नरगिस, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ गरà¥à¤œà¤¨ के पà¥à¤¤à¥à¤° रखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:18 और अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, और बरतà¥à¤²à¥à¤®à¥ˆ, और मतà¥à¤¤à¥€, और थोमा, और हलफईस का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब; और तदà¥à¤¦à¥ˆ, और शमौन कनानी। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:19 और यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€, जिस ने उसे पकड़वा à¤à¥€ दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:20 ¶ और वह घर में आया और à¤à¤¸à¥€ à¤à¥€à¤¡à¤¼ इकटà¥à¤ ी हो गई, कि वे रोटी à¤à¥€ न खा सके। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:21 जब उसके कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यह सà¥à¤¨à¤¾, तो उसे पकड़ने के लिये निकले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कहते थे, कि उसका सà¥à¤§-बà¥à¤§ ठिकाने पर नहीं है। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:22 और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो यरूशलेम से आठथे, यह कहते थे, “उसमें शैतान है,†और यह à¤à¥€, “वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के सरदार की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:23 और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, उनसे दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में कहने लगा, “शैतान कैसे शैतान को निकाल सकता है? (IN) मरकà¥à¤¸ 3:24 और यदि किसी राजà¥à¤¯ में फूट पड़े, तो वह राजà¥à¤¯ कैसे सà¥à¤¥à¤¿à¤° रह सकता है? (IN) मरकà¥à¤¸ 3:25 और यदि किसी घर में फूट पड़े, तो वह घर कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¥à¤¿à¤° रह सकेगा? (IN) मरकà¥à¤¸ 3:26 और यदि शैतान अपना ही विरोधी होकर अपने में फूट डाले, तो वह कà¥à¤¯à¤¾ बना रह सकता है? उसका तो अनà¥à¤¤ ही हो जाता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:27 ¶ “किनà¥à¤¤à¥ कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ किसी बलवनà¥à¤¤ के घर में घà¥à¤¸à¤•à¤° उसका माल लूट नहीं सकता, जब तक कि वह पहले उस बलवनà¥à¤¤ को न बाà¤à¤§ ले; और तब उसके घर को लूट लेगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:28 ¶ “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सब पाप और निनà¥à¤¦à¤¾ जो वे करते हैं, कà¥à¤·à¤®à¤¾ की जाà¤à¤—ी। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:29 परनà¥à¤¤à¥ जो कोई पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ निनà¥à¤¦à¤¾ करे, वह कà¤à¥€ à¤à¥€ कà¥à¤·à¤®à¤¾ न किया जाà¤à¤—ा: वरनॠवह अननà¥à¤¤ पाप का अपराधी ठहरता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे यह कहते थे, कि उसमें अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ है। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:31 ¶ और उसकी माता और उसके à¤à¤¾à¤ˆ आà¤, और बाहर खड़े होकर उसे बà¥à¤²à¤µà¤¾ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 3:32 और à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके आस-पास बैठी थी, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “देख, तेरी माता और तेरे à¤à¤¾à¤ˆ बाहर तà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:33 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मेरी माता और मेरे à¤à¤¾à¤ˆ कौन हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 3:34 और उन पर जो उसके आस-पास बैठे थे, दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके कहा, “देखो, मेरी माता और मेरे à¤à¤¾à¤ˆ यह हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 3:35 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ पर चले, वही मेरा à¤à¤¾à¤ˆ, और बहन और माता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:1 ¶ यीशॠफिर à¤à¥€à¤² के किनारे उपदेश देने लगा: और à¤à¤¸à¥€ बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पास इकटà¥à¤ ी हो गई, कि वह à¤à¥€à¤² में à¤à¤• नाव पर चढ़कर बैठगया, और सारी à¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¥‚मि पर à¤à¥€à¤² के किनारे खड़ी रही। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:2 और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में बहà¥à¤¤ सारी बातें सिखाने लगा, और अपने उपदेश में उनसे कहा, (IN) मरकà¥à¤¸ 4:3 “सà¥à¤¨à¥‹! देखो, à¤à¤• बोनेवाला, बीज बोने के लिये निकला। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:4 और बोते समय कà¥à¤› तो मारà¥à¤— के किनारे गिरा और पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने आकर उसे चà¥à¤— लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:5 और कà¥à¤› पतà¥à¤¥à¤°à¥€à¤²à¥€ à¤à¥‚मि पर गिरा जहाठउसको बहà¥à¤¤ मिटà¥à¤Ÿà¥€ न मिली, और नरम मिटà¥à¤Ÿà¥€ मिलने के कारण जलà¥à¤¦ उग आया। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:6 और जब सूरà¥à¤¯ निकला, तो जल गया, और जड़ न पकड़ने के कारण सूख गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:7 और कà¥à¤› तो à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में गिरा, और à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने बढ़कर उसे दबा दिया, और वह फल न लाया। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:8 परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि पर गिरा; और वह उगा, और बढ़कर फलवनà¥à¤¤ हà¥à¤†; और कोई तीस गà¥à¤£à¤¾, कोई साठगà¥à¤£à¤¾ और कोई सौ गà¥à¤£à¤¾ फल लाया।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:9 और उसने कहा, “जिसके पास सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिये कान हों वह सà¥à¤¨ ले।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:10 ¶ जब वह अकेला रह गया, तो उसके साथियों ने उन बारह समेत उससे इन दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के विषय में पूछा। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:11 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® को तो परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के à¤à¥‡à¤¦ की समठदी गई है, परनà¥à¤¤à¥ बाहरवालों के लिये सब बातें दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में होती हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:12 इसलिठकि (IN) मरकà¥à¤¸ 4:13 ¶ फिर उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ नहीं समà¤à¤¤à¥‡? तो फिर और सब दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को कैसे समà¤à¥‹à¤—े? (IN) मरकà¥à¤¸ 4:14 बोनेवाला वचन बोता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:15 जो मारà¥à¤— के किनारे के हैं जहाठवचन बोया जाता है, ये वे हैं, कि जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¨à¤¾, तो शैतान तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आकर वचन को जो उनमें बोया गया था, उठा ले जाता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:16 और वैसे ही जो पतà¥à¤¥à¤°à¥€à¤²à¥€ à¤à¥‚मि पर बोठजाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सà¥à¤¨à¤•à¤° तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आननà¥à¤¦ से गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर लेते हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:17 परनà¥à¤¤à¥ अपने à¤à¥€à¤¤à¤° जड़ न रखने के कारण वे थोड़े ही दिनों के लिये रहते हैं; इसके बाद जब वचन के कारण उन पर कà¥à¤²à¥‡à¤¶ या उपदà¥à¤°à¤µ होता है, तो वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ ठोकर खाते हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:18 और जो à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में बोठगठये वे हैं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वचन सà¥à¤¨à¤¾, (IN) मरकà¥à¤¸ 4:19 और संसार की चिनà¥à¤¤à¤¾, और धन का धोखा, और वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का लोठउनमें समाकर वचन को दबा देता है और वह निषà¥à¤«à¤² रह जाता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:20 और जो अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि में बोठगà¤, ये वे हैं, जो वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° गà¥à¤°à¤¹à¤£ करते और फल लाते हैं, कोई तीस गà¥à¤£à¤¾, कोई साठगà¥à¤£à¤¾, और कोई सौ गà¥à¤£à¤¾à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 4:21 ¶ और उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ दीये को इसलिठलाते हैं कि पैमाने या खाट के नीचे रखा जाà¤? कà¥à¤¯à¤¾ इसलिठनहीं, कि दीवट पर रखा जाà¤? (IN) मरकà¥à¤¸ 4:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई वसà¥à¤¤à¥ छिपी नहीं, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤; और न कà¥à¤› गà¥à¤ªà¥à¤¤ है, पर इसलिठकि पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 4:23 यदि किसी के सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के कान हों, तो सà¥à¤¨ ले।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:24 ¶ फिर उसने उनसे कहा, “चौकस रहो, कि कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो? जिस नाप से तà¥à¤® नापते हो उसी से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¥€ नापा जाà¤à¤—ा, और तà¥à¤® को अधिक दिया जाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसके पास है, उसको दिया जाà¤à¤—ा; परनà¥à¤¤à¥ जिसके पास नहीं है उससे वह à¤à¥€ जो उसके पास है; ले लिया जाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:26 ¶ फिर उसने कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ à¤à¤¸à¤¾ है, जैसे कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚मि पर बीज छींटे, (IN) मरकà¥à¤¸ 4:27 और रात को सोà¤, और दिन को जागे और वह बीज à¤à¤¸à¥‡ उगें और बढ़े कि वह न जाने। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:28 पृथà¥à¤µà¥€ आप से आप फल लाती है पहले अंकà¥à¤°, तब बालें, और तब बालों में तैयार दाना। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:29 परनà¥à¤¤à¥ जब दाना पक जाता है, तब वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ हà¤à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ लगाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कटनी आ पहà¥à¤à¤šà¥€ है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:30 ¶ फिर उसने कहा, “हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की उपमा किससे दें, और किस दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ से उसका वरà¥à¤£à¤¨ करें? (IN) मरकà¥à¤¸ 4:31 वह राई के दाने के समान हैं; कि जब à¤à¥‚मि में बोया जाता है तो à¤à¥‚मि के सब बीजों से छोटा होता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:32 परनà¥à¤¤à¥ जब बोया गया, तो उगकर सब साग-पात से बड़ा हो जाता है, और उसकी à¤à¤¸à¥€ बड़ी डालियाठनिकलती हैं, कि आकाश के पकà¥à¤·à¥€ उसकी छाया में बसेरा कर सकते हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:33 और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बहà¥à¤¤ से दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ दे देकर उनकी समठके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ था। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:34 और बिना दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहे उनसे कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं कहता था; परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में वह अपने निज चेलों को सब बातों का अरà¥à¤¥ बताता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:35 ¶ उसी दिन जब सांठहà¥à¤ˆ, तो उसने चेलों से कहा, “आओ, हम पार चलें।†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:36 और वे à¤à¥€à¤¡à¤¼ को छोड़कर जैसा वह था, वैसा ही उसे नाव पर साथ ले चले; और उसके साथ, और à¤à¥€ नावें थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:37 तब बड़ी आà¤à¤§à¥€ आई, और लहरें नाव पर यहाठतक लगीं, कि वह अब पानी से à¤à¤°à¥€ जाती थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:38 और वह आप पिछले à¤à¤¾à¤— में गदà¥à¤¦à¥€ पर सो रहा था; तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे जगाकर उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤à¥‡ चिनà¥à¤¤à¤¾ नहीं, कि हम नाश हà¥à¤ जाते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:39 तब उसने उठकर आà¤à¤§à¥€ को डाà¤à¤Ÿà¤¾, और पानी से कहा, “शानà¥à¤¤ रह, थम जा!†और आà¤à¤§à¥€ थम गई और बड़ा चैन हो गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 4:40 और उनसे कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ डरते हो? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अब तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 4:41 और वे बहà¥à¤¤ ही डर गठऔर आपस में बोले, “यह कौन है, कि आà¤à¤§à¥€ और पानी à¤à¥€ उसकी आजà¥à¤žà¤¾ मानते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:1 ¶ वे à¤à¥€à¤² के पार गिरासेनियों के देश में पहà¥à¤à¤šà¥‡, (IN) मरकà¥à¤¸ 5:2 और जब वह नाव पर से उतरा तो तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ जिसमें अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ थी, कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ से निकलकर उसे मिला। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:3 वह कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ में रहा करता था और कोई उसे जंजीरों से à¤à¥€ न बाà¤à¤§ सकता था, (IN) मरकà¥à¤¸ 5:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बार-बार बेड़ियों और जंजीरों से बाà¤à¤§à¤¾ गया था, पर उसने जंजीरों को तोड़ दिया, और बेड़ियों के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡-टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ कर दिठथे, और कोई उसे वश में नहीं कर सकता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:5 वह लगातार रात-दिन कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ और पहाड़ों में चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾, और अपने को पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से घायल करता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:6 वह यीशॠको दूर ही से देखकर दौड़ा, और उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:7 और ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “हे यीशà¥, परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤°, मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? मैं तà¥à¤à¥‡ परमेशà¥â€à¤µà¤° की शपथ देता हूà¤, कि मà¥à¤à¥‡ पीड़ा न दे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने उससे कहा था, “हे अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾, इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ में से निकल आ।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:9 यीशॠने उससे पूछा, “तेरा कà¥à¤¯à¤¾ नाम है?†उसने उससे कहा, “मेरा नाम सेना है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम बहà¥à¤¤ हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:10 और उसने उससे बहà¥à¤¤ विनती की, “हमें इस देश से बाहर न à¤à¥‡à¤œà¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:11 वहाठपहाड़ पर सूअरों का à¤à¤• बड़ा à¤à¥à¤£à¥à¤¡ चर रहा था। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:12 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे विनती करके कहा, “हमें उन सूअरों में à¤à¥‡à¤œ दे, कि हम उनके à¤à¥€à¤¤à¤° जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:13 अतः उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी और अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ निकलकर सूअरों के à¤à¥€à¤¤à¤° घà¥à¤¸ गई और à¤à¥à¤£à¥à¤¡, जो कोई दो हजार का था, कड़ाड़े पर से à¤à¤ªà¤Ÿà¤•à¤° à¤à¥€à¤² में जा पड़ा, और डूब मरा। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:14 और उनके चरवाहों ने à¤à¤¾à¤—कर नगर और गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में समाचार सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, और जो हà¥à¤† था, लोग उसे देखने आà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:15 यीशॠके पास आकर, वे उसको जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ समाई थी, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखकर, डर गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:16 और देखनेवालों ने उसका जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं, और सूअरों का पूरा हाल, उनको कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:17 और वे उससे विनती कर के कहने लगे, कि हमारी सीमा से चला जा। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:18 और जब वह नाव पर चढ़ने लगा, तो वह जिसमें पहले दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं, उससे विनती करने लगा, “मà¥à¤à¥‡ अपने साथ रहने दे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:19 परनà¥à¤¤à¥ उसने उसे आजà¥à¤žà¤¾ न दी, और उससे कहा, “अपने घर जाकर अपने लोगों को बता, कि तà¥à¤ पर दया करके पà¥à¤°à¤à¥ ने तेरे लिये कैसे बड़े काम किठहैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:20 वह जाकर दिकापà¥à¤²à¤¿à¤¸ में इस बात का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा, कि यीशॠने मेरे लिये कैसे बड़े काम किà¤; और सब अचमà¥à¤à¤¾ करते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:21 ¶ जब यीशॠफिर नाव से पार गया, तो à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पास इकटà¥à¤ ी हो गई; और वह à¤à¥€à¤² के किनारे था। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:22 और याईर नामक आराधनालय के सरदारों में से à¤à¤• आया, और उसे देखकर, उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरा। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:23 और उसने यह कहकर बहà¥à¤¤ विनती की, “मेरी छोटी बेटी मरने पर है: तू आकर उस पर हाथ रख, कि वह चंगी होकर जीवित रहे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:24 तब वह उसके साथ चला; और बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली, यहाठतक कि लोग उस पर गिरे पड़ते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:25 और à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, जिसको बारह वरà¥à¤· से लहू बहने का रोग था। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:26 और जिस ने बहà¥à¤¤ वैदà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से बड़ा दà¥à¤ƒà¤– उठाया और अपना सब माल वà¥à¤¯à¤¯ करने पर à¤à¥€ कà¥à¤› लाठन उठाया था, परनà¥à¤¤à¥ और à¤à¥€ रोगी हो गई थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:27 यीशॠकी चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¤•à¤°, à¤à¥€à¤¡à¤¼ में उसके पीछे से आई, और उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° को छू लिया, (IN) मरकà¥à¤¸ 5:28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह कहती थी, “यदि मैं उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° ही को छू लूà¤à¤—ी, तो चंगी हो जाऊà¤à¤—ी।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:29 और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसका लहू बहना बनà¥à¤¦ हो गया; और उसने अपनी देह में जान लिया, कि मैं उस बीमारी से अचà¥à¤›à¥€ हो गई हूà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:30 यीशॠने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अपने में जान लिया, कि मà¥à¤à¤¸à¥‡ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ निकली है, और à¤à¥€à¤¡à¤¼ में पीछे फिरकर पूछा, “मेरा वसà¥à¤¤à¥à¤° किसने छà¥à¤†?†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:31 उसके चेलों ने उससे कहा, “तू देखता है, कि à¤à¥€à¤¡à¤¼ तà¥à¤ पर गिरी पड़ती है, और तू कहता है; कि किसने मà¥à¤à¥‡ छà¥à¤†?†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:32 तब उसने उसे देखने के लिये जिस ने यह काम किया था, चारों ओर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:33 तब वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ यह जानकर, कि उसके साथ कà¥â€à¤¯à¤¾ हà¥à¤† है, डरती और काà¤à¤ªà¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ आई, और उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरकर, उससे सब हाल सच-सच कह दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:34 उसने उससे कहा, “पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ चंगा किया है: कà¥à¤¶à¤² से जा, और अपनी इस बीमारी से बची रह।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:35 वह यह कह ही रहा था, कि आराधनालय के सरदार के घर से लोगों ने आकर कहा, “तेरी बेटी तो मर गई; अब गà¥à¤°à¥ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤ƒà¤– देता है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:36 जो बात वे कह रहे थे, उसको यीशॠने अनसà¥à¤¨à¥€ करके, आराधनालय के सरदार से कहा, “मत डर; केवल विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रख।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:37 और उसने पतरस और याकूब और याकूब के à¤à¤¾à¤ˆ यूहनà¥à¤¨à¤¾ को छोड़, और किसी को अपने साथ आने न दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:38 और आराधनालय के सरदार के घर में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤°, उसने लोगों को बहà¥à¤¤ रोते और चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:39 तब उसने à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर उनसे कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हलà¥à¤²à¤¾ मचाते और रोते हो? लड़की मरी नहीं, परनà¥à¤¤à¥ सो रही है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:40 वे उसकी हà¤à¤¸à¥€ करने लगे, परनà¥à¤¤à¥ उसने सब को निकालकर लड़की के माता-पिता और अपने साथियों को लेकर, à¤à¥€à¤¤à¤° जहाठलड़की पड़ी थी, गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 5:41 और लड़की का हाथ पकड़कर उससे कहा, “तलीता कूमीâ€; जिसका अरà¥à¤¥ यह है “हे लड़की, मैं तà¥à¤ से कहता हूà¤, उठ।†(IN) मरकà¥à¤¸ 5:42 और लड़की तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठकर चलने फिरने लगी; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बारह वरà¥à¤· की थी। और इस पर लोग बहà¥à¤¤ चकित हो गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 5:43 फिर उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी के साथ आजà¥à¤žà¤¾ दी कि यह बात कोई जानने न पाठऔर कहा; “इसे कà¥à¤› खाने को दो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:1 ¶ वहाठसे निकलकर वह अपने देश में आया, और उसके चेले उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:2 सबà¥à¤¤ के दिन वह आराधनालय में उपदेश करने लगा; और बहà¥à¤¤ लोग सà¥à¤¨à¤•à¤° चकित हà¥à¤ और कहने लगे, “इसको ये बातें कहाठसे आ गई? और यह कौन सा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है जो उसको दिया गया है? और कैसे सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम इसके हाथों से पà¥à¤°à¤—ट होते हैं? (IN) मरकà¥à¤¸ 6:3 कà¥à¤¯à¤¾ यह वही बढ़ई नहीं, जो मरियम का पà¥à¤¤à¥à¤°, और याकूब और योसेस और यहूदा और शमौन का à¤à¤¾à¤ˆ है? और कà¥à¤¯à¤¾ उसकी बहनें यहाठहमारे बीच में नहीं रहतीं?†इसलिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके विषय में ठोकर खाई। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:4 यीशॠने उनसे कहा, “à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ का अपने देश और अपने कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬ और अपने घर को छोड़ और कहीं à¤à¥€ निरादर नहीं होता।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:5 और वह वहाठकोई सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का काम न कर सका, केवल थोड़े बीमारों पर हाथ रखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:6 और उसने उनके अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ किया और चारों ओर से गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में उपदेश करता फिरा। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:7 ¶ और वह बारहों को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दो-दो करके à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ लगा; और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं पर अधिकार दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:8 और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि “मारà¥à¤— के लिये लाठी छोड़ और कà¥à¤› न लो; न तो रोटी, न à¤à¥‹à¤²à¥€, न पटà¥à¤•à¥‡ में पैसे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:9 परनà¥à¤¤à¥ जूतियाठपहनो और दो-दो कà¥à¤°à¥à¤¤à¥‡ न पहनो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:10 और उसने उनसे कहा, “जहाठकहीं तà¥à¤® किसी घर में उतरो, तो जब तक वहाठसे विदा न हो, तब तक उसी घर में ठहरे रहो। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:11 जिस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करें, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ न सà¥à¤¨à¥‡à¤‚, वहाठसे चलते ही अपने तलवों की धूल à¤à¤¾à¤¡à¤¼ डालो, कि उन पर गवाही हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:12 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाकर पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया, कि मन फिराओ, (IN) मरकà¥à¤¸ 6:13 और बहà¥à¤¤ सी दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकाला, और बहà¥à¤¤ बीमारों पर तेल मलकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:14 ¶ और हेरोदेस राजा ने उसकी चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¥€, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका नाम फैल गया था, और उसने कहा, कि “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा है, इसलिठउससे ये सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम पà¥à¤°à¤—ट होते हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:15 और औरों ने कहा, “यह à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ हैâ€, परनà¥à¤¤à¥ औरों ने कहा, “à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से किसी à¤à¤• के समान है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:16 हेरोदेस ने यह सà¥à¤¨ कर कहा, “जिस यूहनà¥à¤¨à¤¾ का सिर मैंने कटवाया था, वही जी उठा है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हेरोदेस ने आप अपने à¤à¤¾à¤ˆ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ की पतà¥â€à¤¨à¥€ हेरोदियास के कारण, जिससे उसने विवाह किया था, लोगों को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° यूहनà¥à¤¨à¤¾ को पकड़वाकर बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दिया था। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने हेरोदेस से कहा था, “अपने à¤à¤¾à¤ˆ की पतà¥â€à¤¨à¥€ को रखना तà¥à¤à¥‡ उचित नहीं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:19 इसलिठहेरोदियास उससे बैर रखती थी और यह चाहती थी, कि उसे मरवा डाले, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¤¾ न हो सका, (IN) मरकà¥à¤¸ 6:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हेरोदेस यूहनà¥à¤¨à¤¾ को धरà¥à¤®à¥€ और पवितà¥à¤° पà¥à¤°à¥à¤· जानकर उससे डरता था, और उसे बचाठरखता था, और उसकी सà¥à¤¨à¤•à¤° बहà¥à¤¤ घबराता था, पर आननà¥à¤¦ से सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ था। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:21 और ठीक अवसर पर जब हेरोदेस ने अपने जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ में अपने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और सेनापतियों, और गलील के बड़े लोगों के लिये à¤à¥‹à¤œ किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:22 और उसी हेरोदियास की बेटी à¤à¥€à¤¤à¤° आई, और नाचकर हेरोदेस को और उसके साथ बैठनेवालों को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ किया; तब राजा ने लड़की से कहा, “तू जो चाहे मà¥à¤à¤¸à¥‡ माà¤à¤— मैं तà¥à¤à¥‡ दूà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:23 और उसने शपथ खाई, “मैं अपने आधे राजà¥à¤¯ तक जो कà¥à¤› तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ माà¤à¤—ेगी मैं तà¥à¤à¥‡ दूà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:24 उसने बाहर जाकर अपनी माता से पूछा, “मैं कà¥à¤¯à¤¾ माà¤à¤—ूà¤?†वह बोली, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले का सिर।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:25 वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ राजा के पास à¤à¥€à¤¤à¤° आई, और उससे विनती की, “मैं चाहती हूà¤, कि तू अà¤à¥€ यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले का सिर à¤à¤• थाल में मà¥à¤à¥‡ मà¤à¤—वा दे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:26 तब राजा बहà¥à¤¤ उदास हà¥à¤†, परनà¥à¤¤à¥ अपनी शपथ के कारण और साथ बैठनेवालों के कारण उसे टालना न चाहा। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:27 और राजा ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤• सिपाही को आजà¥à¤žà¤¾ देकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि उसका सिर काट लाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:28 उसने जेलखाने में जाकर उसका सिर काटा, और à¤à¤• थाल में रखकर लाया और लड़की को दिया, और लड़की ने अपनी माठको दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:29 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° उसके चेले आà¤, और उसके शव को उठाकर कबà¥à¤° में रखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:30 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने यीशॠके पास इकटà¥à¤ े होकर, जो कà¥à¤› उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किया, और सिखाया था, सब उसको बता दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:31 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® आप अलग किसी à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में आकर थोड़ा विशà¥à¤°à¤¾à¤® करो।†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ लोग आते जाते थे, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाने का अवसर à¤à¥€ नहीं मिलता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:32 इसलिठवे नाव पर चढ़कर, सà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ जगह में अलग चले गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:33 और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाते देखकर पहचान लिया, और सब नगरों से इकटà¥à¤ े होकर वहाठपैदल दौड़े और उनसे पहले जा पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:34 उसने उतर कर बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ देखी, और उन पर तरस खाया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उन à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के समान थे, जिनका कोई रखवाला न हो; और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤ सी बातें सिखाने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:35 जब दिन बहà¥à¤¤ ढल गया, तो उसके चेले उसके पास आकर कहने लगे, “यह सà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ जगह है, और दिन बहà¥à¤¤ ढल गया है। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:36 उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विदा कर, कि चारों ओर के गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ और बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जाकर, अपने लिये कà¥à¤› खाने को मोल लें।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:37 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाने को दो।†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ हम दो सौ दीनार की रोटियाठमोल लें, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खिलाà¤à¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:38 उसने उनसे कहा, “जाकर देखो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कितनी रोटियाठहैं?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मालूम करके कहा, “पाà¤à¤š रोटी और दो मछली à¤à¥€à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:39 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि सब को हरी घास पर समूह में बैठा दो। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:40 वे सौ-सौ और पचास-पचास करके समूह में बैठगà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:41 और उसने उन पाà¤à¤š रोटियों को और दो मछलियों को लिया, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर देखकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया और रोटियाठतोड़-तोड़ कर चेलों को देता गया, कि वे लोगों को परोसें, और वे दो मछलियाठà¤à¥€ उन सब में बाà¤à¤Ÿ दीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:42 और सब खाकर तृपà¥à¤¤ हो गà¤, (IN) मरकà¥à¤¸ 6:43 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ से बारह टोकरियाठà¤à¤° कर उठाई, और कà¥à¤› मछलियों से à¤à¥€à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 6:44 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रोटियाठखाई, वे पाà¤à¤š हजार पà¥à¤°à¥à¤· थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:45 ¶ तब उसने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अपने चेलों को विवश किया कि वे नाव पर चढ़कर उससे पहले उस पार बैतसैदा को चले जाà¤à¤, जब तक कि वह लोगों को विदा करे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:46 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विदा करके पहाड़ पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने को गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:47 और जब सांठहà¥à¤ˆ, तो नाव à¤à¥€à¤² के बीच में थी, और वह अकेला à¤à¥‚मि पर था। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:48 और जब उसने देखा, कि वे खेते-खेते घबरा गठहैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हवा उनके विरà¥à¤¦à¥à¤§ थी, तो रात के चौथे पहर के निकट वह à¤à¥€à¤² पर चलते हà¥à¤ उनके पास आया; और उनसे आगे निकल जाना चाहता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:49 परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे à¤à¥€à¤² पर चलते देखकर समà¤à¤¾, कि à¤à¥‚त है, और चिलà¥à¤²à¤¾ उठे, (IN) मरकà¥à¤¸ 6:50 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब उसे देखकर घबरा गठथे। पर उसने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनसे बातें की और कहा, “धैरà¥à¤¯ रखो : मैं हूà¤; डरो मत।†(IN) मरकà¥à¤¸ 6:51 तब वह उनके पास नाव पर आया, और हवा थम गई: वे बहà¥à¤¤ ही आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:52 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उन रोटियों के विषय में न समà¤à¥‡ थे परनà¥à¤¤à¥ उनके मन कठोर हो गठथे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:53 ¶ और वे पार उतरकर गनà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤°à¤¤ में पहà¥à¤à¤šà¥‡, और नाव घाट पर लगाई। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:54 और जब वे नाव पर से उतरे, तो लोग तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसको पहचान कर, (IN) मरकà¥à¤¸ 6:55 आस-पास के सारे देश में दौड़े, और बीमारों को खाटों पर डालकर, जहाà¤-जहाठसमाचार पाया कि वह है, वहाà¤-वहाठलिठफिरे। (IN) मरकà¥à¤¸ 6:56 और जहाठकहीं वह गाà¤à¤µà¥‹à¤‚, नगरों, या बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जाता था, तो लोग बीमारों को बाजारों में रखकर उससे विनती करते थे, कि वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° के आà¤à¤šà¤² ही को छू लेने दे: और जितने उसे छूते थे, सब चंगे हो जाते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:1 ¶ तब फरीसी और कà¥à¤› शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो यरूशलेम से आठथे, उसके पास इकटà¥à¤ े हà¥à¤, (IN) मरकà¥à¤¸ 7:2 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके कई चेलों को अशà¥à¤¦à¥à¤§ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बिना हाथ धोठरोटी खाते देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:3 (कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि फरीसी और सब यहूदी, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का पालन करते है और जब तक à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ हाथ नहीं धो लेते तब तक नहीं खाते; (IN) मरकà¥à¤¸ 7:4 और बाजार से आकर, जब तक सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ नहीं कर लेते, तब तक नहीं खाते; और बहà¥à¤¤ सी अनà¥à¤¯ बातें हैं, जो उनके पास मानने के लिये पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ˆ गई हैं, जैसे कटोरों, और लोटों, और तांबे के बरतनों को धोना-माà¤à¤œà¤¨à¤¾à¥¤) (IN) मरकà¥à¤¸ 7:5 इसलिठउन फरीसियों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने उससे पूछा, “तेरे चेले कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं पर नहीं चलते, और बिना हाथ धोठरोटी खाते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:6 उसने उनसे कहा, “यशायाह ने तà¥à¤® कपटियों के विषय में बहà¥à¤¤ ठीक à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की; जैसा लिखा है: (IN) मरकà¥à¤¸ 7:7 और ये वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ मेरी उपासना करते हैं, (IN) मरकà¥à¤¸ 7:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ को टालकर मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की रीतियों को मानते हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:9 और उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® अपनी रीतियों को मानने के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° आजà¥à¤žà¤¾ कैसी अचà¥à¤›à¥€ तरह टाल देते हो! (IN) मरकà¥à¤¸ 7:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मूसा ने कहा है, ‘अपने पिता और अपनी माता का आदर कर;’ और ‘जो कोई पिता या माता को बà¥à¤°à¤¾ कहे, वह अवशà¥à¤¯ मार डाला जाà¤à¥¤â€™ (IN) मरकà¥à¤¸ 7:11 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® कहते हो कि यदि कोई अपने पिता या माता से कहे, ‘जो कà¥à¤› तà¥à¤à¥‡ मà¥à¤à¤¸à¥‡ लाठपहà¥à¤à¤š सकता था, वह कà¥à¤°à¤¬à¤¾à¤¨ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ संकलà¥à¤ª हो चà¥à¤•à¤¾à¥¤â€™ (IN) मरकà¥à¤¸ 7:12 तो तà¥à¤® उसको उसके पिता या उसकी माता की कà¥à¤› सेवा करने नहीं देते। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:13 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® अपनी रीतियों से, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤® ने ठहराया है, परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन टाल देते हो; और à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ बहà¥à¤¤ से काम करते हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:14 ¶ और उसने लोगों को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, “तà¥à¤® सब मेरी सà¥à¤¨à¥‹, और समà¤à¥‹à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 7:15 à¤à¤¸à¥€ तो कोई वसà¥à¤¤à¥ नहीं जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ में बाहर से समाकर उसे अशà¥à¤¦à¥à¤§ करे; परनà¥à¤¤à¥ जो वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के à¤à¥€à¤¤à¤° से निकलती हैं, वे ही उसे अशà¥à¤¦à¥à¤§ करती हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:16 यदि किसी के सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के कान हों तो सà¥à¤¨ ले।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:17 जब वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ के पास से घर में गया, तो उसके चेलों ने इस दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ के विषय में उससे पूछा। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:18 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ नासमठहो? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं समà¤à¤¤à¥‡, कि जो वसà¥à¤¤à¥ बाहर से मनà¥à¤·à¥à¤¯ के à¤à¥€à¤¤à¤° जाती है, वह उसे अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं कर सकती? (IN) मरकà¥à¤¸ 7:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उसके मन में नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पेट में जाती है, और शौच में निकल जाती है?†यह कहकर उसने सब à¤à¥‹à¤œà¤¨ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को शà¥à¤¦à¥à¤§ ठहराया। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:20 फिर उसने कहा, “जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ में से निकलता है, वही मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥€à¤¤à¤° से, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के मन से, बà¥à¤°à¥‡-बà¥à¤°à¥‡ विचार, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, चोरी, हतà¥à¤¯à¤¾, परसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤—मन, (IN) मरकà¥à¤¸ 7:22 लोà¤, दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, छल, लà¥à¤šà¤ªà¤¨, कà¥à¤¦à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¿, निनà¥à¤¦à¤¾, अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨, और मूरà¥à¤–ता निकलती हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:23 ये सब बà¥à¤°à¥€ बातें à¤à¥€à¤¤à¤° ही से निकलती हैं और मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करती हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:24 ¶ फिर वह वहाठसे उठकर सोर और सीदोन के देशों में आया; और à¤à¤• घर में गया, और चाहता था, कि कोई न जाने; परनà¥à¤¤à¥ वह छिप न सका। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:25 और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जिसकी छोटी बेटी में अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ थी, उसकी चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨ कर आई, और उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरी। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:26 यह यूनानी और सà¥à¤°à¥‚फâ€à¤¿à¤¨à¤¿à¤•à¥€ जाति की थी; और उसने उससे विनती की, कि मेरी बेटी में से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ निकाल दे। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:27 उसने उससे कहा, “पहले लड़कों को तृपà¥à¤¤ होने दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लड़को की रोटी लेकर कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के आगे डालना उचित नहीं है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:28 उसने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया; “सच है पà¥à¤°à¤à¥; फिर à¤à¥€ कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ à¤à¥€ तो मेज के नीचे बालकों की रोटी के चूर चार खा लेते हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:29 उसने उससे कहा, “इस बात के कारण चली जा; दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ तेरी बेटी में से निकल गई है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:30 और उसने अपने घर आकर देखा कि लड़की खाट पर पड़ी है, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ निकल गई है। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:31 ¶ फिर वह सोर और सीदोन के देशों से निकलकर दिकापà¥à¤²à¤¿à¤¸ देश से होता हà¥à¤† गलील की à¤à¥€à¤² पर पहà¥à¤à¤šà¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 7:32 और लोगों ने à¤à¤• बहरे को जो हकà¥à¤²à¤¾ à¤à¥€ था, उसके पास लाकर उससे विनती की, कि अपना हाथ उस पर रखे। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:33 तब वह उसको à¤à¥€à¤¡à¤¼ से अलग ले गया, और अपनी उà¤à¤—लियाठउसके कानों में डाली, और थूककर उसकी जीठको छà¥à¤†à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 7:34 और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर देखकर आह à¤à¤°à¥€, और उससे कहा, “इपà¥à¤«à¤¤à¥à¤¤à¤¹!†अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ “खà¥à¤² जा!†(IN) मरकà¥à¤¸ 7:35 और उसके कान खà¥à¤² गà¤, और उसकी जीठकी गाà¤à¤ à¤à¥€ खà¥à¤² गई, और वह साफ-साफ बोलने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:36 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी दी कि किसी से न कहना; परनà¥à¤¤à¥ जितना उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिताया उतना ही वे और पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 7:37 और वे बहà¥à¤¤ ही आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ में होकर कहने लगे, “उसने जो कà¥à¤› किया सब अचà¥à¤›à¤¾ किया है; वह बहरों को सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ की, और गूà¤à¤—ों को बोलने की शकà¥à¤¤à¤¿ देता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:1 ¶ उन दिनों में, जब फिर बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆ, और उनके पास कà¥à¤› खाने को न था, तो उसने अपने चेलों को पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, (IN) मरकà¥à¤¸ 8:2 “मà¥à¤à¥‡ इस à¤à¥€à¤¡à¤¼ पर तरस आता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह तीन दिन से बराबर मेरे साथ हैं, और उनके पास कà¥à¤› à¤à¥€ खाने को नहीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:3 यदि मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‚खा घर à¤à¥‡à¤œ दूà¤, तो मारà¥à¤— में थककर रह जाà¤à¤à¤—े; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनमें से कोई-कोई दूर से आठहैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:4 उसके चेलों ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यहाठजंगल में इतनी रोटी कोई कहाठसे लाठकि ये तृपà¥à¤¤ हों?†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:5 उसने उनसे पूछा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कितनी रोटियाठहैं?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “सात।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:6 ¶ तब उसने लोगों को à¤à¥‚मि पर बैठने की आजà¥à¤žà¤¾ दी, और वे सात रोटियाठलीं, और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके तोड़ी, और अपने चेलों को देता गया कि उनके आगे रखें, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लोगों के आगे परोस दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:7 उनके पास थोड़ी सी छोटी मछलियाठà¤à¥€ थीं; और उसने धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ लोगों के आगे रखने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:8 अतः वे खाकर तृपà¥à¤¤ हो गठऔर शेष टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के सात टोकरे à¤à¤°à¤•à¤° उठाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 8:9 और लोग चार हजार के लगà¤à¤— थे, और उसने उनको विदा किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:10 और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अपने चेलों के साथ नाव पर चढ़कर दलमनूता देश को चला गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:11 ¶ फिर फरीसियों ने आकर उससे वाद-विवाद करने लगे, और उसे जाà¤à¤šà¤¨à¥‡ के लिये उससे कोई सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय चिनà¥à¤¹ माà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:12 उसने अपनी आतà¥à¤®à¤¾ में à¤à¤°à¤•à¤° कहा, “इस समय के लोग कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चिनà¥à¤¹ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं? मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि इस समय के लोगों को कोई चिनà¥à¤¹ नहीं दिया जाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:13 और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़कर फिर नाव पर चढ़ गया, और पार चला गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:14 ¶ और वे रोटी लेना à¤à¥‚ल गठथे, और नाव में उनके पास à¤à¤• ही रोटी थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:15 और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी दी, “देखो, फरीसियों के ख़मीर और हेरोदेस के ख़मीर से सावधान रहो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:16 वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:17 यह जानकर यीशॠने उनसे कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ आपस में विचार कर रहे हो कि हमारे पास रोटी नहीं? कà¥à¤¯à¤¾ अब तक नहीं जानते और नहीं समà¤à¤¤à¥‡? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन कठोर हो गया है? (IN) मरकà¥à¤¸ 8:18 कà¥à¤¯à¤¾ आà¤à¤–ें रखते हà¥à¤ à¤à¥€ नहीं देखते, और कान रखते हà¥à¤ à¤à¥€ नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡? और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ नहीं? (IN) मरकà¥à¤¸ 8:19 कि जब मैंने पाà¤à¤š हजार के लिये पाà¤à¤š रोटी तोड़ी थीं तो तà¥à¤® ने टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ की कितनी टोकरियाठà¤à¤°à¤•à¤° उठाई?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “बारह टोकरियाà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 8:20 उसने उनसे कहा, “और जब चार हजार के लिठसात रोटियाठथी तो तà¥à¤® ने टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के कितने टोकरे à¤à¤°à¤•à¤° उठाठथे?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “सात टोकरे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:21 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® अब तक नहीं समà¤à¤¤à¥‡?†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:22 ¶ और वे बैतसैदा में आà¤; और लोग à¤à¤• अंधे को उसके पास ले आठऔर उससे विनती की कि उसको छूà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 8:23 वह उस अंधे का हाथ पकड़कर उसे गाà¤à¤µ के बाहर ले गया। और उसकी आà¤à¤–ों में थूककर उस पर हाथ रखे, और उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू कà¥à¤› देखता है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:24 उसने आà¤à¤– उठाकर कहा, “मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को देखता हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे मà¥à¤à¥‡ चलते हà¥à¤ दिखाई देते हैं, जैसे पेड़।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:25 तब उसने फिर दोबारा उसकी आà¤à¤–ों पर हाथ रखे, और उसने धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखा। और चंगा हो गया, और सब कà¥à¤› साफ-साफ देखने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:26 और उसने उससे यह कहकर घर à¤à¥‡à¤œà¤¾, “इस गाà¤à¤µ के à¤à¥€à¤¤à¤° पाà¤à¤µ à¤à¥€ न रखना।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:27 ¶ यीशॠऔर उसके चेले कैसरिया फिलिपà¥à¤ªà¥€ के गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में चले गà¤; और मारà¥à¤— में उसने अपने चेलों से पूछा, “लोग मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:28 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला; पर कोई-कोई, à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹; और कोई-कोई, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से à¤à¤• à¤à¥€ कहते हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:29 उसने उनसे पूछा, “परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहते हो?†पतरस ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू मसीह है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:30 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिताकर कहा कि मेरे विषय में यह किसी से न कहना। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:31 ¶ और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिखाने लगा, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के लिये अवशà¥à¤¯ है, कि वह बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤, और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसे तà¥à¤šà¥à¤› समà¤à¤•à¤° मार डालें और वह तीन दिन के बाद जी उठे। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:32 उसने यह बात उनसे साफ-साफ कह दी। इस पर पतरस उसे अलग ले जाकर डाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:33 परनà¥à¤¤à¥ उसने फिरकर, और अपने चेलों की ओर देखकर पतरस को डाà¤à¤Ÿà¤•à¤° कहा, “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° की बातों पर नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ की बातों पर मन लगाता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 8:34 ¶ उसने à¤à¥€à¤¡à¤¼ को अपने चेलों समेत पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, “जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आप से इनà¥à¤•à¤¾à¤° करे और अपना कà¥à¤°à¥‚स उठाकर, मेरे पीछे हो ले। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:35 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाना चाहे वह उसे खोà¤à¤—ा, पर जो कोई मेरे और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ खोà¤à¤—ा, वह उसे बचाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 8:36 यदि मनà¥à¤·à¥à¤¯ सारे जगत को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करे और अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ की हानि उठाà¤, तो उसे कà¥à¤¯à¤¾ लाठहोगा? (IN) मरकà¥à¤¸ 8:37 और मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ के बदले कà¥à¤¯à¤¾ देगा? (IN) मरकà¥à¤¸ 8:38 जो कोई इस वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€ और पापी जाति के बीच मà¥à¤à¤¸à¥‡ और मेरी बातों से लजाà¤à¤—ा, मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ जब वह पवितà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के साथ अपने पिता की महिमा सहित आà¤à¤—ा, तब उससे à¤à¥€ लजाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:1 ¶ और उसने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो यहाठखड़े हैं, उनमें से कोई à¤à¤¸à¥‡ हैं, कि जब तक परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ को सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ सहित आता हà¥à¤† न देख लें, तब तक मृतà¥à¤¯à¥ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ कदापि न चखेंगे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:2 छः दिन के बाद यीशॠने पतरस और याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को साथ लिया, और à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में किसी ऊà¤à¤šà¥‡ पहाड़ पर ले गया; और उनके सामने उसका रूप बदल गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:3 और उसका वसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¸à¤¾ चमकने लगा और यहाठतक अति उजà¥â€à¤œà¥à¤µà¤² हà¥à¤†, कि पृथà¥à¤µà¥€ पर कोई धोबी à¤à¥€ वैसा उजà¥â€à¤œà¥à¤µà¤² नहीं कर सकता। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:4 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मूसा के साथ à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ दिखाई दिया; और वे यीशॠके साथ बातें करते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:5 इस पर पतरस ने यीशॠसे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, हमारा यहाठरहना अचà¥à¤›à¤¾ है: इसलिठहम तीन मणà¥à¤¡à¤ª बनाà¤à¤; à¤à¤• तेरे लिये, à¤à¤• मूसा के लिये, और à¤à¤• à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के लिये।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह न जानता था कि कà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° दे, इसलिठकि वे बहà¥à¤¤ डर गठथे। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:7 तब à¤à¤• बादल ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छा लिया, और उस बादल में से यह शबà¥à¤¦ निकला, “यह मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है; इसकी सà¥à¤¨à¥‹à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:8 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤•à¤¾à¤à¤• चारों ओर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और यीशॠको छोड़ अपने साथ और किसी को न देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:9 पहाड़ से उतरते हà¥à¤, उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि जब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° मरे हà¥à¤“ं में से जी न उठे, तब तक जो कà¥à¤› तà¥à¤® ने देखा है वह किसी से न कहना। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:10 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात को सà¥à¤®à¤°à¤£ रखा; और आपस में वाद-विवाद करने लगे, “मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने का कà¥à¤¯à¤¾ अरà¥à¤¥ है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:11 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहते हैं, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का पहले आना अवशà¥à¤¯ है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:12 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ सचमà¥à¤š पहले आकर सब कà¥à¤› सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‡à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के विषय में यह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लिखा है, कि वह बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤à¤—ा, और तà¥à¤šà¥à¤› गिना जाà¤à¤—ा? (IN) मरकà¥à¤¸ 9:13 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ तो आ चà¥à¤•à¤¾, और जैसा उसके विषय में लिखा है, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो कà¥à¤› चाहा उसके साथ किया।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:14 ¶ और जब वह चेलों के पास आया, तो देखा कि उनके चारों ओर बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगी है और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उनके साथ विवाद कर रहें हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:15 और उसे देखते ही सब बहà¥à¤¤ ही आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करने लगे, और उसकी ओर दौड़कर उसे नमसà¥à¤•à¤¾à¤° किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:16 उसने उनसे पूछा, “तà¥à¤® इनसे कà¥à¤¯à¤¾ विवाद कर रहे हो?†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:17 à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से à¤à¤• ने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे गà¥à¤°à¥, मैं अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को, जिसमें गूंगी आतà¥à¤®à¤¾ समाई है, तेरे पास लाया था। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:18 जहाठकहीं वह उसे पकड़ती है, वहीं पटक देती है; और वह मà¥à¤à¤¹ में फेन à¤à¤° लाता, और दाà¤à¤¤ पीसता, और सूखता जाता है। और मैंने तेरे चेलों से कहा, कि वे उसे निकाल दें, परनà¥à¤¤à¥ वे निकाल न सके।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:19 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° उसने उनसे उतà¥à¤¤à¤° देके कहा, “हे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ लोगों, मैं कब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहूà¤à¤—ा? और कब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सहूà¤à¤—ा? उसे मेरे पास लाओ।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:20 तब वे उसे उसके पास ले आà¤à¥¤ और जब उसने उसे देखा, तो उस आतà¥à¤®à¤¾ ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसे मरोड़ा, और वह à¤à¥‚मि पर गिरा, और मà¥à¤à¤¹ से फेन बहाते हà¥à¤ लोटने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:21 उसने उसके पिता से पूछा, “इसकी यह दशा कब से है?†और उसने कहा, “बचपन से। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:22 उसने इसे नाश करने के लिये कà¤à¥€ आग और कà¤à¥€ पानी में गिराया; परनà¥à¤¤à¥ यदि तू कà¥à¤› कर सके, तो हम पर तरस खाकर हमारा उपकार कर।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:23 यीशॠने उससे कहा, “यदि तू कर सकता है! यह कà¥à¤¯à¤¾ बात है? विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले के लिये सब कà¥à¤› हो सकता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:24 बालक के पिता ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता हूà¤; मेरे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का उपाय कर।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:25 जब यीशॠने देखा, कि लोग दौड़कर à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगा रहे हैं, तो उसने अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ को यह कहकर डाà¤à¤Ÿà¤¾, कि “हे गूंगी और बहरी आतà¥à¤®à¤¾, मैं तà¥à¤à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ देता हूà¤, उसमें से निकल आ, और उसमें फिर कà¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न करना।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:26 तब वह चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, और उसे बहà¥à¤¤ मरोड़ कर, निकल आई; और बालक मरा हà¥à¤† सा हो गया, यहाठतक कि बहà¥à¤¤ लोग कहने लगे, कि वह मर गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:27 परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने उसका हाथ पकड़ के उसे उठाया, और वह खड़ा हो गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:28 जब वह घर में आया, तो उसके चेलों ने à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में उससे पूछा, “हम उसे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न निकाल सके?†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:29 उसने उनसे कहा, “यह जाति बिना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किसी और उपाय से निकल नहीं सकती।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:30 ¶ फिर वे वहाठसे चले, और गलील में होकर जा रहे थे, वह नहीं चाहता था कि कोई जाने, (IN) मरकà¥à¤¸ 9:31 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अपने चेलों को उपदेश देता और उनसे कहता था, “मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤°, मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में पकड़वाया जाà¤à¤—ा, और वे उसे मार डालेंगे; और वह मरने के तीन दिन बाद जी उठेगा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:32 पर यह बात उनकी समठमें नहीं आई, और वे उससे पूछने से डरते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:33 ¶ फिर वे कफरनहूम में आà¤; और घर में आकर उसने उनसे पूछा, “रासà¥à¤¤à¥‡ में तà¥à¤® किस बात पर विवाद कर रहे थे?†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:34 वे चà¥à¤ª रहे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि, मारà¥à¤— में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आपस में यह वाद-विवाद किया था, कि हम में से बड़ा कौन है? (IN) मरकà¥à¤¸ 9:35 तब उसने बैठकर बारहों को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और उनसे कहा, “यदि कोई बड़ा होना चाहे, तो सबसे छोटा और सब का सेवक बने।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:36 और उसने à¤à¤• बालक को लेकर उनके बीच में खड़ा किया, और उसको गोद में लेकर उनसे कहा, (IN) मरकà¥à¤¸ 9:37 “जो कोई मेरे नाम से à¤à¤¸à¥‡ बालकों में से किसी à¤à¤• को à¤à¥€ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है; और जो कोई मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता, वह मà¥à¤à¥‡ नहीं, वरनॠमेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:38 तब यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, हमने à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को तेरे नाम से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालते देखा और हम उसे मना करने लगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह हमारे पीछे नहीं हो लेता था।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:39 यीशॠने कहा, “उसको मना मत करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ कोई नहीं जो मेरे नाम से सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का काम करे, और आगे मेरी निनà¥à¤¦à¤¾ करे, (IN) मरकà¥à¤¸ 9:40 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो हमारे विरोध में नहीं, वह हमारी ओर है। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:41 जो कोई à¤à¤• कटोरा पानी तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठपिलाठकि तà¥à¤® मसीह के हो तो मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि वह अपना पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² किसी तरह से न खोà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 9:42 ¶ “जो कोई इन छोटों में से जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, किसी को ठोकर खिलाà¤à¤ तो उसके लिये à¤à¤²à¤¾ यह है कि à¤à¤• बड़ी चकà¥à¤•à¥€ का पाट उसके गले में लटकाया जाठऔर वह समà¥à¤¦à¥à¤° में डाल दिया जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:43 यदि तेरा हाथ तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤ तो उसे काट डाल टà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾ होकर जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना, तेरे लिये इससे à¤à¤²à¤¾ है कि दो हाथ रहते हà¥à¤ नरक के बीच उस आग में डाला जाठजो कà¤à¥€ बà¥à¤à¤¨à¥‡ की नहीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:44 जहाठउनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बà¥à¤à¤¤à¥€à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:45 और यदि तेरा पाà¤à¤µ तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤ तो उसे काट डाल। लà¤à¤—ड़ा होकर जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना तेरे लिये इससे à¤à¤²à¤¾ है, कि दो पाà¤à¤µ रहते हà¥à¤ नरक में डाला जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:46 जहाठउनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बà¥à¤à¤¤à¥€ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:47 और यदि तेरी आà¤à¤– तà¥à¤à¥‡ ठोकर खिलाà¤à¤ तो उसे निकाल डाल, काना होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना तेरे लिये इससे à¤à¤²à¤¾ है, कि दो आà¤à¤– रहते हà¥à¤ तू नरक में डाला जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:48 जहाठउनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बà¥à¤à¤¤à¥€à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 9:49 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• जन आग से नमकीन किया जाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 9:50 नमक अचà¥à¤›à¤¾ है, पर यदि नमक का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ बिगड़ जाà¤, तो उसे किससे नमकीन करोगे? अपने में नमक रखो, और आपस में मेल मिलाप से रहो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:1 ¶ फिर वह वहाठसे उठकर यहूदिया के सीमा-कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और यरदन के पार आया, और à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पास फिर इकटà¥à¤ ी हो गई, और वह अपनी रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिर उपदेश देने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:2 तब फरीसियों ने उसके पास आकर उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ करने को उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह उचित है, कि पà¥à¤°à¥à¤· अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤—े?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:3 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मूसा ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤¯à¤¾ आजà¥à¤žà¤¾ दी है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:4 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “मूसा ने तà¥à¤¯à¤¾à¤—-पतà¥à¤° लिखने और तà¥à¤¯à¤¾à¤—ने की आजà¥à¤žà¤¾ दी है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:5 यीशॠने उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन की कठोरता के कारण उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यह आजà¥à¤žà¤¾ लिखी। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:6 पर सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के आरमà¥à¤ से, परमेशà¥â€à¤µà¤° ने नर और नारी करके उनको बनाया है। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:7 इस कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने माता-पिता से अलग होकर अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ के साथ रहेगा, (IN) मरकà¥à¤¸ 10:8 और वे दोनों à¤à¤• तन होंगे’; इसलिठवे अब दो नहीं, पर à¤à¤• तन हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:9 इसलिठजिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जोड़ा है, उसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ अलग न करे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:10 और घर में चेलों ने इसके विषय में उससे फिर पूछा। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:11 उसने उनसे कहा, “जो कोई अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर दूसरी से विवाह करे तो वह उस पहली के विरोध में वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:12 और यदि पतà¥â€à¤¨à¥€ अपने पति को छोड़कर दूसरे से विवाह करे, तो वह वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करती है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:13 ¶ फिर लोग बालकों को उसके पास लाने लगे, कि वह उन पर हाथ रखे; पर चेलों ने उनको डाà¤à¤Ÿà¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 10:14 यीशॠने यह देख कà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤§ होकर उनसे कहा, “बालकों को मेरे पास आने दो और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मना न करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ à¤à¤¸à¥‹à¤‚ ही का है। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:15 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ को बालक की तरह गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करे, वह उसमें कà¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने न पाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:16 और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गोद में लिया, और उन पर हाथ रखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशीष दी। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:17 ¶ और जब वह निकलकर मारà¥à¤— में जाता था, तो à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके पास दौड़ता हà¥à¤† आया, और उसके आगे घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर उससे पूछा, “हे उतà¥à¤¤à¤® गà¥à¤°à¥, अननà¥à¤¤ जीवन का अधिकारी होने के लिये मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:18 यीशॠने उससे कहा, “तू मà¥à¤à¥‡ उतà¥à¤¤à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है? कोई उतà¥à¤¤à¤® नहीं, केवल à¤à¤• अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 10:19 तू आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को तो जानता है: ‘हतà¥à¤¯à¤¾ न करना, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना, चोरी न करना, à¤à¥‚ठी गवाही न देना, छल न करना, अपने पिता और अपनी माता का आदर करना।’ (IN) मरकà¥à¤¸ 10:20 उसने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, इन सब को मैं लड़कपन से मानता आया हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 10:21 यीशॠने उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके उससे पà¥à¤°à¥‡à¤® किया, और उससे कहा, “तà¥à¤ में à¤à¤• बात की घटी है; जा, जो कà¥à¤› तेरा है, उसे बेचकर गरीबों को दे, और तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में धन मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:22 इस बात से उसके चेहरे पर उदासी छा गई, और वह शोक करता हà¥à¤† चला गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बहà¥à¤¤ धनी था। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:23 ¶ यीशॠने चारों ओर देखकर अपने चेलों से कहा, “धनवानों को परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना कैसा कठिन है!†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:24 चेले उसकी बातों से अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ इस पर यीशॠने फिर उनसे कहा, “हे बालकों, जो धन पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखते हैं, उनके लिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना कैसा कठिन है! (IN) मरकà¥à¤¸ 10:25 परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में धनवान के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने से ऊà¤à¤Ÿ का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है!†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:26 वे बहà¥à¤¤ ही चकित होकर आपस में कहने लगे, “तो फिर किस का उदà¥à¤§à¤¾à¤° हो सकता है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:27 यीशॠने उनकी ओर देखकर कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से तो यह नहीं हो सकता, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से हो सकता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° से सब कà¥à¤› हो सकता है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:28 पतरस उससे कहने लगा, “देख, हम तो सब कà¥à¤› छोड़कर तेरे पीछे हो लिये हैं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:29 यीशॠने कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि à¤à¤¸à¤¾ कोई नहीं, जिस ने मेरे और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये घर या à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ या बहनों या माता या पिता या बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ या खेतों को छोड़ दिया हो, (IN) मरकà¥à¤¸ 10:30 और अब इस समय सौ गà¥à¤£à¤¾ न पाà¤, घरों और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ और बहनों और माताओं और बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और खेतों को, पर सताव के साथ और परलोक में अननà¥à¤¤ जीवन। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:31 पर बहà¥à¤¤ सारे जो पहले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, वे पहले होंगे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:32 ¶ और वे यरूशलेम को जाते हà¥à¤ मारà¥à¤— में थे, और यीशॠउनके आगे-आगे जा रहा था : और चेले अचमà¥à¤à¤¾ करने लगे और जो उसके पीछे-पीछे चलते थे वे डरे हà¥à¤ थे, तब वह फिर उन बारहों को लेकर उनसे वे बातें कहने लगा, जो उस पर आनेवाली थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:33 “देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ पकड़वाया जाà¤à¤—ा, और वे उसको मृतà¥à¤¯à¥ के योगà¥à¤¯ ठहराà¤à¤à¤—े, और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में सौंपेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:34 और वे उसका उपहास करेंगे, उस पर थूकेंगे, उसे कोड़े मारेंगे, और उसे मार डालेंगे, और तीन दिन के बाद वह जी उठेगा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:35 ¶ तब जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उसके पास आकर कहा, “हे गà¥à¤°à¥, हम चाहते हैं, कि जो कà¥à¤› हम तà¥à¤ से माà¤à¤—े, वही तू हमारे लिये करे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:36 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ चाहते हो कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये करूà¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:37 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हमें यह दे, कि तेरी महिमा में हम में से à¤à¤• तेरे दाहिने और दूसरा तेरे बाà¤à¤ बैठे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:38 यीशॠने उनसे कहा, “तà¥à¤® नहीं जानते, कि कà¥à¤¯à¤¾ माà¤à¤—ते हो? जो कटोरा मैं पीने पर हूà¤, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® पी सकते हो? और जो बपतिसà¥à¤®à¤¾ मैं लेने पर हूà¤, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ले सकते हो?†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:39 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हम से हो सकता है।†यीशॠने उनसे कहा, “जो कटोरा मैं पीने पर हूà¤, तà¥à¤® पीओगे; और जो बपतिसà¥à¤®à¤¾ मैं लेने पर हूà¤, उसे लोगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:40 पर जिनके लिये तैयार किया गया है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़ और किसी को अपने दाहिने और अपने बाà¤à¤ बैठाना मेरा काम नहीं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:41 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° दसों याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ पर रिसियाने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:42 तो यीशॠने उनको पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, “तà¥à¤® जानते हो, कि जो अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अधिपति समà¤à¥‡ जाते हैं, वे उन पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करते हैं; और उनमें जो बड़े हैं, उन पर अधिकार जताते हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:43 पर तà¥à¤® में à¤à¤¸à¤¾ नहीं है, वरनॠजो कोई तà¥à¤® में बड़ा होना चाहे वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सेवक बने; (IN) मरकà¥à¤¸ 10:44 और जो कोई तà¥à¤® में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ होना चाहे, वह सब का दास बने। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:45 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° इसलिठनहीं आया, कि उसकी सेवा टहल की जाà¤, पर इसलिठआया, कि आप सेवा टहल करे, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ दे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:46 ¶ वे यरीहो में आà¤, और जब वह और उसके चेले, और à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ यरीहो से निकलती थी, तब तिमाई का पà¥à¤¤à¥à¤° बरतिमाई à¤à¤• अंधा à¤à¤¿à¤–ारी, सड़क के किनारे बैठा था। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:47 वह यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि यीशॠनासरी है, पà¥à¤•à¤¾à¤°-पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहने लगा “हे दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, यीशॠमà¥à¤ पर दया कर।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:48 बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उसे डाà¤à¤Ÿà¤¾ कि चà¥à¤ª रहे, पर वह और à¤à¥€ पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ लगा, “हे दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, मà¥à¤ पर दया कर।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:49 तब यीशॠने ठहरकर कहा, “उसे बà¥à¤²à¤¾à¤“।†और लोगों ने उस अंधे को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उससे कहा, “धैरà¥à¤¯ रख, उठ, वह तà¥à¤à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 10:50 वह अपना बाहरी वसà¥à¤¤à¥à¤° फेंककर शीघà¥à¤° उठा, और यीशॠके पास आया। (IN) मरकà¥à¤¸ 10:51 इस पर यीशॠने उससे कहा, “तू कà¥à¤¯à¤¾ चाहता है कि मैं तेरे लिये करूà¤?†अंधे ने उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, यह कि मैं देखने लगूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 10:52 यीशॠने उससे कहा, “चला जा, तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ चंगा कर दिया है।†और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ देखने लगा, और मारà¥à¤— में उसके पीछे हो लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:1 ¶ जब वे यरूशलेम के निकट, जैतून पहाड़ पर बैतफगे और बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पास आà¤, तो उसने अपने चेलों में से दो को यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, (IN) मरकà¥à¤¸ 11:2 “सामने के गाà¤à¤µ में जाओ, और उसमें पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ ही à¤à¤• गदही का बचà¥à¤šà¤¾, जिस पर कà¤à¥€ कोई नहीं चढ़ा, बंधा हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलेगा, उसे खोल लाओ। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:3 यदि तà¥à¤® से कोई पूछे, ‘यह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करते हो?’ तो कहना, ‘पà¥à¤°à¤à¥ को इसका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ है,’ और वह शीघà¥à¤° उसे यहाठà¤à¥‡à¤œ देगा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:4 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाकर उस बचà¥à¤šà¥‡ को बाहर दà¥à¤µà¤¾à¤° के पास चौक में बंधा हà¥à¤† पाया, और खोलने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:5 उनमें से जो वहाठखड़े थे, कोई-कोई कहने लगे “यह कà¥à¤¯à¤¾ करते हो, गदही के बचà¥à¤šà¥‡ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खोलते हो?†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:6 चेलों ने जैसा यीशॠने कहा था, वैसा ही उनसे कह दिया; तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाने दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:7 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बचà¥à¤šà¥‡ को यीशॠके पास लाकर उस पर अपने कपड़े डाले और वह उस पर बैठगया। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:8 और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने अपने कपड़े मारà¥à¤— में बिछाठऔर औरों ने खेतों में से डालियाठकाट-काट कर फैला दीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:9 और जो उसके आगे-आगे जाते और पीछे-पीछे चले आते थे, पà¥à¤•à¤¾à¤°-पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहते जाते थे, “होशाना; धनà¥à¤¯ है वह जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:10 हमारे पिता दाऊद का राजà¥à¤¯ जो आ रहा है; धनà¥à¤¯ है! आकाश में होशाना।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:11 और वह यरूशलेम पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में आया, और चारों ओर सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को देखकर बारहों के साथ बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सांठहो गई थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:12 ¶ दूसरे दिन जब वे बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ से निकले तो उसको à¤à¥‚ख लगी। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:13 और वह दूर से अंजीर का à¤à¤• हरा पेड़ देखकर निकट गया, कि कà¥à¤¯à¤¾ जाने उसमें कà¥à¤› पाà¤: पर पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को छोड़ कà¥à¤› न पाया; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि फल का समय न था। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:14 इस पर उसने उससे कहा, “अब से कोई तेरा फल कà¤à¥€ न खाà¤à¥¤â€ और उसके चेले सà¥à¤¨ रहे थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:15 ¶ फिर वे यरूशलेम में आà¤, और वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में गया; और वहाठजो लेन-देन कर रहे थे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाहर निकालने लगा, और सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ के मेज़ें और कबूतर के बेचनेवालों की चौकियाठउलट दीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:16 ¶ और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में से होकर किसी को बरà¥à¤¤à¤¨ लेकर आने-जाने न दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:17 और उपदेश करके उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह नहीं लिखा है, कि मेरा घर सब जातियों के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ का घर कहलाà¤à¤—ा? पर तà¥à¤® ने इसे डाकà¥à¤“ं की खोह बना दी है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:18 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसके नाश करने का अवसर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उससे डरते थे, इसलिठकि सब लोग उसके उपदेश से चकित होते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:19 और सांठहोते ही वे नगर से बाहर चले गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 11:20 ¶ फिर à¤à¥‹à¤° को जब वे उधर से जाते थे तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस अंजीर के पेड़ को जड़ तक सूखा हà¥à¤† देखा। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:21 पतरस को वह बात सà¥à¤®à¤°à¤£ आई, और उसने उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, देख! यह अंजीर का पेड़ जिसे तूने शà¥à¤°à¤¾à¤ª दिया था सूख गया है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:22 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखो। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:23 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि जो कोई इस पहाड़ से कहे, ‘तू उखड़ जा, और समà¥à¤¦à¥à¤° में जा पड़,’ और अपने मन में सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ न करे, वरनॠविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, कि जो कहता हूठवह हो जाà¤à¤—ा, तो उसके लिये वही होगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:24 इसलिठमैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जो कà¥à¤› तà¥à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करके माà¤à¤—ो तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर लो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिल गया, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हो जाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:25 और जब कà¤à¥€ तà¥à¤® खड़े हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हो, तो यदि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन में किसी की ओर से कà¥à¤› विरोध हो, तो कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो: इसलिठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ करे। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:26 परनà¥à¤¤à¥ यदि तà¥à¤® कà¥à¤·à¤®à¤¾ न करो तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता à¤à¥€ जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ न करेगा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:27 ¶ वे फिर यरूशलेम में आà¤, और जब वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में टहल रहा था तो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ उसके पास आकर पूछने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:28 “तू ये काम किस अधिकार से करता है? और यह अधिकार तà¥à¤à¥‡ किसने दिया है कि तू ये काम करे?†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:29 यीशॠने उनसे कहा, “मैं à¤à¥€ तà¥à¤® से à¤à¤• बात पूछता हूà¤; मà¥à¤à¥‡ उतà¥à¤¤à¤° दो, तो मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताऊà¤à¤—ा कि ये काम किस अधिकार से करता हूà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 11:30 यूहनà¥à¤¨à¤¾ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से था या मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से था? मà¥à¤à¥‡ उतà¥à¤¤à¤° दो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 11:31 तब वे आपस में विवाद करने लगे कि यदि हम कहें ‘सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर तà¥à¤® ने उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं की?’ (IN) मरकà¥à¤¸ 11:32 और यदि हम कहें, ‘मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से,’ तो लोगों का डर है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब जानते हैं कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ सचमà¥à¤š à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ था। (IN) मरकà¥à¤¸ 11:33 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हम नहीं जानते।†यीशॠने उनसे कहा, “मैं à¤à¥€ तà¥à¤® को नहीं बताता, कि ये काम किस अधिकार से करता हूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:1 ¶ फिर वह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में उनसे बातें करने लगा: “किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने दाख की बारी लगाई, और उसके चारों ओर बाड़ा बाà¤à¤§à¤¾, और रस का कà¥à¤£à¥à¤¡ खोदा, और गà¥à¤®à¥à¤®à¤Ÿ बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर परदेश चला गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:2 फिर फल के मौसम में उसने किसानों के पास à¤à¤• दास को à¤à¥‡à¤œà¤¾ कि किसानों से दाख की बारी के फलों का à¤à¤¾à¤— ले। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:3 पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़कर पीटा और खाली हाथ लौटा दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:4 फिर उसने à¤à¤• और दास को उनके पास à¤à¥‡à¤œà¤¾ और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसका सिर फोड़ डाला और उसका अपमान किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:5 फिर उसने à¤à¤• और को à¤à¥‡à¤œà¤¾, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे मार डाला; तब उसने और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¥‡à¤œà¤¾, उनमें से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कितनों को पीटा, और कितनों को मार डाला। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:6 अब à¤à¤• ही रह गया था, जो उसका पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° था; अनà¥à¤¤ में उसने उसे à¤à¥€ उनके पास यह सोचकर à¤à¥‡à¤œà¤¾ कि वे मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° का आदर करेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:7 पर उन किसानों ने आपस में कहा; ‘यही तो वारिस है; आओ, हम उसे मार डालें, तब विरासत हमारी हो जाà¤à¤—ी।’ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:8 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़कर मार डाला, और दाख की बारी के बाहर फेंक दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:9 ¶ “इसलिठदाख की बारी का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ करेगा? वह आकर उन किसानों का नाश करेगा, और दाख की बारी औरों को दे देगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:10 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में यह वचन नहीं पढ़ा: (IN) मरकà¥à¤¸ 12:11 यह पà¥à¤°à¤à¥ की ओर से हà¥à¤†, (IN) मरकà¥à¤¸ 12:12 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़ना चाहा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समठगठथे, कि उसने हमारे विरोध में यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा है: पर वे लोगों से डरे; और उसे छोड़कर चले गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:13 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बातों में फà¤à¤¸à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये कà¥à¤› फरीसियों और हेरोदियों को उसके पास à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:14 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आकर उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, हम जानते हैं, कि तू सचà¥à¤šà¤¾ है, और किसी की परवाह नहीं करता; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का मà¥à¤à¤¹ देखकर बातें नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का मारà¥à¤— सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से बताता है। तो कà¥à¤¯à¤¾ कैसर को कर देना उचित है, कि नहीं? (IN) मरकà¥à¤¸ 12:15 हम दें, या न दें?†उसने उनका कपट जानकर उनसे कहा, “मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परखते हो? à¤à¤• दीनार मेरे पास लाओ, कि मैं देखूà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:16 वे ले आà¤, और उसने उनसे कहा, “यह मूरà¥à¤¤à¤¿ और नाम किस का है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कैसर का।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:17 यीशॠने उनसे कहा, “जो कैसर का है वह कैसर को, और जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का है परमेशà¥â€à¤µà¤° को दो।†तब वे उस पर बहà¥à¤¤ अचमà¥à¤à¤¾ करने लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:18 ¶ फिर सदूकियों ने à¤à¥€, जो कहते हैं कि मरे हà¥à¤“ं का जी उठना है ही नहीं, उसके पास आकर उससे पूछा, (IN) मरकà¥à¤¸ 12:19 “हे गà¥à¤°à¥, मूसा ने हमारे लिये लिखा है, कि यदि किसी का à¤à¤¾à¤ˆ बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर जाà¤, और उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ रह जाà¤, तो उसका à¤à¤¾à¤ˆ उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ से विवाह कर ले और अपने à¤à¤¾à¤ˆ के लिये वंश उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करे। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:20 सात à¤à¤¾à¤ˆ थे। पहला à¤à¤¾à¤ˆ विवाह करके बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:21 तब दूसरे à¤à¤¾à¤ˆ ने उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से विवाह कर लिया और बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गया; और वैसे ही तीसरे ने à¤à¥€à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:22 और सातों से सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ न हà¥à¤ˆà¥¤ सब के पीछे वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ मर गई। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:23 अतः जी उठने पर वह उनमें से किस की पतà¥â€à¤¨à¥€ होगी? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सातों की पतà¥â€à¤¨à¥€ हो चà¥à¤•à¥€ थी।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:24 ¶ यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® इस कारण से à¤à¥‚ल में नहीं पड़े हो कि तà¥à¤® न तो पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° ही को जानते हो, और न परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ को? (IN) मरकà¥à¤¸ 12:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब वे मरे हà¥à¤“ं में से जी उठेंगे, तो उनमें विवाह-शादी न होगी; पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में दूतों के समान होंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:26 मरे हà¥à¤“ं के जी उठने के विषय में कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने मूसा की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥€ की कथा में नहीं पढ़ा कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उससे कहा: ‘मैं अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और इसहाक का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और याकूब का परमेशà¥â€à¤µà¤° हूà¤?’ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:27 परमेशà¥â€à¤µà¤° मरे हà¥à¤“ं का नहीं, वरनॠजीवितों का परमेशà¥â€à¤µà¤° है, तà¥à¤® बड़ी à¤à¥‚ल में पड़े हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:28 ¶ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• ने आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विवाद करते सà¥à¤¨à¤¾, और यह जानकर कि उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अचà¥à¤›à¥€ रीति से उतà¥à¤¤à¤° दिया, उससे पूछा, “सबसे मà¥à¤–à¥à¤¯ आजà¥à¤žà¤¾ कौन सी है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:29 यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “सब आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं में से यह मà¥à¤–à¥à¤¯ है: ‘हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² सà¥à¤¨, पà¥à¤°à¤à¥ हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤• ही पà¥à¤°à¤à¥ है। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:30 और तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° से अपने सारे मन से, और अपने सारे पà¥à¤°à¤¾à¤£ से, और अपनी सारी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से, और अपनी सारी शकà¥à¤¤à¤¿ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना।’ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:31 और दूसरी यह है, ‘तू अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना।’ इससे बड़ी और कोई आजà¥à¤žà¤¾ नहीं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:32 शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, बहà¥à¤¤ ठीक! तूने सच कहा कि वह à¤à¤• ही है, और उसे छोड़ और कोई नहीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:33 और उससे सारे मन, और सारी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿, और सारे पà¥à¤°à¤¾à¤£, और सारी शकà¥à¤¤à¤¿ के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना; और पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना, सारे होमबलियों और बलिदानों से बढ़कर है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:34 जब यीशॠने देखा कि उसने समठसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, तो उससे कहा, “तू परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ से दूर नहीं।†और किसी को फिर उससे कà¥à¤› पूछने का साहस न हà¥à¤†à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 12:35 ¶ फिर यीशॠने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेश करते हà¥à¤ यह कहा, “शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहते हैं, कि मसीह दाऊद का पà¥à¤¤à¥à¤° है? (IN) मरकà¥à¤¸ 12:36 दाऊद ने आप ही पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ में होकर कहा है: (IN) मरकà¥à¤¸ 12:37 दाऊद तो आप ही उसे पà¥à¤°à¤à¥ कहता है, फिर वह उसका पà¥à¤¤à¥à¤° कहाठसे ठहरा?†और à¤à¥€à¤¡à¤¼ के लोग उसकी आननà¥à¤¦ से सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:38 ¶ उसने अपने उपदेश में उनसे कहा, “शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से सावधान रहो, जो लमà¥à¤¬à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ फिरना और बाजारों में नमसà¥à¤•à¤¾à¤°, (IN) मरकà¥à¤¸ 12:39 और आराधनालयों में मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ आसन और à¤à¥‹à¤œ में मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥€ चाहते हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:40 वे विधवाओं के घरों को खा जाते हैं, और दिखाने के लिये बड़ी देर तक पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहते हैं, ये अधिक दणà¥à¤¡ पाà¤à¤à¤—े।†(IN) मरकà¥à¤¸ 12:41 ¶ और वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° के सामने बैठकर देख रहा था कि लोग मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° में किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पैसे डालते हैं, और बहà¥à¤¤ धनवानों ने बहà¥à¤¤ कà¥à¤› डाला। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:42 इतने में à¤à¤• गरीब विधवा ने आकर दो दमड़ियाà¤, जो à¤à¤• अधेले के बराबर होती है, डाली। (IN) मरकà¥à¤¸ 12:43 तब उसने अपने चेलों को पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° में डालने वालों में से इस गरीब विधवा ने सबसे बढ़कर डाला है; (IN) मरकà¥à¤¸ 12:44 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब ने अपने धन की बढ़ती में से डाला है, परनà¥à¤¤à¥ इसने अपनी घटी में से जो कà¥à¤› उसका था, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपनी सारी जीविका डाल दी है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 13:1 ¶ जब वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° से निकल रहा था, तो उसके चेलों में से à¤à¤• ने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, देख, कैसे-कैसे पतà¥à¤¥à¤° और कैसे-कैसे à¤à¤µà¤¨ हैं!†(IN) मरकà¥à¤¸ 13:2 यीशॠने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ये बड़े-बड़े à¤à¤µà¤¨ देखते हो: यहाठपतà¥à¤¥à¤° पर पतà¥à¤¥à¤° à¤à¥€ बचा न रहेगा जो ढाया न जाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 13:3 ¶ जब वह जैतून के पहाड़ पर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के सामने बैठा था, तो पतरस और याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ और अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ ने अलग जाकर उससे पूछा, (IN) मरकà¥à¤¸ 13:4 “हमें बता कि ये बातें कब होंगी? और जब ये सब बातें पूरी होने पर होंगी उस समय का कà¥à¤¯à¤¾ चिनà¥à¤¹ होगा?†(IN) मरकà¥à¤¸ 13:5 यीशॠउनसे कहने लगा, “सावधान रहो कि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ न à¤à¤°à¤®à¤¾à¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 13:6 बहà¥à¤¤ सारे मेरे नाम से आकर कहेंगे, ‘मैं वही हूà¤â€™ और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¤°à¤®à¤¾à¤à¤à¤—े। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:7 और जब तà¥à¤® लड़ाइयाà¤, और लड़ाइयों की चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¥‹, तो न घबराना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनका होना अवशà¥à¤¯ है, परनà¥à¤¤à¥ उस समय अनà¥à¤¤ न होगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जाति पर जाति, और राजà¥à¤¯ पर राजà¥à¤¯ चढ़ाई करेगा। और हर कहीं à¤à¥‚कमà¥à¤ª होंगे, और अकाल पड़ेंगे। यह तो पीड़ाओं का आरमà¥à¤ ही होगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:9 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® अपने विषय में सावधान रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¤à¤¾à¤“ं में सौंपेंगे और तà¥à¤® आराधनालयों में पीटे जाओगे, और मेरे कारण राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ और राजाओं के आगे खड़े किठजाओगे, ताकि उनके लिये गवाही हो। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:10 पर अवशà¥à¤¯ है कि पहले सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सब जातियों में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 13:11 जब वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ ले जाकर सौंपेंगे, तो पहले से चिनà¥à¤¤à¤¾ न करना, कि हम कà¥à¤¯à¤¾ कहेंगे। पर जो कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसी समय बताया जाà¤, वही कहना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बोलनेवाले तà¥à¤® नहीं हो, परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ है। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:12 और à¤à¤¾à¤ˆ को à¤à¤¾à¤ˆ, और पिता को पà¥à¤¤à¥à¤° मरने के लिये सौंपेंगे, और बचà¥à¤šà¥‡ माता-पिता के विरोध में उठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मरवा डालेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:13 और मेरे नाम के कारण सब लोग तà¥à¤® से बैर करेंगे; पर जो अनà¥à¤¤ तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उदà¥à¤§à¤¾à¤° होगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:14 ¶ “अतः जब तà¥à¤® उस उजाड़नेवाली घृणित वसà¥à¤¤à¥ को जहाठउचित नहीं वहाठखड़ी देखो, (पढ़नेवाला समठले) तब जो यहूदिया में हों, वे पहाड़ों पर à¤à¤¾à¤— जाà¤à¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 13:15 जो छत पर हो, वह अपने घर से कà¥à¤› लेने को नीचे न उतरे और न à¤à¥€à¤¤à¤° जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 13:16 और जो खेत में हो, वह अपना कपड़ा लेने के लिये पीछे न लौटे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:17 उन दिनों में जो गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ और दूध पिलाती होंगी, उनके लिये हाय! हाय! (IN) मरकà¥à¤¸ 13:18 और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करो कि यह जाड़े में न हो। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे दिन à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के होंगे, कि सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के आरमà¥à¤ से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने रची है अब तक न तो हà¥à¤, और न कà¤à¥€ फिर होंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:20 और यदि पà¥à¤°à¤à¥ उन दिनों को न घटाता, तो कोई पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ à¤à¥€ न बचता; परनà¥à¤¤à¥ उन चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं के कारण जिनको उसने चà¥à¤¨à¤¾ है, उन दिनों को घटाया। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:21 उस समय यदि कोई तà¥à¤® से कहे, ‘देखो, मसीह यहाठहै!’ या ‘देखो, वहाठहै!’ तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करना। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥‚ठे मसीह और à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठखड़े होंगे, और चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम दिखाà¤à¤à¤—े कि यदि हो सके तो चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं को à¤à¥€ à¤à¤°à¤®à¤¾ दें। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:23 पर तà¥à¤® सावधान रहो देखो, मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें पहले ही से कह दी हैं। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:24 ¶ “उन दिनों में, उस कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के बाद सूरज अंधेरा हो जाà¤à¤—ा, और चाà¤à¤¦ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ न देगा; (IN) मरकà¥à¤¸ 13:25 और आकाश से तारागण गिरने लगेंगे, और आकाश की शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हिलाई जाà¤à¤à¤—ी। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:26 तब लोग मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को बड़ी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और महिमा के साथ बादलों में आते देखेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:27 उस समय वह अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤°, पृथà¥à¤µà¥€ के इस छोर से आकाश के उस छोर तक चारों दिशा से अपने चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ लोगों को इकटà¥à¤ ा करेगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:28 ¶ “अंजीर के पेड़ से यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ सीखो जब उसकी डाली कोमल हो जाती; और पतà¥à¤¤à¥‡ निकलने लगते हैं; तो तà¥à¤® जान लेते हो, कि गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤®à¤•à¤¾à¤² निकट है। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:29 इसी रीति से जब तà¥à¤® इन बातों को होते देखो, तो जान लो, कि वह निकट है वरनॠदà¥à¤µà¤¾à¤° ही पर है। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:30 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जब तक ये सब बातें न हो लेंगी, तब तक यह लोग जाते न रहेंगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:31 आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ टल जाà¤à¤à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ मेरी बातें कà¤à¥€ न टलेंगी। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:32 ¶ “उस दिन या उस समय के विषय में कोई नहीं जानता, न सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के दूत और न पà¥à¤¤à¥à¤°; परनà¥à¤¤à¥ केवल पिता। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:33 देखो, जागते और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® नहीं जानते कि वह समय कब आà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:34 यह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान दशा है, जो परदेश जाते समय अपना घर छोड़ जाà¤, और अपने दासों को अधिकार दे: और हर à¤à¤• को उसका काम जता दे, और दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² को जागते रहने की आजà¥à¤žà¤¾ दे। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:35 इसलिठजागते रहो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® नहीं जानते कि घर का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कब आà¤à¤—ा, सांठको या आधी रात को, या मà¥à¤°à¥à¤—े के बाà¤à¤— देने के समय या à¤à¥‹à¤° को। (IN) मरकà¥à¤¸ 13:36 à¤à¤¸à¤¾ न हो कि वह अचानक आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सोते पाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 13:37 और जो मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, वही सबसे कहता हूà¤: जागते रहो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:1 ¶ दो दिन के बाद फसह और अख़मीरी रोटी का परà¥à¤µ होनेवाला था। और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ इस बात की खोज में थे कि उसे कैसे छल से पकड़कर मार डालें। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:2 परनà¥à¤¤à¥ कहते थे, “परà¥à¤µ के दिन नहीं, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि लोगों में दंगा मचे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:3 ¶ जब वह बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ में शमौन कोढ़ी के घर à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा हà¥à¤† था तब à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ संगमरमर के पातà¥à¤° में जटामांसी का बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ शà¥à¤¦à¥à¤§ इतà¥à¤° लेकर आई; और पातà¥à¤° तोड़ कर इतà¥à¤° को उसके सिर पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:4 परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› लोग अपने मन में à¤à¥à¤à¤à¤²à¤¾ कर कहने लगे, “इस इतà¥à¤° का कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ किया गया? (IN) मरकà¥à¤¸ 14:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह इतà¥à¤° तो तीन सौ दीनार से अधिक मूलà¥à¤¯ में बेचकर गरीबों को बाà¤à¤Ÿà¤¾ जा सकता था।†और वे उसको à¤à¤¿à¤¡à¤¼à¤•à¤¨à¥‡ लगे। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:6 यीशॠने कहा, “उसे छोड़ दो; उसे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सताते हो? उसने तो मेरे साथ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:7 गरीब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदा रहते हैं और तà¥à¤® जब चाहो तब उनसे à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कर सकते हो; पर मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदा न रहूà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:8 जो कà¥à¤› वह कर सकी, उसने किया; उसने मेरे गाड़े जाने की तैयारी में पहले से मेरी देह पर इतà¥à¤° मला है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:9 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि सारे जगत में जहाठकहीं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा, वहाठउसके इस काम की चरà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ उसके सà¥à¤®à¤°à¤£ में की जाà¤à¤—ी।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:10 ¶ तब यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ जो बारह में से à¤à¤• था, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों के पास गया, कि उसे उनके हाथ पकड़वा दे। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:11 वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤, और उसको रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ देना सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया, और यह अवसर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगा कि उसे किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पकड़वा दे। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:12 ¶ अख़मीरी रोटी के परà¥à¤µ के पहले दिन, जिसमें वे फसह का बलिदान करते थे, उसके चेलों ने उससे पूछा, “तू कहाठचाहता है, कि हम जाकर तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करे?†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:13 उसने अपने चेलों में से दो को यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, “नगर में जाओ, और à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ जल का घड़ा उठाठहà¥à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलेगा, उसके पीछे हो लेना। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:14 और वह जिस घर में जाठउस घर के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से कहना: ‘गà¥à¤°à¥ कहता है, कि मेरी पाहà¥à¤¨à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ जिसमें मैं अपने चेलों के साथ फसह खाऊठकहाठहै?’ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:15 वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• सजी-सजाई, और तैयार की हà¥à¤ˆ बड़ी अटारी दिखा देगा, वहाठहमारे लिये तैयारी करो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:16 तब चेले निकलकर नगर में आठऔर जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया, और फसह तैयार किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:17 जब सांठहà¥à¤ˆ, तो वह बारहों के साथ आया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:18 और जब वे बैठे à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर रहे थे, तो यीशॠने कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि तà¥à¤® में से à¤à¤•, जो मेरे साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर रहा है, मà¥à¤à¥‡ पकड़वाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:19 उन पर उदासी छा गई और वे à¤à¤•-à¤à¤• करके उससे कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ वह मैं हूà¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:20 उसने उनसे कहा, “वह बारहों में से à¤à¤• है, जो मेरे साथ थाली में हाथ डालता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तो, जैसा उसके विषय में लिखा है, जाता ही है; परनà¥à¤¤à¥ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर हाय जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पकड़वाया जाता है! यदि उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जनà¥à¤® ही न होता तो उसके लिये à¤à¤²à¤¾ होता।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:22 ¶ और जब वे खा ही रहे थे तो उसने रोटी ली, और आशीष माà¤à¤—कर तोड़ी, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी, और कहा, “लो, यह मेरी देह है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:23 फिर उसने कटोरा लेकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया; और उन सब ने उसमें से पीया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:24 और उसने उनसे कहा, “यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिये बहाया जाता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:25 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि दाख का रस उस दिन तक फिर कà¤à¥€ न पीऊà¤à¤—ा, जब तक परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में नया न पीऊà¤à¥¤â€ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:26 फिर वे à¤à¤œà¤¨ गाकर बाहर जैतून के पहाड़ पर गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:27 ¶ तब यीशॠने उनसे कहा, “तà¥à¤® सब ठोकर खाओगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है: ‘मैं चरवाहे को मारूà¤à¤—ा, और à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ तितर-बितर हो जाà¤à¤à¤—ी।’ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:28 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपने जी उठने के बाद तà¥à¤® से पहले गलील को जाऊà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:29 पतरस ने उससे कहा, “यदि सब ठोकर खाà¤à¤ तो खाà¤à¤, पर मैं ठोकर नहीं खाऊà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:30 यीशॠने उससे कहा, “मैं तà¥à¤ से सच कहता हूà¤, कि आज ही इसी रात को मà¥à¤°à¥à¤—े के दो बार बाà¤à¤— देने से पहले, तू तीन बार मà¥à¤à¤¸à¥‡ मà¥à¤•à¤° जाà¤à¤—ा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:31 पर उसने और à¤à¥€ जोर देकर कहा, “यदि मà¥à¤à¥‡ तेरे साथ मरना à¤à¥€ पड़े फिर à¤à¥€ तेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° कà¤à¥€ न करूà¤à¤—ा।†इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और सब ने à¤à¥€ कहा। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:32 ¶ फिर वे गतसमनी नाम à¤à¤• जगह में आà¤; और उसने अपने चेलों से कहा, “यहाठबैठे रहो, जब तक मैं पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करूà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:33 और वह पतरस और याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को अपने साथ ले गया; और बहà¥à¤¤ ही अधीर और वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² होने लगा, (IN) मरकà¥à¤¸ 14:34 और उनसे कहा, “मेरा मन बहà¥à¤¤ उदास है, यहाठतक कि मैं मरने पर हूà¤: तà¥à¤® यहाठठहरो और जागते रहो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:35 और वह थोड़ा आगे बढ़ा, और à¤à¥‚मि पर गिरकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा, कि यदि हो सके तो यह समय मà¥à¤ पर से टल जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:36 और कहा, “हे अबà¥à¤¬à¤¾, हे पिता, तà¥à¤ से सब कà¥à¤› हो सकता है; इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले: फिर à¤à¥€ जैसा मैं चाहता हूठवैसा नहीं, पर जो तू चाहता है वही हो।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:37 फिर वह आया और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सोते पा कर पतरस से कहा, “हे शमौन, तू सो रहा है? कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¤• घंटे à¤à¥€ न जाग सका? (IN) मरकà¥à¤¸ 14:38 जागते और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो कि तà¥à¤® परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ो। आतà¥à¤®à¤¾ तो तैयार है, पर शरीर दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:39 और वह फिर चला गया, और वही बात कहकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:40 और फिर आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सोते पाया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनकी आà¤à¤–ें नींद से à¤à¤°à¥€ थीं; और नहीं जानते थे कि उसे कà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° दें। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:41 फिर तीसरी बार आकर उनसे कहा, “अब सोते रहो और विशà¥à¤°à¤¾à¤® करो, बस, घड़ी आ पहà¥à¤à¤šà¥€; देखो मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पापियों के हाथ पकड़वाया जाता है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:42 उठो, चलें! देखो, मेरा पकड़वानेवाला निकट आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है!†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:43 ¶ वह यह कह ही रहा था, कि यहूदा जो बारहों में से था, अपने साथ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ की ओर से à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ तलवारें और लाठियाठलिठहà¥à¤ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आ पहà¥à¤à¤šà¥€à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:44 और उसके पकड़नेवाले ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह पता दिया था, कि जिसको मैं चूमूं वही है, उसे पकड़कर सावधानी से ले जाना। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:45 और वह आया, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके पास जाकर कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€!†और उसको बहà¥à¤¤ चूमा। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:46 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पर हाथ डालकर उसे पकड़ लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:47 उनमें से जो पास खड़े थे, à¤à¤• ने तलवार खींचकर महायाजक के दास पर चलाई, और उसका कान उड़ा दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:48 यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® डाकू जानकर मà¥à¤à¥‡ पकड़ने के लिये तलवारें और लाठियाठलेकर निकले हो? (IN) मरकà¥à¤¸ 14:49 मैं तो हर दिन मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहकर उपदेश दिया करता था, और तब तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ न पकड़ा: परनà¥à¤¤à¥ यह इसलिठहà¥à¤† है कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की बातें पूरी हों।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:50 इस पर सब चेले उसे छोड़कर à¤à¤¾à¤— गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:51 और à¤à¤• जवान अपनी नंगी देह पर चादर ओढ़े हà¥à¤ उसके पीछे हो लिया; और लोगों ने उसे पकड़ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:52 पर वह चादर छोड़कर नंगा à¤à¤¾à¤— गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:53 ¶ फिर वे यीशॠको महायाजक के पास ले गà¤; और सब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसके यहाठइकटà¥à¤ े हो गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 14:54 पतरस दूर ही दूर से उसके पीछे-पीछे महायाजक के आà¤à¤—न के à¤à¥€à¤¤à¤° तक गया, और पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के साथ बैठकर आग तापने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:55 पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और सारी महासà¤à¤¾ यीशॠको मार डालने के लिये उसके विरोध में गवाही की खोज में थे, पर न मिली। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:56 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से उसके विरोध में à¤à¥‚ठी गवाही दे रहे थे, पर उनकी गवाही à¤à¤• सी न थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:57 तब कितनों ने उठकर उस पर यह à¤à¥‚ठी गवाही दी, (IN) मरकà¥à¤¸ 14:58 “हमने इसे यह कहते सà¥à¤¨à¤¾ है ‘मैं इस हाथ के बनाठहà¥à¤ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को ढा दूà¤à¤—ा, और तीन दिन में दूसरा बनाऊà¤à¤—ा, जो हाथ से न बना हो’।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:59 इस पर à¤à¥€ उनकी गवाही à¤à¤• सी न निकली। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:60 तब महायाजक ने बीच में खड़े होकर यीशॠसे पूछा; “तू कोई उतà¥à¤¤à¤° नहीं देता? ये लोग तेरे विरोध में कà¥à¤¯à¤¾ गवाही देते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:61 परनà¥à¤¤à¥ वह मौन साधे रहा, और कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° न दिया। महायाजक ने उससे फिर पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू उस परमधनà¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° मसीह है?†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:62 यीशॠने कहा, “हाठमैं हूà¤: और तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ की दाहिनी ओर बैठे, और आकाश के बादलों के साथ आते देखोगे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:63 तब महायाजक ने अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° फाड़कर कहा, “अब हमें गवाहों का कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ है? (IN) मरकà¥à¤¸ 14:64 तà¥à¤® ने यह निनà¥à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¥€à¥¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ राय है?†उन सब ने कहा यह मृतà¥à¤¯à¥ दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ है। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:65 तब कोई तो उस पर थूकने, और कोई उसका मà¥à¤à¤¹ ढाà¤à¤ªà¤¨à¥‡ और उसे घूà¤à¤¸à¥‡ मारने, और उससे कहने लगे, “à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ कर!†और पहरेदारों ने उसे पकड़कर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारे। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:66 ¶ जब पतरस नीचे आà¤à¤—न में था, तो महायाजक की दासियों में से à¤à¤• वहाठआई। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:67 और पतरस को आग तापते देखकर उस पर टकटकी लगाकर देखा और कहने लगी, “तू à¤à¥€ तो उस नासरी यीशॠके साथ था।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:68 वह मà¥à¤•à¤° गया, और कहा, “मैं तो नहीं जानता और नहीं समà¤à¤¤à¤¾ कि तू कà¥à¤¯à¤¾ कह रही है।†फिर वह बाहर डेवढ़ी में गया; और मà¥à¤°à¥à¤—े ने बाà¤à¤— दी। (IN) मरकà¥à¤¸ 14:69 वह दासी उसे देखकर उनसे जो पास खड़े थे, फिर कहने लगी, कि “यह उनमें से à¤à¤• है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:70 परनà¥à¤¤à¥ वह फिर मà¥à¤•à¤° गया। और थोड़ी देर बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो पास खड़े थे फिर पतरस से कहा, “निशà¥à¤šà¤¯ तू उनमें से à¤à¤• है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू गलीली à¤à¥€ है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:71 तब वह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को कोसने और शपथ खाने लगा, “मैं उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को, जिसकी तà¥à¤® चरà¥à¤šà¤¾ करते हो, नहीं जानता।†(IN) मरकà¥à¤¸ 14:72 तब तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ दूसरी बार मà¥à¤°à¥à¤—े ने बाà¤à¤— दी पतरस को यह बात जो यीशॠने उससे कही थी याद आई, “मà¥à¤°à¥à¤—े के दो बार बाà¤à¤— देने से पहले तू तीन बार मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° करेगा।†वह इस बात को सोचकर फूट-फूट कर रोने लगा। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:1 ¶ और à¤à¥‹à¤° होते ही तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚, और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने वरनॠसारी महासà¤à¤¾ ने सलाह करके यीशॠको बनà¥à¤§à¤µà¤¾à¤¯à¤¾, और उसे ले जाकर पिलातà¥à¤¸ के हाथ सौंप दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:2 और पिलातà¥à¤¸ ने उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यहूदियों का राजा है?†उसने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही कह रहा है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:3 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक उस पर बहà¥à¤¤ बातों का दोष लगा रहे थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:4 पिलातà¥à¤¸ ने उससे फिर पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° नहीं देता, देख ये तà¥à¤ पर कितनी बातों का दोष लगाते हैं?†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:5 यीशॠने फिर कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° नहीं दिया; यहाठतक कि पिलातà¥à¤¸ को बड़ा आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ हà¥à¤†à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:6 ¶ वह उस परà¥à¤µ में किसी à¤à¤• बनà¥à¤§à¥à¤ को जिसे वे चाहते थे, उनके लिये छोड़ दिया करता था। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:7 और बरअबà¥à¤¬à¤¾ नाम का à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उन बलवाइयों के साथ बनà¥à¤§à¥à¤† था, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बलवे में हतà¥à¤¯à¤¾ की थी। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:8 और à¤à¥€à¤¡à¤¼ ऊपर जाकर उससे विनती करने लगी, कि जैसा तू हमारे लिये करता आया है वैसा ही कर। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:9 पिलातà¥à¤¸ ने उनको यह उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® चाहते हो, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यहूदियों के राजा को छोड़ दूà¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह जानता था, कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने उसे डाह से पकड़वाया था। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:11 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने लोगों को उà¤à¤¾à¤°à¤¾, कि वह बरअबà¥à¤¬à¤¾ ही को उनके लिये छोड़ दे। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:12 यह सà¥à¤¨ पिलातà¥à¤¸ ने उनसे फिर पूछा, “तो जिसे तà¥à¤® यहूदियों का राजा कहते हो, उसको मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:13 वे फिर चिलà¥à¤²à¤¾à¤, “उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा दे!†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:14 पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚, इसने कà¥à¤¯à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की है?†परनà¥à¤¤à¥ वे और à¤à¥€ चिलà¥à¤²à¤¾à¤, “उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा दे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:15 तब पिलातà¥à¤¸ ने à¤à¥€à¤¡à¤¼ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करने की इचà¥à¤›à¤¾ से, बरअबà¥à¤¬à¤¾ को उनके लिये छोड़ दिया, और यीशॠको कोड़े लगवाकर सौंप दिया, कि कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:16 ¶ सिपाही उसे किले के à¤à¥€à¤¤à¤° आà¤à¤—न में ले गठजो पà¥à¤°à¥€à¤Ÿà¥‹à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤® कहलाता है, और सारे सैनिक दल को बà¥à¤²à¤¾ लाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:17 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बैंगनी वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनाया और काà¤à¤Ÿà¥‹à¤‚ का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ गूà¤à¤¥à¤•à¤° उसके सिर पर रखा, (IN) मरकà¥à¤¸ 15:18 और यह कहकर उसे नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करने लगे, “हे यहूदियों के राजा, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°!†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:19 वे उसके सिर पर सरकणà¥à¤¡à¥‡ मारते, और उस पर थूकते, और घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करते रहे। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:20 जब वे उसका उपहास कर चà¥à¤•à¥‡, तो उस पर बैंगनी वसà¥à¤¤à¥à¤° उतारकर उसी के कपड़े पहनाà¤; और तब उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाने के लिये बाहर ले गà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:21 ¶ सिकनà¥à¤¦à¤° और रूफà¥à¤¸ का पिता शमौन, नाम à¤à¤• कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯, जो गाà¤à¤µ से आ रहा था उधर से निकला; उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बेगार में पकड़ा कि उसका कà¥à¤°à¥‚स उठा ले चले। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:22 और वे उसे गà¥à¤²à¤—à¥à¤¤à¤¾ नामक जगह पर, जिसका अरà¥à¤¥ खोपड़ी का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है, लाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:23 और उसे गनà¥à¤§à¤°à¤¸ मिला हà¥à¤† दाखरस देने लगे, परनà¥à¤¤à¥ उसने नहीं लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:24 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया, और उसके कपड़ों पर चिटà¥à¤ ियाठडालकर, कि किस को कà¥à¤¯à¤¾ मिले, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाà¤à¤Ÿ लिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:25 और à¤à¤• पहर दिन चढ़ा था, जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:26 और उसका दोषपतà¥à¤° लिखकर उसके ऊपर लगा दिया गया कि “यहूदियों का राजा।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:27 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके साथ दो डाकू, à¤à¤• उसकी दाहिनी और à¤à¤• उसकी बाईं ओर कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाà¤à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:28 तब पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का वह वचन कि वह अपराधियों के संग गिना गया, पूरा हà¥à¤†à¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 15:29 और मारà¥à¤— में जानेवाले सिर हिला-हिलाकर और यह कहकर उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ करते थे, “वाह! मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के ढानेवाले, और तीन दिन में बनानेवाले! (IN) मरकà¥à¤¸ 15:30 कà¥à¤°à¥‚स पर से उतर कर अपने आप को बचा ले।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:31 इसी तरह से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक à¤à¥€, शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ समेत, आपस में उपहास करके कहते थे; “इसने औरों को बचाया, पर अपने को नहीं बचा सकता। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:32 इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा, मसीह, अब कà¥à¤°à¥‚स पर से उतर आठकि हम देखकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें।†और जो उसके साथ कà¥à¤°à¥‚सों पर चढ़ाठगठथे, वे à¤à¥€ उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ करते थे। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:33 ¶ और दोपहर होने पर सारे देश में अंधियारा छा गया, और तीसरे पहर तक रहा। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:34 तीसरे पहर यीशॠने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “इलोई, इलोई, लमा शबकà¥à¤¤à¤¨à¥€?†जिसका अरà¥à¤¥ है, “हे मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤°, हे मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤°, तूने मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ छोड़ दिया?†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:35 जो पास खड़े थे, उनमें से कितनों ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कहा, “देखो, यह à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ को पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ है।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:36 और à¤à¤• ने दौड़कर पनसोखà¥â€à¤¤à¤¾ को सिरके में डà¥à¤¬à¥‹à¤¯à¤¾, और सरकणà¥à¤¡à¥‡ पर रखकर उसे चà¥à¤¸à¤¾à¤¯à¤¾, और कहा, “ठहर जाओ; देखें, à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ उसे उतारने के लिये आता है कि नहीं।†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:37 तब यीशॠने बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ दिये। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:38 और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का परदा ऊपर से नीचे तक फट कर दो टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ हो गया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:39 जो सूबेदार उसके सामने खड़ा था, जब उसे यूठचिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ते हà¥à¤ देखा, तो उसने कहा, “सचमà¥à¤š यह मनà¥à¤·à¥à¤¯, परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° था!†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:40 ¶ कई सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ दूर से देख रही थीं: उनमें मरियम मगदलीनी, और छोटे याकूब और योसेस की माता मरियम, और सलोमी थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:41 जब वह गलील में था तो ये उसके पीछे हो लेती थीं और उसकी सेवा-टहल किया करती थीं; और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ सी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ थीं, जो उसके साथ यरूशलेम में आई थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:42 ¶ और जब संधà¥à¤¯à¤¾ हो गई, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तैयारी का दिन था, जो सबà¥à¤¤ के à¤à¤• दिन पहले होता है, (IN) मरकà¥à¤¸ 15:43 अरिमतियाह का रहनेवाला यूसà¥à¤« आया, जो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित मंतà¥à¤°à¥€ और आप à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ में था। वह साहस करके पिलातà¥à¤¸ के पास गया और यीशॠका शव माà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:44 पिलातà¥à¤¸ ने आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ किया, कि वह इतना शीघà¥à¤° मर गया; और उसने सूबेदार को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पूछा, कि “कà¥à¤¯à¤¾ उसको मरे हà¥à¤ देर हà¥à¤ˆ?†(IN) मरकà¥à¤¸ 15:45 जब उसने सूबेदार के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हाल जान लिया, तो शव यूसà¥à¤« को दिला दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:46 तब उसने à¤à¤• मलमल की चादर मोल ली, और शव को उतारकर उस चादर में लपेटा, और à¤à¤• कबà¥à¤° में जो चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ में खोदी गई थी रखा, और कबà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर à¤à¤• पतà¥à¤¥à¤° लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾ दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 15:47 और मरियम मगदलीनी और योसेस की माता मरियम देख रही थीं कि वह कहाठरखा गया है। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:1 ¶ जब सबà¥à¤¤ का दिन बीत गया, तो मरियम मगदलीनी, और याकूब की माता मरियम, और सलोमी ने सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मोल लीं, कि आकर उस पर मलें। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:2 सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन बड़े à¤à¥‹à¤°, जब सूरज निकला ही था, वे कबà¥à¤° पर आईं, (IN) मरकà¥à¤¸ 16:3 और आपस में कहती थीं, “हमारे लिये कबà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर से पतà¥à¤¥à¤° कौन लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾à¤à¤—ा?†(IN) मरकà¥à¤¸ 16:4 जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आà¤à¤– उठाई, तो देखा कि पतà¥à¤¥à¤° लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾ हà¥à¤† है! वह बहà¥à¤¤ ही बड़ा था। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:5 और कबà¥à¤° के à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• जवान को शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ दाहिनी ओर बैठे देखा, और बहà¥à¤¤ चकित हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) मरकà¥à¤¸ 16:6 उसने उनसे कहा, “चकित मत हो, तà¥à¤® यीशॠनासरी को, जो कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया था, ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ हो। वह जी उठा है, यहाठनहीं है; देखो, यही वह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है, जहाठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे रखा था। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:7 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® जाओ, और उसके चेलों और पतरस से कहो, कि वह तà¥à¤® से पहले गलील को जाà¤à¤—ा; जैसा उसने तà¥à¤® से कहा था, तà¥à¤® वही उसे देखोगे।†(IN) मरकà¥à¤¸ 16:8 और वे निकलकर कबà¥à¤° से à¤à¤¾à¤— गईं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¤à¤ªà¤•à¤à¤ªà¥€ और घबराहट उन पर छा गई थीं। और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किसी से कà¥à¤› न कहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि डरती थीं। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:9 ¶ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन à¤à¥‹à¤° होते ही वह जी उठकर पहले-पहल मरियम मगदलीनी को जिसमें से उसने सात दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ निकाली थीं, दिखाई दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:10 उसने जाकर उसके साथियों को जो शोक में डूबे हà¥à¤ थे और रो रहे थे, समाचार दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:11 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि वह जीवित है और उसने उसे देखा है, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न की। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:12 ¶ इसके बाद वह दूसरे रूप में उनमें से दो को जब वे गाà¤à¤µ की ओर जा रहे थे, दिखाई दिया। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:13 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ जाकर औरों को समाचार दिया, परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनका à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न किया। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:14 ¶ पीछे वह उन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ चेलों को à¤à¥€, जब वे à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न किया था। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:15 और उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® सारे जगत में जाकर सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के लोगों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करो। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:16 जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे और बपतिसà¥à¤®à¤¾ ले उसी का उदà¥à¤§à¤¾à¤° होगा, परनà¥à¤¤à¥ जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करेगा वह दोषी ठहराया जाà¤à¤—ा। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:17 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों में ये चिनà¥à¤¹ होंगे कि वे मेरे नाम से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालेंगे; नई-नई à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलेंगे; (IN) मरकà¥à¤¸ 16:18 साà¤à¤ªà¥‹à¤‚ को उठा लेंगे, और यदि वे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¨à¤¾à¤¶à¤• वसà¥à¤¤à¥ à¤à¥€ पी जाà¤à¤ तो à¤à¥€ उनकी कà¥à¤› हानि न होगी; वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, और वे चंगे हो जाà¤à¤à¤—े।†(IN) मरकà¥à¤¸ 16:19 ¶ तब पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠउनसे बातें करने के बाद सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर उठा लिया गया, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की दाहिनी ओर बैठगया। (IN) मरकà¥à¤¸ 16:20 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने निकलकर हर जगह पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया, और पà¥à¤°à¤à¥ उनके साथ काम करता रहा और उन चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो साथ-साथ होते थे, वचन को दृढ़ करता रहा। आमीन। (IN) लूका 1:1 ¶ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उन बातों का जो हमारे बीच में बीती हैं, इतिहास लिखने में हाथ लगाया है। (IN) लूका 1:2 जैसा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो पहले ही से इन बातों के देखनेवाले और वचन के सेवक थे हम तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) लूका 1:3 इसलिठहे शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ थियà¥à¤«à¤¿à¤²à¥à¤¸ मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ यह उचित मालूम हà¥à¤† कि उन सब बातों का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ हाल आरमà¥à¤ से ठीक-ठीक जाà¤à¤š करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तेरे लिये कà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° लिखूà¤, (IN) लूका 1:4 कि तू यह जान ले, कि वे बातें जिनकी तूने शिकà¥à¤·à¤¾ पाई है, कैसी अटल हैं। (IN) लूका 1:5 ¶ यहूदिया के राजा हेरोदेस के समय अबियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के दल में जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नाम का à¤à¤• याजक था, और उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ हारून के वंश की थी, जिसका नाम à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ था। (IN) लूका 1:6 और वे दोनों परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने धरà¥à¤®à¥€ थे, और पà¥à¤°à¤à¥ की सारी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं और विधियों पर निरà¥à¤¦à¥‹à¤· चलने वाले थे। (IN) लूका 1:7 उनके कोई सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ न थी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ बाà¤à¤ थी, और वे दोनों बूढ़े थे।। (IN) लूका 1:8 ¶ जब वह अपने दल की पारी पर परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने याजक का काम करता था। (IN) लूका 1:9 तो याजकों की रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उसके नाम पर चिटà¥à¤ ी निकली, कि पà¥à¤°à¤à¥ के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर धूप जलाà¤à¥¤ (IN) लूका 1:10 और धूप जलाने के समय लोगों की सारी मणà¥à¤¡à¤²à¥€ बाहर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रही थी। (IN) लूका 1:11 कि पà¥à¤°à¤à¥ का à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत धूप की वेदी की दाहिनी ओर खड़ा हà¥à¤† उसको दिखाई दिया। (IN) लूका 1:12 और जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ देखकर घबराया और उस पर बड़ा à¤à¤¯ छा गया। (IN) लूका 1:13 परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उससे कहा, “हे जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹, à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ न हो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ सà¥à¤¨ ली गई है और तेरी पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ से तेरे लिये à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होगा, और तू उसका नाम यूहनà¥à¤¨à¤¾ रखना। (IN) लूका 1:14 और तà¥à¤à¥‡ आननà¥à¤¦ और हरà¥à¤· होगा और बहà¥à¤¤ लोग उसके जनà¥à¤® के कारण आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होंगे। (IN) लूका 1:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पà¥à¤°à¤à¥ के सामने महान होगा; और दाखरस और मदिरा कà¤à¥€ न पीà¤à¤—ा; और अपनी माता के गरà¥à¤ ही से पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ हो जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 1:16 और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को उनके पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फेरेगा। (IN) लूका 1:17 वह à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ की आतà¥à¤®à¤¾ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ में होकर उसके आगे-आगे चलेगा, कि पिताओं का मन बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की ओर फेर दे; और आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवालों को धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समठपर लाà¤; और पà¥à¤°à¤à¥ के लिये à¤à¤• योगà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤œà¤¾ तैयार करे।†(IN) लूका 1:18 जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत से पूछा, “यह मैं कैसे जानूà¤? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तो बूढ़ा हूà¤; और मेरी पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¥€ बूढ़ी हो गई है।†(IN) लूका 1:19 सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं गबà¥à¤°à¤¿à¤à¤² हूà¤, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने खड़ा रहता हूà¤; और मैं तà¥à¤ से बातें करने और तà¥à¤à¥‡ यह सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया हूà¤à¥¤ (IN) लूका 1:20 और देख, जिस दिन तक ये बातें पूरी न हो लें, उस दिन तक तू मौन रहेगा, और बोल न सकेगा, इसलिठकि तूने मेरी बातों की जो अपने समय पर पूरी होंगी, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न किया।†(IN) लूका 1:21 लोग जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहे और अचमà¥à¤à¤¾ करने लगे कि उसे मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में à¤à¤¸à¥€ देर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लगी? (IN) लूका 1:22 जब वह बाहर आया, तो उनसे बोल न सका अतः वे जान गà¤, कि उसने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में कोई दरà¥à¤¶à¤¨ पाया है; और वह उनसे संकेत करता रहा, और गूà¤à¤—ा रह गया। (IN) लूका 1:23 जब उसकी सेवा के दिन पूरे हà¥à¤, तो वह अपने घर चला गया। (IN) लूका 1:24 इन दिनों के बाद उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ; और पाà¤à¤š महीने तक अपने आप को यह कह के छिपाठरखा। (IN) लूका 1:25 “मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में मेरा अपमान दूर करने के लिये पà¥à¤°à¤à¥ ने इन दिनों में कृपादृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके मेरे लिये à¤à¤¸à¤¾ किया है।†(IN) लूका 1:26 ¶ छठवें महीने में परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से गबà¥à¤°à¤¿à¤à¤² सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत गलील के नासरत नगर में, (IN) लूका 1:27 à¤à¤• कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ के पास à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया। जिसकी मंगनी यूसà¥à¤« नाम दाऊद के घराने के à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· से हà¥à¤ˆ थी: उस कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ का नाम मरियम था। (IN) लूका 1:28 और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उसके पास à¤à¥€à¤¤à¤° आकर कहा, “आननà¥à¤¦ और जय तेरी हो, जिस पर परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ हà¥à¤† है! पà¥à¤°à¤à¥ तेरे साथ है!†(IN) लूका 1:29 वह उस वचन से बहà¥à¤¤ घबरा गई, और सोचने लगी कि यह किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का अà¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¦à¤¨ है? (IN) लूका 1:30 सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उससे कहा, “हे मरियम; à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ न हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤ पर हà¥à¤† है। (IN) लूका 1:31 और देख, तू गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ होगी, और तेरे à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होगा; तू उसका नाम यीशॠरखना। (IN) लूका 1:32 वह महान होगा; और परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ का पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाà¤à¤—ा; और पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° उसके पिता दाऊद का सिंहासन उसको देगा। (IN) लूका 1:33 और वह याकूब के घराने पर सदा राजà¥à¤¯ करेगा; और उसके राजà¥à¤¯ का अनà¥à¤¤ न होगा।†(IN) लूका 1:34 मरियम ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत से कहा, “यह कैसे होगा? मैं तो पà¥à¤°à¥à¤· को जानती ही नहीं।†(IN) लूका 1:35 सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤ पर उतरेगा, और परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ तà¥à¤ पर छाया करेगी; इसलिठवह पवितà¥à¤° जो उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होनेवाला है, परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाà¤à¤—ा। (IN) लूका 1:36 और देख, और तेरी कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¨à¥€ à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ के à¤à¥€ बà¥à¤¢à¤¼à¤¾à¤ªà¥‡ में पà¥à¤¤à¥à¤° होनेवाला है, यह उसका, जो बाà¤à¤ कहलाती थी छठवाठमहीना है। (IN) लूका 1:37 परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिठकà¥à¤› à¤à¥€ असमà¥à¤à¤µ नहीं है।†(IN) लूका 1:38 मरियम ने कहा, “देख, मैं पà¥à¤°à¤à¥ की दासी हूà¤, तेरे वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मेरे साथ à¤à¤¸à¤¾ हो।†तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसके पास से चला गया। (IN) लूका 1:39 ¶ उन दिनों में मरियम उठकर शीघà¥à¤° ही पहाड़ी देश में यहूदा के à¤à¤• नगर को गई। (IN) लूका 1:40 और जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के घर में जाकर à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° किया। (IN) लूका 1:41 जैसे ही à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ ने मरियम का नमसà¥à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾, वैसे ही बचà¥à¤šà¤¾ उसके पेट में उछला, और à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ हो गई। (IN) लूका 1:42 और उसने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “तू सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में धनà¥à¤¯ है, और तेरे पेट का फल धनà¥à¤¯ है! (IN) लूका 1:43 और यह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ मà¥à¤à¥‡ कहाठसे हà¥à¤†, कि मेरे पà¥à¤°à¤à¥ की माता मेरे पास आई? (IN) लूका 1:44 और देख जैसे ही तेरे नमसà¥à¤•à¤¾à¤° का शबà¥à¤¦ मेरे कानों में पड़ा वैसे ही बचà¥à¤šà¤¾ मेरे पेट में आननà¥à¤¦ से उछल पड़ा। (IN) लूका 1:45 और धनà¥à¤¯ है, वह जिस ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया कि जो बातें पà¥à¤°à¤à¥ की ओर से उससे कही गई, वे पूरी होंगी।†(IN) लूका 1:46 ¶ तब मरियम ने कहा, (IN) लूका 1:47 और मेरी आतà¥à¤®à¤¾ मेरे उदà¥à¤§à¤¾à¤° करनेवाले (IN) लूका 1:48 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने अपनी दासी की दीनता पर (IN) लूका 1:49 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस शकà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ ने मेरे लिये बड़े- (IN) लूका 1:50 और उसकी दया उन पर, (IN) लूका 1:51 उसने अपना à¤à¥à¤œà¤¬à¤² दिखाया, (IN) लूका 1:52 उसने शासकों को सिंहासनों से (IN) लूका 1:53 उसने à¤à¥‚खों को अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से (IN) लूका 1:54 उसने अपने सेवक इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को समà¥à¤à¤¾à¤² (IN) लूका 1:55 जो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® और उसके वंश पर सदा रहेगी, (IN) लूका 1:56 ¶ मरियम लगà¤à¤— तीन महीने उसके साथ रहकर अपने घर लौट गई। (IN) लूका 1:57 ¶ तब à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¿à¤¬à¤¾ के जनने का समय पूरा हà¥à¤†, और वह पà¥à¤¤à¥à¤° जनी। (IN) लूका 1:58 उसके पड़ोसियों और कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यह सà¥à¤¨ कर, कि पà¥à¤°à¤à¥ ने उस पर बड़ी दया की है, उसके साथ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ (IN) लूका 1:59 और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि आठवें दिन वे बालक का खतना करने आठऔर उसका नाम उसके पिता के नाम पर जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ रखने लगे। (IN) लूका 1:60 और उसकी माता ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “नहीं; वरनॠउसका नाम यूहनà¥à¤¨à¤¾ रखा जाà¤à¥¤â€ (IN) लूका 1:61 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “तेरे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬ में किसी का यह नाम नहीं।†(IN) लूका 1:62 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके पिता से संकेत करके पूछा कि तू उसका नाम कà¥à¤¯à¤¾ रखना चाहता है? (IN) लूका 1:63 और उसने लिखने की पटà¥à¤Ÿà¥€ मंगाकर लिख दिया, “उसका नाम यूहनà¥à¤¨à¤¾ है,†और सà¤à¥€ ने अचमà¥à¤à¤¾ किया। (IN) लूका 1:64 तब उसका मà¥à¤à¤¹ और जीठतà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ खà¥à¤² गई; और वह बोलने और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने लगा। (IN) लूका 1:65 और उसके आस-पास के सब रहनेवालों पर à¤à¤¯ छा गया; और उन सब बातों की चरà¥à¤šà¤¾ यहूदिया के सारे पहाड़ी देश में फैल गई। (IN) लूका 1:66 और सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ ने अपने-अपने मन में विचार करके कहा, “यह बालक कैसा होगा?†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ का हाथ उसके साथ था। (IN) लूका 1:67 ¶ और उसका पिता जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ हो गया, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करने लगा। (IN) लूका 1:68 “पà¥à¤°à¤à¥ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का परमेशà¥â€à¤µà¤° धनà¥à¤¯ हो, (IN) लूका 1:69 और अपने सेवक दाऊद के घराने में (IN) लूका 1:70 जैसे उसने अपने पवितà¥à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं (IN) लूका 1:71 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमारे शतà¥à¤°à¥à¤“ं से, और हमारे सब (IN) लूका 1:72 कि हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ पर दया करके अपनी (IN) लूका 1:73 और वह शपथ जो उसने हमारे पिता (IN) लूका 1:74 कि वह हमें यह देगा, कि हम अपने (IN) लूका 1:75 उसके सामने पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ (IN) लूका 1:76 और तू हे बालक, परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ का (IN) लूका 1:77 कि उसके लोगों को उदà¥à¤§à¤¾à¤° का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ दे, (IN) लूका 1:78 यह हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° की उसी बड़ी करà¥à¤£à¤¾ से होगा; (IN) लूका 1:79 कि अंधकार और मृतà¥à¤¯à¥ की छाया में बैठनेवालों को जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ दे, (IN) लूका 1:80 ¶ और वह बालक यूहनà¥à¤¨à¤¾, बढ़ता और आतà¥à¤®à¤¾ में बलवनà¥à¤¤ होता गया और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर पà¥à¤°à¤—ट होने के दिन तक जंगलों में रहा। (IN) लूका 2:1 ¶ उन दिनों में औगà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¸ कैसर की ओर से आजà¥à¤žà¤¾ निकली, कि सारे रोमी सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ के लोगों के नाम लिखे जाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 2:2 यह पहली नाम लिखाई उस समय हà¥à¤ˆ, जब कà¥à¤µà¤¿à¤°à¤¿à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤¸ सीरिया का राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² था। (IN) लूका 2:3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने-अपने नगर को गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:4 अतः यूसà¥à¤« à¤à¥€ इसलिठकि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया। (IN) लूका 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ थी नाम लिखवाà¤à¥¤ (IN) लूका 2:6 उनके वहाठरहते हà¥à¤ उसके जनने के दिन पूरे हà¥à¤à¥¤ (IN) लूका 2:7 और वह अपना पहलौठा पà¥à¤¤à¥à¤° जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके लिये सराय में जगह न थी। (IN) लूका 2:8 ¶ और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने à¤à¥à¤£à¥à¤¡ का पहरा देते थे। (IN) लूका 2:9 और परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤• दूत उनके पास आ खड़ा हà¥à¤†; और पà¥à¤°à¤à¥ का तेज उनके चारों ओर चमका, और वे बहà¥à¤¤ डर गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:10 तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उनसे कहा, “मत डरो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देखो, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बड़े आननà¥à¤¦ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ हूà¤; जो सब लोगों के लिये होगा, (IN) लूका 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¤• उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ जनà¥à¤®à¤¾ है, और वही मसीह पà¥à¤°à¤à¥ है। (IN) लूका 2:12 और इसका तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यह चिनà¥à¤¹ है, कि तà¥à¤® à¤à¤• बालक को कपड़े में लिपटा हà¥à¤† और चरनी में पड़ा पाओगे।†(IN) लूका 2:13 तब à¤à¤•à¤¾à¤à¤• उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के साथ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों का दल परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते हà¥à¤ और यह कहते दिखाई दिया, (IN) लूका 2:14 “आकाश में परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा और (IN) लूका 2:15 ¶ जब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उनके पास से सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को चले गà¤, तो गड़ेरियों ने आपस में कहा, “आओ, हम बैतलहम जाकर यह बात जो हà¥à¤ˆ है, और जिसे पà¥à¤°à¤à¥ ने हमें बताया है, देखें।†(IN) लूका 2:16 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जाकर मरियम और यूसà¥à¤« को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा। (IN) लूका 2:17 इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वह बात जो इस बालक के विषय में उनसे कही गई थी, पà¥à¤°à¤—ट की। (IN) लूका 2:18 और सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ ने उन बातों से जो गड़ेरियों ने उनसे कहीं आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ किया। (IN) लूका 2:19 परनà¥à¤¤à¥ मरियम ये सब बातें अपने मन में रखकर सोचती रही। (IN) लूका 2:20 और गड़ेरिये जैसा उनसे कहा गया था, वैसा ही सब सà¥à¤¨à¤•à¤° और देखकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते हà¥à¤ लौट गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:21 ¶ जब आठदिन पूरे हà¥à¤, और उसके खतने का समय आया, तो उसका नाम यीशॠरखा गया, यह नाम सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, उसके गरà¥à¤ में आने से पहले दिया गया था। (IN) लूका 2:22 और जब मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मरियम के शà¥à¤¦à¥à¤§ होने के दिन पूरे हà¥à¤ तो यूसà¥à¤« और मरियम उसे यरूशलेम में ले गà¤, कि पà¥à¤°à¤à¥ के सामने लाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 2:23 जैसा कि पà¥à¤°à¤à¥ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में लिखा है: “हर à¤à¤• पहलौठा पà¥à¤°à¤à¥ के लिये पवितà¥à¤° ठहरेगा।†(IN) लूका 2:24 और पà¥à¤°à¤à¥ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, “पणà¥â€à¤¡à¥à¤•à¥‹à¤‚ का à¤à¤• जोड़ा, या कबूतर के दो बचà¥à¤šà¥‡ लाकर बलिदान करें।†(IN) लूका 2:25 ¶ उस समय यरूशलेम में शमौन नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, और वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ धरà¥à¤®à¥€ और à¤à¤•à¥à¤¤ था; और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की शानà¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहा था, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ उस पर था। (IN) लूका 2:26 और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤†, कि जब तक तू पà¥à¤°à¤à¥ के मसीह को देख न लेगा, तब-तक मृतà¥à¤¯à¥ को न देखेगा। (IN) लूका 2:27 और वह आतà¥à¤®à¤¾ के सिखाने से मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में आया; और जब माता-पिता उस बालक यीशॠको à¤à¥€à¤¤à¤° लाà¤, कि उसके लिये वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° करें, (IN) लूका 2:28 तो उसने उसे अपनी गोद में लिया और परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके कहा: (IN) लूका 2:29 “हे पà¥à¤°à¤à¥, अब तू अपने दास को अपने (IN) लूका 2:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरी आà¤à¤–ों ने तेरे उदà¥à¤§à¤¾à¤° को देख (IN) लूका 2:31 जिसे तूने सब देशों के लोगों के सामने (IN) लूका 2:32 कि वह अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने के (IN) लूका 2:33 ¶ और उसका पिता और उसकी माता इन बातों से जो उसके विषय में कही जाती थीं, आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करते थे। (IN) लूका 2:34 तब शमौन ने उनको आशीष देकर, उसकी माता मरियम से कहा, “देख, वह तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के गिरने, और उठने के लिये, और à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ चिनà¥à¤¹ होने के लिये ठहराया गया है, जिसके विरोध में बातें की जाà¤à¤à¤—ी (IN) लूका 2:35 (वरनॠतेरा पà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¥€ तलवार से आर-पार छिद जाà¤à¤—ा) इससे बहà¥à¤¤ हृदयों के विचार पà¥à¤°à¤—ट होंगे।†(IN) लूका 2:36 ¶ और आशेर के गोतà¥à¤° में से हनà¥à¤¨à¤¾à¤¹ नामक फनूà¤à¤² की बेटी à¤à¤• à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ थी: वह बहà¥à¤¤ बूढ़ी थी, और विवाह होने के बाद सात वरà¥à¤· अपने पति के साथ रह पाई थी। (IN) लूका 2:37 वह चौरासी वरà¥à¤· की विधवा थी: और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को नहीं छोड़ती थी पर उपवास और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर करके रात-दिन उपासना किया करती थी। (IN) लूका 2:38 और वह उस घड़ी वहाठआकर परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करने लगी, और उन सà¤à¥€ से, जो यरूशलेम के छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे थे, उसके विषय में बातें करने लगी। (IN) लूका 2:39 ¶ और जब वे पà¥à¤°à¤à¥ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सब कà¥à¤› निपटा चà¥à¤•à¥‡ तो गलील में अपने नगर नासरत को फिर चले गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:40 और बालक बढ़ता, और बलवनà¥à¤¤ होता, और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से परिपूरà¥à¤£ होता गया; और परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ उस पर था। (IN) लूका 2:41 ¶ उसके माता-पिता पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· फसह के परà¥à¤µ में यरूशलेम को जाया करते थे। (IN) लूका 2:42 जब वह बारह वरà¥à¤· का हà¥à¤†, तो वे परà¥à¤µ की रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यरूशलेम को गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:43 और जब वे उन दिनों को पूरा करके लौटने लगे, तो वह बालक यीशॠयरूशलेम में रह गया; और यह उसके माता-पिता नहीं जानते थे। (IN) लूका 2:44 वे यह समà¤à¤•à¤°, कि वह और यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ होगा, à¤à¤• दिन का पड़ाव निकल गà¤: और उसे अपने कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और जान-पहचान वालों में ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगे। (IN) लूका 2:45 पर जब नहीं मिला, तो ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡-ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ यरूशलेम को फिर लौट गà¤à¥¤ (IN) लूका 2:46 और तीन दिन के बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेशकों के बीच में बैठे, उनकी सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ और उनसे पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ करते हà¥à¤ पाया। (IN) लूका 2:47 और जितने उसकी सà¥à¤¨ रहे थे, वे सब उसकी समठऔर उसके उतà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ से चकित थे। (IN) लूका 2:48 तब वे उसे देखकर चकित हà¥à¤ और उसकी माता ने उससे कहा, “हे पà¥à¤¤à¥à¤°, तूने हम से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° किया? देख, तेरा पिता और मैं कà¥à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हà¥à¤ तà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ थे।†(IN) लूका 2:49 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ थे? कà¥à¤¯à¤¾ नहीं जानते थे, कि मà¥à¤à¥‡ अपने पिता के à¤à¤µà¤¨ में होना अवशà¥à¤¯ है?†(IN) लूका 2:50 परनà¥à¤¤à¥ जो बात उसने उनसे कही, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे नहीं समà¤à¤¾à¥¤ (IN) लूका 2:51 तब वह उनके साथ गया, और नासरत में आया, और उनके वश में रहा; और उसकी माता ने ये सब बातें अपने मन में रखीं। (IN) लूका 2:52 और यीशॠबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और डील-डौल में और परमेशà¥â€à¤µà¤° और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ में बढ़ता गया। (IN) लूका 3:1 ¶ तिबिरियà¥à¤¸ कैसर के राजà¥à¤¯ के पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹à¤µà¥‡à¤‚ वरà¥à¤· में जब पà¥à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤¸ पिलातà¥à¤¸ यहूदिया का राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² था, और गलील में हेरोदेस इतूरैया, और तà¥à¤°à¤–ोनीतिस में, उसका à¤à¤¾à¤ˆ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, और अबिलेने में लिसानियास चौथाई के राजा थे। (IN) लूका 3:2 और जब हनà¥à¤¨à¤¾ और कैफा महायाजक थे, उस समय परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन जंगल में जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पà¥à¤¤à¥à¤° यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पास पहà¥à¤à¤šà¤¾à¥¤ (IN) लूका 3:3 और वह यरदन के आस-पास के सारे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में आकर, पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ के लिये मन फिराव के बपतिसà¥à¤®à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा। (IN) लूका 3:4 जैसे यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के कहे हà¥à¤ वचनों की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखा है: (IN) लूका 3:5 हर à¤à¤• घाटी à¤à¤° दी जाà¤à¤—ी, और हर à¤à¤• (IN) लूका 3:6 और हर पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के उदà¥à¤§à¤¾à¤° को देखेगा’।†(IN) लूका 3:7 ¶ जो बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उससे बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने को निकलकर आती थी, उनसे वह कहता था, “हे साà¤à¤ª के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किस ने चेतावनी दी, कि आनेवाले कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤¾à¤—ो? (IN) लूका 3:8 अतः मन फिराव के योगà¥à¤¯ फल लाओ: और अपने-अपने मन में यह न सोचो, कि हमारा पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° इन पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के लिये सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ कर सकता है। (IN) लूका 3:9 और अब कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾ पेड़ों की जड़ पर रखा हà¥à¤† है, इसलिठजो-जो पेड़ अचà¥à¤›à¤¾ फल नहीं लाता, वह काटा और आग में à¤à¥‹à¤‚का जाता है।†(IN) लूका 3:10 और लोगों ने उससे पूछा, “तो हम कà¥à¤¯à¤¾ करें?†(IN) लूका 3:11 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतर दिया, “जिसके पास दो कà¥à¤°à¥à¤¤à¥‡ हों? वह उसके साथ जिसके पास नहीं हैं बाà¤à¤Ÿ ले और जिसके पास à¤à¥‹à¤œà¤¨ हो, वह à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही करे।†(IN) लूका 3:12 और चà¥à¤‚गी लेनेवाले à¤à¥€ बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने आà¤, और उससे पूछा, “हे गà¥à¤°à¥, हम कà¥à¤¯à¤¾ करें?†(IN) लूका 3:13 उसने उनसे कहा, “जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये ठहराया गया है, उससे अधिक न लेना।†(IN) लूका 3:14 और सिपाहियों ने à¤à¥€ उससे यह पूछा, “हम कà¥à¤¯à¤¾ करें?†उसने उनसे कहा, “किसी पर उपदà¥à¤°à¤µ न करना, और न à¤à¥‚ठा दोष लगाना, और अपनी मजदूरी पर सनà¥à¤¤à¥‹à¤· करना।†(IN) लूका 3:15 जब लोग आस लगाठहà¥à¤ थे, और सब अपने-अपने मन में यूहनà¥à¤¨à¤¾ के विषय में विचार कर रहे थे, कि कà¥à¤¯à¤¾ यही मसीह तो नहीं है। (IN) लूका 3:16 तो यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उन सब के उतà¥à¤¤à¤° में कहा, “मैं तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पानी से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ वह आनेवाला है, जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ है; मैं तो इस योगà¥à¤¯ à¤à¥€ नहीं, कि उसके जूतों का फीता खोल सकूà¤, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ और आग से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देगा। (IN) लूका 3:17 उसका सूप, उसके हाथ में है; और वह अपना खलिहान अचà¥à¤›à¥€ तरह से साफ करेगा; और गेहूठको अपने खतà¥à¤¤à¥‡ में इकटà¥à¤ ा करेगा, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥‚सी को उस आग में जो बà¥à¤à¤¨à¥‡ की नहीं जला देगा।†(IN) लूका 3:18 अतः वह बहà¥à¤¤ सी शिकà¥à¤·à¤¾ दे देकर लोगों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ रहा। (IN) लूका 3:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उसने चौथाई देश के राजा हेरोदेस को उसके à¤à¤¾à¤ˆ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ की पतà¥â€à¤¨à¥€ हेरोदियास के विषय, और सब कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥‹à¤‚ के विषय में जो उसने किठथे, उलाहना दिया। (IN) लूका 3:20 इसलिठहेरोदेस ने उन सबसे बढ़कर यह कà¥à¤•à¤°à¥à¤® à¤à¥€ किया, कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ को बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दिया। (IN) लूका 3:21 ¶ जब सब लोगों ने बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया, और यीशॠà¤à¥€ बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था, तो आकाश खà¥à¤² गया। (IN) लूका 3:22 और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ शारीरिक रूप में कबूतर के समान उस पर उतरा, और यह आकाशवाणी हà¥à¤ˆ “तू मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, मैं तà¥à¤ से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 3:23 ¶ जब यीशॠआप उपदेश करने लगा, तो लगà¤à¤— तीस वरà¥à¤· की आयॠका था और (जैसा समà¤à¤¾ जाता था) यूसà¥à¤« का पà¥à¤¤à¥à¤° था; और वह à¤à¤²à¥€ का, (IN) लूका 3:24 और वह मतà¥à¤¤à¤¾à¤¤ का, और वह लेवी का, और वह मलकी का, और वह यनà¥à¤¨à¤¾ का, और वह यूसà¥à¤« का, (IN) लूका 3:25 और वह मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का, और वह आमोस का, और वह नहूम का, और वह असलà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का, और वह नगà¥â€à¤—ई का, (IN) लूका 3:26 और वह मात का, और वह मतà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹ का, और वह शिमी का, और वह योसेख का, और वह योदाह का, (IN) लूका 3:27 और वह यूहनà¥à¤¨à¤¾ का, और वह रेसा का, और वह जरà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤¬à¥‡à¤² का, और वह शालतियेल का, और वह नेरी का, (IN) लूका 3:28 और वह मलकी का, और वह अदà¥à¤¦à¥€ का, और वह कोसाम का, और वह à¤à¤²à¥â€à¤®à¤¦à¤¾à¤® का, और वह à¤à¤° का, (IN) लूका 3:29 और वह येशू का, और वह à¤à¤²à¥€à¤à¤œà¥‡à¤° का, और वह योरीम का, और वह मतà¥à¤¤à¤¾à¤¤ का, और वह लेवी का, (IN) लूका 3:30 और वह शमौन का, और वह यहूदा का, और वह यूसà¥à¤« का, और वह योनान का, और वह à¤à¤²à¤¯à¤¾à¤•à¥€à¤® का, (IN) लूका 3:31 और वह मलेआह का, और वह मिनà¥à¤¨à¤¾à¤¹ का, और वह मतà¥à¤¤à¤¤à¤¾ का, और वह नातान का, और वह दाऊद का, (IN) लूका 3:32 और वह यिशै का, और वह ओबेद का, और वह बोआज का, और वह सलमोन का, और वह नहशोन का, (IN) लूका 3:33 और वह अमà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬ का, और वह अरनी का, और वह हेसà¥à¤°à¥‹à¤¨ का, और वह पेरेस का, और वह यहूदा का, (IN) लूका 3:34 और वह याकूब का, और वह इसहाक का, और वह अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का, और वह तेरह का, और वह नाहोर का, (IN) लूका 3:35 और वह सरूग का, और वह रऊ का, और वह पेलेग का, और वह à¤à¤¬à¥‡à¤° का, और वह शिलह का, (IN) लूका 3:36 और वह केनान का, वह अरफकà¥à¤·à¤¦ का, और वह शेम का, वह नूह का, वह लेमेक†का, (IN) लूका 3:37 और वह मथूशिलह का, और वह हनोक का, और वह यिरिद का, और वह महललेल का, और वह केनान का, (IN) लूका 3:38 और वह à¤à¤¨à¥‹à¤¶ का, और वह शेत का, और वह आदम का, और वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° था। (IN) लूका 4:1 ¶ फिर यीशॠपवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤†, यरदन से लौटा; और आतà¥à¤®à¤¾ की अगà¥à¤†à¤ˆ से जंगल में फिरता रहा; (IN) लूका 4:2 और चालीस दिन तक शैतान उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ करता रहा। उन दिनों में उसने कà¥à¤› न खाया और जब वे दिन पूरे हो गà¤, तो उसे à¤à¥‚ख लगी। (IN) लूका 4:3 और शैतान ने उससे कहा, “यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो इस पतà¥à¤¥à¤° से कह, कि रोटी बन जाà¤à¥¤â€ (IN) लूका 4:4 यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “लिखा है: ‘मनà¥à¤·à¥à¤¯ केवल रोटी से जीवित न रहेगा’।†(IN) लूका 4:5 तब शैतान उसे ले गया और उसको पल à¤à¤° में जगत के सारे राजà¥à¤¯ दिखाà¤à¥¤ (IN) लूका 4:6 और उससे कहा, “मैं यह सब अधिकार, और इनका वैà¤à¤µ तà¥à¤à¥‡ दूà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया है, और जिसे चाहता हूà¤, उसे दे सकता हूà¤à¥¤ (IN) लूका 4:7 इसलिà¤, यदि तू मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करे, तो यह सब तेरा हो जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 4:8 यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “लिखा है: ‘तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® कर; और केवल उसी की उपासना कर’।†(IN) लूका 4:9 तब उसने उसे यरूशलेम में ले जाकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के कंगूरे पर खड़ा किया, और उससे कहा, “यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो अपने आप को यहाठसे नीचे गिरा दे। (IN) लूका 4:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, ‘वह तेरे विषय में अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को आजà¥à¤žà¤¾ देगा, कि वे तेरी रकà¥à¤·à¤¾ करें’ (IN) लूका 4:11 और ‘वे तà¥à¤à¥‡ हाथों हाथ उठा लेंगे à¤à¤¸à¤¾ न हो कि तेरे पाà¤à¤µ में पतà¥à¤¥à¤° से ठेस लगे’।†(IN) लूका 4:12 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यह à¤à¥€ कहा गया है: ‘तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° की परीकà¥à¤·à¤¾ न करना’।†(IN) लूका 4:13 जब शैतान सब परीकà¥à¤·à¤¾ कर चà¥à¤•à¤¾, तब कà¥à¤› समय के लिये उसके पास से चला गया। (IN) लूका 4:14 ¶ फिर यीशॠपवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤†, गलील को लौटा, और उसकी चरà¥à¤šà¤¾ आस-पास के सारे देश में फैल गई। (IN) लूका 4:15 और वह उन ही आराधनालयों में उपदेश करता रहा, और सब उसकी बड़ाई करते थे।। (IN) लूका 4:16 ¶ और वह नासरत में आया; जहाठउसका पालन-पोषण हà¥à¤† था; और अपनी रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में जाकर पढ़ने के लिये खड़ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 4:17 यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• उसे दी गई, और उसने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• खोलकर, वह जगह निकाली जहाठयह लिखा था : (IN) लूका 4:18 “पà¥à¤°à¤à¥ का आतà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤ पर है, (IN) लूका 4:19 और पà¥à¤°à¤à¥ के पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रहने के वरà¥à¤· का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 4:20 ¶ तब उसने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• बनà¥à¤¦ करके सेवक के हाथ में दे दी, और बैठगया: और आराधनालय के सब लोगों की आà¤à¤–ें उस पर लगी थी। (IN) लूका 4:21 तब वह उनसे कहने लगा, “आज ही यह लेख तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने पूरा हà¥à¤† है।†(IN) लूका 4:22 और सब ने उसे सराहा, और जो अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की बातें उसके मà¥à¤à¤¹ से निकलती थीं, उनसे अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ हà¥à¤; और कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ यह यूसà¥à¤« का पà¥à¤¤à¥à¤° नहीं?†(IN) लूका 4:23 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® मà¥à¤ पर यह कहावत अवशà¥à¤¯ कहोगे, ‘कि हे वैदà¥à¤¯, अपने आप को अचà¥à¤›à¤¾ कर! जो कà¥à¤› हमने सà¥à¤¨à¤¾ है कि कफरनहूम में तूने किया है उसे यहाठअपने देश में à¤à¥€ कर’।†(IN) लूका 4:24 और उसने कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कोई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ अपने देश में मान-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ नहीं पाता। (IN) लूका 4:25 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के दिनों में जब साढ़े तीन वरà¥à¤· तक आकाश बनà¥à¤¦ रहा, यहाठतक कि सारे देश में बड़ा आकाल पड़ा, तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में बहà¥à¤¤ सी विधवाà¤à¤ थीं। (IN) लूका 4:26 पर à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ को उनमें से किसी के पास नहीं à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया, केवल सीदोन के सारफत में à¤à¤• विधवा के पास। (IN) लूका 4:27 और à¤à¤²à¥€à¤¶à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के समय इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में बहà¥à¤¤ से कोढ़ी थे, पर सीरिया वासी नामान को छोड़ उनमें से काई शà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं किया गया।†(IN) लूका 4:28 ये बातें सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही जितने आराधनालय में थे, सब कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤° गà¤à¥¤ (IN) लूका 4:29 और उठकर उसे नगर से बाहर निकाला, और जिस पहाड़ पर उनका नगर बसा हà¥à¤† था, उसकी चोटी पर ले चले, कि उसे वहाठसे नीचे गिरा दें। (IN) लूका 4:30 पर वह उनके बीच में से निकलकर चला गया।। (IN) लूका 4:31 ¶ फिर वह गलील के कफरनहूम नगर में गया, और सबà¥à¤¤ के दिन लोगों को उपदेश दे रहा था। (IN) लूका 4:32 वे उसके उपदेश से चकित हो गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका वचन अधिकार सहित था। (IN) लूका 4:33 आराधनालय में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिसमें अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ थी। (IN) लूका 4:34 वह ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾ उठा, “हे यीशॠनासरी, हमें तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? कà¥à¤¯à¤¾ तू हमें नाश करने आया है? मैं तà¥à¤à¥‡ जानता हूठतू कौन है? तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पवितà¥à¤° जन है!†(IN) लूका 4:35 यीशॠने उसे डाà¤à¤Ÿà¤•à¤° कहा, “चà¥à¤ª रह और उसमें से निकल जा!†तब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ उसे बीच में पटककर बिना हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ उसमें से निकल गई। (IN) लूका 4:36 इस पर सब को अचमà¥à¤à¤¾ हà¥à¤†, और वे आपस में बातें करके कहने लगे, “यह कैसा वचन है? कि वह अधिकार और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के साथ अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को आजà¥à¤žà¤¾ देता है, और वे निकल जाती हैं।†(IN) लूका 4:37 अतः चारों ओर हर जगह उसकी चरà¥à¤šà¤¾ होने लगी। (IN) लूका 4:38 ¶ वह आराधनालय में से उठकर शमौन के घर में गया और शमौन की सास को तेज बà¥à¤–ार था, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके लिये उससे विनती की। (IN) लूका 4:39 उसने उसके निकट खड़े होकर जà¥à¤µà¤° को डाà¤à¤Ÿà¤¾ और जà¥à¤µà¤° उतर गया और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठकर उनकी सेवा-टहल करने लगी। (IN) लूका 4:40 सूरज डूबते समय जिन-जिनके यहाठलोग नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बीमारियों में पड़े हà¥à¤ थे, वे सब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसके पास ले आà¤à¤, और उसने à¤à¤•-à¤à¤• पर हाथ रखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) लूका 4:41 और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ और यह कहती हà¥à¤ˆ, “तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है,†बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में से निकल गई पर वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤Ÿà¤¤à¤¾ और बोलने नहीं देता था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे जानती थी, कि यह मसीह है। (IN) लूका 4:42 ¶ जब दिन हà¥à¤† तो वह निकलकर à¤à¤• à¤à¤•à¤¾à¤‚त सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में गया, और बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसे ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ उसके पास आई, और उसे रोकने लगी, कि हमारे पास से न जा। (IN) लूका 4:43 परनà¥à¤¤à¥ उसने उनसे कहा, “मà¥à¤à¥‡ और नगरों में à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¤¾ अवशà¥à¤¯ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ गया हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 4:44 और वह गलील के आराधनालयों में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता रहा। (IN) लूका 5:1 ¶ जब à¤à¥€à¤¡à¤¼ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¤à¥€ थी, और वह गनà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤°à¤¤ की à¤à¥€à¤² के किनारे पर खड़ा था, तो à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 5:2 कि उसने à¤à¥€à¤² के किनारे दो नावें लगी हà¥à¤ˆ देखीं, और मछà¥à¤ उन पर से उतरकर जाल धो रहे थे। (IN) लूका 5:3 उन नावों में से à¤à¤• पर, जो शमौन की थी, चढ़कर, उसने उससे विनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठकर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा। (IN) लूका 5:4 जब वह बातें कर चà¥à¤•à¤¾, तो शमौन से कहा, “गहरे में ले चल, और मछलियाठपकड़ने के लिये अपने जाल डालो।†(IN) लूका 5:5 शमौन ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हमने सारी रात मेहनत की और कà¥à¤› न पकड़ा; तो à¤à¥€ तेरे कहने से जाल डालूà¤à¤—ा।†(IN) लूका 5:6 जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ किया, तो बहà¥à¤¤ मछलियाठघेर लाà¤, और उनके जाल फटने लगे। (IN) लूका 5:7 इस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आकर, दोनों नाव यहाठतक à¤à¤° लीं कि वे डूबने लगीं। (IN) लूका 5:8 यह देखकर शमौन पतरस यीशॠके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरा, और कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मेरे पास से जा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं पापी मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤!†(IN) लूका 5:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इतनी मछलियों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहà¥à¤¤ अचमà¥à¤à¤¾ हà¥à¤†; (IN) लूका 5:10 और वैसे ही जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को à¤à¥€, जो शमौन के सहà¤à¤¾à¤—ी थे, अचमà¥à¤à¤¾ हà¥à¤† तब यीशॠने शमौन से कहा, “मत डर, अब से तू मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को जीविता पकड़ा करेगा।†(IN) लूका 5:11 और वे नावों को किनारे पर ले आठऔर सब कà¥à¤› छोड़कर उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) लूका 5:12 ¶ जब वह किसी नगर में था, तो वहाठकोढ़ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ आया, और वह यीशॠको देखकर मà¥à¤à¤¹ के बल गिरा, और विनती की, “हे पà¥à¤°à¤à¥ यदि तू चाहे तो मà¥à¤à¥‡ शà¥à¤¦à¥à¤§ कर सकता है।†(IN) लूका 5:13 उसने हाथ बढ़ाकर उसे छà¥à¤† और कहा, “मैं चाहता हूà¤, तू शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जा।†और उसका कोढ़ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जाता रहा। (IN) लूका 5:14 तब उसने उसे चिताया, “किसी से न कह, परनà¥à¤¤à¥ जा के अपने आप को याजक को दिखा, और अपने शà¥à¤¦à¥à¤§ होने के विषय में जो कà¥à¤› मूसा ने चढ़ावा ठहराया है उसे चढ़ा कि उन पर गवाही हो।†(IN) लूका 5:15 परनà¥à¤¤à¥ उसकी चरà¥à¤šà¤¾ और à¤à¥€ फैलती गई, और बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसकी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिये और अपनी बीमारियों से चंगे होने के लिये इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) लूका 5:16 परनà¥à¤¤à¥ वह निरà¥à¤œà¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में अलग जाकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करता था। (IN) लूका 5:17 ¶ और à¤à¤• दिन à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि वह उपदेश दे रहा था, और फरीसी और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• वहाठबैठे हà¥à¤ थे, जो गलील और यहूदिया के हर à¤à¤• गाà¤à¤µ से, और यरूशलेम से आठथे; और चंगा करने के लिये पà¥à¤°à¤à¥ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ उसके साथ थी। (IN) लूका 5:18 और देखो कई लोग à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जो लकवे का रोगी था, खाट पर लाà¤, और वे उसे à¤à¥€à¤¤à¤° ले जाने और यीशॠके सामने रखने का उपाय ढूà¤à¤¢à¤¼ रहे थे। (IN) लूका 5:19 और जब à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण उसे à¤à¥€à¤¤à¤° न ले जा सके तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने छत पर चढ़कर और खपरैल हटाकर, उसे खाट समेत बीच में यीशॠके सामने उतार दिया। (IN) लूका 5:20 उसने उनका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ देखकर उससे कहा, “हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤à¥¤â€ (IN) लूका 5:21 तब शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और फरीसी विवाद करने लगे, “यह कौन है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ करता है? परमेशà¥â€à¤µà¤° को छोड़ कौन पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर सकता है?†(IN) लूका 5:22 यीशॠने उनके मन की बातें जानकर, उनसे कहा, “तà¥à¤® अपने मनों में कà¥à¤¯à¤¾ विवाद कर रहे हो? (IN) लूका 5:23 सहज कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¤¾ यह कहना, कि ‘तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤,’ या यह कहना कि ‘उठऔर चल फिर?’ (IN) लूका 5:24 परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤® जानो कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को पृथà¥à¤µà¥€ पर पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ करने का à¤à¥€ अधिकार है।†उसने उस लकवे के रोगी से कहा, “मैं तà¥à¤ से कहता हूà¤, उठऔर अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा।†(IN) लूका 5:25 वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनके सामने उठा, और जिस पर वह पड़ा था उसे उठाकर, परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करता हà¥à¤† अपने घर चला गया। (IN) लूका 5:26 तब सब चकित हà¥à¤ और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करने लगे, और बहà¥à¤¤ डरकर कहने लगे, “आज हमने अनोखी बातें देखी हैं।†(IN) लूका 5:27 ¶ और इसके बाद वह बाहर गया, और लेवी नाम à¤à¤• चà¥à¤‚गी लेनेवाले को चà¥à¤‚गी की चौकी पर बैठे देखा, और उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले।†(IN) लूका 5:28 तब वह सब कà¥à¤› छोड़कर उठा, और उसके पीछे हो लिया। (IN) लूका 5:29 ¶ और लेवी ने अपने घर में उसके लिये à¤à¤• बड़ा à¤à¥‹à¤œ दिया; और चà¥à¤‚गी लेनेवालों की और अनà¥à¤¯ लोगों की जो उसके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठे थे à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ थी। (IN) लूका 5:30 और फरीसी और उनके शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसके चेलों से यह कहकर कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡ लगे, “तà¥à¤® चà¥à¤‚गी लेनेवालों और पापियों के साथ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खाते-पीते हो?†(IN) लूका 5:31 ¶ यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “वैदà¥à¤¯ à¤à¤²à¥‡ चंगों के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बीमारों के लिये अवशà¥à¤¯ है। (IN) लूका 5:32 मैं धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पापियों को मन फिराने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ आया हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 5:33 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ के चेले तो बराबर उपवास रखते और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करते हैं, और वैसे ही फरीसियों के à¤à¥€, परनà¥à¤¤à¥ तेरे चेले तो खाते-पीते हैं।†(IN) लूका 5:34 यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® बारातियों से जब तक दूलà¥à¤¹à¤¾ उनके साथ रहे, उपवास करवा सकते हो? (IN) लूका 5:35 परनà¥à¤¤à¥ वे दिन आà¤à¤à¤—े, जिनमें दूलà¥à¤¹à¤¾ उनसे अलग किया जाà¤à¤—ा, तब वे उन दिनों में उपवास करेंगे।†(IN) लूका 5:36 उसने à¤à¤• और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥€ उनसे कहा: “कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ नये वसà¥à¤¤à¥à¤° में से फाड़कर पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° में पैबनà¥à¤¦ नहीं लगाता, नहीं तो नया फट जाà¤à¤—ा और वह पैबनà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ में मेल à¤à¥€ नहीं खाà¤à¤—ा। (IN) लूका 5:37 और कोई नया दाखरस पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ मशकों में नहीं à¤à¤°à¤¤à¤¾, नहीं तो नया दाखरस मशकों को फाड़कर बह जाà¤à¤—ा, और मशकें à¤à¥€ नाश हो जाà¤à¤à¤—ी। (IN) लूका 5:38 परनà¥à¤¤à¥ नया दाखरस नई मशकों में à¤à¤°à¤¨à¤¾ चाहिये। (IN) लूका 5:39 कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ दाखरस पीकर नया नहीं चाहता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह कहता है, कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ ही अचà¥à¤›à¤¾ है।†(IN) लूका 6:1 ¶ फिर सबà¥à¤¤ के दिन वह खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेले बालें तोड़-तोड़कर, और हाथों से मल-मल कर खाते जाते थे। (IN) लूका 6:2 तब फरीसियों में से कà¥à¤› कहने लगे, “तà¥à¤® वह काम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करते हो जो सबà¥à¤¤ के दिन करना उचित नहीं?†(IN) लूका 6:3 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने यह नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने जब वह और उसके साथी à¤à¥‚खे थे तो कà¥à¤¯à¤¾ किया? (IN) लूका 6:4 वह कैसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के घर में गया, और à¤à¥‡à¤‚ट की रोटियाठलेकर खाई, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाना याजकों को छोड़ और किसी को उचित नहीं, और अपने साथियों को à¤à¥€ दी?†(IN) लूका 6:5 और उसने उनसे कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° सबà¥à¤¤ के दिन का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ है।†(IN) लूका 6:6 ¶ और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि किसी और सबà¥à¤¤ के दिन को वह आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा; और वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिसका दाहिना हाथ सूखा था। (IN) लूका 6:7 शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने के लिये उसकी ताक में थे, कि देखें कि वह सबà¥à¤¤ के दिन चंगा करता है कि नहीं। (IN) लूका 6:8 परनà¥à¤¤à¥ वह उनके विचार जानता था; इसलिठउसने सूखे हाथवाले मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा, “उठ, बीच में खड़ा हो।†वह उठखड़ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 6:9 यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से यह पूछता हूठकि सबà¥à¤¤ के दिन कà¥à¤¯à¤¾ उचित है, à¤à¤²à¤¾ करना या बà¥à¤°à¤¾ करना; पà¥à¤°à¤¾à¤£ को बचाना या नाश करना?†(IN) लूका 6:10 और उसने चारों ओर उन सà¤à¥€ को देखकर उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।†उसने à¤à¤¸à¤¾ ही किया, और उसका हाथ फिर चंगा हो गया। (IN) लूका 6:11 परनà¥à¤¤à¥ वे आपे से बाहर होकर आपस में विवाद करने लगे कि हम यीशॠके साथ कà¥à¤¯à¤¾ करें? (IN) लूका 6:12 ¶ और उन दिनों में वह पहाड़ पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने को निकला, और परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने में सारी रात बिताई। (IN) लूका 6:13 जब दिन हà¥à¤†, तो उसने अपने चेलों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनमें से बारह चà¥à¤¨ लिà¤, और उनको पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कहा। (IN) लूका 6:14 और वे ये हैं: शमौन जिसका नाम उसने पतरस à¤à¥€ रखा; और उसका à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸, और याकूब, और यूहनà¥à¤¨à¤¾, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, और बरतà¥à¤²à¥à¤®à¥ˆ, (IN) लूका 6:15 और मतà¥à¤¤à¥€, और थोमा, और हलफईस का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब, और शमौन जो जेलोतेस कहलाता है, (IN) लूका 6:16 और याकूब का बेटा यहूदा, और यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€, जो उसका पकड़वानेवाला बना। (IN) लूका 6:17 ¶ तब वह उनके साथ उतरकर चौरस जगह में खड़ा हà¥à¤†, और उसके चेलों की बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼, और सारे यहूदिया, और यरूशलेम, और सोर और सीदोन के समà¥à¤¦à¥à¤° के किनारे से बहà¥à¤¤ लोग, (IN) लूका 6:18 जो उसकी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ और अपनी बीमारियों से चंगा होने के लिये उसके पास आठथे, वहाठथे। और अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं के सताठहà¥à¤ लोग à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ किठजाते थे। (IN) लूका 6:19 और सब उसे छूना चाहते थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें से सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ निकलकर सब को चंगा करती थी। (IN) लूका 6:20 ¶ तब उसने अपने चेलों की ओर देखकर कहा, (IN) लूका 6:21 “धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जो अब à¤à¥‚खे हो; (IN) लूका 6:22 “धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के (IN) लूका 6:23 ¶ “उस दिन आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होकर उछलना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देखो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में बड़ा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² है। उनके पूरà¥à¤µà¤œ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के साथ à¤à¥€ वैसा ही किया करते थे। (IN) लूका 6:24 “परनà¥à¤¤à¥ हाय तà¥à¤® पर जो धनवान हो, (IN) लूका 6:25 “हाय तà¥à¤® पर जो अब तृपà¥à¤¤ हो, (IN) लूका 6:26 “हाय, तà¥à¤® पर जब सब मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤²à¤¾ कहें, (IN) लूका 6:27 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ से कहता हूà¤, कि अपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो; जो तà¥à¤® से बैर करें, उनका à¤à¤²à¤¾ करो। (IN) लूका 6:28 जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¾à¤ª दें, उनको आशीष दो; जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ अपमान करें, उनके लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो। (IN) लूका 6:29 जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤• गाल पर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारे उसकी ओर दूसरा à¤à¥€ फेर दे; और जो तेरी दोहर छीन ले, उसको कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ लेने से à¤à¥€ न रोक। (IN) लूका 6:30 जो कोई तà¥à¤ से माà¤à¤—े, उसे दे; और जो तेरी वसà¥à¤¤à¥ छीन ले, उससे न माà¤à¤—। (IN) लूका 6:31 और जैसा तà¥à¤® चाहते हो कि लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ करें, तà¥à¤® à¤à¥€ उनके साथ वैसा ही करो। (IN) लूका 6:32 ¶ “यदि तà¥à¤® अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® रखनेवालों के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी à¤à¥€ अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® रखनेवालों के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं। (IN) लूका 6:33 और यदि तà¥à¤® अपने à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करनेवालों ही के साथ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही करते हैं। (IN) लूका 6:34 और यदि तà¥à¤® उसे उधार दो, जिनसे फिर पाने की आशा रखते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी पापियों को उधार देते हैं, कि उतना ही फिर पाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 6:35 वरनॠअपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करो, और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बड़ा फल होगा; और तà¥à¤® परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ठहरोगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उन पर जो धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ नहीं करते और बà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ कृपालॠहै। (IN) लूका 6:36 जैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता दयावनà¥à¤¤ है, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ दयावनà¥à¤¤ बनो। (IN) लूका 6:37 ¶ “दोष मत लगाओ; तो तà¥à¤® पर à¤à¥€ दोष नहीं लगाया जाà¤à¤—ा: दोषी न ठहराओ, तो तà¥à¤® à¤à¥€ दोषी नहीं ठहराठजाओगे: कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 6:38 दिया करो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ दिया जाà¤à¤—ा: लोग पूरा नाप दबा-दबाकर और हिला-हिलाकर और उà¤à¤°à¤¤à¤¾ हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ गोद में डालेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस नाप से तà¥à¤® नापते हो, उसी से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¥€ नापा जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 6:39 ¶ फिर उसने उनसे à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा: “कà¥à¤¯à¤¾ अंधा, अंधे को मारà¥à¤— बता सकता है? कà¥à¤¯à¤¾ दोनों गडà¥à¤¢à¥‡ में नहीं गिरेंगे? (IN) लूका 6:40 चेला अपने गà¥à¤°à¥ से बड़ा नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जो कोई सिदà¥à¤§ होगा, वह अपने गà¥à¤°à¥ के समान होगा। (IN) लूका 6:41 तू अपने à¤à¤¾à¤ˆ की आà¤à¤– के तिनके को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ देखता है, और अपनी ही आà¤à¤– का लटà¥à¤ ा तà¥à¤à¥‡ नहीं सूà¤à¤¤à¤¾? (IN) लूका 6:42 और जब तू अपनी ही आà¤à¤– का लटà¥à¤ ा नहीं देखता, तो अपने à¤à¤¾à¤ˆ से कैसे कह सकता है, ‘हे à¤à¤¾à¤ˆ, ठहर जा तेरी आà¤à¤– से तिनके को निकाल दूà¤?’ हे कपटी, पहले अपनी आà¤à¤– से लटà¥à¤ ा निकाल, तब जो तिनका तेरे à¤à¤¾à¤ˆ की आà¤à¤– में है, à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ देखकर निकाल सकेगा। (IN) लूका 6:43 ¶ “कोई अचà¥à¤›à¤¾ पेड़ नहीं, जो निकमà¥à¤®à¤¾ फल लाà¤, और न तो कोई निकमà¥à¤®à¤¾ पेड़ है, जो अचà¥à¤›à¤¾ फल लाà¤à¥¤ (IN) लूका 6:44 हर à¤à¤• पेड़ अपने फल से पहचाना जाता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अंजीर नहीं तोड़ते, और न à¤à¤¡à¤¼à¤¬à¥‡à¤°à¥€ से अंगूर। (IN) लूका 6:45 à¤à¤²à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने मन के à¤à¤²à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से à¤à¤²à¥€ बातें निकालता है; और बà¥à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने मन के बà¥à¤°à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से बà¥à¤°à¥€ बातें निकालता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो मन में à¤à¤°à¤¾ है वही उसके मà¥à¤à¤¹ पर आता है। (IN) लूका 6:46 ¶ “जब तà¥à¤® मेरा कहना नहीं मानते, तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मà¥à¤à¥‡ ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हे पà¥à¤°à¤à¥,’ कहते हो? (IN) लूका 6:47 जो कोई मेरे पास आता है, और मेरी बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानता है, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताता हूठकि वह किसके समान है? (IN) लूका 6:48 वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है, जिस ने घर बनाते समय à¤à¥‚मि गहरी खोदकर चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ में नींव डाली, और जब बाढ़ आई तो धारा उस घर पर लगी, परनà¥à¤¤à¥ उसे हिला न सकी; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पकà¥à¤•à¤¾ बना था। (IN) लूका 6:49 परनà¥à¤¤à¥ जो सà¥à¤¨à¤•à¤° नहीं मानता, वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है, जिस ने मिटà¥à¤Ÿà¥€ पर बिना नींव का घर बनाया। जब उस पर धारा लगी, तो वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ गिर पड़ा, और वह गिरकर सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ हो गया।†(IN) लूका 7:1 ¶ जब वह लोगों को अपनी सारी बातें सà¥à¤¨à¤¾ चà¥à¤•à¤¾, तो कफरनहूम में आया। (IN) लूका 7:2 और किसी सूबेदार का à¤à¤• दास जो उसका पà¥à¤°à¤¿à¤¯ था, बीमारी से मरने पर था। (IN) लूका 7:3 उसने यीशॠकी चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¤•à¤° यहूदियों के कई पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को उससे यह विनती करने को उसके पास à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि आकर मेरे दास को चंगा कर। (IN) लूका 7:4 वे यीशॠके पास आकर उससे बड़ी विनती करके कहने लगे, “वह इस योगà¥à¤¯ है, कि तू उसके लिये यह करे, (IN) लूका 7:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह हमारी जाति से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, और उसी ने हमारे आराधनालय को बनाया है।†(IN) लूका 7:6 यीशॠउनके साथ-साथ चला, पर जब वह घर से दूर न था, तो सूबेदार ने उसके पास कई मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, “हे पà¥à¤°à¤à¥ दà¥à¤ƒà¤– न उठा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इस योगà¥à¤¯ नहीं, कि तू मेरी छत के तले आà¤à¥¤ (IN) लूका 7:7 इसी कारण मैंने अपने आप को इस योगà¥à¤¯ à¤à¥€ न समà¤à¤¾, कि तेरे पास आऊà¤, पर वचन ही कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 7:8 मैं à¤à¥€ पराधीन मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤; और सिपाही मेरे हाथ में हैं, और जब à¤à¤• को कहता हूà¤, ‘जा,’ तो वह जाता है, और दूसरे से कहता हूठकि ‘आ,’ तो आता है; और अपने किसी दास को कि ‘यह कर,’ तो वह उसे करता है।†(IN) लूका 7:9 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने अचमà¥à¤à¤¾ किया, और उसने मà¥à¤à¤¹ फेरकर उस à¤à¥€à¤¡à¤¼ से जो उसके पीछे आ रही थी कहा, “मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि मैंने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं पाया।†(IN) लूका 7:10 और à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ लोगों ने घर लौटकर, उस दास को चंगा पाया। (IN) लूका 7:11 ¶ थोड़े दिन के बाद वह नाईन नाम के à¤à¤• नगर को गया, और उसके चेले, और बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके साथ जा रही थी। (IN) लूका 7:12 जब वह नगर के फाटक के पास पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो देखो, लोग à¤à¤• मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ को बाहर लिठजा रहे थे; जो अपनी माठका à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° था, और वह विधवा थी: और नगर के बहà¥à¤¤ से लोग उसके साथ थे। (IN) लूका 7:13 उसे देखकर पà¥à¤°à¤à¥ को तरस आया, और उसने कहा, “मत रो।†(IN) लूका 7:14 तब उसने पास आकर अरà¥à¤¥à¥€ को छà¥à¤†; और उठानेवाले ठहर गà¤, तब उसने कहा, “हे जवान, मैं तà¥à¤ से कहता हूà¤, उठ!†(IN) लूका 7:15 तब वह मà¥à¤°à¥à¤¦à¤¾ उठबैठा, और बोलने लगा: और उसने उसे उसकी माठको सौंप दिया। (IN) लूका 7:16 इससे सब पर à¤à¤¯ छा गया; और वे परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करके कहने लगे, “हमारे बीच में à¤à¤• बड़ा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठा है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने लोगों पर कृपादृषà¥â€à¤Ÿà¤¿ की है।†(IN) लूका 7:17 और उसके विषय में यह बात सारे यहूदिया और आस-पास के सारे देश में फैल गई।। (IN) लूका 7:18 ¶ और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को उसके चेलों ने इन सब बातों का समाचार दिया। (IN) लूका 7:19 तब यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने अपने चेलों में से दो को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पà¥à¤°à¤à¥ के पास यह पूछने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾, “कà¥à¤¯à¤¾ आनेवाला तू ही है, या हम किसी और दूसरे की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करे?†(IN) लूका 7:20 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके पास आकर कहा, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाले ने हमें तेरे पास यह पूछने को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि कà¥à¤¯à¤¾ आनेवाला तू ही है, या हम दूसरे की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करे?†(IN) लूका 7:21 उसी घड़ी उसने बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को बीमारियों और पीड़ाओं, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾; और बहà¥à¤¤ से अंधों को आà¤à¤–ें दी। (IN) लूका 7:22 और उसने उनसे कहा, “जो कà¥à¤› तà¥à¤® ने देखा और सà¥à¤¨à¤¾ है, जाकर यूहनà¥à¤¨à¤¾ से कह दो; कि अंधे देखते हैं, लà¤à¤—ड़े चलते-फिरते हैं, कोढ़ी शà¥à¤¦à¥à¤§ किठजाते हैं, बहरे सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ है, और मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ जिलाठजाते है, और कंगालों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है। (IN) लूका 7:23 धनà¥à¤¯ है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाà¤à¥¤â€ (IN) लूका 7:24 ¶ जब यूहनà¥à¤¨à¤¾ के à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ लोग चल दिà¤, तो यीशॠयूहनà¥à¤¨à¤¾ के विषय में लोगों से कहने लगा, “तà¥à¤® जंगल में कà¥à¤¯à¤¾ देखने गठथे? कà¥à¤¯à¤¾ हवा से हिलते हà¥à¤ सरकणà¥à¤¡à¥‡ को? (IN) लूका 7:25 तो तà¥à¤® फिर कà¥à¤¯à¤¾ देखने गठथे? कà¥à¤¯à¤¾ कोमल वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯ को? देखो, जो à¤à¤¡à¤¼à¤•à¥€à¤²à¤¾ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनते, और सà¥à¤–-विलास से रहते हैं, वे राजà¤à¤µà¤¨à¥‹à¤‚ में रहते हैं। (IN) लूका 7:26 तो फिर कà¥à¤¯à¤¾ देखने गठथे? कà¥à¤¯à¤¾ किसी à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ को? हाà¤, मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, वरनॠà¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ से à¤à¥€ बड़े को। (IN) लूका 7:27 यह वही है, जिसके विषय में लिखा है: (IN) लूका 7:28 ¶ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जनà¥à¤®à¥‡ हैं, उनमें से यूहनà¥à¤¨à¤¾ से बड़ा कोई नहीं पर जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में छोटे से छोटा है, वह उससे à¤à¥€ बड़ा है।†(IN) लूका 7:29 और सब साधारण लोगों ने सà¥à¤¨à¤•à¤° और चà¥à¤‚गी लेनेवालों ने à¤à¥€ यूहनà¥à¤¨à¤¾ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेकर परमेशà¥â€à¤µà¤° को सचà¥à¤šà¤¾ मान लिया। (IN) लूका 7:30 पर फरीसियों और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ ने उससे बपतिसà¥à¤®à¤¾ न लेकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की मनसा को अपने विषय में टाल दिया। (IN) लूका 7:31 ¶ “अतः मैं इस यà¥à¤— के लोगों की उपमा किस से दूठकि वे किस के समान हैं? (IN) लूका 7:32 वे उन बालकों के समान हैं जो बाजार में बैठे हà¥à¤ à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहते हैं, ‘हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बाà¤à¤¸à¥à¤°à¥€ बजाई, और तà¥à¤® न नाचे, हमने विलाप किया, और तà¥à¤® न रोà¤!’ (IN) लूका 7:33 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला न रोटी खाता आया, न दाखरस पीता आया, और तà¥à¤® कहते हो, उसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है। (IN) लूका 7:34 मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° खाता-पीता आया है; और तà¥à¤® कहते हो, ‘देखो, पेटू और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼ मनà¥à¤·à¥à¤¯, चà¥à¤‚गी लेनेवालों का और पापियों का मितà¥à¤°à¥¤â€™ (IN) लूका 7:35 पर जà¥à¤žà¤¾à¤¨ अपनी सब सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से सचà¥à¤šà¤¾ ठहराया गया है।†(IN) लूका 7:36 ¶ फिर किसी फरीसी ने उससे विनती की, कि मेरे साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर; अतः वह उस फरीसी के घर में जाकर à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा। (IN) लूका 7:37 वहाठउस नगर की à¤à¤• पापिनी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ यह जानकर कि वह फरीसी के घर में à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा है, संगमरमर के पातà¥à¤° में इतà¥à¤° लाई। (IN) लूका 7:38 और उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास, पीछे खड़ी होकर, रोती हà¥à¤ˆ, उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ को आà¤à¤¸à¥à¤“ं से à¤à¤¿à¤—ाने और अपने सिर के बालों से पोंछने लगी और उसके पाà¤à¤µ बार-बार चूमकर उन पर इतà¥à¤° मला। (IN) लूका 7:39 यह देखकर, वह फरीसी जिस ने उसे बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ था, अपने मन में सोचने लगा, “यदि यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ होता तो जान जाता, कि यह जो उसे छू रही है, वह कौन और कैसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ है? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो पापिन है।†(IN) लूका 7:40 यह सà¥à¤¨ यीशॠने उसके उतà¥à¤¤à¤° में कहा, “हे शमौन, मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤ से कà¥à¤› कहना है।†वह बोला, “हे गà¥à¤°à¥, कह।†(IN) लूका 7:41 “किसी महाजन के दो देनदार थे, à¤à¤• पाà¤à¤š सौ, और दूसरा पचास दीनार देनदार था। (IN) लूका 7:42 जब कि उनके पास वापस लौटाने को कà¥à¤› न रहा, तो उसने दोनों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर दिया। अतः उनमें से कौन उससे अधिक पà¥à¤°à¥‡à¤® रखेगा?†(IN) लूका 7:43 शमौन ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मेरी समठमें वह, जिसका उसने अधिक छोड़ दिया।†उसने उससे कहा, “तूने ठीक विचार किया है।†(IN) लूका 7:44 और उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की ओर फिरकर उसने शमौन से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू इस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को देखता है? मैं तेरे घर में आया परनà¥à¤¤à¥ तूने मेरे पाà¤à¤µ धोने के लिये पानी न दिया, पर इसने मेरे पाà¤à¤µ आà¤à¤¸à¥à¤“ं से à¤à¤¿à¤—ाà¤, और अपने बालों से पोंछा।†(IN) लूका 7:45 तूने मà¥à¤à¥‡ चूमा न दिया, पर जब से मैं आया हूठतब से इसने मेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ का चूमना न छोड़ा। (IN) लूका 7:46 तूने मेरे सिर पर तेल नहीं मला; पर इसने मेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर इतà¥à¤° मला है। (IN) लूका 7:47 “इसलिठमैं तà¥à¤ से कहता हूà¤; कि इसके पाप जो बहà¥à¤¤ थे, कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसने बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤® किया; पर जिसका थोड़ा कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤† है, वह थोड़ा पà¥à¤°à¥‡à¤® करता है।†(IN) लूका 7:48 और उसने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से कहा, “तेरे पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤à¥¤â€ (IN) लूका 7:49 तब जो लोग उसके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठे थे, वे अपने-अपने मन में सोचने लगे, “यह कौन है जो पापों को à¤à¥€ कà¥à¤·à¤®à¤¾ करता है?†(IN) लूका 7:50 पर उसने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से कहा, “तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ बचा लिया है, कà¥à¤¶à¤² से चली जा।†(IN) लूका 8:1 ¶ इसके बाद वह नगर-नगर और गाà¤à¤µ-गाà¤à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता हà¥à¤†, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ हà¥à¤†, फिरने लगा, और वे बारह उसके साथ थे, (IN) लूका 8:2 और कà¥à¤› सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ जो दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं से और बीमारियों से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤ˆ गई थीं, और वे यह हैं मरियम जो मगदलीनी कहलाती थी, जिसमें से सात दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ निकली थीं, (IN) लूका 8:3 और हेरोदेस के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ खà¥à¤œà¤¼à¤¾ की पतà¥â€à¤¨à¥€ योअनà¥à¤¨à¤¾ और सूसनà¥à¤¨à¤¾à¤¹ और बहà¥à¤¤ सी और सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤, ये तो अपनी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से उसकी सेवा करती थीं।। (IN) लूका 8:4 ¶ जब बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆ, और नगर-नगर के लोग उसके पास चले आते थे, तो उसने दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ में कहा: (IN) लूका 8:5 “à¤à¤• बोनेवाला बीज बोने निकला: बोते हà¥à¤ कà¥à¤› मारà¥à¤— के किनारे गिरा, और रौंदा गया, और आकाश के पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने उसे चà¥à¤— लिया। (IN) लूका 8:6 और कà¥à¤› चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ पर गिरा, और उपजा, परनà¥à¤¤à¥ नमी न मिलने से सूख गया। (IN) लूका 8:7 कà¥à¤› à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में गिरा, और à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने साथ-साथ बढ़कर उसे दबा लिया। (IN) लूका 8:8 “और कà¥à¤› अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि पर गिरा, और उगकर सौ गà¥à¤£à¤¾ फल लाया।†यह कहकर उसने ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “जिसके सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के कान हों वह सà¥à¤¨ लें।†(IN) लूका 8:9 ¶ उसके चेलों ने उससे पूछा, “इस दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ का अरà¥à¤¥ कà¥à¤¯à¤¾ है?†(IN) लूका 8:10 उसने कहा, “तà¥à¤® को परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ की समठदी गई है, पर औरों को दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है, इसलिठकि (IN) लूका 8:11 ¶ “दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ का अरà¥à¤¥ यह है: बीज तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन है। (IN) लूका 8:12 मारà¥à¤— के किनारे के वे हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¨à¤¾; तब शैतान आकर उनके मन में से वचन उठा ले जाता है, कि कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 8:13 चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ पर के वे हैं, कि जब सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं, तो आननà¥à¤¦ से वचन को गà¥à¤°à¤¹à¤£ तो करते हैं, परनà¥à¤¤à¥ जड़ न पकड़ने से वे थोड़ी देर तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हैं, और परीकà¥à¤·à¤¾ के समय बहक जाते हैं। (IN) लूका 8:14 जो à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में गिरा, यह वे हैं, जो सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं, पर आगे चलकर चिनà¥à¤¤à¤¾ और धन और जीवन के सà¥à¤–-विलास में फंस जाते हैं, और उनका फल नहीं पकता। (IN) लूका 8:15 पर अचà¥à¤›à¥€ à¤à¥‚मि में के वे हैं, जो वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° à¤à¤²à¥‡ और उतà¥à¤¤à¤® मन में समà¥à¤à¤¾à¤²à¥‡ रहते हैं, और धीरज से फल लाते हैं। (IN) लूका 8:16 ¶ “कोई दिया जला कर बरà¥à¤¤à¤¨ से नहीं ढाà¤à¤•à¤¤à¤¾, और न खाट के नीचे रखता है, परनà¥à¤¤à¥ दीवट पर रखता है, कि à¤à¥€à¤¤à¤° आनेवाले पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 8:17 कà¥à¤› छिपा नहीं, जो पà¥à¤°à¤—ट न हो; और न कà¥à¤› गà¥à¤ªà¥à¤¤ है, जो जाना न जाà¤, और पà¥à¤°à¤—ट न हो। (IN) लूका 8:18 इसलिठसावधान रहो, कि तà¥à¤® किस रीति से सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसके पास है, उसे दिया जाà¤à¤—ा; और जिसके पास नहीं है, उससे वह à¤à¥€ ले लिया जाà¤à¤—ा, जिसे वह अपना समà¤à¤¤à¤¾ है।†(IN) लूका 8:19 ¶ उसकी माता और उसके à¤à¤¾à¤ˆ पास आà¤, पर à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण उससे à¤à¥‡à¤‚ट न कर सके। (IN) लूका 8:20 और उससे कहा गया, “तेरी माता और तेरे à¤à¤¾à¤ˆ बाहर खड़े हà¥à¤ तà¥à¤ से मिलना चाहते हैं।†(IN) लूका 8:21 उसने उसके उतà¥à¤¤à¤° में उनसे कहा, “मेरी माता और मेरे à¤à¤¾à¤ˆ ये ही है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ और मानते हैं।†(IN) लूका 8:22 ¶ फिर à¤à¤• दिन वह और उसके चेले नाव पर चढ़े, और उसने उनसे कहा, “आओ, à¤à¥€à¤² के पार चलें।†अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नाव खोल दी। (IN) लूका 8:23 पर जब नाव चल रही थी, तो वह सो गया: और à¤à¥€à¤² पर आà¤à¤§à¥€ आई, और नाव पानी से à¤à¤°à¤¨à¥‡ लगी और वे जोखिम में थे। (IN) लूका 8:24 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पास आकर उसे जगाया, और कहा, “सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€! सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€! हम नाश हà¥à¤ जाते हैं।†तब उसने उठकर आà¤à¤§à¥€ को और पानी की लहरों को डाà¤à¤Ÿà¤¾ और वे थम गà¤, और शानà¥à¤¤ हो गया। (IN) लूका 8:25 और उसने उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कहाठथा?†पर वे डर गà¤, और अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ होकर आपस में कहने लगे, “यह कौन है, जो आà¤à¤§à¥€ और पानी को à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ देता है, और वे उसकी मानते हैं?†(IN) लूका 8:26 ¶ फिर वे गिरासेनियों के देश में पहà¥à¤à¤šà¥‡, जो उस पार गलील के सामने है। (IN) लूका 8:27 जब वह किनारे पर उतरा, तो उस नगर का à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसे मिला, जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ थीं। और बहà¥à¤¤ दिनों से न कपड़े पहनता था और न घर में रहता था वरनॠकबà¥à¤°à¥‹à¤‚ में रहा करता था। (IN) लूका 8:28 वह यीशॠको देखकर चिलà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और उसके सामने गिरकर ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “हे परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° यीशà¥! मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, मà¥à¤à¥‡ पीड़ा न दे।†(IN) लूका 8:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उस अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ को उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ में से निकलने की आजà¥à¤žà¤¾ दे रहा था, इसलिठकि वह उस पर बार-बार पà¥à¤°à¤¬à¤² होती थी। और यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ लोग उसे जंजीरों और बेड़ियों से बाà¤à¤§à¤¤à¥‡ थे, तो à¤à¥€ वह बनà¥à¤§à¤¨à¥‹à¤‚ को तोड़ डालता था, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ उसे जंगल में à¤à¤—ाठफिरती थी। (IN) लूका 8:30 यीशॠने उससे पूछा, “तेरा कà¥à¤¯à¤¾ नाम है?†उसने कहा, “सेना,†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ उसमें समा गई थीं। (IN) लूका 8:31 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे विनती की, “हमें अथाह गडà¥à¤¢à¥‡ में जाने की आजà¥à¤žà¤¾ न दे।†(IN) लूका 8:32 वहाठपहाड़ पर सूअरों का à¤à¤• बड़ा à¤à¥à¤£à¥à¤¡ चर रहा था, अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे विनती की, “हमें उनमें समाने दे।†अतः उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाने दिया। (IN) लूका 8:33 तब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से निकलकर सूअरों में समा गई और वह à¤à¥à¤£à¥à¤¡ कड़ाड़े पर से à¤à¤ªà¤Ÿà¤•à¤° à¤à¥€à¤² में जा गिरा और डूब मरा। (IN) लूका 8:34 ¶ चरवाहे यह जो हà¥à¤† था देखकर à¤à¤¾à¤—े, और नगर में, और गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में जाकर उसका समाचार कहा। (IN) लूका 8:35 और लोग यह जो हà¥à¤† था उसको देखने को निकले, और यीशॠके पास आकर जिस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ निकली थीं, उसे यीशॠके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास कपड़े पहने और सचेत बैठे हà¥à¤ पा कर डर गà¤à¥¤ (IN) लूका 8:36 और देखनेवालों ने उनको बताया, कि वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ का सताया हà¥à¤† मनà¥à¤·à¥à¤¯ किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अचà¥à¤›à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 8:37 तब गिरासेनियों के आस-पास के सब लोगों ने यीशॠसे विनती की, कि हमारे यहाठसे चला जा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन पर बड़ा à¤à¤¯ छा गया था। अतः वह नाव पर चढ़कर लौट गया। (IN) लूका 8:38 जिस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ निकली थीं वह उससे विनती करने लगा, कि मà¥à¤à¥‡ अपने साथ रहने दे, परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने उसे विदा करके कहा। (IN) लूका 8:39 “अपने घर में लौट जा और लोगों से कह दे, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किठहैं।†वह जाकर सारे नगर में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा, कि यीशॠने मेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किà¤à¥¤ (IN) लूका 8:40 ¶ जब यीशॠलौट रहा था, तो लोग उससे आननà¥à¤¦ के साथ मिले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे सब उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे थे। (IN) लूका 8:41 और देखो, याईर नाम à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ जो आराधनालय का सरदार था, आया, और यीशॠके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरके उससे विनती करने लगा, “मेरे घर चल।†(IN) लूका 8:42 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके बारह वरà¥à¤· की à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¥€ बेटी थी, और वह मरने पर थी। जब वह जा रहा था, तब लोग उस पर गिरे पड़ते थे। (IN) लूका 8:43 और à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने जिसको बारह वरà¥à¤· से लहू बहने का रोग था, और जो अपनी सारी जीविका वैदà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पीछे वà¥à¤¯à¤¯ कर चà¥à¤•à¥€ थी और फिर à¤à¥€ किसी के हाथ से चंगी न हो सकी थी, (IN) लूका 8:44 पीछे से आकर उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° के आà¤à¤šà¤² को छà¥à¤†, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसका लहू बहना थम गया। (IN) लूका 8:45 इस पर यीशॠने कहा, “मà¥à¤à¥‡ किस ने छà¥à¤†?†जब सब मà¥à¤•à¤°à¤¨à¥‡ लगे, तो पतरस और उसके साथियों ने कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तà¥à¤à¥‡ तो à¤à¥€à¤¡à¤¼ दबा रही है और तà¥à¤ पर गिरी पड़ती है।†(IN) लूका 8:46 परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने कहा, “किसी ने मà¥à¤à¥‡ छà¥à¤† है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने जान लिया है कि मà¥à¤ में से सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ निकली है।†(IN) लूका 8:47 जब सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने देखा, कि मैं छिप नहीं सकती, तब काà¤à¤ªà¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ आई, और उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरकर सब लोगों के सामने बताया, कि मैंने किस कारण से तà¥à¤à¥‡ छà¥à¤†, और कैसे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ चंगी हो गई। (IN) लूका 8:48 उसने उससे कहा, “पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ चंगा किया है, कà¥à¤¶à¤² से चली जा।†(IN) लूका 8:49 वह यह कह ही रहा था, कि किसी ने आराधनालय के सरदार के यहाठसे आकर कहा, “तेरी बेटी मर गई: गà¥à¤°à¥ को दà¥à¤ƒà¤– न दे।†(IN) लूका 8:50 यीशॠने सà¥à¤¨à¤•à¤° उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मत डर; केवल विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रख; तो वह बच जाà¤à¤—ी।†(IN) लूका 8:51 घर में आकर उसने पतरस, और यूहनà¥à¤¨à¤¾, और याकूब, और लड़की के माता-पिता को छोड़ और किसी को अपने साथ à¤à¥€à¤¤à¤° आने न दिया। (IN) लूका 8:52 और सब उसके लिये रो पीट रहे थे, परनà¥à¤¤à¥ उसने कहा, “रोओ मत; वह मरी नहीं परनà¥à¤¤à¥ सो रही है।†(IN) लूका 8:53 वे यह जानकर, कि मर गई है, उसकी हà¤à¤¸à¥€ करने लगे। (IN) लूका 8:54 परनà¥à¤¤à¥ उसने उसका हाथ पकड़ा, और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “हे लड़की उठ!†(IN) लूका 8:55 तब उसके पà¥à¤°à¤¾à¤£ लौट आठऔर वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठी; फिर उसने आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि उसे कà¥à¤› खाने को दिया जाà¤à¥¤ (IN) लूका 8:56 उसके माता-पिता चकित हà¥à¤, परनà¥à¤¤à¥ उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी दी, कि यह जो हà¥à¤† है, किसी से न कहना। (IN) लूका 9:1 ¶ फिर उसने बारहों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं और बीमारियों को दूर करने की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और अधिकार दिया। (IN) लूका 9:2 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने, और बीमारों को अचà¥à¤›à¤¾ करने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) लूका 9:3 और उसने उनसे कहा, “मारà¥à¤— के लिये कà¥à¤› न लेना: न तो लाठी, न à¤à¥‹à¤²à¥€, न रोटी, न रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ और न दो-दो कà¥à¤°à¥à¤¤à¥‡à¥¤ (IN) लूका 9:4 और जिस किसी घर में तà¥à¤® उतरो, वहीं रहो; और वहीं से विदा हो। (IN) लूका 9:5 जो कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करेगा उस नगर से निकलते हà¥à¤ अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की धूल à¤à¤¾à¤¡à¤¼ डालो, कि उन पर गवाही हो।†(IN) लूका 9:6 अतः वे निकलकर गाà¤à¤µ-गाà¤à¤µ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡, और हर कहीं लोगों को चंगा करते हà¥à¤ फिरते रहे। (IN) लूका 9:7 ¶ और देश की चौथाई का राजा हेरोदेस यह सब सà¥à¤¨à¤•à¤° घबरा गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कितनों ने कहा, कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा है। (IN) लूका 9:8 और कितनों ने यह, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ दिखाई दिया है: औरों ने यह, कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से कोई जी उठा है। (IN) लूका 9:9 परनà¥à¤¤à¥ हेरोदेस ने कहा, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ का तो मैंने सिर कटवाया अब यह कौन है, जिसके विषय में à¤à¤¸à¥€ बातें सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ हूà¤?†और उसने उसे देखने की इचà¥à¤›à¤¾ की।। (IN) लूका 9:10 ¶ फिर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने लौटकर जो कà¥à¤› उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किया था, उसको बता दिया, और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अलग करके बैतसैदा नामक à¤à¤• नगर को ले गया। (IN) लूका 9:11 यह जानकर à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली, और वह आननà¥à¤¦ के साथ उनसे मिला, और उनसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की बातें करने लगा, और जो चंगे होना चाहते थे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया। (IN) लूका 9:12 जब दिन ढलने लगा, तो बारहों ने आकर उससे कहा, “à¤à¥€à¤¡à¤¼ को विदा कर, कि चारों ओर के गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ और बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जाकर अपने लिठरहने को सà¥à¤¥à¤¾à¤¨, और à¤à¥‹à¤œà¤¨ का उपाय करें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम यहाठसà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ जगह में हैं।†(IN) लूका 9:13 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाने को दो।†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “हमारे पास पाà¤à¤š रोटियाठऔर दो मछली को छोड़ और कà¥à¤› नहीं; परनà¥à¤¤à¥ हाà¤, यदि हम जाकर इन सब लोगों के लिये à¤à¥‹à¤œà¤¨ मोल लें, तो हो सकता है।†(IN) लूका 9:14 (कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहाठपर लगà¤à¤— पाà¤à¤š हजार पà¥à¤°à¥à¤· थे।) और उसने अपने चेलों से कहा, “उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पचास-पचास करके पाà¤à¤¤à¤¿ में बैठा दो।†(IN) लूका 9:15 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ ही किया, और सब को बैठा दिया। (IN) लूका 9:16 तब उसने वे पाà¤à¤š रोटियाठऔर दो मछलियाठलीं, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की और देखकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और तोड़-तोड़कर चेलों को देता गया कि लोगों को परोसें। (IN) लूका 9:17 अतः सब खाकर तृपà¥à¤¤ हà¥à¤, और बचे हà¥à¤ टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ से बारह टोकरियाठà¤à¤°à¤•à¤° उठाई। (IN) लूका 9:18 ¶ जब वह à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था, और चेले उसके साथ थे, तो उसने उनसे पूछा, “लोग मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहते हैं?†(IN) लूका 9:19 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला, और कोई-कोई à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, और कोई यह कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से कोई जी उठा है।†(IN) लूका 9:20 उसने उनसे पूछा, “परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहते हो?†पतरस ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “परमेशà¥â€à¤µà¤° का मसीह।†(IN) लूका 9:21 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी देकर कहा, “यह किसी से न कहना।†(IN) लूका 9:22 ¶ और उसने कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के लिये अवशà¥à¤¯ है, कि वह बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤, और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उसे तà¥à¤šà¥à¤› समà¤à¤•à¤° मार डालें, और वह तीसरे दिन जी उठे।†(IN) लूका 9:23 ¶ उसने सबसे कहा, “यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप से इनà¥à¤•à¤¾à¤° करे और पà¥à¤°à¤¤à¤¿-दिन अपना कà¥à¤°à¥‚स उठाठहà¥à¤ मेरे पीछे हो ले। (IN) लूका 9:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाना चाहेगा वह उसे खोà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ जो कोई मेरे लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ खोà¤à¤—ा वही उसे बचाà¤à¤—ा। (IN) लूका 9:25 यदि मनà¥à¤·à¥à¤¯ सारे जगत को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करे, और अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ खो दे, या उसकी हानि उठाà¤, तो उसे कà¥à¤¯à¤¾ लाठहोगा? (IN) लूका 9:26 जो कोई मà¥à¤à¤¸à¥‡ और मेरी बातों से लजाà¤à¤—ा; मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ जब अपनी, और अपने पिता की, और पवितà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की, महिमा सहित आà¤à¤—ा, तो उससे लजाà¤à¤—ा। (IN) लूका 9:27 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो यहाठखड़े हैं, उनमें से कोई-कोई à¤à¤¸à¥‡ हैं कि जब तक परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ न देख लें, तब तक मृतà¥à¤¯à¥ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ न चखेंगे।†(IN) लूका 9:28 ¶ इन बातों के कोई आठदिन बाद वह पतरस, और यूहनà¥à¤¨à¤¾, और याकूब को साथ लेकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने के लिये पहाड़ पर गया। (IN) लूका 9:29 जब वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर ही रहा था, तो उसके चेहरे का रूप बदल गया, और उसका वसà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤µà¥‡à¤¤ होकर चमकने लगा। (IN) लूका 9:30 तब, मूसा और à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, ये दो पà¥à¤°à¥à¤· उसके साथ बातें कर रहे थे। (IN) लूका 9:31 ये महिमा सहित दिखाई दिà¤, और उसके मरने की चरà¥à¤šà¤¾ कर रहे थे, जो यरूशलेम में होनेवाला था। (IN) लूका 9:32 पतरस और उसके साथी नींद से à¤à¤°à¥‡ थे, और जब अचà¥à¤›à¥€ तरह सचेत हà¥à¤, तो उसकी महिमा; और उन दो पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को, जो उसके साथ खड़े थे, देखा। (IN) लूका 9:33 जब वे उसके पास से जाने लगे, तो पतरस ने यीशॠसे कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हमारा यहाठरहना à¤à¤²à¤¾ है: अतः हम तीन मणà¥à¤¡à¤ª बनाà¤à¤, à¤à¤• तेरे लिये, à¤à¤• मूसा के लिये, और à¤à¤• à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के लिये।†वह जानता न था, कि कà¥à¤¯à¤¾ कह रहा है। (IN) लूका 9:34 वह यह कह ही रहा था, कि à¤à¤• बादल ने आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छा लिया, और जब वे उस बादल से घिरने लगे, तो डर गà¤à¥¤ (IN) लूका 9:35 और उस बादल में से यह शबà¥à¤¦ निकला, “यह मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° और मेरा चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† है, इसकी सà¥à¤¨à¥‹à¥¤â€ (IN) लूका 9:36 यह शबà¥à¤¦ होते ही यीशॠअकेला पाया गया; और वे चà¥à¤ª रहे, और जो कà¥à¤› देखा था, उसकी कोई बात उन दिनों में किसी से न कही। (IN) लूका 9:37 ¶ और दूसरे दिन जब वे पहाड़ से उतरे, तो à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उससे आ मिली। (IN) लूका 9:38 तब, à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “हे गà¥à¤°à¥, मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, कि मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° पर कृपादृषà¥â€à¤Ÿà¤¿ कर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मेरा à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¤¾ है। (IN) लूका 9:39 और देख, à¤à¤• दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ उसे पकड़ती है, और वह à¤à¤•à¤¾à¤à¤• चिलà¥à¤²à¤¾ उठता है; और वह उसे à¤à¤¸à¤¾ मरोड़ती है, कि वह मà¥à¤à¤¹ में फेन à¤à¤° लाता है; और उसे कà¥à¤šà¤²à¤•à¤° कठिनाई से छोड़ती है। (IN) लूका 9:40 और मैंने तेरे चेलों से विनती की, कि उसे निकालें; परनà¥à¤¤à¥ वे न निकाल सके।†(IN) लूका 9:41 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ और हठीले लोगों, मैं कब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहूà¤à¤—ा, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सहूà¤à¤—ा? अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को यहाठले आ।†(IN) लूका 9:42 वह आ ही रहा था कि दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ ने उसे पटककर मरोड़ा, परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ को डाà¤à¤Ÿà¤¾ और लड़के को अचà¥à¤›à¤¾ करके उसके पिता को सौंप दिया। (IN) लूका 9:43 तब सब लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° के महासामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से चकित हà¥à¤à¥¤ परनà¥à¤¤à¥ जब सब लोग उन सब कामों से जो वह करता था, अचमà¥à¤à¤¾ कर रहे थे, तो उसने अपने चेलों से कहा, (IN) लूका 9:44 “ये बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कानों में पड़ी रहें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में पकड़वाया जाने को है।†(IN) लूका 9:45 परनà¥à¤¤à¥ वे इस बात को न समà¤à¤¤à¥‡ थे, और यह उनसे छिपी रही; कि वे उसे जानने न पाà¤à¤, और वे इस बात के विषय में उससे पूछने से डरते थे। (IN) लूका 9:46 ¶ फिर उनमें यह विवाद होने लगा, कि हम में से बड़ा कौन है? (IN) लूका 9:47 पर यीशॠने उनके मन का विचार जान लिया, और à¤à¤• बालक को लेकर अपने पास खड़ा किया, (IN) लूका 9:48 और उनसे कहा, “जो कोई मेरे नाम से इस बालक को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है; और जो कोई मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो तà¥à¤® में सबसे छोटे से छोटा है, वही बड़ा है।†(IN) लूका 9:49 ¶ तब यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हमने à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को तेरे नाम से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालते देखा, और हमने उसे मना किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह हमारे साथ होकर तेरे पीछे नहीं हो लेता।†(IN) लूका 9:50 यीशॠने उससे कहा, “उसे मना मत करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विरोध में नहीं, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर है।†(IN) लूका 9:51 ¶ जब उसके ऊपर उठाठजाने के दिन पूरे होने पर थे, तो उसने यरूशलेम को जाने का विचार दृढ़ किया। (IN) लूका 9:52 और उसने अपने आगे दूत à¤à¥‡à¤œà¥‡: वे सामरियों के à¤à¤• गाà¤à¤µ में गà¤, कि उसके लिये जगह तैयार करें। (IN) लूका 9:53 परनà¥à¤¤à¥ उन लोगों ने उसे उतरने न दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह यरूशलेम को जा रहा था। (IN) लूका 9:54 यह देखकर उसके चेले याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥; कà¥à¤¯à¤¾ तू चाहता है, कि हम आजà¥à¤žà¤¾ दें, कि आकाश से आग गिरकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¥à¤® कर दे?†(IN) लूका 9:55 परनà¥à¤¤à¥ उसने फिरकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤Ÿà¤¾ [और कहा, “तà¥à¤® नहीं जानते कि तà¥à¤® कैसी आतà¥à¤®à¤¾ के हो। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° लोगों के पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को नाश करने नहीं वरनॠबचाने के लिये आया है।â€] (IN) लूका 9:56 और वे किसी और गाà¤à¤µ में चले गà¤à¥¤ (IN) लूका 9:57 ¶ जब वे मारà¥à¤— में चले जाते थे, तो किसी ने उससे कहा, “जहाà¤-जहाठतू जाà¤à¤—ा, मैं तेरे पीछे हो लूà¤à¤—ा।†(IN) लूका 9:58 यीशॠने उससे कहा, “लोमड़ियों के à¤à¤Ÿ और आकाश के पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बसेरे होते हैं, पर मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को सिर रखने की à¤à¥€ जगह नहीं।†(IN) लूका 9:59 उसने दूसरे से कहा, “मेरे पीछे हो ले।†उसने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मà¥à¤à¥‡ पहले जाने दे कि अपने पिता को गाड़ दूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 9:60 उसने उससे कहा, “मरे हà¥à¤“ं को अपने मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ गाड़ने दे, पर तू जाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की कथा सà¥à¤¨à¤¾à¥¤â€ (IN) लूका 9:61 à¤à¤• और ने à¤à¥€ कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं तेरे पीछे हो लूà¤à¤—ा; पर पहले मà¥à¤à¥‡ जाने दे कि अपने घर के लोगों से विदा हो आऊà¤à¥¤â€ (IN) लूका 9:62 यीशॠने उससे कहा, “जो कोई अपना हाथ हल पर रखकर पीछे देखता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के योगà¥à¤¯ नहीं।†(IN) लूका 10:1 ¶ और इन बातों के बाद पà¥à¤°à¤à¥ ने सतà¥à¤¤à¤° और मनà¥à¤·à¥à¤¯ नियà¥à¤•à¥à¤¤ किठऔर जिस-जिस नगर और जगह को वह आप जाने पर था, वहाठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दो-दो करके अपने आगे à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) लूका 10:2 और उसने उनसे कहा, “पके खेत बहà¥à¤¤ हैं; परनà¥à¤¤à¥ मजदूर थोड़े हैं इसलिठखेत के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से विनती करो, कि वह अपने खेत काटने को मजदूर à¤à¥‡à¤œ दे। (IN) लूका 10:3 जाओ; देखों मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के समान à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में à¤à¥‡à¤œà¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) लूका 10:4 इसलिठन बटà¥à¤†, न à¤à¥‹à¤²à¥€, न जूते लो; और न मारà¥à¤— में किसी को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) लूका 10:5 जिस किसी घर में जाओ, पहले कहो, ‘इस घर पर कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो।’ (IN) लूका 10:6 यदि वहाठकोई कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के योगà¥à¤¯ होगा; तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ उस पर ठहरेगा, नहीं तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास लौट आà¤à¤—ा। (IN) लूका 10:7 उसी घर में रहो, और जो कà¥à¤› उनसे मिले, वही खाओ-पीओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मजदूर को अपनी मजदूरी मिलनी चाहिà¤; घर-घर न फिरना। (IN) लूका 10:8 और जिस नगर में जाओ, और वहाठके लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतारें, तो जो कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने रखा जाठवही खाओ। (IN) लूका 10:9 वहाठके बीमारों को चंगा करो: और उनसे कहो, ‘परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निकट आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है।’ (IN) लूका 10:10 परनà¥à¤¤à¥ जिस नगर में जाओ, और वहाठके लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करें, तो उसके बाजारों में जाकर कहो, (IN) लूका 10:11 ‘तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ नगर की धूल à¤à¥€, जो हमारे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में लगी है, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने à¤à¤¾à¤¡à¤¼ देते हैं, फिर à¤à¥€ यह जान लो, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निकट आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है।’ (IN) लूका 10:12 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि उस दिन उस नगर की दशा से सदोम की दशा अधिक सहने योगà¥à¤¯ होगी। (IN) लूका 10:13 ¶ “हाय खà¥à¤°à¤¾à¤œà¥€à¤¨! हाय बैतसैदा! जो सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम तà¥à¤® में किठगà¤, यदि वे सोर और सीदोन में किठजाते, तो टाट ओढ़कर और राख में बैठकर वे कब के मन फिराते। (IN) लूका 10:14 परनà¥à¤¤à¥ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ दशा से सोर और सीदोन की दशा अधिक सहने योगà¥à¤¯ होगी। (IN) लूका 10:15 और हे कफरनहूम, कà¥à¤¯à¤¾ तू सà¥à¤µà¤°à¥à¤— तक ऊà¤à¤šà¤¾ किया जाà¤à¤—ा? तू तो अधोलोक तक नीचे जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 10:16 ¶ “जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, वह मेरी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, और जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤šà¥à¤› जानता है, वह मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤šà¥à¤› जानता है; और जो मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤šà¥à¤› जानता है, वह मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को तà¥à¤šà¥à¤› जानता है।†(IN) लूका 10:17 ¶ वे सतà¥à¤¤à¤° आननà¥à¤¦ से फिर आकर कहने लगे, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तेरे नाम से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ हमारे वश में है।†(IN) लूका 10:18 उसने उनसे कहा, “मैं शैतान को बिजली के समान सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से गिरा हà¥à¤† देख रहा था। (IN) लूका 10:19 मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ साà¤à¤ªà¥‹à¤‚ और बिचà¥à¤›à¥à¤“ं को रौंदने का, और शतà¥à¤°à¥ की सारी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पर अधिकार दिया है; और किसी वसà¥à¤¤à¥ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› हानि न होगी। (IN) लूका 10:20 तो à¤à¥€ इससे आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ मत हो, कि आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ वश में हैं, परनà¥à¤¤à¥ इससे आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ नाम सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर लिखे हैं।†(IN) लूका 10:21 ¶ उसी घड़ी वह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ में होकर आननà¥à¤¦ से à¤à¤° गया, और कहा, “हे पिता, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ के पà¥à¤°à¤à¥, मैं तेरा धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि तूने इन बातों को जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से छिपा रखा, और बालकों पर पà¥à¤°à¤—ट किया, हाà¤, हे पिता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤à¥‡ यही अचà¥à¤›à¤¾ लगा। (IN) लूका 10:22 मेरे पिता ने मà¥à¤à¥‡ सब कà¥à¤› सौंप दिया है; और कोई नहीं जानता कि पà¥à¤¤à¥à¤° कौन है, केवल पिता और पिता कौन है यह à¤à¥€ कोई नहीं जानता, केवल पà¥à¤¤à¥à¤° के और वह जिस पर पà¥à¤¤à¥à¤° उसे पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करना चाहे।†(IN) लूका 10:23 ¶ और चेलों की ओर मà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° अकेले में कहा, “धनà¥à¤¯ हैं वे आà¤à¤–ें, जो ये बातें जो तà¥à¤® देखते हो देखती हैं, (IN) लूका 10:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि बहà¥à¤¤ से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और राजाओं ने चाहा, कि जो बातें तà¥à¤® देखते हो देखें; पर न देखीं और जो बातें तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो सà¥à¤¨à¥‡à¤‚, पर न सà¥à¤¨à¥€à¤‚।†(IN) लूका 10:25 ¶ तब à¤à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• उठा; और यह कहकर, उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ करने लगा, “हे गà¥à¤°à¥, अननà¥à¤¤ जीवन का वारिस होने के लिये मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†(IN) लूका 10:26 उसने उससे कहा, “वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में कà¥à¤¯à¤¾ लिखा है? तू कैसे पढ़ता है?†(IN) लूका 10:27 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° से अपने सारे मन और अपने सारे पà¥à¤°à¤¾à¤£ और अपनी सारी शकà¥à¤¤à¤¿ और अपनी सारी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रख; और अपने पड़ोसी से अपने जैसा पà¥à¤°à¥‡à¤® रख।†(IN) लूका 10:28 उसने उससे कहा, “तूने ठीक उतà¥à¤¤à¤° दिया, यही कर तो तू जीवित रहेगा।†(IN) लूका 10:29 परनà¥à¤¤à¥ उसने अपने आप को धरà¥à¤®à¥€ ठहराने की इचà¥à¤›à¤¾ से यीशॠसे पूछा, “तो मेरा पड़ोसी कौन है?†(IN) लूका 10:30 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया “à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ यरूशलेम से यरीहो को जा रहा था, कि डाकà¥à¤“ं ने घेरकर उसके कपड़े उतार लिà¤, और मार पीट कर उसे अधमरा छोड़कर चले गà¤à¥¤ (IN) लूका 10:31 और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि उसी मारà¥à¤— से à¤à¤• याजक जा रहा था, परनà¥à¤¤à¥ उसे देखकर कतराकर चला गया। (IN) लूका 10:32 इसी रीति से à¤à¤• लेवी उस जगह पर आया, वह à¤à¥€ उसे देखकर कतराकर चला गया। (IN) लूका 10:33 परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• सामरी यातà¥à¤°à¥€ वहाठआ निकला, और उसे देखकर तरस खाया। (IN) लूका 10:34 और उसके पास आकर और उसके घावों पर तेल और दाखरस डालकर पटà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤ बाà¤à¤§à¥€, और अपनी सवारी पर चढ़ाकर सराय में ले गया, और उसकी सेवा टहल की। (IN) लूका 10:35 दूसरे दिन उसने दो दीनार निकालकर सराय के मालिक को दिà¤, और कहा, ‘इसकी सेवा टहल करना, और जो कà¥à¤› तेरा और लगेगा, वह मैं लौटने पर तà¥à¤à¥‡ दे दूà¤à¤—ा।’ (IN) लूका 10:36 अब तेरी समठमें जो डाकà¥à¤“ं में घिर गया था, इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?†(IN) लूका 10:37 उसने कहा, “वही जिस ने उस पर तरस खाया।†यीशॠने उससे कहा, “जा, तू à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही कर।†(IN) लूका 10:38 ¶ फिर जब वे जा रहे थे, तो वह à¤à¤• गाà¤à¤µ में गया, और मारà¥à¤¥à¤¾ नाम à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उसे अपने घर में सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। (IN) लूका 10:39 और मरियम नामक उसकी à¤à¤• बहन थी; वह पà¥à¤°à¤à¥ के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास बैठकर उसका वचन सà¥à¤¨à¤¤à¥€ थी। (IN) लूका 10:40 परनà¥à¤¤à¥ मारà¥à¤¥à¤¾ सेवा करते-करते घबरा गई और उसके पास आकर कहने लगी, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› à¤à¥€ चिनà¥à¤¤à¤¾ नहीं कि मेरी बहन ने मà¥à¤à¥‡ सेवा करने के लिये अकेली ही छोड़ दिया है? इसलिठउससे कह, मेरी सहायता करे।†(IN) लूका 10:41 पà¥à¤°à¤à¥ ने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मारà¥à¤¥à¤¾, हे मारà¥à¤¥à¤¾; तू बहà¥à¤¤ बातों के लिये चिनà¥à¤¤à¤¾ करती और घबराती है। (IN) लूका 10:42 परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• बात अवशà¥à¤¯ है, और उस उतà¥à¤¤à¤® à¤à¤¾à¤— को मरियम ने चà¥à¤¨ लिया है: जो उससे छीना न जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 11:1 ¶ फिर वह किसी जगह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था। और जब वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर चà¥à¤•à¤¾, तो उसके चेलों में से à¤à¤• ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, जैसे यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने अपने चेलों को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना सिखाया वैसे ही हमें à¤à¥€ तू सीखा दे।†(IN) लूका 11:2 ¶ उसने उनसे कहा, “जब तà¥à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो, तो कहो: (IN) लूका 11:3 ‘हमारी दिन à¤à¤° की रोटी हर दिन हमें दिया कर। (IN) लूका 11:4 ‘और हमारे पापों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर, (IN) लूका 11:5 ¶ और उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® में से कौन है कि उसका à¤à¤• मितà¥à¤° हो, और वह आधी रात को उसके पास जाकर उससे कहे, ‘हे मितà¥à¤°; मà¥à¤à¥‡ तीन रोटियाठदे। (IN) लूका 11:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• यातà¥à¤°à¥€ मितà¥à¤° मेरे पास आया है, और उसके आगे रखने के लिये मेरे पास कà¥à¤› नहीं है।’ (IN) लूका 11:7 और वह à¤à¥€à¤¤à¤° से उतà¥à¤¤à¤° देता, कि मà¥à¤à¥‡ दà¥à¤ƒà¤– न दे; अब तो दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ है, और मेरे बालक मेरे पास बिछौने पर हैं, इसलिठमैं उठकर तà¥à¤à¥‡ दे नहीं सकता। (IN) लूका 11:8 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, यदि उसका मितà¥à¤° होने पर à¤à¥€ उसे उठकर न दे, फिर à¤à¥€ उसके लजà¥à¤œà¤¾ छोड़कर माà¤à¤—ने के कारण उसे जितनी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ हो उतनी उठकर देगा। (IN) लूका 11:9 और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; कि माà¤à¤—ो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया जाà¤à¤—ा; ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹ तो तà¥à¤® पाओगे; खटखटाओ, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये खोला जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 11:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई माà¤à¤—ता है, उसे मिलता है; और जो ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 11:11 तà¥à¤® में से à¤à¤¸à¤¾ कौन पिता होगा, कि जब उसका पà¥à¤¤à¥à¤° रोटी माà¤à¤—े, तो उसे पतà¥à¤¥à¤° दे: या मछली माà¤à¤—े, तो मछली के बदले उसे साà¤à¤ª दे? (IN) लूका 11:12 या अणà¥à¤¡à¤¾ माà¤à¤—े तो उसे बिचà¥à¤›à¥‚ दे? (IN) लूका 11:13 अतः जब तà¥à¤® बà¥à¤°à¥‡ होकर अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ देना जानते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पिता अपने माà¤à¤—नेवालों को पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न देगा।†(IN) लूका 11:14 ¶ फिर उसने à¤à¤• गूà¤à¤—ी दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ को निकाला; जब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ निकल गई, तो गूà¤à¤—ा बोलने लगा; और लोगों ने अचमà¥à¤à¤¾ किया। (IN) लूका 11:15 परनà¥à¤¤à¥ उनमें से कितनों ने कहा, “यह तो दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शैतान की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता है।†(IN) लूका 11:16 औरों ने उसकी परीकà¥à¤·à¤¾ करने के लिये उससे आकाश का à¤à¤• चिनà¥à¤¹ माà¤à¤—ा। (IN) लूका 11:17 परनà¥à¤¤à¥ उसने, उनके मन की बातें जानकर, उनसे कहा, “जिस-जिस राजà¥à¤¯ में फूट होती है, वह राजà¥à¤¯ उजड़ जाता है; और जिस घर में फूट होती है, वह नाश हो जाता है। (IN) लूका 11:18 और यदि शैतान अपना ही विरोधी हो जाà¤, तो उसका राजà¥à¤¯ कैसे बना रहेगा? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® मेरे विषय में तो कहते हो, कि यह शैतान की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ निकालता है। (IN) लूका 11:19 à¤à¤²à¤¾ यदि मैं शैतान की सहायता से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता हूà¤, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ किस की सहायता से निकालते हैं? इसलिठवे ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चà¥à¤•à¤¾à¤à¤à¤—े। (IN) लूका 11:20 परनà¥à¤¤à¥ यदि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता हूà¤, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आ पहà¥à¤à¤šà¤¾à¥¤ (IN) लूका 11:21 जब बलवनà¥à¤¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯ हथियार बाà¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ अपने घर की रखवाली करता है, तो उसकी संपतà¥à¤¤à¤¿ बची रहती है। (IN) लूका 11:22 पर जब उससे बढ़कर कोई और बलवनà¥à¤¤ चढ़ाई करके उसे जीत लेता है, तो उसके वे हथियार जिन पर उसका à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ था, छीन लेता है और उसकी संपतà¥à¤¤à¤¿ लूटकर बाà¤à¤Ÿ देता है। (IN) लूका 11:23 जो मेरे साथ नहीं वह मेरे विरोध में है, और जो मेरे साथ नहीं बटोरता वह बिखेरता है। (IN) लूका 11:24 ¶ “जब अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ में से निकल जाती है तो सूखी जगहों में विशà¥à¤°à¤¾à¤® ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ फिरती है, और जब नहीं पाती तो कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाठसे निकली थी लौट जाऊà¤à¤—ी। (IN) लूका 11:25 और आकर उसे à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾-बà¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ और सजा-सजाया पाती है। (IN) लूका 11:26 तब वह आकर अपने से और बà¥à¤°à¥€ सात आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें समाकर वास करती हैं, और उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ की पिछली दशा पहले से à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ हो जाती है।†(IN) लूका 11:27 जब वह ये बातें कह ही रहा था तो à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “धनà¥à¤¯ है वह गरà¥à¤ जिसमें तू रहा और वे सà¥à¤¤à¤¨, जो तूने चूसे।†(IN) लूका 11:28 उसने कहा, “हाà¤; परनà¥à¤¤à¥ धनà¥à¤¯ वे हैं, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ और मानते हैं।†(IN) लूका 11:29 ¶ जब बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ इकटà¥à¤ ी होती जाती थी तो वह कहने लगा, “इस यà¥à¤— के लोग बà¥à¤°à¥‡ हैं; वे चिनà¥à¤¹ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं; पर योना के चिनà¥à¤¹ को छोड़ कोई और चिनà¥à¤¹ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ न दिया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 11:30 जैसा योना नीनवे के लोगों के लिये चिनà¥à¤¹ ठहरा, वैसा ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ इस यà¥à¤— के लोगों के लिये ठहरेगा। (IN) लूका 11:31 दकà¥à¤·à¤¿à¤£ की रानी नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन इस समय के मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ उठकर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोषी ठहराà¤à¤—ी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को पृथà¥à¤µà¥€ की छोर से आई, और देखो यहाठवह है जो सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ से à¤à¥€ बड़ा है। (IN) लूका 11:32 नीनवे के लोग नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन इस समय के लोगों के साथ खड़े होकर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोषी ठहराà¤à¤à¤—े; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने योना का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤•à¤° मन फिराया और देखो, यहाठवह है, जो योना से à¤à¥€ बड़ा है। (IN) लूका 11:33 ¶ “कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ दीया जला के तलघर में, या पैमाने के नीचे नहीं रखता, परनà¥à¤¤à¥ दीवट पर रखता है कि à¤à¥€à¤¤à¤° आनेवाले उजियाला पाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 11:34 तेरे शरीर का दीया तेरी आà¤à¤– है, इसलिठजब तेरी आà¤à¤– निरà¥à¤®à¤² है, तो तेरा सारा शरीर à¤à¥€ उजियाला है; परनà¥à¤¤à¥ जब वह बà¥à¤°à¥€ है, तो तेरा शरीर à¤à¥€ अंधेरा है। (IN) लूका 11:35 इसलिठसावधान रहना, कि जो उजियाला तà¥à¤ में है वह अंधेरा न हो जाà¤à¥¤ (IN) लूका 11:36 इसलिठयदि तेरा सारा शरीर उजियाला हो, और उसका कोई à¤à¤¾à¤— अंधेरा न रहे, तो सब का सब à¤à¤¸à¤¾ उजियाला होगा, जैसा उस समय होता है, जब दिया अपनी चमक से तà¥à¤à¥‡ उजाला देता है।†(IN) लूका 11:37 ¶ जब वह बातें कर रहा था, तो किसी फरीसी ने उससे विनती की, कि मेरे यहाठà¤à¥‹à¤œà¤¨ कर; और वह à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा। (IN) लूका 11:38 फरीसी ने यह देखकर अचमà¥à¤à¤¾ किया कि उसने à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने से पहले हाथ-पैर नहीं धोये। (IN) लूका 11:39 पà¥à¤°à¤à¥ ने उससे कहा, “हे फरीसियों, तà¥à¤® कटोरे और थाली को ऊपर-ऊपर तो माà¤à¤œà¤¤à¥‡ हो, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¥€à¤¤à¤° अंधेर और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ à¤à¤°à¥€ है। (IN) लूका 11:40 हे निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जिस ने बाहर का à¤à¤¾à¤— बनाया, कà¥à¤¯à¤¾ उसने à¤à¥€à¤¤à¤° का à¤à¤¾à¤— नहीं बनाया? (IN) लूका 11:41 परनà¥à¤¤à¥ हाà¤, à¤à¥€à¤¤à¤°à¤µà¤¾à¤²à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को दान कर दो, तब सब कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जाà¤à¤—ा।। (IN) लूका 11:42 ¶ “पर हे फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® पोदीने और सà¥à¤¦à¤¾à¤¬ का, और सब à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ के साग-पात का दसवाठअंश देते हो, परनà¥à¤¤à¥ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ को और परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¥‡à¤® को टाल देते हो; चाहिठतो था कि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ करते रहते और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ न छोड़ते। (IN) लूका 11:43 हे फरीसियों, तà¥à¤® पर हाय! तà¥à¤® आराधनालयों में मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ आसन और बाजारों में नमसà¥à¤•à¤¾à¤° चाहते हो। (IN) लूका 11:44 हाय तà¥à¤® पर! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® उन छिपी कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ के समान हो, जिन पर लोग चलते हैं, परनà¥à¤¤à¥ नहीं जानते।†(IN) लूका 11:45 ¶ तब à¤à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे गà¥à¤°à¥, इन बातों के कहने से तू हमारी निनà¥à¤¦à¤¾ करता है।†(IN) लूका 11:46 उसने कहा, “हे वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚, तà¥à¤® पर à¤à¥€ हाय! तà¥à¤® à¤à¤¸à¥‡ बोठजिनको उठाना कठिन है, मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर लादते हो परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® आप उन बोà¤à¥‹à¤‚ को अपनी à¤à¤• उà¤à¤—ली से à¤à¥€ नहीं छूते। (IN) लूका 11:47 हाय तà¥à¤® पर! तà¥à¤® उन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की कबà¥à¤°à¥‡à¤‚ बनाते हो, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने मार डाला था। (IN) लूका 11:48 अतः तà¥à¤® गवाह हो, और अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के कामों से सहमत हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मार डाला और तà¥à¤® उनकी कबà¥à¤°à¥‡à¤‚ बनाते हो। (IN) लूका 11:49 इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° की बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ ने à¤à¥€ कहा है, कि मैं उनके पास à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ी, और वे उनमें से कितनों को मार डालेंगे, और कितनों को सताà¤à¤à¤—े। (IN) लूका 11:50 ताकि जितने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का लहू जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से बहाया गया है, सब का लेखा, इस यà¥à¤— के लोगों से लिया जाà¤, (IN) लूका 11:51 हाबिल की हतà¥à¤¯à¤¾ से लेकर जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹ की हतà¥à¤¯à¤¾ तक जो वेदी और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बीच में मारा गया: मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤; उसका लेखा इसी समय के लोगों से लिया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 11:52 हाय तà¥à¤® वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ पर! कि तà¥à¤® ने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की कà¥à¤‚जी ले तो ली, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® ने आपही पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ नहीं किया, और पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करनेवालों को à¤à¥€ रोक दिया।†(IN) लूका 11:53 ¶ जब वह वहाठसे निकला, तो शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और फरीसी बहà¥à¤¤ पीछे पड़ गठऔर छेड़ने लगे, कि वह बहà¥à¤¤ सी बातों की चरà¥à¤šà¤¾ करे, (IN) लूका 11:54 और उसकी घात में लगे रहे, कि उसके मà¥à¤à¤¹ की कोई बात पकड़ें। (IN) लूका 12:1 ¶ इतने में जब हजारों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ लग गई, यहाठतक कि à¤à¤• दूसरे पर गिरे पड़ते थे, तो वह सबसे पहले अपने चेलों से कहने लगा, “फरीसियों के कपटरूपी ख़मीर से सावधान रहना। (IN) लूका 12:2 कà¥à¤› ढपा नहीं, जो खोला न जाà¤à¤—ा; और न कà¥à¤› छिपा है, जो जाना न जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:3 इसलिठजो कà¥à¤› तà¥à¤® ने अंधेरे में कहा है, वह उजाले में सà¥à¤¨à¤¾ जाà¤à¤—ा; और जो तà¥à¤® ने à¤à¥€à¤¤à¤° के कमरों में कानों कान कहा है, वह छतों पर पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:4 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से जो मेरे मितà¥à¤° हो कहता हूà¤, कि जो शरीर को मार सकते हैं और उससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ और कà¥à¤› नहीं कर सकते, उनसे मत डरो। (IN) लूका 12:5 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी देता हूठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किस से डरना चाहिà¤, मारने के बाद जिसको नरक में डालने का अधिकार है, उसी से डरो; वरनॠमैं तà¥à¤® से कहता हूठउसी से डरो। (IN) लूका 12:6 कà¥à¤¯à¤¾ दो पैसे की पाà¤à¤š गौरैयाठनहीं बिकती? फिर à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° उनमें से à¤à¤• को à¤à¥€ नहीं à¤à¥‚लता। (IN) लूका 12:7 वरनॠतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सिर के सब बाल à¤à¥€ गिने हà¥à¤ हैं, अतः डरो नहीं, तà¥à¤® बहà¥à¤¤ गौरैयों से बढ़कर हो। (IN) लूका 12:8 ¶ “मैं तà¥à¤® से कहता हूठजो कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने मà¥à¤à¥‡ मान लेगा उसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के सामने मान लेगा। (IN) लूका 12:9 परनà¥à¤¤à¥ जो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने मà¥à¤à¥‡ इनà¥à¤•à¤¾à¤° करे उसका परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के सामने इनà¥à¤•à¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:10 ¶ “जो कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के विरोध में कोई बात कहे, उसका वह अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया जाà¤à¤—ा। परनà¥à¤¤à¥ जो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की निनà¥à¤¦à¤¾ करें, उसका अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ नहीं किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:11 ¶ “जब लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आराधनालयों और अधिपतियों और अधिकारियों के सामने ले जाà¤à¤, तो चिनà¥à¤¤à¤¾ न करना कि हम किस रीति से या कà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° दें, या कà¥à¤¯à¤¾ कहें। (IN) लूका 12:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ उसी घड़ी तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सीखा देगा, कि कà¥à¤¯à¤¾ कहना चाहिà¤à¥¤â€ (IN) लूका 12:13 ¶ फिर à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से à¤à¤• ने उससे कहा, “हे गà¥à¤°à¥, मेरे à¤à¤¾à¤ˆ से कह, कि पिता की संपतà¥à¤¤à¤¿ मà¥à¤à¥‡ बाà¤à¤Ÿ दे।†(IN) लूका 12:14 उसने उससे कहा, “हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, किस ने मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ या बाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया है?†(IN) लूका 12:15 और उसने उनसे कहा, “सावधान रहो, और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के लोठसे अपने आप को बचाठरखो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि किसी का जीवन उसकी संपतà¥à¤¤à¤¿ की बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से नहीं होता।†(IN) लूका 12:16 ¶ उसने उनसे à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा, “किसी धनवान की à¤à¥‚मि में बड़ी उपज हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) लूका 12:17 “तब वह अपने मन में विचार करने लगा, कि मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे यहाठजगह नहीं, जहाठअपनी उपज इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ रखूà¤à¥¤ (IN) लूका 12:18 और उसने कहा, ‘मैं यह करूà¤à¤—ा: मैं अपनी बखारियाठतोड़ कर उनसे बड़ी बनाऊà¤à¤—ा; और वहाठअपना सब अनà¥à¤¨ और संपतà¥à¤¤à¤¿ रखूà¤à¤—ा; (IN) लूका 12:19 ‘और अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ से कहूà¤à¤—ा, कि पà¥à¤°à¤¾à¤£, तेरे पास बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के लिये बहà¥à¤¤ संपतà¥à¤¤à¤¿ रखी है; चैन कर, खा, पी, सà¥à¤– से रह।’ (IN) लूका 12:20 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उससे कहा, ‘हे मूरà¥à¤–! इसी रात तेरा पà¥à¤°à¤¾à¤£ तà¥à¤ से ले लिया जाà¤à¤—ा; तब जो कà¥à¤› तूने इकटà¥à¤ ा किया है, वह किसका होगा?’ (IN) लूका 12:21 à¤à¤¸à¤¾ ही वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥€ है जो अपने लिये धन बटोरता है, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में धनी नहीं।†(IN) लूका 12:22 ¶ फिर उसने अपने चेलों से कहा, “इसलिठमैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, अपने जीवन की चिनà¥à¤¤à¤¾ न करो, कि हम कà¥à¤¯à¤¾ खाà¤à¤à¤—े; न अपने शरीर की, कि कà¥à¤¯à¤¾ पहनेंगे। (IN) लूका 12:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥‹à¤œà¤¨ से पà¥à¤°à¤¾à¤£, और वसà¥à¤¤à¥à¤° से शरीर बढ़कर है। (IN) लूका 12:24 कौवों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दो; वे न बोते हैं, न काटते; न उनके à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° और न खतà¥à¤¤à¤¾ होता है; फिर à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खिलाता है। तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मूलà¥à¤¯ पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से कहीं अधिक है (IN) लूका 12:25 तà¥à¤® में से à¤à¤¸à¤¾ कौन है, जो चिनà¥à¤¤à¤¾ करने से अपने जीवनकाल में à¤à¤• घड़ी à¤à¥€ बढ़ा सकता है? (IN) लूका 12:26 इसलिठयदि तà¥à¤® सबसे छोटा काम à¤à¥€ नहीं कर सकते, तो और बातों के लिये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चिनà¥à¤¤à¤¾ करते हो? (IN) लूका 12:27 सोसनों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो, कि वे कैसे बढ़ते हैं; वे न परिशà¥à¤°à¤® करते, न काटते हैं; फिर à¤à¥€ मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ à¤à¥€ अपने सारे वैà¤à¤µ में, उनमें से किसी à¤à¤• के समान वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ न था। (IN) लूका 12:28 इसलिठयदि परमेशà¥â€à¤µà¤° मैदान की घास को जो आज है, और कल à¤à¤Ÿà¥à¤ ी में à¤à¥‹à¤‚की जाà¤à¤—ी, à¤à¤¸à¤¾ पहनाता है; तो हे अलà¥à¤ªà¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिक कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न पहनाà¤à¤—ा? (IN) लूका 12:29 और तà¥à¤® इस बात की खोज में न रहो, कि कà¥à¤¯à¤¾ खाà¤à¤à¤—े और कà¥à¤¯à¤¾ पीà¤à¤à¤—े, और न सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ करो। (IN) लूका 12:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि संसार की जातियाठइन सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की खोज में रहती हैं और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता जानता है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इन वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। (IN) लूका 12:31 परनà¥à¤¤à¥ उसके राजà¥à¤¯ की खोज में रहो, तो ये वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिल जाà¤à¤à¤—ी। (IN) लूका 12:32 ¶ “हे छोटे à¤à¥à¤£à¥à¤¡, मत डर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता को यह à¤à¤¾à¤¯à¤¾ है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ राजà¥à¤¯ दे। (IN) लूका 12:33 अपनी संपतà¥à¤¤à¤¿ बेचकर दान कर दो; और अपने लिये à¤à¤¸à¥‡ बटà¥à¤ बनाओ, जो पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ नहीं होते, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर à¤à¤¸à¤¾ धन इकटà¥à¤ ा करो जो घटता नहीं, जिसके निकट चोर नहीं जाता, और कीड़ा नाश नहीं करता। (IN) लूका 12:34 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जहाठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ धन है, वहाठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन à¤à¥€ लगा रहेगा। (IN) लूका 12:35 ¶ “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कमर बंधी रहें, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ दीये जलते रहें। (IN) लूका 12:36 और तà¥à¤® उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के समान बनो, जो अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे हों, कि वह विवाह से कब लौटेगा; कि जब वह आकर दà¥à¤µà¤¾à¤° खटखटाà¤à¤ तो तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके लिठखोल दें। (IN) लूका 12:37 धनà¥à¤¯ हैं वे दास, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आकर जागते पाà¤; मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि वह कमर बाà¤à¤§ कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने को बैठाà¤à¤—ा, और पास आकर उनकी सेवा करेगा। (IN) लूका 12:38 यदि वह रात के दूसरे पहर या तीसरे पहर में आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जागते पाà¤, तो वे दास धनà¥à¤¯ हैं। (IN) लूका 12:39 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® यह जान रखो, कि यदि घर का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जानता, कि चोर किस घड़ी आà¤à¤—ा, तो जागता रहता, और अपने घर में सेंध लगने न देता। (IN) लूका 12:40 तà¥à¤® à¤à¥€ तैयार रहो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस घड़ी तà¥à¤® सोचते à¤à¥€ नहीं, उस घड़ी मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° आ जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 12:41 ¶ तब पतरस ने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ तू हम ही से या सबसे कहता है।†(IN) लूका 12:42 पà¥à¤°à¤à¥ ने कहा, “वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ कौन है, जिसका सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ उसे नौकर-चाकरों पर सरदार ठहराठकि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समय पर à¤à¥‹à¤œà¤¨ सामगà¥à¤°à¥€ दे। (IN) लूका 12:43 धनà¥à¤¯ है वह दास, जिसे उसका सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आकर à¤à¤¸à¤¾ ही करते पाà¤à¥¤ (IN) लूका 12:44 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤; वह उसे अपनी सब संपतà¥à¤¤à¤¿ पर अधिकारी ठहराà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:45 परनà¥à¤¤à¥ यदि वह दास सोचने लगे, कि मेरा सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आने में देर कर रहा है, और दासों और दासियों को मारने-पीटने और खाने-पीने और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼ होने लगे। (IN) लूका 12:46 तो उस दास का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤¸à¥‡ दिन, जब वह उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ न कर रहा हो, और à¤à¤¸à¥€ घड़ी जिसे वह जानता न हो, आà¤à¤—ा और उसे à¤à¤¾à¤°à¥€ ताड़ना देकर उसका à¤à¤¾à¤— विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€ के साथ ठहराà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:47 और वह दास जो अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ की इचà¥à¤›à¤¾ जानता था, और तैयार न रहा और न उसकी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चला, बहà¥à¤¤ मार खाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:48 परनà¥à¤¤à¥ जो नहीं जानकर मार खाने के योगà¥à¤¯ काम करे वह थोड़ी मार खाà¤à¤—ा, इसलिठजिसे बहà¥à¤¤ दिया गया है, उससे बहà¥à¤¤ माà¤à¤—ा जाà¤à¤—ा; और जिसे बहà¥à¤¤ सौंपा गया है, उससे बहà¥à¤¤ लिया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 12:49 ¶ “मैं पृथà¥à¤µà¥€ पर आग लगाने आया हूà¤; और कà¥à¤¯à¤¾ चाहता हूठकेवल यह कि अà¤à¥€ सà¥à¤²à¤— जाती! (IN) लूका 12:50 मà¥à¤à¥‡ तो à¤à¤• बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेना है; और जब तक वह न हो ले तब तक मैं कैसी वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ में रहूà¤à¤—ा! (IN) लूका 12:51 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® समà¤à¤¤à¥‡ हो कि मैं पृथà¥à¤µà¥€ पर मिलाप कराने आया हूà¤? मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; नहीं, वरनॠअलग कराने आया हूà¤à¥¤ (IN) लूका 12:52 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब से à¤à¤• घर में पाà¤à¤š जन आपस में विरोध रखेंगे, तीन दो से दो तीन से। (IN) लूका 12:53 पिता पà¥à¤¤à¥à¤° से, और पà¥à¤¤à¥à¤° पिता से विरोध रखेगा; माठबेटी से, और बेटी माठसे, सास बहू से, और बहू सास से विरोध रखेगी।†(IN) लूका 12:54 ¶ और उसने à¤à¥€à¤¡à¤¼ से à¤à¥€ कहा, “जब बादल को पशà¥à¤šà¤¿à¤® से उठते देखते हो, तो तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ कहते हो, कि वरà¥à¤·à¤¾ होगी; और à¤à¤¸à¤¾ ही होता है। (IN) लूका 12:55 और जब दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ हवा चलती देखते हो तो कहते हो, कि लूह चलेगी, और à¤à¤¸à¤¾ ही होता है। (IN) लूका 12:56 हे कपटियों, तà¥à¤® धरती और आकाश के रूप में à¤à¥‡à¤¦ कर सकते हो, परनà¥à¤¤à¥ इस यà¥à¤— के विषय में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¥‡à¤¦ करना नहीं जानते? (IN) लूका 12:57 ¶ “तà¥à¤® आप ही निरà¥à¤£à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं कर लेते, कि उचित कà¥à¤¯à¤¾ है? (IN) लूका 12:58 जब तू अपने मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ के साथ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ के पास जा रहा है, तो मारà¥à¤— ही में उससे छूटने का यतà¥à¤¨ कर ले à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि वह तà¥à¤à¥‡ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ के पास खींच ले जाà¤, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ तà¥à¤à¥‡ सिपाही को सौंपे और सिपाही तà¥à¤à¥‡ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दे। (IN) लूका 12:59 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जब तक तू पाई-पाई न चà¥à¤•à¤¾ देगा तब तक वहाठसे छूटने न पाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 13:1 ¶ उस समय कà¥à¤› लोग आ पहà¥à¤à¤šà¥‡, और यीशॠसे उन गलीलियों की चरà¥à¤šà¤¾ करने लगे, जिनका लहू पिलातà¥à¤¸ ने उन ही के बलिदानों के साथ मिलाया था। (IN) लूका 13:2 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° में यह कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® समà¤à¤¤à¥‡ हो, कि ये गलीली बाकी गलीलियों से पापी थे कि उन पर à¤à¤¸à¥€ विपतà¥à¤¤à¤¿ पड़ी?†(IN) लूका 13:3 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि नहीं; परनà¥à¤¤à¥ यदि तà¥à¤® मन न फिराओगे तो तà¥à¤® सब à¤à¥€ इसी रीति से नाश होंगे। (IN) लूका 13:4 या कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® समà¤à¤¤à¥‡ हो, कि वे अठारह जन जिन पर शीलोह का गà¥à¤®à¥à¤®à¤Ÿ गिरा, और वे दबकर मर गà¤: यरूशलेम के और सब रहनेवालों से अधिक अपराधी थे? (IN) लूका 13:5 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि नहीं; परनà¥à¤¤à¥ यदि तà¥à¤® मन न फिराओगे तो तà¥à¤® à¤à¥€ सब इसी रीति से नाश होंगे।†(IN) लूका 13:6 ¶ फिर उसने यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥€ कहा, “किसी की अंगूर की बारी में à¤à¤• अंजीर का पेड़ लगा हà¥à¤† था : वह उसमें फल ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ आया, परनà¥à¤¤à¥ न पाया। (IN) लूका 13:7 तब उसने बारी के रखवाले से कहा, ‘देख तीन वरà¥à¤· से मैं इस अंजीर के पेड़ में फल ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ आता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ नहीं पाता, इसे काट डाल कि यह à¤à¥‚मि को à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रोके रहे?’ (IN) लूका 13:8 उसने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, कि हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, इसे इस वरà¥à¤· तो और रहने दे; कि मैं इसके चारों ओर खोदकर खाद डालूà¤à¥¤ (IN) लूका 13:9 अतः आगे को फले तो à¤à¤²à¤¾, नहीं तो उसे काट डालना।†(IN) लूका 13:10 ¶ सबà¥à¤¤ के दिन वह à¤à¤• आराधनालय में उपदेश दे रहा था। (IN) लूका 13:11 वहाठà¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ थी, जिसे अठारह वरà¥à¤· से à¤à¤• दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² करनेवाली दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ लगी थी, और वह कà¥à¤¬à¤¡à¤¼à¥€ हो गई थी, और किसी रीति से सीधी नहीं हो सकती थी। (IN) लूका 13:12 यीशॠने उसे देखकर बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और कहा, “हे नारी, तू अपनी दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से छूट गई।†(IN) लूका 13:13 तब उसने उस पर हाथ रखे, और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सीधी हो गई, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करने लगी। (IN) लूका 13:14 इसलिठकि यीशॠने सबà¥à¤¤ के दिन उसे अचà¥à¤›à¤¾ किया था, आराधनालय का सरदार रिसियाकर लोगों से कहने लगा, “छः दिन हैं, जिनमें काम करना चाहिà¤, अतः उन ही दिनों में आकर चंगे हो; परनà¥à¤¤à¥ सबà¥à¤¤ के दिन में नहीं।†(IN) लूका 13:15 यह सà¥à¤¨ कर पà¥à¤°à¤à¥ ने उतà¥à¤¤à¤° देकर कहा, “हे कपटियों, कà¥à¤¯à¤¾ सबà¥à¤¤ के दिन तà¥à¤® में से हर à¤à¤• अपने बैल या गदहे को थान से खोलकर पानी पिलाने नहीं ले जाता? (IN) लूका 13:16 “और कà¥à¤¯à¤¾ उचित न था, कि यह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की बेटी है, जिसे शैतान ने अठारह वरà¥à¤· से बाà¤à¤§ रखा था, सबà¥à¤¤ के दिन इस बनà¥à¤§à¤¨ से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤ˆ जाती?†(IN) लूका 13:17 जब उसने ये बातें कहीं, तो उसके सब विरोधी लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ हो गà¤, और सारी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उन महिमा के कामों से जो वह करता था, आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) लूका 13:18 ¶ फिर उसने कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ किसके समान है? और मैं उसकी उपमा किससे दूà¤? (IN) लूका 13:19 वह राई के à¤à¤• दाने के समान है, जिसे किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने लेकर अपनी बारी में बोया: और वह बढ़कर पेड़ हो गया; और आकाश के पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने उसकी डालियों पर बसेरा किया।†(IN) लूका 13:20 उसने फिर कहा, “मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ कि उपमा किस से दूà¤? (IN) लूका 13:21 वह ख़मीर के समान है, जिसको किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिलाया, और होते-होते सब आटा ख़मीर हो गया।†(IN) लूका 13:22 ¶ वह नगर-नगर, और गाà¤à¤µ-गाà¤à¤µ होकर उपदेश देता हà¥à¤† यरूशलेम की ओर जा रहा था। (IN) लूका 13:23 और किसी ने उससे पूछा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पानेवाले थोड़े हैं?†उसने उनसे कहा, (IN) लूका 13:24 “सकेत दà¥à¤µà¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने का यतà¥à¤¨ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि बहà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना चाहेंगे, और न कर सकेंगे। (IN) लूका 13:25 जब घर का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ उठकर दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ कर चà¥à¤•à¤¾ हो, और तà¥à¤® बाहर खड़े हà¥à¤ दà¥à¤µà¤¾à¤° खटखटाकर कहने लगो, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, हमारे लिये खोल दे,’ और वह उतà¥à¤¤à¤° दे कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं जानता, तà¥à¤® कहाठके हो? (IN) लूका 13:26 तब तà¥à¤® कहने लगोगे, ‘कि हमने तेरे सामने खाया-पीया और तूने हमारे बजारों में उपदेश दिया।’ (IN) लूका 13:27 परनà¥à¤¤à¥ वह कहेगा, मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, ‘मैं नहीं जानता तà¥à¤® कहाठसे हो। हे कà¥à¤•à¤°à¥à¤® करनेवालों, तà¥à¤® सब मà¥à¤à¤¸à¥‡ दूर हो।’ (IN) लूका 13:28 वहाठरोना और दाà¤à¤¤ पीसना होगा, जब तà¥à¤® अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® और इसहाक और याकूब और सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में बैठे, और अपने आप को बाहर निकाले हà¥à¤ देखोगे। (IN) लूका 13:29 और पूरà¥à¤µ और पशà¥à¤šà¤¿à¤®; उतà¥à¤¤à¤° और दकà¥à¤·à¤¿à¤£ से लोग आकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के à¤à¥‹à¤œ में à¤à¤¾à¤—ी होंगे। (IN) लूका 13:30 यह जान लो, कितने पिछले हैं वे पà¥à¤°à¤¥à¤® होंगे, और कितने जो पà¥à¤°à¤¥à¤® हैं, वे पिछले होंगे।†(IN) लूका 13:31 ¶ उसी घड़ी कितने फरीसियों ने आकर उससे कहा, “यहाठसे निकलकर चला जा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हेरोदेस तà¥à¤à¥‡ मार डालना चाहता है।†(IN) लूका 13:32 उसने उनसे कहा, “जाकर उस लोमड़ी से कह दो, कि देख मैं आज और कल दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं को निकालता और बीमारों को चंगा करता हूठऔर तीसरे दिन अपना कारà¥à¤¯ पूरा करूà¤à¤—ा। (IN) लूका 13:33 तो à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ आज और कल और परसों चलना अवशà¥à¤¯ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हो नहीं सकता कि कोई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ यरूशलेम के बाहर मारा जाà¤à¥¤ (IN) लूका 13:34 ¶ “हे यरूशलेम! हे यरूशलेम! तू जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को मार डालता है, और जो तेरे पास à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करता है; कितनी ही बार मैंने यह चाहा, कि जैसे मà¥à¤°à¥à¤—ी अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अपने पंखों के नीचे इकटà¥à¤ े करती है, वैसे ही मैं à¤à¥€ तेरे बालकों को इकटà¥à¤ े करूà¤, पर तà¥à¤® ने यह न चाहा। (IN) लूका 13:35 देखो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ घर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये उजाड़ छोड़ा जाता है, और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; जब तक तà¥à¤® न कहोगे, ‘धनà¥à¤¯ है वह, जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है,’ तब तक तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ फिर कà¤à¥€ न देखोगे।†(IN) लूका 14:1 ¶ फिर वह सबà¥à¤¤ के दिन फरीसियों के सरदारों में से किसी के घर में रोटी खाने गया: और वे उसकी घात में थे। (IN) लूका 14:2 वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके सामने था, जिसे जलोदर का रोग था। (IN) लूका 14:3 इस पर यीशॠने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ और फरीसियों से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ सबà¥à¤¤ के दिन अचà¥à¤›à¤¾ करना उचित है, कि नहीं?†(IN) लूका 14:4 परनà¥à¤¤à¥ वे चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रहे। तब उसने उसे हाथ लगाकर चंगा किया, और जाने दिया। (IN) लूका 14:5 और उनसे कहा, “तà¥à¤® में से à¤à¤¸à¤¾ कौन है, जिसका पà¥à¤¤à¥à¤° या बैल कà¥à¤à¤ में गिर जाठऔर वह सबà¥à¤¤ के दिन उसे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ बाहर न निकाल ले?†(IN) लूका 14:6 वे इन बातों का कà¥à¤› उतà¥à¤¤à¤° न दे सके। (IN) लूका 14:7 ¶ जब उसने देखा, कि आमनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ लोग कैसे मà¥à¤–à¥à¤¯-मà¥à¤–à¥à¤¯ जगह चà¥à¤¨ लेते हैं तो à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ देकर उनसे कहा, (IN) लूका 14:8 “जब कोई तà¥à¤à¥‡ विवाह में बà¥à¤²à¤¾à¤, तो मà¥à¤–à¥à¤¯ जगह में न बैठना, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि उसने तà¥à¤ से à¤à¥€ किसी बड़े को नेवता दिया हो। (IN) लूका 14:9 और जिस ने तà¥à¤à¥‡ और उसे दोनों को नेवता दिया है, आकर तà¥à¤ से कहे, ‘इसको जगह दे,’ और तब तà¥à¤à¥‡ लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ होकर सबसे नीची जगह में बैठना पड़े। (IN) लूका 14:10 पर जब तू बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ जाà¤, तो सबसे नीची जगह जा बैठ, कि जब वह, जिस ने तà¥à¤à¥‡ नेवता दिया है आà¤, तो तà¥à¤ से कहे ‘हे मितà¥à¤°, आगे बढ़कर बैठ,’ तब तेरे साथ बैठनेवालों के सामने तेरी बड़ाई होगी। (IN) लूका 14:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाà¤à¤—ा, वह छोटा किया जाà¤à¤—ा; और जो कोई अपने आप को छोटा बनाà¤à¤—ा, वह बड़ा किया जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 14:12 ¶ तब उसने अपने नेवता देनेवाले से à¤à¥€ कहा, “जब तू दिन का या रात का à¤à¥‹à¤œ करे, तो अपने मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ या à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ या कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ या धनवान पड़ोसियों को न बà¥à¤²à¤¾, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि वे à¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ नेवता दें, और तेरा बदला हो जाà¤à¥¤ (IN) लूका 14:13 परनà¥à¤¤à¥ जब तू à¤à¥‹à¤œ करे, तो कंगालों, टà¥à¤£à¥à¤¡à¥‹à¤‚, लà¤à¤—ड़ों और अंधों को बà¥à¤²à¤¾à¥¤ (IN) लूका 14:14 तब तू धनà¥à¤¯ होगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके पास तà¥à¤à¥‡ बदला देने को कà¥à¤› नहीं, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤à¥‡ धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के जी उठने पर इसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² मिलेगा।†(IN) लूका 14:15 ¶ उसके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करनेवालों में से à¤à¤• ने ये बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° उससे कहा, “धनà¥à¤¯ है वह, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में रोटी खाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 14:16 उसने उससे कहा, “किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने बड़ा à¤à¥‹à¤œ दिया और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) लूका 14:17 जब à¤à¥‹à¤œà¤¨ तैयार हो गया, तो उसने अपने दास के हाथ आमनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ लोगों को कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, ‘आओ; अब à¤à¥‹à¤œà¤¨ तैयार है।’ (IN) लूका 14:18 पर वे सब के सब कà¥à¤·à¤®à¤¾ माà¤à¤—ने लगे, पहले ने उससे कहा, ‘मैंने खेत मोल लिया है, और अवशà¥à¤¯ है कि उसे देखूà¤; मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर दे।’ (IN) लूका 14:19 दूसरे ने कहा, ‘मैंने पाà¤à¤š जोड़े बैल मोल लिठहैं, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परखने जा रहा हूà¤; मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर दे।’ (IN) लूका 14:20 à¤à¤• और ने कहा, ‘मैंने विवाह किया है, इसलिठमैं नहीं आ सकता।’ (IN) लूका 14:21 उस दास ने आकर अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ को ये बातें कह सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆà¤‚। तब घर के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कà¥à¤°à¥‹à¤§ में आकर अपने दास से कहा, ‘नगर के बाजारों और गलियों में तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ जाकर कंगालों, टà¥à¤£à¥à¤¡à¥‹à¤‚, लà¤à¤—ड़ों और अंधों को यहाठले आओ।’ (IN) लूका 14:22 दास ने फिर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, जैसे तूने कहा था, वैसे ही किया गया है; फिर à¤à¥€ जगह है।’ (IN) लूका 14:23 सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने दास से कहा, ‘सड़कों पर और बाड़ों की ओर जाकर लोगों को बरबस ले ही आ ताकि मेरा घर à¤à¤° जाà¤à¥¤ (IN) लूका 14:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि उन आमनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ लोगों में से कोई मेरे à¤à¥‹à¤œ को न चखेगा’।†(IN) लूका 14:25 ¶ और जब बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके साथ जा रही थी, तो उसने पीछे फिरकर उनसे कहा। (IN) लूका 14:26 “यदि कोई मेरे पास आà¤, और अपने पिता और माता और पतà¥â€à¤¨à¥€ और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ और बहनों वरनॠअपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ को à¤à¥€ अपà¥à¤°à¤¿à¤¯ न जाने, तो वह मेरा चेला नहीं हो सकता; (IN) लूका 14:27 और जो कोई अपना कà¥à¤°à¥‚स न उठाà¤; और मेरे पीछे न आà¤; वह à¤à¥€ मेरा चेला नहीं हो सकता। (IN) लूका 14:28 ¶ “तà¥à¤® में से कौन है कि गढ़ बनाना चाहता हो, और पहले बैठकर खरà¥à¤š न जोड़े, कि पूरा करने की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ मेरे पास है कि नहीं? (IN) लूका 14:29 कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि जब नींव डालकर तैयार न कर सके, तो सब देखनेवाले यह कहकर उसका उपहास करेंगे, (IN) लूका 14:30 ‘यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ बनाने तो लगा, पर तैयार न कर सका?’ (IN) लूका 14:31 या कौन à¤à¤¸à¤¾ राजा है, कि दूसरे राजा से यà¥à¤¦à¥à¤§ करने जाता हो, और पहले बैठकर विचार न कर ले कि जो बीस हजार लेकर मà¥à¤ पर चढ़ा आता है, कà¥à¤¯à¤¾ मैं दस हजार लेकर उसका सामना कर सकता हूà¤, कि नहीं? (IN) लूका 14:32 नहीं तो उसके दूर रहते ही, वह दूत को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° मिलाप करना चाहेगा। (IN) लूका 14:33 इसी रीति से तà¥à¤® में से जो कोई अपना सब कà¥à¤› तà¥à¤¯à¤¾à¤— न दे, तो वह मेरा चेला नहीं हो सकता। (IN) लूका 14:34 ¶ “नमक तो अचà¥à¤›à¤¾ है, परनà¥à¤¤à¥ यदि नमक का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ बिगड़ जाà¤, तो वह किस वसà¥à¤¤à¥ से नमकीन किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 14:35 वह न तो à¤à¥‚मि के और न खाद के लिये काम में आता है: उसे तो लोग बाहर फेंक देते हैं। जिसके सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के कान हों वह सà¥à¤¨ ले।†(IN) लूका 15:1 ¶ सब चà¥à¤‚गी लेनेवाले और पापी उसके पास आया करते थे ताकि उसकी सà¥à¤¨à¥‡à¤‚। (IN) लूका 15:2 और फरीसी और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤•à¤° कहने लगे, “यह तो पापियों से मिलता है और उनके साथ खाता à¤à¥€ है।†(IN) लूका 15:3 तब उसने उनसे यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा: (IN) लूका 15:4 “तà¥à¤® में से कौन है जिसकी सौ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ हों, और उनमें से à¤à¤• खो जाठतो निनà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤µà¥‡ को मैदान में छोड़कर, उस खोई हà¥à¤ˆ को जब तक मिल न जाठखोजता न रहे? (IN) लूका 15:5 और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आननà¥à¤¦ से उसे काà¤à¤§à¥‡ पर उठा लेता है। (IN) लूका 15:6 और घर में आकर मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ और पड़ोसियों को इकटà¥à¤ े करके कहता है, ‘मेरे साथ आननà¥à¤¦ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरी खोई हà¥à¤ˆ à¤à¥‡à¤¡à¤¼ मिल गई है।’ (IN) लूका 15:7 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; कि इसी रीति से à¤à¤• मन फिरानेवाले पापी के विषय में à¤à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में इतना ही आननà¥à¤¦ होगा, जितना कि निनà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤µà¥‡ à¤à¤¸à¥‡ धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय नहीं होता, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मन फिराने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं। (IN) लूका 15:8 ¶ “या कौन à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ होगी, जिसके पास दस चाà¤à¤¦à¥€ के सिकà¥à¤•à¥‡ हों, और उनमें से à¤à¤• खो जाà¤; तो वह दीया जलाकर और घर à¤à¤¾à¤¡à¤¼-बà¥à¤¹à¤¾à¤°à¤•à¤° जब तक मिल न जाà¤, जी लगाकर खोजती न रहे? (IN) लूका 15:9 और जब मिल जाता है, तो वह अपने सखियों और पड़ोसिनियों को इकटà¥à¤ ी करके कहती है, कि ‘मेरे साथ आननà¥à¤¦ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा खोया हà¥à¤† सिकà¥à¤•à¤¾ मिल गया है।’ (IN) लूका 15:10 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; कि इसी रीति से à¤à¤• मन फिरानेवाले पापी के विषय में परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के सामने आननà¥à¤¦ होता है।†(IN) लूका 15:11 ¶ फिर उसने कहा, “किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दो पà¥à¤¤à¥à¤° थे। (IN) लूका 15:12 उनमें से छोटे ने पिता से कहा ‘हे पिता, समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ में से जो à¤à¤¾à¤— मेरा हो, वह मà¥à¤à¥‡ दे दीजिà¤à¥¤â€™ उसने उनको अपनी संपतà¥à¤¤à¤¿ बाà¤à¤Ÿ दी। (IN) लूका 15:13 और बहà¥à¤¤ दिन न बीते थे कि छोटा पà¥à¤¤à¥à¤° सब कà¥à¤› इकटà¥à¤ ा करके à¤à¤• दूर देश को चला गया और वहाठकà¥à¤•à¤°à¥à¤® में अपनी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ उड़ा दी। (IN) लूका 15:14 जब वह सब कà¥à¤› खरà¥à¤š कर चà¥à¤•à¤¾, तो उस देश में बड़ा अकाल पड़ा, और वह कंगाल हो गया। (IN) लूका 15:15 और वह उस देश के निवासियों में से à¤à¤• के यहाठगया, उसने उसे अपने खेतों में सूअर चराने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) लूका 15:16 और वह चाहता था, कि उन फलियों से जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सूअर खाते थे अपना पेट à¤à¤°à¥‡; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसे कोई कà¥à¤› नहीं देता था। (IN) लूका 15:17 जब वह अपने आपे में आया, तब कहने लगा, ‘मेरे पिता के कितने ही मजदूरों को à¤à¥‹à¤œà¤¨ से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाठà¤à¥‚खा मर रहा हूà¤à¥¤ (IN) लूका 15:18 मैं अब उठकर अपने पिता के पास जाऊà¤à¤—ा और उससे कहूà¤à¤—ा कि पिता जी मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के विरोध में और तेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में पाप किया है। (IN) लूका 15:19 अब इस योगà¥à¤¯ नहीं रहा कि तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाऊà¤, मà¥à¤à¥‡ अपने à¤à¤• मजदूर के समान रख ले।’ (IN) लूका 15:20 ¶ “तब वह उठकर, अपने पिता के पास चला: वह अà¤à¥€ दूर ही था, कि उसके पिता ने उसे देखकर तरस खाया, और दौड़कर उसे गले लगाया, और बहà¥à¤¤ चूमा। (IN) लूका 15:21 पà¥à¤¤à¥à¤° ने उससे कहा, ‘पिता जी, मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के विरोध में और तेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में पाप किया है; और अब इस योगà¥à¤¯ नहीं रहा, कि तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाऊà¤à¥¤â€™ (IN) लूका 15:22 परनà¥à¤¤à¥ पिता ने अपने दासों से कहा, ‘à¤à¤Ÿ अचà¥à¤›à¥‡ से अचà¥à¤›à¤¾ वसà¥à¤¤à¥à¤° निकालकर उसे पहनाओ, और उसके हाथ में अà¤à¤—ूठी, और पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में जूतियाठपहनाओ, (IN) लूका 15:23 और बड़ा à¤à¥‹à¤œ तैयार करो ताकि हम खाà¤à¤ और आननà¥à¤¦ मनाà¤à¥¤ (IN) लूका 15:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा यह पà¥à¤¤à¥à¤° मर गया था, फिर जी गया है: खो गया था, अब मिल गया है।’ और वे आननà¥à¤¦ करने लगे। (IN) लूका 15:25 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ उसका जेठा पà¥à¤¤à¥à¤° खेत में था। और जब वह आते हà¥à¤ घर के निकट पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो उसने गाने-बजाने और नाचने का शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¥¤ (IN) लूका 15:26 और उसने à¤à¤• दास को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पूछा, ‘यह कà¥à¤¯à¤¾ हो रहा है?’ (IN) लूका 15:27 “उसने उससे कहा, ‘तेरा à¤à¤¾à¤ˆ आया है, और तेरे पिता ने बड़ा à¤à¥‹à¤œ तैयार कराया है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसे à¤à¤²à¤¾ चंगा पाया है।’ (IN) लूका 15:28 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° वह कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤° गया और à¤à¥€à¤¤à¤° जाना न चाहा: परनà¥à¤¤à¥ उसका पिता बाहर आकर उसे मनाने लगा। (IN) लूका 15:29 उसने पिता को उतà¥à¤¤à¤° दिया, ‘देख; मैं इतने वरà¥à¤· से तेरी सेवा कर रहा हूà¤, और कà¤à¥€ à¤à¥€ तेरी आजà¥à¤žà¤¾ नहीं टाली, फिर à¤à¥€ तूने मà¥à¤à¥‡ कà¤à¥€ à¤à¤• बकरी का बचà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ न दिया, कि मैं अपने मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ आननà¥à¤¦ करता। (IN) लूका 15:30 परनà¥à¤¤à¥ जब तेरा यह पà¥à¤¤à¥à¤°, जिस ने तेरी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ वेशà¥à¤¯à¤¾à¤“ं में उड़ा दी है, आया, तो उसके लिये तूने बड़ा à¤à¥‹à¤œ तैयार कराया।’ (IN) लूका 15:31 उसने उससे कहा, ‘पà¥à¤¤à¥à¤°, तू सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ मेरे साथ है; और जो कà¥à¤› मेरा है वह सब तेरा ही है। (IN) लूका 15:32 परनà¥à¤¤à¥ अब आननà¥à¤¦ करना और मगन होना चाहिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह तेरा à¤à¤¾à¤ˆ मर गया था फिर जी गया है; खो गया था, अब मिल गया है’।†(IN) लूका 16:1 ¶ फिर उसने चेलों से à¤à¥€ कहा, “किसी धनवान का à¤à¤• à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ था, और लोगों ने उसके सामने à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ पर यह दोष लगाया कि यह तेरी सब समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ उड़ाठदेता है। (IN) लूका 16:2 अतः धनवान ने उसे बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, ‘यह कà¥à¤¯à¤¾ है जो मैं तेरे विषय में सà¥à¤¨ रहा हूà¤? अपने à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€à¤ªà¤¨ का लेखा दे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू आगे को à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ नहीं रह सकता।’ (IN) लूका 16:3 तब à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ सोचने लगा, ‘अब मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अब à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ का काम मà¥à¤à¤¸à¥‡ छीन रहा है: मिटà¥à¤Ÿà¥€ तो मà¥à¤à¤¸à¥‡ खोदी नहीं जाती; और à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ने से मà¥à¤à¥‡ लजà¥à¤œà¤¾ आती है। (IN) लूका 16:4 मैं समठगया, कि कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤à¤—ा: ताकि जब मैं à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ के काम से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾ जाऊठतो लोग मà¥à¤à¥‡ अपने घरों में ले लें।’ (IN) लूका 16:5 और उसने अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के देनदारों में से à¤à¤•-à¤à¤• को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पहले से पूछा, कि तà¥à¤ पर मेरे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ का कितना करà¥à¤œ है? (IN) लूका 16:6 उसने कहा, ‘सौ मन जैतून का तेल,’ तब उसने उससे कहा, कि अपनी खाता-बही ले और बैठकर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पचास लिख दे। (IN) लूका 16:7 फिर दूसरे से पूछा, ‘तà¥à¤ पर कितना करà¥à¤œ है?’ उसने कहा, ‘सौ मन गेहूà¤,’ तब उसने उससे कहा, ‘अपनी खाता-बही लेकर असà¥à¤¸à¥€ लिख दे।’ (IN) लूका 16:8 ¶ “सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने उस अधरà¥à¤®à¥€ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ को सराहा, कि उसने चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से काम किया है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस संसार के लोग अपने समय के लोगों के साथ रीति-वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के लोगों से अधिक चतà¥à¤° हैं। (IN) लूका 16:9 और मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि अधरà¥à¤® के धन से अपने लिये मितà¥à¤° बना लो; ताकि जब वह जाता रहे, तो वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अननà¥à¤¤ निवासों में ले लें। (IN) लूका 16:10 जो थोड़े से थोड़े में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है, वह बहà¥à¤¤ में à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है: और जो थोड़े से थोड़े में अधरà¥à¤®à¥€ है, वह बहà¥à¤¤ में à¤à¥€ अधरà¥à¤®à¥€ है। (IN) लूका 16:11 इसलिठजब तà¥à¤® सांसारिक धन में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ न ठहरे, तो सचà¥à¤šà¤¾ धन तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कौन सौंपेगा? (IN) लूका 16:12 और यदि तà¥à¤® पराये धन में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ न ठहरे, तो जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ है, उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कौन देगा? (IN) लूका 16:13 ¶ “कोई दास दो सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सेवा नहीं कर सकता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो à¤à¤• से बैर और दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखेगा; या à¤à¤• से मिला रहेगा और दूसरे को तà¥à¤šà¥à¤› जानेगा: तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।†(IN) लूका 16:14 ¶ फरीसी जो लोà¤à¥€ थे, ये सब बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° उसका उपहास करने लगे। (IN) लूका 16:15 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® तो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने अपने आप को धरà¥à¤®à¥€ ठहराते हो, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन को जानता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो वसà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में महान है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट घृणित है। (IN) लूका 16:16 ¶ “जब तक यूहनà¥à¤¨à¤¾ आया, तब तक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ में थे। उस समय से परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ जा रहा है, और हर कोई उसमें पà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करता है। (IN) लूका 16:17 आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ का टल जाना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के à¤à¤• बिनà¥à¤¦à¥ के मिट जाने से सहज है। (IN) लूका 16:18 ¶ “जो कोई अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर दूसरी से विवाह करता है, वह वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है, और जो कोई à¤à¤¸à¥€ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी हà¥à¤ˆ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से विवाह करता है, वह à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है। (IN) लूका 16:19 ¶ “à¤à¤• धनवान मनà¥à¤·à¥à¤¯ था जो बैंगनी कपड़े और मलमल पहनता और पà¥à¤°à¤¤à¤¿-दिन सà¥à¤–-विलास और धूम-धाम के साथ रहता था। (IN) लूका 16:20 और लाज़र नाम का à¤à¤• कंगाल घावों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† उसकी डेवढ़ी पर छोड़ दिया जाता था। (IN) लूका 16:21 और वह चाहता था, कि धनवान की मेज पर की जूठन से अपना पेट à¤à¤°à¥‡; वरनॠकà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ à¤à¥€ आकर उसके घावों को चाटते थे। (IN) लूका 16:22 और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि वह कंगाल मर गया, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों ने उसे लेकर अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की गोद में पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ और वह धनवान à¤à¥€ मरा; और गाड़ा गया, (IN) लूका 16:23 और अधोलोक में उसने पीड़ा में पड़े हà¥à¤ अपनी आà¤à¤–ें उठाई, और दूर से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की गोद में लाज़र को देखा। (IN) लूका 16:24 और उसने पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, ‘हे पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤®, मà¥à¤ पर दया करके लाज़र को à¤à¥‡à¤œ दे, ताकि वह अपनी उà¤à¤—ली का सिरा पानी में à¤à¤¿à¤—ोकर मेरी जीठको ठंडी करे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इस जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ में तड़प रहा हूà¤à¥¤â€™ (IN) लूका 16:25 परनà¥à¤¤à¥ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने कहा, ‘हे पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤®à¤°à¤£ कर, कि तू अपने जीवनकाल में अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ पा चà¥à¤•à¤¾ है, और वैसे ही लाज़र बà¥à¤°à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ परनà¥à¤¤à¥ अब वह यहाठशानà¥à¤¤à¤¿ पा रहा है, और तू तड़प रहा है। (IN) लूका 16:26 ‘और इन सब बातों को छोड़ हमारे और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच à¤à¤• बड़ी खाई ठहराई गई है कि जो यहाठसे उस पार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास जाना चाहें, वे न जा सके, और न कोई वहाठसे इस पार हमारे पास आ सके।’ (IN) लूका 16:27 उसने कहा, ‘तो हे पिता, मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, कि तू उसे मेरे पिता के घर à¤à¥‡à¤œ, (IN) लूका 16:28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे पाà¤à¤š à¤à¤¾à¤ˆ हैं; वह उनके सामने इन बातों की चेतावनी दे, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि वे à¤à¥€ इस पीड़ा की जगह में आà¤à¤à¥¤â€™ (IN) लूका 16:29 अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने उससे कहा, ‘उनके पास तो मूसा और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ हैं, वे उनकी सà¥à¤¨à¥‡à¤‚।’ (IN) लूका 16:30 उसने कहा, ‘नहीं, हे पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤®; पर यदि कोई मरे हà¥à¤“ं में से उनके पास जाà¤, तो वे मन फिराà¤à¤à¤—े।’ (IN) लूका 16:31 उसने उससे कहा, ‘जब वे मूसा और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡, तो यदि मरे हà¥à¤“ं में से कोई à¤à¥€ जी उठे तो à¤à¥€ उसकी नहीं मानेंगे’।†(IN) लूका 17:1 ¶ फिर उसने अपने चेलों से कहा, “यह निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ है कि वे बातें जो पाप का कारण है, आà¤à¤à¤—े परनà¥à¤¤à¥ हाय, उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर जिसके कारण वे आती है! (IN) लूका 17:2 जो इन छोटों में से किसी à¤à¤• को ठोकर खिलाता है, उसके लिये यह à¤à¤²à¤¾ होता कि चकà¥à¤•à¥€ का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह समà¥à¤¦à¥à¤° में डाल दिया जाता। (IN) लूका 17:3 सचेत रहो; यदि तेरा à¤à¤¾à¤ˆ अपराध करे तो उसे डाà¤à¤Ÿ, और यदि पछताठतो उसे कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर। (IN) लूका 17:4 यदि दिन à¤à¤° में वह सात बार तेरा अपराध करे और सातों बार तेरे पास फिर आकर कहे, कि मैं पछताता हूà¤, तो उसे कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर।†(IN) लूका 17:5 ¶ तब पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤à¥ से कहा, “हमारा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बढ़ा।†(IN) लूका 17:6 पà¥à¤°à¤à¥ ने कहा, “यदि तà¥à¤® को राई के दाने के बराबर à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ होता, तो तà¥à¤® इस शहतूत के पेड़ से कहते कि जड़ से उखड़कर समà¥à¤¦à¥à¤° में लग जा, तो वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ मान लेता। (IN) लूका 17:7 ¶ “पर तà¥à¤® में से à¤à¤¸à¤¾ कौन है, जिसका दास हल जोतता, या à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ चराता हो, और जब वह खेत से आà¤, तो उससे कहे, ‘तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आकर à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठ’? (IN) लूका 17:8 कà¥à¤¯à¤¾ वह उनसे न कहेगा, कि मेरा खाना तैयार कर: और जब तक मैं खाऊà¤-पीऊठतब तक कमर बाà¤à¤§à¤•à¤° मेरी सेवा कर; इसके बाद तू à¤à¥€ खा पी लेना? (IN) लूका 17:9 कà¥à¤¯à¤¾ वह उस दास का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¨ मानेगा, कि उसने वे ही काम किठजिसकी आजà¥à¤žà¤¾ दी गई थी? (IN) लूका 17:10 इसी रीति से तà¥à¤® à¤à¥€, जब उन सब कामों को कर चà¥à¤•à¥‡ हो जिसकी आजà¥à¤žà¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी गई थी, तो कहो, ‘हम निकमà¥à¤®à¥‡ दास हैं; कि जो हमें करना चाहिठथा वही किया है’।†(IN) लूका 17:11 ¶ और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि वह यरूशलेम को जाते हà¥à¤ सामरिया और गलील पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की सीमा से होकर जा रहा था। (IN) लूका 17:12 और किसी गाà¤à¤µ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते समय उसे दस कोढ़ी मिले। (IN) लूका 17:13 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दूर खड़े होकर, ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “हे यीशà¥, हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हम पर दया कर!†(IN) लूका 17:14 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखकर कहा, “जाओ; और अपने आपको याजकों को दिखाओ।†और जाते ही जाते वे शà¥à¤¦à¥à¤§ हो गà¤à¥¤ (IN) लूका 17:15 तब उनमें से à¤à¤• यह देखकर कि मैं चंगा हो गया हूà¤, ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करता हà¥à¤† लौटा; (IN) लूका 17:16 और यीशॠके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर मà¥à¤à¤¹ के बल गिरकर उसका धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करने लगा; और वह सामरी था। (IN) लूका 17:17 इस पर यीशॠने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ दसों शà¥à¤¦à¥à¤§ न हà¥à¤, तो फिर वे नौ कहाठहैं? (IN) लूका 17:18 कà¥à¤¯à¤¾ इस परदेशी को छोड़ कोई और न निकला, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करता?†(IN) लूका 17:19 तब उसने उससे कहा, “उठकर चला जा; तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ चंगा किया है।†(IN) लूका 17:20 ¶ जब फरीसियों ने उससे पूछा, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ कब आà¤à¤—ा? तो उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤—ट रूप में नहीं आता। (IN) लूका 17:21 और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाठहै, या वहाठहै। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि, परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में है।†(IN) लूका 17:22 और उसने चेलों से कहा, “वे दिन आà¤à¤à¤—े, जिनमें तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के दिनों में से à¤à¤• दिन को देखना चाहोगे, और नहीं देखने पाओगे। (IN) लूका 17:23 लोग तà¥à¤® से कहेंगे, ‘देखो, वहाठहै!’ या ‘देखो यहाठहै!’ परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® चले न जाना और न उनके पीछे हो लेना। (IN) लूका 17:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे बिजली आकाश की à¤à¤• छोर से कौंधकर आकाश की दूसरी छोर तक चमकती है, वैसे ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ अपने दिन में पà¥à¤°à¤—ट होगा। (IN) लूका 17:25 परनà¥à¤¤à¥ पहले अवशà¥à¤¯ है, कि वह बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤, और इस यà¥à¤— के लोग उसे तà¥à¤šà¥à¤› ठहराà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 17:26 जैसा नूह के दिनों में हà¥à¤† था, वैसा ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के दिनों में à¤à¥€ होगा। (IN) लूका 17:27 जिस दिन तक नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह-शादी होती थी; तब जल-पà¥à¤°à¤²à¤¯ ने आकर उन सब को नाश किया। (IN) लूका 17:28 और जैसा लूत के दिनों में हà¥à¤† था, कि लोग खाते-पीते लेन-देन करते, पेड़ लगाते और घर बनाते थे; (IN) लूका 17:29 परनà¥à¤¤à¥ जिस दिन लूत सदोम से निकला, उस दिन आग और गनà¥à¤§à¤• आकाश से बरसी और सब को नाश कर दिया। (IN) लूका 17:30 मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के पà¥à¤°à¤—ट होने के दिन à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही होगा। (IN) लूका 17:31 ¶ “उस दिन जो छत पर हो; और उसका सामान घर में हो, वह उसे लेने को न उतरे, और वैसे ही जो खेत में हो वह पीछे न लौटे। (IN) लूका 17:32 लूत की पतà¥â€à¤¨à¥€ को सà¥à¤®à¤°à¤£ रखो! (IN) लूका 17:33 जो कोई अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाना चाहे वह उसे खोà¤à¤—ा, और जो कोई उसे खोठवह उसे बचाà¤à¤—ा। (IN) लूका 17:34 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, उस रात दो मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤• खाट पर होंगे, à¤à¤• ले लिया जाà¤à¤—ा, और दूसरा छोड़ दिया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 17:35 दो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¤• साथ चकà¥à¤•à¥€ पीसती होंगी, à¤à¤• ले ली जाà¤à¤—ी, और दूसरी छोड़ दी जाà¤à¤—ी। (IN) लूका 17:36 [दो जन खेत में होंगे à¤à¤• ले लिया जाà¤à¤—ा और दूसरा छोड़ा जाà¤à¤—ा।]†(IN) लूका 17:37 यह सà¥à¤¨ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “हे पà¥à¤°à¤à¥ यह कहाठहोगा?†उसने उनसे कहा, “जहाठलाश हैं, वहाठगिदà¥à¤§ इकटà¥à¤ े होंगे।†(IN) लूका 18:1 ¶ फिर उसने इसके विषय में कि नितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना और साहस नहीं छोड़ना चाहिठउनसे यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा: (IN) लूका 18:2 “किसी नगर में à¤à¤• नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ रहता था; जो न परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरता था और न किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ की परवाह करता था। (IN) लूका 18:3 और उसी नगर में à¤à¤• विधवा à¤à¥€ रहती थी: जो उसके पास आ आकर कहा करती थी, ‘मेरा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चà¥à¤•à¤¾à¤•à¤° मà¥à¤à¥‡ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ से बचा।’ (IN) लूका 18:4 उसने कितने समय तक तो न माना परनà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤¤ में मन में विचार कर कहा, ‘यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ मैं न परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरता, और न मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की कà¥à¤› परवाह करता हूà¤; (IN) लूका 18:5 फिर à¤à¥€ यह विधवा मà¥à¤à¥‡ सताती रहती है, इसलिठमैं उसका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चà¥à¤•à¤¾à¤Šà¤à¤—ा, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि घड़ी-घड़ी आकर अनà¥à¤¤ को मेरी नाक में दम करे’।†(IN) लूका 18:6 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ ने कहा, “सà¥à¤¨à¥‹, कि यह अधरà¥à¤®à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ कहता है? (IN) लूका 18:7 अतः कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° अपने चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ न चà¥à¤•à¤¾à¤à¤—ा, जो रात-दिन उसकी दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ देते रहते; और कà¥à¤¯à¤¾ वह उनके विषय में देर करेगा? (IN) लूका 18:8 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤; वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चà¥à¤•à¤¾à¤à¤—ा; पर मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° जब आà¤à¤—ा, तो कà¥à¤¯à¤¾ वह पृथà¥à¤µà¥€ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पाà¤à¤—ा?†(IN) लूका 18:9 ¶ और उसने उनसे जो अपने ऊपर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखते थे, कि हम धरà¥à¤®à¥€ हैं, और दूसरों को तà¥à¤šà¥à¤› जानते थे, यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा: (IN) लूका 18:10 “दो मनà¥à¤·à¥à¤¯ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने के लिये गà¤; à¤à¤• फरीसी था और दूसरा चà¥à¤‚गी लेनेवाला। (IN) लूका 18:11 फरीसी खड़ा होकर अपने मन में यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा, ‘हे परमेशà¥â€à¤µà¤°, मैं तेरा धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि मैं और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के समान दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ करनेवाला, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€ नहीं, और न इस चà¥à¤‚गी लेनेवाले के समान हूà¤à¥¤ (IN) लूका 18:12 मैं सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में दो बार उपवास करता हूà¤; मैं अपनी सब कमाई का दसवाठअंश à¤à¥€ देता हूà¤à¥¤â€™ (IN) लूका 18:13 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤‚गी लेनेवाले ने दूर खड़े होकर, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर आà¤à¤– उठाना à¤à¥€ न चाहा, वरनॠअपनी छाती पीट-पीट कर कहा, ‘हे परमेशà¥â€à¤µà¤° मà¥à¤ पापी पर दया कर!’ (IN) लूका 18:14 मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि वह दूसरा नहीं; परनà¥à¤¤à¥ यही मनà¥à¤·à¥à¤¯ धरà¥à¤®à¥€ ठहरा और अपने घर गया; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाà¤à¤—ा, वह छोटा किया जाà¤à¤—ा; और जो अपने आप को छोटा बनाà¤à¤—ा, वह बड़ा किया जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 18:15 ¶ फिर लोग अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¥€ उसके पास लाने लगे, कि वह उन पर हाथ रखे; और चेलों ने देखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤Ÿà¤¾à¥¤ (IN) लूका 18:16 यीशॠने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “बालकों को मेरे पास आने दो, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मना न करो: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ à¤à¤¸à¥‹à¤‚ ही का है। (IN) लूका 18:17 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ को बालक के समान गà¥à¤°à¤¹à¤£ न करेगा वह उसमें कà¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने न पाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 18:18 ¶ किसी सरदार ने उससे पूछा, “हे उतà¥à¤¤à¤® गà¥à¤°à¥, अननà¥à¤¤ जीवन का अधिकारी होने के लिये मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†(IN) लूका 18:19 यीशॠने उससे कहा, “तू मà¥à¤à¥‡ उतà¥à¤¤à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है? कोई उतà¥à¤¤à¤® नहीं, केवल à¤à¤•, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°à¥¤ (IN) लूका 18:20 तू आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को तो जानता है: ‘वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना, हतà¥à¤¯à¤¾ न करना, चोरी न करना, à¤à¥‚ठी गवाही न देना, अपने पिता और अपनी माता का आदर करना’।†(IN) लूका 18:21 उसने कहा, “मैं तो इन सब को लड़कपन ही से मानता आया हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 18:22 यह सà¥à¤¨, “यीशॠने उससे कहा, तà¥à¤ में अब à¤à¥€ à¤à¤• बात की घटी है, अपना सब कà¥à¤› बेचकर कंगालों को बाà¤à¤Ÿ दे; और तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में धन मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले।†(IN) लूका 18:23 वह यह सà¥à¤¨à¤•à¤° बहà¥à¤¤ उदास हà¥à¤†, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बड़ा धनी था। (IN) लूका 18:24 ¶ यीशॠने उसे देखकर कहा, “धनवानों का परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना कितना कठिन है! (IN) लूका 18:25 परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में धनवान के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने से ऊà¤à¤Ÿ का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।†(IN) लूका 18:26 और सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ ने कहा, “तो फिर किस का उदà¥à¤§à¤¾à¤° हो सकता है?†(IN) लूका 18:27 उसने कहा, “जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ से नहीं हो सकता, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से हो सकता है।†(IN) लूका 18:28 पतरस ने कहा, “देख, हम तो घर-बार छोड़कर तेरे पीछे हो लिये हैं।†(IN) लूका 18:29 उसने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि à¤à¤¸à¤¾ कोई नहीं जिस ने परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के लिये घर, या पतà¥â€à¤¨à¥€, या à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, या माता-पिता, या बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को छोड़ दिया हो। (IN) लूका 18:30 और इस समय कई गà¥à¤£à¤¾ अधिक न पाà¤; और परलोक में अननà¥à¤¤ जीवन।†(IN) लूका 18:31 ¶ फिर उसने बारहों को साथ लेकर उनसे कहा, “हम यरूशलेम को जाते हैं, और जितनी बातें मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के लिये à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखी गई हैं वे सब पूरी होंगी। (IN) लूका 18:32 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में सौंपा जाà¤à¤—ा, और वे उसका उपहास करेंगे; और उसका अपमान करेंगे, और उस पर थूकेंगे। (IN) लूका 18:33 और उसे कोड़े मारेंगे, और मार डालेंगे, और वह तीसरे दिन जी उठेगा।†(IN) लूका 18:34 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इन बातों में से कोई बात न समà¤à¥€ और यह बात उनसे छिपी रही, और जो कहा गया था वह उनकी समठमें न आया। (IN) लूका 18:35 ¶ जब वह यरीहो के निकट पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो à¤à¤• अंधा सड़क के किनारे बैठा हà¥à¤† à¤à¥€à¤– माà¤à¤— रहा था। (IN) लूका 18:36 और वह à¤à¥€à¤¡à¤¼ के चलने की आहट सà¥à¤¨à¤•à¤° पूछने लगा, “यह कà¥à¤¯à¤¾ हो रहा है?†(IN) लूका 18:37 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको बताया, “यीशॠनासरी जा रहा है।†(IN) लूका 18:38 तब उसने पà¥à¤•à¤¾à¤° के कहा, “हे यीशà¥, दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, मà¥à¤ पर दया कर!†(IN) लूका 18:39 जो आगे-आगे जा रहे थे, वे उसे डाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ लगे कि चà¥à¤ª रहे परनà¥à¤¤à¥ वह और à¤à¥€ चिलà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ लगा, “हे दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, मà¥à¤ पर दया कर!†(IN) लूका 18:40 तब यीशॠने खड़े होकर आजà¥à¤žà¤¾ दी कि उसे मेरे पास लाओ, और जब वह निकट आया, तो उसने उससे यह पूछा, (IN) लूका 18:41 तू कà¥à¤¯à¤¾ चाहता है, “मैं तेरे लिये करूà¤?†उसने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यह कि मैं देखने लगूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 18:42 यीशॠने उससे कहा, “देखने लग, तेरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ अचà¥à¤›à¤¾ कर दिया है।†(IN) लूका 18:43 और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ देखने लगा; और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करता हà¥à¤†, उसके पीछे हो लिया, और सब लोगों ने देखकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ की। (IN) लूका 19:1 ¶ वह यरीहो में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करके जा रहा था। (IN) लूका 19:2 वहाठजकà¥à¤•à¤ˆ नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जो चà¥à¤‚गी लेनेवालों का सरदार और धनी था। (IN) लूका 19:3 वह यीशॠको देखना चाहता था कि वह कौन सा है? परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण देख न सकता था। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह नाटा था। (IN) लूका 19:4 तब उसको देखने के लिये वह आगे दौड़कर à¤à¤• गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠउसी मारà¥à¤— से जानेवाला था। (IN) लूका 19:5 जब यीशॠउस जगह पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो ऊपर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ कर के उससे कहा, “हे जकà¥à¤•à¤ˆ, à¤à¤Ÿ उतर आ; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज मà¥à¤à¥‡ तेरे घर में रहना अवशà¥à¤¯ है।†(IN) लूका 19:6 वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उतरकर आननà¥à¤¦ से उसे अपने घर को ले गया। (IN) लूका 19:7 यह देखकर सब लोग कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤•à¤° कहने लगे, “वह तो à¤à¤• पापी मनà¥à¤·à¥à¤¯ के यहाठगया है।†(IN) लूका 19:8 जकà¥à¤•à¤ˆ ने खड़े होकर पà¥à¤°à¤à¥ से कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, देख, मैं अपनी आधी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ कंगालों को देता हूà¤, और यदि किसी का कà¥à¤› à¤à¥€ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करके ले लिया है तो उसे चौगà¥à¤¨à¤¾ फेर देता हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 19:9 तब यीशॠने उससे कहा, “आज इस घर में उदà¥à¤§à¤¾à¤° आया है, इसलिठकि यह à¤à¥€ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) लूका 19:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° खोठहà¥à¤“ं को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ और उनका उदà¥à¤§à¤¾à¤° करने आया है।†(IN) लूका 19:11 ¶ जब वे ये बातें सà¥à¤¨ रहे थे, तो उसने à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा, इसलिठकि वह यरूशलेम के निकट था, और वे समà¤à¤¤à¥‡ थे, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ अà¤à¥€ पà¥à¤°à¤—ट होनेवाला है। (IN) लूका 19:12 अतः उसने कहा, “à¤à¤• धनी मनà¥à¤·à¥à¤¯ दूर देश को चला ताकि राजपद पा कर लौट आà¤à¥¤ (IN) लूका 19:13 और उसने अपने दासों में से दस को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दस मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ दीं, और उनसे कहा, ‘मेरे लौट आने तक लेन-देन करना।’ (IN) लूका 19:14 “परनà¥à¤¤à¥ उसके नगर के रहनेवाले उससे बैर रखते थे, और उसके पीछे दूतों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि हम नहीं चाहते, कि यह हम पर राजà¥à¤¯ करे। (IN) लूका 19:15 ¶ “जब वह राजपद पा कर लौट आया, तो à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि उसने अपने दासों को जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोकड़ दी थी, अपने पास बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¯à¤¾ ताकि मालूम करे कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लेन-देन से कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ कमाया। (IN) लूका 19:16 तब पहले ने आकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तेरे मà¥à¤¹à¤° से दस और मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ कमाई हैं।’ (IN) लूका 19:17 उसने उससे कहा, ‘हे उतà¥à¤¤à¤® दास, तू धनà¥à¤¯ है, तू बहà¥à¤¤ ही थोड़े में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ निकला अब दस नगरों का अधिकार रख।’ (IN) लूका 19:18 दूसरे ने आकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तेरी मà¥à¤¹à¤° से पाà¤à¤š और मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ कमाई हैं।’ (IN) लूका 19:19 उसने उससे कहा, ‘तू à¤à¥€ पाà¤à¤š नगरों पर अधिकार रख।’ (IN) लूका 19:20 तीसरे ने आकर कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, देख, तेरी मà¥à¤¹à¤° यह है, जिसे मैंने अà¤à¤—ोछे में बाà¤à¤§ रखा था। (IN) लूका 19:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤ से डरता था, इसलिठकि तू कठोर मनà¥à¤·à¥à¤¯ है: जो तूने नहीं रखा उसे उठा लेता है, और जो तूने नहीं बोया, उसे काटता है।’ (IN) लूका 19:22 उसने उससे कहा, ‘हे दà¥à¤·à¥à¤Ÿ दास, मैं तेरे ही मà¥à¤à¤¹ से तà¥à¤à¥‡ दोषी ठहराता हूà¤à¥¤ तू मà¥à¤à¥‡ जानता था कि कठोर मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤, जो मैंने नहीं रखा उसे उठा लेता, और जो मैंने नहीं बोया, उसे काटता हूà¤; (IN) लूका 19:23 तो तूने मेरे रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं रख दिà¤, कि मैं आकर बà¥à¤¯à¤¾à¤œ समेत ले लेता?’ (IN) लूका 19:24 और जो लोग निकट खड़े थे, उसने उनसे कहा, ‘वह मà¥à¤¹à¤° उससे ले लो, और जिसके पास दस मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ हैं उसे दे दो।’ (IN) लूका 19:25 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, ‘हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, उसके पास दस मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ तो हैं।’ (IN) लूका 19:26 ‘मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जिसके पास है, उसे और दिया जाà¤à¤—ा; और जिसके पास नहीं, उससे वह à¤à¥€ जो उसके पास है ले लिया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 19:27 परनà¥à¤¤à¥ मेरे उन बैरियों को जो नहीं चाहते थे कि मैं उन पर राजà¥à¤¯ करूà¤, उनको यहाठलाकर मेरे सामने मार डालो’।†(IN) लूका 19:28 ¶ ये बातें कहकर वह यरूशलेम की ओर उनके आगे-आगे चला। (IN) लूका 19:29 और जब वह जैतून नाम पहाड़ पर बैतफगे और बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के पास पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो उसने अपने चेलों में से दो को यह कहके à¤à¥‡à¤œà¤¾, (IN) लूका 19:30 “सामने के गाà¤à¤µ में जाओ, और उसमें पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ ही à¤à¤• गदही का बचà¥à¤šà¤¾ जिस पर कà¤à¥€ कोई सवार नहीं हà¥à¤†, बनà¥à¤§à¤¾ हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलेगा, उसे खोलकर लाओ। (IN) लूका 19:31 और यदि कोई तà¥à¤® से पूछे, कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खोलते हो, तो यह कह देना, कि पà¥à¤°à¤à¥ को इसकी जरूरत है।†(IN) लूका 19:32 ¶ जो à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठथे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाकर जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया। (IN) लूका 19:33 जब वे गदहे के बचà¥à¤šà¥‡ को खोल रहे थे, तो उसके मालिकों ने उनसे पूछा, “इस बचà¥à¤šà¥‡ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खोलते हो?†(IN) लूका 19:34 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “पà¥à¤°à¤à¥ को इसकी जरूरत है।†(IN) लूका 19:35 वे उसको यीशॠके पास ले आठऔर अपने कपड़े उस बचà¥à¤šà¥‡ पर डालकर यीशॠको उस पर बैठा दिया। (IN) लूका 19:36 जब वह जा रहा था, तो वे अपने कपड़े मारà¥à¤— में बिछाते जाते थे। (IN) लूका 19:37 और निकट आते हà¥à¤ जब वह जैतून पहाड़ की ढलान पर पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो चेलों की सारी मणà¥à¤¡à¤²à¥€ उन सब सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के कामों के कारण जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देखे थे, आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होकर बड़े शबà¥à¤¦ से परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने लगी: (IN) लूका 19:38 “धनà¥à¤¯ है वह राजा, जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है! (IN) लूका 19:39 ¶ तब à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से कितने फरीसी उससे कहने लगे, “हे गà¥à¤°à¥, अपने चेलों को डाà¤à¤Ÿà¥¤â€ (IN) लूका 19:40 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤® में से कहता हूà¤, यदि ये चà¥à¤ª रहें, तो पतà¥à¤¥à¤° चिलà¥à¤²à¤¾ उठेंगे।†(IN) लूका 19:41 ¶ जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया। (IN) लूका 19:42 और कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ ही à¤à¤²à¤¾ होता, कि तू; हाà¤, तू ही, इसी दिन में कà¥à¤¶à¤² की बातें जानता, परनà¥à¤¤à¥ अब वे तेरी आà¤à¤–ों से छिप गई हैं। (IN) लूका 19:43 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे दिन तà¥à¤ पर आà¤à¤à¤—े कि तेरे बैरी मोरà¥à¤šà¤¾ बाà¤à¤§à¤•à¤° तà¥à¤à¥‡ घेर लेंगे, और चारों ओर से तà¥à¤à¥‡ दबाà¤à¤à¤—े। (IN) लूका 19:44 और तà¥à¤à¥‡ और तेरे साथ तेरे बालकों को, मिटà¥à¤Ÿà¥€ में मिलाà¤à¤à¤—े, और तà¥à¤ में पतà¥à¤¥à¤° पर पतà¥à¤¥à¤° à¤à¥€ न छोड़ेंगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तूने वह अवसर जब तà¥à¤ पर कृपादृषà¥â€à¤Ÿà¤¿ की गई न पहचाना।†(IN) लूका 19:45 ¶ तब वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर बेचनेवालों को बाहर निकालने लगा। (IN) लूका 19:46 और उनसे कहा, “लिखा है; ‘मेरा घर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ का घर होगा,’ परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® ने उसे डाकà¥à¤“ं की खोह बना दिया है।†(IN) लूका 19:47 और वह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेश देता था : और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और लोगों के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– उसे मार डालने का अवसर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ थे। (IN) लूका 19:48 परनà¥à¤¤à¥ कोई उपाय न निकाल सके; कि यह किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° करें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब लोग बड़ी चाह से उसकी सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ थे। (IN) लूका 20:1 ¶ à¤à¤• दिन à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि जब वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में लोगों को उपदेश देता और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾ रहा था, तो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के साथ पास आकर खड़े हà¥à¤à¥¤ (IN) लूका 20:2 और कहने लगे, “हमें बता, तू इन कामों को किस अधिकार से करता है, और वह कौन है, जिसने तà¥à¤à¥‡ यह अधिकार दिया है?†(IN) लूका 20:3 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं à¤à¥€ तà¥à¤® से à¤à¤• बात पूछता हूà¤; मà¥à¤à¥‡ बताओ (IN) लूका 20:4 यूहनà¥à¤¨à¤¾ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से था या मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से था?†(IN) लूका 20:5 तब वे आपस में कहने लगे, “यदि हम कहें, ‘सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर से,’ तो वह कहेगा; ‘फिर तà¥à¤® ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं किया?’ (IN) लूका 20:6 और यदि हम कहें, ‘मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से,’ तो सब लोग हमें पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे सचमà¥à¤š जानते हैं, कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ था।†(IN) लूका 20:7 अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हम नहीं जानते, कि वह किस की ओर से था।†(IN) लूका 20:8 यीशॠने उनसे कहा, “तो मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं बताता कि मैं ये काम किस अधिकार से करता हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 20:9 ¶ तब वह लोगों से यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहने लगा, “किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने दाख की बारी लगाई, और किसानों को उसका ठेका दे दिया और बहà¥à¤¤ दिनों के लिये परदेश चला गया। (IN) लूका 20:10 नियà¥à¤•à¥à¤¤ समय पर उसने किसानों के पास à¤à¤• दास को à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि वे दाख की बारी के कà¥à¤› फलों का à¤à¤¾à¤— उसे दें, पर किसानों ने उसे पीट कर खाली हाथ लौटा दिया। (IN) लूका 20:11 फिर उसने à¤à¤• और दास को à¤à¥‡à¤œà¤¾, ओर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे à¤à¥€ पीट कर और उसका अपमान करके खाली हाथ लौटा दिया। (IN) लूका 20:12 फिर उसने तीसरा à¤à¥‡à¤œà¤¾, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे à¤à¥€ घायल करके निकाल दिया। (IN) लूका 20:13 तब दाख की बारी के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा, ‘मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤? मैं अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° को à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¤¾ जाने वे उसका आदर करें।’ (IN) लूका 20:14 जब किसानों ने उसे देखा तो आपस में विचार करने लगे, ‘यह तो वारिस है; आओ, हम उसे मार डालें, कि विरासत हमारी हो जाà¤à¥¤â€™ (IN) लूका 20:15 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे दाख की बारी से बाहर निकालकर मार डाला: इसलिठदाख की बारी का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ उनके साथ कà¥à¤¯à¤¾ करेगा? (IN) लूका 20:16 वह आकर उन किसानों को नाश करेगा, और दाख की बारी दूसरों को सौंपेगा।†यह सà¥à¤¨à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤¸à¤¾ न करे।†(IN) लूका 20:17 उसने उनकी ओर देखकर कहा, “फिर यह कà¥à¤¯à¤¾ लिखा है: (IN) लूका 20:18 जो कोई उस पतà¥à¤¥à¤° पर गिरेगा वह चकनाचूर हो जाà¤à¤—ा, और जिस पर वह गिरेगा, उसको पीस डालेगा।†(IN) लूका 20:19 ¶ उसी घड़ी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने उसे पकड़ना चाहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समठगठथे, कि उसने उनके विरà¥à¤¦à¥à¤§ दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा, परनà¥à¤¤à¥ वे लोगों से डरे। (IN) लूका 20:20 और वे उसकी ताक में लगे और à¤à¥‡à¤¦à¤¿à¤¯à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¥‡, कि धरà¥à¤®à¥€ का à¤à¥‡à¤· धरकर उसकी कोई न कोई बात पकड़ें, कि उसे राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के हाथ और अधिकार में सौंप दें। (IN) लूका 20:21 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे यह पूछा, “हे गà¥à¤°à¥, हम जानते हैं कि तू ठीक कहता, और सिखाता à¤à¥€ है, और किसी का पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ नहीं करता; वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° का मारà¥à¤— सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से बताता है। (IN) लूका 20:22 कà¥à¤¯à¤¾ हमें कैसर को कर देना उचित है, कि नहीं?†(IN) लूका 20:23 उसने उनकी चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को ताड़कर उनसे कहा, (IN) लूका 20:24 “à¤à¤• दीनार मà¥à¤à¥‡ दिखाओ। इस पर किसकी छाप और नाम है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कैसर का।†(IN) लूका 20:25 उसने उनसे कहा, “तो जो कैसर का है, वह कैसर को दो और जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° को दो।†(IN) लूका 20:26 वे लोगों के सामने उस बात को पकड़ न सके, वरनॠउसके उतà¥à¤¤à¤° से अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ होकर चà¥à¤ª रह गà¤à¥¤ (IN) लूका 20:27 ¶ फिर सदूकी जो कहते हैं, कि मरे हà¥à¤“ं का जी उठना है ही नहीं, उनमें से कà¥à¤› ने उसके पास आकर पूछा। (IN) लूका 20:28 “हे गà¥à¤°à¥, मूसा ने हमारे लिये यह लिखा है, ‘यदि किसी का à¤à¤¾à¤ˆ अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ के रहते हà¥à¤ बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर जाà¤, तो उसका à¤à¤¾à¤ˆ उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ से विवाह कर ले, और अपने à¤à¤¾à¤ˆ के लिये वंश उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करे।’ (IN) लूका 20:29 अतः सात à¤à¤¾à¤ˆ थे, पहला à¤à¤¾à¤ˆ विवाह करके बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गया। (IN) लूका 20:30 फिर दूसरे, (IN) लूका 20:31 और तीसरे ने à¤à¥€ उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से विवाह कर लिया। इसी रीति से सातों बिना सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मर गà¤à¥¤ (IN) लूका 20:32 सब के पीछे वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ मर गई। (IN) लूका 20:33 अतः जी उठने पर वह उनमें से किस की पतà¥â€à¤¨à¥€ होगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सातों की पतà¥â€à¤¨à¥€ रह चà¥à¤•à¥€ थी।†(IN) लूका 20:34 यीशॠने उनसे कहा, “इस यà¥à¤— के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में तो विवाह-शादी होती है, (IN) लूका 20:35 पर जो लोग इस योगà¥à¤¯ ठहरेंगे, की उस यà¥à¤— को और मरे हà¥à¤“ं में से जी उठना पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें, उनमें विवाह-शादी न होगी। (IN) लूका 20:36 वे फिर मरने के à¤à¥€ नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के समान होंगे, और पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ होने से परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¥€ सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ होंगे। (IN) लूका 20:37 परनà¥à¤¤à¥ इस बात को कि मरे हà¥à¤ जी उठते हैं, मूसा ने à¤à¥€ à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥€ की कथा में पà¥à¤°à¤—ट की है, वह पà¥à¤°à¤à¥ को ‘अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और इसहाक का परमेशà¥â€à¤µà¤°, और याकूब का परमेशà¥â€à¤µà¤°â€™ कहता है। (IN) लूका 20:38 परमेशà¥â€à¤µà¤° तो मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ का नहीं परनà¥à¤¤à¥ जीवितों का परमेशà¥â€à¤µà¤° है: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके निकट सब जीवित हैं।†(IN) लूका 20:39 तब यह सà¥à¤¨à¤•à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से कितनों ने कहा, “हे गà¥à¤°à¥, तूने अचà¥à¤›à¤¾ कहा।†(IN) लूका 20:40 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिर उससे कà¥à¤› और पूछने का साहस न हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 20:41 ¶ फिर उसने उनसे पूछा, “मसीह को दाऊद की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ कैसे कहते हैं? (IN) लूका 20:42 दाऊद आप à¤à¤œà¤¨ संहिता की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में कहता है: (IN) लूका 20:43 मेरे दाहिने बैठ, (IN) लूका 20:44 दाऊद तो उसे पà¥à¤°à¤à¥ कहता है; तो फिर वह उसकी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ कैसे ठहरा?†(IN) लूका 20:45 ¶ जब सब लोग सà¥à¤¨ रहे थे, तो उसने अपने चेलों से कहा। (IN) लूका 20:46 “शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से सावधान रहो, जिनको लमà¥à¤¬à¥‡-लमà¥à¤¬à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ फिरना अचà¥à¤›à¤¾ लगता है, और जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाजारों में नमसà¥à¤•à¤¾à¤°, और आराधनालयों में मà¥à¤–à¥à¤¯ आसन और à¤à¥‹à¤œ में मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लगते हैं। (IN) लूका 20:47 वे विधवाओं के घर खा जाते हैं, और दिखाने के लिये बड़ी देर तक पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहते हैं, ये बहà¥à¤¤ ही दणà¥à¤¡ पाà¤à¤à¤—े।†(IN) लूका 21:1 ¶ फिर उसने आà¤à¤– उठाकर धनवानों को अपना-अपना दान à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° में डालते हà¥à¤ देखा। (IN) लूका 21:2 और उसने à¤à¤• कंगाल विधवा को à¤à¥€ उसमें दो दमड़ियाठडालते हà¥à¤ देखा। (IN) लूका 21:3 तब उसने कहा, “मैं तà¥à¤® से सच कहता हूठकि इस कंगाल विधवा ने सबसे बढ़कर डाला है। (IN) लूका 21:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन सब ने अपनी-अपनी बढ़ती में से दान में कà¥à¤› डाला है, परनà¥à¤¤à¥ इसने अपनी घटी में से अपनी सारी जीविका डाल दी है।†(IN) लूका 21:5 ¶ जब कितने लोग मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के विषय में कह रहे थे, कि वह कैसे सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ और à¤à¥‡à¤‚ट की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से संवारा गया है, तो उसने कहा, (IN) लूका 21:6 “वे दिन आà¤à¤à¤—े, जिनमें यह सब जो तà¥à¤® देखते हो, उनमें से यहाठकिसी पतà¥à¤¥à¤° पर पतà¥à¤¥à¤° à¤à¥€ न छूटेगा, जो ढाया न जाà¤à¤—ा।†(IN) लूका 21:7 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “हे गà¥à¤°à¥, यह सब कब होगा? और ये बातें जब पूरी होने पर होंगी, तो उस समय का कà¥à¤¯à¤¾ चिनà¥à¤¹ होगा?†(IN) लूका 21:8 उसने कहा, “सावधान रहो, कि à¤à¤°à¤®à¤¾à¤ न जाओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से मेरे नाम से आकर कहेंगे, कि मैं वही हूà¤; और यह à¤à¥€ कि समय निकट आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है: तà¥à¤® उनके पीछे न चले जाना। (IN) लूका 21:9 और जब तà¥à¤® लड़ाइयों और बलवों की चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¥‹, तो घबरा न जाना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनका पहले होना अवशà¥à¤¯ है; परनà¥à¤¤à¥ उस समय तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अनà¥à¤¤ न होगा।†(IN) लूका 21:10 ¶ तब उसने उनसे कहा, “जाति पर जाति और राजà¥à¤¯ पर राजà¥à¤¯ चढ़ाई करेगा। (IN) लूका 21:11 और बड़े-बड़े à¤à¥‚कमà¥à¤ª होंगे, और जगह-जगह अकाल और महामारियाठपड़ेंगी, और आकाश में à¤à¤¯à¤‚कर बातें और बड़े-बड़े चिनà¥à¤¹ पà¥à¤°à¤—ट होंगे। (IN) लूका 21:12 परनà¥à¤¤à¥ इन सब बातों से पहले वे मेरे नाम के कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़ेंगे, और सताà¤à¤à¤—े, और आराधनालयों में सौंपेंगे, और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डलवाà¤à¤à¤—े, और राजाओं और राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के सामने ले जाà¤à¤à¤—े। (IN) लूका 21:13 पर यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये गवाही देने का अवसर हो जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 21:14 इसलिठअपने-अपने मन में ठान रखो कि हम पहले से उतà¥à¤¤à¤° देने की चिनà¥à¤¤à¤¾ न करेंगे। (IN) लूका 21:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¤¾ बोल और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ दूà¤à¤—ा, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सब विरोधी सामना या खणà¥à¤¡à¤¨ न कर सकेंगे। (IN) लूका 21:16 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ माता-पिता और à¤à¤¾à¤ˆ और कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬, और मितà¥à¤° à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़वाà¤à¤à¤—े; यहाठतक कि तà¥à¤® में से कितनों को मरवा डालेंगे। (IN) लूका 21:17 और मेरे नाम के कारण सब लोग तà¥à¤® से बैर करेंगे। (IN) लूका 21:18 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सिर का à¤à¤• बाल à¤à¥€ बाà¤à¤•à¤¾ न होगा। (IN) लूका 21:19 “अपने धीरज से तà¥à¤® अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को बचाठरखोगे। (IN) लूका 21:20 ¶ “जब तà¥à¤® यरूशलेम को सेनाओं से घिरा हà¥à¤† देखो, तो जान लेना कि उसका उजड़ जाना निकट है। (IN) लूका 21:21 तब जो यहूदिया में हों वह पहाड़ों पर à¤à¤¾à¤— जाà¤à¤, और जो यरूशलेम के à¤à¥€à¤¤à¤° हों वे बाहर निकल जाà¤à¤; और जो गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में हो वे उसमें न जाà¤à¤à¥¤ (IN) लूका 21:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह पलटा लेने के à¤à¤¸à¥‡ दिन होंगे, जिनमें लिखी हà¥à¤ˆ सब बातें पूरी हो जाà¤à¤à¤—ी। (IN) लूका 21:23 उन दिनों में जो गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ और दूध पिलाती होंगी, उनके लिये हाय, हाय! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देश में बड़ा कà¥à¤²à¥‡à¤¶ और इन लोगों पर बड़ी आपतà¥à¤¤à¤¿ होगी। (IN) लूका 21:24 वे तलवार के कौर हो जाà¤à¤à¤—े, और सब देशों के लोगों में बनà¥à¤§à¥à¤ होकर पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जाà¤à¤à¤—े, और जब तक अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का समय पूरा न हो, तब तक यरूशलेम अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से रौंदा जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 21:25 ¶ “और सूरज और चाà¤à¤¦ और तारों में चिनà¥à¤¹ दिखाई देंगे, और पृथà¥à¤µà¥€ पर, देश-देश के लोगों को संकट होगा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे समà¥à¤¦à¥à¤° के गरजने और लहरों के कोलाहल से घबरा जाà¤à¤à¤—े। (IN) लूका 21:26 और à¤à¤¯ के कारण और संसार पर आनेवाली घटनाओं की बाà¤à¤Ÿ देखते-देखते लोगों के जी में जी न रहेगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आकाश की शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हिलाई जाà¤à¤à¤—ी। (IN) लूका 21:27 तब वे मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और बड़ी महिमा के साथ बादल पर आते देखेंगे। (IN) लूका 21:28 जब ये बातें होने लगें, तो सीधे होकर अपने सिर ऊपर उठाना; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ निकट होगा।†(IN) लूका 21:29 ¶ उसने उनसे à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥€ कहा, “अंजीर के पेड़ और सब पेड़ों को देखो। (IN) लूका 21:30 जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ही उनकी कोंपलें निकलती हैं, तो तà¥à¤® देखकर आप ही जान लेते हो, कि गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤®à¤•à¤¾à¤² निकट है। (IN) लूका 21:31 इसी रीति से जब तà¥à¤® ये बातें होते देखो, तब जान लो कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ निकट है। (IN) लूका 21:32 मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि जब तक ये सब बातें न हो लें, तब तक इस पीढ़ी का कदापि अनà¥à¤¤ न होगा। (IN) लूका 21:33 आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ टल जाà¤à¤à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ मेरी बातें कà¤à¥€ न टलेंगी। (IN) लूका 21:34 ¶ “इसलिठसावधान रहो, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन खà¥à¤®à¤¾à¤° और मतवालेपन, और इस जीवन की चिनà¥à¤¤à¤¾à¤“ं से सà¥à¤¸à¥à¤¤ हो जाà¤à¤, और वह दिन तà¥à¤® पर फंदे के समान अचानक आ पड़े। (IN) लूका 21:35 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सारी पृथà¥à¤µà¥€ के सब रहनेवालों पर इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° आ पड़ेगा। (IN) लूका 21:36 इसलिठजागते रहो और हर समय पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो कि तà¥à¤® इन सब आनेवाली घटनाओं से बचने, और मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के सामने खड़े होने के योगà¥à¤¯ बनो।†(IN) लूका 21:37 ¶ और वह दिन को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेश करता था; और रात को बाहर जाकर जैतून नाम पहाड़ पर रहा करता था। (IN) लूका 21:38 और à¤à¥‹à¤° को तड़के सब लोग उसकी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिये मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उसके पास आया करते थे। (IN) लूका 22:1 ¶ अख़मीरी रोटी का परà¥à¤µ जो फसह कहलाता है, निकट था। (IN) लूका 22:2 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ इस बात की खोज में थे कि उसको कैसे मार डालें, पर वे लोगों से डरते थे। (IN) लूका 22:3 ¶ और शैतान यहूदा में समाया, जो इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ कहलाता और बारह चेलों में गिना जाता था। (IN) लूका 22:4 उसने जाकर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पहरà¥à¤“ं के सरदारों के साथ बातचीत की, कि उसको किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उनके हाथ पकड़वाà¤à¥¤ (IN) लूका 22:5 वे आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤, और उसे रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ देने का वचन दिया। (IN) लूका 22:6 उसने मान लिया, और अवसर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगा, कि बिना उपदà¥à¤°à¤µ के उसे उनके हाथ पकड़वा दे। (IN) लूका 22:7 ¶ तब अख़मीरी रोटी के परà¥à¤µ का दिन आया, जिसमें फसह का मेमà¥â€à¤¨à¤¾ बलि करना अवशà¥à¤¯ था। (IN) लूका 22:8 और यीशॠने पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को यह कहकर à¤à¥‡à¤œà¤¾, “जाकर हमारे खाने के लिये फसह तैयार करो।†(IN) लूका 22:9 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “तू कहाठचाहता है, कि हम तैयार करें?†(IN) लूका 22:10 उसने उनसे कहा, “देखो, नगर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते ही à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ जल का घड़ा उठाठहà¥à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलेगा, जिस घर में वह जाà¤; तà¥à¤® उसके पीछे चले जाना, (IN) लूका 22:11 और उस घर के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से कहो, ‘गà¥à¤°à¥ तà¥à¤ से कहता है; कि वह पाहà¥à¤¨à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ कहाठहै जिसमें मैं अपने चेलों के साथ फसह खाऊà¤?’ (IN) लूका 22:12 वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• सजी-सजाई बड़ी अटारी दिखा देगा; वहाठतैयारी करना। (IN) लूका 22:13 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाकर, जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया, और फसह तैयार किया। (IN) लूका 22:14 ¶ जब घड़ी पहà¥à¤à¤šà¥€, तो वह पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा। (IN) लूका 22:15 और उसने उनसे कहा, “मà¥à¤à¥‡ बड़ी लालसा थी, कि दà¥à¤ƒà¤–-à¤à¥‹à¤—ने से पहले यह फसह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ खाऊà¤à¥¤ (IN) लूका 22:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जब तक वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पूरा न हो तब तक मैं उसे कà¤à¥€ न खाऊà¤à¤—ा।†(IN) लूका 22:17 तब उसने कटोरा लेकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया और कहा, “इसको लो और आपस में बाà¤à¤Ÿ लो। (IN) लूका 22:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि जब तक परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ न आठतब तक मैं दाखरस अब से कà¤à¥€ न पीऊà¤à¤—ा।†(IN) लूका 22:19 फिर उसने रोटी ली, और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके तोड़ी, और उनको यह कहते हà¥à¤ दी, “यह मेरी देह है, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये दी जाती है: मेरे सà¥à¤®à¤°à¤£ के लिये यही किया करो।†(IN) लूका 22:20 इसी रीति से उसने à¤à¥‹à¤œà¤¨ के बाद कटोरा à¤à¥€ यह कहते हà¥à¤ दिया, “यह कटोरा मेरे उस लहू में जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बहाया जाता है नई वाचा है। (IN) लूका 22:21 पर देखो, मेरे पकड़वानेवाले का हाथ मेरे साथ मेज पर है। (IN) लूका 22:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तो जैसा उसके लिये ठहराया गया, जाता ही है, पर हाय उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वह पकड़वाया जाता है!†(IN) लूका 22:23 तब वे आपस में पूछ-ताछ करने लगे, “हम में से कौन है, जो यह काम करेगा?†(IN) लूका 22:24 ¶ उनमें यह वाद-विवाद à¤à¥€ हà¥à¤†; कि हम में से कौन बड़ा समà¤à¤¾ जाता है? (IN) लूका 22:25 उसने उनसे कहा, “अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के राजा उन पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ करते हैं; और जो उन पर अधिकार रखते हैं, वे उपकारक कहलाते हैं। (IN) लूका 22:26 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® à¤à¤¸à¥‡ न होना; वरनॠजो तà¥à¤® में बड़ा है, वह छोटे के समान और जो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ है, वह सेवक के समान बने। (IN) लूका 22:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बड़ा कौन है; वह जो à¤à¥‹à¤œà¤¨ पर बैठा या वह जो सेवा करता है? कà¥à¤¯à¤¾ वह नहीं जो à¤à¥‹à¤œà¤¨ पर बैठा है? पर मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में सेवक के समान हूà¤à¥¤ (IN) लूका 22:28 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® वह हो, जो मेरी परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में लगातार मेरे साथ रहे; (IN) लूका 22:29 और जैसे मेरे पिता ने मेरे लिये à¤à¤• राजà¥à¤¯ ठहराया है, वैसे ही मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये ठहराता हूà¤à¥¤ (IN) लूका 22:30 ताकि तà¥à¤® मेरे राजà¥à¤¯ में मेरी मेज पर खाओ-पीओ; वरनॠसिंहासनों पर बैठकर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के बारह गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करो। (IN) लूका 22:31 ¶ “शमौन, हे शमौन, शैतान ने तà¥à¤® लोगों को माà¤à¤— लिया है कि गेहूठके समान फटके। (IN) लूका 22:32 परनà¥à¤¤à¥ मैंने तेरे लिये विनती की, कि तेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जाता न रहे और जब तू फिरे, तो अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को सà¥à¤¥à¤¿à¤° करना।†(IN) लूका 22:33 उसने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं तेरे साथ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह जाने, वरनॠमरने को à¤à¥€ तैयार हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 22:34 उसने कहा, “हे पतरस मैं तà¥à¤ से कहता हूà¤, कि आज मà¥à¤°à¥à¤—ा बाà¤à¤— देगा जब तक तू तीन बार मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° न कर लेगा कि मैं उसे नहीं जानता।†(IN) लूका 22:35 ¶ और उसने उनसे कहा, “जब मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बटà¥à¤, और à¤à¥‹à¤²à¥€, और जूते बिना à¤à¥‡à¤œà¤¾ था, तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® को किसी वसà¥à¤¤à¥ की घटी हà¥à¤ˆ थी?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “किसी वसà¥à¤¤à¥ की नहीं।†(IN) लूका 22:36 उसने उनसे कहा, “परनà¥à¤¤à¥ अब जिसके पास बटà¥à¤† हो वह उसे ले, और वैसे ही à¤à¥‹à¤²à¥€ à¤à¥€, और जिसके पास तलवार न हो वह अपने कपड़े बेचकर à¤à¤• मोल ले। (IN) लूका 22:37 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि यह जो लिखा है, ‘वह अपराधी के साथ गिना गया,’ उसका मà¥à¤ में पूरा होना अवशà¥à¤¯ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे विषय की बातें पूरी होने पर हैं।†(IN) लूका 22:38 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, देख, यहाठदो तलवारें हैं।†उसने उनसे कहा, “बहà¥à¤¤ हैं।†(IN) लूका 22:39 ¶ तब वह बाहर निकलकर अपनी रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जैतून के पहाड़ पर गया, और चेले उसके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) लूका 22:40 उस जगह पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° उसने उनसे कहा, “पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो, कि तà¥à¤® परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ो।†(IN) लूका 22:41 और वह आप उनसे अलग à¤à¤• ढेला फेंकने की दूरी à¤à¤° गया, और घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा। (IN) लूका 22:42 “हे पिता यदि तू चाहे तो इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले, फिर à¤à¥€ मेरी नहीं परनà¥à¤¤à¥ तेरी ही इचà¥à¤›à¤¾ पूरी हो।†(IN) लूका 22:43 तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से à¤à¤• दूत उसको दिखाई दिया जो उसे सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ देता था। (IN) लूका 22:44 और वह अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ संकट में वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² होकर और à¤à¥€ हारà¥à¤¦à¤¿à¤• वेदना से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने लगा; और उसका पसीना मानो लहू की बड़ी-बड़ी बूà¤à¤¦à¥‹à¤‚ के समान à¤à¥‚मि पर गिर रहा था। (IN) लूका 22:45 तब वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ से उठा और अपने चेलों के पास आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उदासी के मारे सोता पाया। (IN) लूका 22:46 और उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सोते हो? उठो, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो, कि परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ो।†(IN) लूका 22:47 ¶ वह यह कह ही रहा था, कि देखो à¤à¤• à¤à¥€à¤¡à¤¼ आई, और उन बारहों में से à¤à¤• जिसका नाम यहूदा था उनके आगे-आगे आ रहा था, वह यीशॠके पास आया, कि उसे चूम ले। (IN) लूका 22:48 यीशॠने उससे कहा, “हे यहूदा, कà¥à¤¯à¤¾ तू चूमा लेकर मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को पकड़वाता है?†(IN) लूका 22:49 उसके साथियों ने जब देखा कि कà¥à¤¯à¤¾ होनेवाला है, तो कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ हम तलवार चलाà¤à¤?†(IN) लूका 22:50 और उनमें से à¤à¤• ने महायाजक के दास पर तलवार चलाकर उसका दाहिना कान काट दिया। (IN) लूका 22:51 इस पर यीशॠने कहा, “अब बस करो।†और उसका कान छूकर उसे अचà¥à¤›à¤¾ किया। (IN) लूका 22:52 तब यीशॠने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के पहरà¥à¤“ं के सरदारों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ से, जो उस पर चढ़ आठथे, कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ डाकू जानकर तलवारें और लाठियाठलिठहà¥à¤ निकले हो? (IN) लूका 22:53 जब मैं मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में हर दिन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ था, तो तà¥à¤® ने मà¥à¤ पर हाथ न डाला; पर यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ घड़ी है, और अंधकार का अधिकार है।†(IN) लूका 22:54 ¶ फिर वे उसे पकड़कर ले चले, और महायाजक के घर में लाठऔर पतरस दूर ही दूर उसके पीछे-पीछे चलता था। (IN) लूका 22:55 और जब वे आà¤à¤—न में आग सà¥à¤²à¤—ाकर इकटà¥à¤ े बैठे, तो पतरस à¤à¥€ उनके बीच में बैठगया। (IN) लूका 22:56 और à¤à¤• दासी उसे आग के उजियाले में बैठे देखकर और उसकी ओर ताक कर कहने लगी, “यह à¤à¥€ तो उसके साथ था।†(IN) लूका 22:57 परनà¥à¤¤à¥ उसने यह कहकर इनà¥à¤•à¤¾à¤° किया, “हे नारी, मैं उसे नहीं जानता।†(IN) लूका 22:58 थोड़ी देर बाद किसी और ने उसे देखकर कहा, “तू à¤à¥€ तो उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से है।†पतरस ने कहा, “हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, मैं नहीं हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 22:59 कोई घंटे à¤à¤° के बाद à¤à¤• और मनà¥à¤·à¥à¤¯ दृढ़ता से कहने लगा, “निशà¥à¤šà¤¯ यह à¤à¥€ तो उसके साथ था; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह गलीली है।†(IN) लूका 22:60 पतरस ने कहा, “हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, मैं नहीं जानता कि तू कà¥à¤¯à¤¾ कहता है?†वह कह ही रहा था कि तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मà¥à¤°à¥à¤—े ने बाà¤à¤— दी। (IN) लूका 22:61 तब पà¥à¤°à¤à¥ ने घूमकर पतरस की ओर देखा, और पतरस को पà¥à¤°à¤à¥ की वह बात याद आई जो उसने कही थी, “आज मà¥à¤°à¥à¤—े के बाà¤à¤— देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° करेगा।†(IN) लूका 22:62 और वह बाहर निकलकर फूट-फूट कर रोने लगा। (IN) लूका 22:63 ¶ जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ यीशॠको पकड़े हà¥à¤ थे, वे उसका उपहास करके पीटने लगे; (IN) लूका 22:64 और उसकी आà¤à¤–ें ढाà¤à¤ªà¤•à¤° उससे पूछा, “à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करके बता कि तà¥à¤à¥‡ किसने मारा।†(IN) लूका 22:65 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बहà¥à¤¤ सी और à¤à¥€ निनà¥à¤¦à¤¾ की बातें उसके विरोध में कहीं। (IN) लूका 22:66 ¶ जब दिन हà¥à¤† तो लोगों के पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ इकटà¥à¤ े हà¥à¤, और उसे अपनी महासà¤à¤¾ में लाकर पूछा, (IN) लूका 22:67 “यदि तू मसीह है, तो हम से कह दे!†उसने उनसे कहा, “यदि मैं तà¥à¤® से कहूठतो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करोगे। (IN) लूका 22:68 और यदि पूछूà¤, तो उतà¥à¤¤à¤° न दोगे। (IN) लूका 22:69 परनà¥à¤¤à¥ अब से मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° की दाहिनी ओर बैठा रहेगा।†(IN) लूका 22:70 इस पर सब ने कहा, “तो कà¥à¤¯à¤¾ तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है?†उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® आप ही कहते हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 22:71 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “अब हमें गवाही की कà¥à¤¯à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने आप ही उसके मà¥à¤à¤¹ से सà¥à¤¨ लिया है।†(IN) लूका 23:1 ¶ तब सारी सà¤à¤¾ उठकर यीशॠको पिलातà¥à¤¸ के पास ले गई। (IN) लूका 23:2 और वे यह कहकर उस पर दोष लगाने लगे, “हमने इसे लोगों को बहकाते और कैसर को कर देने से मना करते, और अपने आप को मसीह, राजा कहते हà¥à¤ सà¥à¤¨à¤¾ है।†(IN) लूका 23:3 पिलातà¥à¤¸ ने उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यहूदियों का राजा है?†उसने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू आप ही कह रहा है।†(IN) लूका 23:4 तब पिलातà¥à¤¸ ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ में कà¥à¤› दोष नहीं पाता।†(IN) लूका 23:5 पर वे और à¤à¥€ दृढ़ता से कहने लगे, “यह गलील से लेकर यहाठतक सारे यहूदिया में उपदेश दे देकर लोगों को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¤à¤¾ है।†(IN) लूका 23:6 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° पिलातà¥à¤¸ ने पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ गलीली है?†(IN) लूका 23:7 और यह जानकर कि वह हेरोदेस की रियासत का है, उसे हेरोदेस के पास à¤à¥‡à¤œ दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन दिनों में वह à¤à¥€ यरूशलेम में था। (IN) लूका 23:8 ¶ हेरोदेस यीशॠको देखकर बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बहà¥à¤¤ दिनों से उसको देखना चाहता था : इसलिठकि उसके विषय में सà¥à¤¨à¤¾ था, और उसका कà¥à¤› चिनà¥à¤¹ देखने की आशा रखता था। (IN) लूका 23:9 वह उससे बहà¥à¤¤ सारी बातें पूछता रहा, पर उसने उसको कà¥à¤› à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤° न दिया। (IN) लूका 23:10 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ खड़े हà¥à¤ तन मन से उस पर दोष लगाते रहे। (IN) लूका 23:11 तब हेरोदेस ने अपने सिपाहियों के साथ उसका अपमान करके उपहास किया, और à¤à¤¡à¤¼à¤•à¥€à¤²à¤¾ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनाकर उसे पिलातà¥à¤¸ के पास लौटा दिया। (IN) लूका 23:12 उसी दिन पिलातà¥à¤¸ और हेरोदेस मितà¥à¤° हो गà¤à¥¤ इसके पहले वे à¤à¤• दूसरे के बैरी थे। (IN) लूका 23:13 ¶ पिलातà¥à¤¸ ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और सरदारों और लोगों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनसे कहा, (IN) लूका 23:14 “तà¥à¤® इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को लोगों का बहकानेवाला ठहराकर मेरे पास लाठहो, और देखो, मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने उसकी जाà¤à¤š की, पर जिन बातों का तà¥à¤® उस पर दोष लगाते हो, उन बातों के विषय में मैंने उसमें कà¥à¤› à¤à¥€ दोष नहीं पाया है; (IN) लूका 23:15 न हेरोदेस ने, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने उसे हमारे पास लौटा दिया है: और देखो, उससे à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› नहीं हà¥à¤† कि वह मृतà¥à¤¯à¥ के दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ ठहराया जाà¤à¥¤ (IN) लूका 23:16 इसलिठमैं उसे पिटवाकर छोड़ देता हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 23:17 पिलातà¥à¤¸ परà¥à¤µ के समय उनके लिठà¤à¤• बनà¥à¤¦à¥€ को छोड़ने पर विवश था। (IN) लूका 23:18 तब सब मिलकर चिलà¥à¤²à¤¾ उठे, “इसका काम तमाम कर, और हमारे लिये बरअबà¥à¤¬à¤¾ को छोड़ दे।†(IN) लूका 23:19 वह किसी बलवे के कारण जो नगर में हà¥à¤† था, और हतà¥à¤¯à¤¾ के कारण बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाला गया था। (IN) लूका 23:20 पर पिलातà¥à¤¸ ने यीशॠको छोड़ने की इचà¥à¤›à¤¾ से लोगों को फिर समà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) लूका 23:21 परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा, कà¥à¤°à¥‚स पर!†(IN) लूका 23:22 उसने तीसरी बार उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उसने कौन सी बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की है? मैंने उसमें मृतà¥à¤¯à¥ दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ कोई बात नहीं पाई! इसलिठमैं उसे पिटवाकर छोड़ देता हूà¤à¥¤â€ (IN) लूका 23:23 परनà¥à¤¤à¥ वे चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पीछे पड़ गà¤, कि वह कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤, और उनका चिलà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤² हà¥à¤†à¥¤ (IN) लूका 23:24 अतः पिलातà¥à¤¸ ने आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि उनकी विनती के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° किया जाà¤à¥¤ (IN) लूका 23:25 और उसने उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जो बलवे और हतà¥à¤¯à¤¾ के कारण बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाला गया था, और जिसे वे माà¤à¤—ते थे, छोड़ दिया; और यीशॠको उनकी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सौंप दिया। (IN) लूका 23:26 ¶ जब वे उसे लिठजा रहे थे, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शमौन नाम à¤à¤• कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ को जो गाà¤à¤µ से आ रहा था, पकड़कर उस पर कà¥à¤°à¥‚स को लाद दिया कि उसे यीशॠके पीछे-पीछे ले चले। (IN) लूका 23:27 और लोगों की बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली: और बहà¥à¤¤ सारी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€, जो उसके लिये छाती-पीटती और विलाप करती थीं। (IN) लूका 23:28 यीशॠने उनकी ओर फिरकर कहा, “हे यरूशलेम की पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, मेरे लिये मत रोओ; परनà¥à¤¤à¥ अपने और अपने बालकों के लिये रोओ। (IN) लूका 23:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे दिन आते हैं, जिनमें लोग कहेंगे, ‘धनà¥à¤¯ हैं वे जो बाà¤à¤ हैं, और वे गरà¥à¤ जो न जने और वे सà¥à¤¤à¤¨ जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दूध न पिलाया।’ (IN) लूका 23:30 उस समय (IN) लूका 23:31 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब वे हरे पेड़ के साथ à¤à¤¸à¤¾ करते हैं, तो सूखे के साथ कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤› न किया जाà¤à¤—ा?†(IN) लूका 23:32 वे और दो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ जो कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ थे उसके साथ मार डालने को ले चले। (IN) लूका 23:33 जब वे उस जगह जिसे खोपड़ी कहते हैं पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वहाठउसे और उन कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ à¤à¤• को दाहिनी और दूसरे को बाईं और कà¥à¤°à¥‚सों पर चढ़ाया। (IN) लूका 23:34 तब यीशॠने कहा, “हे पिता, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये जानते नहीं कि कà¥à¤¯à¤¾ कर रहें हैं?†और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चिटà¥à¤ ियाठडालकर उसके कपड़े बाà¤à¤Ÿ लिà¤à¥¤ (IN) लूका 23:35 ¶ लोग खड़े-खड़े देख रहे थे, और सरदार à¤à¥€ उपहास कर-करके कहते थे, “इसने औरों को बचाया, यदि यह परमेशà¥â€à¤µà¤° का मसीह है, और उसका चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† है, तो अपने आप को बचा ले।†(IN) लूका 23:36 सिपाही à¤à¥€ पास आकर और सिरका देकर उसका उपहास करके कहते थे। (IN) लूका 23:37 “यदि तू यहूदियों का राजा है, तो अपने आप को बचा!†(IN) लूका 23:38 और उसके ऊपर à¤à¤• दोष पतà¥à¤° à¤à¥€ लगा था : “यह यहूदियों का राजा है।†(IN) लूका 23:39 ¶ जो कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ लटकाठगठथे, उनमें से à¤à¤• ने उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ करके कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू मसीह नहीं? तो फिर अपने आप को और हमें बचा!†(IN) लूका 23:40 इस पर दूसरे ने उसे डाà¤à¤Ÿà¤•à¤° कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू परमेशà¥â€à¤µà¤° से à¤à¥€ नहीं डरता? तू à¤à¥€ तो वही दणà¥à¤¡ पा रहा है, (IN) लूका 23:41 और हम तो नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° दणà¥à¤¡ पा रहे हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम अपने कामों का ठीक फल पा रहे हैं; पर इसने कोई अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ काम नहीं किया।†(IN) लूका 23:42 तब उसने कहा, “हे यीशà¥, जब तू अपने राजà¥à¤¯ में आà¤, तो मेरी सà¥à¤§à¤¿ लेना।†(IN) लूका 23:43 उसने उससे कहा, “मैं तà¥à¤ से सच कहता हूठकि आज ही तू मेरे साथ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—लोक में होगा।†(IN) लूका 23:44 ¶ और लगà¤à¤— दोपहर से तीसरे पहर तक सारे देश में अंधियारा छाया रहा, (IN) लूका 23:45 और सूरà¥à¤¯ का उजियाला जाता रहा, और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का परदा बीच से फट गया, (IN) लूका 23:46 और यीशॠने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “हे पिता, मैं अपनी आतà¥à¤®à¤¾ तेरे हाथों में सौंपता हूà¤à¥¤â€ और यह कहकर पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ दिà¤à¥¤ (IN) लूका 23:47 सूबेदार ने, जो कà¥à¤› हà¥à¤† था देखकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई की, और कहा, “निशà¥à¤šà¤¯ यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ धरà¥à¤®à¥€ था।†(IN) लूका 23:48 और à¤à¥€à¤¡à¤¼ जो यह देखने को इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆ थी, इस घटना को देखकर छाती पीटती हà¥à¤ˆ लौट गई। (IN) लूका 23:49 और उसके सब जान-पहचान, और जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ गलील से उसके साथ आई थीं, दूर खड़ी हà¥à¤ˆ यह सब देख रही थीं। (IN) लूका 23:50 ¶ और वहाà¤, यूसà¥à¤« नामक महासà¤à¤¾ का à¤à¤• सदसà¥à¤¯ था, जो सजà¥à¤œà¤¨ और धरà¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· था। (IN) लूका 23:51 और उनके विचार और उनके इस काम से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ न था; और वह यहूदियों के नगर अरिमतियाह का रहनेवाला और परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करनेवाला था। (IN) लूका 23:52 उसने पिलातà¥à¤¸ के पास जाकर यीशॠका शव माà¤à¤—ा, (IN) लूका 23:53 और उसे उतारकर मलमल की चादर में लपेटा, और à¤à¤• कबà¥à¤° में रखा, जो चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ में खोदी हà¥à¤ˆ थी; और उसमें कोई कà¤à¥€ न रखा गया था। (IN) लूका 23:54 वह तैयारी का दिन था, और सबà¥à¤¤ का दिन आरमà¥à¤ होने पर था। (IN) लूका 23:55 और उन सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने जो उसके साथ गलील से आई थीं, पीछे-पीछे, जाकर उस कबà¥à¤° को देखा और यह à¤à¥€ कि उसका शव किस रीति से रखा गया हैं। (IN) लूका 23:56 और लौटकर सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ और इतà¥à¤° तैयार किया; और सबà¥à¤¤ के दिन तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° विशà¥à¤°à¤¾à¤® किया। (IN) लूका 24:1 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन बड़े à¤à¥‹à¤° को वे उन सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तैयार की थी, लेकर कबà¥à¤° पर आईं। (IN) लूका 24:2 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतà¥à¤¥à¤° को कबà¥à¤° पर से लà¥à¤¢à¤¼à¤•à¤¾ हà¥à¤† पाया, (IN) लूका 24:3 और à¤à¥€à¤¤à¤° जाकर पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका शव न पाया। (IN) लूका 24:4 जब वे इस बात से à¤à¥Œà¤šà¤•à¥à¤•à¥€ हो रही थीं तब, दो पà¥à¤°à¥à¤· à¤à¤²à¤•à¤¤à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ उनके पास आ खड़े हà¥à¤à¥¤ (IN) लूका 24:5 जब वे डर गईं, और धरती की ओर मà¥à¤à¤¹ à¤à¥à¤•à¤¾à¤ रहीं; तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनसे कहा, “तà¥à¤® जीविते को मरे हà¥à¤“ं में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ हो? (IN) लूका 24:6 वह यहाठनहीं, परनà¥à¤¤à¥ जी उठा है। सà¥à¤®à¤°à¤£ करो कि उसने गलील में रहते हà¥à¤ तà¥à¤® से कहा था, (IN) लूका 24:7 ‘अवशà¥à¤¯ है, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° पापियों के हाथ में पकड़वाया जाà¤, और कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤, और तीसरे दिन जी उठे’।†(IN) लूका 24:8 तब उसकी बातें उनको सà¥à¤®à¤°à¤£ आईं, (IN) लूका 24:9 और कबà¥à¤° से लौटकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ को, और अनà¥à¤¯ सब को, ये सब बातें कह सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆà¥¤ (IN) लूका 24:10 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ से ये बातें कहीं, वे मरियम मगदलीनी और योअनà¥à¤¨à¤¾ और याकूब की माता मरियम और उनके साथ की अनà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ थीं। (IN) लूका 24:11 परनà¥à¤¤à¥ उनकी बातें उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कहानी के समान लगी और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया। (IN) लूका 24:12 तब पतरस उठकर कबà¥à¤° पर दौड़ा गया, और à¤à¥à¤•à¤•à¤° केवल कपड़े पड़े देखे, और जो हà¥à¤† था, उससे अचमà¥à¤à¤¾ करता हà¥à¤†, अपने घर चला गया। (IN) लूका 24:13 ¶ उसी दिन उनमें से दो जन इमà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤¸ नामक à¤à¤• गाà¤à¤µ को जा रहे थे, जो यरूशलेम से कोई सात मील की दूरी पर था। (IN) लूका 24:14 और वे इन सब बातों पर जो हà¥à¤ˆà¤‚ थीं, आपस में बातचीत करते जा रहे थे। (IN) लूका 24:15 और जब वे आपस में बातचीत और पूछ-ताछ कर रहे थे, तो यीशॠआप पास आकर उनके साथ हो लिया। (IN) लूका 24:16 परनà¥à¤¤à¥ उनकी आà¤à¤–ें à¤à¤¸à¥€ बनà¥à¤¦ कर दी गईं थी, कि उसे पहचान न सके। (IN) लूका 24:17 उसने उनसे पूछा, “ये कà¥à¤¯à¤¾ बातें हैं, जो तà¥à¤® चलते-चलते आपस में करते हो?†वे उदास से खड़े रह गà¤à¥¤ (IN) लूका 24:18 यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, उनमें से कà¥à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤ªà¤¾à¤¸ नामक à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यरूशलेम में अकेला परदेशी है; जो नहीं जानता, कि इन दिनों में उसमें कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† है?†(IN) लूका 24:19 उसने उनसे पूछा, “कौन सी बातें?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “यीशॠनासरी के विषय में जो परमेशà¥â€à¤µà¤° और सब लोगों के निकट काम और वचन में सामरà¥à¤¥à¥€ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ था। (IN) लूका 24:20 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और हमारे सरदारों ने उसे पकड़वा दिया, कि उस पर मृतà¥à¤¯à¥ की आजà¥à¤žà¤¾ दी जाà¤; और उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़वाया। (IN) लूका 24:21 परनà¥à¤¤à¥ हमें आशा थी, कि यही इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² को छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ देगा, और इन सब बातों के सिवाय इस घटना को हà¥à¤ तीसरा दिन है। (IN) लूका 24:22 और हम में से कई सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ हमें आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ में डाल दिया है, जो à¤à¥‹à¤° को कबà¥à¤° पर गई थीं। (IN) लूका 24:23 और जब उसका शव न पाया, तो यह कहती हà¥à¤ˆ आईं, कि हमने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों का दरà¥à¤¶à¤¨ पाया, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वह जीवित है। (IN) लूका 24:24 तब हमारे साथियों में से कई à¤à¤• कबà¥à¤° पर गà¤, और जैसा सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने कहा था, वैसा ही पाया; परनà¥à¤¤à¥ उसको न देखा।†(IN) लूका 24:25 तब उसने उनसे कहा, “हे निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की सब बातों पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने में मनà¥à¤¦à¤®à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚! (IN) लूका 24:26 कà¥à¤¯à¤¾ अवशà¥à¤¯ न था, कि मसीह ये दà¥à¤ƒà¤– उठाकर अपनी महिमा में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करे?†(IN) लूका 24:27 तब उसने मूसा से और सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं से आरमà¥à¤ करके सारे पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में से, अपने विषय में की बातों का अरà¥à¤¥, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾ दिया। (IN) लूका 24:28 ¶ इतने में वे उस गाà¤à¤µ के पास पहà¥à¤à¤šà¥‡, जहाठवे जा रहे थे, और उसके ढंग से à¤à¤¸à¤¾ जान पड़ा, कि वह आगे बढ़ना चाहता है। (IN) लूका 24:29 परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह कहकर उसे रोका, “हमारे साथ रह; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि संधà¥à¤¯à¤¾ हो चली है और दिन अब बहà¥à¤¤ ढल गया है।†तब वह उनके साथ रहने के लिये à¤à¥€à¤¤à¤° गया। (IN) लूका 24:30 जब वह उनके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने बैठा, तो उसने रोटी लेकर धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और उसे तोड़कर उनको देने लगा। (IN) लूका 24:31 तब उनकी आà¤à¤–ें खà¥à¤² गईं; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पहचान लिया, और वह उनकी आà¤à¤–ों से छिप गया। (IN) लूका 24:32 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आपस में कहा, “जब वह मारà¥à¤— में हम से बातें करता था, और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का अरà¥à¤¥ हमें समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ था, तो कà¥à¤¯à¤¾ हमारे मन में उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ न उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤ˆ?†(IN) लूका 24:33 वे उसी घड़ी उठकर यरूशलेम को लौट गà¤, और उन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ और उनके साथियों को इकटà¥à¤ े पाया। (IN) लूका 24:34 वे कहते थे, “पà¥à¤°à¤à¥ सचमà¥à¤š जी उठा है, और शमौन को दिखाई दिया है।†(IN) लूका 24:35 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मारà¥à¤— की बातें उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता दीं और यह à¤à¥€ कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे रोटी तोड़ते समय कैसे पहचाना। (IN) लूका 24:36 ¶ वे ये बातें कह ही रहे थे, कि वह आप ही उनके बीच में आ खड़ा हà¥à¤†; और उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ मिले।†(IN) लूका 24:37 परनà¥à¤¤à¥ वे घबरा गà¤, और डर गà¤, और समà¤à¥‡, कि हम किसी à¤à¥‚त को देख रहे हैं। (IN) लूका 24:38 उसने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ घबराते हो? और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ उठते हैं? (IN) लूका 24:39 मेरे हाथ और मेरे पाà¤à¤µ को देखो, कि मैं वहीं हूà¤; मà¥à¤à¥‡ छूकर देखो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आतà¥à¤®à¤¾ के हडà¥à¤¡à¥€ माà¤à¤¸ नहीं होता जैसा मà¥à¤ में देखते हो।†(IN) लूका 24:40 ¶ यह कहकर उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने हाथ पाà¤à¤µ दिखाà¤à¥¤ (IN) लूका 24:41 जब आननà¥à¤¦ के मारे उनको विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं हो रहा था, और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ करते थे, तो उसने उनसे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ यहाठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› à¤à¥‹à¤œà¤¨ है?†(IN) लूका 24:42 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे à¤à¥à¤¨à¥€ मछली का टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ दिया। (IN) लूका 24:43 उसने लेकर उनके सामने खाया। (IN) लूका 24:44 फिर उसने उनसे कहा, “ये मेरी वे बातें हैं, जो मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहते हà¥à¤, तà¥à¤® से कही थीं, कि अवशà¥à¤¯ है, कि जितनी बातें मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में, मेरे विषय में लिखी हैं, सब पूरी हों।†(IN) लूका 24:45 तब उसने पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° समà¤à¤¨à¥‡ के लिये उनकी समठखोल दी। (IN) लूका 24:46 और उनसे कहा, “यह लिखा है कि मसीह दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤à¤—ा, और तीसरे दिन मरे हà¥à¤“ं में से जी उठेगा, (IN) लूका 24:47 और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°, उसी के नाम से किया जाà¤à¤—ा। (IN) लूका 24:48 तà¥à¤® इन सब बातें के गवाह हो। (IN) लूका 24:49 और जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ मेरे पिता ने की है, मैं उसको तà¥à¤® पर उतारूà¤à¤—ा और जब तक सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ न पाओ, तब तक तà¥à¤® इसी नगर में ठहरे रहो।†(IN) लूका 24:50 ¶ तब वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ तक बाहर ले गया, और अपने हाथ उठाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशीष दी; (IN) लूका 24:51 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशीष देते हà¥à¤ वह उनसे अलग हो गया और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर उठा लिया गया। (IN) लूका 24:52 और वे उसको दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करके बड़े आननà¥à¤¦ से यरूशलेम को लौट गà¤à¥¤ (IN) लूका 24:53 और वे लगातार मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ किया करते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:1 ¶ आदि में वचन था, और वचन परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ था, और वचन परमेशà¥â€à¤µà¤° था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:2 यही आदि में परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:3 सब कà¥à¤› उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† और जो कà¥à¤› उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† है, उसमें से कोई à¤à¥€ वसà¥à¤¤à¥ उसके बिना उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ न हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:4 उसमें जीवन था; और वह जीवन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:5 और जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ अंधकार में चमकती है; और अंधकार ने उसे गà¥à¤°à¤¹à¤£ न किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:6 à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से à¤à¥‡à¤œà¤¾ हà¥à¤†, जिसका नाम यूहनà¥à¤¨à¤¾ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:7 यह गवाही देने आया, कि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की गवाही दे, ताकि सब उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ लाà¤à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:8 वह आप तो वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ न था, परनà¥à¤¤à¥ उस जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की गवाही देने के लिये आया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:9 सचà¥à¤šà¥€ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ जो हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करती है, जगत में आनेवाली थी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:10 वह जगत में था, और जगत उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, और जगत ने उसे नहीं पहचाना। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:11 वह अपने घर में आया और उसके अपनों ने उसे गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:12 परनà¥à¤¤à¥ जितनों ने उसे गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया, उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ होने का अधिकार दिया, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो उसके नाम पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हैं (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:13 वे न तो लहू से, न शरीर की इचà¥à¤›à¤¾ से, न मनà¥à¤·à¥à¤¯ की इचà¥à¤›à¤¾ से, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤ हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:14 और वचन देहधारी हà¥à¤†; और अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से परिपूरà¥à¤£ होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हमने उसकी à¤à¤¸à¥€ महिमा देखी, जैसी पिता के à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¥‡ की महिमा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:15 यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उसके विषय में गवाही दी, और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “यह वही है, जिसका मैंने वरà¥à¤£à¤¨ किया, कि जो मेरे बाद आ रहा है, वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ बढ़कर है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले था।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी परिपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ से हम सब ने पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:17 इसलिठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तो मूसा के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई, परनà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पहà¥à¤à¤šà¥€à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:18 परमेशà¥â€à¤µà¤° को किसी ने कà¤à¥€ नहीं देखा, à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° जो पिता की गोद में हैं, उसी ने उसे पà¥à¤°à¤—ट किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:19 ¶ यूहनà¥à¤¨à¤¾ की गवाही यह है, कि जब यहूदियों ने यरूशलेम से याजकों और लेवियों को उससे यह पूछने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾, “तू कौन है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:20 तो उसने यह मान लिया, और इनà¥à¤•à¤¾à¤° नहीं किया, परनà¥à¤¤à¥ मान लिया “मैं मसीह नहीं हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:21 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “तो फिर कौन है? कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ है?†उसने कहा, “मैं नहीं हूà¤à¥¤â€ “तो कà¥à¤¯à¤¾ तू वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ है?†उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:22 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “फिर तू है कौन? ताकि हम अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ को उतà¥à¤¤à¤° दें। तू अपने विषय में कà¥à¤¯à¤¾ कहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:23 उसने कहा, “जैसा यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा है, ‘मैं जंगल में à¤à¤• पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ का शबà¥à¤¦ हूठकि तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ का मारà¥à¤— सीधा करो’।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:24 ये फरीसियों की ओर से à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:25 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे यह पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पूछा, “यदि तू न मसीह है, और न à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹, और न वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ है, तो फिर बपतिसà¥à¤®à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ देता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:26 यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तो जल से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ खड़ा है, जिसे तà¥à¤® नहीं जानते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:27 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मेरे बाद आनेवाला है, जिसकी जूती का फीता मैं खोलने के योगà¥à¤¯ नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:28 ये बातें यरदन के पार बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ में हà¥à¤ˆ, जहाठयूहनà¥à¤¨à¤¾ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:29 ¶ दूसरे दिन उसने यीशॠको अपनी ओर आते देखकर कहा, “देखो, यह परमेशà¥â€à¤µà¤° का मेमà¥â€à¤¨à¤¾ है, जो जगत के पाप हरता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:30 यह वही है, जिसके विषय में मैंने कहा था, कि à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· मेरे पीछे आता है, जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:31 और मैं तो उसे पहचानता न था, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठमैं जल से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता हà¥à¤† आया, कि वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:32 और यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने यह गवाही दी, “मैंने आतà¥à¤®à¤¾ को कबूतर के रूप में आकाश से उतरते देखा है, और वह उस पर ठहर गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:33 और मैं तो उसे पहचानता नहीं था, परनà¥à¤¤à¥ जिस ने मà¥à¤à¥‡ जल से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देने को à¤à¥‡à¤œà¤¾, उसी ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘जिस पर तू आतà¥à¤®à¤¾ को उतरते और ठहरते देखे; वही पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ देनेवाला है।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:34 और मैंने देखा, और गवाही दी है कि यही परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:35 ¶ दूसरे दिन फिर यूहनà¥à¤¨à¤¾ और उसके चेलों में से दो जन खड़े हà¥à¤ थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:36 और उसने यीशॠपर जो जा रहा था, दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके कहा, “देखो, यह परमेशà¥â€à¤µà¤° का मेमà¥â€à¤¨à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:37 तब वे दोनों चेले उसकी सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠके पीछे हो लिà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:38 यीशॠने मà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° और उनको पीछे आते देखकर उनसे कहा, “तà¥à¤® किस की खोज में हो?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, (अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हे गà¥à¤°à¥), तू कहाठरहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:39 उसने उनसे कहा, “चलो, तो देख लोगे।†तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आकर उसके रहने का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ देखा, और उस दिन उसी के साथ रहे; और यह दसवें घंटे के लगà¤à¤— था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:40 उन दोनों में से, जो यूहनà¥à¤¨à¤¾ की बात सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠके पीछे हो लिठथे, à¤à¤• शमौन पतरस का à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:41 उसने पहले अपने सगे à¤à¤¾à¤ˆ शमौन से मिलकर उससे कहा, “हमको खà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤¤ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह मिल गया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:42 वह उसे यीशॠके पास लाया: यीशॠने उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करके कहा, “तू यूहनà¥à¤¨à¤¾ का पà¥à¤¤à¥à¤° शमौन है, तू कैफा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पतरस कहलाà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:43 ¶ दूसरे दिन यीशॠने गलील को जाना चाहा, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से मिलकर कहा, “मेरे पीछे हो ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:44 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ तो अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ और पतरस के नगर बैतसैदा का निवासी था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:45 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने नतनà¤à¤² से मिलकर उससे कहा, “जिसका वरà¥à¤£à¤¨ मूसा ने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने किया है, वह हमको मिल गया; वह यूसà¥à¤« का पà¥à¤¤à¥à¤°, यीशॠनासरी है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:46 नतनà¤à¤² ने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ कोई अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥ à¤à¥€ नासरत से निकल सकती है?†फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने उससे कहा, “चलकर देख ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:47 यीशॠने नतनà¤à¤² को अपनी ओर आते देखकर उसके विषय में कहा, “देखो, यह सचमà¥à¤š इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ है: इसमें कपट नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:48 नतनà¤à¤² ने उससे कहा, “तू मà¥à¤à¥‡ कैसे जानता है?†यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “इससे पहले कि फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने तà¥à¤à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, जब तू अंजीर के पेड़ के तले था, तब मैंने तà¥à¤à¥‡ देखा था।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:49 नतनà¤à¤² ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे रबà¥à¤¬à¥€, तू परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° हे; तू इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का महाराजा है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:50 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने जो तà¥à¤ से कहा, कि मैंने तà¥à¤à¥‡ अंजीर के पेड़ के तले देखा, कà¥à¤¯à¤¾ तू इसलिठविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है? तू इससे à¤à¥€ बड़े-बड़े काम देखेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:51 फिर उससे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूठकि तà¥à¤® सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤†, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के ऊपर उतरते और ऊपर जाते देखोगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:1 ¶ फिर तीसरे दिन गलील के काना में किसी का विवाह था, और यीशॠकी माता à¤à¥€ वहाठथी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:2 यीशॠऔर उसके चेले à¤à¥€ उस विवाह में निमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:3 जब दाखरस खतà¥à¤® हो गया, तो यीशॠकी माता ने उससे कहा, “उनके पास दाखरस नहीं रहा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:4 यीशॠने उससे कहा, “हे महिला मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? अà¤à¥€ मेरा समय नहीं आया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:5 उसकी माता ने सेवकों से कहा, “जो कà¥à¤› वह तà¥à¤® से कहे, वही करना।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:6 वहाठयहूदियों के शà¥à¤¦à¥à¤§à¥€à¤•à¤°à¤£ के लिठपतà¥à¤¥à¤° के छः मटके रखे थे, जिसमें दो-दो, तीन-तीन मन समाता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:7 यीशॠने उनसे कहा, “मटको में पानी à¤à¤° दो।†तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤¹à¤¾à¤à¤®à¥à¤¹à¤ à¤à¤° दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:8 तब उसने उनसे कहा, “अब निकालकर à¤à¥‹à¤œ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ के पास ले जाओ।†और वे ले गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:9 जब à¤à¥‹à¤œ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ ने वह पानी चखा, जो दाखरस बन गया था और नहीं जानता था कि वह कहाठसे आया हैं; (परनà¥à¤¤à¥ जिन सेवकों ने पानी निकाला था वे जानते थे), तो à¤à¥‹à¤œ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ ने दूलà¥à¤¹à¥‡ को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, उससे कहा (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:10 “हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ पहले अचà¥à¤›à¤¾ दाखरस देता है, और जब लोग पीकर छक जाते हैं, तब मधà¥à¤¯à¤® देता है; परनà¥à¤¤à¥ तूने अचà¥à¤›à¤¾ दाखरस अब तक रख छोड़ा है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:11 यीशॠने गलील के काना में अपना यह पहला चिनà¥à¤¹ दिखाकर अपनी महिमा पà¥à¤°à¤—ट की और उसके चेलों ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:12 इसके बाद वह और उसकी माता, उसके à¤à¤¾à¤ˆ, उसके चेले, कफरनहूम को गठऔर वहाठकà¥à¤› दिन रहे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:13 ¶ यहूदियों का फसह का परà¥à¤µ निकट था, और यीशॠयरूशलेम को गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:14 और उसने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में बैल, और à¤à¥‡à¤¡à¤¼ और कबूतर के बेचनेवालों ओर सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ को बैठे हà¥à¤ पाया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:15 तब उसने रसà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का कोड़ा बनाकर, सब à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ और बैलों को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° से निकाल दिया, और सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¥‹à¤‚ के पैसे बिखेर दिये, और मेज़ें उलट दीं, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:16 और कबूतर बेचनेवालों से कहा, “इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यहाठसे ले जाओ। मेरे पिता के à¤à¤µà¤¨ को वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° का घर मत बनाओ।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:17 तब उसके चेलों को सà¥à¤®à¤°à¤£ आया कि लिखा है, “तेरे घर की धà¥à¤¨ मà¥à¤à¥‡ खा जाà¤à¤—ी।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:18 इस पर यहूदियों ने उससे कहा, “तू जो यह करता है तो हमें कौन सा चिनà¥à¤¹ दिखाता हैं?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:19 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “इस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को ढा दो, और मैं इसे तीन दिन में खड़ा कर दूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:20 यहूदियों ने कहा, “इस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बनाने में छियालीस वरà¥à¤· लगे हैं, और कà¥à¤¯à¤¾ तू उसे तीन दिन में खड़ा कर देगा?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:21 परनà¥à¤¤à¥ उसने अपनी देह के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के विषय में कहा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:22 फिर जब वह मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ में से जी उठा फिर उसके चेलों को सà¥à¤®à¤°à¤£ आया कि उसने यह कहा था; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° और उस वचन की जो यीशॠने कहा था, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:23 ¶ जब वह यरूशलेम में फसह के समय, परà¥à¤µ में था, तो बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उन चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को जो वह दिखाता था देखकर उसके नाम पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:24 परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने अपने आप को उनके à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ पर नहीं छोड़ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सब को जानता था, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:25 और उसे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ न था कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के विषय में कोई गवाही दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह आप जानता था कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के मन में कà¥à¤¯à¤¾ है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:1 ¶ फरीसियों में से नीकà¥à¤¦à¥‡à¤®à¥à¤¸ नाम का à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जो यहूदियों का सरदार था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:2 उसने रात को यीशॠके पास आकर उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, हम जानते हैं, कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से गà¥à¤°à¥ होकर आया है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई इन चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को जो तू दिखाता है, यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° उसके साथ न हो, तो नहीं दिखा सकता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:3 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤ से सच-सच कहता हूà¤, यदि कोई नये सिरे से न जनà¥à¤®à¥‡ तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ देख नहीं सकता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:4 नीकà¥à¤¦à¥‡à¤®à¥à¤¸ ने उससे कहा, “मनà¥à¤·à¥à¤¯ जब बूढ़ा हो गया, तो कैसे जनà¥à¤® ले सकता है? कà¥à¤¯à¤¾ वह अपनी माता के गरà¥à¤ में दूसरी बार पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करके जनà¥à¤® ले सकता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:5 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤ से सच-सच कहता हूà¤, जब तक कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ जल और आतà¥à¤®à¤¾ से न जनà¥à¤®à¥‡ तो वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ नहीं कर सकता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो शरीर से जनà¥à¤®à¤¾ है, वह शरीर है; और जो आतà¥à¤®à¤¾ से जनà¥à¤®à¤¾ है, वह आतà¥à¤®à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:7 अचमà¥à¤à¤¾ न कर, कि मैंने तà¥à¤ से कहा, ‘तà¥à¤à¥‡ नये सिरे से जनà¥à¤® लेना अवशà¥à¤¯ है।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:8 हवा जिधर चाहती है उधर चलती है, और तू उसकी आवाज़ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, परनà¥à¤¤à¥ नहीं जानता, कि वह कहाठसे आती और किधर को जाती है? जो कोई आतà¥à¤®à¤¾ से जनà¥à¤®à¤¾ है वह à¤à¤¸à¤¾ ही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:9 नीकà¥à¤¦à¥‡à¤®à¥à¤¸ ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “ये बातें कैसे हो सकती हैं?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:10 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने उससे कहा, “तू इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का गà¥à¤°à¥ होकर à¤à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ इन बातों को नहीं समà¤à¤¤à¤¾? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:11 मैं तà¥à¤ से सच-सच कहता हूठकि हम जो जानते हैं, वह कहते हैं, और जिसे हमने देखा है उसकी गवाही देते हैं, और तà¥à¤® हमारी गवाही गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:12 जब मैंने तà¥à¤® से पृथà¥à¤µà¥€ की बातें कहीं, और तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते, तो यदि मैं तà¥à¤® से सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की बातें कहूà¤, तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करोगे? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:13 कोई सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर नहीं चढ़ा, केवल वहीं जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:14 और जिस तरह से मूसा ने जंगल में साà¤à¤ª को ऊà¤à¤šà¥‡ पर चढ़ाया, उसी रीती से अवशà¥à¤¯ है कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ ऊà¤à¤šà¥‡ पर चढ़ाया जाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:15 ताकि जो कोई उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे वह अननà¥à¤¤ जीवन पाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:16 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जगत से à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा कि उसने अपना à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, वह नाश न हो, परनà¥à¤¤à¥ अननà¥à¤¤ जीवन पाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:17 परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को जगत में इसलिठनहीं à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि जगत पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ दे, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि जगत उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:18 जो उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, उस पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ नहीं होती, परनà¥à¤¤à¥ जो उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करता, वह दोषी ठहराया जा चà¥à¤•à¤¾ है; इसलिठकि उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¥‡ पà¥à¤¤à¥à¤° के नाम पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:19 और दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ का कारण यह है कि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ जगत में आई है, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने अंधकार को जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ से अधिक पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जाना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके काम बà¥à¤°à¥‡ थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करता है, वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ से बैर रखता है, और जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के निकट नहीं आता, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि उसके कामों पर दोष लगाया जाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:21 परनà¥à¤¤à¥ जो सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ पर चलता है, वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के निकट आता है, ताकि उसके काम पà¥à¤°à¤—ट हों कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से किठगठहैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:22 ¶ इसके बाद यीशॠऔर उसके चेले यहूदिया देश में आà¤; और वह वहाठउनके साथ रहकर बपतिसà¥à¤®à¤¾ देने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:23 और यूहनà¥à¤¨à¤¾ à¤à¥€ सालेम के निकट à¤à¤¨à¥‹à¤¨ में बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता था। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहाठबहà¥à¤¤ जल था, और लोग आकर बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ उस समय तक जेलखाने में नहीं डाला गया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:25 वहाठयूहनà¥à¤¨à¤¾ के चेलों का किसी यहूदी के साथ शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के विषय में वाद-विवाद हà¥à¤†à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:26 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पास आकर उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ यरदन के पार तेरे साथ था, और जिसकी तूने गवाही दी है; देख, वह बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता है, और सब उसके पास आते हैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:27 यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से न दिया जाà¤, तब तक वह कà¥à¤› नहीं पा सकता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:28 तà¥à¤® तो आप ही मेरे गवाह हो, कि मैंने कहा, ‘मैं मसीह नहीं, परनà¥à¤¤à¥ उसके आगे à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया हूà¤à¥¤â€™ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:29 जिसकी दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¿à¤¨ है, वही दूलà¥à¤¹à¤¾ है: परनà¥à¤¤à¥ दूलà¥à¤¹à¥‡ का मितà¥à¤° जो खड़ा हà¥à¤† उसकी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, दूलà¥à¤¹à¥‡ के शबà¥à¤¦ से बहà¥à¤¤ हरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होता है; अब मेरा यह हरà¥à¤· पूरा हà¥à¤† है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:30 अवशà¥à¤¯ है कि वह बढ़े और मैं घटूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:31 ¶ “जो ऊपर से आता है, वह सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® है, जो पृथà¥à¤µà¥€ से आता है वह पृथà¥à¤µà¥€ का है; और पृथà¥à¤µà¥€ की ही बातें कहता है: जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से आता है, वह सब के ऊपर है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:32 जो कà¥à¤› उसने देखा, और सà¥à¤¨à¤¾ है, उसी की गवाही देता है; और कोई उसकी गवाही गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:33 जिसने उसकी गवाही गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर ली उसने इस बात पर छाप दे दी कि परमेशà¥â€à¤µà¤° सचà¥à¤šà¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:34 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की बातें कहता है: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह आतà¥à¤®à¤¾ नाप नापकर नहीं देता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:35 पिता पà¥à¤¤à¥à¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, और उसने सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ उसके हाथ में दे दी हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:36 जो पà¥à¤¤à¥à¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, अननà¥à¤¤ जीवन उसका है; परनà¥à¤¤à¥ जो पà¥à¤¤à¥à¤° की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का कà¥à¤°à¥‹à¤§ उस पर रहता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:1 ¶ फिर जब पà¥à¤°à¤à¥ को मालूम हà¥à¤† कि फरीसियों ने सà¥à¤¨à¤¾ है कि यीशॠयूहनà¥à¤¨à¤¾ से अधिक चेले बनाता और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:2 (यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ यीशॠसà¥à¤µà¤¯à¤‚ नहीं वरनॠउसके चेले बपतिसà¥à¤®à¤¾ देते थे), (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:3 तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:4 और उसको सामरिया से होकर जाना अवशà¥à¤¯ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:5 इसलिठवह सूखार नामक सामरिया के à¤à¤• नगर तक आया, जो उस à¤à¥‚मि के पास है जिसे याकूब ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° यूसà¥à¤« को दिया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:6 और याकूब का कà¥à¤†à¤ à¤à¥€ वहीं था। यीशॠमारà¥à¤— का थका हà¥à¤† उस कà¥à¤à¤ पर यों ही बैठगया। और यह बात दोपहर के समय हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:7 इतने में à¤à¤• सामरी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जल à¤à¤°à¤¨à¥‡ को आई। यीशॠने उससे कहा, “मà¥à¤à¥‡ पानी पिला।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके चेले तो नगर में à¤à¥‹à¤œà¤¨ मोल लेने को गठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:9 उस सामरी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “तू यहूदी होकर मà¥à¤ सामरी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से पानी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ माà¤à¤—ता है?†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहूदी सामरियों के साथ किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° नहीं रखते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:10 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° के वरदान को जानती, और यह à¤à¥€ जानती कि वह कौन है जो तà¥à¤ से कहता है, ‘मà¥à¤à¥‡ पानी पिला,’ तो तू उससे माà¤à¤—ती, और वह तà¥à¤à¥‡ जीवन का जल देता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:11 सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तेरे पास जल à¤à¤°à¤¨à¥‡ को तो कà¥à¤› है à¤à¥€ नहीं, और कà¥à¤†à¤ गहरा है; तो फिर वह जीवन का जल तेरे पास कहाठसे आया? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:12 कà¥à¤¯à¤¾ तू हमारे पिता याकूब से बड़ा है, जिस ने हमें यह कà¥à¤†à¤ दिया; और आपही अपने सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, और अपने पशà¥à¤“ं समेत उसमें से पीया?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:13 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जो कोई यह जल पीà¤à¤—ा वह फिर पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ होगा, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:14 परनà¥à¤¤à¥ जो कोई उस जल में से पीà¤à¤—ा जो मैं उसे दूà¤à¤—ा, वह फिर अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ न होगा; वरनॠजो जल मैं उसे दूà¤à¤—ा, वह उसमें à¤à¤• सोता बन जाà¤à¤—ा, जो अननà¥à¤¤ जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:15 सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, वह जल मà¥à¤à¥‡ दे ताकि मैं पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ न होऊठऔर न जल à¤à¤°à¤¨à¥‡ को इतनी दूर आऊà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:16 यीशॠने उससे कहा, “जा, अपने पति को यहाठबà¥à¤²à¤¾ ला।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:17 सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं बिना पति की हूà¤à¥¤â€ यीशॠने उससे कहा, “तू ठीक कहती है, ‘मैं बिना पति की हूà¤à¥¤â€™ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू पाà¤à¤š पति कर चà¥à¤•à¥€ है, और जिसके पास तू अब है वह à¤à¥€ तेरा पति नहीं; यह तूने सच कहा है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:19 सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मà¥à¤à¥‡ लगता है कि तू à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:20 हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने इसी पहाड़ पर à¤à¤œà¤¨ किया, और तà¥à¤® कहते हो कि वह जगह जहाठà¤à¤œà¤¨ करना चाहिठयरूशलेम में है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:21 यीशॠने उससे कहा, “हे नारी, मेरी बात का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर कि वह समय आता है कि तà¥à¤® न तो इस पहाड़ पर पिता का à¤à¤œà¤¨ करोगे, न यरूशलेम में। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:22 तà¥à¤® जिसे नहीं जानते, उसका à¤à¤œà¤¨ करते हो; और हम जिसे जानते हैं, उसका à¤à¤œà¤¨ करते हैं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उदà¥à¤§à¤¾à¤° यहूदियों में से है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:23 परनà¥à¤¤à¥ वह समय आता है, वरनॠअब à¤à¥€ है, जिसमें सचà¥à¤šà¥‡ à¤à¤•à¥à¤¤ पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° की आराधना आतà¥à¤®à¤¾ और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से करेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता अपने लिये à¤à¤¸à¥‡ ही आराधकों को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:24 परमेशà¥â€à¤µà¤° आतà¥à¤®à¤¾ है, और अवशà¥à¤¯ है कि उसकी आराधना करनेवाले आतà¥à¤®à¤¾ और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से आराधना करें।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:25 सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने उससे कहा, “मैं जानती हूठकि मसीह जो खà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤¤ कहलाता है, आनेवाला है; जब वह आà¤à¤—ा, तो हमें सब बातें बता देगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:26 यीशॠने उससे कहा, “मैं जो तà¥à¤ से बोल रहा हूà¤, वही हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:27 ¶ इतने में उसके चेले आ गà¤, और अचमà¥à¤à¤¾ करने लगे कि वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से बातें कर रहा है; फिर à¤à¥€ किसी ने न पूछा, “तू कà¥à¤¯à¤¾ चाहता है?†या “किस लिये उससे बातें करता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:28 तब सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अपना घड़ा छोड़कर नगर में चली गई, और लोगों से कहने लगी, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:29 “आओ, à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को देखो, जिस ने सब कà¥à¤› जो मैंने किया मà¥à¤à¥‡ बता दिया। कहीं यही तो मसीह नहीं है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:30 तब वे नगर से निकलकर उसके पास आने लगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:31 इतने में उसके चेले यीशॠसे यह विनती करने लगे, “हे रबà¥à¤¬à¥€, कà¥à¤› खा ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:32 परनà¥à¤¤à¥ उसने उनसे कहा, “मेरे पास खाने के लिये à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥‹à¤œà¤¨ है जिसे तà¥à¤® नहीं जानते।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:33 तब चेलों ने आपस में कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ कोई उसके लिये कà¥à¤› खाने को लाया है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:34 यीशॠने उनसे कहा, “मेरा à¤à¥‹à¤œà¤¨ यह है, कि अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलूठऔर उसका काम पूरा करूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:35 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं कहते, ‘कटनी होने में अब à¤à¥€ चार महीने पड़े हैं?’ देखो, मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, अपनी आà¤à¤–ें उठाकर खेतों पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ डालो, कि वे कटनी के लिये पक चà¥à¤•à¥‡ हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:36 और काटनेवाला मजदूरी पाता, और अननà¥à¤¤ जीवन के लिये फल बटोरता है, ताकि बोनेवाला और काटनेवाला दोनों मिलकर आननà¥à¤¦ करें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:37 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस पर यह कहावत ठीक बैठती है: ‘बोनेवाला और है और काटनेवाला और।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:38 मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह खेत काटने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾ जिसमें तà¥à¤® ने परिशà¥à¤°à¤® नहीं किया औरों ने परिशà¥à¤°à¤® किया और तà¥à¤® उनके परिशà¥à¤°à¤® के फल में à¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:39 ¶ और उस नगर के बहà¥à¤¤ से सामरियों ने उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के कहने से यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया; जिस ने यह गवाही दी थी, कि उसने सब कà¥à¤› जो मैंने किया है, मà¥à¤à¥‡ बता दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:40 तब जब ये सामरी उसके पास आà¤, तो उससे विनती करने लगे कि हमारे यहाठरह, और वह वहाठदो दिन तक रहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:41 और उसके वचन के कारण और à¤à¥€ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:42 और उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से कहा, “अब हम तेरे कहने ही से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने आप ही सà¥à¤¨ लिया, और जानते हैं कि यही सचमà¥à¤š में जगत का उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:43 फिर उन दो दिनों के बाद वह वहाठसे निकलकर गलील को गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:44 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠने आप ही साकà¥à¤·à¥€ दी कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ अपने देश में आदर नहीं पाता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:45 जब वह गलील में आया, तो गलीली आननà¥à¤¦ के साथ उससे मिले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जितने काम उसने यरूशलेम में परà¥à¤µ के समय किठथे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन सब को देखा था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे à¤à¥€ परà¥à¤µ में गठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:46 ¶ तब वह फिर गलील के काना में आया, जहाठउसने पानी को दाखरस बनाया था। वहाठराजा का à¤à¤• करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ था जिसका पà¥à¤¤à¥à¤° कफरनहूम में बीमार था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:47 वह यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि यीशॠयहूदिया से गलील में आ गया है, उसके पास गया और उससे विनती करने लगा कि चलकर मेरे पà¥à¤¤à¥à¤° को चंगा कर दे: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मरने पर था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:48 यीशॠने उससे कहा, “जब तक तà¥à¤® चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम न देखोगे तब तक कदापि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करोगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:49 राजा के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मेरे बालक की मृतà¥à¤¯à¥ होने से पहले चल।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:50 यीशॠने उससे कहा, “जा, तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° जीवित है।†उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने यीशॠकी कही हà¥à¤ˆ बात पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया और चला गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:51 वह मारà¥à¤— में जा ही रहा था, कि उसके दास उससे आ मिले और कहने लगे, “तेरा लड़का जीवित है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:52 उसने उनसे पूछा, “किस घड़ी वह अचà¥à¤›à¤¾ होने लगा?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “कल सातवें घणà¥à¤Ÿà¥‡ में उसका जà¥à¤µà¤° उतर गया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:53 तब पिता जान गया कि यह उसी घड़ी हà¥à¤† जिस घड़ी यीशॠने उससे कहा, “तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° जीवित है,†और उसने और उसके सारे घराने ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:54 यह दूसरा चिनà¥à¤¹ था जो यीशॠने यहूदिया से गलील में आकर दिखाया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:1 ¶ इन बातों के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ यहूदियों का à¤à¤• परà¥à¤µ हà¥à¤†, और यीशॠयरूशलेम को गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:2 यरूशलेम में à¤à¥‡à¤¡à¤¼-फाटक के पास à¤à¤• कà¥à¤£à¥à¤¡ है, जो इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बैतहसदा कहलाता है, और उसके पाà¤à¤š ओसारे हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:3 इनमें बहà¥à¤¤ से बीमार, अंधे, लà¤à¤—ड़े और सूखे अंगवाले (पानी के हिलने की आशा में) पड़े रहते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि नियà¥à¤•à¥à¤¤ समय पर परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत कà¥à¤£à¥à¤¡ में उतरकर पानी को हिलाया करते थे: पानी हिलते ही जो कोई पहले उतरता, वह चंगा हो जाता था, चाहे उसकी कोई बीमारी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:5 वहाठà¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जो अड़तीस वरà¥à¤· से बीमारी में पड़ा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:6 यीशॠने उसे पड़ा हà¥à¤† देखकर और यह जानकर कि वह बहà¥à¤¤ दिनों से इस दशा में पड़ा है, उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू चंगा होना चाहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:7 उस बीमार ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, मेरे पास कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ नहीं, कि जब पानी हिलाया जाà¤, तो मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤£à¥à¤¡ में उतारे; परनà¥à¤¤à¥ मेरे पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡-पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ दूसरा मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले उतर जाता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:8 यीशॠने उससे कहा, “उठ, अपनी खाट उठा और चल फिर।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:9 वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ चंगा हो गया, और अपनी खाट उठाकर चलने फिरने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:10 वह सबà¥à¤¤ का दिन था। इसलिठयहूदी उससे जो चंगा हà¥à¤† था, कहने लगे, “आज तो सबà¥à¤¤ का दिन है, तà¥à¤à¥‡ खाट उठानी उचित नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:11 उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जिस ने मà¥à¤à¥‡ चंगा किया, उसी ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘अपनी खाट उठाकर चल फिर’।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:12 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “वह कौन मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, जिस ने तà¥à¤ से कहा, ‘खाट उठा और, चल फिर’?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:13 परनà¥à¤¤à¥ जो चंगा हो गया था, वह नहीं जानता था कि वह कौन है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस जगह में à¤à¥€à¤¡à¤¼ होने के कारण यीशॠवहाठसे हट गया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:14 इन बातों के बाद वह यीशॠको मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में मिला, तब उसने उससे कहा, “देख, तू तो चंगा हो गया है; फिर से पाप मत करना, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि इससे कोई à¤à¤¾à¤°à¥€ विपतà¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤ पर आ पड़े।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:15 उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने जाकर यहूदियों से कह दिया, कि जिस ने मà¥à¤à¥‡ चंगा किया, वह यीशॠहै। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:16 इस कारण यहूदी यीशॠको सताने लगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ काम सबà¥à¤¤ के दिन करता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:17 इस पर यीशॠने उनसे कहा, “मेरा पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° अब तक काम करता है, और मैं à¤à¥€ काम करता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:18 इस कारण यहूदी और à¤à¥€ अधिक उसके मार डालने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करने लगे, कि वह न केवल सबà¥à¤¤ के दिन की विधि को तोड़ता, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° को अपना पिता कहकर, अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° के तà¥à¤²à¥à¤¯ ठहराता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:19 ¶ इस पर यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, पà¥à¤¤à¥à¤° आप से कà¥à¤› नहीं कर सकता, केवल वह जो पिता को करते देखता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिन-जिन कामों को वह करता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ उसी रीति से करता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता पà¥à¤¤à¥à¤° से पà¥â€à¤¯à¤¾à¤° करता है और जो-जो काम वह आप करता है, वह सब उसे दिखाता है; और वह इनसे à¤à¥€ बड़े काम उसे दिखाà¤à¤—ा, ताकि तà¥à¤® अचमà¥à¤à¤¾ करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसा पिता मरे हà¥à¤“ं को उठाता और जिलाता है, वैसा ही पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चाहता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जिलाता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:22 पिता किसी का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ à¤à¥€ नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने का सब काम पà¥à¤¤à¥à¤° को सौंप दिया है, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:23 इसलिठकि सब लोग जैसे पिता का आदर करते हैं वैसे ही पà¥à¤¤à¥à¤° का à¤à¥€ आदर करें; जो पà¥à¤¤à¥à¤° का आदर नहीं करता, वह पिता का जिसने उसे à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, आदर नहीं करता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:24 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, जो मेरा वचन सà¥à¤¨à¤•à¤° मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, अननà¥à¤¤ जीवन उसका है, और उस पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ नहीं होती परनà¥à¤¤à¥ वह मृतà¥à¤¯à¥ से पार होकर जीवन में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर चà¥à¤•à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:25 ¶ “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, वह समय आता है, और अब है, जिसमें मृतक परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° का शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे, और जो सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे वे जीà¤à¤à¤—े। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस रीति से पिता अपने आप में जीवन रखता है, उसी रीति से उसने पà¥à¤¤à¥à¤° को à¤à¥€ यह अधिकार दिया है कि अपने आप में जीवन रखे; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:27 वरनॠउसे नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने का à¤à¥€ अधिकार दिया है, इसलिठकि वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:28 इससे अचमà¥à¤à¤¾ मत करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह समय आता है, कि जितने कबà¥à¤°à¥‹à¤‚ में हैं, उसका शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤•à¤° निकलेंगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:29 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की है, वे जीवन के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिये जी उठेंगे और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की है, वे दणà¥à¤¡ के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिये जी उठेंगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:30 ¶ “मैं अपने आप से कà¥à¤› नहीं कर सकता; जैसा सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ हूà¤, वैसा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता हूà¤, और मेरा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ सचà¥à¤šà¤¾ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं अपनी इचà¥à¤›à¤¾ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की इचà¥à¤›à¤¾ चाहता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:31 यदि मैं आप ही अपनी गवाही दूà¤; तो मेरी गवाही सचà¥à¤šà¥€ नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:32 à¤à¤• और है जो मेरी गवाही देता है, और मैं जानता हूठकि मेरी जो गवाही वह देता है, वह सचà¥à¤šà¥€ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:33 तà¥à¤® ने यूहनà¥à¤¨à¤¾ से पà¥à¤›à¤µà¤¾à¤¯à¤¾ और उसने सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ की गवाही दी है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:34 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपने विषय में मनà¥à¤·à¥à¤¯ की गवाही नहीं चाहता; फिर à¤à¥€ मैं ये बातें इसलिठकहता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उदà¥à¤§à¤¾à¤° मिले। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:35 वह तो जलता और चमकता हà¥à¤† दीपक था; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› देर तक उसकी जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में, मगन होना अचà¥à¤›à¤¾ लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:36 परनà¥à¤¤à¥ मेरे पास जो गवाही है, वह यूहनà¥à¤¨à¤¾ की गवाही से बड़ी है: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो काम पिता ने मà¥à¤à¥‡ पूरा करने को सौंपा है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यही काम जो मैं करता हूà¤, वे मेरे गवाह हैं, कि पिता ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:37 और पिता जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, उसी ने मेरी गवाही दी है: तà¥à¤® ने न कà¤à¥€ उसका शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, और न उसका रूप देखा है; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:38 और उसके वचन को मन में सà¥à¤¥à¤¿à¤° नहीं रखते, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसे उसने à¤à¥‡à¤œà¤¾ तà¥à¤® उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:39 तà¥à¤® पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समà¤à¤¤à¥‡ हो कि उसमें अननà¥à¤¤ जीवन तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलता है, और यह वही है, जो मेरी गवाही देता है; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:40 फिर à¤à¥€ तà¥à¤® जीवन पाने के लिये मेरे पास आना नहीं चाहते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:41 मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आदर नहीं चाहता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:42 परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जानता हूà¤, कि तà¥à¤® में परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:43 मैं अपने पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° के नाम से आया हूà¤, और तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करते; यदि कोई और अपने ही नाम से आà¤, तो उसे गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर लोगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:44 तà¥à¤® जो à¤à¤• दूसरे से आदर चाहते हो और वह आदर जो à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है, नहीं चाहते, किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर सकते हो? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:45 यह न समà¤à¥‹, कि मैं पिता के सामने तà¥à¤® पर दोष लगाऊà¤à¤—ा, तà¥à¤® पर दोष लगानेवाला तो है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मूसा है जिस पर तà¥à¤® ने à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:46 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तà¥à¤® मूसा पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते, तो मà¥à¤ पर à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते, इसलिठकि उसने मेरे विषय में लिखा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:47 परनà¥à¤¤à¥ यदि तà¥à¤® उसकी लिखी हà¥à¤ˆ बातों पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते, तो मेरी बातों पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करोगे?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:1 ¶ इन बातों के बाद यीशॠगलील की à¤à¥€à¤² अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ तिबिरियà¥à¤¸ की à¤à¥€à¤² के पार गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:2 और à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसके पीछे हो ली कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤® वह बीमारों पर दिखाता था वे उनको देखते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:3 तब यीशॠपहाड़ पर चढ़कर अपने चेलों के साथ वहाठबैठा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:4 और यहूदियों के फसह का परà¥à¤µ निकट था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:5 तब यीशॠने अपनी आà¤à¤–ें उठाकर à¤à¤• बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ को अपने पास आते देखा, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से कहा, “हम इनके à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये कहाठसे रोटी मोल लाà¤à¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:6 परनà¥à¤¤à¥ उसने यह बात उसे परखने के लिये कही; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ जानता था कि वह कà¥à¤¯à¤¾ करेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:7 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “दो सौ दीनार की रोटी à¤à¥€ उनके लिये पूरी न होंगी कि उनमें से हर à¤à¤• को थोड़ी-थोड़ी मिल जाà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:8 उसके चेलों में से शमौन पतरस के à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ ने उससे कहा, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:9 “यहाठà¤à¤• लड़का है, जिसके पास जौ की पाà¤à¤š रोटी और दो मछलियाठहैं, परनà¥à¤¤à¥ इतने लोगों के लिये वे कà¥à¤¯à¤¾ हैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:10 यीशॠने कहा, “लोगों को बैठा दो।†उस जगह बहà¥à¤¤ घास थी। तब लोग जिनमें पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ लगà¤à¤— पाà¤à¤š हजार की थी, बैठगà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:11 तब यीशॠने रोटियाठलीं, और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके बैठनेवालों को बाà¤à¤Ÿ दी; और वैसे ही मछलियों में से जितनी वे चाहते थे बाà¤à¤Ÿ दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:12 जब वे खाकर तृपà¥à¤¤ हो गà¤, तो उसने अपने चेलों से कहा, “बचे हà¥à¤ टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ बटोर लो, कि कà¥à¤› फेंका न जाà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:13 इसलिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बटोरा, और जौ की पाà¤à¤š रोटियों के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ जो खानेवालों से बच रहे थे, उनकी बारह टोकरियाठà¤à¤°à¥€à¤‚। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:14 तब जो आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤® उसने कर दिखाया उसे वे लोग देखकर कहने लगे; कि “वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ जो जगत में आनेवाला था निशà¥à¤šà¤¯ यही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:15 यीशॠयह जानकर कि वे उसे राजा बनाने के लिये आकर पकड़ना चाहते हैं, फिर पहाड़ पर अकेला चला गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:16 ¶ फिर जब संधà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤ˆ, तो उसके चेले à¤à¥€à¤² के किनारे गà¤, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:17 और नाव पर चढ़कर à¤à¥€à¤² के पार कफरनहूम को जाने लगे। उस समय अंधेरा हो गया था, और यीशॠअà¤à¥€ तक उनके पास नहीं आया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:18 और आà¤à¤§à¥€ के कारण à¤à¥€à¤² में लहरें उठने लगीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:19 तब जब वे खेते-खेते तीन चार मील के लगà¤à¤— निकल गà¤, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠको à¤à¥€à¤² पर चलते, और नाव के निकट आते देखा, और डर गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:20 परनà¥à¤¤à¥ उसने उनसे कहा, “मैं हूà¤; डरो मत।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:21 तब वे उसे नाव पर चढ़ा लेने के लिये तैयार हà¥à¤ और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ वह नाव उसी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर जा पहà¥à¤à¤šà¥€ जहाठवह जाते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:22 ¶ दूसरे दिन उस à¤à¥€à¤¡à¤¼ ने, जो à¤à¥€à¤² के पार खड़ी थी, यह देखा, कि यहाठà¤à¤• को छोड़कर और कोई छोटी नाव न थी, और यीशॠअपने चेलों के साथ उस नाव पर न चढ़ा, परनà¥à¤¤à¥ केवल उसके चेले ही गठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:23 (तो à¤à¥€ और छोटी नावें तिबिरियà¥à¤¸ से उस जगह के निकट आई, जहाठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤à¥ के धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करने के बाद रोटी खाई थी।) (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:24 जब à¤à¥€à¤¡à¤¼ ने देखा, कि यहाठन यीशॠहै, और न उसके चेले, तो वे à¤à¥€ छोटी-छोटी नावों पर चढ़ के यीशॠको ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कफरनहूम को पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:25 ¶ और à¤à¥€à¤² के पार उससे मिलकर कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, तू यहाठकब आया?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:26 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ इसलिठनहीं ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हो कि तà¥à¤® ने अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ काम देखे, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤® रोटियाठखाकर तृपà¥à¤¤ हà¥à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:27 नाशवान à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये परिशà¥à¤°à¤® न करो, परनà¥à¤¤à¥ उस à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये जो अननà¥à¤¤ जीवन तक ठहरता है, जिसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसी पर छाप कर दी है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:28 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° के कारà¥à¤¯ करने के लिये हम कà¥à¤¯à¤¾ करें?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:29 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “परमेशà¥â€à¤µà¤° का कारà¥à¤¯ यह है, कि तà¥à¤® उस पर, जिसे उसने à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:30 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “फिर तू कौन सा चिनà¥à¤¹ दिखाता है कि हम उसे देखकर तà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें? तू कौन सा काम दिखाता है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:31 हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने जंगल में मनà¥à¤¨à¤¾ खाया; जैसा लिखा है, ‘उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाने के लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से रोटी दी’।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:32 यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूठकि मूसा ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह रोटी सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से न दी, परनà¥à¤¤à¥ मेरा पिता तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सचà¥à¤šà¥€ रोटी सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से देता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:33 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की रोटी वही है, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरकर जगत को जीवन देती है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:34 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, यह रोटी हमें सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ दिया कर।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:35 यीशॠने उनसे कहा, “जीवन की रोटी मैं हूà¤: जो मेरे पास आà¤à¤—ा वह कà¤à¥€ à¤à¥‚खा न होगा और जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेगा, वह कà¤à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ न होगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:36 परनà¥à¤¤à¥ मैंने तà¥à¤® से कहा, कि तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ देख à¤à¥€ लिया है, तो à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:37 जो कà¥à¤› पिता मà¥à¤à¥‡ देता है वह सब मेरे पास आà¤à¤—ा, और जो कोई मेरे पास आà¤à¤—ा उसे मैं कà¤à¥€ न निकालूà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:38 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं अपनी इचà¥à¤›à¤¾ नहीं, वरनॠअपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की इचà¥à¤›à¤¾ पूरी करने के लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरा हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:39 और मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की इचà¥à¤›à¤¾ यह है कि जो कà¥à¤› उसने मà¥à¤à¥‡ दिया है, उसमें से मैं कà¥à¤› न खोऊठपरनà¥à¤¤à¥ उसे अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन फिर जिला उठाऊà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:40 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे पिता की इचà¥à¤›à¤¾ यह है, कि जो कोई पà¥à¤¤à¥à¤° को देखे, और उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, वह अननà¥à¤¤ जीवन पाà¤; और मैं उसे अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन फिर जिला उठाऊà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:41 तब यहूदी उस पर कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡ लगे, इसलिठकि उसने कहा था, “जो रोटी सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरी, वह मैं हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:42 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह यूसà¥à¤« का पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠनहीं, जिसके माता-पिता को हम जानते हैं? तो वह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है कि मैं सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरा हूà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:43 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “आपस में मत कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤“। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:44 कोई मेरे पास नहीं आ सकता, जब तक पिता, जिसने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, उसे खींच न ले; और मैं उसको अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन फिर जिला उठाऊà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:45 à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के लेखों में यह लिखा है, ‘वे सब परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से सिखाठहà¥à¤ होंगे।’ जिस किसी ने पिता से सà¥à¤¨à¤¾ और सीखा है, वह मेरे पास आता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:46 यह नहीं, कि किसी ने पिता को देखा है परनà¥à¤¤à¥ जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है, केवल उसी ने पिता को देखा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:47 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि जो कोई विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, अननà¥à¤¤ जीवन उसी का है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:48 जीवन की रोटी मैं हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:49 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने जंगल में मनà¥à¤¨à¤¾ खाया और मर गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:50 यह वह रोटी है जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरती है ताकि मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसमें से खाठऔर न मरे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:51 जीवन की रोटी जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरी मैं हूà¤à¥¤ यदि कोई इस रोटी में से खाà¤, तो सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ जीवित रहेगा; और जो रोटी मैं जगत के जीवन के लिये दूà¤à¤—ा, वह मेरा माà¤à¤¸ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:52 इस पर यहूदी यह कहकर आपस में à¤à¤—ड़ने लगे, “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ कैसे हमें अपना माà¤à¤¸ खाने को दे सकता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:53 यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूठजब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° का माà¤à¤¸ न खाओ, और उसका लहू न पीओ, तà¥à¤® में जीवन नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:54 जो मेरा माà¤à¤¸ खाता, और मेरा लहू पीता हैं, अननà¥à¤¤ जीवन उसी का है, और मैं अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन फिर उसे जिला उठाऊà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:55 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा माà¤à¤¸ वासà¥à¤¤à¤µ में खाने की वसà¥à¤¤à¥ है और मेरा लहू वासà¥à¤¤à¤µ में पीने की वसà¥à¤¤à¥ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:56 जो मेरा माà¤à¤¸ खाता और मेरा लहू पीता है, वह मà¥à¤ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° बना रहता है, और मैं उसमें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:57 जैसा जीविते पिता ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ और मैं पिता के कारण जीवित हूठवैसा ही वह à¤à¥€ जो मà¥à¤à¥‡ खाà¤à¤—ा मेरे कारण जीवित रहेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:58 जो रोटी सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरी यही है, पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के समान नहीं कि खाया, और मर गà¤; जो कोई यह रोटी खाà¤à¤—ा, वह सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ जीवित रहेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:59 ये बातें उसने कफरनहूम के à¤à¤• आराधनालय में उपदेश देते समय कहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:60 ¶ इसलिठउसके चेलों में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कहा, “यह तो कठोर शिकà¥à¤·à¤¾ है; इसे कौन मान सकता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:61 यीशॠने अपने मन में यह जानकर कि मेरे चेले आपस में इस बात पर कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, उनसे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ इस बात से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ ठोकर लगती है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:62 और यदि तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को जहाठवह पहले था, वहाठऊपर जाते देखोगे, तो कà¥à¤¯à¤¾ होगा? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:63 आतà¥à¤®à¤¾ तो जीवनदायक है, शरीर से कà¥à¤› लाठनहीं। जो बातें मैंने तà¥à¤® से कहीं हैं वे आतà¥à¤®à¤¾ है, और जीवन à¤à¥€ हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:64 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® में से कितने à¤à¤¸à¥‡ हैं जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते।†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠतो पहले ही से जानता था कि जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते, वे कौन हैं; और कौन मà¥à¤à¥‡ पकड़वाà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:65 और उसने कहा, “इसलिठमैंने तà¥à¤® से कहा था कि जब तक किसी को पिता की ओर से यह वरदान न दिया जाठतब तक वह मेरे पास नहीं आ सकता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:66 ¶ इस पर उसके चेलों में से बहà¥à¤¤ सारे उलà¥à¤Ÿà¥‡ फिर गठऔर उसके बाद उसके साथ न चले। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:67 तब यीशॠने उन बारहों से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€ चले जाना चाहते हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:68 शमौन पतरस ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे पà¥à¤°à¤à¥, हम किस के पास जाà¤à¤? अननà¥à¤¤ जीवन की बातें तो तेरे ही पास हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:69 और हमने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, और जान गठहैं, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का पवितà¥à¤° जन तू ही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:70 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ मैंने तà¥à¤® बारहों को नहीं चà¥à¤¨ लिया? तो à¤à¥€ तà¥à¤® में से à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ शैतान है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 6:71 यह उसने शमौन इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° यहूदा के विषय में कहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यही जो उन बारहों में से था, उसे पकड़वाने को था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:1 ¶ इन बातों के बाद यीशॠगलील में फिरता रहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहूदी उसे मार डालने का यतà¥à¤¨ कर रहे थे, इसलिठवह यहूदिया में फिरना न चाहता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:2 और यहूदियों का à¤à¥‹à¤ªà¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का परà¥à¤µ निकट था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:3 इसलिठउसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने उससे कहा, “यहाठसे कूच करके यहूदिया में चला जा, कि जो काम तू करता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तेरे चेले à¤à¥€ देखें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ कोई न होगा जो पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ होना चाहे, और छिपकर काम करे: यदि तू यह काम करता है, तो अपने आप को जगत पर पà¥à¤°à¤—ट कर।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¥€ उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:6 तब यीशॠने उनसे कहा, “मेरा समय अà¤à¥€ नहीं आया; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सब समय है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:7 जगत तà¥à¤® से बैर नहीं कर सकता, परनà¥à¤¤à¥ वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ बैर करता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उसके विरोध में यह गवाही देता हूà¤, कि उसके काम बà¥à¤°à¥‡ हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:8 तà¥à¤® परà¥à¤µ में जाओ; मैं अà¤à¥€ इस परà¥à¤µ में नहीं जाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अà¤à¥€ तक मेरा समय पूरा नहीं हà¥à¤†à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:9 वह उनसे ये बातें कहकर गलील ही में रह गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब उसके à¤à¤¾à¤ˆ परà¥à¤µ में चले गà¤, तो वह आप ही पà¥à¤°à¤—ट में नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मानो गà¥à¤ªà¥à¤¤ होकर गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:11 यहूदी परà¥à¤µ में उसे यह कहकर ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ लगे कि “वह कहाठहै?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:12 और लोगों में उसके विषय चà¥à¤ªà¤•à¥‡-चà¥à¤ªà¤•à¥‡ बहà¥à¤¤ सी बातें हà¥à¤ˆ कितने कहते थे, “वह à¤à¤²à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है।†और कितने कहते थे, “नहीं, वह लोगों को à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:13 तो à¤à¥€ यहूदियों के à¤à¤¯ के मारे कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ उसके विषय में खà¥à¤²à¤•à¤° नहीं बोलता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:14 ¶ और जब परà¥à¤µ के आधे दिन बीत गà¤; तो यीशॠमनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर उपदेश करने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:15 तब यहूदियों ने अचमà¥à¤à¤¾ करके कहा, “इसे बिन पढ़े विदà¥à¤¯à¤¾ कैसे आ गई?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:16 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मेरा उपदेश मेरा नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ का है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:17 यदि कोई उसकी इचà¥à¤›à¤¾ पर चलना चाहे, तो वह इस उपदेश के विषय में जान जाà¤à¤—ा कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है, या मैं अपनी ओर से कहता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:18 जो अपनी ओर से कà¥à¤› कहता है, वह अपनी ही बढ़ाई चाहता है; परनà¥à¤¤à¥ जो अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की बड़ाई चाहता है वही सचà¥à¤šà¤¾ है, और उसमें अधरà¥à¤® नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:19 कà¥à¤¯à¤¾ मूसा ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं दी? तो à¤à¥€ तà¥à¤® में से कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर नहीं चलता। तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मà¥à¤à¥‡ मार डालना चाहते हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:20 लोगों ने उतà¥à¤¤à¤° दिया; “तà¥à¤ में दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है! कौन तà¥à¤à¥‡ मार डालना चाहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:21 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने à¤à¤• काम किया, और तà¥à¤® सब अचमà¥à¤à¤¾ करते हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:22 इसी कारण मूसा ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ खतने की आजà¥à¤žà¤¾ दी है, यह नहीं कि वह मूसा की ओर से है परनà¥à¤¤à¥ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से चली आई है, और तà¥à¤® सबà¥à¤¤ के दिन को मनà¥à¤·à¥à¤¯ का खतना करते हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:23 जब सबà¥à¤¤ के दिन मनà¥à¤·à¥à¤¯ का खतना किया जाता है ताकि मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की आजà¥à¤žà¤¾ टल न जाà¤, तो तà¥à¤® मà¥à¤ पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ इसलिठकà¥à¤°à¥‹à¤§ करते हो, कि मैंने सबà¥à¤¤ के दिन à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को पूरी रीति से चंगा किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:24 मà¥à¤à¤¹ देखकर नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ न करो, परनà¥à¤¤à¥ ठीक-ठीक नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:25 ¶ तब कितने यरूशलेमवासी कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ यह वह नहीं, जिसके मार डालने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ किया जा रहा है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:26 परनà¥à¤¤à¥ देखो, वह तो खà¥à¤²à¥à¤²à¤®à¤–à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ बातें करता है और कोई उससे कà¥à¤› नहीं कहता; कà¥à¤¯à¤¾ समà¥à¤à¤µ है कि सरदारों ने सच-सच जान लिया है; कि यही मसीह है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:27 इसको तो हम जानते हैं, कि यह कहाठका है; परनà¥à¤¤à¥ मसीह जब आà¤à¤—ा, तो कोई न जानेगा कि वह कहाठका है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:28 तब यीशॠने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेश देते हà¥à¤ पà¥à¤•à¤¾à¤° के कहा, “तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ जानते हो और यह à¤à¥€ जानते हो कि मैं कहाठका हूà¤à¥¤ मैं तो आप से नहीं आया परनà¥à¤¤à¥ मेरा à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ सचà¥à¤šà¤¾ है, उसको तà¥à¤® नहीं जानते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:29 मैं उसे जानता हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उसकी ओर से हूठऔर उसी ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:30 इस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे पकड़ना चाहा तो à¤à¥€ किसी ने उस पर हाथ न डाला, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका समय अब तक न आया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:31 और à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, और कहने लगे, “मसीह जब आà¤à¤—ा, तो कà¥à¤¯à¤¾ इससे अधिक चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को दिखाà¤à¤—ा जो इसने दिखाà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:32 ¶ फरीसियों ने लोगों को उसके विषय में ये बातें चà¥à¤ªà¤•à¥‡-चà¥à¤ªà¤•à¥‡ करते सà¥à¤¨à¤¾; और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों ने उसे पकड़ने को सिपाही à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:33 इस पर यीशॠने कहा, “मैं थोड़ी देर तक और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ हूà¤; तब अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ के पास चला जाऊà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:34 तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ नहीं पाओगे; और जहाठमैं हूà¤, वहाठतà¥à¤® नहीं आ सकते।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:35 यहूदियों ने आपस में कहा, “यह कहाठजाà¤à¤—ा कि हम इसे न पाà¤à¤à¤—े? कà¥à¤¯à¤¾ वह उन यहूदियों के पास जाà¤à¤—ा जो यूनानियों में तितर-बितर होकर रहते हैं, और यूनानियों को à¤à¥€ उपदेश देगा? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:36 यह कà¥à¤¯à¤¾ बात है जो उसने कही, कि ‘तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ न पाओगे: और जहाठमैं हूà¤, वहाठतà¥à¤® नहीं आ सकते’?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:37 ¶ फिर परà¥à¤µ के अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन, जो मà¥à¤–à¥à¤¯ दिन है, यीशॠखड़ा हà¥à¤† और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “यदि कोई पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ हो तो मेरे पास आठऔर पीà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:38 जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेगा, जैसा पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में आया है, ‘उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियाठबह निकलेंगी’।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:39 उसने यह वचन उस आतà¥à¤®à¤¾ के विषय में कहा, जिसे उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले पाने पर थे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आतà¥à¤®à¤¾ अब तक न उतरा था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠअब तक अपनी महिमा को न पहà¥à¤à¤šà¤¾ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:40 तब à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से किसी-किसी ने ये बातें सà¥à¤¨ कर कहा, “सचमà¥à¤š यही वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:41 औरों ने कहा, “यह मसीह है,†परनà¥à¤¤à¥ किसी ने कहा, “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? कà¥à¤¯à¤¾ मसीह गलील से आà¤à¤—ा? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:42 कà¥à¤¯à¤¾ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में नहीं लिखा कि मसीह दाऊद के वंश से और बैतलहम गाà¤à¤µ से आà¤à¤—ा, जहाठदाऊद रहता था?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:43 अतः उसके कारण लोगों में फूट पड़ी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:44 उनमें से कितने उसे पकड़ना चाहते थे, परनà¥à¤¤à¥ किसी ने उस पर हाथ न डाला। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:45 तब सिपाही पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों के पास आà¤, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनसे कहा, “तà¥à¤® उसे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं लाà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:46 ¶ सिपाहियों ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने कà¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ बातें न की।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:47 फरीसियों ने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤°à¤®à¤¾à¤ गठहो? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:48 कà¥à¤¯à¤¾ शासकों या फरीसियों में से किसी ने à¤à¥€ उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:49 परनà¥à¤¤à¥ ये लोग जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं जानते, शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:50 नीकà¥à¤¦à¥‡à¤®à¥à¤¸ ने, (जो पहले उसके पास आया था और उनमें से à¤à¤• था), उनसे कहा, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:51 “कà¥à¤¯à¤¾ हमारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ किसी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को जब तक पहले उसकी सà¥à¤¨à¤•à¤° जान न ले कि वह कà¥à¤¯à¤¾ करता है; दोषी ठहराती है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:52 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¥€ गलील का है? ढूà¤à¤¢à¤¼ और देख, कि गलील से कोई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट नहीं होने का।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 7:53 तब सब कोई अपने-अपने घर चले गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:1 ¶ यीशॠजैतून के पहाड़ पर गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:2 और à¤à¥‹à¤° को फिर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में आया, और सब लोग उसके पास आà¤; और वह बैठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपदेश देने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:3 तब शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और फरीसियों ने à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को लाकर जो वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° में पकड़ी गई थी, और उसको बीच में खड़ा करके यीशॠसे कहा, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:4 “हे गà¥à¤°à¥, यह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करते पकड़ी गई है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:5 वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में मूसा ने हमें आजà¥à¤žà¤¾ दी है कि à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करें; अतः तू इस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के विषय में कà¥à¤¯à¤¾ कहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:6 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको परखने के लिये यह बात कही ताकि उस पर दोष लगाने के लिये कोई बात पाà¤à¤, परनà¥à¤¤à¥ यीशॠà¤à¥à¤•à¤•à¤° उà¤à¤—ली से à¤à¥‚मि पर लिखने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:7 जब वे उससे पूछते रहे, तो उसने सीधे होकर उनसे कहा, “तà¥à¤® में जो निषà¥à¤ªà¤¾à¤ª हो, वही पहले उसको पतà¥à¤¥à¤° मारे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:8 और फिर à¤à¥à¤•à¤•à¤° à¤à¥‚मि पर उà¤à¤—ली से लिखने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:9 परनà¥à¤¤à¥ वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° बड़ों से लेकर छोटों तक à¤à¤•-à¤à¤• करके निकल गà¤, और यीशॠअकेला रह गया, और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ वहीं बीच में खड़ी रह गई। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:10 यीशॠने सीधे होकर उससे कहा, “हे नारी, वे कहाठगà¤? कà¥à¤¯à¤¾ किसी ने तà¥à¤ पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ न दी?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:11 उसने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, किसी ने नहीं।†यीशॠने कहा, “मैं à¤à¥€ तà¥à¤ पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ नहीं देता; जा, और फिर पाप न करना।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:12 ¶ तब यीशॠने फिर लोगों से कहा, “जगत की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ मैं हूà¤; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अंधकार में न चलेगा, परनà¥à¤¤à¥ जीवन की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ पाà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:13 फरीसियों ने उससे कहा; “तू अपनी गवाही आप देता है; तेरी गवाही ठीक नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:14 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि मैं अपनी गवाही आप देता हूà¤, तो à¤à¥€ मेरी गवाही ठीक है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं जानता हूà¤, कि मैं कहाठसे आया हूठऔर कहाठको जाता हूà¤? परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® नहीं जानते कि मैं कहाठसे आता हूठया कहाठको जाता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:15 तà¥à¤® शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करते हो; मैं किसी का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ नहीं करता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:16 और यदि मैं नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करूठà¤à¥€, तो मेरा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ सचà¥à¤šà¤¾ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं अकेला नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मैं पिता के साथ हूà¤, जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:17 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में à¤à¥€ लिखा है; कि दो जनों की गवाही मिलकर ठीक होती है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:18 à¤à¤• तो मैं आप अपनी गवाही देता हूà¤, और दूसरा पिता मेरी गवाही देता है जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:19 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “तेरा पिता कहाठहै?†यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “न तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ जानते हो, न मेरे पिता को, यदि मà¥à¤à¥‡ जानते, तो मेरे पिता को à¤à¥€ जानते।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:20 ये बातें उसने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उपदेश देते हà¥à¤ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° घर में कहीं, और किसी ने उसे न पकड़ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका समय अब तक नहीं आया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:21 ¶ उसने फिर उनसे कहा, “मैं जाता हूà¤, और तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹à¤—े और अपने पाप में मरोगे; जहाठमैं जाता हूà¤, वहाठतà¥à¤® नहीं आ सकते।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:22 इस पर यहूदियों ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ वह अपने आप को मार डालेगा, जो कहता है, ‘जहाठमैं जाता हूठवहाठतà¥à¤® नहीं आ सकते’?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:23 उसने उनसे कहा, “तà¥à¤® नीचे के हो, मैं ऊपर का हूà¤; तà¥à¤® संसार के हो, मैं संसार का नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:24 इसलिठमैंने तà¥à¤® से कहा, कि तà¥à¤® अपने पापों में मरोगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करोगे कि मैं वही हूà¤, तो अपने पापों में मरोगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:25 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “तू कौन है?†यीशॠने उनसे कहा, “वही हूठजो पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठसे तà¥à¤® से कहता आया हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:26 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ कà¥à¤› कहना और निरà¥à¤£à¤¯ करना है परनà¥à¤¤à¥ मेरा à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ सचà¥à¤šà¤¾ है; और जो मैंने उससे सà¥à¤¨à¤¾ है, वही जगत से कहता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:27 वे न समà¤à¥‡ कि हम से पिता के विषय में कहता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:28 तब यीशॠने कहा, “जब तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को ऊà¤à¤šà¥‡ पर चढ़ाओगे, तो जानोगे कि मैं वही हूà¤, और अपने आप से कà¥à¤› नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ जैसे मेरे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मà¥à¤à¥‡ सिखाया, वैसे ही ये बातें कहता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:29 और मेरा à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ मेरे साथ है; उसने मà¥à¤à¥‡ अकेला नहीं छोड़ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ वही काम करता हूà¤, जिससे वह पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:30 वह ये बातें कह ही रहा था, कि बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:31 ¶ तब यीशॠने उन यहूदियों से जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था, कहा, “यदि तà¥à¤® मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमà¥à¤š मेरे चेले ठहरोगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:32 और सतà¥à¤¯ को जानोगे, और सतà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° करेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:33 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हम तो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश से हैं, और कà¤à¥€ किसी के दास नहीं हà¥à¤; फिर तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है, कि तà¥à¤® सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° हो जाओगे?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:34 यीशॠने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूठकि जो कोई पाप करता है, वह पाप का दास है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:35 और दास सदा घर में नहीं रहता; पà¥à¤¤à¥à¤° सदा रहता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:36 इसलिठयदि पà¥à¤¤à¥à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° करेगा, तो सचमà¥à¤š तà¥à¤® सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° हो जाओगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:37 मैं जानता हूठकि तà¥à¤® अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश से हो; तो à¤à¥€ मेरा वचन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदय में जगह नहीं पाता, इसलिठतà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ मार डालना चाहते हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:38 मैं वही कहता हूà¤, जो अपने पिता के यहाठदेखा है; और तà¥à¤® वही करते रहते हो जो तà¥à¤® ने अपने पिता से सà¥à¤¨à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:39 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हमारा पिता तो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® है।†यीशॠने उनसे कहा, “यदि तà¥à¤® अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ होते, तो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के समान काम करते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:40 परनà¥à¤¤à¥ अब तà¥à¤® मà¥à¤ जैसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ को मार डालना चाहते हो, जिस ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह सतà¥à¤¯ वचन बताया जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से सà¥à¤¨à¤¾, यह तो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने नहीं किया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:41 तà¥à¤® अपने पिता के समान काम करते हो†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हम वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से नहीं जनà¥à¤®à¥‡, हमारा à¤à¤• पिता है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:42 यीशॠने उनसे कहा, “यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता होता, तो तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° में से निकलकर आया हूà¤; मैं आप से नहीं आया, परनà¥à¤¤à¥ उसी ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:43 तà¥à¤® मेरी बात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं समà¤à¤¤à¥‡? इसलिठकि मेरा वचन सà¥à¤¨ नहीं सकते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:44 तà¥à¤® अपने पिता शैतान से हो, और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो। वह तो आरमà¥à¤ से हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ है, और सतà¥à¤¯ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° न रहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सतà¥à¤¯ उसमें है ही नहीं; जब वह à¤à¥‚ठबोलता, तो अपने सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ ही से बोलता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¥‚ठा है, वरनॠà¤à¥‚ठका पिता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:45 परनà¥à¤¤à¥ मैं जो सच बोलता हूà¤, इसलिठतà¥à¤® मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:46 तà¥à¤® में से कौन मà¥à¤à¥‡ पापी ठहराता है? और यदि मैं सच बोलता हूà¤, तो तà¥à¤® मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं करते? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:47 जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से होता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की बातें सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है; और तà¥à¤® इसलिठनहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से नहीं हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:48 ¶ यह सà¥à¤¨ यहूदियों ने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ हम ठीक नहीं कहते, कि तू सामरी है, और तà¥à¤ में दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:49 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मà¥à¤ में दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ नहीं; परनà¥à¤¤à¥ मैं अपने पिता का आदर करता हूà¤, और तà¥à¤® मेरा निरादर करते हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:50 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा नहीं चाहता, हाà¤, à¤à¤• है जो चाहता है, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:51 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि यदि कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ मेरे वचन पर चलेगा, तो वह अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक मृतà¥à¤¯à¥ को न देखेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:52 लोगों ने उससे कहा, “अब हमने जान लिया कि तà¥à¤ में दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है: अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® मर गया, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ मर गठहैं और तू कहता है, ‘यदि कोई मेरे वचन पर चलेगा तो वह अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक मृतà¥à¤¯à¥ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ न चखेगा।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:53 हमारा पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® तो मर गया, कà¥à¤¯à¤¾ तू उससे बड़ा है? और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ मर गà¤, तू अपने आप को कà¥à¤¯à¤¾ ठहराता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:54 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि मैं आप अपनी महिमा करूà¤, तो मेरी महिमा कà¥à¤› नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मेरी महिमा करनेवाला मेरा पिता है, जिसे तà¥à¤® कहते हो, कि वह हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:55 और तà¥à¤® ने तो उसे नहीं जाना: परनà¥à¤¤à¥ मैं उसे जानता हूà¤; और यदि कहूठकि मैं उसे नहीं जानता, तो मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ समान à¤à¥‚ठा ठहरूà¤à¤—ा: परनà¥à¤¤à¥ मैं उसे जानता, और उसके वचन पर चलता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:56 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® मेरा दिन देखने की आशा से बहà¥à¤¤ मगन था; और उसने देखा, और आननà¥à¤¦ किया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:57 लोगों ने उससे कहा, “अब तक तू पचास वरà¥à¤· का नहीं, फिर à¤à¥€ तूने अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को देखा है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:58 यीशॠने उनसे कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि पहले इसके कि अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, मैं हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 8:59 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे मारने के लिये पतà¥à¤¥à¤° उठाà¤, परनà¥à¤¤à¥ यीशॠछिपकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° से निकल गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:1 ¶ फिर जाते हà¥à¤ उसने à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को देखा, जो जनà¥à¤® से अंधा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:2 और उसके चेलों ने उससे पूछा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, किस ने पाप किया था कि यह अंधा जनà¥à¤®à¤¾, इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने, या उसके माता पिता ने?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:3 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “न तो इसने पाप किया था, न इसके माता पिता ने परनà¥à¤¤à¥ यह इसलिठहà¥à¤†, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के काम उसमें पà¥à¤°à¤—ट हों। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:4 जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवशà¥à¤¯ है। वह रात आनेवाली है जिसमें कोई काम नहीं कर सकता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:5 जब तक मैं जगत में हूà¤, तब तक जगत की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:6 यह कहकर उसने à¤à¥‚मि पर थूका और उस थूक से मिटà¥à¤Ÿà¥€ सानी, और वह मिटà¥à¤Ÿà¥€ उस अंधे की आà¤à¤–ों पर लगाकर। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:7 उससे कहा, “जा, शीलोह के कà¥à¤£à¥à¤¡ में धो ले†(शीलोह का अरà¥à¤¥ à¤à¥‡à¤œà¤¾ हà¥à¤† है) अतः उसने जाकर धोया, और देखता हà¥à¤† लौट आया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:8 तब पड़ोसी और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पहले उसे à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ते देखा था, कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ यह वही नहीं, जो बैठा à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ा करता था?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:9 कà¥à¤› लोगों ने कहा, “यह वही है,†औरों ने कहा, “नहीं, परनà¥à¤¤à¥ उसके समान है†उसने कहा, “मैं वही हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:10 तब वे उससे पूछने लगे, “तेरी आà¤à¤–ों कैसे खà¥à¤² गई?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:11 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यीशॠनामक à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ने मिटà¥à¤Ÿà¥€ सानी, और मेरी आà¤à¤–ों पर लगाकर मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘शीलोह में जाकर धो ले,’ तो मैं गया, और धोकर देखने लगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:12 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे पूछा, “वह कहाठहै?†उसने कहा, “मैं नहीं जानता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:13 ¶ लोग उसे जो पहले अंधा था फरीसियों के पास ले गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:14 जिस दिन यीशॠने मिटà¥à¤Ÿà¥€ सानकर उसकी आà¤à¤–ें खोली थी वह सबà¥à¤¤ का दिन था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:15 फिर फरीसियों ने à¤à¥€ उससे पूछा; तेरी आà¤à¤–ें किस रीति से खà¥à¤² गई? उसने उनसे कहा, “उसने मेरी आà¤à¤–ों पर मिटà¥à¤Ÿà¥€ लगाई, फिर मैंने धो लिया, और अब देखता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:16 इस पर कई फरीसी कहने लगे, “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सबà¥à¤¤ का दिन नहीं मानता।†औरों ने कहा, “पापी मनà¥à¤·à¥à¤¯ कैसे à¤à¤¸à¥‡ चिनà¥à¤¹ दिखा सकता है?†अतः उनमें फूट पड़ी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:17 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस अंधे से फिर कहा, “उसने जो तेरी आà¤à¤–ें खोली, तू उसके विषय में कà¥à¤¯à¤¾ कहता है?†उसने कहा, “यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:18 परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न हà¥à¤† कि यह अंधा था और अब देखता है जब तक उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके माता-पिता को जिसकी आà¤à¤–ें खà¥à¤² गई थी, बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:19 उनसे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° है, जिसे तà¥à¤® कहते हो कि अंधा जनà¥à¤®à¤¾ था? फिर अब कैसे देखता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:20 उसके माता-पिता ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हम तो जानते हैं कि यह हमारा पà¥à¤¤à¥à¤° है, और अंधा जनà¥à¤®à¤¾ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:21 परनà¥à¤¤à¥ हम यह नहीं जानते हैं कि अब कैसे देखता है; और न यह जानते हैं, कि किस ने उसकी आà¤à¤–ें खोलीं; वह सयाना है; उसी से पूछ लो; वह अपने विषय में आप कह देगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:22 ये बातें उसके माता-पिता ने इसलिठकहीं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे यहूदियों से डरते थे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहूदी à¤à¤•à¤®à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡ थे, कि यदि कोई कहे कि वह मसीह है, तो आराधनालय से निकाला जाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:23 इसी कारण उसके माता-पिता ने कहा, “वह सयाना है; उसी से पूछ लो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:24 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जो अंधा था दूसरी बार बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उससे कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ कर; हम तो जानते हैं कि वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ पापी है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:25 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं नहीं जानता कि वह पापी है या नहीं मैं à¤à¤• बात जानता हूठकि मैं अंधा था और अब देखता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:26 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे फिर कहा, “उसने तेरे साथ कà¥à¤¯à¤¾ किया? और किस तरह तेरी आà¤à¤–ें खोली?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:27 उसने उनसे कहा, “मैं तो तà¥à¤® से कह चà¥à¤•à¤¾, और तà¥à¤® ने न सà¥à¤¨à¤¾; अब दूसरी बार कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ चाहते हो? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€ उसके चेले होना चाहते हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:28 तब वे उसे बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहकर बोले, “तू ही उसका चेला है; हम तो मूसा के चेले हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:29 हम जानते हैं कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मूसा से बातें की; परनà¥à¤¤à¥ इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को नहीं जानते की कहाठका है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:30 उसने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यह तो अचमà¥à¤à¥‡ की बात है कि तà¥à¤® नहीं जानते की कहाठका है तो à¤à¥€ उसने मेरी आà¤à¤–ें खोल दीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:31 हम जानते हैं कि परमेशà¥â€à¤µà¤° पापियों की नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤•à¥à¤¤ हो, और उसकी इचà¥à¤›à¤¾ पर चलता है, तो वह उसकी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:32 जगत के आरमà¥à¤ से यह कà¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ में नहीं आया, कि किसी ने à¤à¥€ जनà¥à¤® के अंधे की आà¤à¤–ें खोली हों। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:33 यदि यह वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से न होता, तो कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं कर सकता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:34 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू तो बिलकà¥à¤² पापों में जनà¥à¤®à¤¾ है, तू हमें कà¥à¤¯à¤¾ सिखाता है?†और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बाहर निकाल दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:35 ¶ यीशॠने सà¥à¤¨à¤¾, कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बाहर निकाल दिया है; और जब उससे à¤à¥‡à¤‚ट हà¥à¤ˆ तो कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:36 उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे पà¥à¤°à¤à¥, वह कौन है कि मैं उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करूà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:37 यीशॠने उससे कहा, “तूने उसे देखा à¤à¥€ है; और जो तेरे साथ बातें कर रहा है वही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:38 उसने कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता हूà¤à¥¤â€ और उसे दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:39 तब यीशॠने कहा, “मैं इस जगत में नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के लिये आया हूà¤, ताकि जो नहीं देखते वे देखें, और जो देखते हैं वे अंधे हो जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:40 जो फरीसी उसके साथ थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ये बातें सà¥à¤¨ कर उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ हम à¤à¥€ अंधे हैं?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 9:41 यीशॠने उनसे कहा, “यदि तà¥à¤® अंधे होते तो पापी न ठहरते परनà¥à¤¤à¥ अब कहते हो, कि हम देखते हैं, इसलिठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पाप बना रहता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:1 ¶ “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि जो कोई दà¥à¤µà¤¾à¤° से à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ किसी दूसरी ओर से चढ़ जाता है, वह चोर और डाकू है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:2 परनà¥à¤¤à¥ जो दà¥à¤µà¤¾à¤° से à¤à¥€à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करता है वह à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ का चरवाहा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:3 उसके लिये दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल देता है, और à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ उसका शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¤à¥€ हैं, और वह अपनी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को नाम ले लेकर बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ है और बाहर ले जाता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:4 और जब वह अपनी सब à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को बाहर निकाल चà¥à¤•à¤¤à¤¾ है, तो उनके आगे-आगे चलता है, और à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ उसके पीछे-पीछे हो लेती हैं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसका शबà¥à¤¦ पहचानती हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:5 परनà¥à¤¤à¥ वे पराये के पीछे नहीं जाà¤à¤à¤—ी, परनà¥à¤¤à¥ उससे à¤à¤¾à¤—ेंगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे परायों का शबà¥à¤¦ नहीं पहचानती।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:6 यीशॠने उनसे यह दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा, परनà¥à¤¤à¥ वे न समà¤à¥‡ कि ये कà¥à¤¯à¤¾ बातें हैं जो वह हम से कहता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:7 ¶ तब यीशॠने उनसे फिर कहा, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ का दà¥à¤µà¤¾à¤° मैं हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:8 जितने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले आà¤; वे सब चोर और डाकू हैं परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ ने उनकी न सà¥à¤¨à¥€à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:9 दà¥à¤µà¤¾à¤° मैं हूà¤; यदि कोई मेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करे तो उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा और à¤à¥€à¤¤à¤° बाहर आया-जाया करेगा और चारा पाà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:10 चोर किसी और काम के लिये नहीं परनà¥à¤¤à¥ केवल चोरी करने और हतà¥à¤¯à¤¾ करने और नषà¥à¤Ÿ करने को आता है। मैं इसलिठआया कि वे जीवन पाà¤à¤, और बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से पाà¤à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:11 अचà¥à¤›à¤¾ चरवाहा मैं हूà¤; अचà¥à¤›à¤¾ चरवाहा à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ देता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:12 मजदूर जो न चरवाहा है, और न à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ का मालिक है, à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤ को आते हà¥à¤ देख, à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को छोड़कर à¤à¤¾à¤— जाता है, और à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़ता और तितर-बितर कर देता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:13 वह इसलिठà¤à¤¾à¤— जाता है कि वह मजदूर है, और उसको à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ की चिनà¥à¤¤à¤¾ नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:14 अचà¥à¤›à¤¾ चरवाहा मैं हूà¤; मैं अपनी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को जानता हूà¤, और मेरी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ मà¥à¤à¥‡ जानती हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:15 जिस तरह पिता मà¥à¤à¥‡ जानता है, और मैं पिता को जानता हूà¤à¥¤ और मैं à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ देता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:16 और मेरी और à¤à¥€ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ हैं, जो इस à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ की नहीं; मà¥à¤à¥‡ उनका à¤à¥€ लाना अवशà¥à¤¯ है, वे मेरा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गी; तब à¤à¤• ही à¤à¥à¤£à¥à¤¡ और à¤à¤• ही चरवाहा होगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:17 पिता इसलिठमà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, कि मैं अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ देता हूà¤, कि उसे फिर ले लूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:18 कोई उसे मà¥à¤à¤¸à¥‡ छीनता नहीं, वरनॠमैं उसे आप ही देता हूà¤à¥¤ मà¥à¤à¥‡ उसके देने का अधिकार है, और उसे फिर लेने का à¤à¥€ अधिकार है। यह आजà¥à¤žà¤¾ मेरे पिता से मà¥à¤à¥‡ मिली है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:19 इन बातों के कारण यहूदियों में फिर फूट पड़ी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:20 उनमें से बहà¥à¤¤ सारे कहने लगे, “उसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ है, और वह पागल है; उसकी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:21 औरों ने कहा, “ये बातें à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ की नहीं जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ हो। कà¥à¤¯à¤¾ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ अंधों की आà¤à¤–ें खोल सकती है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:22 ¶ यरूशलेम में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨ परà¥à¤µ हà¥à¤†, और जाड़े की ऋतॠथी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:23 और यीशॠमनà¥à¤¦à¤¿à¤° में सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ के ओसारे में टहल रहा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:24 तब यहूदियों ने उसे आ घेरा और पूछा, “तू हमारे मन को कब तक दà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ में रखेगा? यदि तू मसीह है, तो हम से साफ कह दे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:25 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने तà¥à¤® से कह दिया, और तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते ही नहीं, जो काम मैं अपने पिता के नाम से करता हूठवे ही मेरे गवाह हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:26 परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® इसलिठविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते, कि मेरी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ में से नहीं हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:27 मेरी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‡à¤‚ मेरा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¤à¥€ हैं, और मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जानता हूà¤, और वे मेरे पीछे-पीछे चलती हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:28 और मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अननà¥à¤¤ जीवन देता हूà¤, और वे कà¤à¥€ नाश नहीं होंगी, और कोई उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मेरे हाथ से छीन न लेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:29 मेरा पिता, जिस ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤ को दिया है, सबसे बड़ा है, और कोई उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पिता के हाथ से छीन नहीं सकता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:30 मैं और पिता à¤à¤• हैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:31 यहूदियों ने उसे पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करने को फिर पतà¥à¤¥à¤° उठाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:32 इस पर यीशॠने उनसे कहा, “मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने पिता की ओर से बहà¥à¤¤ से à¤à¤²à¥‡ काम दिखाठहैं, उनमें से किस काम के लिये तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करते हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:33 यहूदियों ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “à¤à¤²à¥‡ काम के लिये हम तà¥à¤à¥‡ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ नहीं करते, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ के कारण और इसलिठकि तू मनà¥à¤·à¥à¤¯ होकर अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° बनाता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:34 यीशॠने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में नहीं लिखा है कि ‘मैंने कहा, तà¥à¤® ईशà¥à¤µà¤° हो’? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:35 यदि उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ईशà¥à¤µà¤° कहा जिनके पास परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन पहà¥à¤à¤šà¤¾ (और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की बात लोप नहीं हो सकती।) (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:36 तो जिसे पिता ने पवितà¥à¤° ठहराकर जगत में à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, तà¥à¤® उससे कहते हो, ‘तू निनà¥à¤¦à¤¾ करता है,’ इसलिठकि मैंने कहा, ‘मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° हूà¤à¥¤â€™ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:37 यदि मैं अपने पिता का काम नहीं करता, तो मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:38 परनà¥à¤¤à¥ यदि मैं करता हूà¤, तो चाहे मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न à¤à¥€ करो, परनà¥à¤¤à¥ उन कामों पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो, ताकि तà¥à¤® जानो, और समà¤à¥‹, कि पिता मà¥à¤ में है, और मैं पिता में हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:39 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फिर उसे पकड़ने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ किया परनà¥à¤¤à¥ वह उनके हाथ से निकल गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:40 फिर वह यरदन के पार उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर चला गया, जहाठयूहनà¥à¤¨à¤¾ पहले बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया करता था, और वहीं रहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:41 और बहà¥à¤¤ सारे उसके पास आकर कहते थे, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने तो कोई चिनà¥à¤¹ नहीं दिखाया, परनà¥à¤¤à¥ जो कà¥à¤› यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने इसके विषय में कहा था वह सब सच था।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 10:42 और वहाठबहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:1 ¶ मरियम और उसकी बहन मारà¥à¤¥à¤¾ के गाà¤à¤µ बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ का लाज़र नाम à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ बीमार था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:2 यह वही मरियम थी जिस ने पà¥à¤°à¤à¥ पर इतà¥à¤° डालकर उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ को अपने बालों से पोंछा था, इसी का à¤à¤¾à¤ˆ लाज़र बीमार था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:3 तब उसकी बहनों ने उसे कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, “हे पà¥à¤°à¤à¥, देख, जिससे तू पà¥â€à¤¯à¤¾à¤° करता है, वह बीमार है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:4 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने कहा, “यह बीमारी मृतà¥à¤¯à¥ की नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा के लिये है, कि उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° की महिमा हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:5 और यीशॠमारà¥à¤¥à¤¾ और उसकी बहन और लाज़र से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:6 जब उसने सà¥à¤¨à¤¾, कि वह बीमार है, तो जिस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर वह था, वहाठदो दिन और ठहर गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:7 फिर इसके बाद उसने चेलों से कहा, “आओ, हम फिर यहूदिया को चलें।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:8 चेलों ने उससे कहा, “हे रबà¥à¤¬à¥€, अà¤à¥€ तो यहूदी तà¥à¤à¥‡ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करना चाहते थे, और कà¥à¤¯à¤¾ तू फिर à¤à¥€ वहीं जाता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:9 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ दिन के बारह घंटे नहीं होते? यदि कोई दिन को चले, तो ठोकर नहीं खाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस जगत का उजाला देखता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:10 परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई रात को चले, तो ठोकर खाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:11 उसने ये बातें कहीं, और इसके बाद उनसे कहने लगा, “हमारा मितà¥à¤° लाज़र सो गया है, परनà¥à¤¤à¥ मैं उसे जगाने जाता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:12 तब चेलों ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यदि वह सो गया है, तो बच जाà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:13 यीशॠने तो उसकी मृतà¥à¤¯à¥ के विषय में कहा था : परनà¥à¤¤à¥ वे समà¤à¥‡ कि उसने नींद से सो जाने के विषय में कहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:14 तब यीशॠने उनसे साफ कह दिया, “लाज़र मर गया है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:15 और मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूठकि मैं वहाठन था जिससे तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो। परनà¥à¤¤à¥ अब आओ, हम उसके पास चलें।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:16 तब थोमा ने जो दिदà¥à¤®à¥à¤¸ कहलाता है, अपने साथ के चेलों से कहा, “आओ, हम à¤à¥€ उसके साथ मरने को चलें।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:17 ¶ फिर यीशॠको आकर यह मालूम हà¥à¤† कि उसे कबà¥à¤° में रखे चार दिन हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:18 बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ यरूशलेम के समीप कोई दो मील की दूरी पर था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:19 और बहà¥à¤¤ से यहूदी मारà¥à¤¥à¤¾ और मरियम के पास उनके à¤à¤¾à¤ˆ के विषय में शानà¥à¤¤à¤¿ देने के लिये आठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:20 जब मारà¥à¤¥à¤¾ यीशॠके आने का समाचार सà¥à¤¨à¤•à¤° उससे à¤à¥‡à¤‚ट करने को गई, परनà¥à¤¤à¥ मरियम घर में बैठी रही। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:21 मारà¥à¤¥à¤¾ ने यीशॠसे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यदि तू यहाठहोता, तो मेरा à¤à¤¾à¤ˆ कदापि न मरता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:22 और अब à¤à¥€ मैं जानती हूà¤, कि जो कà¥à¤› तू परमेशà¥â€à¤µà¤° से माà¤à¤—ेगा, परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤à¥‡ देगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:23 यीशॠने उससे कहा, “तेरा à¤à¤¾à¤ˆ जी उठेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:24 मारà¥à¤¥à¤¾ ने उससे कहा, “मैं जानती हूà¤, अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन में पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ के समय वह जी उठेगा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:25 यीशॠने उससे कहा, “पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ और जीवन मैं ही हूà¤, जो कोई मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है वह यदि मर à¤à¥€ जाà¤, तो à¤à¥€ जीà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:26 और जो कोई जीवित है, और मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, वह अननà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤² तक न मरेगा। कà¥à¤¯à¤¾ तू इस बात पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करती है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:27 उसने उससे कहा, “हाà¤, हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर चà¥à¤•à¥€ हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° मसीह जो जगत में आनेवाला था, वह तू ही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:28 ¶ यह कहकर वह चली गई, और अपनी बहन मरियम को चà¥à¤ªà¤•à¥‡ से बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “गà¥à¤°à¥ यहीं है, और तà¥à¤à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:29 वह सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठकर उसके पास आई। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:30 (यीशॠअà¤à¥€ गाà¤à¤µ में नहीं पहà¥à¤à¤šà¤¾ था, परनà¥à¤¤à¥ उसी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में था जहाठमारà¥à¤¥à¤¾ ने उससे à¤à¥‡à¤‚ट की थी।) (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:31 तब जो यहूदी उसके साथ घर में थे, और उसे शानà¥à¤¤à¤¿ दे रहे थे, यह देखकर कि मरियम तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठके बाहर गई है और यह समà¤à¤•à¤° कि वह कबà¥à¤° पर रोने को जाती है, उसके पीछे हो लिये। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:32 जब मरियम वहाठपहà¥à¤à¤šà¥€ जहाठयीशॠथा, तो उसे देखते ही उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरके कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यदि तू यहाठहोता तो मेरा à¤à¤¾à¤ˆ न मरता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:33 जब यीशॠने उसको और उन यहूदियों को जो उसके साथ आठथे रोते हà¥à¤ देखा, तो आतà¥à¤®à¤¾ में बहà¥à¤¤ ही उदास और वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² हà¥à¤†, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:34 और कहा, “तà¥à¤® ने उसे कहाठरखा है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, चलकर देख ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:35 यीशॠरोया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:36 तब यहूदी कहने लगे, “देखो, वह उससे कैसा पà¥â€à¤¯à¤¾à¤° करता था।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:37 परनà¥à¤¤à¥ उनमें से कितनों ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह जिस ने अंधे की आà¤à¤–ें खोली, यह à¤à¥€ न कर सका कि यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ न मरता?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:38 यीशॠमन में फिर बहà¥à¤¤ ही उदास होकर कबà¥à¤° पर आया, वह à¤à¤• गà¥à¤«à¤¾ थी, और à¤à¤• पतà¥à¤¥à¤° उस पर धरा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:39 यीशॠने कहा, “पतà¥à¤¥à¤° को उठाओ।†उस मरे हà¥à¤ की बहन मारà¥à¤¥à¤¾ उससे कहने लगी, “हे पà¥à¤°à¤à¥, उसमें से अब तो दà¥à¤°à¥à¤—नà¥â€à¤§ आती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसे मरे चार दिन हो गà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:40 यीशॠने उससे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ मैंने तà¥à¤ से न कहा था कि यदि तू विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेगी, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा को देखेगी।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:41 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पतà¥à¤¥à¤° को हटाया, फिर यीशॠने आà¤à¤–ें उठाकर कहा, “हे पिता, मैं तेरा धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूठकि तूने मेरी सà¥à¤¨ ली है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:42 और मैं जानता था, कि तू सदा मेरी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, परनà¥à¤¤à¥ जो à¤à¥€à¤¡à¤¼ आस-पास खड़ी है, उनके कारण मैंने यह कहा, जिससे कि वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें, कि तूने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:43 यह कहकर उसने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¾, “हे लाज़र, निकल आ!†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:44 जो मर गया था, वह कफन से हाथ पाà¤à¤µ बंधे हà¥à¤ निकल आया और उसका मà¥à¤à¤¹ अà¤à¤—ोछे से लिपटा हà¥à¤† था। यीशॠने उनसे कहा, “उसे खोलकर जाने दो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:45 ¶ तब जो यहूदी मरियम के पास आठथे, और उसका यह काम देखा था, उनमें से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:46 परनà¥à¤¤à¥ उनमें से कितनों ने फरीसियों के पास जाकर यीशॠके कामों का समाचार दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:47 इस पर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों ने मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¤à¤¾ के लोगों को इकटà¥à¤ ा करके कहा, “हम कà¥à¤¯à¤¾ करेंगे? यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ तो बहà¥à¤¤ चिनà¥à¤¹ दिखाता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:48 यदि हम उसे à¤à¤¸à¥‡ ही छोड़ दे, तो सब उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ले आà¤à¤à¤—े और रोमी आकर हमारी जगह और जाति दोनों पर अधिकार कर लेंगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:49 तब उनमें से कैफा नाम à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ने जो उस वरà¥à¤· का महायाजक था, उनसे कहा, “तà¥à¤® कà¥à¤› नहीं जानते; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:50 और न यह सोचते हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यह à¤à¤²à¤¾ है, कि लोगों के लिये à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ मरे, और न यह, कि सारी जाति नाश हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:51 यह बात उसने अपनी ओर से न कही, परनà¥à¤¤à¥ उस वरà¥à¤· का महायाजक होकर à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की, कि यीशॠउस जाति के लिये मरेगा; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:52 और न केवल उस जाति के लिये, वरनॠइसलिठà¤à¥€, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की तितर-बितर सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को à¤à¤• कर दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:53 अतः उसी दिन से वे उसके मार डालने की समà¥à¤®à¤¤à¤¿ करने लगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:54 इसलिठयीशॠउस समय से यहूदियों में पà¥à¤°à¤—ट होकर न फिरा; परनà¥à¤¤à¥ वहाठसे जंगल के निकटवरà¥à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के à¤à¤ªà¥à¤°à¥ˆà¤® नाम, à¤à¤• नगर को चला गया; और अपने चेलों के साथ वहीं रहने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:55 और यहूदियों का फसह निकट था, और बहà¥à¤¤ सारे लोग फसह से पहले दिहात से यरूशलेम को गठकि अपने आप को शà¥à¤¦à¥à¤§ करें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:56 वे यीशॠको ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में खड़े होकर आपस में कहने लगे, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो? कà¥à¤¯à¤¾ वह परà¥à¤µ में नहीं आà¤à¤—ा?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 11:57 और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों ने à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ दे रखी थी, कि यदि कोई यह जाने कि यीशॠकहाठहै तो बताà¤, कि उसे पकड़ लें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:1 ¶ फिर यीशॠफसह से छः दिन पहले बैतनियà¥à¤¯à¤¾à¤¹ में आया, जहाठलाज़र था; जिसे यीशॠने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:2 वहाठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके लिये à¤à¥‹à¤œà¤¨ तैयार किया, और मारà¥à¤¥à¤¾ सेवा कर रही थी, और लाज़र उनमें से à¤à¤• था, जो उसके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने के लिये बैठे थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:3 तब मरियम ने जटामांसी का आधा सेर बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ इतà¥à¤° लेकर यीशॠके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर डाला, और अपने बालों से उसके पाà¤à¤µ पोंछे, और इतà¥à¤° की सà¥à¤—ंध से घर सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ हो गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:4 परनà¥à¤¤à¥ उसके चेलों में से यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ नाम à¤à¤• चेला जो उसे पकड़वाने पर था, कहने लगा, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:5 “यह इतà¥à¤° तीन सौ दीनार में बेचकर गरीबों को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न दिया गया?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:6 उसने यह बात इसलिठन कही, कि उसे गरीबों की चिनà¥à¤¤à¤¾ थी, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि वह चोर था और उसके पास उनकी थैली रहती थी, और उसमें जो कà¥à¤› डाला जाता था, वह निकाल लेता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:7 यीशॠने कहा, “उसे मेरे गाड़े जाने के दिन के लिये रहने दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि गरीब तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदा रहते हैं, परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ सदा न रहूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:9 ¶ यहूदियों में से साधारण लोग जान गà¤, कि वह वहाठहै, और वे न केवल यीशॠके कारण आठपरनà¥à¤¤à¥ इसलिठà¤à¥€ कि लाज़र को देखें, जिसे उसने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:10 तब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने लाज़र को à¤à¥€ मार डालने की समà¥à¤®à¤¤à¤¿ की। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके कारण बहà¥à¤¤ से यहूदी चले गà¤, और यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:12 ¶ दूसरे दिन बहà¥à¤¤ से लोगों ने जो परà¥à¤µ में आठथे, यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, कि यीशॠयरूशलेम में आ रहा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:13 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खजूर की डालियाठलीं, और उससे à¤à¥‡à¤‚ट करने को निकले, और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ लगे, “होशाना! धनà¥à¤¯ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजा, जो पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से आता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:14 जब यीशॠको à¤à¤• गदहे का बचà¥à¤šà¤¾ मिला, तो वह उस पर बैठा, जैसा लिखा है, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:15 “हे सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ की बेटी, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:16 ¶ उसके चेले, ये बातें पहले न समà¤à¥‡ थे; परनà¥à¤¤à¥ जब यीशॠकी महिमा पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤ˆ, तो उनको सà¥à¤®à¤°à¤£ आया, कि ये बातें उसके विषय में लिखी हà¥à¤ˆ थीं; और लोगों ने उससे इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° किया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:17 तब à¤à¥€à¤¡à¤¼ के लोगों ने जो उस समय उसके साथ थे यह गवाही दी कि उसने लाज़र को कबà¥à¤° में से बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:18 इसी कारण लोग उससे à¤à¥‡à¤‚ट करने को आठथे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¨à¤¾ था, कि उसने यह आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤® दिखाया है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:19 तब फरीसियों ने आपस में कहा, “सोचो, तà¥à¤® लोग कà¥à¤› नहीं कर पा रहे हो; देखो, संसार उसके पीछे हो चला है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:20 ¶ जो लोग उस परà¥à¤µ में आराधना करने आठथे उनमें से कई यूनानी थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:21 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गलील के बैतसैदा के रहनेवाले फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ के पास आकर उससे विनती की, “शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ हम यीशॠसे à¤à¥‡à¤‚ट करना चाहते हैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:22 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने आकर अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ से कहा; तब अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने यीशॠसे कहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:23 इस पर यीशॠने उनसे कहा, “वह समय आ गया है, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° कि महिमा हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:24 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि जब तक गेहूठका दाना à¤à¥‚मि में पड़कर मर नहीं जाता, वह अकेला रहता है परनà¥à¤¤à¥ जब मर जाता है, तो बहà¥à¤¤ फल लाता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:25 जो अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानता है, वह उसे खो देता है; और जो इस जगत में अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ को अपà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानता है; वह अननà¥à¤¤ जीवन के लिये उसकी रकà¥à¤·à¤¾ करेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:26 यदि कोई मेरी सेवा करे, तो मेरे पीछे हो ले; और जहाठमैं हूठवहाठमेरा सेवक à¤à¥€ होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे, तो पिता उसका आदर करेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:27 ¶ “अब मेरा जी वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² हो रहा है। इसलिठअब मैं कà¥à¤¯à¤¾ कहूà¤? ‘हे पिता, मà¥à¤à¥‡ इस घड़ी से बचा?’ परनà¥à¤¤à¥ मैं इसी कारण इस घड़ी को पहà¥à¤à¤šà¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:28 हे पिता अपने नाम की महिमा कर।†तब यह आकाशवाणी हà¥à¤ˆ, “मैंने उसकी महिमा की है, और फिर à¤à¥€ करूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:29 तब जो लोग खड़े हà¥à¤ सà¥à¤¨ रहे थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा; कि बादल गरजा, औरों ने कहा, “कोई सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उससे बोला।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:30 इस पर यीशॠने कहा, “यह शबà¥à¤¦ मेरे लिये नहीं परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये आया है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:31 अब इस जगत का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ होता है, अब इस जगत का सरदार निकाल दिया जाà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:32 और मैं यदि पृथà¥à¤µà¥€ पर से ऊà¤à¤šà¥‡ पर चढ़ाया जाऊà¤à¤—ा, तो सब को अपने पास खीचूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:33 à¤à¤¸à¤¾ कहकर उसने यह पà¥à¤°à¤—ट कर दिया, कि वह कैसी मृतà¥à¤¯à¥ से मरेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:34 इस पर लोगों ने उससे कहा, “हमने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की यह बात सà¥à¤¨à¥€ है, कि मसीह सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ रहेगा, फिर तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को ऊà¤à¤šà¥‡ पर चढ़ाया जाना अवशà¥à¤¯ है? यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° कौन है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:35 यीशॠने उनसे कहा, “जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ अब थोड़ी देर तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में है, जब तक जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ है तब तक चले चलो; à¤à¤¸à¤¾ न हो कि अंधकार तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आ घेरे; जो अंधकार में चलता है वह नहीं जानता कि किधर जाता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:36 जब तक जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ है, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो कि तà¥à¤® जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बनो।†ये बातें कहकर यीशॠचला गया और उनसे छिपा रहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:37 ¶ और उसने उनके सामने इतने चिनà¥à¤¹ दिखाà¤, तो à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न किया; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:38 ताकि यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ का वचन पूरा हो जो उसने कहा: (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:39 ¶ इस कारण वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न कर सके, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यशायाह ने यह à¤à¥€ कहा है: (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:40 “उसने उनकी आà¤à¤–ें अंधी, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:41 यशायाह ने ये बातें इसलिठकहीं, कि उसने उसकी महिमा देखी; और उसने उसके विषय में बातें की। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:42 तो à¤à¥€ सरदारों में से à¤à¥€ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, परनà¥à¤¤à¥ फरीसियों के कारण पà¥à¤°à¤—ट में नहीं मानते थे, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि आराधनालय में से निकाले जाà¤à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:43 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा उनको परमेशà¥â€à¤µà¤° की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा से अधिक पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लगती थी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:44 ¶ यीशॠने पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, वह मà¥à¤ पर नहीं, वरनॠमेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:45 और जो मà¥à¤à¥‡ देखता है, वह मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को देखता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:46 मैं जगत में जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ होकर आया हूठताकि जो कोई मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, वह अंधकार में न रहे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:47 यदि कोई मेरी बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जगत का उदà¥à¤§à¤¾à¤° करने के लिये आया हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:48 जो मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤šà¥à¤› जानता है और मेरी बातें गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो à¤à¤• है: अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जो वचन मैंने कहा है, वह अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिन में उसे दोषी ठहराà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:49 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने अपनी ओर से बातें नहीं की, परनà¥à¤¤à¥ पिता जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है उसी ने मà¥à¤à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ दी है, कि कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ कहूठऔर कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ बोलूà¤? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 12:50 और मैं जानता हूà¤, कि उसकी आजà¥à¤žà¤¾ अननà¥à¤¤ जीवन है इसलिठमैं जो बोलता हूà¤, वह जैसा पिता ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा है वैसा ही बोलता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:1 ¶ फसह के परà¥à¤µ से पहले जब यीशॠने जान लिया, कि मेरा वह समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है कि जगत छोड़कर पिता के पास जाऊà¤, तो अपने लोगों से, जो जगत में थे, जैसा पà¥à¤°à¥‡à¤® वह रखता था, अनà¥à¤¤ तक वैसा ही पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता रहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:2 और जब शैतान शमौन के पà¥à¤¤à¥à¤° यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ के मन में यह डाल चà¥à¤•à¤¾ था, कि उसे पकड़वाà¤, तो à¤à¥‹à¤œà¤¨ के समय (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:3 यीशॠने, यह जानकर कि पिता ने सब कà¥à¤› उसके हाथ में कर दिया है और मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास से आया हूà¤, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास जाता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:4 à¤à¥‹à¤œà¤¨ पर से उठकर अपने कपड़े उतार दिà¤, और अà¤à¤—ोछा लेकर अपनी कमर बाà¤à¤§à¥€à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:5 ¶ तब बरà¥à¤¤à¤¨ में पानी à¤à¤°à¤•à¤° चेलों के पाà¤à¤µ धोने और जिस अà¤à¤—ोछे से उसकी कमर बंधी थी उसी से पोंछने लगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:6 जब वह शमौन पतरस के पास आया तब उसने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ तू मेरे पाà¤à¤µ धोता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:7 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जो मैं करता हूà¤, तू अà¤à¥€ नहीं जानता, परनà¥à¤¤à¥ इसके बाद समà¤à¥‡à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:8 पतरस ने उससे कहा, “तू मेरे पाà¤à¤µ कà¤à¥€ न धोने पाà¤à¤—ा!†यह सà¥à¤¨à¤•à¤° यीशॠने उससे कहा, “यदि मैं तà¥à¤à¥‡ न धोऊà¤, तो मेरे साथ तेरा कà¥à¤› à¤à¥€ à¤à¤¾à¤— नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:9 शमौन पतरस ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तो मेरे पाà¤à¤µ ही नहीं, वरनॠहाथ और सिर à¤à¥€ धो दे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:10 यीशॠने उससे कहा, “जो नहा चà¥à¤•à¤¾ है, उसे पाà¤à¤µ के सिवा और कà¥à¤› धोने का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं; परनà¥à¤¤à¥ वह बिलकà¥à¤² शà¥à¤¦à¥à¤§ है: और तà¥à¤® शà¥à¤¦à¥à¤§ हो; परनà¥à¤¤à¥ सब के सब नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:11 वह तो अपने पकड़वानेवाले को जानता था इसलिठउसने कहा, “तà¥à¤® सब के सब शà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:12 ¶ जब वह उनके पाà¤à¤µ धो चà¥à¤•à¤¾ और अपने कपड़े पहनकर फिर बैठगया तो उनसे कहने लगा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® समà¤à¥‡ कि मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ कà¥à¤¯à¤¾ किया? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:13 तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¥, और पà¥à¤°à¤à¥, कहते हो, और à¤à¤²à¤¾ कहते हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं वहीं हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:14 यदि मैंने पà¥à¤°à¤à¥ और गà¥à¤°à¥ होकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पाà¤à¤µ धोà¤; तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ à¤à¤• दूसरे के पाà¤à¤µ धोना चाहिà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमूना दिखा दिया है, कि जैसा मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ किया है, तà¥à¤® à¤à¥€ वैसा ही किया करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:16 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, दास अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से बड़ा नहीं; और न à¤à¥‡à¤œà¤¾ हà¥à¤† अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ से। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:17 तà¥à¤® तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धनà¥à¤¯ हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:18 मैं तà¥à¤® सब के विषय में नहीं कहता: जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैंने चà¥à¤¨ लिया है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैं जानता हूà¤; परनà¥à¤¤à¥ यह इसलिठहै, कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का यह वचन पूरा हो, ‘जो मेरी रोटी खाता है, उसने मà¥à¤ पर लात उठाई।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:19 अब मैं उसके होने से पहले तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जताठदेता हूठकि जब हो जाठतो तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो कि मैं वहीं हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:20 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि जो मेरे à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, और जो मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है, वह मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:21 ¶ ये बातें कहकर यीशॠआतà¥à¤®à¤¾ में वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² हà¥à¤† और यह गवाही दी, “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि तà¥à¤® में से à¤à¤• मà¥à¤à¥‡ पकड़वाà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:22 चेले यह संदेह करते हà¥à¤, कि वह किस के विषय में कहता है, à¤à¤• दूसरे की ओर देखने लगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:23 उसके चेलों में से à¤à¤• जिससे यीशॠपà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था, यीशॠकी छाती की ओर à¤à¥à¤•à¤¾ हà¥à¤† बैठा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:24 तब शमौन पतरस ने उसकी ओर संकेत करके पूछा, “बता तो, वह किस के विषय में कहता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:25 तब उसने उसी तरह यीशॠकी छाती की ओर à¤à¥à¤•à¤•à¤° पूछा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, वह कौन है?†यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जिसे मैं यह रोटी का टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ डà¥à¤¬à¥‹à¤•à¤° दूà¤à¤—ा, वही है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:26 और उसने टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ डà¥à¤¬à¥‹à¤•à¤° शमौन के पà¥à¤¤à¥à¤° यहूदा इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ को दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:27 और टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ लेते ही शैतान उसमें समा गया: तब यीशॠने उससे कहा, “जो तू करनेवाला है, तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ कर।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:28 परनà¥à¤¤à¥ बैठनेवालों में से किसी ने न जाना कि उसने यह बात उससे किस लिये कही। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:29 यहूदा के पास थैली रहती थी, इसलिठकिसी-किसी ने समà¤à¤¾, कि यीशॠउससे कहता है, कि जो कà¥à¤› हमें परà¥à¤µ के लिये चाहिठवह मोल ले, या यह कि गरीबों को कà¥à¤› दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:30 तब वह टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ लेकर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ बाहर चला गया, और रातà¥à¤°à¤¿ का समय था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:31 ¶ जब वह बाहर चला गया तो यीशॠने कहा, “अब मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° की महिमा हà¥à¤ˆ, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा उसमें हà¥à¤ˆ; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:32 और परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¥€ अपने में उसकी महिमा करेगा, वरनॠतà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ करेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:33 हे बालकों, मैं और थोड़ी देर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास हूà¤: फिर तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‹à¤—े, और जैसा मैंने यहूदियों से कहा, ‘जहाठमैं जाता हूà¤, वहाठतà¥à¤® नहीं आ सकते,’ वैसा ही मैं अब तà¥à¤® से à¤à¥€ कहता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:34 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• नई आजà¥à¤žà¤¾ देता हूà¤, कि à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो जैसा मैंने तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा है, वैसा ही तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:35 यदि आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखोगे तो इसी से सब जानेंगे, कि तà¥à¤® मेरे चेले हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:36 ¶ शमौन पतरस ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तू कहाठजाता है?†यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “जहाठमैं जाता हूà¤, वहाठतू अब मेरे पीछे आ नहीं सकता; परनà¥à¤¤à¥ इसके बाद मेरे पीछे आà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:37 पतरस ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, अà¤à¥€ मैं तेरे पीछे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं आ सकता? मैं तो तेरे लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ दूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 13:38 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तू मेरे लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ देगा? मैं तà¥à¤ से सच-सच कहता हूठकि मà¥à¤°à¥à¤—ा बाà¤à¤— न देगा जब तक तू तीन बार मेरा इनà¥à¤•à¤¾à¤° न कर लेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:1 ¶ “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² न हो, तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हो मà¥à¤ पर à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:2 मेरे पिता के घर में बहà¥à¤¤ से रहने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हैं, यदि न होते, तो मैं तà¥à¤® से कह देता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये जगह तैयार करने जाता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:3 और यदि मैं जाकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये जगह तैयार करूà¤, तो फिर आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने यहाठले जाऊà¤à¤—ा, कि जहाठमैं रहूठवहाठतà¥à¤® à¤à¥€ रहो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:4 ¶ और जहाठमैं जाता हूठतà¥à¤® वहाठका मारà¥à¤— जानते हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:5 थोमा ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, हम नहीं जानते कि तू कहाठजाता है; तो मारà¥à¤— कैसे जानें?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:6 यीशॠने उससे कहा, “मारà¥à¤— और सतà¥à¤¯ और जीवन मैं ही हूà¤; बिना मेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कोई पिता के पास नहीं पहà¥à¤à¤š सकता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:7 यदि तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ जाना होता, तो मेरे पिता को à¤à¥€ जानते, और अब उसे जानते हो, और उसे देखा à¤à¥€ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:8 ¶ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, पिता को हमें दिखा दे: यही हमारे लिये बहà¥à¤¤ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:9 यीशॠने उससे कहा, “हे फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, मैं इतने दिन से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ हूà¤, और कà¥à¤¯à¤¾ तू मà¥à¤à¥‡ नहीं जानता? जिस ने मà¥à¤à¥‡ देखा है उसने पिता को देखा है: तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है कि पिता को हमें दिखा? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:10 कà¥à¤¯à¤¾ तू विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करता, कि मैं पिता में हूà¤, और पिता मà¥à¤ में हैं? ये बातें जो मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, अपनी ओर से नहीं कहता, परनà¥à¤¤à¥ पिता मà¥à¤ में रहकर अपने काम करता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:11 मेरा ही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो, कि मैं पिता में हूà¤; और पिता मà¥à¤ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:12 ¶ “मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, कि जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखता है, ये काम जो मैं करता हूठवह à¤à¥€ करेगा, वरनॠइनसे à¤à¥€ बड़े काम करेगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं पिता के पास जाता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:13 और जो कà¥à¤› तà¥à¤® मेरे नाम से माà¤à¤—ोगे, वही मैं करूà¤à¤—ा कि पà¥à¤¤à¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पिता की महिमा हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:14 यदि तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ मेरे नाम से कà¥à¤› माà¤à¤—ोगे, तो मैं उसे करूà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:15 ¶ “यदि तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हो, तो मेरी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानोगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:16 और मैं पिता से विनती करूà¤à¤—ा, और वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• और सहायक देगा, कि वह सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:17 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सतà¥à¤¯ की आतà¥à¤®à¤¾, जिसे संसार गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं कर सकता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तà¥à¤® उसे जानते हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहता है, और वह तà¥à¤® में होगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:18 ¶ “मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनाथ न छोडूà¤à¤—ा, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास वापस आता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:19 और थोड़ी देर रह गई है कि संसार मà¥à¤à¥‡ न देखेगा, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ देखोगे, इसलिठकि मैं जीवित हूà¤, तà¥à¤® à¤à¥€ जीवित रहोगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:20 उस दिन तà¥à¤® जानोगे, कि मैं अपने पिता में हूà¤, और तà¥à¤® मà¥à¤ में, और मैं तà¥à¤® में। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:21 जिसके पास मेरी आजà¥à¤žà¤¾ है, और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानता है, वही मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, और जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, उससे मेरा पिता पà¥à¤°à¥‡à¤® रखेगा, और मैं उससे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखूà¤à¤—ा, और अपने आप को उस पर पà¥à¤°à¤—ट करूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:22 उस यहूदा ने जो इसà¥à¤•à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¤à¥€ न था, उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† कि तू अपने आप को हम पर पà¥à¤°à¤—ट करना चाहता है, और संसार पर नहीं?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:23 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि कोई मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उससे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखेगा, और हम उसके पास आà¤à¤à¤—े, और उसके साथ वास करेंगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:24 जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो, वह मेरा नहीं वरनॠपिता का है, जिस ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:25 ¶ “ये बातें मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहते हà¥à¤ तà¥à¤® से कही। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:26 परनà¥à¤¤à¥ सहायक अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ जिसे पिता मेरे नाम से à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤—ा, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें सिखाà¤à¤—ा, और जो कà¥à¤› मैंने तà¥à¤® से कहा है, वह सब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ कराà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:27 ¶ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ दिठजाता हूà¤, अपनी शानà¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देता हूà¤; जैसे संसार देता है, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं देता: तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन न घबराठऔर न डरे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:28 तà¥à¤® ने सà¥à¤¨à¤¾, कि मैंने तà¥à¤® से कहा, ‘मैं जाता हूà¤, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास फिर आता हूà¤â€™ यदि तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते, तो इस बात से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होते, कि मैं पिता के पास जाता हूठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता मà¥à¤à¤¸à¥‡ बड़ा है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:29 और मैंने अब इसके होने से पहले तà¥à¤® से कह दिया है, कि जब वह हो जाà¤, तो तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:30 मैं अब से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ और बहà¥à¤¤ बातें न करूà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस संसार का सरदार आता है, और मà¥à¤ पर उसका कà¥à¤› अधिकार नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 14:31 परनà¥à¤¤à¥ यह इसलिठहोता है कि संसार जाने कि मैं पिता से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤, और जिस तरह पिता ने मà¥à¤à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ दी, मैं वैसे ही करता हूà¤à¥¤ उठो, यहाठसे चलें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:1 ¶ “सचà¥à¤šà¥€ दाखलता मैं हूà¤; और मेरा पिता किसान है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:2 जो डाली मà¥à¤ में है, और नहीं फलती, उसे वह काट डालता है, और जो फलती है, उसे वह छाà¤à¤Ÿà¤¤à¤¾ है ताकि और फले। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:3 तà¥à¤® तो उस वचन के कारण जो मैंने तà¥à¤® से कहा है, शà¥à¤¦à¥à¤§ हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:4 तà¥à¤® मà¥à¤ में बने रहो, और मैं तà¥à¤® में जैसे डाली यदि दाखलता में बनी न रहे, तो अपने आप से नहीं फल सकती, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ यदि मà¥à¤ में बने न रहो तो नहीं फल सकते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:5 मैं दाखलता हूà¤: तà¥à¤® डालियाठहो; जो मà¥à¤ में बना रहता है, और मैं उसमें, वह बहà¥à¤¤ फल फलता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¤¸à¥‡ अलग होकर तà¥à¤® कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं कर सकते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:6 यदि कोई मà¥à¤ में बना न रहे, तो वह डाली के समान फेंक दिया जाता, और सूख जाता है; और लोग उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बटोरकर आग में à¤à¥‹à¤‚क देते हैं, और वे जल जाती हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:7 यदि तà¥à¤® मà¥à¤ में बने रहो, और मेरी बातें तà¥à¤® में बनी रहें तो जो चाहो माà¤à¤—ो और वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हो जाà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:8 मेरे पिता की महिमा इसी से होती है, कि तà¥à¤® बहà¥à¤¤ सा फल लाओ, तब ही तà¥à¤® मेरे चेले ठहरोगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:9 जैसा पिता ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा, वैसे ही मैंने तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा, मेरे पà¥à¤°à¥‡à¤® में बने रहो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:10 यदि तà¥à¤® मेरी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानोगे, तो मेरे पà¥à¤°à¥‡à¤® में बने रहोगे जैसा कि मैंने अपने पिता की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को माना है, और उसके पà¥à¤°à¥‡à¤® में बना रहता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:11 मैंने ये बातें तà¥à¤® से इसलिठकही हैं, कि मेरा आननà¥à¤¦ तà¥à¤® में बना रहे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ पूरा हो जाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:12 ¶ “मेरी आजà¥à¤žà¤¾ यह है, कि जैसा मैंने तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा, वैसा ही तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:13 इससे बड़ा पà¥à¤°à¥‡à¤® किसी का नहीं, कि कोई अपने मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिये अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:14 जो कà¥à¤› मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ देता हूà¤, यदि उसे करो, तो तà¥à¤® मेरे मितà¥à¤° हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:15 अब से मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दास न कहूà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दास नहीं जानता, कि उसका सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ करता है: परनà¥à¤¤à¥ मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मितà¥à¤° कहा है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने जो बातें अपने पिता से सà¥à¤¨à¥€à¤‚, वे सब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता दीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:16 तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ नहीं चà¥à¤¨à¤¾ परनà¥à¤¤à¥ मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चà¥à¤¨à¤¾ है और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ ठहराया ताकि तà¥à¤® जाकर फल लाओ; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ फल बना रहे, कि तà¥à¤® मेरे नाम से जो कà¥à¤› पिता से माà¤à¤—ो, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:17 इन बातों की आजà¥à¤žà¤¾ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठदेता हूà¤, कि तà¥à¤® à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:18 ¶ “यदि संसार तà¥à¤® से बैर रखता है, तो तà¥à¤® जानते हो, कि उसने तà¥à¤® से पहले मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ बैर रखा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:19 यदि तà¥à¤® संसार के होते, तो संसार अपनों से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता, परनà¥à¤¤à¥ इस कारण कि तà¥à¤® संसार के नहीं वरनॠमैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ संसार में से चà¥à¤¨ लिया है; इसलिठसंसार तà¥à¤® से बैर रखता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:20 जो बात मैंने तà¥à¤® से कही थी, ‘दास अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से बड़ा नहीं होता,’ उसको याद रखो यदि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ सताया, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ सताà¤à¤à¤—े; यदि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरी बात मानी, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ मानेंगे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:21 परनà¥à¤¤à¥ यह सब कà¥à¤› वे मेरे नाम के कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ करेंगे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे मेरे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को नहीं जानते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:22 यदि मैं न आता और उनसे बातें न करता, तो वे पापी न ठहरते परनà¥à¤¤à¥ अब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके पाप के लिये कोई बहाना नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:23 जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ बैर रखता है, वह मेरे पिता से à¤à¥€ बैर रखता है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:24 यदि मैं उनमें वे काम न करता, जो और किसी ने नहीं किठतो वे पापी नहीं ठहरते, परनà¥à¤¤à¥ अब तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ और मेरे पिता दोनों को देखा, और दोनों से बैर किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:25 और यह इसलिठहà¥à¤†, कि वह वचन पूरा हो, जो उनकी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में लिखा है, ‘उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ बैर किया।’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:26 परनà¥à¤¤à¥ जब वह सहायक आà¤à¤—ा, जिसे मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास पिता की ओर से à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सतà¥à¤¯ का आतà¥à¤®à¤¾ जो पिता की ओर से निकलता है, तो वह मेरी गवाही देगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 15:27 और तà¥à¤® à¤à¥€ गवाह हो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आरमà¥à¤ से मेरे साथ रहे हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:1 ¶ “ये बातें मैंने तà¥à¤® से इसलिठकहीं कि तà¥à¤® ठोकर न खाओ। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:2 वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आराधनालयों में से निकाल देंगे, वरनॠवह समय आता है, कि जो कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मार डालेगा यह समà¤à¥‡à¤—ा कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा करता हूà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:3 और यह वे इसलिठकरेंगे कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने न पिता को जाना है और न मà¥à¤à¥‡ जानते हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:4 परनà¥à¤¤à¥ ये बातें मैंने इसलिठतà¥à¤® से कहीं, कि जब उनके पूरे होने का समय आठतो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ आ जाà¤, कि मैंने तà¥à¤® से पहले ही कह दिया था, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:5 ¶ अब मैं अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ के पास जाता हूठऔर तà¥à¤® में से कोई मà¥à¤à¤¸à¥‡ नहीं पूछता, ‘तू कहाठजाता हैं?’ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:6 परनà¥à¤¤à¥ मैंने जो ये बातें तà¥à¤® से कही हैं, इसलिठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन शोक से à¤à¤° गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:7 फिर à¤à¥€ मैं तà¥à¤® से सच कहता हूà¤, कि मेरा जाना तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये अचà¥à¤›à¤¾ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मैं न जाऊà¤, तो वह सहायक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास न आà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ यदि मैं जाऊà¤à¤—ा, तो उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œ दूà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:8 और वह आकर संसार को पाप और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के विषय में निरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤° करेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:9 पाप के विषय में इसलिठकि वे मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:10 और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के विषय में इसलिठकि मैं पिता के पास जाता हूà¤, और तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ फिर न देखोगे; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:11 नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के विषय में इसलिठकि संसार का सरदार दोषी ठहराया गया है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:12 ¶ “मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® से और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ सी बातें कहनी हैं, परनà¥à¤¤à¥ अà¤à¥€ तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सह नहीं सकते। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:13 परनà¥à¤¤à¥ जब वह अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सतà¥à¤¯ का आतà¥à¤®à¤¾ आà¤à¤—ा, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब सतà¥à¤¯ का मारà¥à¤— बताà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अपनी ओर से न कहेगा, परनà¥à¤¤à¥ जो कà¥à¤› सà¥à¤¨à¥‡à¤—ा, वही कहेगा, और आनेवाली बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:14 वह मेरी महिमा करेगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मेरी बातों में से लेकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:15 जो कà¥à¤› पिता का है, वह सब मेरा है; इसलिठमैंने कहा, कि वह मेरी बातों में से लेकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:16 ¶ “थोड़ी देर में तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मà¥à¤à¥‡ देखोगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:17 तब उसके कितने चेलों ने आपस में कहा, “यह कà¥à¤¯à¤¾ है, जो वह हम से कहता है, ‘थोड़ी देर में तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मà¥à¤à¥‡ देखोगे?’ और यह ‘इसलिठकि मैं पिता के पास जाता हूà¤â€™?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:18 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “यह ‘थोड़ी देर’ जो वह कहता है, कà¥à¤¯à¤¾ बात है? हम नहीं जानते, कि कà¥à¤¯à¤¾ कहता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:19 यीशॠने यह जानकर, कि वे मà¥à¤à¤¸à¥‡ पूछना चाहते हैं, उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® आपस में मेरी इस बात के विषय में पूछ-ताछ करते हो, ‘थोड़ी देर में तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मà¥à¤à¥‡ देखोगे’? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:20 मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤; कि तà¥à¤® रोओगे और विलाप करोगे, परनà¥à¤¤à¥ संसार आननà¥à¤¦ करेगा: तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शोक होगा, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ शोक आननà¥à¤¦ बन जाà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:21 जब सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जनने लगती है तो उसको शोक होता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी दà¥à¤ƒà¤– की घड़ी आ पहà¥à¤à¤šà¥€, परनà¥à¤¤à¥ जब वह बालक को जनà¥à¤® दे चà¥à¤•à¥€ तो इस आननà¥à¤¦ से कि जगत में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, उस संकट को फिर सà¥à¤®à¤°à¤£ नहीं करती। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:22 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ अब तो शोक है, परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® से फिर मिलूà¤à¤—ा और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन में आननà¥à¤¦ होगा; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ कोई तà¥à¤® से छीन न लेगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:23 उस दिन तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤› न पूछोगे; मैं तà¥à¤® से सच-सच कहता हूà¤, यदि पिता से कà¥à¤› माà¤à¤—ोगे, तो वह मेरे नाम से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:24 अब तक तà¥à¤® ने मेरे नाम से कà¥à¤› नहीं माà¤à¤—ा; माà¤à¤—ो तो पाओगे ताकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ पूरा हो जाà¤à¥¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:25 ¶ “मैंने ये बातें तà¥à¤® से दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में कही हैं, परनà¥à¤¤à¥ वह समय आता है, कि मैं तà¥à¤® से दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में और फिर नहीं कहूà¤à¤—ा परनà¥à¤¤à¥ खोलकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पिता के विषय में बताऊà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:26 उस दिन तà¥à¤® मेरे नाम से माà¤à¤—ोगे, और मैं तà¥à¤® से यह नहीं कहता, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पिता से विनती करूà¤à¤—ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता तो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, इसलिठकि तà¥à¤® ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा है, और यह à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, कि मैं पिता की ओर से आया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:28 मैं पिता की ओर से जगत में आया हूà¤, फिर जगत को छोड़कर पिता के पास वापस जाता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:29 उसके चेलों ने कहा, “देख, अब तो तू खà¥à¤²à¤•à¤° कहता है, और कोई दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ नहीं कहता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:30 अब हम जान गà¤, कि तू सब कà¥à¤› जानता है, और जरूरत नहीं कि कोई तà¥à¤ से पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ करे, इससे हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से आया है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:31 यह सà¥à¤¨ यीशॠने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® अब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हो? (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:32 देखो, वह घड़ी आती है वरनॠआ पहà¥à¤à¤šà¥€ कि तà¥à¤® सब तितर-बितर होकर अपना-अपना मारà¥à¤— लोगे, और मà¥à¤à¥‡ अकेला छोड़ दोगे, फिर à¤à¥€ मैं अकेला नहीं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता मेरे साथ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 16:33 मैंने ये बातें तà¥à¤® से इसलिठकही हैं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤ में शानà¥à¤¤à¤¿ मिले; संसार में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤²à¥‡à¤¶ होता है, परनà¥à¤¤à¥ ढाढ़स बाà¤à¤§à¥‹, मैंने संसार को जीत लिया है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:1 ¶ यीशॠने ये बातें कहीं और अपनी आà¤à¤–ें आकाश की ओर उठाकर कहा, “हे पिता, वह घड़ी आ पहà¥à¤à¤šà¥€, अपने पà¥à¤¤à¥à¤° की महिमा कर, कि पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ तेरी महिमा करे, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तूने उसको सब पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर अधिकार दिया, कि जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने उसको दिया है, उन सब को वह अननà¥à¤¤ जीवन दे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:3 और अननà¥à¤¤ जीवन यह है, कि वे तà¥à¤ à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° सचà¥à¤šà¥‡ परमेशà¥â€à¤µà¤° को और यीशॠमसीह को, जिसे तूने à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, जानें। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:4 जो काम तूने मà¥à¤à¥‡ करने को दिया था, उसे पूरा करके मैंने पृथà¥à¤µà¥€ पर तेरी महिà¤®à¤¾ की है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:5 और अब, हे पिता, तू अपने साथ मेरी महिमा उस महिमा से कर जो जगत की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ पहले, मेरी तेरे साथ थी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:6 ¶ “मैंने तेरा नाम उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤°à¤—ट किया जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने जगत में से मà¥à¤à¥‡ दिया। वे तेरे थे और तूने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤à¥‡ दिया और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तेरे वचन को मान लिया है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:7 अब वे जान गठहैं, कि जो कà¥à¤› तूने मà¥à¤à¥‡ दिया है, सब तेरी ओर से है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो बातें तूने मà¥à¤à¥‡ पहà¥à¤à¤šà¤¾ दीं, मैंने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनको पहà¥à¤à¤šà¤¾ दिया और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनको गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया और सच-सच जान लिया है, कि मैं तेरी ओर से आया हूà¤, और यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है कि तू ही ने à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:9 मैं उनके लिये विनती करता हूà¤, संसार के लिये विनती नहीं करता हूठपरनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के लिये जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने मà¥à¤à¥‡ दिया है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे तेरे हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:10 और जो कà¥à¤› मेरा है वह सब तेरा है; और जो तेरा है वह मेरा है; और इनसे मेरी महिमा पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤ˆ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:11 मैं आगे को जगत में न रहूà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ ये जगत में रहेंगे, और मैं तेरे पास आता हूà¤; हे पवितà¥à¤° पिता, अपने उस नाम से जो तूने मà¥à¤à¥‡ दिया है, उनकी रकà¥à¤·à¤¾ कर, कि वे हमारे समान à¤à¤• हों। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:12 जब मैं उनके साथ था, तो मैंने तेरे उस नाम से, जो तूने मà¥à¤à¥‡ दिया है, उनकी रकà¥à¤·à¤¾ की, मैंने उनकी देख-रेख की और विनाश के पà¥à¤¤à¥à¤° को छोड़ उनमें से कोई नाश न हà¥à¤†, इसलिठकि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की बात पूरी हो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:13 परनà¥à¤¤à¥ अब मैं तेरे पास आता हूà¤, और ये बातें जगत में कहता हूà¤, कि वे मेरा आननà¥à¤¦ अपने में पूरा पाà¤à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:14 मैंने तेरा वचन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहà¥à¤à¤šà¤¾ दिया है, और संसार ने उनसे बैर किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसा मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे à¤à¥€ संसार के नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:15 मैं यह विनती नहीं करता, कि तू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जगत से उठा ले, परनà¥à¤¤à¥ यह कि तू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ से बचाठरख। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:16 जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे à¤à¥€ संसार के नहीं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:17 सतà¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° कर: तेरा वचन सतà¥à¤¯ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:18 जैसे तूने जगत में मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾, वैसे ही मैंने à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जगत में à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:19 और उनके लिये मैं अपने आप को पवितà¥à¤° करता हूठताकि वे à¤à¥€ सतà¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤° किठजाà¤à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:20 ¶ “मैं केवल इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के लिये विनती नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ उनके लिये à¤à¥€ जो इनके वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेंगे, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:21 कि वे सब à¤à¤• हों; जैसा तू हे पिता मà¥à¤ में हैं, और मैं तà¥à¤ में हूà¤, वैसे ही वे à¤à¥€ हम में हों, इसलिठकि जगत विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, कि तू ही ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:22 और वह महिमा जो तूने मà¥à¤à¥‡ दी, मैंने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी है कि वे वैसे ही à¤à¤• हों जैसे कि हम à¤à¤• हैं। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:23 मैं उनमें और तू मà¥à¤ में कि वे सिदà¥à¤§ होकर à¤à¤• हो जाà¤à¤, और जगत जाने कि तू ही ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾, और जैसा तूने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा, वैसा ही उनसे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:24 हे पिता, मैं चाहता हूठकि जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने मà¥à¤à¥‡ दिया है, जहाठमैं हूà¤, वहाठवे à¤à¥€ मेरे साथ हों कि वे मेरी उस महिमा को देखें जो तूने मà¥à¤à¥‡ दी है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तूने जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से पहले मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:25 हे धारà¥à¤®à¤¿à¤• पिता, संसार ने मà¥à¤à¥‡ नहीं जाना, परनà¥à¤¤à¥ मैंने तà¥à¤à¥‡ जाना और इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ जाना कि तू ही ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 17:26 और मैंने तेरा नाम उनको बताया और बताता रहूà¤à¤—ा कि जो पà¥à¤°à¥‡à¤® तà¥à¤à¤•à¥‹ मà¥à¤à¤¸à¥‡ था, वह उनमें रहे और मैं उनमें रहूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:1 ¶ यीशॠये बातें कहकर अपने चेलों के साथ किदà¥à¤°à¥‹à¤¨ के नाले के पार गया, वहाठà¤à¤• बारी थी, जिसमें वह और उसके चेले गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:2 और उसका पकड़वानेवाला यहूदा à¤à¥€ वह जगह जानता था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠअपने चेलों के साथ वहाठजाया करता था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:3 तब यहूदा सैनà¥à¤¯-दल को और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और फरीसियों की ओर से पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ को लेकर दीपकों और मशालों और हथियारों को लिठहà¥à¤ वहाठआया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:4 तब यीशॠउन सब बातों को जो उस पर आनेवाली थीं, जानकर निकला, और उनसे कहने लगा, “किसे ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:5 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यीशॠनासरी को।†यीशॠने उनसे कहा, “मैं हूà¤à¥¤â€ और उसका पकड़वानेवाला यहूदा à¤à¥€ उनके साथ खड़ा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:6 उसके यह कहते ही, “मैं हूà¤,†वे पीछे हटकर à¤à¥‚मि पर गिर पड़े। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:7 तब उसने फिर उनसे पूछा, “तà¥à¤® किस को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हो।†वे बोले, “यीशॠनासरी को।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:8 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं तो तà¥à¤® से कह चà¥à¤•à¤¾ हूठकि मैं हूà¤, यदि मà¥à¤à¥‡ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हो तो इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाने दो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:9 यह इसलिठहà¥à¤†, कि वह वचन पूरा हो, जो उसने कहा था: “जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने मà¥à¤à¥‡ दिया, उनमें से मैंने à¤à¤• को à¤à¥€ न खोया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:10 शमौन पतरस ने तलवार, जो उसके पास थी, खींची और महायाजक के दास पर चलाकर, उसका दाहिना कान काट दिया, उस दास का नाम मलखà¥à¤¸ था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:11 तब यीशॠने पतरस से कहा, “अपनी तलवार काठी में रख। जो कटोरा पिता ने मà¥à¤à¥‡ दिया है कà¥à¤¯à¤¾ मैं उसे न पीऊà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:12 ¶ तब सिपाहियों और उनके सूबेदार और यहूदियों के पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ ने यीशॠको पकड़कर बाà¤à¤§ लिया, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:13 और पहले उसे हनà¥à¤¨à¤¾ के पास ले गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उस वरà¥à¤· के महायाजक कैफा का ससà¥à¤° था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:14 यह वही कैफा था, जिसने यहूदियों को सलाह दी थी कि हमारे लोगों के लिये à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· का मरना अचà¥à¤›à¤¾ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:15 ¶ शमौन पतरस और à¤à¤• और चेला à¤à¥€ यीशॠके पीछे हो लिà¤à¥¤ यह चेला महायाजक का जाना पहचाना था और यीशॠके साथ महायाजक के आà¤à¤—न में गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:16 परनà¥à¤¤à¥ पतरस बाहर दà¥à¤µà¤¾à¤° पर खड़ा रहा, तब वह दूसरा चेला जो महायाजक का जाना पहचाना था, बाहर निकला, और दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤¨ से कहकर, पतरस को à¤à¥€à¤¤à¤° ले आया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:17 उस दासी ने जो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤¨ थी, पतरस से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¥€ इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के चेलों में से है?†उसने कहा, “मैं नहीं हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:18 दास और पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡ जाड़े के कारण कोयले धधकाकर खड़े आग ताप रहे थे और पतरस à¤à¥€ उनके साथ खड़ा आग ताप रहा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:19 ¶ तब महायाजक ने यीशॠसे उसके चेलों के विषय में और उसके उपदेश के विषय में पूछा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:20 यीशॠने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने जगत से खà¥à¤²à¤•à¤° बातें की; मैंने आराधनालयों और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जहाठसब यहूदी इकटà¥à¤ ा हà¥à¤† करते हैं सदा उपदेश किया और गà¥à¤ªà¥à¤¤ में कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं कहा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:21 तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पूछता है? सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ से पूछ: कि मैंने उनसे कà¥à¤¯à¤¾ कहा? देख वे जानते हैं; कि मैंने कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ कहा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:22 जब उसने यह कहा, तो पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• ने जो पास खड़ा था, यीशॠको थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारकर कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू महायाजक को इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤° देता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:23 यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि मैंने बà¥à¤°à¤¾ कहा, तो उस बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ पर गवाही दे; परनà¥à¤¤à¥ यदि à¤à¤²à¤¾ कहा, तो मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मारता है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:24 हनà¥à¤¨à¤¾ ने उसे बंधे हà¥à¤ कैफा महायाजक के पास à¤à¥‡à¤œ दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:25 ¶ शमौन पतरस खड़ा हà¥à¤† आग ताप रहा था। तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा; “कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¥€ उसके चेलों में से है?†उसने इनà¥à¤•à¤¾à¤° करके कहा, “मैं नहीं हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:26 महायाजक के दासों में से à¤à¤• जो उसके कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬ में से था, जिसका कान पतरस ने काट डाला था, बोला, “कà¥à¤¯à¤¾ मैंने तà¥à¤à¥‡ उसके साथ बारी में न देखा था?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:27 पतरस फिर इनà¥à¤•à¤¾à¤° कर गया और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मà¥à¤°à¥à¤—े ने बाà¤à¤— दी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:28 ¶ और वे यीशॠको कैफा के पास से किले को ले गठऔर à¤à¥‹à¤° का समय था, परनà¥à¤¤à¥ वे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ किले के à¤à¥€à¤¤à¤° न गठताकि अशà¥à¤¦à¥à¤§ न हों परनà¥à¤¤à¥ फसह खा सके। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:29 तब पिलातà¥à¤¸ उनके पास बाहर निकल आया और कहा, “तà¥à¤® इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर किस बात का दोषारोपण करते हो?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:30 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि वह कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ न होता तो हम उसे तेरे हाथ न सौंपते।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:31 पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “तà¥à¤® ही इसे ले जाकर अपनी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उसका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करो।†यहूदियों ने उससे कहा, “हमें अधिकार नहीं कि किसी का पà¥à¤°à¤¾à¤£ लें।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:32 यह इसलिठहà¥à¤†, कि यीशॠकी वह बात पूरी हो जो उसने यह दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कही थी, कि उसका मरना कैसा होगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:33 तब पिलातà¥à¤¸ फिर किले के à¤à¥€à¤¤à¤° गया और यीशॠको बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤°, उससे पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यहूदियों का राजा है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:34 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यह बात अपनी ओर से कहता है या औरों ने मेरे विषय में तà¥à¤ से कही?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:35 पिलातà¥à¤¸ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ मैं यहूदी हूà¤? तेरी ही जाति और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने तà¥à¤à¥‡ मेरे हाथ सौंपा, तूने कà¥à¤¯à¤¾ किया है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:36 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मेरा राजà¥à¤¯ इस जगत का नहीं, यदि मेरा राजà¥à¤¯ इस जगत का होता, तो मेरे सेवक लड़ते, कि मैं यहूदियों के हाथ सौंपा न जाता: परनà¥à¤¤à¥ अब मेरा राजà¥à¤¯ यहाठका नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:37 पिलातà¥à¤¸ ने उससे कहा, “तो कà¥à¤¯à¤¾ तू राजा है?†यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तू कहता है, कि मैं राजा हूà¤; मैंने इसलिठजनà¥à¤® लिया, और इसलिठजगत में आया हूठकि सतà¥à¤¯ पर गवाही दूठजो कोई सतà¥à¤¯ का है, वह मेरा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:38 पिलातà¥à¤¸ ने उससे कहा, “सतà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है?†और यह कहकर वह फिर यहूदियों के पास निकल गया और उनसे कहा, “मैं तो उसमें कà¥à¤› दोष नहीं पाता। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:39 ¶ पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ यह रीति है कि मैं फसह में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को छोड़ दूà¤à¥¤ तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® चाहते हो, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यहूदियों के राजा को छोड़ दूà¤?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 18:40 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फिर चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “इसे नहीं परनà¥à¤¤à¥ हमारे लिये बरअबà¥à¤¬à¤¾ को छोड़ दे।†और बरअबà¥à¤¬à¤¾ डाकू था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:1 ¶ इस पर पिलातà¥à¤¸ ने यीशॠको लेकर कोड़े लगवाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:2 और सिपाहियों ने काà¤à¤Ÿà¥‹à¤‚ का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ गूà¤à¤¥à¤•à¤° उसके सिर पर रखा, और उसे बैंगनी ऊपरी वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनाया, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:3 और उसके पास आ आकर कहने लगे, “हे यहूदियों के राजा, पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®!†और उसे थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:4 तब पिलातà¥à¤¸ ने फिर बाहर निकलकर लोगों से कहा, “देखो, मैं उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास फिर बाहर लाता हूà¤; ताकि तà¥à¤® जानो कि मैं कà¥à¤› à¤à¥€ दोष नहीं पाता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:5 ¶ तब यीशॠकाà¤à¤Ÿà¥‹à¤‚ का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ और बैंगनी वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ बाहर निकला और पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “देखो, यह पà¥à¤°à¥à¤·à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:6 जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ ने उसे देखा, तो चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा, कà¥à¤°à¥‚स पर!†पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “तà¥à¤® ही उसे लेकर कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाओ; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उसमें दोष नहीं पाता।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:7 यहूदियों ने उसको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हमारी à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है और उस वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वह मारे जाने के योगà¥à¤¯ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° बताया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:8 जब पिलातà¥à¤¸ ने यह बात सà¥à¤¨à¥€ तो और à¤à¥€ डर गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:9 और फिर किले के à¤à¥€à¤¤à¤° गया और यीशॠसे कहा, “तू कहाठका है?†परनà¥à¤¤à¥ यीशॠने उसे कà¥à¤› à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤° न दिया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:10 पिलातà¥à¤¸ ने उससे कहा, “मà¥à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं बोलता? कà¥à¤¯à¤¾ तू नहीं जानता कि तà¥à¤à¥‡ छोड़ देने का अधिकार मà¥à¤à¥‡ है और तà¥à¤à¥‡ कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाने का à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ अधिकार है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:11 यीशॠने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यदि तà¥à¤à¥‡ ऊपर से न दिया जाता, तो तेरा मà¥à¤ पर कà¥à¤› अधिकार न होता; इसलिठजिस ने मà¥à¤à¥‡ तेरे हाथ पकड़वाया है, उसका पाप अधिक है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:12 ¶ इससे पिलातà¥à¤¸ ने उसे छोड़ देना चाहा, परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों ने चिलà¥à¤²à¤¾ चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “यदि तू इसको छोड़ देगा तो तू कैसर का मितà¥à¤° नहीं; जो कोई अपने आप को राजा बनाता है वह कैसर का सामना करता है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:13 ये बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° पिलातà¥à¤¸ यीशॠको बाहर लाया और उस जगह à¤à¤• चबूतरा था, जो इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ में ‘गबà¥à¤¬à¤¤à¤¾â€™ कहलाता है, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन पर बैठा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:14 यह फसह की तैयारी का दिन था और छठे घंटे के लगà¤à¤— था : तब उसने यहूदियों से कहा, “देखो, यही है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ राजा!†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:15 परनà¥à¤¤à¥ वे चिलà¥à¤²à¤¾à¤, “ले जा! ले जा! उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा!†पिलातà¥à¤¸ ने उनसे कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ राजा को कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाऊà¤?†पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कैसर को छोड़ हमारा और कोई राजा नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:16 तब उसने उसे उनके हाथ सौंप दिया ताकि वह कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया जाà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:17 ¶ तब वे यीशॠको ले गà¤à¥¤ और वह अपना कà¥à¤°à¥‚स उठाठहà¥à¤ उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ तक बाहर गया, जो ‘खोपड़ी का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨â€™ कहलाता है और इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ में ‘गà¥à¤²à¤—à¥à¤¤à¤¾â€™à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:18 वहाठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे और उसके साथ और दो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया, à¤à¤• को इधर और à¤à¤• को उधर, और बीच में यीशॠको। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:19 और पिलातà¥à¤¸ ने à¤à¤• दोष-पतà¥à¤° लिखकर कà¥à¤°à¥‚स पर लगा दिया और उसमें यह लिखा हà¥à¤† था, “यीशॠनासरी यहूदियों का राजा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:20 यह दोष-पतà¥à¤° बहà¥à¤¤ यहूदियों ने पढ़ा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ जहाठयीशॠकà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया था नगर के पास था और पतà¥à¤° इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ और लतीनी और यूनानी में लिखा हà¥à¤† था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:21 तब यहूदियों के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने पिलातà¥à¤¸ से कहा, “‘यहूदियों का राजा’ मत लिख परनà¥à¤¤à¥ यह कि ‘उसने कहा, मैं यहूदियों का राजा हूà¤â€™à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:22 पिलातà¥à¤¸ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने जो लिख दिया, वह लिख दिया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:23 जब सिपाही यीशॠको कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा चà¥à¤•à¥‡, तो उसके कपड़े लेकर चार à¤à¤¾à¤— किà¤, हर सिपाही के लिये à¤à¤• à¤à¤¾à¤— और कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ लिया, परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ बिन सीअन ऊपर से नीचे तक बà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† था; (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:24 इसलिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आपस में कहा, “हम इसको न फाड़े, परनà¥à¤¤à¥ इस पर चिटà¥à¤ ी डालें कि वह किस का होगा।†यह इसलिठहà¥à¤†, कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की बात पूरी हो, “उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरे कपड़े आपस में बाà¤à¤Ÿ लिठऔर मेरे वसà¥à¤¤à¥à¤° पर चिटà¥à¤ ी डाली।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:25 ¶ अतः सिपाहियों ने à¤à¤¸à¤¾ ही किया। परनà¥à¤¤à¥ यीशॠके कà¥à¤°à¥‚स के पास उसकी माता और उसकी माता की बहन मरियम, कà¥à¤²à¥‹à¤ªà¤¾à¤¸ की पतà¥â€à¤¨à¥€ और मरियम मगदलीनी खड़ी थी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:26 यीशॠने अपनी माता और उस चेले को जिससे वह पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था पास खड़े देखकर अपनी माता से कहा, “हे नारी, देख, यह तेरा पà¥à¤¤à¥à¤° है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:27 तब उस चेले से कहा, “देख, यह तेरी माता है।†और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:28 ¶ इसके बाद यीशॠने यह जानकर कि अब सब कà¥à¤› हो चà¥à¤•à¤¾; इसलिठकि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की बात पूरी हो कहा, “मैं पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:29 वहाठà¤à¤• सिरके से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† बरà¥à¤¤à¤¨ धरा था, इसलिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सिरके के à¤à¤¿à¤—ोठहà¥à¤ पनसोखà¥â€à¤¤à¤¾ को जूफे पर रखकर उसके मà¥à¤à¤¹ से लगाया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:30 जब यीशॠने वह सिरका लिया, तो कहा, “पूरा हà¥à¤†â€; और सिर à¤à¥à¤•à¤¾à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤£ तà¥à¤¯à¤¾à¤— दिà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:31 ¶ और इसलिठकि वह तैयारी का दिन था, यहूदियों ने पिलातà¥à¤¸ से विनती की, कि उनकी टाà¤à¤—ें तोड़ दी जाà¤à¤ और वे उतारे जाà¤à¤ ताकि सबà¥à¤¤ के दिन वे कà¥à¤°à¥‚सों पर न रहें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह सबà¥à¤¤ का दिन बड़ा दिन था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:32 इसलिठसिपाहियों ने आकर पहले की टाà¤à¤—ें तोड़ी तब दूसरे की à¤à¥€, जो उसके साथ कà¥à¤°à¥‚सों पर चढ़ाठगठथे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:33 परनà¥à¤¤à¥ जब यीशॠके पास आकर देखा कि वह मर चà¥à¤•à¤¾ है, तो उसकी टाà¤à¤—ें न तोड़ी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:34 परनà¥à¤¤à¥ सिपाहियों में से à¤à¤• ने बरछे से उसका पंजर बेधा और उसमें से तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ लहू और पानी निकला। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:35 जिस ने यह देखा, उसी ने गवाही दी है, और उसकी गवाही सचà¥à¤šà¥€ है; और वह जानता है, कि सच कहता है कि तà¥à¤® à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:36 ये बातें इसलिठहà¥à¤ˆà¤‚ कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की यह बात पूरी हो, “उसकी कोई हडà¥à¤¡à¥€ तोड़ी न जाà¤à¤—ी।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:37 फिर à¤à¤• और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर यह लिखा है, “जिसे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बेधा है, उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करेंगे।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:38 ¶ इन बातों के बाद अरिमतियाह के यूसà¥à¤« ने, जो यीशॠका चेला था, (परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों के डर से इस बात को छिपाठरखता था), पिलातà¥à¤¸ से विनती की, कि मैं यीशॠके शव को ले जाऊà¤, और पिलातà¥à¤¸ ने उसकी विनती सà¥à¤¨à¥€, और वह आकर उसका शव ले गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:39 नीकà¥à¤¦à¥‡à¤®à¥à¤¸ à¤à¥€ जो पहले यीशॠके पास रात को गया था पचास सेर के लगà¤à¤— मिला हà¥à¤† गनà¥à¤§à¤°à¤¸ और à¤à¤²à¤µà¤¾ ले आया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:40 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠके शव को लिया और यहूदियों के गाड़ने की रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उसे सà¥à¤—नà¥à¤§-दà¥à¤°à¤µà¥à¤¯ के साथ कफन में लपेटा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:41 उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर जहाठयीशॠकà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया था, à¤à¤• बारी थी; और उस बारी में à¤à¤• नई कबà¥à¤° थी; जिसमें कà¤à¥€ कोई न रखा गया था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 19:42 अतः यहूदियों की तैयारी के दिन के कारण, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यीशॠको उसी में रखा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह कबà¥à¤° निकट थी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:1 ¶ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन मरियम मगदलीनी à¤à¥‹à¤° को अंधेरा रहते ही कबà¥à¤° पर आई, और पतà¥à¤¥à¤° को कबà¥à¤° से हटा हà¥à¤† देखा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:2 तब वह दौड़ी और शमौन पतरस और उस दूसरे चेले के पास जिससे यीशॠपà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था आकर कहा, “वे पà¥à¤°à¤à¥ को कबà¥à¤° में से निकाल ले गठहैं; और हम नहीं जानतीं, कि उसे कहाठरख दिया है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:3 तब पतरस और वह दूसरा चेला निकलकर कबà¥à¤° की ओर चले। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:4 और दोनों साथ-साथ दौड़ रहे थे, परनà¥à¤¤à¥ दूसरा चेला पतरस से आगे बढ़कर कबà¥à¤° पर पहले पहà¥à¤à¤šà¤¾à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:5 और à¤à¥à¤•à¤•à¤° कपड़े पड़े देखे: तो à¤à¥€ वह à¤à¥€à¤¤à¤° न गया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:6 तब शमौन पतरस उसके पीछे-पीछे पहà¥à¤à¤šà¤¾ और कबà¥à¤° के à¤à¥€à¤¤à¤° गया और कपड़े पड़े देखे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:7 और वह अà¤à¤—ोछा जो उसके सिर पर बनà¥à¤§à¤¾ हà¥à¤† था, कपड़ों के साथ पड़ा हà¥à¤† नहीं परनà¥à¤¤à¥ अलग à¤à¤• जगह लपेटा हà¥à¤† देखा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:8 तब दूसरा चेला à¤à¥€ जो कबà¥à¤° पर पहले पहà¥à¤à¤šà¤¾ था, à¤à¥€à¤¤à¤° गया और देखकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:9 वे तो अब तक पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की वह बात न समà¤à¤¤à¥‡ थे, कि उसे मरे हà¥à¤“ं में से जी उठना होगा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:10 तब ये चेले अपने घर लौट गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:11 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मरियम रोती हà¥à¤ˆ कबà¥à¤° के पास ही बाहर खड़ी रही और रोते-रोते कबà¥à¤° की ओर à¤à¥à¤•à¤•à¤°, (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:12 दो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को उजà¥â€à¤œà¥à¤µà¤² कपड़े पहने हà¥à¤ à¤à¤• को सिरहाने और दूसरे को पैताने बैठे देखा, जहाठयीशॠका शव पड़ा था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:13 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हे नारी, तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रोती है?†उसने उनसे कहा, “वे मेरे पà¥à¤°à¤à¥ को उठा ले गठऔर मैं नहीं जानती कि उसे कहाठरखा है।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:14 यह कहकर वह पीछे फिरी और यीशॠको खड़े देखा और न पहचाना कि यह यीशॠहै। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:15 यीशॠने उससे कहा, “हे नारी तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रोती है? किस को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥€ है?†उसने माली समà¤à¤•à¤° उससे कहा, “हे शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨, यदि तूने उसे उठा लिया है तो मà¥à¤à¤¸à¥‡ कह कि उसे कहाठरखा है और मैं उसे ले जाऊà¤à¤—ी।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:16 यीशॠने उससे कहा, “मरियम!†उसने पीछे फिरकर उससे इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ में कहा, “रबà¥à¤¬à¥‚नी!†अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ ‘हे गà¥à¤°à¥à¥¤â€™ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:17 यीशॠने उससे कहा, “मà¥à¤à¥‡ मत छू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं अब तक पिता के पास ऊपर नहीं गया, परनà¥à¤¤à¥ मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के पास जाकर उनसे कह दे, कि मैं अपने पिता, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता, और अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास ऊपर जाता हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:18 मरियम मगदलीनी ने जाकर चेलों को बताया, “मैंने पà¥à¤°à¤à¥ को देखा और उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ बातें कहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:19 ¶ उसी दिन जो सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ का पहला दिन था, संधà¥à¤¯à¤¾ के समय जब वहाठके दà¥à¤µà¤¾à¤° जहाठचेले थे, यहूदियों के डर के मारे बनà¥à¤¦ थे, तब यीशॠआया और बीच में खड़ा होकर उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ मिले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:20 और यह कहकर उसने अपना हाथ और अपना पंजर उनको दिखाà¤: तब चेले पà¥à¤°à¤à¥ को देखकर आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:21 यीशॠने फिर उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ मिले; जैसे पिता ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, वैसे ही मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤œà¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤â€ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:22 यह कहकर उसने उन पर फूà¤à¤•à¤¾ और उनसे कहा, “पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ लो। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:23 जिनके पाप तà¥à¤® कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो वे उनके लिये कà¥à¤·à¤®à¤¾ किठगठहैं; जिनके तà¥à¤® रखो, वे रखे गठहैं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:24 ¶ परनà¥à¤¤à¥ बारहों में से à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ थोमा जो दिदà¥à¤®à¥à¤¸ कहलाता है, जब यीशॠआया तो उनके साथ न था। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:25 जब और चेले उससे कहने लगे, “हमने पà¥à¤°à¤à¥ को देखा है,†तब उसने उनसे कहा, “जब तक मैं उसके हाथों में कीलों के छेद न देख लूà¤, और कीलों के छेदों में अपनी उà¤à¤—ली न डाल लूà¤, तब तक मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करूà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:26 ¶ आठदिन के बाद उसके चेले फिर घर के à¤à¥€à¤¤à¤° थे, और थोमा उनके साथ था, और दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ थे, तब यीशॠने आकर और बीच में खड़ा होकर कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ मिले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:27 तब उसने थोमा से कहा, “अपनी उà¤à¤—ली यहाठलाकर मेरे हाथों को देख और अपना हाथ लाकर मेरे पंजर में डाल और अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ नहीं परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ हो।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:28 यह सà¥à¤¨ थोमा ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे मेरे पà¥à¤°à¤à¥, हे मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤°!†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:29 यीशॠने उससे कहा, “तूने तो मà¥à¤à¥‡ देखकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है? धनà¥à¤¯ हैं वे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बिना देखे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:30 ¶ यीशॠने और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ चिनà¥à¤¹ चेलों के सामने दिखाà¤, जो इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखे नहीं गà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 20:31 परनà¥à¤¤à¥ ये इसलिठलिखे गठहैं, कि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो, कि यीशॠही परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° मसीह है: और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके उसके नाम से जीवन पाओ। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:1 ¶ इन बातों के बाद यीशॠने अपने आप को तिबिरियà¥à¤¸ à¤à¥€à¤² के किनारे चेलों पर पà¥à¤°à¤—ट किया और इस रीति से पà¥à¤°à¤—ट किया। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:2 शमौन पतरस और थोमा जो दिदà¥à¤®à¥à¤¸ कहलाता है, और गलील के काना नगर का नतनà¤à¤² और जबà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤°, और उसके चेलों में से दो और जन इकटà¥à¤ े थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:3 शमौन पतरस ने उनसे कहा, “मैं मछली पकड़ने जाता हूà¤à¥¤â€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हम à¤à¥€ तेरे साथ चलते हैं।†इसलिठवे निकलकर नाव पर चढ़े, परनà¥à¤¤à¥ उस रात कà¥à¤› न पकड़ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:4 à¤à¥‹à¤° होते ही यीशॠकिनारे पर खड़ा हà¥à¤†; फिर à¤à¥€ चेलों ने न पहचाना कि यह यीशॠहै। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:5 तब यीशॠने उनसे कहा, “हे बालकों, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› खाने को है?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “नहीं।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:6 उसने उनसे कहा, “नाव की दाहिनी ओर जाल डालो, तो पाओगे।†तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाल डाला, और अब मछलियों की बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ के कारण उसे खींच न सके। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:7 इसलिठउस चेले ने जिससे यीशॠपà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था पतरस से कहा, “यह तो पà¥à¤°à¤à¥ है।†शमौन पतरस ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि पà¥à¤°à¤à¥ है, कमर में अंगरखा कस लिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह नंगा था, और à¤à¥€à¤² में कूद पड़ा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:8 परनà¥à¤¤à¥ और चेले डोंगी पर मछलियों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† जाल खींचते हà¥à¤ आà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे किनारे से अधिक दूर नहीं, कोई दो सौ हाथ पर थे। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:9 जब किनारे पर उतरे, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कोयले की आग, और उस पर मछली रखी हà¥à¤ˆ, और रोटी देखी। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:10 यीशॠने उनसे कहा, “जो मछलियाठतà¥à¤® ने अà¤à¥€ पकड़ी हैं, उनमें से कà¥à¤› लाओ।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:11 शमौन पतरस ने डोंगी पर चढ़कर à¤à¤• सौ तिरपन बड़ी मछलियों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† जाल किनारे पर खींचा, और इतनी मछलियाठहोने पर à¤à¥€ जाल न फटा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:12 यीशॠने उनसे कहा, “आओ, à¤à¥‹à¤œà¤¨ करो।†और चेलों में से किसी को साहस न हà¥à¤†, कि उससे पूछे, “तू कौन है?†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे जानते थे कि यह पà¥à¤°à¤à¥ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:13 यीशॠआया, और रोटी लेकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी, और वैसे ही मछली à¤à¥€à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:14 यह तीसरी बार है, कि यीशॠने मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के बाद चेलों को दरà¥à¤¶à¤¨ दिà¤à¥¤ (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:15 ¶ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने के बाद यीशॠने शमौन पतरस से कहा, “हे शमौन, यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤°, कà¥à¤¯à¤¾ तू इनसे बढ़कर मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है?†उसने उससे कहा, “हाठपà¥à¤°à¤à¥; तू तो जानता है, कि मैं तà¥à¤ से पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता हूà¤à¥¤â€ उसने उससे कहा, “मेरे मेमà¥à¤¨à¥‹à¤‚ को चरा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:16 उसने फिर दूसरी बार उससे कहा, “हे शमौन यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤°, कà¥à¤¯à¤¾ तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है?†उसने उनसे कहा, “हाà¤, पà¥à¤°à¤à¥ तू जानता है, कि मैं तà¥à¤ से पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता हूà¤à¥¤â€ उसने उससे कहा, “मेरी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ की रखवाली कर।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:17 उसने तीसरी बार उससे कहा, “हे शमौन, यूहनà¥à¤¨à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤°, कà¥à¤¯à¤¾ तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता है?†पतरस उदास हà¥à¤†, कि उसने उसे तीसरी बार à¤à¤¸à¤¾ कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता है?†और उससे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तू तो सब कà¥à¤› जानता है: तू यह जानता है कि मैं तà¥à¤ से पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता हूà¤à¥¤â€ यीशॠने उससे कहा, “मेरी à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को चरा। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:18 मैं तà¥à¤ से सच-सच कहता हूà¤, जब तू जवान था, तो अपनी कमर बाà¤à¤§à¤•à¤° जहाठचाहता था, वहाठफिरता था; परनà¥à¤¤à¥ जब तू बूढ़ा होगा, तो अपने हाथ लमà¥à¤¬à¥‡ करेगा, और दूसरा तेरी कमर बाà¤à¤§à¤•à¤° जहाठतू न चाहेगा वहाठतà¥à¤à¥‡ ले जाà¤à¤—ा।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:19 उसने इन बातों से दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ कि पतरस कैसी मृतà¥à¤¯à¥ से परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करेगा; और यह कहकर, उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:20 ¶ पतरस ने फिरकर उस चेले को पीछे आते देखा, जिससे यीशॠपà¥à¤°à¥‡à¤® रखता था, और जिस ने à¤à¥‹à¤œà¤¨ के समय उसकी छाती की और à¤à¥à¤•à¤•à¤° पूछा “हे पà¥à¤°à¤à¥, तेरा पकड़वानेवाला कौन है?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:21 उसे देखकर पतरस ने यीशॠसे कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, इसका कà¥à¤¯à¤¾ हाल होगा?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:22 यीशॠने उससे कहा, “यदि मैं चाहूठकि वह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾? तू मेरे पीछे हो ले।†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:23 इसलिठà¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में यह बात फैल गई, कि वह चेला न मरेगा; तो à¤à¥€ यीशॠने उससे यह नहीं कहा, कि यह न मरेगा, परनà¥à¤¤à¥ यह कि “यदि मैं चाहूठकि यह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तà¥à¤à¥‡ इससे कà¥à¤¯à¤¾?†(IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:24 ¶ यह वही चेला है, जो इन बातों की गवाही देता है और जिस ने इन बातों को लिखा है और हम जानते हैं, कि उसकी गवाही सचà¥à¤šà¥€ है। (IN) यूहनà¥à¤¨à¤¾ 21:25 और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ से काम हैं, जो यीशॠने किà¤; यदि वे à¤à¤•-à¤à¤• करके लिखे जाते, तो मैं समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, कि पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ जो लिखी जातीं वे जगत में à¤à¥€ न समातीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:1 ¶ हे थियà¥à¤«à¤¿à¤²à¥à¤¸, मैंने पहली पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ उन सब बातों के विषय में लिखी, जो यीशॠआरमà¥à¤ से करता और सिखाता रहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:2 उस दिन तक जब वह उन पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसने चà¥à¤¨à¤¾ था, पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आजà¥à¤žà¤¾ देकर ऊपर उठाया न गया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:3 और यीशॠके दà¥à¤ƒà¤– उठाने के बाद बहà¥à¤¤ से पकà¥à¤•à¥‡ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ से अपने आप को उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को दिखाई देता रहा, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की बातें करता रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:4 ¶ और चेलों से मिलकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ दी, “यरूशलेम को न छोड़ो, परनà¥à¤¤à¥ पिता की उस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के पूरे होने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहो, जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने तो पानी में बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया है परनà¥à¤¤à¥ थोड़े दिनों के बाद तà¥à¤® पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ पाओगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:6 ¶ अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इकटà¥à¤ े होकर उससे पूछा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, कà¥à¤¯à¤¾ तू इसी समय इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का राजà¥à¤¯ पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करेगा?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:7 उसने उनसे कहा, “उन समयों या कालों को जानना, जिनको पिता ने अपने ही अधिकार में रखा है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ काम नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:8 परनà¥à¤¤à¥ जब पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤® पर आà¤à¤—ा तब तà¥à¤® सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथà¥à¤µà¥€ की छोर तक मेरे गवाह होंगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:9 ¶ यह कहकर वह उनके देखते-देखते ऊपर उठा लिया गया, और बादल ने उसे उनकी आà¤à¤–ों से छिपा लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:10 और उसके जाते समय जब वे आकाश की ओर ताक रहे थे, तब देखो, दो पà¥à¤°à¥à¤· शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ उनके पास आ खड़े हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:11 और कहने लगे, “हे गलीली पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚, तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खड़े सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर देख रहे हो? यही यीशà¥, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास से सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर उठा लिया गया है, जिस रीति से तà¥à¤® ने उसे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:12 ¶ तब वे जैतून नामक पहाड़ से जो यरूशलेम के निकट à¤à¤• सबà¥à¤¤ के दिन की दूरी पर है, यरूशलेम को लौटे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:13 और जब वहाठपहà¥à¤à¤šà¥‡ तो वे उस अटारी पर गà¤, जहाठपतरस, यूहनà¥à¤¨à¤¾, याकूब, अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸, फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, थोमा, बरतà¥à¤²à¥à¤®à¥ˆ, मतà¥à¤¤à¥€, हलफईस का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब, शमौन जेलोतेस और याकूब का पà¥à¤¤à¥à¤° यहूदा रहते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:14 ये सब कई सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और यीशॠकी माता मरियम और उसके à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में लगे रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:15 ¶ और उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ दिनों में पतरस à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में जो à¤à¤• सौ बीस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लगà¤à¤— इकटà¥à¤ े थे, खड़ा होकर कहने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:16 “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, अवशà¥à¤¯ था कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का वह लेख पूरा हो, जो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने दाऊद के मà¥à¤– से यहूदा के विषय में जो यीशॠके पकड़ने वालों का अगà¥à¤† था, पहले से कहा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो हम में गिना गया, और इस सेवकाई में à¤à¥€ सहà¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:18 (उसने अधरà¥à¤® की कमाई से à¤à¤• खेत मोल लिया; और सिर के बल गिरा, और उसका पेट फट गया, और उसकी सब अंतड़ियाठनिकल गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:19 और इस बात को यरूशलेम के सब रहनेवाले जान गà¤, यहाठतक कि उस खेत का नाम उनकी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में ‘हकलदमा’ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ ‘लहू का खेत’ पड़ गया।) (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:20 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤œà¤¨ संहिता में लिखा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:21 ¶ इसलिठजितने दिन तक पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠहमारे साथ आता जाता रहा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यूहनà¥à¤¨à¤¾ के बपतिसà¥à¤®à¤¾ से लेकर उसके हमारे पास से उठाठजाने तक, जो लोग बराबर हमारे साथ रहे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:22 उचित है कि उनमें से à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हमारे साथ उसके जी उठने का गवाह हो जाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:23 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दो को खड़ा किया, à¤à¤• यूसà¥à¤« को, जो बरसबà¥à¤¬à¤¾à¤¸ कहलाता है, जिसका उपनाम यूसà¥à¤¤à¥à¤¸ है, दूसरा मतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¹ को। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:24 ¶ और यह कहकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तू जो सब के मन को जानता है, यह पà¥à¤°à¤—ट कर कि इन दोनों में से तूने किस को चà¥à¤¨à¤¾ है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:25 कि वह इस सेवकाई और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¤¾à¤ˆ का पद ले, जिसे यहूदा छोड़कर अपने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को गया।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 1:26 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनके बारे में चिटà¥à¤ ियाठडाली, और चिटà¥à¤ ी मतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¹ के नाम पर निकली, अतः वह उन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ गिना गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:1 ¶ जब पिनà¥à¤¤à¥‡à¤•à¥à¤¸à¥à¤¤ का दिन आया, तो वे सब à¤à¤• जगह इकटà¥à¤ े थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:2 और अचानक आकाश से बड़ी आà¤à¤§à¥€ के समान सनसनाहट का शबà¥à¤¦ हà¥à¤†, और उससे सारा घर जहाठवे बैठे थे, गूà¤à¤œ गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:3 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आग के समान जीà¤à¥‡à¤‚ फटती हà¥à¤ˆ दिखाई दी और उनमें से हर à¤à¤• पर आ ठहरी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:4 और वे सब पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से à¤à¤° गà¤, और जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बोलने की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ दी, वे अनà¥à¤¯-अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:5 ¶ और आकाश के नीचे की हर à¤à¤• जाति में से à¤à¤•à¥à¤¤-यहूदी यरूशलेम में रहते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:6 जब वह शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दिया, तो à¤à¥€à¤¡à¤¼ लग गई और लोग घबरा गà¤, कà¥â€à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• को यही सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देता था, कि ये मेरी ही à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बोल रहे हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:7 और वे सब चकित और अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ होकर कहने लगे, “देखो, ये जो बोल रहे हैं कà¥à¤¯à¤¾ सब गलीली नहीं? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:8 ¶ तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हम में से; हर à¤à¤• अपनी-अपनी जनà¥à¤®-à¤à¥‚मि की à¤à¤¾à¤·à¤¾ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:9 हम जो पारथी, मेदी, à¤à¤²à¤¾à¤® लोग, मेसोपोटामिया, यहूदिया, कपà¥à¤ªà¤¦à¥‚किया, पà¥à¤¨à¥à¤¤à¥à¤¸ और आसिया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:10 और फà¥à¤°à¥‚गिया और पंफूलिया और मिसà¥à¤° और लीबिया देश जो कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡ के आस-पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:11 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कà¥à¤¯à¤¾ यहूदी, और कà¥à¤¯à¤¾ यहूदी मत धारण करनेवाले, कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥€ और अरबी à¤à¥€ हैं, परनà¥à¤¤à¥ अपनी-अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में उनसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के बड़े-बड़े कामों की चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:12 ¶ और वे सब चकित हà¥à¤, और घबराकर à¤à¤• दूसरे से कहने लगे, “यह कà¥à¤¯à¤¾ हो रहा है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:13 परनà¥à¤¤à¥ दूसरों ने उपहास करके कहा, “वे तो नई मदिरा के नशे में हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:14 ¶ पतरस उन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ के साथ खड़ा हà¥à¤† और ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहने लगा, “हे यहूदियों, और हे यरूशलेम के सब रहनेवालों, यह जान लो और कान लगाकर मेरी बातें सà¥à¤¨à¥‹à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:15 जैसा तà¥à¤® समठरहे हो, ये नशे में नहीं हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अà¤à¥€ तो तीसरा पहर ही दिन चढ़ा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:16 परनà¥à¤¤à¥ यह वह बात है, जो योà¤à¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कही गई है: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:17 ‘परमेशà¥â€à¤µà¤° कहता है, कि अनà¥à¤¤ के दिनों में à¤à¤¸à¤¾ होगा, कि (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:18 वरनॠमैं अपने दासों और अपनी दासियों पर à¤à¥€ उन दिनों (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:19 और मैं ऊपर आकाश में अदà¥à¤à¥à¤¤ काम, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:20 पà¥à¤°à¤à¥ के महान और तेजसà¥à¤µà¥€ दिन के आने से पहले (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:21 और जो कोई पà¥à¤°à¤à¥ का नाम लेगा, वही उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:22 ¶ “हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, ये बातें सà¥à¤¨à¥‹ कि यीशॠनासरी à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था जिसका परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से होने का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ उन सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के कामों और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ के कामों और चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤—ट है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कर दिखलाठजिसे तà¥à¤® आप ही जानते हो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:23 उसी को, जब वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ठहराई हà¥à¤ˆ योजना और पूरà¥à¤µ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पकड़वाया गया, तो तà¥à¤® ने अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ से उसे कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़वाकर मार डाला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:24 परनà¥à¤¤à¥ उसी को परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मृतà¥à¤¯à¥ के बनà¥à¤§à¤¨à¥‹à¤‚ से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤•à¤° जिलाया: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह अनहोना था कि वह उसके वश में रहता। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:25 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाऊद उसके विषय में कहता है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:26 इसी कारण मेरा मन आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤†, और मेरी जीठमगन हà¥à¤ˆ; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू मेरे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को अधोलोक में न छोड़ेगा; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:28 तूने मà¥à¤à¥‡ जीवन का मारà¥à¤— बताया है; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:29 ¶ “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं उस कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ दाऊद के विषय में तà¥à¤® से साहस के साथ कह सकता हूठकि वह तो मर गया और गाड़ा à¤à¥€ गया और उसकी कबà¥à¤° आज तक हमारे यहाठवरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:30 वह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ था, वह जानता था कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उससे शपथ खाई है, “मैं तेरे वंश में से à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को तेरे सिंहासन पर बैठाऊà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:31 उसने होनेवाली बात को पहले ही से देखकर मसीह के जी उठने के विषय में à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:32 ¶ इसी यीशॠको परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जिलाया, जिसके हम सब गवाह हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:33 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिने हाथ से सरà¥à¤µà¥‹â€à¤šà¥à¤š पद पा कर, और पिता से वह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करके जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की गई थी, उसने यह उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया है जो तà¥à¤® देखते और सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:34 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाऊद तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर नहीं चढ़ा; परनà¥à¤¤à¥ वह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कहता है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:35 जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले की चौकी न कर दूà¤à¥¤â€™ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:36 अतः अब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का सारा घराना निशà¥à¤šà¤¯ जान ले कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसी यीशॠको जिसे तà¥à¤® ने कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया, पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¥€ ठहराया और मसीह à¤à¥€à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:37 ¶ तब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के हृदय छिद गà¤, और वे पतरस और अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ से पूछने लगे, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम कà¥à¤¯à¤¾ करें?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:38 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तà¥à¤® में से हर à¤à¤• अपने-अपने पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ के लिये यीशॠमसीह के नाम से बपतिसà¥à¤®à¤¾ ले; तो तà¥à¤® पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ का दान पाओगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:39 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ तà¥à¤®, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚, और उन सब दूर-दूर के लोगों के लिये à¤à¥€ है जिनको पà¥à¤°à¤à¥ हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:40 ¶ उसने बहà¥à¤¤ और बातों से à¤à¥€ गवाही दे देकर समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कि अपने आप को इस टेढ़ी जाति से बचाओ। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:41 अतः जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसका वचन गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया; और उसी दिन तीन हजार मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— उनमें मिल गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:42 ¶ और वे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ से शिकà¥à¤·à¤¾ पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने में लौलीन रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:43 ¶ और सब लोगों पर à¤à¤¯ छा गया, और बहà¥à¤¤ से अदà¥à¤à¥à¤¤ काम और चिनà¥à¤¹ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट होते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:44 और सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले इकटà¥à¤ े रहते थे, और उनकी सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ साà¤à¥‡ की थीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:45 और वे अपनी-अपनी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ और सामान बेच-बेचकर जैसी जिसकी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती थी बाà¤à¤Ÿ दिया करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:46 ¶ और वे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ à¤à¤• मन होकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में इकटà¥à¤ े होते थे, और घर-घर रोटी तोड़ते हà¥à¤ आननà¥à¤¦ और मन की सिधाई से à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 2:47 और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते थे, और सब लोग उनसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ थे; और जो उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाते थे, उनको पà¥à¤°à¤à¥ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ उनमें मिला देता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:1 ¶ पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ तीसरे पहर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के समय मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जा रहे थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:2 और लोग à¤à¤• जनà¥à¤® के लà¤à¤—ड़े को ला रहे थे, जिसको वे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के उस दà¥à¤µà¤¾à¤° पर जो ‘सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°â€™ कहलाता है, बैठा देते थे, कि वह मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जानेवालों से à¤à¥€à¤– माà¤à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:3 जब उसने पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाते देखा, तो उनसे à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:4 ¶ पतरस ने यूहनà¥à¤¨à¤¾ के साथ उसकी ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखकर कहा, “हमारी ओर देख!†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:5 अतः वह उनसे कà¥à¤› पाने की आशा रखते हà¥à¤ उनकी ओर ताकने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:6 तब पतरस ने कहा, “चाà¤à¤¦à¥€ और सोना तो मेरे पास है नहीं; परनà¥à¤¤à¥ जो मेरे पास है, वह तà¥à¤à¥‡ देता हूà¤; यीशॠमसीह नासरी के नाम से चल फिर।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:7 ¶ और उसने उसका दाहिना हाथ पकड़ के उसे उठाया; और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ और टखनों में बल आ गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:8 और वह उछलकर खड़ा हो गया, और चलने-फिरने लगा; और चलता, और कूदता, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करता हà¥à¤† उनके साथ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:9 ¶ सब लोगों ने उसे चलते-फिरते और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते देखकर, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:10 उसको पहचान लिया कि यह वही है, जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के ‘सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°â€™ फाटक पर बैठकर à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ा करता था; और उस घटना से जो उसके साथ हà¥à¤ˆ थी; वे बहà¥à¤¤ अचमà¥à¤à¤¿à¤¤ और चकित हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:11 ¶ जब वह पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को पकड़े हà¥à¤ था, तो सब लोग बहà¥à¤¤ अचमà¥à¤à¤¾ करते हà¥à¤ उस ओसारे में जो सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ का कहलाता है, उनके पास दौड़े आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:12 यह देखकर पतरस ने लोगों से कहा, “हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अचमà¥à¤à¤¾ करते हो, और हमारी ओर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° देख रहे हो, कि मानो हमने अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ या à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से इसे चलने-फिरने योगà¥à¤¯ बना दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:13 ¶ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® और इसहाक और याकूब के परमेशà¥â€à¤µà¤°, हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने सेवक यीशॠकी महिमा की, जिसे तà¥à¤® ने पकड़वा दिया, और जब पिलातà¥à¤¸ ने उसे छोड़ देने का विचार किया, तब तà¥à¤® ने उसके सामने यीशॠका तिरसà¥à¤•à¤¾à¤° किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:14 तà¥à¤® ने उस पवितà¥à¤° और धरà¥à¤®à¥€ का तिरसà¥à¤•à¤¾à¤° किया, और चाहा कि à¤à¤• हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ को तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये छोड़ दिया जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:15 ¶ और तà¥à¤® ने जीवन के करà¥à¤¤à¤¾ को मार डाला, जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया; और इस बात के हम गवाह हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:16 ¶ और उसी के नाम ने, उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो उसके नाम पर है, इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जिसे तà¥à¤® देखते हो और जानते à¤à¥€ हो सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ दी है; और निशà¥à¤šà¤¯ उसी विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने जो यीशॠके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ है, इसको तà¥à¤® सब के सामने बिलकà¥à¤² à¤à¤²à¤¾ चंगा कर दिया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:17 “और अब हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं जानता हूठकि यह काम तà¥à¤® ने अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से किया, और वैसा ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सरदारों ने à¤à¥€ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:18 परनà¥à¤¤à¥ जिन बातों को परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के मà¥à¤– से पहले ही बताया था, कि उसका मसीह दà¥à¤ƒà¤– उठाà¤à¤—ा; उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसने इस रीति से पूरा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:19 ¶ इसलिà¤, मन फिराओ और लौट आओ कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पाप मिटाà¤à¤ जाà¤à¤, जिससे पà¥à¤°à¤à¥ के समà¥à¤®à¥à¤– से विशà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ के दिन आà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:20 और वह उस यीशॠको à¤à¥‡à¤œà¥‡ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पहले ही से मसीह ठहराया गया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:21 ¶ अवशà¥à¤¯ है कि वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में उस समय तक रहे जब तक कि वह सब बातों का सà¥à¤§à¤¾à¤° न कर ले जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² से परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने पवितà¥à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के मà¥à¤– से की है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:22 जैसा कि मूसा ने कहा, ‘पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मà¥à¤ जैसा à¤à¤• à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठाà¤à¤—ा, जो कà¥à¤› वह तà¥à¤® से कहे, उसकी सà¥à¤¨à¤¨à¤¾à¥¤â€™ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:23 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ जो उस à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की न सà¥à¤¨à¥‡, लोगों में से नाश किया जाà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:24 ¶ और शमूà¤à¤² से लेकर उसके बाद वालों तक जितने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने बात कहीं उन सब ने इन दिनों का सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:25 तà¥à¤® à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ और उस वाचा के à¤à¤¾à¤—ी हो, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से बाà¤à¤§à¥€, जब उसने अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® से कहा, ‘तेरे वंश के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पृथà¥à¤µà¥€ के सारे घराने आशीष पाà¤à¤à¤—े।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 3:26 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने सेवक को उठाकर पहले तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि तà¥à¤® में से हर à¤à¤• को उसकी बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से फेरकर आशीष दे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:1 ¶ जब पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ लोगों से यह कह रहे थे, तो याजक और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के सरदार और सदूकी उन पर चढ़ आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:2 वे बहà¥à¤¤ कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ हà¥à¤ कि पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ यीशॠके विषय में सिखाते थे और उसके मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:3 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकड़कर दूसरे दिन तक हवालात में रखा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि संधà¥à¤¯à¤¾ हो गई थी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:4 परनà¥à¤¤à¥ वचन के सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, और उनकी गिनती पाà¤à¤š हजार पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— हो गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:5 ¶ दूसरे दिन à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि उनके सरदार और पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:6 और महायाजक हनà¥à¤¨à¤¾ और कैफा और यूहनà¥à¤¨à¤¾ और सिकनà¥à¤¦à¤° और जितने महायाजक के घराने के थे, सब यरूशलेम में इकटà¥à¤ े हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:7 और पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को बीच में खड़ा करके पूछने लगे, “तà¥à¤® ने यह काम किस सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से और किस नाम से किया है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:8 ¶ तब पतरस ने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ होकर उनसे कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:9 “हे लोगों के सरदारों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚, इस दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² मनà¥à¤·à¥à¤¯ के साथ जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की गई है, यदि आज हम से उसके विषय में पूछ-ताछ की जाती है, कि वह कैसे अचà¥à¤›à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:10 तो तà¥à¤® सब और सारे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ लोग जान लें कि यीशॠमसीह नासरी के नाम से जिसे तà¥à¤® ने कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया, और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने à¤à¤²à¤¾ चंगा खड़ा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:11 ¶ यह वही पतà¥à¤¥à¤° है जिसे तà¥à¤® राजमिसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने तà¥à¤šà¥à¤› जाना और वह कोने के सिरे का पतà¥à¤¥à¤° हो गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:12 और किसी दूसरे के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के नीचे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम उदà¥à¤§à¤¾à¤° पा सके।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:13 ¶ जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, तो अचमà¥à¤à¤¾ किया; फिर उनको पहचाना, कि ये यीशॠके साथ रहे हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जो अचà¥à¤›à¤¾ हà¥à¤† था, उनके साथ खड़े देखकर, यहूदी उनके विरोध में कà¥à¤› न कह सके। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:15 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ महासà¤à¤¾ के बाहर जाने की आजà¥à¤žà¤¾ देकर, वे आपस में विचार करने लगे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:16 “हम इन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ कà¥à¤¯à¤¾ करें? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यरूशलेम के सब रहनेवालों पर पà¥à¤°à¤—ट है, कि इनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ चिनà¥à¤¹ दिखाया गया है; और हम उसका इनà¥à¤•à¤¾à¤° नहीं कर सकते। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:17 परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि यह बात लोगों में और अधिक फैल न जाà¤, हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धमकाà¤à¤, कि वे इस नाम से फिर किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ से बातें न करें।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:18 तब पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ और चेतावनी देकर यह कहा, “यीशॠके नाम से कà¥à¤› à¤à¥€ न बोलना और न सिखाना।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® ही नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करो, कि कà¥à¤¯à¤¾ यह परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट à¤à¤²à¤¾ है, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की बात से बढ़कर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बात मानें? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह तो हम से हो नहीं सकता, कि जो हमने देखा और सà¥à¤¨à¤¾ है, वह न कहें।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:21 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनको और धमकाकर छोड़ दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोगों के कारण उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दणà¥à¤¡ देने का कोई कारण नहीं मिला, इसलिठकि जो घटना हà¥à¤ˆ थी उसके कारण सब लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मनà¥à¤·à¥à¤¯, जिस पर यह चंगा करने का चिनà¥à¤¹ दिखाया गया था, चालीस वरà¥à¤· से अधिक आयॠका था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:23 ¶ पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ छूटकर अपने साथियों के पास आà¤, और जो कà¥à¤› पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने उनसे कहा था, उनको सà¥à¤¨à¤¾ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:24 यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से परमेशà¥â€à¤µà¤° से कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तू वही है जिसने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ और समà¥à¤¦à¥à¤° और जो कà¥à¤› उनमें है बनाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:25 तूने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने सेवक हमारे पिता दाऊद के मà¥à¤– से कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:26 पà¥à¤°à¤à¥ और उसके अà¤à¤¿à¤·à¤¿à¤•à¥à¤¤ के विरोध में पृथà¥à¤µà¥€ के राजा खड़े हà¥à¤, और हाकिम à¤à¤• साथ इकटà¥à¤ े हो गà¤à¥¤â€™ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:27 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सचमà¥à¤š तेरे पवितà¥à¤° सेवक यीशॠके विरोध में, जिसे तूने अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया, हेरोदेस और पà¥à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤¸ पिलातà¥à¤¸ à¤à¥€ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ इस नगर में इकटà¥à¤ े हà¥à¤, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:28 कि जो कà¥à¤› पहले से तेरी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और मति से ठहरा था वही करें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:29 ¶ अब हे पà¥à¤°à¤à¥, उनकी धमकियों को देख; और अपने दासों को यह वरदान दे कि तेरा वचन बड़े साहस से सà¥à¤¨à¤¾à¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:30 और चंगा करने के लिये तू अपना हाथ बढ़ा कि चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम तेरे पवितà¥à¤° सेवक यीशॠके नाम से किठजाà¤à¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:31 जब वे पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर चà¥à¤•à¥‡, तो वह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ जहाठवे इकटà¥à¤ े थे हिल गया, और वे सब पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ हो गà¤, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन साहस से सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:32 ¶ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों की मणà¥à¤¡à¤²à¥€ à¤à¤• चितà¥à¤¤ और à¤à¤• मन की थी, यहाठतक कि कोई à¤à¥€ अपनी समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ अपनी नहीं कहता था, परनà¥à¤¤à¥ सब कà¥à¤› साà¤à¥‡ का था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:33 और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ बड़ी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके जी उठने की गवाही देते रहे और उन सब पर बड़ा अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:34 ¶ और उनमें कोई à¤à¥€ दरिदà¥à¤° न था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिनके पास à¤à¥‚मि या घर थे, वे उनको बेच-बेचकर, बिकी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का दाम लाते, और उसे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर रखते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:35 और जैसी जिसे आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती थी, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हर à¤à¤• को बाà¤à¤Ÿ दिया करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:36 ¶ और यूसà¥à¤« नामक, साइपà¥à¤°à¤¸ का à¤à¤• लेवी था जिसका नाम पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने बरनबास अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ (शानà¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤¤à¥à¤°) रखा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 4:37 उसकी कà¥à¤› à¤à¥‚मि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ लाकर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर रख दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:1 ¶ हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯, और उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ सफीरा ने कà¥à¤› à¤à¥‚मि बेची। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:2 और उसके दाम में से कà¥à¤› रख छोड़ा; और यह बात उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¥€ जानती थी, और उसका à¤à¤• à¤à¤¾à¤— लाकर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के आगे रख दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पतरस ने कहा, “हे हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹! शैतान ने तेरे मन में यह बात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ डाली है कि तू पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से à¤à¥‚ठबोले, और à¤à¥‚मि के दाम में से कà¥à¤› रख छोड़े? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:4 जब तक वह तेरे पास रही, कà¥à¤¯à¤¾ तेरी न थी? और जब बिक गई तो उसकी कीमत कà¥à¤¯à¤¾ तेरे वश में न थी? तूने यह बात अपने मन में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सोची? तूने मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से à¤à¥‚ठबोला है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:5 ये बातें सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ गिर पड़ा, और पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ दिà¤; और सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ पर बड़ा à¤à¤¯ छा गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:6 फिर जवानों ने उठकर उसकी अरà¥à¤¥à¥€ बनाई और बाहर ले जाकर गाड़ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:7 ¶ लगà¤à¤— तीन घंटे के बाद उसकी पतà¥â€à¤¨à¥€, जो कà¥à¤› हà¥à¤† था न जानकर, à¤à¥€à¤¤à¤° आई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:8 तब पतरस ने उससे कहा, “मà¥à¤à¥‡ बता कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने वह à¤à¥‚मि इतने ही में बेची थी?†उसने कहा, “हाà¤, इतने ही में।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:9 ¶ पतरस ने उससे कहा, “यह कà¥à¤¯à¤¾ बात है, कि तà¥à¤® दोनों पà¥à¤°à¤à¥ के आतà¥à¤®à¤¾ की परीकà¥à¤·à¤¾ के लिठà¤à¤• साथ सहमत हो गà¤? देख, तेरे पति के गाड़नेवाले दà¥à¤µà¤¾à¤° ही पर खड़े हैं, और तà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ बाहर ले जाà¤à¤à¤—े।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:10 तब वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिर पड़ी, और पà¥à¤°à¤¾à¤£ छोड़ दिà¤; और जवानों ने à¤à¥€à¤¤à¤° आकर उसे मरा पाया, और बाहर ले जाकर उसके पति के पास गाड़ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:11 और सारी कलीसिया पर और इन बातों के सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ पर, बड़ा à¤à¤¯ छा गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:12 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के हाथों से बहà¥à¤¤ चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम लोगों के बीच में दिखाठजाते थे, और वे सब à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ के ओसारे में इकटà¥à¤ े हà¥à¤† करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:13 परनà¥à¤¤à¥ औरों में से किसी को यह साहस न होता था कि, उनमें जा मिलें; फिर à¤à¥€ लोग उनकी बड़ाई करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:14 ¶ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले बहà¥à¤¤ सारे पà¥à¤°à¥à¤· और सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤°à¤à¥ की कलीसिया में और à¤à¥€ अधिक आकर मिलते रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:15 यहाठतक कि लोग बीमारों को सड़कों पर ला-लाकर, खाटों और खटोलों पर लिटा देते थे, कि जब पतरस आà¤, तो उसकी छाया ही उनमें से किसी पर पड़ जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:16 और यरूशलेम के आस-पास के नगरों से à¤à¥€ बहà¥à¤¤ लोग बीमारों और अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं के सताठहà¥à¤“ं को ला-लाकर, इकटà¥à¤ े होते थे, और सब अचà¥à¤›à¥‡ कर दिठजाते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:17 ¶ तब महायाजक और उसके सब साथी जो सदूकियों के पंथ के थे, ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ से à¤à¤° उठे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:18 और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को पकड़कर बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में बनà¥à¤¦ कर दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ रात को पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह के दà¥à¤µà¤¾à¤° खोलकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाहर लाकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:20 “जाओ, मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में खड़े होकर, इस जीवन की सब बातें लोगों को सà¥à¤¨à¤¾à¤“।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:21 वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° à¤à¥‹à¤° होते ही मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में जाकर उपदेश देने लगे। परनà¥à¤¤à¥ महायाजक और उसके साथियों ने आकर महासà¤à¤¾ को और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सब पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को इकटà¥à¤ ा किया, और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾ कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:22 ¶ परनà¥à¤¤à¥ अधिकारियों ने वहाठपहà¥à¤à¤šà¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में न पाया, और लौटकर सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:23 “हमने बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह को बड़ी सावधानी से बनà¥à¤¦ किया हà¥à¤†, और पहरेवालों को बाहर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ पर खड़े हà¥à¤ पाया; परनà¥à¤¤à¥ जब खोला, तो à¤à¥€à¤¤à¤° कोई न मिला।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:24 ¶ जब मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के सरदार और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने ये बातें सà¥à¤¨à¥€à¤‚, तो उनके विषय में à¤à¤¾à¤°à¥€ चिनà¥à¤¤à¤¾ में पड़ गठकि उनका कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†! (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:25 इतने में किसी ने आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताया, “देखो, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤® ने बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में बनà¥à¤¦ रखा था, वे मनà¥à¤·à¥à¤¯ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में खड़े हà¥à¤ लोगों को उपदेश दे रहे हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:26 ¶ तब सरदार, अधिकारियों के साथ जाकर, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ले आया, परनà¥à¤¤à¥ बलपूरà¥à¤µà¤• नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे लोगों से डरते थे, कि उन पर पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ न करें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:27 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिर लाकर महासà¤à¤¾ के सामने खड़ा कर दिया और महायाजक ने उनसे पूछा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:28 “कà¥à¤¯à¤¾ हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिताकर आजà¥à¤žà¤¾ न दी थी, कि तà¥à¤® इस नाम से उपदेश न करना? फिर à¤à¥€ देखो, तà¥à¤® ने सारे यरूशलेम को अपने उपदेश से à¤à¤° दिया है और उस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का लहू हमारी गरà¥à¤¦à¤¨ पर लाना चाहते हो।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:29 ¶ तब पतरस और, अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की आजà¥à¤žà¤¾ से बढ़कर परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ का पालन करना ही हमारा करà¥à¤¤à¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:30 हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के परमेशà¥â€à¤µà¤° ने यीशॠको जिलाया, जिसे तà¥à¤® ने कà¥à¤°à¥‚स पर लटकाकर मार डाला था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:31 उसी को परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पà¥à¤°à¤à¥ और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ ठहराकर, अपने दाहिने हाथ से सरà¥à¤µà¥‹â€à¤šà¥à¤š किया, कि वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मन फिराव और पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:32 और हम इन बातों के गवाह हैं, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€, जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया है, जो उसकी आजà¥à¤žà¤¾ मानते हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:33 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° वे जल उठे, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मार डालना चाहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:34 परनà¥à¤¤à¥ गमलीà¤à¤² नामक à¤à¤• फरीसी ने जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• और सब लोगों में माननीय था, महासà¤à¤¾ में खड़े होकर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को थोड़ी देर के लिये बाहर कर देने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:35 ¶ तब उसने कहा, “हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जो कà¥à¤› इन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से करना चाहते हो, सोच समठके करना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:36 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन दिनों से पहले थियूदास यह कहता हà¥à¤† उठा, कि मैं à¤à¥€ कà¥à¤› हूà¤; और कोई चार सौ मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके साथ हो लिà¤, परनà¥à¤¤à¥ वह मारा गया; और जितने लोग उसे मानते थे, सब तितर-बितर हà¥à¤ और मिट गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:37 उसके बाद नाम लिखाई के दिनों में यहूदा गलीली उठा, और कà¥à¤› लोग अपनी ओर कर लिà¤; वह à¤à¥€ नाश हो गया, और जितने लोग उसे मानते थे, सब तितर-बितर हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:38 ¶ इसलिठअब मैं तà¥à¤® से कहता हूà¤, इन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से दूर ही रहो और उनसे कà¥à¤› काम न रखो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि यह योजना या काम मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से हो तब तो मिट जाà¤à¤—ा; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:39 परनà¥à¤¤à¥ यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है, तो तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कदापि मिटा न सकोगे; कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° से à¤à¥€ लड़नेवाले ठहरो।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:40 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसकी बात मान ली; और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° पिटवाया; और यह आजà¥à¤žà¤¾ देकर छोड़ दिया, कि यीशॠके नाम से फिर बातें न करना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:41 वे इस बात से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होकर महासà¤à¤¾ के सामने से चले गà¤, कि हम उसके नाम के लिये निरादर होने के योगà¥à¤¯ तो ठहरे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 5:42 इसके बाद हर दिन, मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में और घर-घर में, वे लगातार सिखाते और पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते थे कि यीशॠही मसीह है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:1 ¶ उन दिनों में जब चेलों की संखà¥à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ बढ़ने लगी, तब यूनानी à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलनेवाले इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡ लगे, कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ की सेवकाई में हमारी विधवाओं की सà¥à¤§à¤¿ नहीं ली जाती। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:2 ¶ तब उन बारहों ने चेलों की मणà¥à¤¡à¤²à¥€ को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “यह ठीक नहीं कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन छोड़कर खिलाने-पिलाने की सेवा में रहें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:3 इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, अपने में से सात सà¥à¤¨à¤¾à¤® पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को जो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से परिपूरà¥à¤£ हो, चà¥à¤¨ लो, कि हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस काम पर ठहरा दें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:4 परनà¥à¤¤à¥ हम तो पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में और वचन की सेवा में लगे रहेंगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:5 ¶ यह बात सारी मणà¥à¤¡à¤²à¥€ को अचà¥à¤›à¥€ लगी, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ नामक à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· को जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ था, फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸, पà¥à¤°à¥à¤–à¥à¤°à¥à¤¸, नीकानोर, तीमोन, परमिनास और अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ वासी नीकà¥à¤²à¤¾à¤‰à¤¸ को जो यहूदी मत में आ गया था, चà¥à¤¨ लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:6 और इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के सामने खड़ा किया और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करके उन पर हाथ रखे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:7 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन फैलता गया और यरूशलेम में चेलों की गिनती बहà¥à¤¤ बढ़ती गई; और याजकों का à¤à¤• बड़ा समाज इस मत के अधीन हो गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:8 ¶ सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से परिपूरà¥à¤£ होकर लोगों में बड़े-बड़े अदà¥à¤à¥à¤¤ काम और चिनà¥à¤¹ दिखाया करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:9 तब उस आराधनालय में से जो दासतà¥à¤µ-मà¥à¤•à¥à¤¤ कहलाती थी, और कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ और सिकनà¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ और किलिकिया और आसिया के लोगों में से कई à¤à¤• उठकर सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ से वाद-विवाद करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उस जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और उस आतà¥à¤®à¤¾ का जिससे वह बातें करता था, वे सामना न कर सके। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:11 इस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कई लोगों को उकसाया जो कहने लगे, “हमने इसे मूसा और परमेशà¥â€à¤µà¤° के विरोध में निनà¥à¤¦à¤¾ की बातें कहते सà¥à¤¨à¤¾ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:12 ¶ और लोगों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤•à¤° चढ़ आठऔर उसे पकड़कर महासà¤à¤¾ में ले आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:13 और à¤à¥‚ठे गवाह खड़े किà¤, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ इस पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विरोध में बोलना नहीं छोड़ता। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने उसे यह कहते सà¥à¤¨à¤¾ है, कि यही यीशॠनासरी इस जगह को ढा देगा, और उन रीतियों को बदल डालेगा जो मूसा ने हमें सौंपी हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 6:15 तब सब लोगों ने जो महासà¤à¤¾ में बैठे थे, उसकी ओर ताक कर उसका मà¥à¤– सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के समान देखा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:1 ¶ तब महायाजक ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ ये बातें सतà¥à¤¯ है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:2 उसने कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:3 ¶ और उससे कहा, ‘तू अपने देश और अपने कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬ से निकलकर उस देश में चला जा, जिसे मैं तà¥à¤à¥‡ दिखाऊà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:4 ¶ तब वह कसदियों के देश से निकलकर हारान में जा बसा; और उसके पिता की मृतà¥à¤¯à¥ के बाद परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसको वहाठसे इस देश में लाकर बसाया जिसमें अब तà¥à¤® बसते हो, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:5 और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसको कà¥à¤› विरासत न दी, वरनॠपैर रखने à¤à¤° की à¤à¥€ उसमें जगह न दी, यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ उस समय उसके कोई पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ न था। फिर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की, ‘मैं यह देश, तेरे और तेरे बाद तेरे वंश के हाथ कर दूà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:6 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने यह कहा, ‘तेरी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लोग पराये देश में परदेशी होंगे, और वे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दास बनाà¤à¤à¤—े, और चार सौ वरà¥à¤· तक दà¥à¤ƒà¤– देंगे।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:7 फिर परमेशà¥â€à¤µà¤° ने कहा, ‘जिस जाति के वे दास होंगे, उसको मैं दणà¥à¤¡ दूà¤à¤—ा; और इसके बाद वे निकलकर इसी जगह मेरी सेवा करेंगे।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:8 और उसने उससे खतने की वाचा बाà¤à¤§à¥€; और इसी दशा में इसहाक उससे उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†; और आठवें दिन उसका खतना किया गया; और इसहाक से याकूब और याकूब से बारह कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:9 ¶ “और कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यूसà¥à¤« से ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ करके उसे मिसà¥à¤° देश जानेवालों के हाथ बेचा; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° उसके साथ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:10 और उसे उसके सब कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤•à¤° मिसà¥à¤° के राजा फ़िरौन के आगे अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ दी, उसने उसे मिसà¥à¤° पर और अपने सारे घर पर राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ठहराया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:11 ¶ तब मिसà¥à¤° और कनान के सारे देश में अकाल पड़ा; जिससे à¤à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤²à¥‡à¤¶ हà¥à¤†, और हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ को अनà¥à¤¨ नहीं मिलता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:12 परनà¥à¤¤à¥ याकूब ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, कि मिसà¥à¤° में अनाज है, हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ को पहली बार à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:13 और दूसरी बार यूसà¥à¤« अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤°à¤—ट हो गया, और यूसà¥à¤« की जाति फ़िरौन को मालूम हो गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:14 ¶ तब यूसà¥à¤« ने अपने पिता याकूब और अपने सारे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬ को, जो पचहतà¥à¤¤à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थे, बà¥à¤²à¤¾ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:15 तब याकूब मिसà¥à¤° में गया; और वहाठवह और हमारे पूरà¥à¤µà¤œ मर गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:16 उनके शव शेकेम में पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जाकर उस कबà¥à¤° में रखे गà¤, जिसे अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने चाà¤à¤¦à¥€ देकर शेकेम में हमोर की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से मोल लिया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:17 ¶ “परनà¥à¤¤à¥ जब उस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के पूरे होने का समय निकट आया, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® से की थी, तो मिसà¥à¤° में वे लोग बढ़ गà¤; और बहà¥à¤¤ हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:18 तब मिसà¥à¤° में दूसरा राजा हà¥à¤† जो यूसà¥à¤« को नहीं जानता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:19 उसने हमारी जाति से चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करके हमारे बाप-दादों के साथ यहाठतक बà¥à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° किया, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने बालकों को फेंक देना पड़ा कि वे जीवित न रहें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:20 उस समय मूसा का जनà¥à¤® हà¥à¤†; और वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° था; और वह तीन महीने तक अपने पिता के घर में पाला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:21 परनà¥à¤¤à¥ जब फेंक दिया गया तो फ़िरौन की बेटी ने उसे उठा लिया, और अपना पà¥à¤¤à¥à¤° करके पाला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:22 और मूसा को मिसà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सारी विदà¥à¤¯à¤¾ पढ़ाई गई, और वह वचन और कामों में सामरà¥à¤¥à¥€ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:23 ¶ “जब वह चालीस वरà¥à¤· का हà¥à¤†, तो उसके मन में आया कि अपने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¥‡à¤‚ट करे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:24 और उसने à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पर अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ होते देखकर, उसे बचाया, और मिसà¥à¤°à¥€ को मारकर सताठहà¥à¤ का पलटा लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:25 उसने सोचा, कि उसके à¤à¤¾à¤ˆ समà¤à¥‡à¤‚गे कि परमेशà¥â€à¤µà¤° उसके हाथों से उनका उदà¥à¤§à¤¾à¤° करेगा, परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने न समà¤à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:26 ¶ दूसरे दिन जब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ आपस में लड़ रहे थे, तो वह वहाठजा पहà¥à¤à¤šà¤¾; और यह कहके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मेल करने के लिये समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, कि हे पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚, ‘तà¥à¤® तो à¤à¤¾à¤ˆ-à¤à¤¾à¤ˆ हो, à¤à¤• दूसरे पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करते हो?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:27 परनà¥à¤¤à¥ जो अपने पड़ोसी पर अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ कर रहा था, उसने उसे यह कहकर धकà¥à¤•à¤¾ दिया, ‘तà¥à¤à¥‡ किस ने हम पर अधिपति और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ ठहराया है? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:28 कà¥à¤¯à¤¾ जिस रीति से तूने कल मिसà¥à¤°à¥€ को मार डाला मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ मार डालना चाहता है?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:29 ¶ यह बात सà¥à¤¨à¤•à¤°, मूसा à¤à¤¾à¤—ा और मिदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देश में परदेशी होकर रहने लगा: और वहाठउसके दो पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:30 ¶ “जब पूरे चालीस वरà¥à¤· बीत गà¤, तो à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने सीनै पहाड़ के जंगल में उसे जलती हà¥à¤ˆ à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥€ की जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ में दरà¥à¤¶à¤¨ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:31 मूसा ने उस दरà¥à¤¶à¤¨ को देखकर अचमà¥à¤à¤¾ किया, और जब देखने के लिये पास गया, तो पà¥à¤°à¤à¥ की यह वाणी सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दी, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:32 “मैं तेरे पूरà¥à¤µà¤œ, अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® का परमेशà¥â€à¤µà¤°, इसहाक का परमेशà¥â€à¤µà¤° और याकूब का परमेशà¥â€à¤µà¤° हूà¤à¥¤â€ तब तो मूसा काà¤à¤ª उठा, यहाठतक कि उसे देखने का साहस न रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:33 तब पà¥à¤°à¤à¥ ने उससे कहा, ‘अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ से जूती उतार ले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस जगह तू खड़ा है, वह पवितà¥à¤° à¤à¥‚मि है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:34 मैंने सचमà¥à¤š अपने लोगों की दà¥à¤°à¥à¤¦à¤¶à¤¾ को जो मिसà¥à¤° में है, देखी है; और उनकी आहें और उनका रोना सà¥à¤¨ लिया है; इसलिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये उतरा हूà¤à¥¤ अब आ, मैं तà¥à¤à¥‡ मिसà¥à¤° में à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:35 ¶ “जिस मूसा को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह कहकर नकारा था, ‘तà¥à¤à¥‡ किस ने हम पर अधिपति और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ ठहराया है?’ उसी को परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अधिपति और छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ ठहराकर, उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिस ने उसे à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥€ में दरà¥à¤¶à¤¨ दिया था, à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:36 यही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिसà¥à¤° और लाल समà¥à¤¦à¥à¤° और जंगल में चालीस वरà¥à¤· तक अदà¥à¤à¥à¤¤ काम और चिनà¥à¤¹ दिखा दिखाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निकाल लाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:37 यह वही मूसा है, जिस ने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से कहा, ‘परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मेरे जैसा à¤à¤• à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ उठाà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:38 ¶ यह वही है, जिस ने जंगल में मणà¥à¤¡à¤²à¥€ के बीच उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के साथ सीनै पहाड़ पर उससे बातें की, और हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के साथ था, उसी को जीवित वचन मिले, कि हम तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:39 परनà¥à¤¤à¥ हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने उसकी मानना न चाहा; वरनॠउसे ठà¥à¤•à¤°à¤¾à¤•à¤° अपने मन मिसà¥à¤° की ओर फेरे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:40 और हारून से कहा, ‘हमारे लिये à¤à¤¸à¤¾ देवता बना, जो हमारे आगे-आगे चलें; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह मूसा जो हमें मिसà¥à¤° देश से निकाल लाया, हम नहीं जानते उसे कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:41 ¶ उन दिनों में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• बछड़ा बनाकर, उसकी मूरत के आगे बलि चढ़ाया; और अपने हाथों के कामों में मगन होने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:42 अतः परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मà¥à¤à¤¹ मोड़कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़ दिया, कि आकाशगण पूजें, जैसा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:43 और तà¥à¤® मोलेक के तमà¥à¤¬à¥‚ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:44 ¶ “साकà¥à¤·à¥€ का तमà¥à¤¬à¥‚ जंगल में हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के बीच में था; जैसा उसने ठहराया, जिस ने मूसा से कहा, ‘जो आकार तूने देखा है, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इसे बना।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:45 उसी तमà¥à¤¬à¥‚ को हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤² से पा कर यहोशू के साथ यहाठले आà¤; जिस समय कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर अधिकार पाया, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के सामने से निकाल दिया, और वह दाऊद के समय तक रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:46 उस पर परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ किया; अतः उसने विनती की, कि मैं याकूब के परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये निवास सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बनाऊà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:47 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤²à¥ˆà¤®à¤¾à¤¨ ने उसके लिये घर बनाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:48 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ हाथ के बनाठघरों में नहीं रहता, जैसा कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:49 ‘पà¥à¤°à¤à¥ कहता है, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— मेरा सिंहासन (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:50 कà¥à¤¯à¤¾ ये सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मेरे हाथ की बनाई नहीं?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:51 ¶ “हे हठीले, और मन और कान के खतनारहित लोगों, तà¥à¤® सदा पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ का विरोध करते हो। जैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œ करते थे, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ करते हो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:52 à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से किसको तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने नहीं सताया? और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस धरà¥à¤®à¥€ के आगमन का पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤² से सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देनेवालों को मार डाला, और अब तà¥à¤® à¤à¥€ उसके पकड़वानेवाले और मार डालनेवाले हà¥à¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:53 तà¥à¤® ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ठहराई हà¥à¤ˆ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तो पाई, परनà¥à¤¤à¥ उसका पालन नहीं किया।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:54 ¶ ये बातें सà¥à¤¨à¤•à¤° वे कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ हà¥à¤ और उस पर दाà¤à¤¤ पीसने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:55 परनà¥à¤¤à¥ उसने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ होकर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर देखा और परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा को और यीशॠको परमेशà¥â€à¤µà¤° की दाहिनी ओर खड़ा देखकर (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:56 कहा, “देखों, मैं सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤†, और मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° को परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिनी ओर खड़ा हà¥à¤† देखता हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:57 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कान बनà¥à¤¦ कर लिà¤, और à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर उस पर à¤à¤ªà¤Ÿà¥‡à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:58 और उसे नगर के बाहर निकालकर पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करने लगे, और गवाहों ने अपने कपड़े शाऊल नामक à¤à¤• जवान के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास उतार कर रखे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:59 ¶ और वे सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ को पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करते रहे, और वह यह कहकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता रहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥ यीशà¥, मेरी आतà¥à¤®à¤¾ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 7:60 फिर घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¾, “हे पà¥à¤°à¤à¥, यह पाप उन पर मत लगा।†और यह कहकर सो गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:1 ¶ शाऊल उसकी मृतà¥à¤¯à¥ के साथ सहमत था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:2 ¶ और à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ को कबà¥à¤° में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:3 पर शाऊल कलीसिया को उजाड़ रहा था; और घर-घर घà¥à¤¸à¤•à¤° पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ और सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को घसीट-घसीट कर बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डालता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:4 ¶ मगर जो तितर-बितर हà¥à¤ थे, वे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ फिरे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:5 और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ सामरिया नगर में जाकर लोगों में मसीह का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:6 ¶ जो बातें फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने कहीं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लोगों ने सà¥à¤¨à¤•à¤° और जो चिनà¥à¤¹ वह दिखाता था उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देख-देखकर, à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर मन लगाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में से अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ निकल गईं, और बहà¥à¤¤ से लकवे के रोगी और लà¤à¤—ड़े à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ किठगà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:8 और उस नगर में बड़ा आननà¥à¤¦ छा गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:9 ¶ इससे पहले उस नगर में शमौन नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जो जादू-टोना करके सामरिया के लोगों को चकित करता और अपने आप को à¤à¤• बड़ा पà¥à¤°à¥à¤· बताता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:10 और सब छोटे से लेकर बड़े तक उसका समà¥à¤®à¤¾à¤¨ कर कहते थे, “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° की वह शकà¥à¤¤à¤¿ है, जो महान कहलाती है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:11 उसने बहà¥à¤¤ दिनों से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने जादू के कामों से चकित कर रखा था, इसलिठवे उसको बहà¥à¤¤ मानते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:12 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ और यीशॠमसीह के नाम का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ था तो लोग, कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·, कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:13 तब शमौन ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया और बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेकर फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ के साथ रहने लगा और चिनà¥à¤¹ और बड़े-बड़े सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम होते देखकर चकित होता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:14 ¶ जब पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने जो यरूशलेम में थे सà¥à¤¨à¤¾ कि सामरियों ने परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ को उनके पास à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:15 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जाकर उनके लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की ताकि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तो केवल पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम में बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:17 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उन पर हाथ रखे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:18 ¶ जब शमौन ने देखा कि पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के हाथ रखने से पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ दिया जाता है, तो उनके पास रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ लाकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:19 “यह शकà¥à¤¤à¤¿ मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ दो, कि जिस किसी पर हाथ रखूà¤, वह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:20 ¶ पतरस ने उससे कहा, “तेरे रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ तेरे साथ नाश हों, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तूने परमेशà¥â€à¤µà¤° का दान रà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤‚ से मोल लेने का विचार किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:21 इस बात में न तेरा हिसà¥à¤¸à¤¾ है, न à¤à¤¾à¤—; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरा मन परमेशà¥â€à¤µà¤° के आगे सीधा नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:22 इसलिठअपनी इस बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से मन फिराकर पà¥à¤°à¤à¥ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर, समà¥à¤à¤µ है तेरे मन का विचार कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:23 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं देखता हूà¤, कि तू पितà¥à¤¤ की कड़वाहट और अधरà¥à¤® के बनà¥à¤§à¤¨ में पड़ा है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:24 शमौन ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® मेरे लिये पà¥à¤°à¤à¥ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो कि जो बातें तà¥à¤® ने कहीं, उनमें से कोई मà¥à¤ पर न आ पड़े।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:25 ¶ अतः पतरस और यूहनà¥à¤¨à¤¾ गवाही देकर और पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤•à¤°, यरूशलेम को लौट गà¤, और सामरियों के बहà¥à¤¤ से गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:26 ¶ फिर पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से कहा, “उठकर दकà¥à¤·à¤¿à¤£ की ओर उस मारà¥à¤— पर जा, जो यरूशलेम से गाज़ा को जाता है। यह रेगिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ मारà¥à¤— है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:27 वह उठकर चल दिया, और तब, कूश देश का à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ आ रहा था, जो खोजा और कूशियों की रानी कनà¥à¤¦à¤¾à¤•à¥‡ का मंतà¥à¤°à¥€ और खजांची था, और आराधना करने को यरूशलेम आया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:28 ¶ और वह अपने रथ पर बैठा हà¥à¤† था, और यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पढ़ता हà¥à¤† लौटा जा रहा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:29 तब पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से कहा, “निकट जाकर इस रथ के साथ हो ले।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:30 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ उसकी ओर दौड़ा और उसे यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पढ़ते हà¥à¤ सà¥à¤¨à¤¾, और पूछा, “तू जो पढ़ रहा है कà¥à¤¯à¤¾ उसे समà¤à¤¤à¤¾ à¤à¥€ है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:31 उसने कहा, “जब तक कोई मà¥à¤à¥‡ न समà¤à¤¾à¤ तो मैं कैसे समà¤à¥‚à¤?†और उसने फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से विनती की, कि चढ़कर उसके पास बैठे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:32 ¶ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का जो अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ वह पढ़ रहा था, वह यह था : (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:33 उसकी दीनता में उसका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ होने नहीं पाया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:34 ¶ इस पर खोजे ने फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से पूछा, “मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, यह बता कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ यह किस के विषय में कहता है, अपने या किसी दूसरे के विषय में?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:35 तब फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने अपना मà¥à¤à¤¹ खोला, और इसी शासà¥à¤¤à¥à¤° से आरमà¥à¤ करके उसे यीशॠका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:36 ¶ मारà¥à¤— में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहà¥à¤à¤šà¥‡, तब खोजे ने कहा, “देख यहाठजल है, अब मà¥à¤à¥‡ बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेने में कà¥à¤¯à¤¾ रोक है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:37 फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ ने कहा, “यदि तू सारे मन से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है तो ले सकता है।†उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता हूठकि यीशॠमसीह परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:38 तब उसने रथ खड़ा करने की आजà¥à¤žà¤¾ दी, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ और खोजा दोनों जल में उतर पड़े, और उसने उसे बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:39 ¶ जब वे जल में से निकलकर ऊपर आà¤, तो पà¥à¤°à¤à¥ का आतà¥à¤®à¤¾ फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ को उठा ले गया, और खोजे ने उसे फिर न देखा, और वह आननà¥à¤¦ करता हà¥à¤† अपने मारà¥à¤— चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 8:40 पर फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ अशà¥à¤¦à¥‹à¤¦ में आ निकला, और जब तक कैसरिया में न पहà¥à¤à¤šà¤¾, तब तक नगर-नगर सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:1 ¶ शाऊल जो अब तक पà¥à¤°à¤à¥ के चेलों को धमकाने और मार डालने की धà¥à¤¨ में था, महायाजक के पास गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:2 और उससे दमिशà¥à¤• के आराधनालयों के नाम पर इस अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ की चिटà¥à¤ ियाठमाà¤à¤—ी, कि कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·, कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह इस पंथ पर पाठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाà¤à¤§à¤•à¤° यरूशलेम में ले आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ चलते-चलते जब वह दमिशà¥à¤• के निकट पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो à¤à¤•à¤¾à¤à¤• आकाश से उसके चारों ओर जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ चमकी, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:4 और वह à¤à¥‚मि पर गिर पड़ा, और यह शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, “हे शाऊल, हे शाऊल, तू मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सताता है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:5 ¶ उसने पूछा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, तू कौन है?†उसने कहा, “मैं यीशॠहूà¤; जिसे तू सताता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:6 परनà¥à¤¤à¥ अब उठकर नगर में जा, और जो तà¥à¤à¥‡ करना है, वह तà¥à¤ से कहा जाà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:7 जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके साथ थे, वे चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रह गà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शबà¥à¤¦ तो सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ थे, परनà¥à¤¤à¥ किसी को देखते न थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:8 ¶ तब शाऊल à¤à¥‚मि पर से उठा, परनà¥à¤¤à¥ जब आà¤à¤–ें खोलीं तो उसे कà¥à¤› दिखाई न दिया और वे उसका हाथ पकड़ के दमिशà¥à¤• में ले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:9 और वह तीन दिन तक न देख सका, और न खाया और न पीया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:10 ¶ दमिशà¥à¤• में हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नामक à¤à¤• चेला था, उससे पà¥à¤°à¤à¥ ने दरà¥à¤¶à¤¨ में कहा, “हे हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹!†उसने कहा, “हाठपà¥à¤°à¤à¥à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:11 तब पà¥à¤°à¤à¥ ने उससे कहा, “उठकर उस गली में जा, जो ‘सीधी’ कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नामक à¤à¤• तरसà¥à¤¸ वासी को पूछ ले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:12 और उसने हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नामक à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· को à¤à¥€à¤¤à¤° आते, और अपने ऊपर हाथ रखते देखा है; ताकि फिर से दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:13 ¶ हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “हे पà¥à¤°à¤à¥, मैंने इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के विषय में बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से सà¥à¤¨à¤¾ है कि इसने यरूशलेम में तेरे पवितà¥à¤° लोगों के साथ बड़ी-बड़ी बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¤¾à¤ की हैं; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:14 और यहाठà¤à¥€ इसको पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बाà¤à¤§ ले।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:15 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ ने उससे कहा, “तू चला जा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह, तो अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और राजाओं, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने मेरा नाम पà¥à¤°à¤—ट करने के लिये मेरा चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† पातà¥à¤° है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:16 और मैं उसे बताऊà¤à¤—ा, कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा-कैसा दà¥à¤ƒà¤– उठाना पड़ेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:17 ¶ तब हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ उठकर उस घर में गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, “हे à¤à¤¾à¤ˆ शाऊल, पà¥à¤°à¤à¥, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशà¥, जो उस रासà¥à¤¤à¥‡ में, जिससे तू आया तà¥à¤à¥‡ दिखाई दिया था, उसी ने मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि तू फिर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पाठऔर पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ हो जाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:18 और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसकी आà¤à¤–ों से छिलके से गिरे, और वह देखने लगा और उठकर बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:19 फिर à¤à¥‹à¤œà¤¨ करके बल पाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:20 ¶ और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आराधनालयों में यीशॠका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने लगा, कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:21 और सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ चकित होकर कहने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ यह वही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं है जो यरूशलेम में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो इस नाम को लेते थे नाश करता था, और यहाठà¤à¥€ इसलिठआया था, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाà¤à¤§à¤•à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों के पास ले जाà¤?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:22 परनà¥à¤¤à¥ शाऊल और à¤à¥€ सामरà¥à¤¥à¥€ होता गया, और इस बात का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ दे-देकर कि यीशॠही मसीह है, दमिशà¥à¤• के रहनेवाले यहूदियों का मà¥à¤à¤¹ बनà¥à¤¦ करता रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:23 ¶ जब बहà¥à¤¤ दिन बीत गà¤, तो यहूदियों ने मिलकर उसको मार डालने की यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ निकाली। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:24 परनà¥à¤¤à¥ उनकी यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ शाऊल को मालूम हो गई: वे तो उसको मार डालने के लिये रात दिन फाटकों पर घात में लगे रहते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:25 परनà¥à¤¤à¥ रात को उसके चेलों ने उसे लेकर टोकरे में बैठाया, और शहरपनाह पर से लटकाकर उतार दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:26 ¶ यरूशलेम में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° उसने चेलों के साथ मिल जाने का उपाय किया परनà¥à¤¤à¥ सब उससे डरते थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनको विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न होता था, कि वह à¤à¥€ चेला है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:27 परनà¥à¤¤à¥ बरनबास ने उसे अपने साथ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के पास ले जाकर उनसे कहा, कि इसने किस रीति से मारà¥à¤— में पà¥à¤°à¤à¥ को देखा, और उसने इससे बातें की; फिर दमिशà¥à¤• में इसने कैसे साहस से यीशॠके नाम का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:28 ¶ वह उनके साथ यरूशलेम में आता-जाता रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:29 और निधड़क होकर पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता था; और यूनानी à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलनेवाले यहूदियों के साथ बातचीत और वाद-विवाद करता था; परनà¥à¤¤à¥ वे उसे मार डालने का यतà¥à¤¨ करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:30 यह जानकर à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने उसे कैसरिया में ले आà¤, और तरसà¥à¤¸ को à¤à¥‡à¤œ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:31 ¶ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सारे यहूदिया, और गलील, और सामरिया में कलीसिया को चैन मिला, और उसकी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ होती गई; और वह पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤¯ और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की शानà¥à¤¤à¤¿ में चलती और बढ़ती गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:32 ¶ फिर à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि पतरस हर जगह फिरता हà¥à¤†, उन पवितà¥à¤° लोगों के पास à¤à¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¾, जो लà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ में रहते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:33 ¶ वहाठउसे à¤à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ नामक लकवे का मारा हà¥à¤† à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ मिला, जो आठवरà¥à¤· से खाट पर पड़ा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:34 पतरस ने उससे कहा, “हे à¤à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸! यीशॠमसीह तà¥à¤à¥‡ चंगा करता है। उठ, अपना बिछौना उठा।†तब वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठखड़ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:35 और लà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ और शारोन के सब रहनेवाले उसे देखकर पà¥à¤°à¤à¥ की ओर फिरे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:36 ¶ याफा में तबीता अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ दोरकास नामक à¤à¤• विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¨à¥€ रहती थी, वह बहà¥à¤¤ से à¤à¤²à¥‡-à¤à¤²à¥‡ काम और दान किया करती थी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:37 उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ दिनों में वह बीमार होकर मर गई; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे नहलाकर अटारी पर रख दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:38 ¶ और इसलिठकि लà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ याफा के निकट था, चेलों ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि पतरस वहाठहै दो मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° उससे विनती की, “हमारे पास आने में देर न कर।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:39 तब पतरस उठकर उनके साथ हो लिया, और जब पहà¥à¤à¤š गया, तो वे उसे उस अटारी पर ले गà¤à¥¤ और सब विधवाà¤à¤ रोती हà¥à¤ˆ, उसके पास आ खड़ी हà¥à¤ˆà¤‚ और जो कà¥à¤°à¥à¤¤à¥‡ और कपड़े दोरकास ने उनके साथ रहते हà¥à¤ बनाठथे, दिखाने लगीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:40 ¶ तब पतरस ने सब को बाहर कर दिया, और घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की; और शव की ओर देखकर कहा, “हे तबीता, उठ।†तब उसने अपनी आà¤à¤–ें खोल दी; और पतरस को देखकर उठबैठी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:41 उसने हाथ देकर उसे उठाया और पवितà¥à¤° लोगों और विधवाओं को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उसे जीवित और जागृत दिखा दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:42 यह बात सारे याफा में फैल गई; और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤à¥ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 9:43 और पतरस याफा में शमौन नामक किसी चमड़े का धनà¥à¤§à¤¾ करनेवाले के यहाठबहà¥à¤¤ दिन तक रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:1 ¶ कैसरिया में कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ नामक à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जो इतालियानी नाम सैनà¥à¤¯-दल का सूबेदार था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:2 वह à¤à¤•à¥à¤¤ था, और अपने सारे घराने समेत परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरता था, और यहूदी लोगों को बहà¥à¤¤ दान देता, और बराबर परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:3 ¶ उसने दिन के तीसरे पहर के निकट दरà¥à¤¶à¤¨ में सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से देखा कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उसके पास à¤à¥€à¤¤à¤° आकर कहा, “हे कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:4 उसने उसे धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखा और डरकर कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ है?†उसने उससे कहा, “तेरी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤à¤ और तेरे दान सà¥à¤®à¤°à¤£ के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने पहà¥à¤à¤šà¥‡ हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:5 और अब याफा में मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° शमौन को, जो पतरस कहलाता है, बà¥à¤²à¤µà¤¾ ले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:6 वह शमौन, चमड़े का धनà¥à¤§à¤¾ करनेवाले के यहाठअतिथि है, जिसका घर समà¥à¤¦à¥à¤° के किनारे है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:7 ¶ जब वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत जिसने उससे बातें की थी चला गया, तो उसने दो सेवक, और जो उसके पास उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहा करते थे उनमें से à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¤ सिपाही को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:8 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें बताकर याफा को à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:9 ¶ दूसरे दिन जब वे चलते-चलते नगर के पास पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो दोपहर के निकट पतरस छत पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने चढ़ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:10 उसे à¤à¥‚ख लगी और कà¥à¤› खाना चाहता था, परनà¥à¤¤à¥ जब वे तैयार कर रहे थे तो वह बेसà¥à¤§ हो गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:11 और उसने देखा, कि आकाश खà¥à¤² गया; और à¤à¤• बड़ी चादर, पातà¥à¤° के समान चारों कोनों से लटकाया हà¥à¤†, पृथà¥à¤µà¥€ की ओर उतर रहा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:12 जिसमें पृथà¥à¤µà¥€ के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के चौपाठऔर रेंगनेवाले जनà¥à¤¤à¥ और आकाश के पकà¥à¤·à¥€ थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:13 ¶ और उसे à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ वाणी सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दी, “हे पतरस उठ, मार और खा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:14 परनà¥à¤¤à¥ पतरस ने कहा, “नहीं पà¥à¤°à¤à¥, कदापि नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने कà¤à¥€ कोई अपवितà¥à¤° या अशà¥à¤¦à¥à¤§ वसà¥à¤¤à¥ नहीं खाई है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:15 फिर दूसरी बार उसे वाणी सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दी, “जो कà¥à¤› परमेशà¥â€à¤µà¤° ने शà¥à¤¦à¥à¤§ ठहराया है, उसे तू अशà¥à¤¦à¥à¤§ मत कह।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:16 तीन बार à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤†; तब तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ वह चादर आकाश पर उठा लिया गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:17 ¶ जब पतरस अपने मन में दà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ में था, कि यह दरà¥à¤¶à¤¨ जो मैंने देखा कà¥à¤¯à¤¾ है, तब वे मनà¥à¤·à¥à¤¯ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने à¤à¥‡à¤œà¤¾ था, शमौन के घर का पता लगाकर दà¥à¤µà¤¾à¤° पर आ खड़े हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:18 और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° पूछने लगे, “कà¥à¤¯à¤¾ शमौन जो पतरस कहलाता है, यहाठपर अतिथि है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:19 ¶ पतरस जो उस दरà¥à¤¶à¤¨ पर सोच ही रहा था, कि आतà¥à¤®à¤¾ ने उससे कहा, “देख, तीन मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤à¥‡ खोज रहे हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:20 अतः उठकर नीचे जा, और निःसंकोच उनके साथ हो ले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:21 तब पतरस ने नीचे उतरकर उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से कहा, “देखो, जिसको तà¥à¤® खोज रहे हो, वह मैं ही हूà¤; तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ आने का कà¥à¤¯à¤¾ कारण है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:22 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ सूबेदार जो धरà¥à¤®à¥€ और परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरनेवाला और सारी यहूदी जाति में सà¥à¤¨à¤¾à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, उसने à¤à¤• पवितà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत से यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पाया है, कि तà¥à¤à¥‡ अपने घर बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° तà¥à¤ से उपदेश सà¥à¤¨à¥‡à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:23 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€à¤¤à¤° बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उनको रहने की जगह दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:24 ¶ दूसरे दिन वे कैसरिया में पहà¥à¤à¤šà¥‡, और कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ अपने कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¿à¤¯ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ को इकटà¥à¤ े करके उनकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:25 ¶ जब पतरस à¤à¥€à¤¤à¤° आ रहा था, तो कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने उससे à¤à¥‡à¤‚ट की, और उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरकर उसे पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:26 परनà¥à¤¤à¥ पतरस ने उसे उठाकर कहा, “खड़ा हो, मैं à¤à¥€ तो मनà¥à¤·à¥à¤¯ ही हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:27 ¶ और उसके साथ बातचीत करता हà¥à¤† à¤à¥€à¤¤à¤° गया, और बहà¥à¤¤ से लोगों को इकटà¥à¤ े देखकर (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:28 उनसे कहा, “तà¥à¤® जानते हो, कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ की संगति करना या उसके यहाठजाना यहूदी के लिये अधरà¥à¤® है, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मà¥à¤à¥‡ बताया है कि किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ को अपवितà¥à¤° या अशà¥à¤¦à¥à¤§ न कहूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:29 इसलिठमैं जब बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया तो बिना कà¥à¤› कहे चला आया। अब मैं पूछता हूठकि मà¥à¤à¥‡ किस काम के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:30 ¶ कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था; कि à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· चमकीला वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤, मेरे सामने आ खड़ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:31 और कहने लगा, ‘हे कà¥à¤°à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸, तेरी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ सà¥à¤¨ ली गई है और तेरे दान परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने सà¥à¤®à¤°à¤£ किठगठहैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:32 इसलिठकिसी को याफा à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° शमौन को जो पतरस कहलाता है, बà¥à¤²à¤¾à¥¤ वह समà¥à¤¦à¥à¤° के किनारे शमौन जो, चमड़े का धनà¥à¤§à¤¾ करनेवाले के घर में अतिथि है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:33 तब मैंने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ तेरे पास लोग à¤à¥‡à¤œà¥‡, और तूने à¤à¤²à¤¾ किया जो आ गया। अब हम सब यहाठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने हैं, ताकि जो कà¥à¤› परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤ से कहा है उसे सà¥à¤¨à¥‡à¤‚।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:34 ¶ तब पतरस ने मà¥à¤à¤¹ खोलकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:35 ¶ वरनॠहर जाति में जो उससे डरता और धारà¥à¤®à¤¿à¤• काम करता है, वह उसे à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:36 ¶ जो वचन उसने इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास à¤à¥‡à¤œà¤¾, जब कि उसने यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो सब का पà¥à¤°à¤à¥ है, शानà¥à¤¤à¤¿ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:37 वह वचन तà¥à¤® जानते हो, जो यूहनà¥à¤¨à¤¾ के बपतिसà¥à¤®à¤¾ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के बाद गलील से आरमà¥à¤ होकर सारे यहूदिया में फैल गया: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:38 परमेशà¥â€à¤µà¤° ने किस रीति से यीशॠनासरी को पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया; वह à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करता, और सब को जो शैतान के सताठहà¥à¤ थे, अचà¥à¤›à¤¾ करता फिरा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° उसके साथ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:39 ¶ और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उसने यहूदिया के देश और यरूशलेम में à¤à¥€ किà¤, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे काठपर लटकाकर मार डाला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:40 उसको परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तीसरे दिन जिलाया, और पà¥à¤°à¤—ट à¤à¥€ कर दिया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:41 सब लोगों को नहीं वरनॠउन गवाहों को जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पहले से चà¥à¤¨ लिया था, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमको जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के बाद उसके साथ खाया पीया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:42 ¶ और उसने हमें आजà¥à¤žà¤¾ दी कि लोगों में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करो और गवाही दो, कि यह वही है जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जीवितों और मरे हà¥à¤“ं का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ ठहराया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:43 उसकी सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ गवाही देते है कि जो कोई उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेगा, उसको उसके नाम के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ मिलेगी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:44 ¶ पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ वचन के सब सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ पर उतर आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:45 और जितने खतना किठहà¥à¤ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ पतरस के साथ आठथे, वे सब चकित हà¥à¤ कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ का दान उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾ गया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:46 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ की à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलते और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करते सà¥à¤¨à¤¾à¥¤ इस पर पतरस ने कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:47 “कà¥à¤¯à¤¾ अब कोई इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जल से रोक सकता है कि ये बपतिसà¥à¤®à¤¾ न पाà¤à¤, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारे समान पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पाया है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 10:48 और उसने आजà¥à¤žà¤¾ दी कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यीशॠमसीह के नाम में बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया जाà¤à¥¤ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे विनती की, कि कà¥à¤› दिन और हमारे साथ रह। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:1 ¶ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने जो यहूदिया में थे सà¥à¤¨à¤¾, कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन मान लिया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:2 और जब पतरस यरूशलेम में आया, तो खतना किठहà¥à¤ लोग उससे वाद-विवाद करने लगे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:3 “तूने खतनारहित लोगों के यहाठजाकर उनके साथ खाया।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:4 ¶ तब पतरस ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरमà¥à¤ से कà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:5 “मैं याफा नगर में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था, और बेसà¥à¤§ होकर à¤à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ देखा, कि à¤à¤• बड़ी चादर, à¤à¤• पातà¥à¤° के समान चारों कोनों से लटकाया हà¥à¤†, आकाश से उतरकर मेरे पास आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:6 जब मैंने उस पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ किया, तो पृथà¥à¤µà¥€ के चौपाठऔर वन पशॠऔर रेंगनेवाले जनà¥à¤¤à¥ और आकाश के पकà¥à¤·à¥€ देखे; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:7 ¶ और यह आवाज़ à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾, ‘हे पतरस उठमार और खा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:8 मैंने कहा, ‘नहीं पà¥à¤°à¤à¥, नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई अपवितà¥à¤° या अशà¥à¤¦à¥à¤§ वसà¥à¤¤à¥ मेरे मà¥à¤à¤¹ में कà¤à¥€ नहीं गई।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:9 इसके उतà¥à¤¤à¤° में आकाश से दोबारा आवाज़ आई, ‘जो कà¥à¤› परमेशà¥â€à¤µà¤° ने शà¥à¤¦à¥à¤§ ठहराया है, उसे अशà¥à¤¦à¥à¤§ मत कह।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:10 तीन बार à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤†; तब सब कà¥à¤› फिर आकाश पर खींच लिया गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:11 ¶ तब तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ तीन मनà¥à¤·à¥à¤¯ जो कैसरिया से मेरे पास à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठथे, उस घर पर जिसमें हम थे, आ खड़े हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:12 तब आतà¥à¤®à¤¾ ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ उनके साथ बेà¤à¤¿à¤à¤• हो लेने को कहा, और ये छः à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¥€ मेरे साथ हो लिà¤; और हम उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के घर में गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:13 और उसने बताया, कि मैंने à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को अपने घर में खड़ा देखा, जिसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘याफा में मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° शमौन को जो पतरस कहलाता है, बà¥à¤²à¤µà¤¾ ले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:14 वह तà¥à¤ से à¤à¤¸à¥€ बातें कहेगा, जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तू और तेरा सारा घराना उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:15 ¶ जब मैं बातें करने लगा, तो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ उन पर उसी रीति से उतरा, जिस रीति से आरमà¥à¤ में हम पर उतरा था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:16 तब मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ का वह वचन सà¥à¤®à¤°à¤£ आया; जो उसने कहा, ‘यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने तो पानी से बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से बपतिसà¥à¤®à¤¾ पाओगे।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:17 ¶ अतः जब कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ वही दान दिया, जो हमें पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से मिला; तो मैं कौन था जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को रोक सकता था?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:18 यह सà¥à¤¨à¤•à¤°, वे चà¥à¤ª रहे, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की बड़ाई करके कहने लगे, “तब तो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ जीवन के लिये मन फिराव का दान दिया है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:19 ¶ जो लोग उस कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के मारे जो सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ के कारण पड़ा था, तितर-बितर हो गठथे, वे फिरते-फिरते फीनीके और साइपà¥à¤°à¤¸ और अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में पहà¥à¤à¤šà¥‡; परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों को छोड़ किसी और को वचन न सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:20 परनà¥à¤¤à¥ उनमें से कà¥à¤› साइपà¥à¤°à¤¸ वासी और कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ थे, जो अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में आकर यूनानियों को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की बातें सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:21 और पà¥à¤°à¤à¥ का हाथ उन पर था, और बहà¥à¤¤ लोग विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके पà¥à¤°à¤à¥ की ओर फिरे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:22 ¶ तब उनकी चरà¥à¤šà¤¾ यरूशलेम की कलीसिया के सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ में आई, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बरनबास को अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:23 वह वहाठपहà¥à¤à¤šà¤•à¤°, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ को देखकर आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤†; और सब को उपदेश दिया कि तन मन लगाकर पà¥à¤°à¤à¥ से लिपटे रहें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¤• à¤à¤²à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ था; और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से परिपूरà¥à¤£ था; और बहà¥à¤¤ से लोग पà¥à¤°à¤à¥ में आ मिले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:25 ¶ तब वह शाऊल को ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¨à¥‡ के लिये तरसà¥à¤¸ को चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:26 और जब उनसे मिला तो उसे अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में लाया, और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि वे à¤à¤• वरà¥à¤· तक कलीसिया के साथ मिलते और बहà¥à¤¤ से लोगों को उपदेश देते रहे, और चेले सबसे पहले अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ ही में मसीही कहलाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:27 ¶ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ दिनों में कई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ यरूशलेम से अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:28 उनमें से अगबà¥à¤¸ ने खड़े होकर आतà¥à¤®à¤¾ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से यह बताया, कि सारे जगत में बड़ा अकाल पड़ेगा, और वह अकाल कà¥à¤²à¥Œà¤¦à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के समय में पड़ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:29 ¶ तब चेलों ने निरà¥à¤£à¤¯ किया कि हर à¤à¤• अपनी-अपनी पूà¤à¤œà¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यहूदिया में रहनेवाले à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की सेवा के लिये कà¥à¤› à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 11:30 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ ही किया; और बरनबास और शाऊल के हाथ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के पास कà¥à¤› à¤à¥‡à¤œ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:1 ¶ उस समय हेरोदेस राजा ने कलीसिया के कई à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दà¥à¤ƒà¤– देने के लिये उन पर हाथ डाले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:2 उसने यूहनà¥à¤¨à¤¾ के à¤à¤¾à¤ˆ याकूब को तलवार से मरवा डाला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:3 ¶ जब उसने देखा, कि यहूदी लोग इससे आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होते हैं, तो उसने पतरस को à¤à¥€ पकड़ लिया। वे दिन अख़मीरी रोटी के दिन थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:4 और उसने उसे पकड़कर बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाला, और रखवाली के लिये, चार-चार सिपाहियों के चार पहरों में रखा, इस मनसा से कि फसह के बाद उसे लोगों के सामने लाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:5 ¶ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में पतरस की रखवाली हो रही थी; परनà¥à¤¤à¥ कलीसिया उसके लिये लौ लगाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रही थी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:6 और जब हेरोदेस उसे उनके सामने लाने को था, तो उसी रात पतरस दो जंजीरों से बंधा हà¥à¤†, दो सिपाहियों के बीच में सो रहा था; और पहरेदार दà¥à¤µà¤¾à¤° पर बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह की रखवाली कर रहे थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:7 ¶ तब पà¥à¤°à¤à¥ का à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत आ खड़ा हà¥à¤† और उस कोठरी में जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ चमकी, और उसने पतरस की पसली पर हाथ मार कर उसे जगाया, और कहा, “उठ, जलà¥à¤¦à¥€ कर।†और उसके हाथ से जंजीरें खà¥à¤²à¤•à¤° गिर पड़ीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:8 तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने उससे कहा, “कमर बाà¤à¤§, और अपने जूते पहन ले।†उसने वैसा ही किया, फिर उसने उससे कहा, “अपना वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनकर मेरे पीछे हो ले।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:9 ¶ वह निकलकर उसके पीछे हो लिया; परनà¥à¤¤à¥ यह न जानता था कि जो कà¥à¤› सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत कर रहा है, वह सच है, बलà¥à¤•à¤¿ यह समà¤à¤¾ कि मैं दरà¥à¤¶à¤¨ देख रहा हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:10 तब वे पहले और दूसरे पहरे से निकलकर उस लोहे के फाटक पर पहà¥à¤à¤šà¥‡, जो नगर की ओर है। वह उनके लिये आप से आप खà¥à¤² गया, और वे निकलकर à¤à¤• ही गली होकर गà¤, इतने में सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसे छोड़कर चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:11 ¶ तब पतरस ने सचेत होकर कहा, “अब मैंने सच जान लिया कि पà¥à¤°à¤à¥ ने अपना सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° मà¥à¤à¥‡ हेरोदेस के हाथ से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ लिया, और यहूदियों की सारी आशा तोड़ दी।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:12 और यह सोचकर, वह उस यूहनà¥à¤¨à¤¾ की माता मरियम के घर आया, जो मरकà¥à¤¸ कहलाता है। वहाठबहà¥à¤¤ लोग इकटà¥à¤ े होकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहे थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:13 ¶ जब उसने फाटक की खिड़की खटखटाई तो रूदे नामक à¤à¤• दासी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को आई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:14 और पतरस का शबà¥à¤¦ पहचानकर, उसने आननà¥à¤¦ के मारे फाटक न खोला; परनà¥à¤¤à¥ दौड़कर à¤à¥€à¤¤à¤° गई, और बताया कि पतरस दà¥à¤µà¤¾à¤° पर खड़ा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:15 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “तू पागल है।†परनà¥à¤¤à¥ वह दृढ़ता से बोली कि à¤à¤¸à¤¾ ही है: तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “उसका सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत होगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:16 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पतरस खटखटाता ही रहा अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खिड़की खोली, और उसे देखकर चकित रह गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:17 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हाथ से संकेत किया कि चà¥à¤ª रहें; और उनको बताया कि पà¥à¤°à¤à¥ किस रीति से मà¥à¤à¥‡ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह से निकाल लाया है। फिर कहा, “याकूब और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को यह बात कह देना।†तब निकलकर दूसरी जगह चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:18 ¶ à¤à¥‹à¤° को सिपाहियों में बड़ी हलचल होने लगी कि पतरस कहाठगया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:19 जब हेरोदेस ने उसकी खोज की और न पाया, तो पहरà¥à¤“ं की जाà¤à¤š करके आजà¥à¤žà¤¾ दी कि वे मार डाले जाà¤à¤: और वह यहूदिया को छोड़कर कैसरिया में जाकर रहने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:20 ¶ हेरोदेस सोर और सीदोन के लोगों से बहà¥à¤¤ अपà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ था। तब वे à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर उसके पास आठऔर बलासà¥à¤¤à¥à¤¸ को जो राजा का à¤à¤• करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ था, मनाकर मेल करना चाहा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि राजा के देश से उनके देश का पालन-पोषण होता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:21 ठहराठहà¥à¤ दिन हेरोदेस राजवसà¥à¤¤à¥à¤° पहनकर सिंहासन पर बैठा; और उनको वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:22 ¶ और लोग पà¥à¤•à¤¾à¤° उठे, “यह तो मनà¥à¤·à¥à¤¯ का नहीं ईशà¥à¤µà¤° का शबà¥à¤¦ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:23 उसी कà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसे आघात पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा नहीं की और उसके शरीर में कीड़े पड़ गठऔर वह मर गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:24 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन बढ़ता और फैलता गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 12:25 ¶ जब बरनबास और शाऊल अपनी सेवा पूरी कर चà¥à¤•à¥‡ तो यूहनà¥à¤¨à¤¾ को जो मरकà¥à¤¸ कहलाता है, साथ लेकर यरूशलेम से लौटे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:1 ¶ अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ की कलीसिया में कई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ और उपदेशक थे; अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बरनबास और शमौन जो नीगर कहलाता है; और लूकियà¥à¤¸ कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€, और चौथाई देश के राजा हेरोदेस का दूधà¤à¤¾à¤ˆ मनाहेम और शाऊल। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:2 जब वे उपवास सहित पà¥à¤°à¤à¥ की उपासना कर रहे थे, तो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने कहा, “मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैंने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:3 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उपवास और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करके और उन पर हाथ रखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विदा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:4 ¶ अतः वे पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ सिलूकिया को गà¤; और वहाठसे जहाज पर चढ़कर साइपà¥à¤°à¤¸ को चले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:5 और सलमीस में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤°, परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन यहूदियों के आराधनालयों में सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾; और यूहनà¥à¤¨à¤¾ उनका सेवक था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:6 ¶ और उस सारे टापू में से होते हà¥à¤, पाफà¥à¤¸ तक पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ वहाठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बार-यीशॠनामक à¤à¤• जादूगर मिला, जो यहूदी और à¤à¥‚ठा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:7 वह हाकिम सिरगियà¥à¤¸ पौलà¥à¤¸ के साथ था, जो बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤· था। उसने बरनबास और शाऊल को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ चाहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:8 परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤²à¥€à¤®à¤¾à¤¸ जादूगर ने, (कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यही उसके नाम का अरà¥à¤¥ है) उनका सामना करके, हाकिम को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से रोकना चाहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:9 ¶ तब शाऊल ने जिसका नाम पौलà¥à¤¸ à¤à¥€ है, पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ होकर उसकी ओर टकटकी लगाकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:10 “हे सारे कपट और सब चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ शैतान की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, सकल धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के बैरी, कà¥à¤¯à¤¾ तू पà¥à¤°à¤à¥ के सीधे मारà¥à¤—ों को टेढ़ा करना न छोड़ेगा? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:11 ¶ अब देख, पà¥à¤°à¤à¥ का हाथ तà¥à¤ पर पड़ा है; और तू कà¥à¤› समय तक अंधा रहेगा और सूरà¥à¤¯ को न देखेगा।†तब तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ धà¥à¤‚धलापन और अंधेरा उस पर छा गया, और वह इधर-उधर टटोलने लगा ताकि कोई उसका हाथ पकड़कर ले चले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:12 तब हाकिम ने जो कà¥à¤› हà¥à¤† था, देखकर और पà¥à¤°à¤à¥ के उपदेश से चकित होकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:13 ¶ पौलà¥à¤¸ और उसके साथी पाफà¥à¤¸ से जहाज खोलकर पंफूलिया के पिरगा में आà¤; और यूहनà¥à¤¨à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़कर यरूशलेम को लौट गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:14 और पिरगा से आगे बढ़कर पिसिदिया के अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में पहà¥à¤à¤šà¥‡; और सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में जाकर बैठगà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:15 वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• से पढ़ने के बाद आराधनालय के सरदारों ने उनके पास कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि लोगों के उपदेश के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन में कोई बात हो तो कहो।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:16 ¶ तब पौलà¥à¤¸ ने खड़े होकर और हाथ से इशारा करके कहा, “हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरनेवालों, सà¥à¤¨à¥‹ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:17 इन इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ लोगों के परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ को चà¥à¤¨ लिया, और जब ये मिसà¥à¤° देश में परदेशी होकर रहते थे, तो उनकी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की; और बलवनà¥à¤¤ à¤à¥à¤œà¤¾ से निकाल लाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:18 और वह कोई चालीस वरà¥à¤· तक जंगल में उनकी सहता रहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:19 ¶ और कनान देश में सात जातियों का नाश करके उनका देश लगà¤à¤— साढ़े चार सौ वरà¥à¤· में इनकी विरासत में कर दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:20 इसके बाद उसने शमूà¤à¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ तक उनमें नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ ठहराà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:21 ¶ उसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• राजा माà¤à¤—ा; तब परमेशà¥â€à¤µà¤° ने चालीस वरà¥à¤· के लिये बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के गोतà¥à¤° में से à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कीश के पà¥à¤¤à¥à¤° शाऊल को उन पर राजा ठहराया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:22 ¶ फिर उसे अलग करके दाऊद को उनका राजा बनाया; जिसके विषय में उसने गवाही दी, ‘मà¥à¤à¥‡ à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯, यिशै का पà¥à¤¤à¥à¤° दाऊद, मेरे मन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मिल गया है। वही मेरी सारी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी करेगा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:23 ¶ उसी के वंश में से परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के पास à¤à¤• उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠको à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:24 जिसके आने से पहले यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मन फिराव के बपतिसà¥à¤®à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:25 और जब यूहनà¥à¤¨à¤¾ अपनी सेवा पूरी करने पर था, तो उसने कहा, ‘तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हो? मैं वह नहीं! वरनॠदेखो, मेरे बाद à¤à¤• आनेवाला है, जिसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की जूती के बनà¥à¤§ à¤à¥€ मैं खोलने के योगà¥à¤¯ नहीं।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:26 ¶ “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® जो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हो; और तà¥à¤® जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरते हो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास इस उदà¥à¤§à¤¾à¤° का वचन à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यरूशलेम के रहनेवालों और उनके सरदारों ने, न उसे पहचाना, और न à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की बातें समà¤à¥€; जो हर सबà¥à¤¤ के दिन पढ़ी जाती हैं, इसलिठउसे दोषी ठहराकर उनको पूरा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:28 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मार डालने के योगà¥à¤¯ कोई दोष उसमें न पाया, फिर à¤à¥€ पिलातà¥à¤¸ से विनती की, कि वह मार डाला जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:29 और जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके विषय में लिखी हà¥à¤ˆ सब बातें पूरी की, तो उसे कà¥à¤°à¥‚स पर से उतार कर कबà¥à¤° में रखा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:30 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसे मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:31 और वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो उसके साथ गलील से यरूशलेम आठथे, बहà¥à¤¤ दिनों तक दिखाई देता रहा; लोगों के सामने अब वे ही उसके गवाह हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:32 ¶ और हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के विषय में जो पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से की गई थी, यह सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:33 कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने यीशॠको जिलाकर, वही पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ हमारी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लिये पूरी की; जैसा दूसरे à¤à¤œà¤¨ में à¤à¥€ लिखा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:34 और उसके इस रीति से मरे हà¥à¤“ं में से जिलाने के विषय में à¤à¥€, कि वह कà¤à¥€ न सड़े, उसने यह कहा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:35 ¶ इसलिठउसने à¤à¤• और à¤à¤œà¤¨ में à¤à¥€ कहा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:36 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाऊद तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपने समय में सेवा करके सो गया, और अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ में जा मिला, और सड़ à¤à¥€ गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:37 परनà¥à¤¤à¥ जिसको परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जिलाया, वह सड़ने नहीं पाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:38 ¶ इसलिà¤, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚; तà¥à¤® जान लो कि यीशॠके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ का समाचार तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया जाता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:39 और जिन बातों से तà¥à¤® मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤¦à¥‹à¤· नहीं ठहर सकते थे, उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ सबसे हर à¤à¤• विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाला उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:40 ¶ इसलिठचौकस रहो, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखित है, तà¥à¤® पर à¤à¥€ आ पड़े: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:41 ‘हे निनà¥à¤¦à¤¾ करनेवालों, देखो, और चकित हो, और मिट जाओ; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:42 ¶ उनके बाहर निकलते समय लोग उनसे विनती करने लगे, कि अगले सबà¥à¤¤ के दिन हमें ये बातें फिर सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ जाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:43 और जब आराधनालय उठगई तो यहूदियों और यहूदी मत में आठहà¥à¤ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में से बहà¥à¤¤ से पौलà¥à¤¸ और बरनबास के पीछे हो लिà¤; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनसे बातें करके समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ में बने रहो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:44 ¶ अगले सबà¥à¤¤ के दिन नगर के पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सब लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को इकटà¥à¤ े हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:45 परनà¥à¤¤à¥ यहूदी à¤à¥€à¤¡à¤¼ को देखकर ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ से à¤à¤° गà¤, और निनà¥à¤¦à¤¾ करते हà¥à¤ पौलà¥à¤¸ की बातों के विरोध में बोलने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:46 ¶ तब पौलà¥à¤¸ और बरनबास ने निडर होकर कहा, “अवशà¥à¤¯ था, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन पहले तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ जाता; परनà¥à¤¤à¥ जब कि तà¥à¤® उसे दूर करते हो, और अपने को अननà¥à¤¤ जीवन के योगà¥à¤¯ नहीं ठहराते, तो अब, हम अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर फिरते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:47 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ ने हमें यह आजà¥à¤žà¤¾ दी है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:48 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन की बड़ाई करने लगे, और जितने अननà¥à¤¤ जीवन के लिये ठहराठगठथे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:49 तब पà¥à¤°à¤à¥ का वचन उस सारे देश में फैलने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:50 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों ने à¤à¤•à¥à¤¤ और कà¥à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को और नगर के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– लोगों को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¯à¤¾, और पौलà¥à¤¸ और बरनबास पर उपदà¥à¤°à¤µ करवाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी सीमा से बाहर निकाल दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:51 तब वे उनके सामने अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की धूल à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤•à¤° इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® को चले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 13:52 और चेले आननà¥à¤¦ से और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ होते रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:1 ¶ इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® में à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि पौलà¥à¤¸ और बरनबास यहूदियों की आराधनालय में साथ-साथ गà¤, और à¤à¤¸à¥€ बातें की, कि यहूदियों और यूनानियों दोनों में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:2 परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करनेवाले यहूदियों ने अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मन à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के विरोध में à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤, और कटà¥à¤¤à¤¾ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ कर दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:3 ¶ और वे बहà¥à¤¤ दिन तक वहाठरहे, और पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ पर साहस के साथ बातें करते थे: और वह उनके हाथों से चिनà¥à¤¹ और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम करवाकर अपने अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के वचन पर गवाही देता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:4 परनà¥à¤¤à¥ नगर के लोगों में फूट पड़ गई थी; इससे कितने तो यहूदियों की ओर, और कितने पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ की ओर हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ और यहूदी उनका अपमान और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करने के लिये अपने सरदारों समेत उन पर दौड़े। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:6 तो वे इस बात को जान गà¤, और लà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ और दिरबे नगरों में, और आस-पास के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में à¤à¤¾à¤— गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:7 और वहाठसà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:8 ¶ लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ बैठा था, जो पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ का निरà¥à¤¬à¤² था। वह जनà¥à¤® ही से लà¤à¤—ड़ा था, और कà¤à¥€ न चला था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:9 वह पौलà¥à¤¸ को बातें करते सà¥à¤¨ रहा था और पौलà¥à¤¸ ने उसकी ओर टकटकी लगाकर देखा कि इसको चंगा हो जाने का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:10 और ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के बल सीधा खड़ा हो।†तब वह उछलकर चलने फिरने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:11 ¶ लोगों ने पौलà¥à¤¸ का यह काम देखकर लà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “देवता मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के रूप में होकर हमारे पास उतर आठहैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:12 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बरनबास को जà¥à¤¯à¥‚स, और पौलà¥à¤¸ को हिरà¥à¤®à¥‡à¤¸ कहा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बातें करने में मà¥à¤–à¥à¤¯ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:13 और जà¥à¤¯à¥‚स के उस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ जो उनके नगर के सामने था, बैल और फूलों के हार फाटकों पर लाकर लोगों के साथ बलिदान करना चाहता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ बरनबास और पौलà¥à¤¸ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ ने जब सà¥à¤¨à¤¾, तो अपने कपड़े फाड़े, और à¤à¥€à¤¡à¤¼ की ओर लपक गà¤, और पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहने लगे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:15 “हे लोगों, तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ करते हो? हम à¤à¥€ तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ समान दà¥à¤ƒà¤–-सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ी मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि तà¥à¤® इन वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से अलग होकर जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फिरो, जिसने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ और समà¥à¤¦à¥à¤° और जो कà¥à¤› उनमें है बनाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:16 उसने बीते समयों में सब जातियों को अपने-अपने मारà¥à¤—ों में चलने दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:17 ¶ तो à¤à¥€ उसने अपने आप को बे-गवाह न छोड़ा; किनà¥à¤¤à¥ वह à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करता रहा, और आकाश से वरà¥à¤·à¤¾ और फलवनà¥à¤¤ ऋतॠदेकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन को à¤à¥‹à¤œà¤¨ और आननà¥à¤¦ से à¤à¤°à¤¤à¤¾ रहा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:18 यह कहकर à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लोगों को बड़ी कठिनाई से रोका कि उनके लिये बलिदान न करें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ कितने यहूदियों ने अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ और इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® से आकर लोगों को अपनी ओर कर लिया, और पौलà¥à¤¸ पर पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ किया, और मरा समà¤à¤•à¤° उसे नगर के बाहर घसीट ले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:20 पर जब चेले उसकी चारों ओर आ खड़े हà¥à¤, तो वह उठकर नगर में गया और दूसरे दिन बरनबास के साथ दिरबे को चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:21 ¶ और वे उस नगर के लोगों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤•à¤°, और बहà¥à¤¤ से चेले बनाकर, लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ और इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® और अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ को लौट आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:22 और चेलों के मन को सà¥à¤¥à¤¿à¤° करते रहे और यह उपदेश देते थे कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में बने रहो; और यह कहते थे, “हमें बड़े कà¥à¤²à¥‡à¤¶ उठाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करना होगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:23 ¶ और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हर à¤à¤• कलीसिया में उनके लिये पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ ठहराà¤, और उपवास सहित पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤à¥ के हाथ सौंपा जिस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:24 और पिसिदिया से होते हà¥à¤ वे पंफूलिया में पहà¥à¤à¤šà¥‡; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:25 और पिरगा में वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤•à¤° अतà¥à¤¤à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:26 ¶ और वहाठसे जहाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ गये, जहाठवे उस काम के लिये जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूरा किया था परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ में सौंपे गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:27 वहाठपहà¥à¤à¤šà¤•à¤°, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कलीसिया इकटà¥à¤ ी की और बताया, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे साथ होकर कैसे बड़े-बड़े काम किà¤! और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 14:28 और वे चेलों के साथ बहà¥à¤¤ दिन तक रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:1 ¶ फिर कà¥à¤› लोग यहूदिया से आकर à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को सिखाने लगे: “यदि मूसा की रीति पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ खतना न हो तो तà¥à¤® उदà¥à¤§à¤¾à¤° नहीं पा सकते।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:2 जब पौलà¥à¤¸ और बरनबास का उनसे बहà¥à¤¤ मतà¤à¥‡à¤¦ और विवाद हà¥à¤† तो यह ठहराया गया, कि पौलà¥à¤¸ और बरनबास, और उनमें से कà¥à¤› वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस बात के विषय में पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के पास यरूशलेम को जाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:3 ¶ अतः कलीसिया ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› दूर तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾; और वे फीनीके और सामरिया से होते हà¥à¤ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मन फिराने का समाचार सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ गà¤, और सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:4 जब वे यरूशलेम में पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो कलीसिया और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ उनसे आननà¥à¤¦ के साथ मिले, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनके साथ होकर कैसे-कैसे काम किठथे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ फरीसियों के पंथ में से जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था, उनमें से कितनों ने उठकर कहा, “उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खतना कराने और मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को मानने की आजà¥à¤žà¤¾ देनी चाहिà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:6 तब पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ इस बात के विषय में विचार करने के लिये इकटà¥à¤ े हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:7 ¶ तब पतरस ने बहà¥à¤¤ वाद-विवाद हो जाने के बाद खड़े होकर उनसे कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:8 ¶ और मन के जाà¤à¤šà¤¨à¥‡ वाले परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनको à¤à¥€ हमारे समान पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ देकर उनकी गवाही दी; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:9 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनके मन शà¥à¤¦à¥à¤§ करके हम में और उनमें कà¥à¤› à¤à¥‡à¤¦ न रखा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:10 ¶ तो अब तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° की परीकà¥à¤·à¤¾ करते हो, कि चेलों की गरà¥à¤¦à¤¨ पर à¤à¤¸à¤¾ जूआ रखो, जिसे न हमारे पूरà¥à¤µà¤œ उठा सकते थे और न हम उठा सकते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:11 हाà¤, हमारा यह तो निशà¥à¤šà¤¯ है कि जिस रीति से वे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤à¤—े; उसी रीति से हम à¤à¥€ पाà¤à¤à¤—े।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:12 ¶ तब सारी सà¤à¤¾ चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª होकर बरनबास और पौलà¥à¤¸ की सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ लगी, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में कैसे-कैसे बड़े चिनà¥à¤¹, और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम दिखाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:13 ¶ जब वे चà¥à¤ª हà¥à¤, तो याकूब कहने लगा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:14 ¶ शमौन ने बताया, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पहले पहल अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर कैसी कृपादृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, कि उनमें से अपने नाम के लिये à¤à¤• लोग बना ले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:15 ¶ और इससे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की बातें à¤à¥€ मिलती हैं, जैसा लिखा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:16 ‘इसके बाद मैं फिर आकर दाऊद का गिरा हà¥à¤† डेरा उठाऊà¤à¤—ा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:17 इसलिठकि शेष मनà¥à¤·à¥à¤¯, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सब अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ जो मेरे नाम के कहलाते हैं, पà¥à¤°à¤à¥ को ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡à¤‚, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:18 यह वही पà¥à¤°à¤à¥ कहता है जो जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से इन बातों का समाचार देता आया है।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:19 ¶ इसलिठमेरा विचार यह है, कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से जो लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फिरते हैं, हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दà¥à¤ƒà¤– न दें; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:20 परनà¥à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिख à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚, कि वे मूरतों की अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾à¤“ं और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° और गला घोंटे हà¥à¤“ं के माà¤à¤¸ से और लहू से परे रहें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ समय से नगर-नगर मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करनेवाले होते चले आठहै, और वह हर सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में पढ़ी जाती है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:22 ¶ तब सारी कलीसिया सहित पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¤¾ लगा, कि अपने में से कà¥à¤› मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को चà¥à¤¨à¥‡à¤‚, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यहूदा, जो बरसबà¥à¤¬à¤¾à¤¸ कहलाता है, और सीलास को जो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में मà¥à¤–िया थे; और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पौलà¥à¤¸ और बरनबास के साथ अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ को à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:23 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनके हाथ यह लिख à¤à¥‡à¤œà¤¾: “अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ और सीरिया और किलिकिया के रहनेवाले à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को जो अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से हैं, पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का नमसà¥à¤•à¤¾à¤°! (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:24 ¶ हमने सà¥à¤¨à¤¾ है, कि हम में से कà¥à¤› ने वहाठजाकर, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी बातों से घबरा दिया; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन उलट दिठहैं परनà¥à¤¤à¥ हमने उनको आजà¥à¤žà¤¾ नहीं दी थी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:25 इसलिठहमने à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर ठीक समà¤à¤¾, कि चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बरनबास और पौलà¥à¤¸ के साथ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:26 ये तो à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के नाम के लिये जोखिम में डाले हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:27 ¶ और हमने यहूदा और सीलास को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, जो अपने मà¥à¤à¤¹ से à¤à¥€ ये बातें कह देंगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:28 पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ को, और हमको à¤à¥€ ठीक जान पड़ा कि इन आवशà¥à¤¯à¤• बातों को छोड़; तà¥à¤® पर और बोठन डालें; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:29 कि तà¥à¤® मूरतों के बलि किठहà¥à¤“ं से, और लहू से, और गला घोंटे हà¥à¤“ं के माà¤à¤¸ से, और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से दूर रहो। इनसे दूर रहो तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤²à¤¾ होगा। आगे शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:30 ¶ फिर वे विदा होकर अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में पहà¥à¤à¤šà¥‡, और सà¤à¤¾ को इकटà¥à¤ ी करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पतà¥à¤°à¥€ दे दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:31 और वे पढ़कर उस उपदेश की बात से अति आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:32 और यहूदा और सीलास ने जो आप à¤à¥€ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ थे, बहà¥à¤¤ बातों से à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को उपदेश देकर सà¥à¤¥à¤¿à¤° किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:33 ¶ वे कà¥à¤› दिन रहकर à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से शानà¥à¤¤à¤¿ के साथ विदा हà¥à¤ कि अपने à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के पास जाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:34 (परनà¥à¤¤à¥ सीलास को वहाठरहना अचà¥à¤›à¤¾ लगा।) (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:35 और पौलà¥à¤¸ और बरनबास अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में रह गà¤: और अनà¥à¤¯ बहà¥à¤¤ से लोगों के साथ पà¥à¤°à¤à¥ के वचन का उपदेश करते और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:36 ¶ कà¥à¤› दिन बाद पौलà¥à¤¸ ने बरनबास से कहा, “जिन-जिन नगरों में हमने पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ था, आओ, फिर उनमें चलकर अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को देखें कि कैसे हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:37 तब बरनबास ने यूहनà¥à¤¨à¤¾ को जो मरकà¥à¤¸ कहलाता है, साथ लेने का विचार किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:38 परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने उसे जो पंफूलिया में उनसे अलग हो गया था, और काम पर उनके साथ न गया, साथ ले जाना अचà¥à¤›à¤¾ न समà¤à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:39 ¶ अतः à¤à¤¸à¤¾ विवाद उठा कि वे à¤à¤• दूसरे से अलग हो गà¤; और बरनबास, मरकà¥à¤¸ को लेकर जहाज से साइपà¥à¤°à¤¸ को चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:40 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने सीलास को चà¥à¤¨ लिया, और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ में सौंपा जाकर वहाठसे चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 15:41 और कलीसियाओं को सà¥à¤¥à¤¿à¤° करता हà¥à¤†, सीरिया और किलिकिया से होते हà¥à¤ निकला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:1 ¶ फिर वह दिरबे और लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ में à¤à¥€ गया, और वहाठतीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ नामक à¤à¤• चेला था। उसकी माठयहूदी विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ थी, परनà¥à¤¤à¥ उसका पिता यूनानी था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:2 वह लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ और इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® के à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में सà¥à¤¨à¤¾à¤® था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:3 पौलà¥à¤¸ की इचà¥à¤›à¤¾ थी कि वह उसके साथ चले; और जो यहूदी लोग उन जगहों में थे उनके कारण उसे लेकर उसका खतना किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे सब जानते थे, कि उसका पिता यूनानी था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:4 ¶ और नगर-नगर जाते हà¥à¤ वे उन विधियों को जो यरूशलेम के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने ठहराई थीं, मानने के लिये उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¤à¥‡ जाते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:5 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कलीसियाà¤à¤ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° होती गई और गिनती में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ बढ़ती गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:6 ¶ और वे फà¥à¤°à¥‚गिया और गलातिया पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में से होकर गà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आसिया में वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ से मना किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:7 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मूसिया के निकट पहà¥à¤à¤šà¤•à¤°, बितूनिया में जाना चाहा; परनà¥à¤¤à¥ यीशॠके आतà¥à¤®à¤¾ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जाने न दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:8 अतः वे मूसिया से होकर तà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:9 ¶ वहाठपौलà¥à¤¸ ने रात को à¤à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ देखा कि à¤à¤• मकिदà¥à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· खड़ा हà¥à¤†, उससे विनती करके कहता है, “पार उतरकर मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में आ, और हमारी सहायता कर।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:10 उसके यह दरà¥à¤¶à¤¨ देखते ही हमने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ जाना चाहा, यह समà¤à¤•à¤° कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:11 ¶ इसलिठतà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ से जहाज खोलकर हम सीधे सà¥à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤•à¥‡ और दूसरे दिन नियापà¥à¤²à¤¿à¤¸ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:12 वहाठसे हम फिलिपà¥à¤ªà¥€ में पहà¥à¤à¤šà¥‡, जो मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ का मà¥à¤–à¥à¤¯ नगर, और रोमियों की बसà¥à¤¤à¥€ है; और हम उस नगर में कà¥à¤› दिन तक रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:13 सबà¥à¤¤ के दिन हम नगर के फाटक के बाहर नदी के किनारे यह समà¤à¤•à¤° गठकि वहाठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ होगा; और बैठकर उन सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जो इकटà¥à¤ ी हà¥à¤ˆ थीं, बातें करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:14 ¶ और लà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ नाम थà¥à¤†à¤¤à¥€à¤°à¤¾ नगर की बैंगनी कपड़े बेचनेवाली à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सà¥à¤¨ रही थी, और पà¥à¤°à¤à¥ ने उसका मन खोला, ताकि पौलà¥à¤¸ की बातों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:15 और जब उसने अपने घराने समेत बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया, तो उसने विनती की, “यदि तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ की विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¨à¥€ समà¤à¤¤à¥‡ हो, तो चलकर मेरे घर में रहो,†और वह हमें मनाकर ले गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:16 ¶ जब हम पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने की जगह जा रहे थे, तो हमें à¤à¤• दासी मिली, जिसमें à¤à¤¾à¤µà¥€ कहनेवाली आतà¥à¤®à¤¾ थी; और à¤à¤¾à¤µà¥€ कहने से अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये बहà¥à¤¤ कà¥à¤› कमा लाती थी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:17 वह पौलà¥à¤¸ के और हमारे पीछे आकर चिलà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ लगी, “ये मनà¥à¤·à¥à¤¯ परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के दास हैं, जो हमें उदà¥à¤§à¤¾à¤° के मारà¥à¤— की कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:18 वह बहà¥à¤¤ दिन तक à¤à¤¸à¤¾ ही करती रही, परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ परेशान हà¥à¤†, और मà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° उस आतà¥à¤®à¤¾ से कहा, “मैं तà¥à¤à¥‡ यीशॠमसीह के नाम से आजà¥à¤žà¤¾ देता हूà¤, कि उसमें से निकल जा और वह उसी घड़ी निकल गई।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:19 ¶ जब उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने देखा, कि हमारी कमाई की आशा जाती रही, तो पौलà¥à¤¸ और सीलास को पकड़कर चौक में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के पास खींच ले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:20 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फौजदारी के हाकिमों के पास ले जाकर कहा, “ये लोग जो यहूदी हैं, हमारे नगर में बड़ी हलचल मचा रहे हैं; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:21 और à¤à¤¸à¥€ रीतियाठबता रहे हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करना या मानना हम रोमियों के लिये ठीक नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:22 ¶ तब à¤à¥€à¤¡à¤¼ के लोग उनके विरोध में इकटà¥à¤ े होकर चढ़ आà¤, और हाकिमों ने उनके कपड़े फाड़कर उतार डाले, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बेंत मारने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:23 और बहà¥à¤¤ बेंत लगवाकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाल दिया और दरोगा को आजà¥à¤žà¤¾ दी कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सावधानी से रखे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:24 उसने à¤à¤¸à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ पा कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€à¤¤à¤° की कोठरी में रखा और उनके पाà¤à¤µ काठमें ठोंक दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:25 ¶ आधी रात के लगà¤à¤— पौलà¥à¤¸ और सीलास पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हà¥à¤ परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤œà¤¨ गा रहे थे, और कैदी उनकी सà¥à¤¨ रहे थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:26 कि इतने में अचानक à¤à¤• बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤†, यहाठतक कि बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह की नींव हिल गई, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सब दà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤² गà¤; और सब के बनà¥à¤§à¤¨ खà¥à¤² गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:27 ¶ और दरोगा जाग उठा, और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह के दà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤²à¥‡ देखकर समà¤à¤¾ कि कैदी à¤à¤¾à¤— गà¤, अतः उसने तलवार खींचकर अपने आपको मार डालना चाहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:28 परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “अपने आप को कà¥à¤› हानि न पहà¥à¤à¤šà¤¾, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम सब यहीं हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:29 ¶ तब वह दिया मà¤à¤—वाकर à¤à¥€à¤¤à¤° आया और काà¤à¤ªà¤¤à¤¾ हà¥à¤† पौलà¥à¤¸ और सीलास के आगे गिरा; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:30 ¶ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाहर लाकर कहा, “हे सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚, उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाने के लिये मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:31 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर, तो तू और तेरा घराना उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:32 ¶ और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसको और उसके सारे घर के लोगों को पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:33 और रात को उसी घड़ी उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ले जाकर उनके घाव धोà¤, और उसने अपने सब लोगों समेत तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:34 और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने घर में ले जाकर, उनके आगे à¤à¥‹à¤œà¤¨ रखा और सारे घराने समेत परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके आननà¥à¤¦ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:35 ¶ जब दिन हà¥à¤† तब हाकिमों ने सिपाहियों के हाथ कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾ कि उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को छोड़ दो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:36 दरोगा ने ये बातें पौलà¥à¤¸ से कह सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ, “हाकिमों ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़ देने की आजà¥à¤žà¤¾ à¤à¥‡à¤œ दी है, इसलिठअब निकलकर कà¥à¤¶à¤² से चले जाओ।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:37 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने उससे कहा, “उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमें जो रोमी मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, दोषी ठहराठबिना लोगों के सामने मारा और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाला, और अब कà¥à¤¯à¤¾ चà¥à¤ªà¤•à¥‡ से निकाल देते हैं? à¤à¤¸à¤¾ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ वे आप आकर हमें बाहर ले जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:38 सिपाहियों ने ये बातें हाकिमों से कह दीं, और वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि रोमी हैं, डर गà¤, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:39 और आकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मनाया, और बाहर ले जाकर विनती की, कि नगर से चले जाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 16:40 ¶ वे बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह से निकलकर लà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ के यहाठगà¤, और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¥‡à¤‚ट करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿ दी, और चले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:1 ¶ फिर वे अमà¥à¤«à¤¿à¤ªà¥à¤²à¤¿à¤¸ और अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ होकर थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ में आà¤, जहाठयहूदियों का à¤à¤• आराधनालय था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:2 और पौलà¥à¤¸ अपनी रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनके पास गया, और तीन सबà¥à¤¤ के दिन पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से उनके साथ वाद-विवाद किया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:3 ¶ और उनका अरà¥à¤¥ खोल-खोलकर समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ था कि मसीह का दà¥à¤ƒà¤– उठाना, और मरे हà¥à¤“ं में से जी उठना, अवशà¥à¤¯ था; “यही यीशॠजिसकी मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ हूà¤, मसीह है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:4 उनमें से कितनों ने, और à¤à¤•à¥à¤¤ यूनानियों में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने और बहà¥à¤¤ सारी पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मान लिया, और पौलà¥à¤¸ और सीलास के साथ मिल गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यहूदियों ने ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ से à¤à¤°à¤•à¤° बाजार से लोगों में से कई दà¥à¤·à¥à¤Ÿ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अपने साथ में लिया, और à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगाकर नगर में हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼ मचाने लगे, और यासोन के घर पर चढ़ाई करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लोगों के सामने लाना चाहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:6 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ न पा कर, वे यह चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ यासोन और कà¥à¤› à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को नगर के हाकिमों के सामने खींच लाà¤, “ये लोग जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जगत को उलटा पà¥à¤²à¤Ÿà¤¾ कर दिया है, यहाठà¤à¥€ आठहैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:7 ¶ और यासोन ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने यहाठठहराया है, और ये सब के सब यह कहते हैं कि यीशॠराजा है, और कैसर की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं का विरोध करते हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:8 जब à¤à¥€à¤¡à¤¼ और नगर के हाकिमों ने ये बातें सà¥à¤¨à¥€à¤‚, तो वे परेशान हो गये। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:9 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यासोन और बाकी लोगों को जमानत पर छोड़ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:10 ¶ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ रात ही रात पौलà¥à¤¸ और सीलास को बिरीया में à¤à¥‡à¤œ दिया, और वे वहाठपहà¥à¤à¤šà¤•à¤° यहूदियों के आराधनालय में गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:11 ये लोग तो थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ के यहूदियों से à¤à¤²à¥‡ थे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बड़ी लालसा से वचन गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया, और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ रहे कि ये बातें à¤à¤¸à¥€ ही हैं कि नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:12 इसलिठउनमें से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने, और यूनानी कà¥à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से और पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:13 ¶ किनà¥à¤¤à¥ जब थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ के यहूदी जान गठकि पौलà¥à¤¸ बिरीया में à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ है, तो वहाठà¤à¥€ आकर लोगों को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ और हलचल मचाने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:14 तब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पौलà¥à¤¸ को विदा किया कि समà¥à¤¦à¥à¤° के किनारे चला जाà¤; परनà¥à¤¤à¥ सीलास और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ वहीं रह गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:15 पौलà¥à¤¸ के पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ वाले उसे à¤à¤¥à¥‡à¤‚स तक ले गà¤, और सीलास और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के लिये यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ लेकर विदा हà¥à¤ कि मेरे पास अति शीघà¥à¤° आओ। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:16 ¶ जब पौलà¥à¤¸ à¤à¤¥à¥‡à¤‚स में उनकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहा था, तो नगर को मूरतों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† देखकर उसका जी जल उठा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:17 अतः वह आराधनालय में यहूदियों और à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ से और चौक में जो लोग मिलते थे, उनसे हर दिन वाद-विवाद किया करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:18 ¶ तब इपिकूरी और सà¥à¤¤à¥‹à¤ˆà¤•à¥€ दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ में से कà¥à¤› उससे तरà¥à¤• करने लगे, और कà¥à¤› ने कहा, “यह बकवादी कà¥à¤¯à¤¾ कहना चाहता है?†परनà¥à¤¤à¥ दूसरों ने कहा, “वह अनà¥à¤¯ देवताओं का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• मालूम पड़ता है,†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह यीशॠका और पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:19 ¶ तब वे उसे अपने साथ अरियà¥à¤ªà¤—à¥à¤¸ पर ले गठऔर पूछा, “कà¥à¤¯à¤¾ हम जान सकते हैं, कि यह नया मत जो तू सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ है, कà¥à¤¯à¤¾ है? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू अनोखी बातें हमें सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ है, इसलिठहम जानना चाहते हैं कि इनका अरà¥à¤¥ कà¥à¤¯à¤¾ है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:21 (इसलिठकि सब à¤à¤¥à¥‡à¤‚स वासी और परदेशी जो वहाठरहते थे नई-नई बातें कहने और सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के सिवाय और किसी काम में समय नहीं बिताते थे।) (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:22 ¶ तब पौलà¥à¤¸ ने अरियà¥à¤ªà¤—à¥à¤¸ के बीच में खड़ा होकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:23 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं फिरते हà¥à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पूजने की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को देख रहा था, तो à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ वेदी à¤à¥€ पाई, जिस पर लिखा था, ‘अनजाने ईशà¥à¤µà¤° के लिये।’ इसलिठजिसे तà¥à¤® बिना जाने पूजते हो, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसका समाचार सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:24 ¶ जिस परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पृथà¥à¤µà¥€ और उसकी सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को बनाया, वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ होकर हाथ के बनाठहà¥à¤ मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ में नहीं रहता। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:25 न किसी वसà¥à¤¤à¥ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथों की सेवा लेता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो आप ही सब को जीवन और शà¥â€à¤µà¤¾à¤¸ और सब कà¥à¤› देता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:26 ¶ उसने à¤à¤• ही मूल से मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की सब जातियाठसारी पृथà¥à¤µà¥€ पर रहने के लिये बनाई हैं; और उनके ठहराठहà¥à¤ समय और निवास के सीमाओं को इसलिठबाà¤à¤§à¤¾ है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:27 कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° को ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡, और शायद वे उसके पास पहà¥à¤à¤š सके, और वासà¥à¤¤à¤µ में, वह हम में से किसी से दूर नहीं हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:28 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसी में जीवित रहते, और चलते-फिरते, और सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहते हैं; जैसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कितने कवियों ने à¤à¥€ कहा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:29 ¶ अतः परमेशà¥â€à¤µà¤° का वंश होकर हमें यह समà¤à¤¨à¤¾ उचित नहीं कि ईशà¥à¤µà¤°à¤¤à¥à¤µ, सोने या चाà¤à¤¦à¥€ या पतà¥à¤¥à¤° के समान है, जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ की कारीगरी और कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ से गढ़े गठहों। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:30 ¶ इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° ने अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ के समयों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं दिया, पर अब हर जगह सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मन फिराने की आजà¥à¤žà¤¾ देता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:31 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने à¤à¤• दिन ठहराया है, जिसमें वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से जगत का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा, जिसे उसने ठहराया है और उसे मरे हà¥à¤“ं में से जिलाकर, यह बात सब पर पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤¤ कर दी है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:32 ¶ मरे हà¥à¤“ं के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ की बात सà¥à¤¨à¤•à¤° कितने तो उपहास करने लगे, और कितनों ने कहा, “यह बात हम तà¥à¤ से फिर कà¤à¥€ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:33 इस पर पौलà¥à¤¸ उनके बीच में से चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 17:34 परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसके साथ मिल गà¤, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया; जिनमें दियà¥à¤¨à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥à¤¸ जो अरियà¥à¤ªà¤—à¥à¤¸ का सदसà¥à¤¯ था, और दमरिस नामक à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ थी, और उनके साथ और à¤à¥€ कितने लोग थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:1 ¶ इसके बाद पौलà¥à¤¸ à¤à¤¥à¥‡à¤‚स को छोड़कर कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:2 और वहाठअकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ नामक à¤à¤• यहूदी मिला, जिसका जनà¥à¤® पà¥à¤¨à¥à¤¤à¥à¤¸ में हà¥à¤† था; और अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾ के साथ इतालिया से हाल ही में आया था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤²à¥Œà¤¦à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने सब यहूदियों को रोम से निकल जाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी थी, इसलिठवह उनके यहाठगया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:3 और उसका और उनका à¤à¤• ही वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° था; इसलिठवह उनके साथ रहा, और वे काम करने लगे, और उनका वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° तमà¥à¤¬à¥‚ बनाने का था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:4 ¶ और वह हर à¤à¤• सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में वाद-विवाद करके यहूदियों और यूनानियों को à¤à¥€ समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:5 जब सीलास और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से आà¤, तो पौलà¥à¤¸ वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ की धà¥à¤¨ में लगकर यहूदियों को गवाही देता था कि यीशॠही मसीह है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:6 परनà¥à¤¤à¥ जब वे विरोध और निनà¥à¤¦à¤¾ करने लगे, तो उसने अपने कपड़े à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤•à¤° उनसे कहा, “तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ लहू तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सिर पर रहे! मैं निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हूà¤à¥¤ अब से मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास जाऊà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:7 ¶ और वहाठसे चलकर वह तीतà¥à¤¸ यूसà¥à¤¤à¥à¤¸ नामक परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¤ के घर में आया, जिसका घर आराधनालय से लगा हà¥à¤† था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:8 ¶ तब आराधनालय के सरदार कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¥à¤¸ ने अपने सारे घराने समेत पà¥à¤°à¤à¥ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया; और बहà¥à¤¤ से कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सà¥à¤¨à¤•à¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया और बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:9 और पà¥à¤°à¤à¥ ने रात को दरà¥à¤¶à¤¨ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पौलà¥à¤¸ से कहा, “मत डर, वरनॠकहे जा और चà¥à¤ª मत रह; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तेरे साथ हूà¤, और कोई तà¥à¤ पर चढ़ाई करके तेरी हानि न करेगा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस नगर में मेरे बहà¥à¤¤ से लोग हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:11 इसलिठवह उनमें परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सिखाते हà¥à¤ डेढ़ वरà¥à¤· तक रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:12 ¶ जब गलà¥à¤²à¤¿à¤¯à¥‹ अखाया देश का राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² था तो यहूदी लोग à¤à¤•à¤¾ करके पौलà¥à¤¸ पर चढ़ आà¤, और उसे नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन के सामने लाकर कहने लगे, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:13 “यह लोगों को समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की उपासना à¤à¤¸à¥€ रीति से करें, जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विपरीत है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:14 ¶ जब पौलà¥à¤¸ बोलने पर था, तो गलà¥à¤²à¤¿à¤¯à¥‹ ने यहूदियों से कहा, “हे यहूदियों, यदि यह कà¥à¤› अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ या दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ की बात होती तो उचित था कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:15 परनà¥à¤¤à¥ यदि यह वाद-विवाद शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚, और नामों, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठकी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विषय में है, तो तà¥à¤® ही जानो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इन बातों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ बनना नहीं चाहता।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:16 ¶ और उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन के सामने से निकलवा दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:17 तब सब लोगों ने आराधनालय के सरदार सोसà¥à¤¥à¤¿à¤¨à¥‡à¤¸ को पकड़ के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन के सामने मारा। परनà¥à¤¤à¥ गलà¥à¤²à¤¿à¤¯à¥‹ ने इन बातों की कà¥à¤› à¤à¥€ चिनà¥à¤¤à¤¾ न की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:18 ¶ अतः पौलà¥à¤¸ बहà¥à¤¤ दिन तक वहाठरहा, फिर à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से विदा होकर किंखà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में इसलिठसिर मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤¯à¤¾, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने मनà¥à¤¨à¤¤ मानी थी और जहाज पर सीरिया को चल दिया और उसके साथ पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾ और अकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:19 और उसने इफिसà¥à¤¸ में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° उनको वहाठछोड़ा, और आप ही आराधनालय में जाकर यहूदियों से विवाद करने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:20 ¶ जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे विनती की, “हमारे साथ और कà¥à¤› दिन रह।†तो उसने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° न किया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:21 परनà¥à¤¤à¥ यह कहकर उनसे विदा हà¥à¤†, “यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° चाहे तो मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास फिर आऊà¤à¤—ा।†तब इफिसà¥à¤¸ से जहाज खोलकर चल दिया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:22 ¶ और कैसरिया में उतर कर (यरूशलेम को) गया और कलीसिया को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करके अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:23 ¶ फिर कà¥à¤› दिन रहकर वहाठसे चला गया, और à¤à¤• ओर से गलातिया और फà¥à¤°à¥‚गिया में सब चेलों को सà¥à¤¥à¤¿à¤° करता फिरा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:24 ¶ अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ नामक à¤à¤• यहूदी जिसका जनà¥à¤® सिकनà¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में हà¥à¤† था, जो विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤· था और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° को अचà¥à¤›à¥€ तरह से जानता था इफिसà¥à¤¸ में आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:25 उसने पà¥à¤°à¤à¥ के मारà¥à¤— की शिकà¥à¤·à¤¾ पाई थी, और मन लगाकर यीशॠके विषय में ठीक-ठीक सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ और सिखाता था, परनà¥à¤¤à¥ वह केवल यूहनà¥à¤¨à¤¾ के बपतिसà¥à¤®à¤¾ की बात जानता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:26 वह आराधनालय में निडर होकर बोलने लगा, पर पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾ और अकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ उसकी बातें सà¥à¤¨à¤•à¤°, उसे अपने यहाठले गठऔर परमेशà¥â€à¤µà¤° का मारà¥à¤— उसको और à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से बताया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:27 ¶ और जब उसने निशà¥à¤šà¤¯ किया कि पार उतरकर अखाया को जाठतो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने उसे ढाढ़स देकर चेलों को लिखा कि वे उससे अचà¥à¤›à¥€ तरह मिलें, और उसने पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° वहाठउन लोगों की बड़ी सहायता की जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के कारण विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 18:28 अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ ने अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ और कौशल के साथ यहूदियों को सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• रूप से अà¤à¤¿à¤à¥‚त किया, पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° से पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ दे देकर कि यीशॠही मसीह है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:1 ¶ जब अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में था, तो पौलà¥à¤¸ ऊपर के सारे देश से होकर इफिसà¥à¤¸ में आया और वहाठकà¥à¤› चेले मिले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:2 उसने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते समय पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ पाया?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “हमने तो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की चरà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ नहीं सà¥à¤¨à¥€à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:3 ¶ उसने उनसे कहा, “तो फिर तà¥à¤® ने किसका बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया?†उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ का बपतिसà¥à¤®à¤¾à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:4 पौलà¥à¤¸ ने कहा, “यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने यह कहकर मन फिराव का बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया, कि जो मेरे बाद आनेवाला है, उस पर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:5 ¶ यह सà¥à¤¨à¤•à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम का बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:6 और जब पौलà¥à¤¸ ने उन पर हाथ रखे, तो उन पर पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ उतरा, और वे à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलने और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:7 ये सब लगà¤à¤— बारह पà¥à¤°à¥à¤· थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:8 ¶ और वह आराधनालय में जाकर तीन महीने तक निडर होकर बोलता रहा, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के विषय में विवाद करता और समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:9 परनà¥à¤¤à¥ जब कà¥à¤› लोगों ने कठोर होकर उसकी नहीं मानी वरनॠलोगों के सामने इस पंथ को बà¥à¤°à¤¾ कहने लगे, तो उसने उनको छोड़कर चेलों को अलग कर लिया, और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¨à¥à¤¸ की पाठशाला में वाद-विवाद किया करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:10 दो वरà¥à¤· तक यही होता रहा, यहाठतक कि आसिया के रहनेवाले कà¥à¤¯à¤¾ यहूदी, कà¥à¤¯à¤¾ यूनानी सब ने पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨ लिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:11 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° पौलà¥à¤¸ के हाथों से सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के अदà¥à¤à¥à¤¤ काम दिखाता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:12 यहाठतक कि रूमाल और अà¤à¤—ोछे उसकी देह से सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ कराकर बीमारों पर डालते थे, और उनकी बीमारियाठदूर हो जाती थी; और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ उनमें से निकल जाया करती थीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:13 ¶ परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› यहूदी जो à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¾ फूà¤à¤•à¥€ करते फिरते थे, यह करने लगे कि जिनमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ हों उन पर पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका नाम यह कहकर फूà¤à¤•à¤¨à¥‡ लगे, “जिस यीशॠका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पौलà¥à¤¸ करता है, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसी की शपथ देता हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:14 और सà¥à¤•à¥à¤•à¤¿à¤µà¤¾ नाम के à¤à¤• यहूदी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजक के सात पà¥à¤¤à¥à¤° थे, जो à¤à¤¸à¤¾ ही करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:15 ¶ पर दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “यीशॠको मैं जानती हूà¤, और पौलà¥à¤¸ को à¤à¥€ पहचानती हूà¤; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® कौन हो?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:16 और उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने जिसमें दà¥à¤·à¥à¤Ÿ आतà¥à¤®à¤¾ थी; उन पर लपककर, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ काबू में लाकर, उन पर à¤à¤¸à¤¾ उपदà¥à¤°à¤µ किया, कि वे नंगे और घायल होकर उस घर से निकल à¤à¤¾à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:17 और यह बात इफिसà¥à¤¸ के रहनेवाले यहूदी और यूनानी à¤à¥€ सब जान गà¤, और उन सब पर à¤à¤¯ छा गया; और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम की बड़ाई हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:18 ¶ और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था, उनमें से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने आकर अपने-अपने बà¥à¤°à¥‡ कामों को मान लिया और पà¥à¤°à¤—ट किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:19 और जादू टोना करनेवालों में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने अपनी-अपनी पोथियाठइकटà¥à¤ ी करके सब के सामने जला दीं; और जब उनका दाम जोड़ा गया, जो पचास हजार चाà¤à¤¦à¥€ के सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ के बराबर निकला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:20 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सामरà¥à¤¥à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• फैलता गया और पà¥à¤°à¤¬à¤² होता गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:21 ¶ जब ये बातें हो चà¥à¤•à¥€ तो पौलà¥à¤¸ ने आतà¥à¤®à¤¾ में ठाना कि मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखाया से होकर यरूशलेम को जाऊà¤, और कहा, “वहाठजाने के बाद मà¥à¤à¥‡ रोम को à¤à¥€ देखना अवशà¥à¤¯ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:22 इसलिठअपनी सेवा करनेवालों में से तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ और इरासà¥à¤¤à¥à¤¸ को मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° आप कà¥à¤› दिन आसिया में रह गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:23 ¶ उस समय उस पनà¥à¤¥ के विषय में बड़ा हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼ हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दिमेतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤¸ नाम का à¤à¤• सà¥à¤¨à¤¾à¤° अरतिमिस के चाà¤à¤¦à¥€ के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° बनवाकर, कारीगरों को बहà¥à¤¤ काम दिलाया करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:25 उसने उनको और à¤à¤¸à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के कारीगरों को इकटà¥à¤ े करके कहा, “हे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® जानते हो कि इस काम से हमें कितना धन मिलता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:26 और तà¥à¤® देखते और सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो कि केवल इफिसà¥à¤¸ ही में नहीं, वरनॠपà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सारे आसिया में यह कह कहकर इस पौलà¥à¤¸ ने बहà¥à¤¤ लोगों को समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ और à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€ है, कि जो हाथ की कारीगरी है, वे ईशà¥à¤µà¤° नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:27 और अब केवल इसी à¤à¤• बात का ही डर नहीं कि हमारे इस धनà¥à¤§à¥‡ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा जाती रहेगी; वरनॠयह कि महान देवी अरतिमिस का मनà¥à¤¦à¤¿à¤° तà¥à¤šà¥à¤› समà¤à¤¾ जाà¤à¤—ा और जिसे सारा आसिया और जगत पूजता है उसका महतà¥à¤µ à¤à¥€ जाता रहेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:28 ¶ वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤° गठऔर चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहने लगे, “इफिसियों की अरतिमिस, महान है!†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:29 और सारे नगर में बड़ा कोलाहल मच गया और लोगों ने गयà¥à¤¸ और अरिसà¥à¤¤à¤°à¥à¤–à¥à¤¸, मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जो पौलà¥à¤¸ के संगी यातà¥à¤°à¥€ थे, पकड़ लिया, और à¤à¤• साथ होकर रंगशाला में दौड़ गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:30 ¶ जब पौलà¥à¤¸ ने लोगों के पास à¤à¥€à¤¤à¤° जाना चाहा तो चेलों ने उसे जाने न दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:31 आसिया के हाकिमों में से à¤à¥€ उसके कई मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने उसके पास कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾ और विनती की, कि रंगशाला में जाकर जोखिम न उठाना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:32 वहाठकोई कà¥à¤› चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ था, और कोई कà¥à¤›; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¤à¤¾ में बड़ी गड़बड़ी हो रही थी, और बहà¥à¤¤ से लोग तो यह जानते à¤à¥€ नहीं थे कि वे किस लिये इकटà¥à¤ े हà¥à¤ हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:33 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सिकनà¥à¤¦à¤° को, जिसे यहूदियों ने खड़ा किया था, à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से आगे बढ़ाया, और सिकनà¥à¤¦à¤° हाथ से संकेत करके लोगों के सामने उतà¥à¤¤à¤° देना चाहता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:34 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जान लिया कि वह यहूदी है, तो सब के सब à¤à¤• सà¥à¤µà¤° से कोई दो घंटे तक चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ रहे, “इफिसियों की अरतिमिस, महान है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:35 तब नगर के मंतà¥à¤°à¥€ ने लोगों को शानà¥à¤¤ करके कहा, “हे इफिसियों, कौन नहीं जानता, कि इफिसियों का नगर महान देवी अरतिमिस के मनà¥à¤¦à¤¿à¤°, और आकाश से गिरी हà¥à¤ˆ मूरत का रखवाला है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:36 अतः जब कि इन बातों का खणà¥à¤¡à¤¨ ही नहीं हो सकता, तो उचित है, कि तà¥à¤® शानà¥à¤¤ रहो; और बिना सोचे-विचारे कà¥à¤› न करो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:37 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® इन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को लाठहो, जो न मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के लूटनेवाले हैं, और न हमारी देवी के निनà¥à¤¦à¤• हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:38 ¶ यदि दिमेतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤¸ और उसके साथी कारीगरों को किसी से विवाद हो तो कचहरी खà¥à¤²à¥€ है, और हाकिम à¤à¥€ हैं; वे à¤à¤• दूसरे पर आरोप लगाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:39 परनà¥à¤¤à¥ यदि तà¥à¤® किसी और बात के विषय में कà¥à¤› पूछना चाहते हो, तो नियत सà¤à¤¾ में फैसला किया जाà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:40 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज के बलवे के कारण हम पर दोष लगाठजाने का डर है, इसलिठकि इसका कोई कारण नहीं, अतः हम इस à¤à¥€à¤¡à¤¼ के इकटà¥à¤ ा होने का कोई उतà¥à¤¤à¤° न दे सकेंगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 19:41 और यह कह के उसने सà¤à¤¾ को विदा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:1 ¶ जब हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼ थम गया तो पौलà¥à¤¸ ने चेलों को बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•à¤° समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, और उनसे विदा होकर मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की ओर चल दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:2 उस सारे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में से होकर और चेलों को बहà¥à¤¤ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ कर वह यूनान में आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:3 जब तीन महीने रहकर वह वहाठसे जहाज पर सीरिया की ओर जाने पर था, तो यहूदी उसकी घात में लगे, इसलिठउसने यह निशà¥à¤šà¤¯ किया कि मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ होकर लौट जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:4 ¶ बिरीया के पà¥à¤°à¥‚रà¥à¤¸ का पà¥à¤¤à¥à¤° सोपतà¥à¤°à¥à¤¸ और थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से अरिसà¥à¤¤à¤°à¥à¤–à¥à¤¸ और सिकà¥à¤¨à¥à¤¦à¥à¤¸ और दिरबे का गयà¥à¤¸, और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ और आसिया का तà¥à¤–िकà¥à¤¸ और तà¥à¤°à¥à¤«à¤¿à¤®à¥à¤¸ आसिया तक उसके साथ हो लिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:5 पर वे आगे जाकर तà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ में हमारी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:6 और हम अख़मीरी रोटी के दिनों के बाद फिलिपà¥à¤ªà¥€ से जहाज पर चढ़कर पाà¤à¤š दिन में तà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ में उनके पास पहà¥à¤à¤šà¥‡, और सात दिन तक वहीं रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:7 ¶ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन जब हम रोटी तोड़ने के लिये इकटà¥à¤ े हà¥à¤, तो पौलà¥à¤¸ ने जो दूसरे दिन चले जाने पर था, उनसे बातें की, और आधी रात तक उपदेश देता रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:8 जिस अटारी पर हम इकटà¥à¤ े थे, उसमें बहà¥à¤¤ दीये जल रहे थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:9 ¶ और यूतà¥à¤–à¥à¤¸ नाम का à¤à¤• जवान खिड़की पर बैठा हà¥à¤† गहरी नींद से à¤à¥à¤• रहा था, और जब पौलà¥à¤¸ देर तक बातें करता रहा तो वह नींद के à¤à¥‹à¤•à¥‡ में तीसरी अटारी पर से गिर पड़ा, और मरा हà¥à¤† उठाया गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:10 परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ उतरकर उससे लिपट गया, और गले लगाकर कहा, “घबराओ नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका पà¥à¤°à¤¾à¤£ उसी में है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:11 ¶ और ऊपर जाकर रोटी तोड़ी और खाकर इतनी देर तक उनसे बातें करता रहा कि पौ फट गई; फिर वह चला गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:12 ¶ और वे उस जवान को जीवित ले आà¤, और बहà¥à¤¤ शानà¥à¤¤à¤¿ पाई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:13 ¶ हम पहले से जहाज पर चढ़कर असà¥à¤¸à¥à¤¸ को इस विचार से आगे गà¤, कि वहाठसे हम पौलà¥à¤¸ को चढ़ा लें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने यह इसलिठठहराया था, कि आप ही पैदल जानेवाला था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:14 जब वह असà¥à¤¸à¥à¤¸ में हमें मिला तो हम उसे चढ़ाकर मितà¥à¤²à¥‡à¤¨à¥‡ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:15 ¶ और वहाठसे जहाज खोलकर हम दूसरे दिन खियà¥à¤¸ के सामने पहà¥à¤à¤šà¥‡, और अगले दिन सामà¥à¤¸ में जा पहà¥à¤à¤šà¥‡, फिर दूसरे दिन मीलेतà¥à¤¸ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पौलà¥à¤¸ ने इफिसà¥à¤¸ के पास से होकर जाने की ठानी थी, कि कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि उसे आसिया में देर लगे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह जलà¥à¤¦à¥€ में था, कि यदि हो सके, तो वह पिनà¥à¤¤à¥‡à¤•à¥à¤¸à¥à¤¤ के दिन यरूशलेम में रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:17 ¶ और उसने मीलेतà¥à¤¸ से इफिसà¥à¤¸ में कहला à¤à¥‡à¤œà¤¾, और कलीसिया के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:18 जब वे उसके पास आà¤, तो उनसे कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:19 ¶ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बड़ी दीनता से, और आà¤à¤¸à¥‚ बहा-बहाकर, और उन परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में जो यहूदियों के षड़यंतà¥à¤° के कारण जो मà¥à¤ पर आ पड़ी; मैं पà¥à¤°à¤à¥ की सेवा करता ही रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:20 और जो-जो बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लाठकी थीं, उनको बताने और लोगों के सामने और घर-घर सिखाने से कà¤à¥€ न à¤à¤¿à¤à¤•à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:21 वरनॠयहूदियों और यूनानियों को चेतावनी देता रहा कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर मन फिराà¤, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:22 ¶ और अब, मैं आतà¥à¤®à¤¾ में बंधा हà¥à¤† यरूशलेम को जाता हूà¤, और नहीं जानता, कि वहाठमà¥à¤ पर कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ बीतेगा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:23 केवल यह कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ हर नगर में गवाही दे-देकर मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहता है कि बनà¥à¤§à¤¨ और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ तेरे लिये तैयार है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:24 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ को कà¥à¤› नहीं समà¤à¤¤à¤¾ कि उसे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानूà¤, वरनॠयह कि मैं अपनी दौड़ को, और उस सेवा को पूरी करूà¤, जो मैंने परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पर गवाही देने के लिये पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠसे पाई है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:25 ¶ और अब मैं जानता हूà¤, कि तà¥à¤® सब जिनमें मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता फिरा, मेरा मà¥à¤à¤¹ फिर न देखोगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:26 इसलिठमैं आज के दिन तà¥à¤® से गवाही देकर कहता हूà¤, कि मैं सब के लहू से निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° की सारी मनसा को तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पूरी रीति से बताने से न à¤à¤¿à¤à¤•à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:28 इसलिठअपनी और पूरे à¤à¥à¤£à¥à¤¡ की देख-रेख करो; जिसमें पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· ठहराया है कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने लहू से मोल लिया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:29 मैं जानता हूà¤, कि मेरे जाने के बाद फाड़नेवाले à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤ तà¥à¤® में आà¤à¤à¤—े, जो à¤à¥à¤£à¥à¤¡ को न छोड़ेंगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:30 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ ही बीच में से à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी-मेढ़ी बातें कहेंगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:31 ¶ इसलिठजागते रहो, और सà¥à¤®à¤°à¤£ करो कि मैंने तीन वरà¥à¤· तक रात दिन आà¤à¤¸à¥‚ बहा-बहाकर, हर à¤à¤• को चितौनी देना न छोड़ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:32 और अब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° को, और उसके अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के वचन को सौंप देता हूà¤; जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ कर सकता है, और सब पवितà¥à¤° किये गये लोगों में सहà¤à¤¾à¤—ी होकर विरासत दे सकता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:33 ¶ मैंने किसी के चाà¤à¤¦à¥€, सोने या कपड़े का लालच नहीं किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:34 तà¥à¤® आप ही जानते हो कि इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ हाथों ने मेरी और मेरे साथियों की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤à¤ पूरी की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:35 मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब कà¥à¤› करके दिखाया, कि इस रीति से परिशà¥à¤°à¤® करते हà¥à¤ निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ को समà¥à¤à¤¾à¤²à¤¨à¤¾, और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके वचन सà¥à¤®à¤°à¤£ रखना अवशà¥à¤¯ है, कि उसने आप ही कहा है: ‘लेने से देना धनà¥à¤¯ है’।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:36 ¶ यह कहकर उसने घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेके और उन सब के साथ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:37 तब वे सब बहà¥à¤¤ रोठऔर पौलà¥à¤¸ के गले लिपट कर उसे चूमने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 20:38 वे विशेष करके इस बात का शोक करते थे, जो उसने कही थी, कि तà¥à¤® मेरा मà¥à¤à¤¹ फिर न देखोगे। और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे जहाज तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:1 ¶ जब हमने उनसे अलग होकर समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ यातà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया, तो सीधे मारà¥à¤— से कोस में आà¤, और दूसरे दिन रà¥à¤¦à¥à¤¸ में, और वहाठसे पतरा में; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:2 और à¤à¤• जहाज फीनीके को जाता हà¥à¤† मिला, और हमने उस पर चढ़कर, उसे खोल दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:3 ¶ जब साइपà¥à¤°à¤¸ दिखाई दिया, तो हमने उसे बाà¤à¤ हाथ छोड़ा, और सीरिया को चलकर सोर में उतरे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहाठजहाज का बोठउतारना था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:4 और चेलों को पा कर हम वहाठसात दिन तक रहे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आतà¥à¤®à¤¾ के सिखाठपौलà¥à¤¸ से कहा कि यरूशलेम में पाà¤à¤µ न रखना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:5 ¶ जब वे दिन पूरे हो गà¤, तो हम वहाठसे चल दिà¤; और सब सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और बालकों समेत हमें नगर के बाहर तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾ और हमने किनारे पर घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेककर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:6 तब à¤à¤• दूसरे से विदा होकर, हम तो जहाज पर चढ़े, और वे अपने-अपने घर लौट गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:7 ¶ जब हम सोर से जलयातà¥à¤°à¤¾ पूरी करके पतà¥à¤²à¤¿à¤®à¤¯à¤¿à¤¸ में पहà¥à¤à¤šà¥‡, और à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करके उनके साथ à¤à¤• दिन रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:8 दूसरे दिन हम वहाठसे चलकर कैसरिया में आà¤, और फिलिपà¥à¤ªà¥à¤¸ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• के घर में जो सातों में से à¤à¤• था, जाकर उसके यहाठरहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:9 उसकी चार कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ थीं; जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करती थीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:10 ¶ जब हम वहाठबहà¥à¤¤ दिन रह चà¥à¤•à¥‡, तो अगबà¥à¤¸ नामक à¤à¤• à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ यहूदिया से आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:11 उसने हमारे पास आकर पौलà¥à¤¸ का कमरबनà¥à¤¦ लिया, और अपने हाथ पाà¤à¤µ बाà¤à¤§à¤•à¤° कहा, “पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ यह कहता है, कि जिस मनà¥à¤·à¥à¤¯ का यह कमरबनà¥à¤¦ है, उसको यरूशलेम में यहूदी इसी रीति से बाà¤à¤§à¥‡à¤‚गे, और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के हाथ में सौंपेंगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:12 ¶ जब हमने ये बातें सà¥à¤¨à¥€, तो हम और वहाठके लोगों ने उससे विनती की, कि यरूशलेम को न जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:13 परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ करते हो, कि रो-रोकर मेरा मन तोड़ते हो? मैं तो पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम के लिये यरूशलेम में न केवल बाà¤à¤§à¥‡ जाने ही के लिये वरनॠमरने के लिये à¤à¥€ तैयार हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:14 जब उसने न माना तो हम यह कहकर चà¥à¤ª हो गà¤, “पà¥à¤°à¤à¥ की इचà¥à¤›à¤¾ पूरी हो।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:15 ¶ उन दिनों के बाद हमने तैयारी की और यरूशलेम को चल दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:16 कैसरिया के à¤à¥€ कà¥à¤› चेले हमारे साथ हो लिà¤, और मनासोन नामक साइपà¥à¤°à¤¸ के à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ चेले को साथ ले आà¤, कि हम उसके यहाठटिकें। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:17 ¶ जब हम यरूशलेम में पहà¥à¤à¤šà¥‡, तब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने बड़े आननà¥à¤¦ के साथ हमारा सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:18 दूसरे दिन पौलà¥à¤¸ हमें लेकर याकूब के पास गया, जहाठसब पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ इकटà¥à¤ े थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:19 तब उसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करके, जो-जो काम परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसकी सेवकाई के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में किठथे, à¤à¤•-à¤à¤• करके सब बताया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:20 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा की, फिर उससे कहा, “हे à¤à¤¾à¤ˆ, तू देखता है, कि यहूदियों में से कई हजार ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है; और सब वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिये धà¥à¤¨ लगाठहैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:21 और उनको तेरे विषय में सिखाया गया है, कि तू अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में रहनेवाले यहूदियों को मूसा से फिर जाने को सिखाता है, और कहता है, कि न अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का खतना कराओ ओर न रीतियों पर चलो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:22 ¶ तो फिर कà¥à¤¯à¤¾ किया जाà¤? लोग अवशà¥à¤¯ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे कि तू यहाठआया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:23 इसलिठजो हम तà¥à¤ से कहते हैं, वह कर। हमारे यहाठचार मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मनà¥à¤¨à¤¤ मानी है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:24 उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लेकर उसके साथ अपने आप को शà¥à¤¦à¥à¤§ कर; और उनके लिये खरà¥à¤šà¤¾ दे, कि वे सिर मà¥à¤à¤¡à¤¼à¤¾à¤à¤à¥¤ तब सब जान लेंगे, कि जो बातें उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तेरे विषय में सिखाई गईं, उनकी कà¥à¤› जड़ नहीं है परनà¥à¤¤à¥ तू आप à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को मानकर उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:25 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उन अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय में जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है, हमने यह निरà¥à¤£à¤¯ करके लिख à¤à¥‡à¤œà¤¾ है कि वे मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने बलि किठहà¥à¤ माà¤à¤¸ से, और लहू से, और गला घोंटे हà¥à¤“ं के माà¤à¤¸ से, और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से, बचे रहें।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:26 तब पौलà¥à¤¸ उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को लेकर, और दूसरे दिन उनके साथ शà¥à¤¦à¥à¤§ होकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में गया, और वहाठबता दिया, कि शà¥à¤¦à¥à¤§ होने के दिन, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उनमें से हर à¤à¤• के लिये चढ़ावा चढ़ाठजाने तक के दिन कब पूरे होंगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:27 ¶ जब वे सात दिन पूरे होने पर थे, तो आसिया के यहूदियों ने पौलà¥à¤¸ को मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में देखकर सब लोगों को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¯à¤¾, और यह चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उसको पकड़ लिया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:28 “हे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, सहायता करो; यह वही मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, जो लोगों के, और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के, और इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के विरोध में हर जगह सब लोगों को सिखाता है, यहाठतक कि यूनानियों को à¤à¥€ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में लाकर उसने इस पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ को अपवितà¥à¤° किया है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:29 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तो इससे पहले इफिसà¥à¤¸ वासी तà¥à¤°à¥à¤«à¤¿à¤®à¥à¤¸ को उसके साथ नगर में देखा था, और समà¤à¤¤à¥‡ थे कि पौलà¥à¤¸ उसे मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में ले आया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:30 ¶ तब सारे नगर में कोलाहल मच गया, और लोग दौड़कर इकटà¥à¤ े हà¥à¤, और पौलà¥à¤¸ को पकड़कर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बाहर घसीट लाà¤, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ किठगà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:31 जब वे उसे मार डालना चाहते थे, तो सैनà¥à¤¯-दल के सरदार को सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पहà¥à¤à¤šà¤¾ कि सारे यरूशलेम में कोलाहल मच रहा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:32 ¶ तब वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ सिपाहियों और सूबेदारों को लेकर उनके पास नीचे दौड़ आया; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सैनà¥à¤¯-दल के सरदार को और सिपाहियों को देखकर पौलà¥à¤¸ को मारना-पीटना रोक दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:33 तब सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने पास आकर उसे पकड़ लिया; और दो जंजीरों से बाà¤à¤§à¤¨à¥‡ की आजà¥à¤žà¤¾ देकर पूछने लगा, “यह कौन है, और इसने कà¥à¤¯à¤¾ किया है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:34 ¶ परनà¥à¤¤à¥ à¤à¥€à¤¡à¤¼ में से कोई कà¥à¤› और कोई कà¥à¤› चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ रहे और जब हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼ के मारे ठीक सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ न जान सका, तो उसे गढ़ में ले जाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:35 जब वह सीढ़ी पर पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि à¤à¥€à¤¡à¤¼ के दबाव के मारे सिपाहियों को उसे उठाकर ले जाना पड़ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:36 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोगों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ यह चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ उसके पीछे पड़ी, “उसका अनà¥à¤¤ कर दो।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:37 ¶ जब वे पौलà¥à¤¸ को गढ़ में ले जाने पर थे, तो उसने सैनà¥à¤¯-दल के सरदार से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ है कि मैं तà¥à¤ से कà¥à¤› कहूà¤?†उसने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू यूनानी जानता है? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:38 कà¥à¤¯à¤¾ तू वह मिसà¥à¤°à¥€ नहीं, जो इन दिनों से पहले बलवाई बनाकर चार हजार हथियारबंद लोगों को जंगल में ले गया?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:39 ¶ पौलà¥à¤¸ ने कहा, “मैं तो तरसà¥à¤¸ का यहूदी मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤! किलिकिया के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ नगर का निवासी हूà¤à¥¤ और मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, कि मà¥à¤à¥‡ लोगों से बातें करने दे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 21:40 जब उसने आजà¥à¤žà¤¾ दी, तो पौलà¥à¤¸ ने सीढ़ी पर खड़े होकर लोगों को हाथ से संकेत किया। जब वे चà¥à¤ª हो गà¤, तो वह इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बोलने लगा: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:1 ¶ “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ और पिताओं, मेरा पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° सà¥à¤¨à¥‹, जो मैं अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने कहता हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:2 ¶ वे यह सà¥à¤¨à¤•à¤° कि वह उनसे इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बोलता है, वे चà¥à¤ª रहे। तब उसने कहा: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:3 ¶ “मैं तो यहूदी हूà¤, जो किलिकिया के तरसà¥à¤¸ में जनà¥à¤®à¤¾; परनà¥à¤¤à¥ इस नगर में गमलीà¤à¤² के पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास बैठकर शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की, और पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ ठीक रीति पर सिखाया गया; और परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये à¤à¤¸à¥€ धà¥à¤¨ लगाठथा, जैसे तà¥à¤® सब आज लगाठहो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:4 मैंने पà¥à¤°à¥à¤· और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ दोनों को बाà¤à¤§à¤•à¤°, और बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डालकर, इस पंथ को यहाठतक सताया, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मरवा à¤à¥€ डाला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:5 सà¥à¤µà¤¯à¤‚ महायाजक और सब पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤ गवाह हैं; कि उनमें से मैं à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के नाम पर चिटà¥à¤ ियाठलेकर दमिशà¥à¤• को चला जा रहा था, कि जो वहाठहों उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दणà¥à¤¡ दिलाने के लिये बाà¤à¤§à¤•à¤° यरूशलेम में लाऊà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:6 ¶ “जब मैं यातà¥à¤°à¤¾ करके दमिशà¥à¤• के निकट पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि दोपहर के लगà¤à¤— अचानक à¤à¤• बड़ी जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आकाश से मेरे चारों ओर चमकी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:7 और मैं à¤à¥‚मि पर गिर पड़ा: और यह वाणी सà¥à¤¨à¥€, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सताता है?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:8 मैंने उतà¥à¤¤à¤° दिया, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, तू कौन है?’ उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘मैं यीशॠनासरी हूà¤, जिसे तू सताता है।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:9 ¶ और मेरे साथियों ने जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ तो देखी, परनà¥à¤¤à¥ जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ बोलता था उसकी वाणी न सà¥à¤¨à¥€à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:10 तब मैंने कहा, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤?’ पà¥à¤°à¤à¥ ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘उठकर दमिशà¥à¤• में जा, और जो कà¥à¤› तेरे करने के लिये ठहराया गया है वहाठतà¥à¤à¥‡ सब बता दिया जाà¤à¤—ा।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:11 जब उस जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के तेज के कारण मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› दिखाई न दिया, तो मैं अपने साथियों के हाथ पकड़े हà¥à¤ दमिशà¥à¤• में आया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:12 ¶ “तब हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ नाम का वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯, जो वहाठके रहनेवाले सब यहूदियों में सà¥à¤¨à¤¾à¤® था, मेरे पास आया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:13 और खड़ा होकर मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘हे à¤à¤¾à¤ˆ शाऊल, फिर देखने लग।’ उसी घड़ी मेरी आà¤à¤–ें खà¥à¤² गई और मैंने उसे देखा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:14 ¶ तब उसने कहा, ‘हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤à¥‡ इसलिठठहराया है कि तू उसकी इचà¥à¤›à¤¾ को जाने, और उस धरà¥à¤®à¥€ को देखे, और उसके मà¥à¤à¤¹ से बातें सà¥à¤¨à¥‡à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू उसकी ओर से सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने उन बातों का गवाह होगा, जो तूने देखी और सà¥à¤¨à¥€ हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:16 अब कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ देर करता है? उठ, बपतिसà¥à¤®à¤¾ ले, और उसका नाम लेकर अपने पापों को धो डाल।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:17 ¶ “जब मैं फिर यरूशलेम में आकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहा था, तो बेसà¥à¤§ हो गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:18 और उसको देखा कि मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहता है, ‘जलà¥à¤¦à¥€ करके यरूशलेम से à¤à¤Ÿ निकल जा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे मेरे विषय में तेरी गवाही न मानेंगे।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:19 ¶ मैंने कहा, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥ वे तो आप जानते हैं, कि मैं तà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों को बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डालता और जगह-जगह आराधनालय में पिटवाता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:20 और जब तेरे गवाह सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¥à¤¸ का लहू बहाया जा रहा था तब à¤à¥€ मैं वहाठखड़ा था, और इस बात में सहमत था, और उसके हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के कपड़ों की रखवाली करता था।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:21 और उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, ‘चला जा: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤à¥‡ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास दूर-दूर à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ा’।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:22 ¶ वे इस बात तक उसकी सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ रहे; तब ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤, “à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ का अनà¥à¤¤ करो; उसका जीवित रहना उचित नहीं!†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:23 जब वे चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ और कपड़े फेंकते और आकाश में धूल उड़ाते थे; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:24 तो सैनà¥à¤¯-दल के सूबेदार ने कहा, “इसे गढ़ में ले जाओ; और कोड़े मारकर जाà¤à¤šà¥‹, कि मैं जानूठकि लोग किस कारण उसके विरोध में à¤à¤¸à¤¾ चिलà¥à¤²à¤¾ रहे हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:25 ¶ जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे तसमों से बाà¤à¤§à¤¾ तो पौलà¥à¤¸ ने उस सूबेदार से जो उसके पास खड़ा था कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ यह उचित है, कि तà¥à¤® à¤à¤• रोमी मनà¥à¤·à¥à¤¯ को, और वह à¤à¥€ बिना दोषी ठहराठहà¥à¤ कोड़े मारो?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:26 सूबेदार ने यह सà¥à¤¨à¤•à¤° सैनà¥à¤¯-दल के सरदार के पास जाकर कहा, “तू यह कà¥à¤¯à¤¾ करता है? यह तो रोमी मनà¥à¤·à¥à¤¯ है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:27 ¶ तब सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने उसके पास आकर कहा, “मà¥à¤à¥‡ बता, कà¥à¤¯à¤¾ तू रोमी है?†उसने कहा, “हाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:28 यह सà¥à¤¨à¤•à¤° सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने कहा, “मैंने रोमी होने का पद बहà¥à¤¤ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ देकर पाया है।†पौलà¥à¤¸ ने कहा, “मैं तो जनà¥à¤® से रोमी हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:29 तब जो लोग उसे जाà¤à¤šà¤¨à¥‡ पर थे, वे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसके पास से हट गà¤; और सैनà¥à¤¯-दल का सरदार à¤à¥€ यह जानकर कि यह रोमी है, और उसने उसे बाà¤à¤§à¤¾ है, डर गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 22:30 ¶ दूसरे दिन वह ठीक-ठीक जानने की इचà¥à¤›à¤¾ से कि यहूदी उस पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दोष लगाते हैं, इसलिठउसके बनà¥à¤§à¤¨ खोल दिà¤; और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और सारी महासà¤à¤¾ को इकटà¥à¤ े होने की आजà¥à¤žà¤¾ दी, और पौलà¥à¤¸ को नीचे ले जाकर उनके सामने खड़ा कर दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:1 ¶ पौलà¥à¤¸ ने महासà¤à¤¾ की ओर टकटकी लगाकर देखा, और कहा, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैंने आज तक परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये बिलकà¥à¤² सचà¥à¤šà¥‡ विवेक से जीवन बिताया है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:2 हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ महायाजक ने, उनको जो उसके पास खड़े थे, उसके मà¥à¤à¤¹ पर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:3 तब पौलà¥à¤¸ ने उससे कहा, “हे चूना फिरी हà¥à¤ˆ दीवार, परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤à¥‡ मारेगा। तू वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मेरा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने को बैठा है, और फिर कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ मà¥à¤à¥‡ मारने की आजà¥à¤žà¤¾ देता है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:4 ¶ जो पास खड़े थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू परमेशà¥â€à¤µà¤° के महायाजक को बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहता है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:5 पौलà¥à¤¸ ने कहा, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं नहीं जानता था, कि यह महायाजक है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:6 ¶ तब पौलà¥à¤¸ ने यह जानकर, कि à¤à¤• दल सदूकियों और दूसरा फरीसियों का है, महासà¤à¤¾ में पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूà¤, मरे हà¥à¤“ं की आशा और पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ के विषय में मेरा मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ हो रहा है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:7 जब उसने यह बात कही तो फरीसियों और सदूकियों में à¤à¤—ड़ा होने लगा; और सà¤à¤¾ में फूट पड़ गई। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सदूकी तो यह कहते हैं, कि न पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ है, न सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत और न आतà¥à¤®à¤¾ है; परनà¥à¤¤à¥ फरीसी इन सबको मानते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:9 ¶ तब बड़ा हलà¥à¤²à¤¾ मचा और कà¥à¤› शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो फरीसियों के दल के थे, उठकर यह कहकर à¤à¤—ड़ने लगे, “हम इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ में कà¥à¤› बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ नहीं पाते; और यदि कोई आतà¥à¤®à¤¾ या सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उससे बोला है तो फिर कà¥à¤¯à¤¾?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:10 जब बहà¥à¤¤ à¤à¤—ड़ा हà¥à¤†, तो सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने इस डर से कि वे पौलà¥à¤¸ के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡-टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ न कर डालें, सैनà¥à¤¯-दल को आजà¥à¤žà¤¾ दी कि उतरकर उसको उनके बीच में से जबरदसà¥à¤¤à¥€ निकालो, और गढ़ में ले आओ। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:11 ¶ उसी रात पà¥à¤°à¤à¥ ने उसके पास आ खड़े होकर कहा, “हे पौलà¥à¤¸, धैरà¥à¤¯ रख; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसी तूने यरूशलेम में मेरी गवाही दी, वैसी ही तà¥à¤à¥‡ रोम में à¤à¥€ गवाही देनी होगी।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:12 ¶ जब दिन हà¥à¤†, तो यहूदियों ने à¤à¤•à¤¾ किया, और शपथ खाई कि जब तक हम पौलà¥à¤¸ को मार न डालें, यदि हम खाà¤à¤ या पीà¤à¤ तो हम पर धिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:13 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह शपथ खाई थी, वे चालीस जन से अधिक थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:14 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के पास आकर कहा, “हमने यह ठाना है कि जब तक हम पौलà¥à¤¸ को मार न डालें, तब तक यदि कà¥à¤› à¤à¥€ खाà¤à¤, तो हम पर धिकà¥à¤•à¤¾à¤° है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:15 इसलिठअब महासà¤à¤¾ समेत सैनà¥à¤¯-दल के सरदार को समà¤à¤¾à¤“, कि उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास ले आà¤, मानो कि तà¥à¤® उसके विषय में और à¤à¥€ ठीक से जाà¤à¤š करना चाहते हो, और हम उसके पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ से पहले ही उसे मार डालने के लिये तैयार रहेंगे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:16 ¶ और पौलà¥à¤¸ के à¤à¤¾à¤‚जे ने सà¥à¤¨à¤¾ कि वे उसकी घात में हैं, तो गढ़ में जाकर पौलà¥à¤¸ को सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:17 पौलà¥à¤¸ ने सूबेदारों में से à¤à¤• को अपने पास बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “इस जवान को सैनà¥à¤¯-दल के सरदार के पास ले जाओ, यह उससे कà¥à¤› कहना चाहता है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:18 ¶ अतः उसने उसको सैनà¥à¤¯-दल के सरदार के पास ले जाकर कहा, “बनà¥à¤¦à¥€ पौलà¥à¤¸ ने मà¥à¤à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° विनती की, कि यह जवान सैनà¥à¤¯-दल के सरदार से कà¥à¤› कहना चाहता है; इसे उसके पास ले जा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:19 सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने उसका हाथ पकड़कर, और उसे अलग ले जाकर पूछा, “तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ कहना चाहता है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:20 ¶ उसने कहा, “यहूदियों ने à¤à¤•à¤¾ किया है, कि तà¥à¤ से विनती करें कि कल पौलà¥à¤¸ को महासà¤à¤¾ में लाà¤, मानो तू और ठीक से उसकी जाà¤à¤š करना चाहता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:21 परनà¥à¤¤à¥ उनकी मत मानना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनमें से चालीस के ऊपर मनà¥à¤·à¥à¤¯ उसकी घात में हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह ठान लिया है कि जब तक वे पौलà¥à¤¸ को मार न डालें, तब तक न खाà¤à¤à¤—े और न पीà¤à¤à¤—े, और अब वे तैयार हैं और तेरे वचन की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:22 ¶ तब सैनà¥à¤¯-दल के सरदार ने जवान को यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देकर विदा किया, “किसी से न कहना कि तूने मà¥à¤ को ये बातें बताई हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:23 ¶ उसने तब दो सूबेदारों को बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहा, “दो सौ सिपाही, सतà¥à¤¤à¤° सवार, और दो सौ à¤à¤¾à¤²à¥ˆà¤¤ को कैसरिया जाने के लिये तैयार कर रख, तू रात के तीसरे पहर को निकलना।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:24 और पौलà¥à¤¸ की सवारी के लिये घोड़े तैयार रखो कि उसे फेलिकà¥à¤¸ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के पास सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ पहà¥à¤à¤šà¤¾ दें।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:25 ¶ उसने इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चिटà¥à¤ ी à¤à¥€ लिखी: (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:26 ¶ “महापà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥€ फेलिकà¥à¤¸ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² को कà¥à¤²à¥Œà¤¦à¤¿à¤¯à¥à¤¸ लूसियास को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:27 इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को यहूदियों ने पकड़कर मार डालना चाहा, परनà¥à¤¤à¥ जब मैंने जाना कि वो रोमी है, तो सैनà¥à¤¯-दल लेकर छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ लाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:28 ¶ और मैं जानना चाहता था, कि वे उस पर किस कारण दोष लगाते हैं, इसलिठउसे उनकी महासà¤à¤¾ में ले गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:29 तब मैंने जान लिया, कि वे अपनी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विवादों के विषय में उस पर दोष लगाते हैं, परनà¥à¤¤à¥ मार डाले जाने या बाà¤à¤§à¥‡ जाने के योगà¥à¤¯ उसमें कोई दोष नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:30 और जब मà¥à¤à¥‡ बताया गया, कि वे इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ की घात में लगे हैं तो मैंने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उसको तेरे पास à¤à¥‡à¤œ दिया; और मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि तेरे सामने उस पर आरोप लगाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:31 ¶ अतः जैसे सिपाहियों को आजà¥à¤žà¤¾ दी गई थी, वैसे ही पौलà¥à¤¸ को लेकर रातों-रात अनà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¸ में लाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:32 दूसरे दिन वे सवारों को उसके साथ जाने के लिये छोड़कर आप गढ़ को लौटे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:33 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कैसरिया में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² को चिटà¥à¤ ी दी; और पौलà¥à¤¸ को à¤à¥€ उसके सामने खड़ा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:34 ¶ उसने पढ़कर पूछा, “यह किस पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ का है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 23:35 और जब जान लिया कि किलिकिया का है; तो उससे कहा, “जब तेरे मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ à¤à¥€ आà¤à¤à¤—ें, तो मैं तेरा मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ करूà¤à¤—ा।†और उसने उसे हेरोदेस के किले में, पहरे में रखने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:1 ¶ पाà¤à¤š दिन के बाद हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ महायाजक कई पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ और तिरतà¥à¤²à¥à¤²à¥à¤¸ नामक किसी वकील को साथ लेकर आया; उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² के सामने पौलà¥à¤¸ पर दोषारोपण किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:2 जब वह बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया तो तिरतà¥à¤²à¥à¤²à¥à¤¸ उस पर दोष लगाकर कहने लगा, “हे महापà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥€ फेलिकà¥à¤¸, तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें जो बड़ा कà¥à¤¶à¤² होता है; और तेरे पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ से इस जाति के लिये कितनी बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¤¾à¤ सà¥à¤§à¤°à¤¤à¥€ जाती हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:3 ¶ इसको हम हर जगह और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ मानते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:4 ¶ परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤à¥‡ और दà¥à¤ƒà¤– नहीं देना चाहता, मैं तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, कि कृपा करके हमारी दो à¤à¤• बातें सà¥à¤¨ ले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को उपदà¥à¤°à¤µà¥€ और जगत के सारे यहूदियों में बलवा करानेवाला, और नासरियों के कà¥à¤ªà¤‚थ का मà¥à¤–िया पाया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:6 उसने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करना चाहा, और तब हमने उसे बनà¥à¤¦à¥€ बना लिया। [हमने उसे अपनी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दणà¥à¤¡ दिया होता; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:7 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सैनà¥à¤¯-दल के सरदार लूसियास ने आकर उसे बलपूरà¥à¤µà¤• हमारे हाथों से छीन लिया, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:8 और इस पर दोष लगाने वालों को तेरे समà¥à¤®à¥à¤– आने की आजà¥à¤žà¤¾ दी।] इन सब बातों को जिनके विषय में हम उस पर दोष लगाते हैं, तू सà¥à¤µà¤¯à¤‚ उसको जाà¤à¤š करके जान लेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:9 यहूदियों ने à¤à¥€ उसका साथ देकर कहा, ये बातें इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:10 ¶ जब राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने पौलà¥à¤¸ को बोलने के लिये संकेत किया तो उसने उतà¥à¤¤à¤° दिया: “मैं यह जानकर कि तू बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से इस जाति का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता है, आननà¥à¤¦ से अपना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° देता हूà¤à¥¤, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:11 तू आप जान सकता है, कि जब से मैं यरूशलेम में आराधना करने को आया, मà¥à¤à¥‡ बारह दिन से ऊपर नहीं हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:12 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ न मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में, न आराधनालयों में, न नगर में किसी से विवाद करते या à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगाते पाया; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:13 और न तो वे उन बातों को, जिनके विषय में वे अब मà¥à¤ पर दोष लगाते हैं, तेरे सामने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सच पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤¤ कर सकते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यह मैं तेरे सामने मान लेता हूà¤, कि जिस पंथ को वे कà¥à¤ªà¤‚थ कहते हैं, उसी की रीति पर मैं अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा करता हूà¤; और जो बातें वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में लिखी हैं, उन सब पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:15 और परमेशà¥â€à¤µà¤° से आशा रखता हूठजो वे आप à¤à¥€ रखते हैं, कि धरà¥à¤®à¥€ और अधरà¥à¤®à¥€ दोनों का जी उठना होगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:16 इससे मैं आप à¤à¥€ यतà¥à¤¨ करता हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर मेरा विवेक सदा निरà¥à¤¦à¥‹à¤· रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:17 ¶ बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद मैं अपने लोगों को दान पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡, और à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ाने आया था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:18 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में, शà¥à¤¦à¥à¤§ दशा में, बिना à¤à¥€à¤¡à¤¼ के साथ, और बिना दंगा करते हà¥à¤ इस काम में पाया। परनà¥à¤¤à¥ वहाठआसिया के कà¥à¤› यहूदी थे - और उनको उचित था, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:19 कि यदि मेरे विरोध में उनकी कोई बात हो तो यहाठतेरे सामने आकर मà¥à¤ पर दोष लगाते। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:20 ¶ या ये आप ही कहें, कि जब मैं महासà¤à¤¾ के सामने खड़ा था, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤ में कौन सा अपराध पाया? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:21 इस à¤à¤• बात को छोड़ जो मैंने उनके बीच में खड़े होकर पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा था, ‘मरे हà¥à¤“ं के जी उठने के विषय में आज मेरा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ हो रहा है’।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:22 ¶ फेलिकà¥à¤¸ ने जो इस पंथ की बातें ठीक-ठीक जानता था, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह कहकर टाल दिया, “जब सैनà¥à¤¯-दल का सरदार लूसियास आà¤à¤—ा, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बात का निरà¥à¤£à¤¯ करूà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:23 और सूबेदार को आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि पौलà¥à¤¸ को कà¥à¤› छूट में रखकर रखवाली करना, और उसके मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ में से किसी को à¤à¥€ उसकी सेवा करने से न रोकना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:24 ¶ कà¥à¤› दिनों के बाद फेलिकà¥à¤¸ अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ दà¥à¤°à¥à¤¸à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾ को, जो यहूदिनी थी, साथ लेकर आया और पौलà¥à¤¸ को बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•à¤° उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में जो मसीह यीशॠपर है, उससे सà¥à¤¨à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:25 जब वह धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और संयम और आनेवाले नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की चरà¥à¤šà¤¾ कर रहा था, तो फेलिकà¥à¤¸ ने à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ होकर उतà¥à¤¤à¤° दिया, “अà¤à¥€ तो जा; अवसर पा कर मैं तà¥à¤à¥‡ फिर बà¥à¤²à¤¾à¤Šà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:26 ¶ उसे पौलà¥à¤¸ से कà¥à¤› धन मिलने की à¤à¥€ आशा थी; इसलिठऔर à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾-बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° उससे बातें किया करता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 24:27 परनà¥à¤¤à¥ जब दो वरà¥à¤· बीत गà¤, तो पà¥à¤°à¤•à¤¿à¤¯à¥à¤¸ फेसà¥à¤¤à¥à¤¸, फेलिकà¥à¤¸ की जगह पर आया, और फेलिकà¥à¤¸ यहूदियों को खà¥à¤¶ करने की इचà¥à¤›à¤¾ से पौलà¥à¤¸ को बनà¥à¤¦à¥€ ही छोड़ गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:1 ¶ फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ उस पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° तीन दिन के बाद कैसरिया से यरूशलेम को गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:2 तब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों ने, और यहूदियों के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– लोगों ने, उसके सामने पौलà¥à¤¸ पर दोषारोपण की; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:3 और उससे विनती करके उसके विरोध में यह चाहा कि वह उसे यरूशलेम में बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसे रासà¥à¤¤à¥‡ ही में मार डालने की घात लगाठहà¥à¤ थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:4 ¶ फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “पौलà¥à¤¸ कैसरिया में कैदी है, और मैं सà¥à¤µà¤¯à¤‚ जलà¥à¤¦ वहाठजाऊà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:5 फिर कहा, “तà¥à¤® से जो अधिकार रखते हैं, वे साथ चलें, और यदि इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने कà¥à¤› अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ काम किया है, तो उस पर दोष लगाà¤à¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:6 ¶ उनके बीच कोई आठदस दिन रहकर वह कैसरिया गया: और दूसरे दिन नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन पर बैठकर पौलà¥à¤¸ को लाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:7 जब वह आया, तो जो यहूदी यरूशलेम से आठथे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आस-पास खड़े होकर उस पर बहà¥à¤¤ से गमà¥à¤à¥€à¤° दोष लगाà¤, जिनका पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ वे नहीं दे सकते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:8 परनà¥à¤¤à¥ पौलà¥à¤¸ ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, “मैंने न तो यहूदियों की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के और न मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के, और न कैसर के विरà¥à¤¦à¥à¤§ कोई अपराध किया है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:9 ¶ तब फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने यहूदियों को खà¥à¤¶ करने की इचà¥à¤›à¤¾ से पौलà¥à¤¸ को उतà¥à¤¤à¤° दिया, “कà¥à¤¯à¤¾ तू चाहता है कि यरूशलेम को जाà¤; और वहाठमेरे सामने तेरा यह मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ तय किया जाà¤?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:10 ¶ पौलà¥à¤¸ ने कहा, “मैं कैसर के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन के सामने खड़ा हूà¤; मेरे मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¥‡à¤‚ का यहीं फैसला होना चाहिà¤à¥¤ जैसा तू अचà¥à¤›à¥€ तरह जानता है, यहूदियों का मैंने कà¥à¤› अपराध नहीं किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:11 ¶ यदि अपराधी हूठऔर मार डाले जाने योगà¥à¤¯ कोई काम किया है, तो मरने से नहीं मà¥à¤•à¤°à¤¤à¤¾; परनà¥à¤¤à¥ जिन बातों का ये मà¥à¤ पर दोष लगाते हैं, यदि उनमें से कोई बात सच न ठहरे, तो कोई मà¥à¤à¥‡ उनके हाथ नहीं सौंप सकता। मैं कैसर की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ देता हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:12 तब फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¤à¤¾ के साथ विचार करके उतà¥à¤¤à¤° दिया, “तूने कैसर की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ दी है, तो तू कैसर के पास ही जाà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:13 ¶ कà¥à¤› दिन बीतने के बाद अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ राजा और बिरनीके ने कैसरिया में आकर फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ से à¤à¥‡à¤‚ट की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:14 उनके बहà¥à¤¤ दिन वहाठरहने के बाद फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने पौलà¥à¤¸ के विषय में राजा को बताया, “à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, जिसे फेलिकà¥à¤¸ बनà¥à¤¦à¥€ छोड़ गया है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:15 जब मैं यरूशलेम में था, तो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों और यहूदियों के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने उस पर दोषारोपण किया और चाहा, कि उस पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ दी जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:16 परनà¥à¤¤à¥ मैंने उनको उतà¥à¤¤à¤° दिया, कि रोमियों की यह रीति नहीं, कि किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ को दणà¥à¤¡ के लिये सौंप दें, जब तक आरोपी को अपने दोष लगाने वालों के सामने खड़े होकर दोष के उतà¥à¤¤à¤° देने का अवसर न मिले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:17 ¶ अतः जब वे यहाठउपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤, तो मैंने कà¥à¤› देर न की, परनà¥à¤¤à¥ दूसरे ही दिन नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन पर बैठकर, उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को लाने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:18 जब उसके मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆ खड़े हà¥à¤, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¥€ बà¥à¤°à¥€ बातों का दोष नहीं लगाया, जैसा मैं समà¤à¤¤à¤¾ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:19 परनà¥à¤¤à¥ अपने मत के, और यीशॠनामक किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ के विषय में जो मर गया था, और पौलà¥à¤¸ उसको जीवित बताता था, विवाद करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:20 और मैं उलà¤à¤¨ में था, कि इन बातों का पता कैसे लगाऊà¤? इसलिठमैंने उससे पूछा, ‘कà¥à¤¯à¤¾ तू यरूशलेम जाà¤à¤—ा, कि वहाठइन बातों का फैसला हो?’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:21 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब पौलà¥à¤¸ ने दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ दी, कि मेरे मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¥‡à¤‚ का फैसला महाराजाधिराज के यहाठहो; तो मैंने आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि जब तक उसे कैसर के पास न à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤, उसकी रखवाली की जाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:22 तब अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ से कहा, “मैं à¤à¥€ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ की सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ चाहता हूà¤à¥¤ उसने कहा, “तू कल सà¥à¤¨ लेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:23 ¶ अतः दूसरे दिन, जब अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ और बिरनीके बड़ी धूमधाम से आकर सैनà¥à¤¯-दल के सरदारों और नगर के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– लोगों के साथ दरबार में पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ तब फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि वे पौलà¥à¤¸ को ले आà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:24 फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने कहा, “हे महाराजा अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾, और हे सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ जो यहाठहमारे साथ हो, तà¥à¤® इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को देखते हो, जिसके विषय में सारे यहूदियों ने यरूशलेम में और यहाठà¤à¥€ चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° मà¥à¤à¤¸à¥‡ विनती की, कि इसका जीवित रहना उचित नहीं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:25 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैंने जान लिया कि उसने à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› नहीं किया कि मार डाला जाà¤; और जब कि उसने आप ही महाराजाधिराज की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ दी, तो मैंने उसे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का निरà¥à¤£à¤¯ किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:26 परनà¥à¤¤à¥ मैंने उसके विषय में कोई ठीक बात नहीं पाई कि महाराजाधिराज को लिखूà¤, इसलिठमैं उसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने और विशेष करके हे राजा अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ तेरे सामने लाया हूà¤, कि जाà¤à¤šà¤¨à¥‡ के बाद मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› लिखने को मिले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 25:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बनà¥à¤¦à¥€ को à¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ और जो दोष उस पर लगाठगà¤, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ न बताना, मà¥à¤à¥‡ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ समठपड़ता है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:1 ¶ अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने पौलà¥à¤¸ से कहा, “तà¥à¤à¥‡ अपने विषय में बोलने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ है।†तब पौलà¥à¤¸ हाथ बढ़ाकर उतà¥à¤¤à¤° देने लगा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:2 ¶ “हे राजा अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾, जितनी बातों का यहूदी मà¥à¤ पर दोष लगाते हैं, आज तेरे सामने उनका उतà¥à¤¤à¤° देने में मैं अपने को धनà¥à¤¯ समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:3 विशेष करके इसलिठकि तू यहूदियों के सब पà¥à¤°à¤¥à¤¾à¤“ं और विवादों को जानता है। अतः मैं विनती करता हूà¤, धीरज से मेरी सà¥à¤¨ ले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:4 ¶ “जैसा मेरा चाल-चलन आरमà¥à¤ से अपनी जाति के बीच और यरूशलेम में जैसा था, यह सब यहूदी जानते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:5 वे यदि गवाही देना चाहते हैं, तो आरमà¥à¤ से मà¥à¤à¥‡ पहचानते हैं, कि मैं फरीसी होकर अपने धरà¥à¤® के सबसे खरे पंथ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चला। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:6 ¶ और अब उस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की आशा के कारण जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से की थी, मà¥à¤ पर मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ चल रहा है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:7 उसी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के पूरे होने की आशा लगाठहà¥à¤, हमारे बारहों गोतà¥à¤° अपने सारे मन से रात-दिन परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा करते आठहैं। हे राजा, इसी आशा के विषय में यहूदी मà¥à¤ पर दोष लगाते हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:8 जब कि परमेशà¥â€à¤µà¤° मरे हà¥à¤“ं को जिलाता है, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठयह बात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के योगà¥à¤¯ नहीं समà¤à¥€ जाती? (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:9 ¶ “मैंने à¤à¥€ समà¤à¤¾ था कि यीशॠनासरी के नाम के विरोध में मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ कà¥à¤› करना चाहिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:10 और मैंने यरूशलेम में à¤à¤¸à¤¾ ही किया; और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों से अधिकार पा कर बहà¥à¤¤ से पवितà¥à¤° लोगों को बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाला, और जब वे मार डाले जाते थे, तो मैं à¤à¥€ उनके विरोध में अपनी समà¥à¤®à¤¤à¤¿ देता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:11 और हर आराधनालय में मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ताड़ना दिला-दिलाकर यीशॠकी निनà¥à¤¦à¤¾ करवाता था, यहाठतक कि कà¥à¤°à¥‹à¤§ के मारे à¤à¤¸à¤¾ पागल हो गया कि बाहर के नगरों में à¤à¥€ जाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सताता था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:12 ¶ “इसी धà¥à¤¨ में जब मैं पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ याजकों से अधिकार और आजà¥à¤žà¤¾-पतà¥à¤° लेकर दमिशà¥à¤• को जा रहा था; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:13 तो हे राजा, मारà¥à¤— में दोपहर के समय मैंने आकाश से सूरà¥à¤¯ के तेज से à¤à¥€ बढ़कर à¤à¤• जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿, अपने और अपने साथ चलनेवालों के चारों ओर चमकती हà¥à¤ˆ देखी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:14 और जब हम सब à¤à¥‚मि पर गिर पड़े, तो मैंने इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में, मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहते हà¥à¤ यह वाणी सà¥à¤¨à¥€, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सताता है? पैने पर लात मारना तेरे लिये कठिन है।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:15 ¶ मैंने कहा, ‘हे पà¥à¤°à¤à¥, तू कौन है?’ पà¥à¤°à¤à¥ ने कहा, ‘मैं यीशॠहूà¤, जिसे तू सताता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:16 परनà¥à¤¤à¥ तू उठ, अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर खड़ा हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने तà¥à¤à¥‡ इसलिठदरà¥à¤¶à¤¨ दिया है कि तà¥à¤à¥‡ उन बातों का à¤à¥€ सेवक और गवाह ठहराऊà¤, जो तूने देखी हैं, और उनका à¤à¥€ जिनके लिये मैं तà¥à¤à¥‡ दरà¥à¤¶à¤¨ दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:17 और मैं तà¥à¤à¥‡ तेरे लोगों से और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बचाता रहूà¤à¤—ा, जिनके पास मैं अब तà¥à¤à¥‡ इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:18 कि तू उनकी आà¤à¤–ें खोले, कि वे अंधकार से जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की ओर, और शैतान के अधिकार से परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फिरें; कि पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾, और उन लोगों के साथ जो मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से पवितà¥à¤° किठगठहैं, विरासत पाà¤à¤à¥¤â€™ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:19 ¶ अतः हे राजा अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾, मैंने उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय दरà¥à¤¶à¤¨ की बात न टाली, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:20 परनà¥à¤¤à¥ पहले दमिशà¥à¤• के, फिर यरूशलेम के रहनेवालों को, तब यहूदिया के सारे देश में और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ रहा, कि मन फिराओ और परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फिरकर मन फिराव के योगà¥à¤¯ काम करो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:21 इन बातों के कारण यहूदी मà¥à¤à¥‡ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में पकड़कर मार डालने का यतà¥à¤¨ करते थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:22 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सहायता से मैं आज तक बना हूठऔर छोटे बड़े सà¤à¥€ के सामने गवाही देता हूà¤, और उन बातों को छोड़ कà¥à¤› नहीं कहता, जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और मूसा ने à¤à¥€ कहा कि होनेवाली हैं, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:23 कि मसीह को दà¥à¤ƒà¤– उठाना होगा, और वही सबसे पहले मरे हà¥à¤“ं में से जी उठकर, हमारे लोगों में और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:24 ¶ जब वह इस रीति से उतà¥à¤¤à¤° दे रहा था, तो फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ ने ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “हे पौलà¥à¤¸, तू पागल है। बहà¥à¤¤ विदà¥à¤¯à¤¾ ने तà¥à¤à¥‡ पागल कर दिया है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:25 परनà¥à¤¤à¥ उसने कहा, “हे महापà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥€ फेसà¥à¤¤à¥à¤¸, मैं पागल नहीं, परनà¥à¤¤à¥ सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की बातें कहता हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:26 राजा à¤à¥€ जिसके सामने मैं निडर होकर बोल रहा हूà¤, ये बातें जानता है, और मà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, कि इन बातों में से कोई उससे छिपी नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह घटना तो कोने में नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:27 ¶ हे राजा अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾, कà¥à¤¯à¤¾ तू à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है? हाà¤, मैं जानता हूà¤, कि तू विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:28 अब अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने पौलà¥à¤¸ से कहा, “कà¥à¤¯à¤¾ तू थोड़े ही समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ से मà¥à¤à¥‡ मसीही बनाना चाहता है?†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:29 पौलà¥à¤¸ ने कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° से मेरी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ यह है कि कà¥à¤¯à¤¾ थोड़े में, कà¥à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ में, केवल तू ही नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जितने लोग आज मेरी सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं, मेरे इन बनà¥à¤§à¤¨à¥‹à¤‚ को छोड़ वे मेरे समान हो जाà¤à¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:30 ¶ तब राजा और राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² और बिरनीके और उनके साथ बैठनेवाले उठखड़े हà¥à¤; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:31 और अलग जाकर आपस में कहने लगे, “यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¸à¤¾ तो कà¥à¤› नहीं करता, जो मृतà¥à¤¯à¥-दणà¥à¤¡ या बनà¥à¤¦à¥€à¤—ृह में डाले जाने के योगà¥à¤¯ हो। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 26:32 अगà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ से कहा, “यदि यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ कैसर की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ न देता, तो छूट सकता था।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:1 ¶ जब यह निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ हो गया कि हम जहाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इतालिया जाà¤à¤, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पौलà¥à¤¸ और कà¥à¤› अनà¥à¤¯ बनà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ यूलियà¥à¤¸ नामक औगà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¸ की सैनà¥à¤¯-दल के à¤à¤• सूबेदार के हाथ सौंप दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:2 अदà¥à¤°à¤®à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤® के à¤à¤• जहाज पर जो आसिया के किनारे की जगहों में जाने पर था, चढ़कर हमने उसे खोल दिया, और अरिसà¥à¤¤à¤°à¥à¤–à¥à¤¸ नामक थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ का à¤à¤• मकिदà¥à¤¨à¥€ हमारे साथ था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:3 ¶ दूसरे दिन हमने सीदोन में लंगर डाला और यूलियà¥à¤¸ ने पौलà¥à¤¸ पर कृपा करके उसे मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के यहाठजाने दिया कि उसका सतà¥à¤•à¤¾à¤° किया जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:4 वहाठसे जहाज खोलकर हवा विरà¥à¤¦à¥à¤§ होने के कारण हम साइपà¥à¤°à¤¸ की आड़ में होकर चले; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:5 और किलिकिया और पंफूलिया के निकट के समà¥à¤¦à¥à¤° में होकर लूसिया के मूरा में उतरे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:6 वहाठसूबेदार को सिकनà¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का à¤à¤• जहाज इतालिया जाता हà¥à¤† मिला, और उसने हमें उस पर चढ़ा दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:7 ¶ जब हम बहà¥à¤¤ दिनों तक धीरे-धीरे चलकर कठिनता से कनिदà¥à¤¸ के सामने पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो इसलिठकि हवा हमें आगे बढ़ने न देती थी, हम सलमोने के सामने से होकर कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥‡ की आड़ में चले; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:8 और उसके किनारे-किनारे कठिनता से चलकर ‘शà¥à¤à¤²à¤‚गरबारी’ नामक à¤à¤• जगह पहà¥à¤à¤šà¥‡, जहाठसे लसया नगर निकट था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:9 ¶ जब बहà¥à¤¤ दिन बीत गà¤, और जलयातà¥à¤°à¤¾ में जोखिम इसलिठहोती थी कि उपवास के दिन अब बीत चà¥à¤•à¥‡ थे, तो पौलà¥à¤¸ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह कहकर चेतावनी दी, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:10 “हे सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚, मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ जान पड़ता है कि इस यातà¥à¤°à¤¾ में विपतà¥à¤¤à¤¿ और बहà¥à¤¤ हानि, न केवल माल और जहाज की वरनॠहमारे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ होनेवाली है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:11 परनà¥à¤¤à¥ सूबेदार ने कपà¥à¤¤à¤¾â€à¤¨ और जहाज के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ की बातों को पौलà¥à¤¸ की बातों से बढ़कर माना। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:12 ¶ वह बनà¥à¤¦à¤°à¤—ाह जाड़ा काटने के लिये अचà¥à¤›à¤¾ न था; इसलिठबहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का विचार हà¥à¤† कि वहाठसे जहाज खोलकर यदि किसी रीति से हो सके तो फीनिकà¥à¤¸ में पहà¥à¤à¤šà¤•à¤° जाड़ा काटें। यह तो कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥‡ का à¤à¤• बनà¥à¤¦à¤°à¤—ाह है जो दकà¥à¤·à¤¿à¤£-पशà¥à¤šà¤¿à¤® और उतà¥à¤¤à¤°-पशà¥à¤šà¤¿à¤® की ओर खà¥à¤²à¤¤à¤¾ है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:13 ¶ जब दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ हवा बहने लगी, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सोचा कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जिसकी जरूरत थी वह उनके पास थी, इसलिठलंगर उठाया और किनारे के किनारे, समà¥à¤¦à¥à¤° तट के पास चल दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ थोड़ी देर में जमीन की ओर से à¤à¤• बड़ी आà¤à¤§à¥€ उठी, जो ‘यूरकà¥à¤²à¥€à¤¨â€™ कहलाती है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:15 जब आà¤à¤§à¥€ जहाज पर लगी, तब वह हवा के सामने ठहर न सका, अतः हमने उसे बहने दिया, और इसी तरह बहते हà¥à¤ चले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:16 तब कौदा नामक à¤à¤• छोटे से टापू की आड़ में बहते-बहते हम कठिनता से डोंगी को वश में कर सके। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:17 ¶ फिर मलà¥à¤²à¤¾à¤¹à¥‹à¤‚ ने उसे उठाकर, अनेक उपाय करके जहाज को नीचे से बाà¤à¤§à¤¾, और सà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸ के रेत पर टिक जाने के à¤à¤¯ से पाल और सामान उतार कर बहते हà¥à¤ चले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:18 और जब हमने आà¤à¤§à¥€ से बहà¥à¤¤ हिचकोले और धकà¥à¤•à¥‡ खाà¤, तो दूसरे दिन वे जहाज का माल फेंकने लगे; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:19 ¶ और तीसरे दिन उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने हाथों से जहाज का साज-सामान à¤à¥€ फेंक दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:20 और जब बहà¥à¤¤ दिनों तक न सूरà¥à¤¯ न तारे दिखाई दिà¤, और बड़ी आà¤à¤§à¥€ चल रही थी, तो अनà¥à¤¤ में हमारे बचने की सारी आशा जाती रही। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:21 ¶ जब वे बहà¥à¤¤ दिन तक à¤à¥‚खे रह चà¥à¤•à¥‡, तो पौलà¥à¤¸ ने उनके बीच में खड़ा होकर कहा, “हे लोगों, चाहिठथा कि तà¥à¤® मेरी बात मानकर, कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥‡ से न जहाज खोलते और न यह विपतà¥à¤¤à¤¿ आती और न यह हानि उठाते। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:22 ¶ परनà¥à¤¤à¥ अब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ हूठकि ढाढ़स बाà¤à¤§à¥‹, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® में से किसी के पà¥à¤°à¤¾à¤£ की हानि न होगी, पर केवल जहाज की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° जिसका मैं हूà¤, और जिसकी सेवा करता हूà¤, उसके सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने आज रात मेरे पास आकर कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:24 ‘हे पौलà¥à¤¸, मत डर! तà¥à¤à¥‡ कैसर के सामने खड़ा होना अवशà¥à¤¯ है। और देख, परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सब को जो तेरे साथ यातà¥à¤°à¤¾ करते हैं, तà¥à¤à¥‡ दिया है।’ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:25 इसलिà¤, हे सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚, ढाढ़स बाà¤à¤§à¥‹; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता हूà¤, कि जैसा मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा गया है, वैसा ही होगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:26 परनà¥à¤¤à¥ हमें किसी टापू पर जा टिकना होगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:27 ¶ जब चौदहवीं रात हà¥à¤ˆ, और हम अदà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ समà¥à¤¦à¥à¤° में à¤à¤Ÿà¤• रहे थे, तो आधी रात के निकट मलà¥à¤²à¤¾à¤¹à¥‹à¤‚ ने अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ से जाना कि हम किसी देश के निकट पहà¥à¤à¤š रहे हैं। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:28 थाह लेकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बीस पà¥à¤°à¤¸à¤¾ गहरा पाया और थोड़ा आगे बढ़कर फिर थाह ली, तो पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹ पà¥à¤°à¤¸à¤¾ पाया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:29 तब पतà¥à¤¥à¤°à¥€à¤²à¥€ जगहों पर पड़ने के डर से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जहाज के पीछे चार लंगर डाले, और à¤à¥‹à¤° होने की कामना करते रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:30 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब मलà¥à¤²à¤¾à¤¹ जहाज पर से à¤à¤¾à¤—ना चाहते थे, और गलही से लंगर डालने के बहाने डोंगी समà¥à¤¦à¥à¤° में उतार दी; (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:31 तो पौलà¥à¤¸ ने सूबेदार और सिपाहियों से कहा, “यदि ये जहाज पर न रहें, तो तà¥à¤® à¤à¥€ नहीं बच सकते।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:32 तब सिपाहियों ने रसà¥à¤¸à¥‡ काटकर डोंगी गिरा दी। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:33 ¶ जब à¤à¥‹à¤° होने पर था, तो पौलà¥à¤¸ ने यह कहकर, सब को à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने को समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, “आज चौदह दिन हà¥à¤ कि तà¥à¤® आस देखते-देखते à¤à¥‚खे रहे, और कà¥à¤› à¤à¥‹à¤œà¤¨ न किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:34 इसलिठतà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ हूठकि कà¥à¤› खा लो, जिससे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ बचाव हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® में से किसी के सिर का à¤à¤• बाल à¤à¥€ न गिरेगा।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:35 और यह कहकर उसने रोटी लेकर सब के सामने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया और तोड़कर खाने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:36 ¶ तब वे सब à¤à¥€ ढाढ़स बाà¤à¤§à¤•à¤° à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:37 हम सब मिलकर जहाज पर दो सौ छिहतà¥à¤¤à¤° जन थे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:38 जब वे à¤à¥‹à¤œà¤¨ करके तृपà¥à¤¤ हà¥à¤, तो गेहूठको समà¥à¤¦à¥à¤° में फेंककर जहाज हलका करने लगे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:39 ¶ जब दिन निकला, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस देश को नहीं पहचाना, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• खाड़ी देखी जिसका चौरस किनारा था, और विचार किया कि यदि हो सके तो इसी पर जहाज को टिकाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:40 तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लंगरों को खोलकर समà¥à¤¦à¥à¤° में छोड़ दिया और उसी समय पतवारों के बनà¥à¤§à¤¨ खोल दिà¤, और हवा के सामने अगला पाल चढ़ाकर किनारे की ओर चले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:41 परनà¥à¤¤à¥ दो समà¥à¤¦à¥à¤° के संगम की जगह पड़कर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जहाज को टिकाया, और गलही तो धकà¥à¤•à¤¾ खाकर गड़ गई, और टल न सकी; परनà¥à¤¤à¥ जहाज का पीछला à¤à¤¾à¤— लहरों के बल से टूटने लगा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:42 ¶ तब सिपाहियों का यह विचार हà¥à¤† कि बनà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मार डालें; à¤à¤¸à¤¾ न हो कि कोई तैर कर निकल à¤à¤¾à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:43 परनà¥à¤¤à¥ सूबेदार ने पौलà¥à¤¸ को बचाने की इचà¥à¤›à¤¾ से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस विचार से रोका, और यह कहा, कि जो तैर सकते हैं, पहले कूदकर किनारे पर निकल जाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 27:44 और बाकी कोई पटरों पर, और कोई जहाज की अनà¥à¤¯ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के सहारे निकल जाà¤à¤, इस रीति से सब कोई à¤à¥‚मि पर बच निकले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:1 ¶ जब हम बच निकले, तो पता चला कि यह टापू मालà¥à¤Ÿà¤¾ कहलाता है। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:2 और वहाठके निवासियों ने हम पर अनोखी कृपा की; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेंह के कारण जो बरस रहा था और जाड़े के कारण, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आग सà¥à¤²à¤—ाकर हम सब को ठहराया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:3 ¶ जब पौलà¥à¤¸ ने लकड़ियों का गटà¥à¤ ा बटोरकर आग पर रखा, तो à¤à¤• साà¤à¤ª आà¤à¤š पा कर निकला और उसके हाथ से लिपट गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:4 जब उन निवासियों ने साà¤à¤ª को उसके हाथ में लटके हà¥à¤ देखा, तो आपस में कहा, “सचमà¥à¤š यह मनà¥à¤·à¥à¤¯ हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ है, कि यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ समà¥à¤¦à¥à¤° से बच गया, तो à¤à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने जीवित रहने न दिया।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:5 ¶ तब उसने साà¤à¤ª को आग में à¤à¤Ÿà¤• दिया, और उसे कà¥à¤› हानि न पहà¥à¤à¤šà¥€à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:6 परनà¥à¤¤à¥ वे पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे थे कि वह सूज जाà¤à¤—ा, या à¤à¤•à¤¾à¤à¤• गिरके मर जाà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ जब वे बहà¥à¤¤ देर तक देखते रहे और देखा कि उसका कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं बिगड़ा, तो और ही विचार कर कहा, “यह तो कोई देवता है।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:7 ¶ उस जगह के आस-पास पà¥à¤¬à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ नामक उस टापू के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ की à¤à¥‚मि थी: उसने हमें अपने घर ले जाकर तीन दिन मितà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से पहà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ की। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:8 पà¥à¤¬à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के पिता तेज बà¥à¤–ार और पेचिश से रोगी पड़ा था। अतः पौलà¥à¤¸ ने उसके पास घर में जाकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, और उस पर हाथ रखकर उसे चंगा किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:9 जब à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤†, तो उस टापू के बाकी बीमार आà¤, और चंगे किठगà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:10 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारा बहà¥à¤¤ आदर किया, और जब हम चलने लगे, तो जो कà¥à¤› हमारे लिये आवशà¥à¤¯à¤• था, जहाज पर रख दिया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:11 ¶ तीन महीने के बाद हम सिकनà¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के à¤à¤• जहाज पर चल निकले, जो उस टापू में जाड़े काट रहा था, और जिसका चिनà¥à¤¹ दियà¥à¤¸à¤•à¥‚री था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:12 सà¥à¤°à¤•à¥‚सा में लंगर डाल करके हम तीन दिन टिके रहे। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:13 ¶ वहाठसे हम घूमकर रेगियà¥à¤® में आà¤; और à¤à¤• दिन के बाद दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ हवा चली, तब दूसरे दिन पà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤²à¥€ में आà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:14 वहाठहमको कà¥à¤› à¤à¤¾à¤ˆ मिले, और उनके कहने से हम उनके यहाठसात दिन तक रहे; और इस रीति से हम रोम को चले। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:15 वहाठसे वे à¤à¤¾à¤ˆ हमारा समाचार सà¥à¤¨à¤•à¤° अपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥à¤¸ के चौक और तीन-सराठतक हमारी à¤à¥‡à¤‚ट करने को निकल आà¤, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखकर पौलà¥à¤¸ ने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया, और ढाढ़स बाà¤à¤§à¤¾à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:16 ¶ जब हम रोम में पहà¥à¤à¤šà¥‡, तो पौलà¥à¤¸ को à¤à¤• सिपाही के साथ जो उसकी रखवाली करता था, अकेले रहने की आजà¥à¤žà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:17 ¶ तीन दिन के बाद उसने यहूदियों के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– लोगों को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और जब वे इकटà¥à¤ े हà¥à¤ तो उनसे कहा, “हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैंने अपने लोगों के या पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¥à¤¾à¤“ं के विरोध में कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं किया, फिर à¤à¥€ बनà¥à¤¦à¥€ बनाकर यरूशलेम से रोमियों के हाथ सौंपा गया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:18 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ जाà¤à¤š कर छोड़ देना चाहा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤ में मृतà¥à¤¯à¥ के योगà¥à¤¯ कोई दोष न था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब यहूदी इसके विरोध में बोलने लगे, तो मà¥à¤à¥‡ कैसर की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ देनी पड़ी; यह नहीं कि मà¥à¤à¥‡ अपने लोगों पर कोई दोष लगाना था। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:20 इसलिठमैंने तà¥à¤® को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है, कि तà¥à¤® से मिलूठऔर बातचीत करूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की आशा के लिये मैं इस जंजीर से जकड़ा हà¥à¤† हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:21 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उससे कहा, “न हमने तेरे विषय में यहूदियों से चिटà¥à¤ ियाठपाईं, और न à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में से किसी ने आकर तेरे विषय में कà¥à¤› बताया, और न बà¥à¤°à¤¾ कहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:22 परनà¥à¤¤à¥ तेरा विचार कà¥à¤¯à¤¾ है? वही हम तà¥à¤ से सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ चाहते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं, कि हर जगह इस मत के विरोध में लोग बातें करते हैं।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:23 ¶ तब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके लिये à¤à¤• दिन ठहराया, और बहà¥à¤¤ से लोग उसके यहाठइकटà¥à¤ े हà¥à¤, और वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ की गवाही देता हà¥à¤†, और मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ से यीशॠके विषय में समà¤à¤¾-समà¤à¤¾à¤•à¤° à¤à¥‹à¤° से सांठतक वरà¥à¤£à¤¨ करता रहा। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:24 तब कà¥à¤› ने उन बातों को मान लिया, और कà¥à¤› ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न किया। (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:25 ¶ जब वे आपस में à¤à¤•à¤®à¤¤ न हà¥à¤, तो पौलà¥à¤¸ के इस à¤à¤• बात के कहने पर चले गà¤, “पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ ने यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से ठीक ही कहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:26 ‘जाकर इन लोगों से कह, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन लोगों का मन मोटा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:28 ¶ अतः तà¥à¤® जानो, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के इस उदà¥à¤§à¤¾à¤° की कथा अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास à¤à¥‡à¤œà¥€ गई है, और वे सà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे।†(IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:29 ¶ जब उसने यह कहा तो यहूदी आपस में बहà¥à¤¤ विवाद करने लगे और वहाठसे चले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:30 ¶ और पौलà¥à¤¸ पूरे दो वरà¥à¤· अपने किराये के घर में रहा, (IN) पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम 28:31 और जो उसके पास आते थे, उन सबसे मिलता रहा और बिना रोक-टोक बहà¥à¤¤ निडर होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की बातें सिखाता रहा। (IN) रोमियों 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो यीशॠमसीह का दास है, और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये अलग किया गया है (IN) रोमियों 1:2 जिसकी उसने पहले ही से अपने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में, (IN) रोमियों 1:3 अपने पà¥à¤¤à¥à¤° हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के विषय में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की थी, जो शरीर के à¤à¤¾à¤µ से तो दाऊद के वंश से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) रोमियों 1:4 ¶ और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ की आतà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤¾à¤µ से मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के कारण सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° ठहरा है। (IN) रोमियों 1:5 जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¤¾à¤ˆ मिली कि उसके नाम के कारण सब जातियों के लोग विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके उसकी मानें, (IN) रोमियों 1:6 जिनमें से तà¥à¤® à¤à¥€ यीशॠमसीह के होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहो। (IN) रोमियों 1:7 ¶ उन सब के नाम जो रोम में परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ हैं और पवितà¥à¤° होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहै: हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) रोमियों 1:8 ¶ पहले मैं तà¥à¤® सब के लिये यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की चरà¥à¤šà¤¾ सारे जगत में हो रही है। (IN) रोमियों 1:9 परमेशà¥â€à¤µà¤° जिसकी सेवा मैं अपनी आतà¥à¤®à¤¾ से उसके पà¥à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के विषय में करता हूà¤, वही मेरा गवाह है, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° लगातार सà¥à¤®à¤°à¤£ करता रहता हूà¤, (IN) रोमियों 1:10 और नितà¥à¤¯ अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में विनती करता हूà¤, कि किसी रीति से अब à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने को मेरी यातà¥à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से सफल हो। (IN) रोमियों 1:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤® से मिलने की लालसा करता हूà¤, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई आतà¥à¤®à¤¿à¤• वरदान दूठजिससे तà¥à¤® सà¥à¤¥à¤¿à¤° हो जाओ, (IN) रोमियों 1:12 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यह, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में होकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो मà¥à¤ में, और तà¥à¤® में है, शानà¥à¤¤à¤¿ पाऊà¤à¥¤ (IN) रोमियों 1:13 ¶ और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं नहीं चाहता कि तà¥à¤® इससे अनजान रहो कि मैंने बार-बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आना चाहा, कि जैसा मà¥à¤à¥‡ और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में फल मिला, वैसा ही तà¥à¤® में à¤à¥€ मिले, परनà¥à¤¤à¥ अब तक रà¥à¤•à¤¾ रहा। (IN) रोमियों 1:14 मैं यूनानियों और अनà¥à¤¯à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का, और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 1:15 इसलिठमैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ जो रोम में रहते हो, सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ को à¤à¤°à¤¸à¤• तैयार हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 1:16 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° से नहीं लजà¥à¤œà¤¾à¤¤à¤¾, इसलिठकि वह हर à¤à¤• विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले के लिये, पहले तो यहूदी, फिर यूनानी के लिये, उदà¥à¤§à¤¾à¤° के निमितà¥à¤¤ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ है। (IN) रोमियों 1:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिये पà¥à¤°à¤—ट होती है; जैसा लिखा है, “विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से धरà¥à¤®à¥€ जन जीवित रहेगा।†(IN) रोमियों 1:18 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° का कà¥à¤°à¥‹à¤§ तो उन लोगों की सब अà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और अधरà¥à¤® पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से पà¥à¤°à¤—ट होता है, जो सतà¥à¤¯ को अधरà¥à¤® से दबाठरखते हैं। (IN) रोमियों 1:19 इसलिठकि परमेशà¥â€à¤µà¤° के विषय का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ उनके मनों में पà¥à¤°à¤—ट है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उन पर पà¥à¤°à¤—ट किया है। (IN) रोमियों 1:20 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके अनदेखे गà¥à¤£, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उसकी सनातन सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और परमेशà¥â€à¤µà¤°à¤¤à¥à¤µ, जगत की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के समय से उसके कामों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ देखने में आते हैं, यहाठतक कि वे निरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤° हैं। (IN) रोमियों 1:21 इस कारण कि परमेशà¥â€à¤µà¤° को जानने पर à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥â€à¤µà¤° के योगà¥à¤¯ बड़ाई और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ न किया, परनà¥à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ विचार करने लगे, यहाठतक कि उनका निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ मन अंधेरा हो गया। (IN) रोमियों 1:22 ¶ वे अपने आप को बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ जताकर मूरà¥à¤– बन गà¤, (IN) रोमियों 1:23 और अविनाशी परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा को नाशवान मनà¥à¤·à¥à¤¯, और पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और चौपायों, और रेंगनेवाले जनà¥à¤¤à¥à¤“ं की मूरत की समानता में बदल डाला। (IN) रोमियों 1:24 ¶ इस कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके मन की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ के लिये छोड़ दिया, कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें। (IN) रोमियों 1:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥â€à¤µà¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ को बदलकर à¤à¥‚ठबना डाला, और सृषà¥à¤Ÿà¤¿ की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धनà¥à¤¯ है। आमीन। (IN) रोमियों 1:26 ¶ इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नीच कामनाओं के वश में छोड़ दिया; यहाठतक कि उनकी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° को उससे जो सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ है, बदल डाला। (IN) रोमियों 1:27 वैसे ही पà¥à¤°à¥à¤· à¤à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° छोड़कर आपस में कामातà¥à¤° होकर जलने लगे, और पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के साथ निरà¥à¤²à¤œà¥à¤œ काम करके अपने à¤à¥à¤°à¤® का ठीक फल पाया। (IN) रोमियों 1:28 ¶ और जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥â€à¤µà¤° को पहचानना न चाहा, इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° ने à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके निकमà¥à¤®à¥‡ मन पर छोड़ दिया; कि वे अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ काम करें। (IN) रोमियों 1:29 ¶ वे सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के अधरà¥à¤®, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, और लोà¤, और बैर-à¤à¤¾à¤µ से à¤à¤° गà¤; और डाह, और हतà¥à¤¯à¤¾, और à¤à¤—ड़े, और छल, और ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र हो गà¤, और चà¥à¤—लखोर, (IN) रोमियों 1:30 गपशप करनेवाले, निनà¥à¤¦à¤¾ करनेवाले, परमेशà¥â€à¤µà¤° से घृणा करनेवाले, हिंसक, अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€, डींगमार, बà¥à¤°à¥€-बà¥à¤°à¥€ बातों के बनानेवाले, माता पिता की आजà¥à¤žà¤¾ का उलà¥à¤²à¤‚घन करनेवाले, (IN) रोमियों 1:31 निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€, पà¥à¤°à¥‡à¤® और दया का आà¤à¤¾à¤µ है और निरà¥à¤¦à¤¯à¥€ हो गà¤à¥¤ (IN) रोमियों 1:32 ¶ वे तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की यह विधि जानते हैं कि à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ काम करनेवाले मृतà¥à¤¯à¥ के दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ हैं, तो à¤à¥€ न केवल आप ही à¤à¤¸à¥‡ काम करते हैं वरनॠकरनेवालों से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ à¤à¥€ होते हैं। (IN) रोमियों 2:1 ¶ अतः हे दोष लगानेवाले, तू कोई कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो, तू निरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤° है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस बात में तू दूसरे पर दोष लगाता है, उसी बात में अपने आप को à¤à¥€ दोषी ठहराता है, इसलिठकि तू जो दोष लगाता है, सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही वही काम करता है। (IN) रोमियों 2:2 और हम जानते हैं कि à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ काम करनेवालों पर परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से सचà¥à¤šà¥‡ दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ होती है। (IN) रोमियों 2:3 ¶ और हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, तू जो à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ काम करनेवालों पर दोष लगाता है, और सà¥à¤µà¤¯à¤‚ वे ही काम करता है; कà¥à¤¯à¤¾ यह समà¤à¤¤à¤¾ है कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° की दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ से बच जाà¤à¤—ा? (IN) रोमियों 2:4 कà¥à¤¯à¤¾ तू उसकी à¤à¤²à¤¾à¤ˆ, और सहनशीलता, और धीरजरूपी धन को तà¥à¤šà¥à¤› जानता है? और कà¥à¤¯à¤¾ यह नहीं समà¤à¤¤à¤¾ कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ तà¥à¤à¥‡ मन फिराव को सिखाती है? (IN) रोमियों 2:5 ¶ पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उसके कà¥à¤°à¥‹à¤§ के दिन के लिये, जिसमें परमेशà¥â€à¤µà¤° का सचà¥à¤šà¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ पà¥à¤°à¤—ट होगा, अपने लिये कà¥à¤°à¥‹à¤§ कमा रहा है। (IN) रोमियों 2:6 वह हर à¤à¤• को उसके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बदला देगा। (IN) रोमियों 2:7 जो सà¥à¤•à¤°à¥à¤® में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहकर महिमा, और आदर, और अमरता की खोज में हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वह अननà¥à¤¤ जीवन देगा; (IN) रोमियों 2:8 ¶ पर जो सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ हैं और सतà¥à¤¯ को नहीं मानते, वरनॠअधरà¥à¤® को मानते हैं, उन पर कà¥à¤°à¥‹à¤§ और कोप पड़ेगा। (IN) रोमियों 2:9 और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ और संकट हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¾à¤£ पर जो बà¥à¤°à¤¾ करता है आà¤à¤—ा, पहले यहूदी पर फिर यूनानी पर; (IN) रोमियों 2:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ महिमा और आदर और कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हर à¤à¤• को मिलेगा, जो à¤à¤²à¤¾ करता है, पहले यहूदी को फिर यूनानी को। (IN) रोमियों 2:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° किसी का पकà¥à¤· नहीं करता। (IN) रोमियों 2:12 इसलिठकि जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बिना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पाठपाप किया, वे बिना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के नाश à¤à¥€ होंगे, और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पा कर पाप किया, उनका दणà¥à¤¡ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° होगा; (IN) रोमियों 2:13 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के यहाठवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ धरà¥à¤®à¥€ नहीं, पर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर चलनेवाले धरà¥à¤®à¥€ ठहराठजाà¤à¤à¤—े। (IN) रोमियों 2:14 फिर जब अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ लोग जिनके पास वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं, सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ ही से वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की बातों पर चलते हैं, तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ उनके पास न होने पर à¤à¥€ वे अपने लिये आप ही वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ हैं। (IN) रोमियों 2:15 ¶ वे वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की बातें अपने-अपने हृदयों में लिखी हà¥à¤ˆ दिखाते हैं और उनके विवेक à¤à¥€ गवाही देते हैं, और उनकी चिनà¥à¤¤à¤¾à¤à¤ परसà¥à¤ªà¤° दोष लगाती, या उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहराती है। (IN) रोमियों 2:16 जिस दिन परमेशà¥â€à¤µà¤° मेरे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की गà¥à¤ªà¥à¤¤ बातों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा। (IN) रोमियों 2:17 ¶ यदि तू सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को यहूदी कहता है, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखता है, परमेशà¥â€à¤µà¤° के विषय में घमणà¥à¤¡ करता है, (IN) रोमियों 2:18 और उसकी इचà¥â€à¤›à¤¾ जानता और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की शिकà¥à¤·à¤¾ पा कर उतà¥à¤¤à¤®-उतà¥à¤¤à¤® बातों को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानता है; (IN) रोमियों 2:19 यदि तू अपने पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखता है, कि मैं अंधों का अगà¥à¤†, और अंधकार में पड़े हà¥à¤“ं की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿, (IN) रोमियों 2:20 और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚ का सिखानेवाला, और बालकों का उपदेशक हूà¤, और जà¥à¤žà¤¾à¤¨, और सतà¥à¤¯ का नमूना, जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में है, मà¥à¤à¥‡ मिला है। (IN) रोमियों 2:21 ¶ अत: कà¥à¤¯à¤¾ तू जो औरों को सिखाता है, अपने आप को नहीं सिखाता? कà¥à¤¯à¤¾ तू जो चोरी न करने का उपदेश देता है, आप ही चोरी करता है? (IN) रोमियों 2:22 तू जो कहता है, “वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना,†कà¥à¤¯à¤¾ आप ही वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करता है? तू जो मूरतों से घृणा करता है, कà¥à¤¯à¤¾ आप ही मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ को लूटता है? (IN) रोमियों 2:23 ¶ तू जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विषय में घमणà¥à¤¡ करता है, कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ न मानकर, परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनादर करता है? (IN) रोमियों 2:24 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में परमेशà¥â€à¤µà¤° का नाम अपमानित हो रहा है,†जैसा लिखा à¤à¥€ है। (IN) रोमियों 2:25 ¶ यदि तू वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर चले, तो खतने से लाठतो है, परनà¥à¤¤à¥ यदि तू वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को न माने, तो तेरा खतना बिन खतना की दशा ठहरा। (IN) रोमियों 2:26 तो यदि खतनारहित मनà¥à¤·à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की विधियों को माना करे, तो कà¥à¤¯à¤¾ उसकी बिन खतना की दशा खतने के बराबर न गिनी जाà¤à¤—ी? (IN) रोमियों 2:27 और जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ शारीरिक रूप से बिन खतना रहा यदि वह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को पूरा करे, तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤à¥‡ जो लेख पाने और खतना किठजाने पर à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को माना नहीं करता है, दोषी न ठहराà¤à¤—ा? (IN) रोमियों 2:28 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह यहूदी नहीं जो केवल बाहरी रूप में यहूदी है; और न वह खतना है जो पà¥à¤°à¤—ट में है और देह में है। (IN) रोमियों 2:29 पर यहूदी वही है, जो आंतरिक है; और खतना वही है, जो हृदय का और आतà¥à¤®à¤¾ में है; न कि लेख का; à¤à¤¸à¥‡ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से होती है। (IN) रोमियों 3:1 ¶ फिर यहूदी की कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई, या खतने का कà¥à¤¯à¤¾ लाà¤? (IN) रोमियों 3:2 हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से बहà¥à¤¤ कà¥à¤›à¥¤ पहले तो यह कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन उनको सौंपे गà¤à¥¤ (IN) रोमियों 3:3 ¶ यदि कà¥à¤› विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€ निकले à¤à¥€ तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†? कà¥à¤¯à¤¾ उनके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€ होने से परमेशà¥â€à¤µà¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहरेगी? (IN) रोमियों 3:4 कदापि नहीं! वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° सचà¥à¤šà¤¾ और हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚ठा ठहरे, जैसा लिखा है, (IN) रोमियों 3:5 ¶ पर यदि हमारा अधरà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ ठहरा देता है, तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें? कà¥à¤¯à¤¾ यह कि परमेशà¥â€à¤µà¤° जो कà¥à¤°à¥‹à¤§ करता है अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ है? (यह तो मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯ की रीति पर कहता हूà¤)। (IN) रोमियों 3:6 कदापि नहीं! नहीं तो परमेशà¥â€à¤µà¤° कैसे जगत का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा? (IN) रोमियों 3:7 ¶ यदि मेरे à¤à¥‚ठके कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ उसकी महिमा के लिये अधिक करके पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤ˆ, तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पापी के समान मैं दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ ठहराया जाता हूà¤? (IN) रोमियों 3:8 “हम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ न करें कि à¤à¤²à¤¾à¤ˆ निकले?†जैसा हम पर यही दोष लगाया à¤à¥€ जाता है, और कà¥à¤› कहते हैं कि इनका यही कहना है। परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¥‹à¤‚ का दोषी ठहराना ठीक है। (IN) रोमियों 3:9 ¶ तो फिर कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†? कà¥à¤¯à¤¾ हम उनसे अचà¥à¤›à¥‡ हैं? कà¤à¥€ नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम यहूदियों और यूनानियों दोनों पर यह दोष लगा चà¥à¤•à¥‡ हैं कि वे सब के सब पाप के वश में हैं। (IN) रोमियों 3:10 जैसा लिखा है: (IN) रोमियों 3:11 कोई समà¤à¤¦à¤¾à¤° नहीं; (IN) रोमियों 3:12 सब à¤à¤Ÿà¤• गठहैं, सब के सब निकमà¥à¤®à¥‡ बन गà¤; (IN) रोमियों 3:13 उनका गला खà¥à¤²à¥€ हà¥à¤ˆ कबà¥à¤° है: (IN) रोमियों 3:14 और उनका मà¥à¤à¤¹ शà¥à¤°à¤¾à¤ª और कड़वाहट से à¤à¤°à¤¾ है। (IN) रोमियों 3:15 उनके पाà¤à¤µ लहू बहाने को फà¥à¤°à¥à¤¤à¥€à¤²à¥‡ हैं। (IN) रोमियों 3:16 उनके मारà¥à¤—ों में नाश और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ है। (IN) रोमियों 3:17 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤¶à¤² का मारà¥à¤— नहीं जाना। (IN) रोमियों 3:18 उनकी आà¤à¤–ों के सामने परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤¯ नहीं।†(IN) रोमियों 3:19 ¶ हम जानते हैं, कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ जो कà¥à¤› कहती है उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ से कहती है, जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन हैं इसलिठकि हर à¤à¤• मà¥à¤à¤¹ बनà¥à¤¦ किया जाà¤, और सारा संसार परमेशà¥â€à¤µà¤° के दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ ठहरे। (IN) रोमियों 3:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से कोई पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ उसके सामने धरà¥à¤®à¥€ नहीं ठहरेगा, इसलिठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पाप की पहचान होती है। (IN) रोमियों 3:21 ¶ पर अब बिना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤ˆ है, जिसकी गवाही वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ देते हैं, (IN) रोमियों 3:22 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की वह धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, जो यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों के लिये है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤› à¤à¥‡à¤¦ नहीं; (IN) रोमियों 3:23 ¶ इसलिठकि सब ने पाप किया है और परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा से रहित है, (IN) रोमियों 3:24 परनà¥à¤¤à¥ उसके अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से उस छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो मसीह यीशॠमें है, सेंत-मेंत धरà¥à¤®à¥€ ठहराठजाते हैं। (IN) रोमियों 3:25 ¶ उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसके लहू के कारण à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ ठहराया, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ होता है, कि जो पाप पहले किठगà¤, और जिन पर परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपनी सहनशीलता से धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं दिया; उनके विषय में वह अपनी धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट करे। (IN) रोमियों 3:26 वरनॠइसी समय उसकी धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट हो कि जिससे वह आप ही धरà¥à¤®à¥€ ठहरे, और जो यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, उसका à¤à¥€ धरà¥à¤®à¥€ ठहरानेवाला हो। (IN) रोमियों 3:27 ¶ तो घमणà¥à¤¡ करना कहाठरहा? उसकी तो जगह ही नहीं। कौन सी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कारण से? कà¥à¤¯à¤¾ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से? नहीं, वरनॠविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कारण। (IN) रोमियों 3:28 इसलिठहम इस परिणाम पर पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ हैं, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों के बिना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¥€ ठहरता है। (IN) रोमियों 3:29 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° केवल यहूदियों का है? कà¥à¤¯à¤¾ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का नहीं? हाà¤, अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¥€ है। (IN) रोमियों 3:30 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• ही परमेशà¥â€à¤µà¤° है, जो खतनावालों को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से और खतनारहितों को à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¥€ ठहराà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 3:31 तो कà¥à¤¯à¤¾ हम वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहराते हैं? कदापि नहीं! वरनॠवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को सà¥à¤¥à¤¿à¤° करते हैं। (IN) रोमियों 4:1 ¶ तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें, कि हमारे शारीरिक पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†? (IN) रोमियों 4:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® कामों से धरà¥à¤®à¥€ ठहराया जाता, तो उसे घमणà¥à¤¡ करने का कारण होता है, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट नहीं। (IN) रोमियों 4:3 पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° कà¥à¤¯à¤¾ कहता है? यह कि “अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, और यह उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना गया।†(IN) रोमियों 4:4 ¶ काम करनेवाले की मजदूरी देना दान नहीं, परनà¥à¤¤à¥ हक़ समà¤à¤¾ जाता है। (IN) रोमियों 4:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो काम नहीं करता वरनॠà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ के धरà¥à¤®à¥€ ठहरानेवाले पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना जाता है। (IN) रोमियों 4:6 ¶ जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° बिना करà¥à¤®à¥‹à¤‚ के धरà¥à¤®à¥€ ठहराता है, उसे दाऊद à¤à¥€ धनà¥à¤¯ कहता है: (IN) रोमियों 4:7 “धनà¥à¤¯ वे हैं, जिनके अधरà¥à¤® कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤, (IN) रोमियों 4:8 धनà¥à¤¯ है वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° पापी न ठहराà¤à¥¤â€ (IN) रोमियों 4:9 ¶ तो यह धनà¥à¤¯ वचन, कà¥à¤¯à¤¾ खतनावालों ही के लिये है, या खतनारहितों के लिये à¤à¥€? हम यह कहते हैं, “अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के लिये उसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना गया।†(IN) रोमियों 4:10 तो वह कैसे गिना गया? खतने की दशा में या बिना खतने की दशा में? खतने की दशा में नहीं परनà¥à¤¤à¥ बिना खतने की दशा में। (IN) रोमियों 4:11 ¶ और उसने खतने का चिनà¥à¤¹ पाया, कि उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पर छाप हो जाà¤, जो उसने बिना खतने की दशा में रखा था, जिससे वह उन सब का पिता ठहरे, जो बिना खतने की दशा में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, ताकि वे à¤à¥€ धरà¥à¤®à¥€ ठहरें; (IN) रोमियों 4:12 और उन खतना किठहà¥à¤“ं का पिता हो, जो न केवल खतना किठहà¥à¤ हैं, परनà¥à¤¤à¥ हमारे पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के पथ पर à¤à¥€ चलते हैं, जो उसने बिन खतने की दशा में किया था। (IN) रोमियों 4:13 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ कि वह जगत का वारिस होगा, न अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को, न उसके वंश को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई थी, परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मिली। (IN) रोमियों 4:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¾à¤²à¥‡ वारिस हैं, तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ निषà¥à¤«à¤² ठहरी। (IN) रोमियों 4:15 वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तो कà¥à¤°à¥‹à¤§ उपजाती है और जहाठवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं वहाठउसका उलà¥à¤²à¤‚घन à¤à¥€ नहीं। (IN) रोमियों 4:16 ¶ इसी कारण पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर आधारित है कि अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की रीति पर हो, कि वह सब वंश के लिये दृढ़ हो, न कि केवल उसके लिये जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¾à¤²à¤¾ है, वरनॠउनके लिये à¤à¥€ जो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के समान विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤µà¤¾à¤²à¥‡ हैं वही तो हम सब का पिता है (IN) रोमियों 4:17 जैसा लिखा है, “मैंने तà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ सी जातियों का पिता ठहराया है†उस परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने जिस पर उसने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया और जो मरे हà¥à¤“ं को जिलाता है, और जो बातें हैं ही नहीं, उनका नाम à¤à¤¸à¤¾ लेता है, कि मानो वे हैं। (IN) रोमियों 4:18 ¶ उसने निराशा में à¤à¥€ आशा रखकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, इसलिठकि उस वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° कि “तेरा वंश à¤à¤¸à¤¾ होगा,†वह बहà¥à¤¤ सी जातियों का पिता हो। (IN) रोमियों 4:19 वह जो सौ वरà¥à¤· का था, अपने मरे हà¥à¤ से शरीर और सारा के गरà¥à¤ की मरी हà¥à¤ˆ की सी दशा जानकर à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में निरà¥à¤¬à¤² न हà¥à¤†, (IN) रोमियों 4:20 ¶ और न अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ पर संदेह किया, पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में दृढ़ होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा की, (IN) रोमियों 4:21 और निशà¥à¤šà¤¯ जाना कि जिस बात की उसने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की है, वह उसे पूरा करने में à¤à¥€ सामरà¥à¤¥à¥€ है। (IN) रोमियों 4:22 इस कारण, यह उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना गया। (IN) रोमियों 4:23 ¶ और यह वचन, “विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना गया,†न केवल उसी के लिये लिखा गया, (IN) रोमियों 4:24 वरनॠहमारे लिये à¤à¥€ जिनके लिये विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिना जाà¤à¤—ा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमारे लिये जो उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, जिसने हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠको मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया। (IN) रोमियों 4:25 वह हमारे अपराधों के लिये पकड़वाया गया, और हमारे धरà¥à¤®à¥€ ठहरने के लिये जिलाया à¤à¥€ गया। (IN) रोमियों 5:1 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से धरà¥à¤®à¥€ ठहरे, तो अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ मेल रखें, (IN) रोमियों 5:2 जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के कारण उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तक जिसमें हम बने हैं, हमारी पहà¥à¤à¤š à¤à¥€ हà¥à¤ˆ, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा की आशा पर घमणà¥à¤¡ करें। (IN) रोमियों 5:3 ¶ केवल यही नहीं, वरनॠहम कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ घमणà¥à¤¡ करें, यही जानकर कि कà¥à¤²à¥‡à¤¶ से धीरज, (IN) रोमियों 5:4 और धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होती है; (IN) रोमियों 5:5 और आशा से लजà¥à¤œà¤¾ नहीं होती, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ जो हमें दिया गया है उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® हमारे मन में डाला गया है। (IN) रोमियों 5:6 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हम निरà¥à¤¬à¤² ही थे, तो मसीह ठीक समय पर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के लिये मरा। (IN) रोमियों 5:7 किसी धरà¥à¤®à¥€ जन के लिये कोई मरे, यह तो दà¥à¤°à¥à¤²à¤ है; परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤¯à¤¾ जाने किसी à¤à¤²à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये कोई मरने का धैरà¥à¤¯ दिखाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 5:8 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° हम पर अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ इस रीति से पà¥à¤°à¤—ट करता है, कि जब हम पापी ही थे तà¤à¥€ मसीह हमारे लिये मरा। (IN) रोमियों 5:9 तो जब कि हम, अब उसके लहू के कारण धरà¥à¤®à¥€ ठहरे, तो उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के कà¥à¤°à¥‹à¤§ से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न बचेंगे? (IN) रोमियों 5:10 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बैरी होने की दशा में उसके पà¥à¤¤à¥à¤° की मृतà¥à¤¯à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमारा मेल परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ हà¥à¤†, फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उदà¥à¤§à¤¾à¤° कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न पाà¤à¤à¤—े? (IN) रोमियों 5:11 और केवल यही नहीं, परनà¥à¤¤à¥ हम अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमारा मेल हà¥à¤† है, परमेशà¥â€à¤µà¤° में आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होते हैं। (IN) रोमियों 5:12 ¶ इसलिठजैसा à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पाप जगत में आया, और पाप के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मृतà¥à¤¯à¥ आई, और इस रीति से मृतà¥à¤¯à¥ सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में फैल गई, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब ने पाप किया। (IN) रोमियों 5:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दिठजाने तक पाप जगत में तो था, परनà¥à¤¤à¥ जहाठवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं, वहाठपाप गिना नहीं जाता। (IN) रोमियों 5:14 ¶ तो à¤à¥€ आदम से लेकर मूसा तक मृतà¥à¤¯à¥ ने उन लोगों पर à¤à¥€ राजà¥à¤¯ किया, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस आदम, जो उस आनेवाले का चिहà¥à¤¨ है, के अपराध के समान पाप न किया। (IN) रोमियों 5:15 ¶ पर जैसी अपराध की दशा है, वैसी अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के वरदान की नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के अपराध से बहà¥à¤¤ लोग मरे, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और उसका जो दान à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠमसीह के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से हà¥à¤† बहà¥à¤¤ से लोगों पर अवशà¥à¤¯ ही अधिकाई से हà¥à¤†à¥¤ (IN) रोमियों 5:16 ¶ और जैसा à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पाप करने का फल हà¥à¤†, वैसा ही दान की दशा नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• ही के कारण दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ का फैसला हà¥à¤†, परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤ से अपराधों से à¤à¤¸à¤¾ वरदान उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† कि लोग धरà¥à¤®à¥€ ठहरे। (IN) रोमियों 5:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के अपराध के कारण मृतà¥à¤¯à¥ ने उस à¤à¤• ही के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजà¥à¤¯ किया, तो जो लोग अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और धरà¥à¤®à¤°à¥‚पी वरदान बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से पाते हैं वे à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अवशà¥à¤¯ ही अननà¥à¤¤ जीवन में राजà¥à¤¯ करेंगे। (IN) रोमियों 5:18 ¶ इसलिठजैसा à¤à¤• अपराध सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ का कारण हà¥à¤†, वैसा ही à¤à¤• धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का काम à¤à¥€ सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये जीवन के निमितà¥à¤¤ धरà¥à¤®à¥€ ठहराठजाने का कारण हà¥à¤†à¥¤ (IN) रोमियों 5:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसा à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के आजà¥à¤žà¤¾ न मानने से बहà¥à¤¤ लोग पापी ठहरे, वैसे ही à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के आजà¥à¤žà¤¾ मानने से बहà¥à¤¤ लोग धरà¥à¤®à¥€ ठहरेंगे। (IN) रोमियों 5:20 ¶ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ बीच में आ गई कि अपराध बहà¥à¤¤ हो, परनà¥à¤¤à¥ जहाठपाप बहà¥à¤¤ हà¥à¤†, वहाठअनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ उससे à¤à¥€ कहीं अधिक हà¥à¤†, (IN) रोमियों 5:21 कि जैसा पाप ने मृतà¥à¤¯à¥ फैलाते हà¥à¤ राजà¥à¤¯ किया, वैसा ही हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ à¤à¥€ अननà¥à¤¤ जीवन के लिये धरà¥à¤®à¥€ ठहराते हà¥à¤ राजà¥à¤¯ करे। (IN) रोमियों 6:1 ¶ तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें? कà¥à¤¯à¤¾ हम पाप करते रहें कि अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ बहà¥à¤¤ हो? (IN) रोमियों 6:2 कदापि नहीं! हम जब पाप के लिये मर गठतो फिर आगे को उसमें कैसे जीवन बिताà¤à¤? (IN) रोमियों 6:3 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते कि हम सब जितनों ने मसीह यीशॠका बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया तो उसकी मृतà¥à¤¯à¥ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया? (IN) रोमियों 6:4 ¶ इसलिठउस मृतà¥à¤¯à¥ का बपतिसà¥à¤®à¤¾ पाने से हम उसके साथ गाड़े गà¤, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया गया, वैसे ही हम à¤à¥€ नये जीवन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चाल चलें। (IN) रोमियों 6:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि हम उसकी मृतà¥à¤¯à¥ की समानता में उसके साथ जà¥à¤Ÿ गठहैं, तो निशà¥à¤šà¤¯ उसके जी उठने की समानता में à¤à¥€ जà¥à¤Ÿ जाà¤à¤à¤—े। (IN) रोमियों 6:6 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं कि हमारा पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ उसके साथ कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया, ताकि पाप का शरीर नाश हो जाà¤, ताकि हम आगे को पाप के दासतà¥à¤µ में न रहें। (IN) रोमियों 6:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो मर गया, वह पाप से मà¥à¤•à¥à¤¤ हो गया है। (IN) रोमियों 6:8 ¶ इसलिठयदि हम मसीह के साथ मर गà¤, तो हमारा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ यह है कि उसके साथ जीà¤à¤à¤—े à¤à¥€, (IN) रोमियों 6:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते है कि मसीह मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा और फिर कà¤à¥€ नहीं मरेगा। मृतà¥à¤¯à¥ उस पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ नहीं करती। (IN) रोमियों 6:10 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह जो मर गया तो पाप के लिये à¤à¤• ही बार मर गया; परनà¥à¤¤à¥ जो जीवित है, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये जीवित है। (IN) रोमियों 6:11 à¤à¤¸à¥‡ ही तà¥à¤® à¤à¥€ अपने आप को पाप के लिये तो मरा, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये मसीह यीशॠमें जीवित समà¤à¥‹à¥¤ (IN) रोमियों 6:12 ¶ इसलिठपाप तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ नाशवान शरीर में राजà¥à¤¯ न करे, कि तà¥à¤® उसकी लालसाओं के अधीन रहो। (IN) रोमियों 6:13 और न अपने अंगों को अधरà¥à¤® के हथियार होने के लिये पाप को सौंपो, पर अपने आपको मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा हà¥à¤† जानकर परमेशà¥â€à¤µà¤° को सौंपो, और अपने अंगों को धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के हथियार होने के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° को सौंपो। (IN) रोमियों 6:14 तब तà¥à¤® पर पाप की पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ न होगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन नहीं वरनॠअनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अधीन हो। (IN) रोमियों 6:15 ¶ तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†? कà¥à¤¯à¤¾ हम इसलिठपाप करें कि हम वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन नहीं वरनॠअनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अधीन हैं? कदापि नहीं! (IN) रोमियों 6:16 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते कि जिसकी आजà¥à¤žà¤¾ मानने के लिये तà¥à¤® अपने आप को दासों के समान सौंप देते हो उसी के दास हो: चाहे पाप के, जिसका अनà¥à¤¤ मृतà¥à¤¯à¥ है, चाहे आजà¥à¤žà¤¾ मानने के, जिसका अनà¥à¤¤ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ है? (IN) रोमियों 6:17 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, कि तà¥à¤® जो पाप के दास थे अब मन से उस उपदेश के माननेवाले हो गà¤, जिसके साà¤à¤šà¥‡ में ढाले गठथे, (IN) रोमियों 6:18 और पाप से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤ जाकर धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के दास हो गà¤à¥¤ (IN) रोमियों 6:19 ¶ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ शारीरिक दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की रीति पर कहता हूà¤à¥¤ जैसे तà¥à¤® ने अपने अंगों को अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ और कà¥à¤•à¤°à¥à¤® के दास करके सौंपा था, वैसे ही अब अपने अंगों को पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ के लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के दास करके सौंप दो। (IN) रोमियों 6:20 जब तà¥à¤® पाप के दास थे, तो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की ओर से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° थे। (IN) रोमियों 6:21 तो जिन बातों से अब तà¥à¤® लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ होते हो, उनसे उस समय तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ फल पाते थे? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनका अनà¥à¤¤ तो मृतà¥à¤¯à¥ है। (IN) रोमियों 6:22 ¶ परनà¥à¤¤à¥ अब पाप से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होकर और परमेशà¥â€à¤µà¤° के दास बनकर तà¥à¤® को फल मिला जिससे पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है, और उसका अनà¥à¤¤ अननà¥à¤¤ जीवन है। (IN) रोमियों 6:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाप की मजदूरी तो मृतà¥à¤¯à¥ है, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वरदान हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠमें अननà¥à¤¤ जीवन है। (IN) रोमियों 7:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते (मैं वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के जाननेवालों से कहता हूà¤) कि जब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯ जीवित रहता है, तब तक उस पर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ रहती है? (IN) रोमियों 7:2 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि विवाहित सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपने पति के जीते जी उससे बंधी है, परनà¥à¤¤à¥ यदि पति मर जाà¤, तो वह पति की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से छूट गई। (IN) रोमियों 7:3 इसलिठयदि पति के जीते जी वह किसी दूसरे पà¥à¤°à¥à¤· की हो जाà¤, तो वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ कहलाà¤à¤—ी, परनà¥à¤¤à¥ यदि पति मर जाà¤, तो वह उस वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से छूट गई, यहाठतक कि यदि किसी दूसरे पà¥à¤°à¥à¤· की हो जाठतो à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ न ठहरेगी। (IN) रोमियों 7:4 ¶ तो हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® à¤à¥€ मसीह की देह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिये मरे हà¥à¤ बन गà¤, कि उस दूसरे के हो जाओ, जो मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा: ताकि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये फल लाà¤à¤à¥¤ (IN) रोमियों 7:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हम शारीरिक थे, तो पापों की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ थीं, मृतà¥à¤¯à¥ का फल उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करने के लिये हमारे अंगों में काम करती थीं। (IN) रोमियों 7:6 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जिसके बनà¥à¤§à¤¨ में हम थे उसके लिये मर कर, अब वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से à¤à¤¸à¥‡ छूट गà¤, कि लेख की पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ रीति पर नहीं, वरनॠआतà¥à¤®à¤¾ की नई रीति पर सेवा करते हैं। (IN) रोमियों 7:7 ¶ तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें? कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पाप है? कदापि नहीं! वरनॠबिना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के मैं पाप को नहीं पहचानता वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ यदि न कहती, “लालच मत कर†तो मैं लालच को न जानता। (IN) रोमियों 7:8 परनà¥à¤¤à¥ पाप ने अवसर पा कर आजà¥à¤žà¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤ में सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का लालच उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बिना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के पाप मà¥à¤°à¥à¤¦à¤¾ है। (IN) रोमियों 7:9 ¶ मैं तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ बिना पहले जीवित था, परनà¥à¤¤à¥ जब आजà¥à¤žà¤¾ आई, तो पाप जी गया, और मैं मर गया। (IN) रोमियों 7:10 और वही आजà¥à¤žà¤¾ जो जीवन के लिये थी, मेरे लिये मृतà¥à¤¯à¥ का कारण ठहरी। (IN) रोमियों 7:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाप ने अवसर पा कर आजà¥à¤žà¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤à¥‡ बहकाया, और उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤à¥‡ मार à¤à¥€ डाला। (IN) रोमियों 7:12 इसलिठवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पवितà¥à¤° है, और आजà¥à¤žà¤¾ पवितà¥à¤°, धरà¥à¤®à¥€, और अचà¥à¤›à¥€ है। (IN) रोमियों 7:13 ¶ तो कà¥à¤¯à¤¾ वह जो अचà¥à¤›à¥€ थी, मेरे लिये मृतà¥à¤¯à¥ ठहरी? कदापि नहीं! परनà¥à¤¤à¥ पाप उस अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेरे लिये मृतà¥à¤¯à¥ का उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करनेवाला हà¥à¤† कि उसका पाप होना पà¥à¤°à¤—ट हो, और आजà¥à¤žà¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पाप बहà¥à¤¤ ही पापमय ठहरे। (IN) रोमियों 7:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तो आतà¥à¤®à¤¿à¤• है, परनà¥à¤¤à¥ मैं शारीरिक हूठऔर पाप के हाथ बिका हà¥à¤† हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 7:15 ¶ और जो मैं करता हूठउसको नहीं जानता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो मैं चाहता हूठवह नहीं किया करता, परनà¥à¤¤à¥ जिससे मà¥à¤à¥‡ घृणा आती है, वही करता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 7:16 और यदि, जो मैं नहीं चाहता वही करता हूà¤, तो मैं मान लेता हूठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¤²à¥€ है। (IN) रोमियों 7:17 ¶ तो à¤à¤¸à¥€ दशा में उसका करनेवाला मैं नहीं, वरनॠपाप है जो मà¥à¤ में बसा हà¥à¤† है। (IN) रोमियों 7:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं जानता हूà¤, कि मà¥à¤ में अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मेरे शरीर में कोई अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥ वास नहीं करती, इचà¥à¤›à¤¾ तो मà¥à¤ में है, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤²à¥‡ काम मà¥à¤à¤¸à¥‡ बन नहीं पड़ते। (IN) रोमियों 7:19 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस अचà¥à¤›à¥‡ काम की मैं इचà¥à¤›à¤¾ करता हूà¤, वह तो नहीं करता, परनà¥à¤¤à¥ जिस बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ की इचà¥à¤›à¤¾ नहीं करता, वही किया करता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 7:20 परनà¥à¤¤à¥ यदि मैं वही करता हूठजिसकी इचà¥à¤›à¤¾ नहीं करता, तो उसका करनेवाला मैं न रहा, परनà¥à¤¤à¥ पाप जो मà¥à¤ में बसा हà¥à¤† है। (IN) रोमियों 7:21 तो मैं यह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पाता हूठकि जब à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने की इचà¥à¤›à¤¾ करता हूà¤, तो बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ मेरे पास आती है। (IN) रोमियों 7:22 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ से तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रहता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 7:23 परनà¥à¤¤à¥ मà¥à¤à¥‡ अपने अंगों में दूसरे पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ दिखाई पड़ती है, जो मेरी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से लड़ती है और मà¥à¤à¥‡ पाप की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के बनà¥à¤§à¤¨ में डालती है जो मेरे अंगों में है। (IN) रोमियों 7:24 ¶ मैं कैसा अà¤à¤¾à¤—ा मनà¥à¤·à¥à¤¯ हूà¤! मà¥à¤à¥‡ इस मृतà¥à¤¯à¥ की देह से कौन छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤à¤—ा? (IN) रोमियों 7:25 हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो। इसलिठमैं आप बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का, परनà¥à¤¤à¥ शरीर से पाप की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की सेवा करता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 8:1 ¶ इसलिठअब जो मसीह यीशॠमें हैं, उन पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ नहीं। (IN) रोमियों 8:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जीवन की आतà¥à¤®à¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ने मसीह यीशॠमें मà¥à¤à¥‡ पाप की, और मृतà¥à¤¯à¥ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° कर दिया। (IN) रोमियों 8:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो काम वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ शरीर के कारण दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² होकर न कर सकी, उसको परमेशà¥â€à¤µà¤° ने किया, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपने ही पà¥à¤¤à¥à¤° को पापमय शरीर की समानता में, और पाप के बलिदान होने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤•à¤°, शरीर में पाप पर दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) रोमियों 8:4 इसलिठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की विधि हम में जो शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं वरनॠआतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलते हैं, पूरी की जाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 8:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शारीरिक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ शरीर की बातों पर मन लगाते हैं; परनà¥à¤¤à¥ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• आतà¥à¤®à¤¾ की बातों पर मन लगाते हैं। (IN) रोमियों 8:6 ¶ शरीर पर मन लगाना तो मृतà¥à¤¯à¥ है, परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ पर मन लगाना जीवन और शानà¥à¤¤à¤¿ है। (IN) रोमियों 8:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शरीर पर मन लगाना तो परमेशà¥â€à¤µà¤° से बैर रखना है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि न तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन है, और न हो सकता है। (IN) रोमियों 8:8 और जो शारीरिक दशा में हैं, वे परमेशà¥â€à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ नहीं कर सकते। (IN) रोमियों 8:9 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤® में बसता है, तो तà¥à¤® शारीरिक दशा में नहीं, परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¿à¤• दशा में हो। यदि किसी में मसीह का आतà¥à¤®à¤¾ नहीं तो वह उसका जन नहीं। (IN) रोमियों 8:10 यदि मसीह तà¥à¤® में है, तो देह पाप के कारण मरी हà¥à¤ˆ है; परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के कारण जीवित है। (IN) रोमियों 8:11 ¶ और यदि उसी का आतà¥à¤®à¤¾ जिसने यीशॠको मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया तà¥à¤® में बसा हà¥à¤† है; तो जिस ने मसीह को मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ मरनहार देहों को à¤à¥€ अपने आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो तà¥à¤® में बसा हà¥à¤† है जिलाà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 8:12 ¶ तो हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम शरीर के करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° नहीं, कि शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दिन काटें। (IN) रोमियों 8:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तà¥à¤® शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दिन काटोगे, तो मरोगे, यदि आतà¥à¤®à¤¾ से देह की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं को मारोगे, तो जीवित रहोगे। (IN) रोमियों 8:14 ¶ इसलिठकि जितने लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ के चलाठचलते हैं, वे ही परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं। (IN) रोमियों 8:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® को दासतà¥à¤µ की आतà¥à¤®à¤¾ नहीं मिली, कि फिर à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ हो परनà¥à¤¤à¥ लेपालकपन की आतà¥à¤®à¤¾ मिली है, जिससे हम हे अबà¥à¤¬à¤¾, हे पिता कहकर पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ हैं। (IN) रोमियों 8:16 ¶ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ आप ही हमारी आतà¥à¤®à¤¾ के साथ गवाही देता है, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) रोमियों 8:17 और यदि सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं, तो वारिस à¤à¥€, वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° के वारिस और मसीह के संगी वारिस हैं, जब हम उसके साथ दà¥à¤ƒà¤– उठाठतो उसके साथ महिमा à¤à¥€ पाà¤à¤à¥¤ (IN) रोमियों 8:18 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, कि इस समय के दà¥à¤ƒà¤– और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ उस महिमा के सामने, जो हम पर पà¥à¤°à¤—ट होनेवाली है, कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं हैं। (IN) रोमियों 8:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सृषà¥à¤Ÿà¤¿ बड़ी आशाà¤à¤°à¥€ दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤—ट होने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रही है। (IN) रोमियों 8:20 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सृषà¥à¤Ÿà¤¿ अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से नहीं पर अधीन करनेवाले की ओर से वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥à¤¤à¤¾ के अधीन इस आशा से की गई। (IN) रोमियों 8:21 कि सृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¥€ आप ही विनाश के दासतà¥à¤µ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पा कर, परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की महिमा की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करेगी। (IN) रोमियों 8:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं, कि सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ अब तक मिलकर कराहती और पीड़ाओं में पड़ी तड़पती है। (IN) रोमियों 8:23 ¶ और केवल वही नहीं पर हम à¤à¥€ जिनके पास आतà¥à¤®à¤¾ का पहला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपनी देह के छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते हैं। (IN) रोमियों 8:24 आशा के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तो हमारा उदà¥à¤§à¤¾à¤° हà¥à¤† है परनà¥à¤¤à¥ जिस वसà¥à¤¤à¥ की आशा की जाती है जब वह देखने में आà¤, तो फिर आशा कहाठरही? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस वसà¥à¤¤à¥ को कोई देख रहा है उसकी आशा कà¥à¤¯à¤¾ करेगा? (IN) रोमियों 8:25 परनà¥à¤¤à¥ जिस वसà¥à¤¤à¥ को हम नहीं देखते, यदि उसकी आशा रखते हैं, तो धीरज से उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¥€ करते हैं। (IN) रोमियों 8:26 ¶ इसी रीति से आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ हमारी दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ में सहायता करता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम नहीं जानते, कि पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किस रीति से करना चाहिà¤; परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ आप ही à¤à¤¸à¥€ आहें à¤à¤° à¤à¤°à¤•à¤° जो बयान से बाहर है, हमारे लिये विनती करता है। (IN) रोमियों 8:27 और मनों का जाà¤à¤šà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ जानता है, कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की मनसा कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पवितà¥à¤° लोगों के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° विनती करता है। (IN) रोमियों 8:28 ¶ और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं, उनके लिये सब बातें मिलकर à¤à¤²à¤¾à¤ˆ ही को उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करती है; अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के लिये जो उसकी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤ हैं। (IN) रोमियों 8:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसने पहले से जान लिया है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहले से ठहराया à¤à¥€ है कि उसके पà¥à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प में हों ताकि वह बहà¥à¤¤ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में पहलौठा ठहरे। (IN) रोमियों 8:30 फिर जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनसे पहले से ठहराया, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€, और जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धरà¥à¤®à¥€ à¤à¥€ ठहराया है, और जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धरà¥à¤®à¥€ ठहराया, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ महिमा à¤à¥€ दी है। (IN) रोमियों 8:31 ¶ तो हम इन बातों के विषय में कà¥à¤¯à¤¾ कहें? यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? (IN) रोमियों 8:32 जिस ने अपने निज पà¥à¤¤à¥à¤° को à¤à¥€ न रख छोड़ा, परनà¥à¤¤à¥ उसे हम सब के लिये दे दिया, वह उसके साथ हमें और सब कà¥à¤› कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न देगा? (IN) रोमियों 8:33 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° के चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं पर दोष कौन लगाà¤à¤—ा? परमेशà¥â€à¤µà¤° वह है जो उनको धरà¥à¤®à¥€ ठहरानेवाला है। (IN) रोमियों 8:34 फिर कौन है जो दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ देगा? मसीह वह है जो मर गया वरनॠमà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ में से जी à¤à¥€ उठा, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन à¤à¥€ करता है। (IN) रोमियों 8:35 ¶ कौन हमको मसीह के पà¥à¤°à¥‡à¤® से अलग करेगा? कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤²à¥‡à¤¶, या संकट, या उपदà¥à¤°à¤µ, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार? (IN) रोमियों 8:36 जैसा लिखा है, “तेरे लिये हम दिन à¤à¤° मार डाले जाते हैं; हम वध होनेवाली à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के समान गिने गठहैं।†(IN) रोमियों 8:37 ¶ परनà¥à¤¤à¥ इन सब बातों में हम उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिस ने हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया है, विजेता से à¤à¥€ बढ़कर हैं। (IN) रोमियों 8:38 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं निशà¥à¤šà¤¯ जानता हूà¤, कि न मृतà¥à¤¯à¥, न जीवन, न सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत, न पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾à¤à¤, न वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨, न à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯, न सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, न ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ, (IN) रोमियों 8:39 न गहराई और न कोई और सृषà¥à¤Ÿà¤¿, हमें परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¥‡à¤® से, जो हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠमें है, अलग कर सकेगी। (IN) रोमियों 9:1 ¶ मैं मसीह में सच कहता हूà¤, à¤à¥‚ठनहीं बोलता और मेरा विवेक à¤à¥€ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ में गवाही देता है। (IN) रोमियों 9:2 कि मà¥à¤à¥‡ बड़ा शोक है, और मेरा मन सदा दà¥à¤ƒà¤–ता रहता है। (IN) रोमियों 9:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं यहाठतक चाहता था, कि अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, के लिये जो शरीर के à¤à¤¾à¤µ से मेरे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ हैं, आप ही मसीह से शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ और अलग हो जाता। (IN) रोमियों 9:4 वे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ हैं, लेपालकपन का हक़, महिमा, वाचाà¤à¤, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का उपहार, परमेशà¥â€à¤µà¤° की उपासना, और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की हैं। (IN) रोमियों 9:5 पूरà¥à¤µà¤œ à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के हैं, और मसीह à¤à¥€ शरीर के à¤à¤¾à¤µ से उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से हà¥à¤†, जो सब के ऊपर परम परमेशà¥â€à¤µà¤° यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— धनà¥à¤¯ है। आमीन। (IN) रोमियों 9:6 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यह नहीं, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन टल गया, इसलिठकि जो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के वंश हैं, वे सब इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ नहीं; (IN) रोमियों 9:7 और न अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश होने के कारण सब उसकी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ठहरे, परनà¥à¤¤à¥ (लिखा है) “इसहाक ही से तेरा वंश कहलाà¤à¤—ा।†(IN) रोमियों 9:8 ¶ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शरीर की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ वंश गिने जाते हैं। (IN) रोमियों 9:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ का वचन यह है, “मैं इस समय के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आऊà¤à¤—ा, और सारा का à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤° होगा।†(IN) रोमियों 9:10 ¶ और केवल यही नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जब रिबका à¤à¥€ à¤à¤• से अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमारे पिता इसहाक से गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ थी। (IN) रोमियों 9:11 और अà¤à¥€ तक न तो बालक जनà¥à¤®à¥‡ थे, और न उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤› à¤à¤²à¤¾ या बà¥à¤°à¤¾ किया था, इसलिठकि परमेशà¥â€à¤µà¤° की मनसा जो उसके चà¥à¤¨ लेने के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है, करà¥à¤®à¥‹à¤‚ के कारण नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ पर बनी रहे। (IN) रोमियों 9:12 उसने कहा, “जेठा छोटे का दास होगा।†(IN) रोमियों 9:13 जैसा लिखा है, “मैंने याकूब से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¤¾à¤µ को अपà¥à¤°à¤¿à¤¯ जाना।†(IN) रोमियों 9:14 ¶ तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें? कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के यहाठअनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है? कदापि नहीं! (IN) रोमियों 9:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मूसा से कहता है, “मैं जिस किसी पर दया करना चाहूà¤, उस पर दया करूà¤à¤—ा, और जिस किसी पर कृपा करना चाहूठउसी पर कृपा करूà¤à¤—ा।†(IN) रोमियों 9:16 इसलिठयह न तो चाहनेवाले की, न दौड़नेवाले की परनà¥à¤¤à¥ दया करनेवाले परमेशà¥â€à¤µà¤° की बात है। (IN) रोमियों 9:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में फ़िरौन से कहा गया, “मैंने तà¥à¤à¥‡ इसलिठखड़ा किया है, कि तà¥à¤ में अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ दिखाऊà¤, और मेरे नाम का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सारी पृथà¥à¤µà¥€ पर हो।†(IN) रोमियों 9:18 तो फिर, वह जिस पर चाहता है, उस पर दया करता है; और जिसे चाहता है, उसे कठोर कर देता है। (IN) रोमियों 9:19 ¶ फिर तू मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहेगा, “वह फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दोष लगाता है? कौन उसकी इचà¥à¤›à¤¾ का सामना करता हैं?†(IN) रोमियों 9:20 हे मनà¥à¤·à¥à¤¯, à¤à¤²à¤¾ तू कौन है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का सामना करता है? कà¥à¤¯à¤¾ गढ़ी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥ गढ़नेवाले से कह सकती है, “तूने मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बनाया है?†(IN) रोमियों 9:21 कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° को मिटà¥à¤Ÿà¥€ पर अधिकार नहीं, कि à¤à¤• ही लोंदे में से, à¤à¤• बरà¥à¤¤à¤¨ आदर के लिये, और दूसरे को अनादर के लिये बनाà¤? (IN) रोमियों 9:22 ¶ कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपना कà¥à¤°à¥‹à¤§ दिखाने और अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤—ट करने की इचà¥à¤›à¤¾ से कà¥à¤°à¥‹à¤§ के बरतनों की, जो विनाश के लिये तैयार किठगठथे बड़े धीरज से सही। (IN) रोमियों 9:23 और दया के बरतनों पर जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसने महिमा के लिये पहले से तैयार किया, अपने महिमा के धन को पà¥à¤°à¤—ट करने की इचà¥à¤›à¤¾ की? (IN) रोमियों 9:24 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हम पर जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसने न केवल यहूदियों में से वरनॠअनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) रोमियों 9:25 ¶ जैसा वह होशे की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में à¤à¥€ कहता है, (IN) रोमियों 9:26 और à¤à¤¸à¤¾ होगा कि जिस जगह में उनसे यह कहा गया था, कि तà¥à¤® मेरी पà¥à¤°à¤œà¤¾ नहीं हो, (IN) रोमियों 9:27 ¶ और यशायाह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के विषय में पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहता है, “चाहे इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की गिनती समà¥à¤¦à¥à¤° के रेत के बराबर हो, तो à¤à¥€ उनमें से थोड़े ही बचेंगे। (IN) रोमियों 9:28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ अपना वचन पृथà¥à¤µà¥€ पर पूरा करके, धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से शीघà¥à¤° उसे सिदà¥à¤§ करेगा।†(IN) रोमियों 9:29 जैसा यशायाह ने पहले à¤à¥€ कहा था, (IN) रोमियों 9:30 ¶ तो हम कà¥à¤¯à¤¾ कहें? यह कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की खोज नहीं करते थे, धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से है; (IN) रोमियों 9:31 परनà¥à¤¤à¥ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€; जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की खोज करते हà¥à¤ उस वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तक नहीं पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) रोमियों 9:32 ¶ किस लिये? इसलिठकि वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मानो करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से उसकी खोज करते थे: उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस ठोकर के पतà¥à¤¥à¤° पर ठोकर खाई। (IN) रोमियों 9:33 जैसा लिखा है, (IN) रोमियों 10:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मेरे मन की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ और उनके लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° से मेरी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ है, कि वे उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤à¥¤ (IN) रोमियों 10:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उनकी गवाही देता हूà¤, कि उनको परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये धà¥à¤¨ रहती है, परनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ के साथ नहीं। (IN) रोमियों 10:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से अनजान होकर, अपनी धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का यतà¥à¤¨ करके, परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के अधीन न हà¥à¤à¥¤ (IN) रोमियों 10:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले के लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के निमितà¥à¤¤ मसीह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का अनà¥à¤¤ है। (IN) रोमियों 10:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मूसा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के विषय में यह लिखता है: “जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ उनका पालन करता है, वह उनसे जीवित रहेगा।†(IN) रोमियों 10:6 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से है, वह यह कहती है, “तू अपने मन में यह न कहना कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर कौन चढ़ेगा?†(अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह को उतार लाने के लिये), (IN) रोमियों 10:7 या “अधोलोक में कौन उतरेगा?†(अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह को मरे हà¥à¤“ं में से जिलाकर ऊपर लाने के लिये!) (IN) रोमियों 10:8 ¶ परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤¯à¤¾ कहती है? यह, कि (IN) रोमियों 10:9 ¶ कि यदि तू अपने मà¥à¤à¤¹ से यीशॠको पà¥à¤°à¤à¥ जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करे, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसे मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, तो तू निशà¥à¤šà¤¯ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 10:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के लिये मन से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया जाता है, और उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये मà¥à¤à¤¹ से अंगीकार किया जाता है। (IN) रोमियों 10:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° यह कहता है, “जो कोई उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेगा, वह लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न होगा।†(IN) रोमियों 10:12 यहूदियों और यूनानियों में कà¥à¤› à¤à¥‡à¤¦ नहीं, इसलिठकि वह सब का पà¥à¤°à¤à¥ है; और अपने सब नाम लेनेवालों के लिये उदार है। (IN) रोमियों 10:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि “जो कोई पà¥à¤°à¤à¥ का नाम लेगा, वह उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा।†(IN) रोमियों 10:14 ¶ फिर जिस पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया, वे उसका नाम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लें? और जिसकी नहीं सà¥à¤¨à¥€ उस पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें? और पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• बिना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚? (IN) रोमियों 10:15 और यदि à¤à¥‡à¤œà¥‡ न जाà¤à¤, तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करें? जैसा लिखा है, “उनके पाà¤à¤µ कà¥à¤¯à¤¾ ही सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¥‡ हैं, जो अचà¥à¤›à¥€ बातों का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं!†(IN) रोमियों 10:16 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सब ने उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पर कान न लगाया। यशायाह कहता है, “हे पà¥à¤°à¤à¥, किस ने हमारे समाचार पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है?†(IN) रोमियों 10:17 इसलिठविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ से, और सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ मसीह के वचन से होता है। (IN) रोमियों 10:18 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं कहता हूà¤, “कà¥à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नहीं सà¥à¤¨à¤¾?†सà¥à¤¨à¤¾ तो सही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, (IN) रोमियों 10:19 ¶ फिर मैं कहता हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ नहीं जानते थे? पहले तो मूसा कहता है, (IN) रोमियों 10:20 ¶ फिर यशायाह बड़े साहस के साथ कहता है, (IN) रोमियों 10:21 परनà¥à¤¤à¥ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के विषय में वह यह कहता है “मैं सारे दिन अपने हाथ à¤à¤• आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवाली और विवाद करनेवाली पà¥à¤°à¤œà¤¾ की ओर पसारे रहा।†(IN) रोमियों 11:1 ¶ इसलिठमैं कहता हूà¤, कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपनी पà¥à¤°à¤œà¤¾ को तà¥à¤¯à¤¾à¤— दिया? कदापि नहीं! मैं à¤à¥€ तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ हूà¤; अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश और बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के गोतà¥à¤° में से हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 11:2 परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपनी उस पà¥à¤°à¤œà¤¾ को नहीं तà¥à¤¯à¤¾à¤—ा, जिसे उसने पहले ही से जाना: कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ की कथा में कà¥à¤¯à¤¾ कहता है; कि वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के विरोध में परमेशà¥â€à¤µà¤° से विनती करता है। (IN) रोमियों 11:3 “हे पà¥à¤°à¤à¥, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तेरे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को मार डाला, और तेरी वेदियों को ढा दिया है; और मैं ही अकेला बच रहा हूà¤, और वे मेरे पà¥à¤°à¤¾à¤£ के à¤à¥€ खोजी हैं।†(IN) रोमियों 11:4 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से उसे कà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° मिला “मैंने अपने लिये सात हजार पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को रख छोड़ा है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बाल के आगे घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ नहीं टेके हैं।†(IN) रोमियों 11:5 इसी रीति से इस समय à¤à¥€, अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ कà¥à¤› लोग बाकी हैं। (IN) रोमियों 11:6 ¶ यदि यह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से हà¥à¤† है, तो फिर करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से नहीं, नहीं तो अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ फिर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ नहीं रहा। (IN) रोमियों 11:7 फिर परिणाम कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†? यह कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ जिसकी खोज में हैं, वह उनको नहीं मिला; परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं को मिला और शेष लोग कठोर किठगठहैं। (IN) रोमियों 11:8 जैसा लिखा है, “परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आज के दिन तक मंदता की आतà¥à¤®à¤¾ दे रखी है और à¤à¤¸à¥€ आà¤à¤–ें दी जो न देखें और à¤à¤¸à¥‡ कान जो न सà¥à¤¨à¥‡à¤‚।†(IN) रोमियों 11:9 ¶ और दाऊद कहता है, (IN) रोमियों 11:10 उनकी आà¤à¤–ों पर अंधेरा छा जाठताकि न देखें, (IN) रोमियों 11:11 ¶ तो मैं कहता हूठकà¥à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इसलिठठोकर खाई, कि गिर पड़ें? कदापि नहीं परनà¥à¤¤à¥ उनके गिरने के कारण अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उदà¥à¤§à¤¾à¤° मिला, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जलन हो। (IN) रोमियों 11:12 अब यदि उनका गिरना जगत के लिये धन और उनकी घटी अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का कारण हà¥à¤†, तो उनकी à¤à¤°à¤ªà¥‚री से कितना न होगा। (IN) रोमियों 11:13 ¶ मैं तà¥à¤® अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से यह बातें कहता हूà¤à¥¤ जब कि मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हूà¤, तो मैं अपनी सेवा की बड़ाई करता हूà¤, (IN) रोमियों 11:14 ताकि किसी रीति से मैं अपने कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जलन करवाकर उनमें से कई à¤à¤• का उदà¥à¤§à¤¾à¤° कराऊà¤à¥¤ (IN) रोमियों 11:15 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब कि उनका तà¥à¤¯à¤¾à¤— दिया जाना जगत के मिलाप का कारण हà¥à¤†, तो कà¥à¤¯à¤¾ उनका गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया जाना मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के बराबर न होगा? (IN) रोमियों 11:16 जब à¤à¥‡à¤‚ट का पहला पेड़ा पवितà¥à¤° ठहरा, तो पूरा गूà¤à¤§à¤¾ हà¥à¤† आटा à¤à¥€ पवितà¥à¤° है: और जब जड़ पवितà¥à¤° ठहरी, तो डालियाठà¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ ही हैं। (IN) रोमियों 11:17 ¶ और यदि कई à¤à¤• डाली तोड़ दी गई, और तू जंगली जैतून होकर उनमें साटा गया, और जैतून की जड़ की चिकनाई का à¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤† है। (IN) रोमियों 11:18 तो डालियों पर घमणà¥à¤¡ न करना; और यदि तू घमणà¥à¤¡ करे, तो जान रख, कि तू जड़ को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जड़ तà¥à¤à¥‡ समà¥à¤à¤¾à¤²à¤¤à¥€ है। (IN) रोमियों 11:19 ¶ फिर तू कहेगा, “डालियाठइसलिठतोड़ी गई, कि मैं साटा जाऊà¤à¥¤â€ (IN) रोमियों 11:20 à¤à¤²à¤¾, वे तो अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के कारण तोड़ी गई, परनà¥à¤¤à¥ तू विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से बना रहता है इसलिठअà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ न हो, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¯ मान, (IN) रोमियों 11:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• डालियाठन छोड़ी, तो तà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ न छोड़ेगा। (IN) रोमियों 11:22 ¶ इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° की दयालà¥à¤¤à¤¾ और कड़ाई को देख! जो गिर गà¤, उन पर कड़ाई, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤ पर दयालà¥à¤¤à¤¾, यदि तू उसमें बना रहे, नहीं तो, तू à¤à¥€ काट डाला जाà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 11:23 ¶ और वे à¤à¥€ यदि अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में न रहें, तो साटे जाà¤à¤à¤—े कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिर साट सकता है। (IN) रोमियों 11:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तू उस जैतून से, जो सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ से जंगली है, काटा गया और सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ अचà¥à¤›à¥€ जैतून में साटा गया, तो ये जो सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• डालियाठहैं, अपने ही जैतून में साटे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न जाà¤à¤à¤—े। (IN) रोमियों 11:25 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤® अपने आप को बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ समठलो; इसलिठमैं नहीं चाहता कि तà¥à¤® इस à¤à¥‡à¤¦ से अनजान रहो, कि जब तक अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पूरी रीति से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न कर लें, तब तक इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² का à¤à¤• à¤à¤¾à¤— à¤à¤¸à¤¾ ही कठोर रहेगा। (IN) रोमियों 11:26 ¶ और इस रीति से सारा इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ा; जैसा लिखा है, (IN) रोमियों 11:27 और उनके साथ मेरी यही वाचा होगी, (IN) रोमियों 11:28 ¶ वे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के à¤à¤¾à¤µ से तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिठवे परमेशà¥â€à¤µà¤° के बैरी हैं, परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤¨ लिये जाने के à¤à¤¾à¤µ से पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के कारण पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ हैं। (IN) रोमियों 11:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° अपने वरदानों से, और बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ से कà¤à¥€ पीछे नहीं हटता। (IN) रोमियों 11:30 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे तà¥à¤® ने पहले परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ न मानी परनà¥à¤¤à¥ अà¤à¥€ उनके आजà¥à¤žà¤¾ न मानने से तà¥à¤® पर दया हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) रोमियों 11:31 वैसे ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ अब आजà¥à¤žà¤¾ न मानी कि तà¥à¤® पर जो दया होती है इससे उन पर à¤à¥€ दया हो। (IN) रोमियों 11:32 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सब को आजà¥à¤žà¤¾ न मानने के कारण बनà¥à¤¦ कर रखा ताकि वह सब पर दया करे। (IN) रोमियों 11:33 ¶ अहा, परमेशà¥â€à¤µà¤° का धन और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कà¥à¤¯à¤¾ ही गमà¥à¤à¥€à¤° है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मारà¥à¤— कैसे अगम हैं! (IN) रोमियों 11:34 “पà¥à¤°à¤à¥ कि बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ को किस ने जाना? (IN) रोमियों 11:35 या किस ने पहले उसे कà¥à¤› दिया है (IN) रोमियों 11:36 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी ओर से, और उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, और उसी के लिये सब कà¥à¤› है: उसकी महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) रोमियों 12:1 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤® से परमेशà¥â€à¤µà¤° की दया सà¥à¤®à¤°à¤£ दिलाकर विनती करता हूà¤, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवितà¥à¤°, और परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¤¾à¤µà¤¤à¤¾ हà¥à¤† बलिदान करके चढ़ाओ; यही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¿à¤• सेवा है। (IN) रोमियों 12:2 ¶ और इस संसार के सदृश न बनो; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के नये हो जाने से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल-चलन à¤à¥€ बदलता जाà¤, जिससे तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की à¤à¤²à¥€, और à¤à¤¾à¤µà¤¤à¥€, और सिदà¥à¤§ इचà¥à¤›à¤¾ अनà¥à¤à¤µ से मालूम करते रहो। (IN) रोमियों 12:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के कारण जो मà¥à¤ को मिला है, तà¥à¤® में से हर à¤à¤• से कहता हूà¤, कि जैसा समà¤à¤¨à¤¾ चाहिà¤, उससे बढ़कर कोई à¤à¥€ अपने आप को न समà¤à¥‡; पर जैसा परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हर à¤à¤• को परिमाण के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बाà¤à¤Ÿ दिया है, वैसा ही सà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के साथ अपने को समà¤à¥‡à¥¤ (IN) रोमियों 12:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे हमारी à¤à¤• देह में बहà¥à¤¤ से अंग हैं, और सब अंगों का à¤à¤• ही जैसा काम नहीं; (IN) रोमियों 12:5 वैसा ही हम जो बहà¥à¤¤ हैं, मसीह में à¤à¤• देह होकर आपस में à¤à¤• दूसरे के अंग हैं। (IN) रोमियों 12:6 ¶ और जब कि उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो हमें दिया गया है, हमें à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ वरदान मिले हैं, तो जिसको à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ का दान मिला हो, वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के परिमाण के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करे। (IN) रोमियों 12:7 यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखानेवाला हो, तो सिखाने में लगा रहे; (IN) रोमियों 12:8 जो उपदेशक हो, वह उपदेश देने में लगा रहे; दान देनेवाला उदारता से दे, जो अगà¥à¤†à¤ˆ करे, वह उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ से करे, जो दया करे, वह हरà¥à¤· से करे। (IN) रोमियों 12:9 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤® निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ हो; बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से घृणा करो; à¤à¤²à¤¾à¤ˆ में लगे रहो। (IN) रोमियों 12:10 à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ के पà¥à¤°à¥‡à¤® से à¤à¤• दूसरे पर सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ रखो; परसà¥à¤ªà¤° आदर करने में à¤à¤• दूसरे से बढ़ चलो। (IN) रोमियों 12:11 ¶ पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करने में आलसी न हो; आतà¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤®à¤¾à¤¦ में à¤à¤°à¥‡ रहो; पà¥à¤°à¤à¥ की सेवा करते रहो। (IN) रोमियों 12:12 आशा के विषय में, आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤; कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के विषय में, धैरà¥à¤¯ रखें; पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के विषय में, सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहें। (IN) रोमियों 12:13 पवितà¥à¤° लोगों को जो कà¥à¤› अवशà¥à¤¯ हो, उसमें उनकी सहायता करो; पहà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ करने में लगे रहो। (IN) रोमियों 12:14 ¶ अपने सतानेवालों को आशीष दो; आशीष दो शà¥à¤°à¤¾à¤ª न दो। (IN) रोमियों 12:15 आननà¥à¤¦ करनेवालों के साथ आननà¥à¤¦ करो, और रोनेवालों के साथ रोओ। (IN) रोमियों 12:16 आपस में à¤à¤• सा मन रखो; अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ न हो; परनà¥à¤¤à¥ दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ न हो। (IN) रोमियों 12:17 ¶ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के बदले किसी से बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ न करो; जो बातें सब लोगों के निकट à¤à¤²à¥€ हैं, उनकी चिनà¥à¤¤à¤¾ किया करो। (IN) रोमियों 12:18 जहाठतक हो सके, तà¥à¤® à¤à¤°à¤¸à¤• सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ मेल मिलाप रखो। (IN) रोमियों 12:19 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ अपना बदला न लेना; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° को कà¥à¤°à¥‹à¤§ का अवसर दो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, “बदला लेना मेरा काम है, पà¥à¤°à¤à¥ कहता है मैं ही बदला दूà¤à¤—ा।†(IN) रोमियों 12:20 परनà¥à¤¤à¥ “यदि तेरा बैरी à¤à¥‚खा हो तो उसे खाना खिला, (IN) रोमियों 12:21 बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से न हारो परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ से बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को जीत लो। (IN) रोमियों 13:1 ¶ हर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ अधिकारियों के अधीन रहे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई अधिकार à¤à¤¸à¤¾ नहीं, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से न हो; और जो अधिकार हैं, वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के ठहराठहà¥à¤ हैं। (IN) रोमियों 13:2 इसलिठजो कोई अधिकार का विरोध करता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की विधि का विरोध करता है, और विरोध करनेवाले दणà¥à¤¡ पाà¤à¤à¤—े। (IN) रोमियों 13:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अधिपति अचà¥à¤›à¥‡ काम के नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤°à¥‡ काम के लिये डर का कारण हैं; कà¥à¤¯à¤¾ तू अधिपति से निडर रहना चाहता है, तो अचà¥à¤›à¤¾ काम कर और उसकी ओर से तेरी सराहना होगी; (IN) रोमियों 13:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तेरी à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° का सेवक है। परनà¥à¤¤à¥ यदि तू बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करे, तो डर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तलवार वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ लिठहà¥à¤ नहीं और परमेशà¥â€à¤µà¤° का सेवक है; कि उसके कà¥à¤°à¥‹à¤§ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बà¥à¤°à¥‡ काम करनेवाले को दणà¥à¤¡ दे। (IN) रोमियों 13:5 इसलिठअधीन रहना न केवल उस कà¥à¤°à¥‹à¤§ से परनà¥à¤¤à¥ डर से अवशà¥à¤¯ है, वरनॠविवेक à¤à¥€ यही गवाही देता है। (IN) रोमियों 13:6 ¶ इसलिठकर à¤à¥€ दो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शासन करनेवाले परमेशà¥â€à¤µà¤° के सेवक हैं, और सदा इसी काम में लगे रहते हैं। (IN) रोमियों 13:7 इसलिठहर à¤à¤• का हक़ चà¥à¤•à¤¾à¤¯à¤¾ करो; जिसे कर चाहिà¤, उसे कर दो; जिसे चà¥à¤‚गी चाहिà¤, उसे चà¥à¤‚गी दो; जिससे डरना चाहिà¤, उससे डरो; जिसका आदर करना चाहिठउसका आदर करो। (IN) रोमियों 13:8 ¶ आपस के पà¥à¤°à¥‡à¤® को छोड़ और किसी बात में किसी के करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° न हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, उसी ने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पूरी की है। (IN) रोमियों 13:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह कि “वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना, हतà¥à¤¯à¤¾ न करना, चोरी न करना, लालच न करना,†और इनको छोड़ और कोई à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ हो तो सब का सारांश इस बात में पाया जाता है, “अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रख।†(IN) रोमियों 13:10 पà¥à¤°à¥‡à¤® पड़ोसी की कà¥à¤› बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ नहीं करता, इसलिठपà¥à¤°à¥‡à¤® रखना वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को पूरा करना है। (IN) रोमियों 13:11 ¶ और समय को पहचान कर à¤à¤¸à¤¾ ही करो, इसलिठकि अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये नींद से जाग उठने की घड़ी आ पहà¥à¤à¤šà¥€ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस समय हमने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था, उस समय की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ से अब हमारा उदà¥à¤§à¤¾à¤° निकट है। (IN) रोमियों 13:12 रात बहà¥à¤¤ बीत गई है, और दिन निकलने पर है; इसलिठहम अंधकार के कामों को तजकर जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ के हथियार बाà¤à¤§ लें। (IN) रोमियों 13:13 ¶ जैसे दिन में, वैसे ही हमें उचित रूप से चलना चाहिà¤; न कि लीलाकà¥à¤°à¥€à¤¡à¤¼à¤¾, और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤ªà¤¨, न वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, और लà¥à¤šà¤ªà¤¨ में, और न à¤à¤—ड़े और ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ में। (IN) रोमियों 13:14 वरनॠपà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह को पहन लो, और शरीर की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं को पूरा करने का उपाय न करो। (IN) रोमियों 14:1 ¶ जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में निरà¥à¤¬à¤² है, उसे अपनी संगति में ले लो, परनà¥à¤¤à¥ उसकी शंकाओं पर विवाद करने के लिये नहीं। (IN) रोमियों 14:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, कि सब कà¥à¤› खाना उचित है, परनà¥à¤¤à¥ जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में निरà¥à¤¬à¤² है, वह साग-पात ही खाता है। (IN) रोमियों 14:3 ¶ और खानेवाला न-खानेवाले को तà¥à¤šà¥à¤› न जाने, और न-खानेवाला खानेवाले पर दोष न लगाà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसे गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया है। (IN) रोमियों 14:4 तू कौन है जो दूसरे के सेवक पर दोष लगाता है? उसका सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहना या गिर जाना उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ही से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखता है, वरनॠवह सà¥à¤¥à¤¿à¤° ही कर दिया जाà¤à¤—ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ उसे सà¥à¤¥à¤¿à¤° रख सकता है। (IN) रोमियों 14:5 ¶ कोई तो à¤à¤• दिन को दूसरे से बढ़कर मानता है, और कोई सब दिन à¤à¤• सा मानता है: हर à¤à¤• अपने ही मन में निशà¥à¤šà¤¯ कर ले। (IN) रोमियों 14:6 जो किसी दिन को मानता है, वह पà¥à¤°à¤à¥ के लिये मानता है: जो खाता है, वह पà¥à¤°à¤à¥ के लिये खाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता है, और जो नहीं खाता, वह पà¥à¤°à¤à¥ के लिये नहीं खाता और परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता है। (IN) रोमियों 14:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम में से न तो कोई अपने लिये जीता है, और न कोई अपने लिये मरता है। (IN) रोमियों 14:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि हम जीवित हैं, तो पà¥à¤°à¤à¥ के लिये जीवित हैं; और यदि मरते हैं, तो पà¥à¤°à¤à¥ के लिये मरते हैं; फिर हम जीà¤à¤ या मरें, हम पà¥à¤°à¤à¥ ही के हैं। (IN) रोमियों 14:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह इसलिठमरा और जी à¤à¥€ उठा कि वह मरे हà¥à¤“ं और जीवितों, दोनों का पà¥à¤°à¤à¥ हो। (IN) रोमियों 14:10 ¶ तू अपने à¤à¤¾à¤ˆ पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दोष लगाता है? या तू फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अपने à¤à¤¾à¤ˆ को तà¥à¤šà¥à¤› जानता है? हम सब के सब परमेशà¥â€à¤µà¤° के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ सिंहासन के सामने खड़े होंगे। (IN) रोमियों 14:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, (IN) रोमियों 14:12 ¶ तो फिर, हम में से हर à¤à¤• परमेशà¥â€à¤µà¤° को अपना-अपना लेखा देगा। (IN) रोमियों 14:13 ¶ इसलिठआगे को हम à¤à¤• दूसरे पर दोष न लगाà¤à¤ पर तà¥à¤® यही ठान लो कि कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ के सामने ठेस या ठोकर खाने का कारण न रखे। (IN) रोमियों 14:14 ¶ मैं जानता हूà¤, और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠसे मà¥à¤à¥‡ निशà¥à¤šà¤¯ हà¥à¤† है, कि कोई वसà¥à¤¤à¥ अपने आप से अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जो उसको अशà¥à¤¦à¥à¤§ समà¤à¤¤à¤¾ है, उसके लिये अशà¥à¤¦à¥à¤§ है। (IN) रोमियों 14:15 यदि तेरा à¤à¤¾à¤ˆ तेरे à¤à¥‹à¤œà¤¨ के कारण उदास होता है, तो फिर तू पà¥à¤°à¥‡à¤® की रीति से नहीं चलता; जिसके लिये मसीह मरा उसको तू अपने à¤à¥‹à¤œà¤¨ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नाश न कर। (IN) रोमियों 14:16 ¶ अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की निनà¥à¤¦à¤¾ न होने पाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 14:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ खाना-पीना नहीं; परनà¥à¤¤à¥ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और मिलाप और वह आननà¥à¤¦ है जो पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से होता है। (IN) रोमियों 14:18 ¶ जो कोई इस रीति से मसीह की सेवा करता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में गà¥à¤°à¤¹à¤£à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ ठहरता है। (IN) रोमियों 14:19 इसलिठहम उन बातों का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करें जिनसे मेल मिलाप और à¤à¤• दूसरे का सà¥à¤§à¤¾à¤° हो। (IN) रोमियों 14:20 ¶ à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° का काम न बिगाड़; सब कà¥à¤› शà¥à¤¦à¥à¤§ तो है, परनà¥à¤¤à¥ उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये बà¥à¤°à¤¾ है, जिसको उसके à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने से ठोकर लगती है। (IN) रोमियों 14:21 ¶ à¤à¤²à¤¾ तो यह है, कि तू न माà¤à¤¸ खाà¤, और न दाखरस पीà¤, न और कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ करे, जिससे तेरा à¤à¤¾à¤ˆ ठोकर खाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 14:22 ¶ तेरा जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ हो, उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने अपने ही मन में रख। धनà¥à¤¯ है वह, जो उस बात में, जिसे वह ठीक समà¤à¤¤à¤¾ है, अपने आप को दोषी नहीं ठहराता। (IN) रोमियों 14:23 परनà¥à¤¤à¥ जो सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ कर के खाता है, वह दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ ठहर चà¥à¤•à¤¾, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से नहीं खाता, और जो कà¥à¤› विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से नहीं, वह पाप है। (IN) रोमियों 15:1 ¶ अतः हम बलवानों को चाहिà¤, कि निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ की निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं में सहायता करे, न कि अपने आप को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करें। (IN) रोमियों 15:2 हम में से हर à¤à¤• अपने पड़ोसी को उसकी à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के लिये सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के निमितà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करे। (IN) रोमियों 15:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह ने अपने आप को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ नहीं किया, पर जैसा लिखा है, “तेरे निनà¥à¤¦à¤•à¥‹à¤‚ की निनà¥à¤¦à¤¾ मà¥à¤ पर आ पड़ी।†(IN) रोमियों 15:4 जितनी बातें पहले से लिखी गईं, वे हमारी ही शिकà¥à¤·à¤¾ के लिये लिखी गईं हैं कि हम धीरज और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° के पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आशा रखें। (IN) रोमियों 15:5 ¶ धीरज, और पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ का दाता परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह वरदान दे, कि मसीह यीशॠके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आपस में à¤à¤• मन रहो। (IN) रोमियों 15:6 ताकि तà¥à¤® à¤à¤• मन और à¤à¤• सà¥à¤µà¤° होकर हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥â€à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करो। (IN) रोमियों 15:7 ¶ इसलिà¤, जैसा मसीह ने à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया है, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤• दूसरे को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करो। (IN) रोमियों 15:8 ¶ मैं कहता हूà¤, कि जो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ को दी गई थीं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दृढ़ करने के लिये मसीह, परमेशà¥â€à¤µà¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ देने के लिये खतना किठहà¥à¤ लोगों का सेवक बना। (IN) रोमियों 15:9 और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¥€ दया के कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥â€à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करो, जैसा लिखा है, (IN) रोमियों 15:10 ¶ फिर कहा है, (IN) रोमियों 15:11 ¶ और फिर, (IN) रोमियों 15:12 ¶ और फिर यशायाह कहता है, (IN) रोमियों 15:13 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° जो आशा का दाता है तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने में सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के आननà¥à¤¦ और शानà¥à¤¤à¤¿ से परिपूरà¥à¤£ करे, कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आशा बढ़ती जाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:14 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚; मैं आप à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में निशà¥à¤šà¤¯ जानता हूà¤, कि तà¥à¤® à¤à¥€ आप ही à¤à¤²à¤¾à¤ˆ से à¤à¤°à¥‡ और ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र हो और à¤à¤• दूसरे को समà¤à¤¾ सकते हो। (IN) रोमियों 15:15 ¶ तो à¤à¥€ मैंने कहीं-कहीं याद दिलाने के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो बहà¥à¤¤ साहस करके लिखा, यह उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के कारण हà¥à¤†, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मà¥à¤à¥‡ दिया है। (IN) रोमियों 15:16 कि मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये मसीह यीशॠका सेवक होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की सेवा याजक के समान करूà¤; जिससे अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मानो चढ़ाया जाना, पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से पवितà¥à¤° बनकर गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया जाà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:17 ¶ इसलिठउन बातों के विषय में जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखती हैं, मैं मसीह यीशॠमें बड़ाई कर सकता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन बातों को छोड़ मà¥à¤à¥‡ और किसी बात के विषय में कहने का साहस नहीं, जो मसीह ने अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की अधीनता के लिये वचन, और करà¥à¤®à¥¤ (IN) रोमियों 15:19 और चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ और अदà¥à¤à¥à¤¤ कामों की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से मेरे ही दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किà¤à¥¤ यहाठतक कि मैंने यरूशलेम से लेकर चारों ओर इलà¥à¤²à¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤® तक मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का पूरा-पूरा पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। (IN) रोमियों 15:20 ¶ पर मेरे मन की उमंग यह है, कि जहाà¤-जहाठमसीह का नाम नहीं लिया गया, वहीं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤Šà¤; à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि दूसरे की नींव पर घर बनाऊà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:21 परनà¥à¤¤à¥ जैसा लिखा है, वैसा ही हो, (IN) रोमियों 15:22 ¶ इसलिठमैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने से बार-बार रोका गया। (IN) रोमियों 15:23 परनà¥à¤¤à¥ अब इन देशों में मेरे कारà¥à¤¯ के लिठजगह नहीं रही, और बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने की लालसा है। (IN) रोमियों 15:24 ¶ इसलिठजब इसपानिया को जाऊà¤à¤—ा तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास होता हà¥à¤† जाऊà¤à¤—ा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¥‡ आशा है, कि उस यातà¥à¤°à¤¾ में तà¥à¤® से à¤à¥‡à¤‚ट करूà¤, और जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ संगति से मेरा जी कà¥à¤› à¤à¤° जाà¤, तो तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› दूर आगे पहà¥à¤à¤šà¤¾ दो। (IN) रोमियों 15:25 परनà¥à¤¤à¥ अà¤à¥€ तो पवितà¥à¤° लोगों की सेवा करने के लिये यरूशलेम को जाता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:26 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखाया के लोगों को यह अचà¥à¤›à¤¾ लगा, कि यरूशलेम के पवितà¥à¤° लोगों के कंगालों के लिये कà¥à¤› चनà¥à¤¦à¤¾ करें। (IN) रोमियों 15:27 अचà¥à¤›à¤¾ तो लगा, परनà¥à¤¤à¥ वे उनके करà¥à¤œà¤¦à¤¾à¤° à¤à¥€ हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ उनकी आतà¥à¤®à¤¿à¤• बातों में à¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ उचित है, कि शारीरिक बातों में उनकी सेवा करें। (IN) रोमियों 15:28 ¶ इसलिठमैं यह काम पूरा करके और उनको यह चनà¥à¤¦à¤¾ सौंपकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास होता हà¥à¤† इसपानिया को जाऊà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 15:29 और मैं जानता हूà¤, कि जब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊà¤à¤—ा, तो मसीह की पूरी आशीष के साथ आऊà¤à¤—ा। (IN) रोमियों 15:30 ¶ और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚; मैं यीशॠमसीह का जो हमारा पà¥à¤°à¤à¥ है और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के पà¥à¤°à¥‡à¤® का सà¥à¤®à¤°à¤£ दिलाकर, तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, कि मेरे लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने में मेरे साथ मिलकर लौलीन रहो। (IN) रोमियों 15:31 कि मैं यहूदिया के अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बचा रहूà¤, और मेरी वह सेवा जो यरूशलेम के लिये है, पवितà¥à¤° लोगों को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯ हो। (IN) रोमियों 15:32 और मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आननà¥à¤¦ के साथ आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ विशà¥à¤°à¤¾à¤® पाऊà¤à¥¤ (IN) रोमियों 15:33 ¶ शानà¥à¤¤à¤¿ का परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤® सब के साथ रहे। आमीन। (IN) रोमियों 16:1 ¶ मैं तà¥à¤® से फीबे के लिà¤, जो हमारी बहन और किंखà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की कलीसिया की सेविका है, विनती करता हूà¤à¥¤ (IN) रोमियों 16:2 कि तà¥à¤® जैसा कि पवितà¥à¤° लोगों को चाहिà¤, उसे पà¥à¤°à¤à¥ में गà¥à¤°à¤¹à¤£ करो; और जिस किसी बात में उसको तà¥à¤® से पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ हो, उसकी सहायता करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¥€ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की वरनॠमेरी à¤à¥€ उपकारिणी हà¥à¤ˆ है। (IN) रोमियों 16:3 ¶ पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¾ और अकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ को जो यीशॠमें मेरे सहकरà¥à¤®à¥€ हैं, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:4 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरे पà¥à¤°à¤¾à¤£ के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरनॠअनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सारी कलीसियाà¤à¤ à¤à¥€ उनका धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करती हैं। (IN) रोमियों 16:5 और उस कलीसिया को à¤à¥€ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° जो उनके घर में है। मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ इपैनितà¥à¤¸ को जो मसीह के लिये आसिया का पहला फल है, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:6 ¶ मरियम को जिस ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बहà¥à¤¤ परिशà¥à¤°à¤® किया, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:7 अनà¥à¤¦à¥à¤°à¥à¤¨à¥€à¤•à¥à¤¸ और यूनियास को जो मेरे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ हैं, और मेरे साथ कैद हà¥à¤ थे, और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ में नामी हैं, और मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले मसीही हà¥à¤ थे, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:8 अमà¥à¤ªà¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤¸ को, जो पà¥à¤°à¤à¥ में मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:9 ¶ उरबानà¥à¤¸ को, जो मसीह में हमारा सहकरà¥à¤®à¥€ है, और मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ इसà¥à¤¤à¤–à¥à¤¸ को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:10 अपिलà¥à¤²à¥‡à¤¸ को जो मसीह में खरा निकला, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ अरिसà¥à¤¤à¥à¤¬à¥à¤²à¥à¤¸ के घराने को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:11 मेरे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¥€ हेरोदियोन को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ नरकिसà¥à¤¸à¥à¤¸ के घराने के जो लोग पà¥à¤°à¤à¥ में हैं, उनको नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:12 तà¥à¤°à¥‚फैना और तà¥à¤°à¥‚फोसा को जो पà¥à¤°à¤à¥ में परिशà¥à¤°à¤® करती हैं, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पिरसिस को जिस ने पà¥à¤°à¤à¥ में बहà¥à¤¤ परिशà¥à¤°à¤® किया, नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:13 रूफà¥à¤¸ को जो पà¥à¤°à¤à¥ में चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† है, और उसकी माता को जो मेरी à¤à¥€ है, दोनों को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:14 असà¥à¤‚कà¥à¤°à¤¿à¤¤à¥à¤¸ और फिलगोन और हिरà¥à¤®à¥‡à¤¸, पतà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¸, हरà¥à¤®à¤¾à¤¸ और उनके साथ के à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:15 फिलà¥à¤²à¥à¤—à¥à¤¸ और यूलिया और नेरà¥à¤¯à¥à¤¸ और उसकी बहन, और उलà¥à¤®à¥à¤ªà¤¾à¤¸ और उनके साथ के सब पवितà¥à¤° लोगों को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:16 आपस में पवितà¥à¤° चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ से नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो: तà¥à¤® को मसीह की सारी कलीसियाओं की ओर से नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:17 ¶ अब हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, कि जो लोग उस शिकà¥à¤·à¤¾ के विपरीत जो तà¥à¤® ने पाई है, फूट डालने, और ठोकर खिलाने का कारण होते हैं, उनसे सावधान रहो; और उनसे दूर रहो। (IN) रोमियों 16:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥‡ लोग हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह की नहीं, परनà¥à¤¤à¥ अपने पेट की सेवा करते है; और चिकनी चà¥à¤ªà¤¡à¤¼à¥€ बातों से सीधे सादे मन के लोगों को बहका देते हैं। (IN) रोमियों 16:19 ¶ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ आजà¥à¤žà¤¾ मानने की चरà¥à¤šà¤¾ सब लोगों में फैल गई है; इसलिठमैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में आननà¥à¤¦ करता हूà¤; परनà¥à¤¤à¥ मैं यह चाहता हूà¤, कि तà¥à¤® à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के लिये बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨, परनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के लिये à¤à¥‹à¤²à¥‡ बने रहो। (IN) रोमियों 16:20 शानà¥à¤¤à¤¿ का परमेशà¥â€à¤µà¤° शैतान को तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के नीचे शीघà¥à¤° कà¥à¤šà¤² देगा। (IN) रोमियों 16:21 ¶ तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ मेरे सहकरà¥à¤®à¥€ का, और लूकियà¥à¤¸ और यासोन और सोसिपतà¥à¤°à¥à¤¸ मेरे कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का, तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:22 मà¥à¤ पतà¥à¤°à¥€ के लिखनेवाले तिरतियà¥à¤¸ का पà¥à¤°à¤à¥ में तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:23 ¶ गयà¥à¤¸ का जो मेरी और कलीसिया का पहà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ करनेवाला है उसका तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤°: इरासà¥à¤¤à¥à¤¸ जो नगर का à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ है, और à¤à¤¾à¤ˆ कà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¤à¥à¤¸ का, तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) रोमियों 16:24 हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® पर होता रहे। आमीन। (IN) रोमियों 16:25 ¶ अब जो तà¥à¤® को मेरे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠमसीह के विषय के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤° कर सकता है, उस à¤à¥‡à¤¦ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो सनातन से छिपा रहा। (IN) रोमियों 16:26 परनà¥à¤¤à¥ अब पà¥à¤°à¤—ट होकर सनातन परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सब जातियों को बताया गया है, कि वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से आजà¥à¤žà¤¾ माननेवाले हो जाà¤à¤à¥¤ (IN) रोमियों 16:27 ¶ उसी à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° की यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— महिमा होती रहे। आमीन। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से यीशॠमसीह का पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया और à¤à¤¾à¤ˆ सोसà¥à¤¥à¤¿à¤¨à¥‡à¤¸ की ओर से। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 परमेशà¥â€à¤µà¤° की उस कलीसिया के नाम जो कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उनके नाम जो मसीह यीशॠमें पवितà¥à¤° किठगà¤, और पवितà¥à¤° होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहैं; और उन सब के नाम à¤à¥€ जो हर जगह हमारे और अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के नाम से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 ¶ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ सदा करता हूà¤, इसलिठकि परमेशà¥â€à¤µà¤° का यह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® पर मसीह यीशॠमें हà¥à¤†, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 कि उसमें होकर तà¥à¤® हर बात में अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सारे वचन और सारे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ में धनी किठगà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 कि मसीह की गवाही तà¥à¤® में पकà¥à¤•à¥€ निकली। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 ¶ यहाठतक कि किसी वरदान में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ घटी नहीं, और तà¥à¤® हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¤—ट होने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहते हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤¤ तक दृढ़ à¤à¥€ करेगा, कि तà¥à¤® हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दिन में निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 परमेशà¥â€à¤µà¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है; जिस ने तà¥à¤® को अपने पà¥à¤¤à¥à¤° हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की संगति में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤® से यीशॠमसीह जो हमारा पà¥à¤°à¤à¥ है उसके नाम के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विनती करता हूà¤, कि तà¥à¤® सब à¤à¤• ही बात कहो और तà¥à¤® में फूट न हो, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• ही मन और à¤à¤• ही मत होकर मिले रहो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, खलोठके घराने के लोगों ने मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में बताया है, कि तà¥à¤® में à¤à¤—ड़े हो रहे हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 ¶ मेरा कहना यह है, कि तà¥à¤® में से कोई तो अपने आप को “पौलà¥à¤¸ का,†कोई “अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ का,†कोई “कैफा का,†कोई “मसीह का†कहता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:13 कà¥à¤¯à¤¾ मसीह बà¤à¤Ÿ गया? कà¥à¤¯à¤¾ पौलà¥à¤¸ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया? या तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पौलà¥à¤¸ के नाम पर बपतिसà¥à¤®à¤¾ मिला? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:14 ¶ मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¥à¤¸ और गयà¥à¤¸ को छोड़, मैंने तà¥à¤® में से किसी को à¤à¥€ बपतिसà¥à¤®à¤¾ नहीं दिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:15 कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि कोई कहे, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मेरे नाम पर बपतिसà¥à¤®à¤¾ मिला। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:16 और मैंने सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¤¾à¤¸ के घराने को à¤à¥€ बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया; इनको छोड़, मैं नहीं जानता कि मैंने और किसी को बपतिसà¥à¤®à¤¾ दिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह ने मà¥à¤à¥‡ बपतिसà¥à¤®à¤¾ देने को नहीं, वरनॠसà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, और यह à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि मसीह का कà¥à¤°à¥‚स वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहरे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:18 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤°à¥‚स की कथा नाश होनेवालों के निकट मूरà¥à¤–ता है, परनà¥à¤¤à¥ हम उदà¥à¤§à¤¾à¤° पानेवालों के निकट परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:20 ¶ कहाठरहा जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨? कहाठरहा शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€? कहाठरहा इस संसार का विवादी? कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने संसार के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ को मूरà¥à¤–ता नहीं ठहराया? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब परमेशà¥â€à¤µà¤° के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° संसार ने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से परमेशà¥â€à¤µà¤° को न जाना तो परमेशà¥â€à¤µà¤° को यह अचà¥à¤›à¤¾ लगा, कि इस पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° की मूरà¥à¤–ता के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों को उदà¥à¤§à¤¾à¤° दे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:22 ¶ यहूदी तो चिनà¥à¤¹ चाहते हैं, और यूनानी जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की खोज में हैं, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:23 परनà¥à¤¤à¥ हम तो उस कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाठहà¥à¤ मसीह का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं जो यहूदियों के निकट ठोकर का कारण, और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के निकट मूरà¥à¤–ता है; (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:24 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤ हैं कà¥à¤¯à¤¾ यहूदी, कà¥à¤¯à¤¾ यूनानी, उनके निकट मसीह परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की मूरà¥à¤–ता मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨ है; और परमेशà¥â€à¤µà¤° की निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बल से बहà¥à¤¤ बलवान है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:26 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, अपने बà¥à¤²à¤¾à¤ जाने को तो सोचो, कि न शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बहà¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨, और न बहà¥à¤¤ सामरà¥à¤¥à¥€, और न बहà¥à¤¤ कà¥à¤²à¥€à¤¨ बà¥à¤²à¤¾à¤ गà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:27 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जगत के मूरà¥à¤–ों को चà¥à¤¨ लिया है, कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करे; और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जगत के निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ को चà¥à¤¨ लिया है, कि बलवानों को लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:28 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जगत के नीचों और तà¥à¤šà¥à¤›à¥‹à¤‚ को, वरनॠजो हैं à¤à¥€ नहीं उनको à¤à¥€ चà¥à¤¨ लिया, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो हैं, वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहराà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:29 ताकि कोई पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने घमणà¥à¤¡ न करने पाà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:30 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उसी की ओर से तà¥à¤® मसीह यीशॠमें हो, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से हमारे लिये जà¥à¤žà¤¾à¤¨ ठहरा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾, और छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:31 ताकि जैसा लिखा है, वैसा ही हो, “जो घमणà¥à¤¡ करे वह पà¥à¤°à¤à¥ में घमणà¥à¤¡ करे।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¥‡à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आया, तो वचन या जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की उतà¥à¤¤à¤®à¤¤à¤¾ के साथ नहीं आया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने यह ठान लिया था, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच यीशॠमसीह, वरनॠकà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाठहà¥à¤ मसीह को छोड़ और किसी बात को न जानूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 ¶ और मैं निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ और à¤à¤¯ के साथ, और बहà¥à¤¤ थरथराता हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 और मेरे वचन, और मेरे पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की लà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥€ बातें नहीं; परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ था, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 इसलिठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पर नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पर निरà¥à¤à¤° हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 ¶ फिर à¤à¥€ सिदà¥à¤§ लोगों में हम जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं परनà¥à¤¤à¥ इस संसार का और इस संसार के नाश होनेवाले हाकिमों का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नहीं; (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 परनà¥à¤¤à¥ हम परमेशà¥â€à¤µà¤° का वह गà¥à¤ªà¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨, à¤à¥‡à¤¦ की रीति पर बताते हैं, जिसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सनातन से हमारी महिमा के लिये ठहराया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 ¶ जिसे इस संसार के हाकिमों में से किसी ने नहीं जाना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि जानते, तो तेजोमय पà¥à¤°à¤à¥ को कà¥à¤°à¥‚स पर न चढ़ाते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 परनà¥à¤¤à¥ जैसा लिखा है, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उनको अपने आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम पर पà¥à¤°à¤—ट किया; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आतà¥à¤®à¤¾ सब बातें, वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° की गूढ़ बातें à¤à¥€ जाà¤à¤šà¤¤à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से कौन किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ की बातें जानता है, केवल मनà¥à¤·à¥à¤¯ की आतà¥à¤®à¤¾ जो उसमें है? वैसे ही परमेशà¥â€à¤µà¤° की बातें à¤à¥€ कोई नहीं जानता, केवल परमेशà¥â€à¤µà¤° का आतà¥à¤®à¤¾à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 ¶ परनà¥à¤¤à¥ हमने संसार की आतà¥à¤®à¤¾ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ वह आतà¥à¤®à¤¾ पाया है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है, कि हम उन बातों को जानें, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें दी हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 जिनको हम मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की सिखाई हà¥à¤ˆ बातों में नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की सिखाई हà¥à¤ˆ बातों में, आतà¥à¤®à¤¾, आतà¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से आतà¥à¤®à¤¿à¤• बातों की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ करती है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ शारीरिक मनà¥à¤·à¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ की बातें गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उसकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में मूरà¥à¤–ता की बातें हैं, और न वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जान सकता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनकी जाà¤à¤š आतà¥à¤®à¤¿à¤• रीति से होती है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 आतà¥à¤®à¤¿à¤• जन सब कà¥à¤› जाà¤à¤šà¤¤à¤¾ है, परनà¥à¤¤à¥ वह आप किसी से जाà¤à¤šà¤¾ नहीं जाता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ का मन किस ने जाना है, कि उसे सिखाà¤?†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤® से इस रीति से बातें न कर सका, जैसे आतà¥à¤®à¤¿à¤• लोगों से परनà¥à¤¤à¥ जैसे शारीरिक लोगों से, और उनसे जो मसीह में बालक हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दूध पिलाया, अनà¥à¤¨ न खिलाया; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® उसको न खा सकते थे; वरनॠअब तक à¤à¥€ नहीं खा सकते हो, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब तक शारीरिक हो। इसलिà¤, कि जब तà¥à¤® में ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ और à¤à¤—ड़ा है, तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® शारीरिक नहीं? और मनà¥à¤·à¥à¤¯ की रीति पर नहीं चलते? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 इसलिठकि जब à¤à¤• कहता है, “मैं पौलà¥à¤¸ का हूà¤,†और दूसरा, “मैं अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ का हूà¤,†तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 ¶ अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ कौन है? और पौलà¥à¤¸ कौन है? केवल सेवक, जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤® लोगों ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, जैसा हर à¤à¤• को पà¥à¤°à¤à¥ ने दिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 ¶ मैंने लगाया, अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ ने सींचा, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने बढ़ाया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 इसलिठन तो लगानेवाला कà¥à¤› है, और न सींचनेवाला, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° जो बढ़ानेवाला है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 ¶ लगानेवाला और सींचनेवाला दोनों à¤à¤• हैं; परनà¥à¤¤à¥ हर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने ही परिशà¥à¤°à¤® के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपनी ही मजदूरी पाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के सहकरà¥à¤®à¥€ हैं; तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की खेती और परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤µà¤¨ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, जो मà¥à¤à¥‡ दिया गया, मैंने बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ राजमिसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के समान नींव डाली, और दूसरा उस पर रदà¥à¤¦à¤¾ रखता है। परनà¥à¤¤à¥ हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ चौकस रहे, कि वह उस पर कैसा रदà¥à¤¦à¤¾ रखता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस नींव को छोड़ जो पड़ी है, और वह यीशॠमसीह है, कोई दूसरी नींव नहीं डाल सकता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 ¶ और यदि कोई इस नींव पर सोना या चाà¤à¤¦à¥€ या बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ पतà¥à¤¥à¤° या काठया घास या फूस का रदà¥à¤¦à¤¾ रखे, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 तो हर à¤à¤• का काम पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¤—ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह दिन उसे बताà¤à¤—ा; इसलिठकि आग के साथ पà¥à¤°à¤—ट होगा और वह आग हर à¤à¤• का काम परखेगी कि कैसा है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 ¶ जिसका काम उस पर बना हà¥à¤† सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहेगा, वह मजदूरी पाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 और यदि किसी का काम जल जाà¤à¤—ा, तो वह हानि उठाà¤à¤—ा; पर वह आप बच जाà¤à¤—ा परनà¥à¤¤à¥ जलते-जलते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° का मनà¥à¤¦à¤¿à¤° हो, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤® में वास करता है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 यदि कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को नाश करेगा तो परमेशà¥â€à¤µà¤° उसे नाश करेगा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का मनà¥à¤¦à¤¿à¤° पवितà¥à¤° है, और वह तà¥à¤® हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 ¶ कोई अपने आप को धोखा न दे। यदि तà¥à¤® में से कोई इस संसार में अपने आप को जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ समà¤à¥‡, तो मूरà¥à¤– बने कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ हो जाà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस संसार का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट मूरà¥à¤–ता है, जैसा लिखा है, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:20 और फिर, “पà¥à¤°à¤à¥ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के विचारों को जानता है, कि वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ हैं।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:21 ¶ इसलिठमनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर कोई घमणà¥à¤¡ न करे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:22 कà¥à¤¯à¤¾ पौलà¥à¤¸, कà¥à¤¯à¤¾ अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸, कà¥à¤¯à¤¾ कैफा, कà¥à¤¯à¤¾ जगत, कà¥à¤¯à¤¾ जीवन, कà¥à¤¯à¤¾ मरण, कà¥à¤¯à¤¾ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨, कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯, सब कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ है, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:23 और तà¥à¤® मसीह के हो, और मसीह परमेशà¥â€à¤µà¤° का है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ मनà¥à¤·à¥à¤¯ हमें मसीह के सेवक और परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ समà¤à¥‡à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 फिर यहाठà¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ में यह बात देखी जाती है, कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ निकले। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में यह बहà¥à¤¤ छोटी बात है, कि तà¥à¤® या मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का कोई नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ मà¥à¤à¥‡ परखे, वरनॠमैं आप ही अपने आप को नहीं परखता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा मन मà¥à¤à¥‡ किसी बात में दोषी नहीं ठहराता, परनà¥à¤¤à¥ इससे मैं निरà¥à¤¦à¥‹à¤· नहीं ठहरता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरा परखनेवाला पà¥à¤°à¤à¥ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 ¶ इसलिठजब तक पà¥à¤°à¤à¥ न आà¤, समय से पहले किसी बात का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ न करो: वही तो अंधकार की छिपी बातें जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में दिखाà¤à¤—ा, और मनों के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤—ट करेगा, तब परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से हर à¤à¤• की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा होगी। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैंने इन बातों में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये अपनी और अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ की चरà¥à¤šà¤¾ दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ की रीति पर की है, इसलिठकि तà¥à¤® हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह सीखो, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤ में और दूसरे में कौन à¤à¥‡à¤¦ करता है? और तेरे पास कà¥à¤¯à¤¾ है जो तूने (दूसरे से) नहीं पाया और जब कि तूने (दूसरे से) पाया है, तो à¤à¤¸à¤¾ घमणà¥à¤¡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करता है, कि मानो नहीं पाया? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 ¶ तà¥à¤® तो तृपà¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡; तà¥à¤® धनी हो चà¥à¤•à¥‡, तà¥à¤® ने हमारे बिना राजà¥à¤¯ किया; परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤²à¤¾ होता कि तà¥à¤® राजà¥à¤¯ करते कि हम à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ राजà¥à¤¯ करते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 मेरी समठमें परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हम पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को सब के बाद उन लोगों के समान ठहराया है, जिनकी मृतà¥à¤¯à¥ की आजà¥à¤žà¤¾ हो चà¥à¤•à¥€ हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जगत और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये à¤à¤• तमाशा ठहरे हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 ¶ हम मसीह के लिये मूरà¥à¤– है; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® मसीह में बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ हो; हम निरà¥à¤¬à¤² हैं परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® बलवान हो। तà¥à¤® आदर पाते हो, परनà¥à¤¤à¥ हम निरादर होते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 हम इस घड़ी तक à¤à¥‚खे-पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ और नंगे हैं, और घूसे खाते हैं और मारे-मारे फिरते हैं; (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 ¶ और अपने ही हाथों के काम करके परिशà¥à¤°à¤® करते हैं। लोग बà¥à¤°à¤¾ कहते हैं, हम आशीष देते हैं; वे सताते हैं, हम सहते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 वे बदनाम करते हैं, हम विनती करते हैं हम आज तक जगत के कूड़े और सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की खà¥à¤°à¤šà¤¨ के समान ठहरे हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 ¶ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने के लिये ये बातें नहीं लिखता, परनà¥à¤¤à¥ अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बालक जानकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिताता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मसीह में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सिखानेवाले दस हजार à¤à¥€ होते, तो à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पिता बहà¥à¤¤ से नहीं, इसलिठकि मसीह यीशॠमें सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 इसलिठमैं तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, कि मेरी जैसी चाल चलो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:17 ¶ इसलिठमैंने तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ को जो पà¥à¤°à¤à¥ में मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, और वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मसीह में मेरा चरितà¥à¤° सà¥à¤®à¤°à¤£ कराà¤à¤—ा, जैसे कि मैं हर जगह हर à¤à¤• कलीसिया में उपदेश देता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:18 कितने तो à¤à¤¸à¥‡ फूल गठहैं, मानो मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने ही का नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:19 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ चाहे तो मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास शीघà¥à¤° ही आऊà¤à¤—ा, और उन फूले हà¥à¤“ं की बातों को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ उनकी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ को जान लूà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ बातों में नहीं, परनà¥à¤¤à¥ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ में है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:21 तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ चाहते हो? कà¥à¤¯à¤¾ मैं छड़ी लेकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊठया पà¥à¤°à¥‡à¤® और नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ की आतà¥à¤®à¤¾ के साथ? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:1 ¶ यहाठतक सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ में आता है, कि तà¥à¤® में वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° होता है, वरनॠà¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° जो अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ नहीं होता, कि à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· अपने पिता की पतà¥â€à¤¨à¥€ को रखता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:2 और तà¥à¤® शोक तो नहीं करते, जिससे à¤à¤¸à¤¾ काम करनेवाला तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में से निकाला जाता, परनà¥à¤¤à¥ घमणà¥à¤¡ करते हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:3 ¶ मैं तो शरीर के à¤à¤¾à¤µ से दूर था, परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤¾à¤µ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ होकर, मानो उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की दशा में à¤à¤¸à¥‡ काम करनेवाले के विषय में नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ कर चà¥à¤•à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:4 कि जब तà¥à¤®, और मेरी आतà¥à¤®à¤¾, हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के साथ इकटà¥à¤ े हों, तो à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯, हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम से। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:5 शरीर के विनाश के लिये शैतान को सौंपा जाà¤, ताकि उसकी आतà¥à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके दिन में उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:6 ¶ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ घमणà¥à¤¡ करना अचà¥à¤›à¤¾ नहीं; कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि थोड़ा सा ख़मीर पूरे गà¥à¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ आटे को ख़मीर कर देता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:7 पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ ख़मीर निकालकर, अपने आप को शà¥à¤¦à¥à¤§ करो कि नया गूà¤à¤§à¤¾ हà¥à¤† आटा बन जाओ; ताकि तà¥à¤® अख़मीरी हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा à¤à¥€ फसह जो मसीह है, बलिदान हà¥à¤† है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:8 इसलिठआओ हम उतà¥à¤¸à¤µ में आननà¥à¤¦ मनायें, न तो पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ ख़मीर से और न बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ के ख़मीर से, परनà¥à¤¤à¥ सिधाई और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ की अख़मीरी रोटी से। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:9 ¶ मैंने अपनी पतà¥à¤°à¥€ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखा है, कि वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संगति न करना। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:10 यह नहीं, कि तà¥à¤® बिलकà¥à¤² इस जगत के वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, या लोà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, या अंधेर करनेवालों, या मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जकों की संगति न करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस दशा में तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जगत में से निकल जाना ही पड़ता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:11 ¶ मेरा कहना यह है; कि यदि कोई à¤à¤¾à¤ˆ कहलाकर, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€, या लोà¤à¥€, या मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जक, या गाली देनेवाला, या पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼, या अंधेर करनेवाला हो, तो उसकी संगति मत करना; वरनॠà¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के साथ खाना à¤à¥€ न खाना। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¥‡ बाहरवालों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने से कà¥à¤¯à¤¾ काम? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¥€à¤¤à¤°à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ नहीं करते? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:13 परनà¥à¤¤à¥ बाहरवालों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° करता है: (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:1 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® में से किसी को यह साहस है, कि जब दूसरे के साथ à¤à¤—ड़ा हो, तो फैसले के लिये अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास जाà¤; और पवितà¥à¤° लोगों के पास न जाà¤? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:2 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि पवितà¥à¤° लोग जगत का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेंगे? और जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जगत का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करना है, तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® छोटे से छोटे à¤à¤—ड़ों का à¤à¥€ निरà¥à¤£à¤¯ करने के योगà¥à¤¯ नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:3 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि हम सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेंगे? तो कà¥à¤¯à¤¾ सांसारिक बातों का निरà¥à¤£à¤¯ न करे? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:4 ¶ यदि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सांसारिक बातों का निरà¥à¤£à¤¯ करना हो, तो कà¥à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को बैठाओगे जो कलीसिया में कà¥à¤› नहीं समà¤à¥‡ जाते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:5 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने के लिये यह कहता हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ सचमà¥à¤š तà¥à¤® में से à¤à¤• à¤à¥€ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ नहीं मिलता, जो अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤£à¤¯ कर सके? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:6 वरनॠà¤à¤¾à¤ˆ-à¤à¤¾à¤ˆ में मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ होता है, और वह à¤à¥€ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:7 ¶ सचमà¥à¤š तà¥à¤® में बड़ा दोष तो यह है, कि आपस में मà¥à¤•à¤¦à¥à¤¦à¤®à¤¾ करते हो। वरनॠअनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं सहते? अपनी हानि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं सहते? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:8 वरनॠअनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करते और हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¤à¥‡ हो, और वह à¤à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:9 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ लोग परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेशà¥à¤¯à¤¾à¤—ामी, न मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जक, न परसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤—ामी, न लà¥à¤šà¥à¤šà¥‡, न पà¥à¤°à¥à¤·à¤—ामी। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:10 न चोर, न लोà¤à¥€, न पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼, न गाली देनेवाले, न अंधेर करनेवाले परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के वारिस होंगे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:11 और तà¥à¤® में से कितने à¤à¤¸à¥‡ ही थे, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के नाम से और हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ से धोठगà¤, और पवितà¥à¤° हà¥à¤ और धरà¥à¤®à¥€ ठहरे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:12 ¶ सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मेरे लिये उचित तो हैं, परनà¥à¤¤à¥ सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ लाठकी नहीं, सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मेरे लिये उचित हैं, परनà¥à¤¤à¥ मैं किसी बात के अधीन न हूà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:13 à¤à¥‹à¤œà¤¨ पेट के लिये, और पेट à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये है, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° इसको और उसको दोनों को नाश करेगा, परनà¥à¤¤à¥ देह वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° के लिये नहीं, वरनॠपà¥à¤°à¤à¥ के लिये; और पà¥à¤°à¤à¥ देह के लिये है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:14 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से पà¥à¤°à¤à¥ को जिलाया, और हमें à¤à¥€ जिलाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:15 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ देह मसीह के अंग हैं? तो कà¥à¤¯à¤¾ मैं मसीह के अंग लेकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वेशà¥à¤¯à¤¾ के अंग बनाऊà¤? कदापि नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:16 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि जो कोई वेशà¥à¤¯à¤¾ से संगति करता है, वह उसके साथ à¤à¤• तन हो जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, “वे दोनों à¤à¤• तन होंगे।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:17 और जो पà¥à¤°à¤à¥ की संगति में रहता है, वह उसके साथ à¤à¤• आतà¥à¤®à¤¾ हो जाता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:18 ¶ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से बचे रहो जितने और पाप मनà¥à¤·à¥à¤¯ करता है, वे देह के बाहर हैं, परनà¥à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करनेवाला अपनी ही देह के विरà¥à¤¦à¥à¤§ पाप करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:19 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ देह पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ का मनà¥à¤¦à¤¿à¤° है; जो तà¥à¤® में बसा हà¥à¤† है और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से मिला है, और तà¥à¤® अपने नहीं हो? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दाम देकर मोल लिये गठहो, इसलिठअपनी देह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:1 ¶ उन बातों के विषय में जो तà¥à¤® ने लिखीं, यह अचà¥à¤›à¤¾ है, कि पà¥à¤°à¥à¤· सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को न छूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:2 परनà¥à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° के डर से हर à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· की पतà¥â€à¤¨à¥€, और हर à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का पति हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:3 ¶ पति अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ का हक़ पूरा करे; और वैसे ही पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¥€ अपने पति का। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:4 पतà¥â€à¤¨à¥€ को अपनी देह पर अधिकार नहीं पर उसके पति का अधिकार है; वैसे ही पति को à¤à¥€ अपनी देह पर अधिकार नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पतà¥â€à¤¨à¥€ को। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:5 ¶ तà¥à¤® à¤à¤• दूसरे से अलग न रहो; परनà¥à¤¤à¥ केवल कà¥à¤› समय तक आपस की समà¥à¤®à¤¤à¤¿ से कि पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के लिये अवकाश मिले, और फिर à¤à¤• साथ रहो; à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ असंयम के कारण शैतान तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परखे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:6 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं जो यह कहता हूठवह अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ है न कि आजà¥à¤žà¤¾à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:7 मैं यह चाहता हूà¤, कि जैसा मैं हूà¤, वैसा ही सब मनà¥à¤·à¥à¤¯ हों; परनà¥à¤¤à¥ हर à¤à¤• को परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से विशेष वरदान मिले हैं; किसी को किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का, और किसी को किसी और पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:8 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं अविवाहितों और विधवाओं के विषय में कहता हूà¤, कि उनके लिये à¤à¤¸à¤¾ ही रहना अचà¥à¤›à¤¾ है, जैसा मैं हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:9 परनà¥à¤¤à¥ यदि वे संयम न कर सके, तो विवाह करें; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि विवाह करना कामातà¥à¤° रहने से à¤à¤²à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:10 ¶ जिनका विवाह हो गया है, उनको मैं नहीं, वरनॠपà¥à¤°à¤à¥ आजà¥à¤žà¤¾ देता है, कि पतà¥â€à¤¨à¥€ अपने पति से अलग न हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:11 (और यदि अलग à¤à¥€ हो जाà¤, तो बिना दूसरा विवाह किठरहे; या अपने पति से फिर मेल कर ले) और न पति अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को छोड़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:12 ¶ दूसरों से पà¥à¤°à¤à¥ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मैं ही कहता हूà¤, यदि किसी à¤à¤¾à¤ˆ की पतà¥â€à¤¨à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न रखती हो, और उसके साथ रहने से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हो, तो वह उसे न छोड़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:13 और जिस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का पति विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न रखता हो, और उसके साथ रहने से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हो; वह पति को न छोड़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ पति जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न रखता हो, वह पतà¥â€à¤¨à¥€ के कारण पवितà¥à¤° ठहरता है, और à¤à¤¸à¥€ पतà¥â€à¤¨à¥€ जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं रखती, पति के कारण पवितà¥à¤° ठहरती है; नहीं तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बाल-बचà¥à¤šà¥‡ अशà¥à¤¦à¥à¤§ होते, परनà¥à¤¤à¥ अब तो पवितà¥à¤° हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:15 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो पà¥à¤°à¥à¤· विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं रखता, यदि वह अलग हो, तो अलग होने दो, à¤à¤¸à¥€ दशा में कोई à¤à¤¾à¤ˆ या बहन बनà¥à¤§à¤¨ में नहीं; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तो हमें मेल-मिलाप के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हे सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, तू कà¥à¤¯à¤¾ जानती है, कि तू अपने पति का उदà¥à¤§à¤¾à¤° करा लेगी? और हे पà¥à¤°à¥à¤·, तू कà¥à¤¯à¤¾ जानता है कि तू अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ का उदà¥à¤§à¤¾à¤° करा लेगा? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:17 ¶ पर जैसा पà¥à¤°à¤à¥ ने हर à¤à¤• को बाà¤à¤Ÿà¤¾ है, और जैसा परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हर à¤à¤• को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है; वैसा ही वह चले: और मैं सब कलीसियाओं में à¤à¤¸à¤¾ ही ठहराता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:18 जो खतना किया हà¥à¤† बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया हो, वह खतनारहित न बने: जो खतनारहित बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया हो, वह खतना न कराà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:19 न खतना कà¥à¤› है, और न खतनारहित परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानना ही सब कà¥à¤› है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:20 ¶ हर à¤à¤• जन जिस दशा में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया हो, उसी में रहे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:21 यदि तू दास की दशा में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया हो तो चिनà¥à¤¤à¤¾ न कर; परनà¥à¤¤à¥ यदि तू सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° हो सके, तो à¤à¤¸à¤¾ ही काम कर। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो दास की दशा में पà¥à¤°à¤à¥ में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया है, वह पà¥à¤°à¤à¥ का सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° किया हà¥à¤† है और वैसे ही जो सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ की दशा में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया है, वह मसीह का दास है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:23 तà¥à¤® दाम देकर मोल लिये गठहो, मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के दास न बनो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:24 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जो कोई जिस दशा में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया हो, वह उसी में परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ रहे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:25 ¶ कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय में पà¥à¤°à¤à¥ की कोई आजà¥à¤žà¤¾ मà¥à¤à¥‡ नहीं मिली, परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ होने के लिये जैसी दया पà¥à¤°à¤à¥ ने मà¥à¤ पर की है, उसी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° समà¥à¤®à¤¤à¤¿ देता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:26 इसलिठमेरी समठमें यह अचà¥à¤›à¤¾ है, कि आजकल कà¥à¤²à¥‡à¤¶ के कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯ जैसा है, वैसा ही रहे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:27 ¶ यदि तेरे पतà¥â€à¤¨à¥€ है, तो उससे अलग होने का यतà¥à¤¨ न कर: और यदि तेरे पतà¥â€à¤¨à¥€ नहीं, तो पतà¥â€à¤¨à¥€ की खोज न कर: (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:28 परनà¥à¤¤à¥ यदि तू विवाह à¤à¥€ करे, तो पाप नहीं; और यदि कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ बà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥€ जाठतो कोई पाप नहीं; परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¥‹à¤‚ को शारीरिक दà¥à¤ƒà¤– होगा, और मैं बचाना चाहता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:29 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं यह कहता हूà¤, कि समय कम किया गया है, इसलिठचाहिठकि जिनके पतà¥â€à¤¨à¥€ हों, वे à¤à¤¸à¥‡ हों मानो उनके पतà¥â€à¤¨à¥€ नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:30 और रोनेवाले à¤à¤¸à¥‡ हों, मानो रोते नहीं; और आननà¥à¤¦ करनेवाले à¤à¤¸à¥‡ हों, मानो आननà¥à¤¦ नहीं करते; और मोल लेनेवाले à¤à¤¸à¥‡ हों, कि मानो उनके पास कà¥à¤› है नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:31 और इस संसार के साथ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करनेवाले à¤à¤¸à¥‡ हों, कि संसार ही के न हो लें; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस संसार की रीति और वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° बदलते जाते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:32 ¶ मैं यह चाहता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिनà¥à¤¤à¤¾ न हो। अविवाहित पà¥à¤°à¥à¤· पà¥à¤°à¤à¥ की बातों की चिनà¥à¤¤à¤¾ में रहता है, कि पà¥à¤°à¤à¥ को कैसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रखे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:33 परनà¥à¤¤à¥ विवाहित मनà¥à¤·à¥à¤¯ संसार की बातों की चिनà¥à¤¤à¤¾ में रहता है, कि अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ को किस रीति से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रखे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:34 विवाहिता और अविवाहिता में à¤à¥€ à¤à¥‡à¤¦ है: अविवाहिता पà¥à¤°à¤à¥ की चिनà¥à¤¤à¤¾ में रहती है, कि वह देह और आतà¥à¤®à¤¾ दोनों में पवितà¥à¤° हो, परनà¥à¤¤à¥ विवाहिता संसार की चिनà¥à¤¤à¤¾ में रहती है, कि अपने पति को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रखे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:35 ¶ यह बात तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ ही लाठके लिये कहता हूà¤, न कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ फà¤à¤¸à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये, वरनॠइसलिठकि जैसा उचित है; ताकि तà¥à¤® à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर पà¥à¤°à¤à¥ की सेवा में लगे रहो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:36 ¶ और यदि कोई यह समà¤à¥‡, कि मैं अपनी उस कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ का हक़ मार रहा हूà¤, जिसकी जवानी ढल रही है, और पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ à¤à¥€ हो, तो जैसा चाहे, वैसा करे, इसमें पाप नहीं, वह उसका विवाह होने दे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:37 परनà¥à¤¤à¥ यदि वह मन में फैसला करता है, और कोई अतà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¶à¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं है, और वह अपनी अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं को नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ कर सकता है, तो वह विवाह न करके अचà¥à¤›à¤¾ करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:38 तो जो अपनी कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ का विवाह कर देता है, वह अचà¥à¤›à¤¾ करता है और जो विवाह नहीं कर देता, वह और à¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:39 ¶ जब तक किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का पति जीवित रहता है, तब तक वह उससे बंधी हà¥à¤ˆ है, परनà¥à¤¤à¥ जब उसका पति मर जाà¤, तो जिससे चाहे विवाह कर सकती है, परनà¥à¤¤à¥ केवल पà¥à¤°à¤à¥ में। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:40 परनà¥à¤¤à¥ जैसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और à¤à¥€ धनà¥à¤¯ है, और मैं समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का आतà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤ में à¤à¥€ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:1 ¶ अब मूरतों के सामने बलि की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के विषय में हम जानते हैं, कि हम सब को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है: जà¥à¤žà¤¾à¤¨ घमणà¥à¤¡ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता है, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¥‡à¤® से उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ होती है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:2 यदि कोई समà¤à¥‡, कि मैं कà¥à¤› जानता हूà¤, तो जैसा जानना चाहिठवैसा अब तक नहीं जानता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:3 परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, तो उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° पहचानता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:4 ¶ अतः मूरतों के सामने बलि की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के खाने के विषय में हम जानते हैं, कि मूरत जगत में कोई वसà¥à¤¤à¥ नहीं, और à¤à¤• को छोड़ और कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:5 यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ आकाश में और पृथà¥à¤µà¥€ पर बहà¥à¤¤ से ईशà¥à¤µà¤° कहलाते हैं, (जैसा कि बहà¥à¤¤ से ईशà¥à¤µà¤° और बहà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤à¥ हैं)। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:6 तो à¤à¥€ हमारे निकट तो à¤à¤• ही परमेशà¥â€à¤µà¤° है: (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:7 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सब को यह जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नहीं; परनà¥à¤¤à¥ कितने तो अब तक मूरत को कà¥à¤› समà¤à¤¨à¥‡ के कारण मूरतों के सामने बलि की हà¥à¤ˆ को कà¥à¤› वसà¥à¤¤à¥ समà¤à¤•à¤° खाते हैं, और उनका विवेक निरà¥à¤¬à¤² होकर अशà¥à¤¦à¥à¤§ होता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:8 ¶ à¤à¥‹à¤œà¤¨ हमें परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट नहीं पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¤à¤¾, यदि हम न खाà¤à¤, तो हमारी कà¥à¤› हानि नहीं, और यदि खाà¤à¤, तो कà¥à¤› लाठनहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:9 परनà¥à¤¤à¥ चौकस रहो, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ यह सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ कहीं निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ के लिये ठोकर का कारण हो जाà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि कोई तà¥à¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ को मूरत के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में à¤à¥‹à¤œà¤¨ करते देखे, और वह निरà¥à¤¬à¤² जन हो, तो कà¥à¤¯à¤¾ उसके विवेक में मूरत के सामने बलि की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥ के खाने का साहस न हो जाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:11 ¶ इस रीति से तेरे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के कारण वह निरà¥à¤¬à¤² à¤à¤¾à¤ˆ जिसके लिये मसीह मरा नाश हो जाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:12 तो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का अपराध करने से और उनके निरà¥à¤¬à¤² विवेक को चोट देने से तà¥à¤® मसीह का अपराध करते हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:13 इस कारण यदि à¤à¥‹à¤œà¤¨ मेरे à¤à¤¾à¤ˆ को ठोकर खिलाà¤à¤, तो मैं कà¤à¥€ किसी रीति से माà¤à¤¸ न खाऊà¤à¤—ा, न हो कि मैं अपने à¤à¤¾à¤ˆ के ठोकर का कारण बनूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:1 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ मैं सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° नहीं? कà¥à¤¯à¤¾ मैं पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ नहीं? कà¥à¤¯à¤¾ मैंने यीशॠको जो हमारा पà¥à¤°à¤à¥ है, नहीं देखा? कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में मेरे बनाठहà¥à¤ नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:2 यदि मैं औरों के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ नहीं, फिर à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये तो हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में मेरी पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¤¾à¤ˆ पर छाप हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:3 ¶ जो मà¥à¤à¥‡ जाà¤à¤šà¤¤à¥‡ हैं, उनके लिये यही मेरा उतà¥à¤¤à¤° है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:4 कà¥à¤¯à¤¾ हमें खाने-पीने का अधिकार नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:5 कà¥à¤¯à¤¾ हमें यह अधिकार नहीं, कि किसी मसीही बहन को विवाह कर के साथ लिठफिरें, जैसा अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤¾à¤ˆ और कैफा करते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:6 या केवल मà¥à¤à¥‡ और बरनबास को ही जीवन-निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ के लिठकाम करना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:7 ¶ कौन कà¤à¥€ अपनी गिरह से खाकर सिपाही का काम करता है? कौन दाख की बारी लगाकर उसका फल नहीं खाता? कौन à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ की रखवाली करके उनका दूध नहीं पीता? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:8 कà¥à¤¯à¤¾ मैं ये बातें मनà¥à¤·à¥à¤¯ ही की रीति पर बोलता हूà¤? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:9 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ यही नहीं कहती? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में लिखा है “दाà¤à¤µà¤¤à¥‡ समय चलते हà¥à¤ बैल का मà¥à¤à¤¹ न बाà¤à¤§à¤¨à¤¾à¥¤â€ कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° बैलों ही की चिनà¥à¤¤à¤¾ करता है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:10 या विशेष करके हमारे लिये कहता है। हाà¤, हमारे लिये ही लिखा गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उचित है, कि जोतनेवाला आशा से जोते, और दाà¤à¤µà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ à¤à¤¾à¤—ी होने की आशा से दाà¤à¤µà¤¨à¥€ करे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:11 यदि हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये आतà¥à¤®à¤¿à¤• वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ बोई, तो कà¥à¤¯à¤¾ यह कोई बड़ी बात है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ शारीरिक वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की फसल काटें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:12 ¶ जब औरों का तà¥à¤® पर यह अधिकार है, तो कà¥à¤¯à¤¾ हमारा इससे अधिक न होगा? परनà¥à¤¤à¥ हम यह अधिकार काम में नहीं लाà¤; परनà¥à¤¤à¥ सब कà¥à¤› सहते हैं, कि हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की कà¥à¤› रोक न हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:13 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते कि जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में सेवा करते हैं, वे मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में से खाते हैं; और जो वेदी की सेवा करते हैं; वे वेदी के साथ à¤à¤¾à¤—ी होते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:14 इसी रीति से पà¥à¤°à¤à¥ ने à¤à¥€ ठहराया, कि जो लोग सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, उनकी जीविका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° से हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:15 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं इनमें से कोई à¤à¥€ बात काम में न लाया, और मैंने तो ये बातें इसलिठनहीं लिखीं, कि मेरे लिये à¤à¤¸à¤¾ किया जाà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे तो मेरा मरना ही à¤à¤²à¤¾ है; कि कोई मेरा घमणà¥à¤¡ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहराà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:16 यदि मैं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤Šà¤, तो मेरा कà¥à¤› घमणà¥à¤¡ नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह तो मेरे लिये अवशà¥à¤¯ है; और यदि मैं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° न सà¥à¤¨à¤¾à¤Šà¤, तो मà¥à¤ पर हाय! (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से यह करता हूà¤, तो मजदूरी मà¥à¤à¥‡ मिलती है, और यदि अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से नहीं करता, तो à¤à¥€ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€à¤ªà¤¨ मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:18 तो फिर मेरी कौन सी मजदूरी है? यह कि सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ में मैं मसीह का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सेंत-मेंत कर दूà¤; यहाठतक कि सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° में जो मेरा अधिकार है, उसको मैं पूरी रीति से काम में लाऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:19 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सबसे सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होने पर à¤à¥€ मैंने अपने आप को सब का दास बना दिया है; कि अधिक लोगों को खींच लाऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:20 मैं यहूदियों के लिये यहूदी बना कि यहूदियों को खींच लाऊà¤, जो लोग वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन हैं उनके लिये मैं वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन न होने पर à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन बना, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन हैं, खींच लाऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:21 ¶ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के लिये मैं (जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से हीन नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मसीह की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन हूà¤) वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¹à¥€à¤¨ सा बना, कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को खींच लाऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:22 मैं निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ के लिये निरà¥à¤¬à¤² सा बना, कि निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ को खींच लाऊà¤, मैं सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये सब कà¥à¤› बना हूà¤, कि किसी न किसी रीति से कई à¤à¤• का उदà¥à¤§à¤¾à¤° कराऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:23 और मैं सब कà¥à¤› सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये करता हूà¤, कि औरों के साथ उसका à¤à¤¾à¤—ी हो जाऊà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:24 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानते, कि दौड़ में तो दौड़ते सब ही हैं, परनà¥à¤¤à¥ इनाम à¤à¤• ही ले जाता है? तà¥à¤® वैसे ही दौड़ो, कि जीतो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:25 और हर à¤à¤• पहलवान सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का संयम करता है, वे तो à¤à¤• मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ मà¥à¤•à¥à¤Ÿ को पाने के लिये यह सब करते हैं, परनà¥à¤¤à¥ हम तो उस मà¥à¤•à¥à¤Ÿ के लिये करते हैं, जो मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¨à¥‡ का नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:26 इसलिठमैं तो इसी रीति से दौड़ता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ बेठिकाने नहीं, मैं à¤à¥€ इसी रीति से मà¥à¤•à¥à¤•à¥‹à¤‚ से लड़ता हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ उसके समान नहीं जो हवा पीटता हà¥à¤† लड़ता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:27 परनà¥à¤¤à¥ मैं अपनी देह को मारता कूटता, और वश में लाता हूà¤; à¤à¤¸à¤¾ न हो कि औरों को पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करके, मैं आप ही किसी रीति से निकमà¥à¤®à¤¾ ठहरूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं नहीं चाहता, कि तà¥à¤® इस बात से अजà¥à¤žà¤¾à¤¤ रहो, कि हमारे सब पूरà¥à¤µà¤œ बादल के नीचे थे, और सब के सब समà¥à¤¦à¥à¤° के बीच से पार हो गà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:2 और सब ने बादल में, और समà¥à¤¦à¥à¤° में, मूसा का बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:3 और सब ने à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:4 और सब ने à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¿à¤• जल पीया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उस आतà¥à¤®à¤¿à¤• चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ से पीते थे, जो उनके साथ-साथ चलती थी; और वह चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ मसीह था। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° उनमें से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ ना था, इसलिठवे जंगल में ढेर हो गà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:6 ये बातें हमारे लिये दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ ठहरी, कि जैसे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लालच किया, वैसे हम बà¥à¤°à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का लालच न करें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:7 ¶ और न तà¥à¤® मूरत पूजनेवाले बनो; जैसे कि उनमें से कितने बन गठथे, जैसा लिखा है, “लोग खाने-पीने बैठे, और खेलने-कूदने उठे।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:8 और न हम वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करें; जैसा उनमें से कितनों ने किया और à¤à¤• दिन में तेईस हजार मर गये। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:9 ¶ और न हम पà¥à¤°à¤à¥ को परखें; जैसा उनमें से कितनों ने किया, और साà¤à¤ªà¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नाश किठगà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:10 और न तà¥à¤® कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤“, जिस रीति से उनमें से कितने कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤, और नाश करनेवाले के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नाश किठगà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:11 ¶ परनà¥à¤¤à¥ ये सब बातें, जो उन पर पड़ी, दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ की रीति पर थीं; और वे हमारी चेतावनी के लिये जो जगत के अनà¥à¤¤à¤¿à¤® समय में रहते हैं लिखी गईं हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:12 इसलिठजो समà¤à¤¤à¤¾ है, “मैं सà¥à¤¥à¤¿à¤° हूà¤,†वह चौकस रहे; कि कहीं गिर न पड़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:13 तà¥à¤® किसी à¤à¤¸à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ में नहीं पड़े, जो मनà¥à¤·à¥à¤¯ के सहने के बाहर है: और परमेशà¥â€à¤µà¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है: वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से बाहर परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ने देगा, वरनॠपरीकà¥à¤·à¤¾ के साथ निकास à¤à¥€ करेगा; कि तà¥à¤® सह सको। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:14 ¶ इस कारण, हे मेरे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ मूरà¥à¤¤à¤¿ पूजा से बचे रहो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:15 मैं बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ जानकर, तà¥à¤® से कहता हूà¤: जो मैं कहता हूà¤, उसे तà¥à¤® परखो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:16 वह धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ का कटोरा, जिस पर हम धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते हैं, कà¥à¤¯à¤¾ वह मसीह के लहू की सहà¤à¤¾à¤—िता नहीं? वह रोटी जिसे हम तोड़ते हैं, कà¥à¤¯à¤¾ मसीह की देह की सहà¤à¤¾à¤—िता नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:17 इसलिà¤, कि à¤à¤• ही रोटी है तो हम à¤à¥€ जो बहà¥à¤¤ हैं, à¤à¤• देह हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम सब उसी à¤à¤• रोटी में à¤à¤¾à¤—ी होते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:18 ¶ जो शरीर के à¤à¤¾à¤µ से इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ हैं, उनको देखो: कà¥à¤¯à¤¾ बलिदानों के खानेवाले वेदी के सहà¤à¤¾à¤—ी नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:19 फिर मैं कà¥à¤¯à¤¾ कहता हूà¤? कà¥à¤¯à¤¾ यह कि मूरà¥à¤¤à¤¿ का बलिदान कà¥à¤› है, या मूरत कà¥à¤› है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:20 ¶ नहीं, बस यह, कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ जो बलिदान करते हैं, वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के लिये बलिदान करते हैं और मैं नहीं चाहता, कि तà¥à¤® दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के सहà¤à¤¾à¤—ी हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:21 तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ के कटोरे, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं के कटोरे दोनों में से नहीं पी सकते! तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ की मेज और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं की मेज दोनों के सहà¤à¤¾à¤—ी नहीं हो सकते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:22 कà¥à¤¯à¤¾ हम पà¥à¤°à¤à¥ को कà¥à¤°à¥‹à¤§ दिलाते हैं? कà¥à¤¯à¤¾ हम उससे शकà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:23 ¶ सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मेरे लिये उचित तो हैं, परनà¥à¤¤à¥ सब लाठकी नहीं। सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मेरे लिये उचित तो हैं, परनà¥à¤¤à¥ सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:24 कोई अपनी ही à¤à¤²à¤¾à¤ˆ को न ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡ वरनॠऔरों की। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:25 ¶ जो कà¥à¤› कसà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के यहाठबिकता है, वह खाओ और विवेक के कारण कà¥à¤› न पूछो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:26 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पृथà¥à¤µà¥€ और उसकी à¤à¤°à¤ªà¥‚री पà¥à¤°à¤à¥ की है।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:27 और यदि अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नेवता दे, और तà¥à¤® जाना चाहो, तो जो कà¥à¤› तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने रखा जाठवही खाओ: और विवेक के कारण कà¥à¤› न पूछो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:28 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई तà¥à¤® से कहे, “यह तो मूरत को बलि की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥ है,†तो उसी बतानेवाले के कारण, और विवेक के कारण न खाओ। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:29 मेरा मतलब, तेरा विवेक नहीं, परनà¥à¤¤à¥ उस दूसरे का। à¤à¤²à¤¾, मेरी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ दूसरे के विचार से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परखी जाà¤? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:30 यदि मैं धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके सहà¤à¤¾à¤—ी होता हूà¤, तो जिस पर मैं धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, उसके कारण मेरी बदनामी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ होती है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:31 ¶ इसलिठतà¥à¤® चाहे खाओ, चाहे पीओ, चाहे जो कà¥à¤› करो, सब कà¥à¤› परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा के लिये करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:32 तà¥à¤® न यहूदियों, न यूनानियों, और न परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया के लिये ठोकर के कारण बनो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:33 जैसा मैं à¤à¥€ सब बातों में सब को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रखता हूà¤, और अपना नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का लाठढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ हूà¤, कि वे उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:1 ¶ तà¥à¤® मेरी जैसी चाल चलो जैसा मैं मसीह के समान चाल चलता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:2 ¶ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सराहता हूà¤, कि सब बातों में तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हो; और जो वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सौंप दिठहैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धारण करते हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:3 पर मैं चाहता हूà¤, कि तà¥à¤® यह जान लो, कि हर à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· का सिर मसीह है: और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का सिर पà¥à¤°à¥à¤· है: और मसीह का सिर परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:4 जो पà¥à¤°à¥à¤· सिर ढाà¤à¤•à¥‡ हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करता है, वह अपने सिर का अपमान करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:5 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बिना सिर ढके पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करती है, वह अपने सिर का अपमान करती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤£à¥à¤¡à¥€ होने के बराबर है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:6 यदि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ओढ़नी न ओढ़े, तो बाल à¤à¥€ कटा ले; यदि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के लिये बाल कटाना या मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤¨à¤¾ लजà¥à¤œà¤¾ की बात है, तो ओढ़नी ओढ़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:7 ¶ हाठपà¥à¤°à¥à¤· को अपना सिर ढाà¤à¤•à¤¨à¤¾ उचित नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤µà¤°à¥‚प और महिमा है; परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· की शोà¤à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¥à¤· सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से नहीं हà¥à¤†, परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· से हà¥à¤ˆ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:9 ¶ और पà¥à¤°à¥à¤· सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के लिये नहीं सिरजा गया, परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· के लिये सिरजी गई है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:10 इसलिठसà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के कारण सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को उचित है, कि अधिकार अपने सिर पर रखे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:11 ¶ तो à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ में न तो सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बिना पà¥à¤°à¥à¤· और न पà¥à¤°à¥à¤· बिना सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· से है, वैसे ही पà¥à¤°à¥à¤· सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ है; परनà¥à¤¤à¥ सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ परमेशà¥â€à¤µà¤° से हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:13 ¶ तà¥à¤® सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही विचार करो, कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को बिना सिर ढके परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना उचित है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:14 कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• रीति से à¤à¥€ तà¥à¤® नहीं जानते, कि यदि पà¥à¤°à¥à¤· लमà¥à¤¬à¥‡ बाल रखे, तो उसके लिये अपमान है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:15 परनà¥à¤¤à¥ यदि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ लमà¥à¤¬à¥‡ बाल रखे; तो उसके लिये शोà¤à¤¾ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बाल उसको ओढ़नी के लिये दिठगठहैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:16 परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई विवाद करना चाहे, तो यह जाने कि न हमारी और न परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसियाओं की à¤à¤¸à¥€ रीति है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:17 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देते हà¥à¤, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं सराहता, इसलिठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ इकटà¥à¤ े होने से à¤à¤²à¤¾à¤ˆ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ हानि होती है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पहले तो मैं यह सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ हूà¤, कि जब तà¥à¤® कलीसिया में इकटà¥à¤ े होते हो, तो तà¥à¤® में फूट होती है और मैं कà¥à¤›-कà¥à¤› विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¥€ करता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि विधरà¥à¤® à¤à¥€ तà¥à¤® में अवशà¥à¤¯ होंगे, इसलिठकि जो लोग तà¥à¤® में खरे निकले हैं, वे पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:20 ¶ जब तà¥à¤® à¤à¤• जगह में इकटà¥à¤ े होते हो तो यह पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¥‹à¤œ खाने के लिये नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि खाने के समय à¤à¤• दूसरे से पहले अपना à¤à¥‹à¤œ खा लेता है, तब कोई à¤à¥‚खा रहता है, और कोई मतवाला हो जाता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:22 कà¥à¤¯à¤¾ खाने-पीने के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ घर नहीं? या परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया को तà¥à¤šà¥à¤› जानते हो, और जिनके पास नहीं है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते हो? मैं तà¥à¤® से कà¥à¤¯à¤¾ कहूà¤? कà¥à¤¯à¤¾ इस बात में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करूà¤? मैं पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा नहीं करता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:23 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह बात मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ से पहà¥à¤à¤šà¥€, और मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¾ दी; कि पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠने जिस रात पकड़वाया गया रोटी ली, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:24 और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करके उसे तोड़ी, और कहा, “यह मेरी देह है, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये है: मेरे सà¥à¤®à¤°à¤£ के लिये यही किया करो।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:25 ¶ इसी रीति से उसने बियारी के बाद कटोरा à¤à¥€ लिया, और कहा, “यह कटोरा मेरे लहू में नई वाचा है: जब कà¤à¥€ पीओ, तो मेरे सà¥à¤®à¤°à¤£ के लिये यही किया करो।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब कà¤à¥€ तà¥à¤® यह रोटी खाते, और इस कटोरे में से पीते हो, तो पà¥à¤°à¤à¥ की मृतà¥à¤¯à¥ को जब तक वह न आà¤, पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:27 ¶ इसलिठजो कोई अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ रीति से पà¥à¤°à¤à¥ की रोटी खाà¤, या उसके कटोरे में से पीà¤, वह पà¥à¤°à¤à¥ की देह और लहू का अपराधी ठहरेगा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:28 इसलिठमनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने आप को जाà¤à¤š ले और इसी रीति से इस रोटी में से खाà¤, और इस कटोरे में से पीà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो खाते-पीते समय पà¥à¤°à¤à¥ की देह को न पहचाने, वह इस खाने और पीने से अपने ऊपर दणà¥à¤¡ लाता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:30 इसी कारण तà¥à¤® में बहà¥à¤¤ से निरà¥à¤¬à¤² और रोगी हैं, और बहà¥à¤¤ से सो à¤à¥€ गà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:31 ¶ यदि हम अपने आप को जाà¤à¤šà¤¤à¥‡, तो दणà¥à¤¡ न पाते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:32 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ हमें दणà¥à¤¡ देकर हमारी ताड़ना करता है इसलिठकि हम संसार के साथ दोषी न ठहरें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:33 ¶ इसलिà¤, हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब तà¥à¤® खाने के लिये इकटà¥à¤ े होते हो, तो à¤à¤• दूसरे के लिये ठहरा करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:34 यदि कोई à¤à¥‚खा हो, तो अपने घर में खा ले जिससे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ इकटà¥à¤ ा होना दणà¥à¤¡ का कारण न हो। और शेष बातों को मैं आकर ठीक कर दूà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं नहीं चाहता कि तà¥à¤® आतà¥à¤®à¤¿à¤• वरदानों के विषय में अजà¥à¤žà¤¾à¤¤ रहो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:2 तà¥à¤® जानते हो, कि जब तà¥à¤® अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ थे, तो गूंगी मूरतों के पीछे जैसे चलाठजाते थे वैसे चलते थे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:3 इसलिठमैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चेतावनी देता हूठकि जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° की आतà¥à¤®à¤¾ की अगà¥à¤†à¤ˆ से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशॠशà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है; और न कोई पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के बिना कह सकता है कि यीशॠपà¥à¤°à¤à¥ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:4 ¶ वरदान तो कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के हैं, परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¤• ही है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:5 और सेवा à¤à¥€ कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की है, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¤• ही है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:6 और पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ कारà¥à¤¯ कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के हैं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤• ही है, जो सब में हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:7 ¶ किनà¥à¤¤à¥ सब के लाठपहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ के लिये हर à¤à¤• को आतà¥à¤®à¤¾ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ दिया जाता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• को आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की बातें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:9 ¶ और किसी को उसी आतà¥à¤®à¤¾ से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸; और किसी को उसी à¤à¤• आतà¥à¤®à¤¾ से चंगा करने का वरदान दिया जाता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:10 फिर किसी को सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम करने की शकà¥à¤¤à¤¿; और किसी को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की; और किसी को आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं की परख, और किसी को अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾; और किसी को à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं का अरà¥à¤¥ बताना। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:11 परनà¥à¤¤à¥ ये सब पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ कारà¥à¤¯ वही à¤à¤• आतà¥à¤®à¤¾ करवाता है, और जिसे जो चाहता है वह बाà¤à¤Ÿ देता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° देह तो à¤à¤• है और उसके अंग बहà¥à¤¤ से हैं, और उस à¤à¤• देह के सब अंग, बहà¥à¤¤ होने पर à¤à¥€ सब मिलकर à¤à¤• ही देह हैं, उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मसीह à¤à¥€ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम सब ने कà¥à¤¯à¤¾ यहूदी हो, कà¥à¤¯à¤¾ यूनानी, कà¥à¤¯à¤¾ दास, कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• देह होने के लिये बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया, और हम सब को à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¾ पिलाया गया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:14 ¶ इसलिठकि देह में à¤à¤• ही अंग नहीं, परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤ से हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:15 यदि पाà¤à¤µ कहे: कि मैं हाथ नहीं, इसलिठदेह का नहीं, तो कà¥à¤¯à¤¾ वह इस कारण देह का नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:16 और यदि कान कहे, “मैं आà¤à¤– नहीं, इसलिठदेह का नहीं,†तो कà¥à¤¯à¤¾ वह इस कारण देह का नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:17 यदि सारी देह आà¤à¤– ही होती तो सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ कहाठसे होता? यदि सारी देह कान ही होती तो सूà¤à¤˜à¤¨à¤¾ कहाठहोता? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:18 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सचमà¥à¤š परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अंगों को अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤•-à¤à¤• करके देह में रखा है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:19 यदि वे सब à¤à¤• ही अंग होते, तो देह कहाठहोती? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:20 परनà¥à¤¤à¥ अब अंग तो बहà¥à¤¤ से हैं, परनà¥à¤¤à¥ देह à¤à¤• ही है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:21 ¶ आà¤à¤– हाथ से नहीं कह सकती, “मà¥à¤à¥‡ तेरा पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं,†और न सिर पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ से कह सकता है, “मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:22 परनà¥à¤¤à¥ देह के वे अंग जो औरों से निरà¥à¤¬à¤² देख पड़ते हैं, बहà¥à¤¤ ही आवशà¥à¤¯à¤• हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:23 और देह के जिन अंगों को हम कम आदरणीय समà¤à¤¤à¥‡ हैं उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को हम अधिक आदर देते हैं; और हमारे शोà¤à¤¾à¤¹à¥€à¤¨ अंग और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ शोà¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ हो जाते हैं, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:24 फिर à¤à¥€ हमारे शोà¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ अंगों को इसका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने देह को à¤à¤¸à¤¾ बना दिया है, कि जिस अंग को घटी थी उसी को और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ आदर हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:25 ¶ ताकि देह में फूट न पड़े, परनà¥à¤¤à¥ अंग à¤à¤• दूसरे की बराबर चिनà¥à¤¤à¤¾ करें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:26 इसलिठयदि à¤à¤• अंग दà¥à¤ƒà¤– पाता है, तो सब अंग उसके साथ दà¥à¤ƒà¤– पाते हैं; और यदि à¤à¤• अंग की बड़ाई होती है, तो उसके साथ सब अंग आननà¥à¤¦ मनाते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:27 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® सब मिलकर मसीह की देह हो, और अलग-अलग उसके अंग हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:28 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने कलीसिया में अलग-अलग वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ नियà¥à¤•à¥à¤¤ किठहैं; पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤, दूसरे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾, तीसरे शिकà¥à¤·à¤•, फिर सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम करनेवाले, फिर चंगा करनेवाले, और उपकार करनेवाले, और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨, और नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलनेवाले। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:29 कà¥à¤¯à¤¾ सब पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हैं? कà¥à¤¯à¤¾ सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ हैं? कà¥à¤¯à¤¾ सब उपदेशक हैं? कà¥à¤¯à¤¾ सब सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम करनेवाले हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:30 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ सब को चंगा करने का वरदान मिला है? कà¥à¤¯à¤¾ सब नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:31 कà¥à¤¯à¤¾ सब अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ करते हैं? तà¥à¤® बड़े से बड़े वरदानों की धà¥à¤¨ में रहो! परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ और à¤à¥€ सबसे उतà¥à¤¤à¤® मारà¥à¤— बताता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:1 ¶ यदि मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की बोलियां बोलूà¤, और पà¥à¤°à¥‡à¤® न रखूà¤, तो मैं ठनठनाता हà¥à¤† पीतल, और à¤à¤‚à¤à¤¨à¤¾à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ à¤à¤¾à¤à¤ हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:2 और यदि मैं à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ कर सकूà¤, और सब à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ को समà¤à¥‚à¤, और मà¥à¤à¥‡ यहाठतक पूरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूà¤, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¥‡à¤® न रखूà¤, तो मैं कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:3 और यदि मैं अपनी समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ संपतà¥à¤¤à¤¿ कंगालों को खिला दूà¤, या अपनी देह जलाने के लिये दे दूà¤, और पà¥à¤°à¥‡à¤® न रखूà¤, तो मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› à¤à¥€ लाठनहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:4 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤® धीरजवनà¥à¤¤ है, और कृपालॠहै; पà¥à¤°à¥‡à¤® डाह नहीं करता; पà¥à¤°à¥‡à¤® अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:5 अशोà¤à¤¨à¥€à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° नहीं करता, वह अपनी à¤à¤²à¤¾à¤ˆ नहीं चाहता, à¤à¥à¤à¤à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ नहीं, बà¥à¤°à¤¾ नहीं मानता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:6 कà¥à¤•à¤°à¥à¤® से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ नहीं होता, परनà¥à¤¤à¥ सतà¥à¤¯ से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:7 वह सब बातें सह लेता है, सब बातों पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:8 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤® कà¤à¥€ टलता नहीं; à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हों, तो समापà¥à¤¤ हो जाà¤à¤à¤—ी, à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ मौन हो जाà¤à¤à¤—ी; जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हो, तो मिट जाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ अधूरा है, और हमारी à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अधूरी। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:10 परनà¥à¤¤à¥ जब सरà¥à¤µà¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ आà¤à¤—ा, तो अधूरा मिट जाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:11 ¶ जब मैं बालक था, तो मैं बालकों के समान बोलता था, बालकों के समान मन था बालकों सी समठथी; परनà¥à¤¤à¥ सयाना हो गया, तो बालकों की बातें छोड़ दी। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:12 अब हमें दरà¥à¤ªà¤£ में धà¥à¤à¤§à¤²à¤¾ सा दिखाई देता है; परनà¥à¤¤à¥ उस समय आमने-सामने देखेंगे, इस समय मेरा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ अधूरा है; परनà¥à¤¤à¥ उस समय à¤à¤¸à¥€ पूरी रीति से पहचानूà¤à¤—ा, जैसा मैं पहचाना गया हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:13 पर अब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, आशा, पà¥à¤°à¥‡à¤® ये तीनों सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ है, पर इनमें सबसे बड़ा पà¥à¤°à¥‡à¤® है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:1 ¶ पà¥à¤°à¥‡à¤® का अनà¥à¤•à¤°à¤£ करो, और आतà¥à¤®à¤¿à¤• वरदानों की à¤à¥€ धà¥à¤¨ में रहो विशेष करके यह, कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बातें करता है; वह मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से बातें करता है; इसलिठकि उसकी बातें कोई नहीं समà¤à¤¤à¤¾; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह à¤à¥‡à¤¦ की बातें आतà¥à¤®à¤¾ में होकर बोलता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:3 परनà¥à¤¤à¥ जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करता है, वह मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿, और उपदेश, और शानà¥à¤¤à¤¿ की बातें कहता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:4 जो अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बातें करता है, वह अपनी ही उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करता है; परनà¥à¤¤à¥ जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करता है, वह कलीसिया की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:5 ¶ मैं चाहता हूà¤, कि तà¥à¤® सब अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में बातें करो, परनà¥à¤¤à¥ अधिकतर यह चाहता हूठकि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करो: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलनेवाला कलीसिया की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिये अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ न करे तो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करनेवाला उससे बढ़कर है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:6 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आकर अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बातें करूà¤, और पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, या जà¥à¤žà¤¾à¤¨, या à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€, या उपदेश की बातें तà¥à¤® से न कहूà¤, तो मà¥à¤à¤¸à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤¯à¤¾ लाठहोगा? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:7 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यदि निरà¥à¤œà¥€à¤µ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ à¤à¥€, जिनसे धà¥à¤µà¤¨à¤¿ निकलती है जैसे बाà¤à¤¸à¥à¤°à¥€, या बीन, यदि उनके सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¥‡à¤¦ न हो तो जो फूà¤à¤•à¤¾ या बजाया जाता है, वह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पहचाना जाà¤à¤—ा? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:8 और यदि तà¥à¤°à¤¹à¥€ का शबà¥à¤¦ साफ न हो तो कौन लड़ाई के लिये तैयारी करेगा? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:9 à¤à¤¸à¥‡ ही तà¥à¤® à¤à¥€ यदि जीठसे साफ बातें न कहो, तो जो कà¥à¤› कहा जाता है? वह कैसे समà¤à¤¾ जाà¤à¤—ा? तà¥à¤® तो हवा से बातें करनेवाले ठहरोगे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:10 ¶ जगत में कितने ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हों, परनà¥à¤¤à¥ उनमें से कोई à¤à¥€ बिना अरà¥à¤¥ की न होगी। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:11 ¶ इसलिठयदि मैं किसी à¤à¤¾à¤·à¤¾ का अरà¥à¤¥ न समà¤à¥‚à¤, तो बोलनेवाले की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में परदेशी ठहरूà¤à¤—ा; और बोलनेवाला मेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में परदेशी ठहरेगा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:12 इसलिठतà¥à¤® à¤à¥€ जब आतà¥à¤®à¤¿à¤• वरदानों की धà¥à¤¨ में हो, तो à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ वरदानों की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ से कलीसिया की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:13 इस कारण जो अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोले, तो वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करे, कि उसका अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¥€ कर सके। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:14 इसलिठयदि मैं अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करूà¤, तो मेरी आतà¥à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करती है, परनà¥à¤¤à¥ मेरी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ काम नहीं देती। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:15 ¶ तो कà¥à¤¯à¤¾ करना चाहिà¤? मैं आतà¥à¤®à¤¾ से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करूà¤à¤—ा, और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करूà¤à¤—ा; मैं आतà¥à¤®à¤¾ से गाऊà¤à¤—ा, और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से à¤à¥€ गाऊà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:16 नहीं तो यदि तू आतà¥à¤®à¤¾ ही से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करेगा, तो फिर अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ तेरे धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ पर आमीन कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहेगा? इसलिठकि वह तो नहीं जानता, कि तू कà¥à¤¯à¤¾ कहता है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:17 ¶ तू तो à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता है, परनà¥à¤¤à¥ दूसरे की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ नहीं होती। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:18 मैं अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, कि मैं तà¥à¤® सबसे अधिक अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बोलता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:19 परनà¥à¤¤à¥ कलीसिया में अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में दस हजार बातें कहने से यह मà¥à¤à¥‡ और à¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ जान पड़ता है, कि औरों के सिखाने के लिये बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से पाà¤à¤š ही बातें कहूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:20 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® समठमें बालक न बनो: फिर à¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ में तो बालक रहो, परनà¥à¤¤à¥ समठमें सयाने बनो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:21 वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में लिखा है, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:22 ¶ इसलिठअनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये चिनà¥à¤¹ हैं, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये नहीं परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये चिनà¥à¤¹ हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:23 तो यदि कलीसिया à¤à¤• जगह इकटà¥à¤ ी हो, और सब के सब अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलें, और बाहरवाले या अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ लोग à¤à¥€à¤¤à¤° आ जाà¤à¤ तो कà¥à¤¯à¤¾ वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पागल न कहेंगे? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:24 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यदि सब à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करने लगें, और कोई अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ या बाहरवाले मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥€à¤¤à¤° आ जाà¤, तो सब उसे दोषी ठहरा देंगे और परख लेंगे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:25 और उसके मन के à¤à¥‡à¤¦ पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¤à¤—े, और तब वह मà¥à¤à¤¹ के बल गिरकर परमेशà¥â€à¤µà¤° को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करेगा, और मान लेगा, कि सचमà¥à¤š परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:26 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ कà¥à¤¯à¤¾ करना चाहिà¤? जब तà¥à¤® इकटà¥à¤ े होते हो, तो हर à¤à¤• के हृदय में à¤à¤œà¤¨, या उपदेश, या अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾, या पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, या अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का अरà¥à¤¥ बताना रहता है: सब कà¥à¤› आतà¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिये होना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:27 यदि अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बातें करनी हों, तो दो-दो, या बहà¥à¤¤ हो तो तीन-तीन जन बारी-बारी बोलें, और à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ करे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:28 परनà¥à¤¤à¥ यदि अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ करनेवाला न हो, तो अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलनेवाला कलीसिया में शानà¥à¤¤ रहे, और अपने मन से, और परमेशà¥â€à¤µà¤° से बातें करे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:29 ¶ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से दो या तीन बोलें, और शेष लोग उनके वचन को परखें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:30 परनà¥à¤¤à¥ यदि दूसरे पर जो बैठा है, कà¥à¤› ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ हो, तो पहला चà¥à¤ª हो जाà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:31 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® सब à¤à¤•-à¤à¤• करके à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ कर सकते हो ताकि सब सीखें, और सब शानà¥à¤¤à¤¿ पाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:32 और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के वश में है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:33 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° गड़बड़ी का नहीं, परनà¥à¤¤à¥ शानà¥à¤¤à¤¿ का करà¥à¤¤à¤¾ है; (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:34 ¶ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ कलीसिया की सà¤à¤¾ में चà¥à¤ª रहें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बातें करने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ नहीं, परनà¥à¤¤à¥ अधीन रहने की आजà¥à¤žà¤¾ है: जैसा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में लिखा à¤à¥€ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:35 और यदि वे कà¥à¤› सीखना चाहें, तो घर में अपने-अपने पति से पूछें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का कलीसिया में बातें करना लजà¥à¤œà¤¾ की बात है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:36 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन तà¥à¤® में से निकला? या केवल तà¥à¤® ही तक पहà¥à¤à¤šà¤¾ है? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:37 ¶ यदि कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने आप को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ या आतà¥à¤®à¤¿à¤• जन समà¤à¥‡, तो यह जान ले, कि जो बातें मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखता हूà¤, वे पà¥à¤°à¤à¥ की आजà¥à¤žà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:38 परनà¥à¤¤à¥ यदि कोई न माने, तो न माने। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:39 ¶ अतः हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करने की धà¥à¤¨ में रहो और अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलने से मना न करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 14:40 पर सारी बातें सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और कà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° की जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वही सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° बताता हूठजो पहले सà¥à¤¨à¤¾ चà¥à¤•à¤¾ हूà¤, जिसे तà¥à¤® ने अंगीकार à¤à¥€ किया था और जिसमें तà¥à¤® सà¥à¤¥à¤¿à¤° à¤à¥€ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:2 उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° à¤à¥€ होता है, यदि उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को जो मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ था सà¥à¤®à¤°à¤£ रखते हो; नहीं तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:3 ¶ इसी कारण मैंने सबसे पहले तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वही बात पहà¥à¤à¤šà¤¾ दी, जो मà¥à¤à¥‡ पहà¥à¤à¤šà¥€ थी, कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यीशॠमसीह हमारे पापों के लिये मर गया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:4 और गाड़ा गया; और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तीसरे दिन जी à¤à¥€ उठा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:5 ¶ और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:6 फिर पाà¤à¤š सौ से अधिक à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤• साथ दिखाई दिया, जिनमें से बहà¥à¤¤ सारे अब तक वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ हैं पर कितने सो गà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:7 फिर याकूब को दिखाई दिया तब सब पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ को दिखाई दिया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:8 ¶ और सब के बाद मà¥à¤ को à¤à¥€ दिखाई दिया, जो मानो अधूरे दिनों का जनà¥à¤®à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ में सबसे छोटा हूà¤, वरनॠपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कहलाने के योगà¥à¤¯ à¤à¥€ नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया को सताया था। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं जो कà¥à¤› à¤à¥€ हूà¤, परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से हूà¤à¥¤ और उसका अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ जो मà¥à¤ पर हà¥à¤†, वह वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ नहीं हà¥à¤† परनà¥à¤¤à¥ मैंने उन सबसे बढ़कर परिशà¥à¤°à¤® à¤à¥€ किया तो à¤à¥€ यह मेरी ओर से नहीं हà¥à¤† परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से जो मà¥à¤ पर था। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:11 इसलिठचाहे मैं हूà¤, चाहे वे हों, हम यही पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं, और इसी पर तà¥à¤® ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¥€ किया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:12 ¶ अतः जब कि मसीह का यह पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जाता है, कि वह मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा, तो तà¥à¤® में से कितने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहते हैं, कि मरे हà¥à¤“ं का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ है ही नहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:13 यदि मरे हà¥à¤“ं का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ ही नहीं, तो मसीह à¤à¥€ नहीं जी उठा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:14 और यदि मसीह नहीं जी उठा, तो हमारा पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करना à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ है; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:15 ¶ वरनॠहम परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¥‚ठे गवाह ठहरे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने परमेशà¥â€à¤µà¤° के विषय में यह गवाही दी कि उसने मसीह को जिला दिया यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ नहीं जिलाया, यदि मरे हà¥à¤ नहीं जी उठते। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:16 और यदि मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ नहीं जी उठते, तो मसीह à¤à¥€ नहीं जी उठा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:17 और यदि मसीह नहीं जी उठा, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ है; और तà¥à¤® अब तक अपने पापों में फà¤à¤¸à¥‡ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:18 ¶ वरनॠजो मसीह में सो गठहैं, वे à¤à¥€ नाश हà¥à¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:19 यदि हम केवल इसी जीवन में मसीह से आशा रखते हैं तो हम सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से अधिक अà¤à¤¾à¤—े हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:20 ¶ परनà¥à¤¤à¥ सचमà¥à¤š मसीह मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ में से जी उठा है, और जो सो गठहैं, उनमें पहला फल हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मृतà¥à¤¯à¥ आई; तो मनà¥à¤·à¥à¤¯ ही के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मरे हà¥à¤“ं का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥€ आया। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:22 ¶ और जैसे आदम में सब मरते हैं, वैसा ही मसीह में सब जिलाठजाà¤à¤à¤—े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:23 परनà¥à¤¤à¥ हर à¤à¤• अपनी-अपनी बारी से; पहला फल मसीह; फिर मसीह के आने पर उसके लोग। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:24 ¶ इसके बाद अनà¥à¤¤ होगा; उस समय वह सारी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ और सारा अधिकार और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का अनà¥à¤¤ करके राजà¥à¤¯ को परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता के हाथ में सौंप देगा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब तक कि वह अपने बैरियों को अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले न ले आà¤, तब तक उसका राजà¥à¤¯ करना अवशà¥à¤¯ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:26 सबसे अनà¥à¤¤à¤¿à¤® बैरी जो नाश किया जाà¤à¤—ा वह मृतà¥à¤¯à¥ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:27 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि “परमेशà¥â€à¤µà¤° ने सब कà¥à¤› उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले कर दिया है,†परनà¥à¤¤à¥ जब वह कहता है कि सब कà¥à¤› उसके अधीन कर दिया गया है तो सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है, कि जिस ने सब कà¥à¤› मसीह के अधीन कर दिया, वह आप अलग रहा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:28 और जब सब कà¥à¤› उसके अधीन हो जाà¤à¤—ा, तो पà¥à¤¤à¥à¤° आप à¤à¥€ उसके अधीन हो जाà¤à¤—ा जिस ने सब कà¥à¤› उसके अधीन कर दिया; ताकि सब में परमेशà¥â€à¤µà¤° ही सब कà¥à¤› हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:29 ¶ नहीं तो जो लोग मरे हà¥à¤“ं के लिये बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेते हैं, वे कà¥à¤¯à¤¾ करेंगे? यदि मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ जी उठते ही नहीं तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उनके लिये बपतिसà¥à¤®à¤¾ लेते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:30 और हम à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हर घड़ी जोखिम में पड़े रहते हैं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:31 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मà¥à¤à¥‡ उस घमणà¥à¤¡ की शपथ जो हमारे मसीह यीशॠमें मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में करता हूà¤, कि मैं पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ मरता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:32 यदि मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯ की रीति पर इफिसà¥à¤¸ में वन-पशà¥à¤“ं से लड़ा, तो मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ लाठहà¥à¤†? यदि मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ जिलाठनहीं जाà¤à¤à¤—े, “तो आओ, खाà¤à¤-पीà¤à¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कल तो मर ही जाà¤à¤à¤—े।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:33 ¶ धोखा न खाना, “बà¥à¤°à¥€ संगति अचà¥à¤›à¥‡ चरितà¥à¤° को बिगाड़ देती है।†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:34 ¶ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के लिये जाग उठो और पाप न करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कितने à¤à¤¸à¥‡ हैं जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं जानते, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने के लिये यह कहता हूà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:35 ¶ अब कोई यह कहेगा, “मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ किस रीति से जी उठते हैं, और किस देह के साथ आते हैं?†(IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:36 हे निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿, जो कà¥à¤› तू बोता है, जब तक वह न मरे जिलाया नहीं जाता। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:37 ¶ और जो तू बोता है, यह वह देह नहीं जो उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होनेवाली है, परनà¥à¤¤à¥ केवल दाना है, चाहे गेहूठका, चाहे किसी और अनाज का। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:38 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उसको देह देता है; और हर à¤à¤• बीज को उसकी विशेष देह। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:39 सब शरीर à¤à¤• समान नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का शरीर और है, पशà¥à¤“ं का शरीर और है; पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का शरीर और है; मछलियों का शरीर और है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:40 ¶ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय देह है, और पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह à¤à¥€ है: परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय देहों का तेज और हैं, और पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ का और। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:41 सूरà¥à¤¯ का तेज और है, चाà¤à¤¦ का तेज और है, और तारागणों का तेज और है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• तारे से दूसरे तारे के तेज में अनà¥à¤¤à¤° है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:42 ¶ मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ का जी उठना à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही है। शरीर नाशवान दशा में बोया जाता है, और अविनाशी रूप में जी उठता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:43 वह अनादर के साथ बोया जाता है, और तेज के साथ जी उठता है; निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के साथ बोया जाता है; और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के साथ जी उठता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:44 सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• देह बोई जाती है, और आतà¥à¤®à¤¿à¤• देह जी उठती है: जब कि सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• देह है, तो आतà¥à¤®à¤¿à¤• देह à¤à¥€ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:45 ¶ à¤à¤¸à¤¾ ही लिखा à¤à¥€ है, “पà¥à¤°à¤¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ आदम, जीवित पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ बना†और अनà¥à¤¤à¤¿à¤® आदम, जीवनदायक आतà¥à¤®à¤¾ बना। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:46 परनà¥à¤¤à¥ पहले आतà¥à¤®à¤¿à¤• न था, पर सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• था, इसके बाद आतà¥à¤®à¤¿à¤• हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:47 ¶ पà¥à¤°à¤¥à¤® मनà¥à¤·à¥à¤¯ धरती से अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मिटà¥à¤Ÿà¥€ का था; दूसरा मनà¥à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:48 जैसा वह मिटà¥à¤Ÿà¥€ का था वैसे ही वे à¤à¥€ हैं जो मिटà¥à¤Ÿà¥€ के हैं; और जैसा वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय है, वैसे ही वे à¤à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:49 और जैसे हमने उसका रूप जो मिटà¥à¤Ÿà¥€ का था धारण किया वैसे ही उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय का रूप à¤à¥€ धारण करेंगे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:50 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं यह कहता हूठकि माà¤à¤¸ और लहू परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के अधिकारी नहीं हो सकते, और न नाशवान अविनाशी का अधिकारी हो सकता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:51 देखो, मैं तà¥à¤® से à¤à¥‡à¤¦ की बात कहता हूà¤: कि हम सब तो नहीं सोà¤à¤à¤—े, परनà¥à¤¤à¥ सब बदल जाà¤à¤à¤—े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:52 ¶ और यह कà¥à¤·à¤£ à¤à¤° में, पलक मारते ही अनà¥à¤¤à¤¿à¤® तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¤¤à¥‡ ही होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€ जाà¤à¤—ी और मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ अविनाशी दशा में उठाठजाà¤à¤à¤—े, और हम बदल जाà¤à¤à¤—े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:53 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अवशà¥à¤¯ है, कि वह नाशवान देह अविनाश को पहन ले, और यह मरनहार देह अमरता को पहन ले। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:54 ¶ और जब यह नाशवान अविनाश को पहन लेगा, और यह मरनहार अमरता को पहन लेगा, तब वह वचन जो लिखा है, पूरा हो जाà¤à¤—ा, (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:55 हे मृतà¥à¤¯à¥ तेरी जय कहाठरहीं? (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:56 ¶ मृतà¥à¤¯à¥ का डंक पाप है; और पाप का बल वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:57 परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, जो हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें जयवनà¥à¤¤ करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 15:58 ¶ इसलिठहे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, दृढ़ और अटल रहो, और पà¥à¤°à¤à¥ के काम में सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ बढ़ते जाओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह जानते हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ परिशà¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ नहीं है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:1 ¶ अब उस चनà¥à¤¦à¥‡ के विषय में जो पवितà¥à¤° लोगों के लिये किया जाता है, जैसा निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ मैंने गलातिया की कलीसियाओं को दी, वैसा ही तà¥à¤® à¤à¥€ करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:2 सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के पहले दिन तà¥à¤® में से हर à¤à¤• अपनी आमदनी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° कà¥à¤› अपने पास रख छोड़ा करे, कि मेरे आने पर चनà¥à¤¦à¤¾ न करना पड़े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:3 ¶ और जब मैं आऊà¤à¤—ा, तो जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤® चाहोगे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैं चिटà¥à¤ ियाठदेकर à¤à¥‡à¤œ दूà¤à¤—ा, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ दान यरूशलेम पहà¥à¤à¤šà¤¾ दें। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:4 और यदि मेरा à¤à¥€ जाना उचित हà¥à¤†, तो वे मेरे साथ जाà¤à¤à¤—े। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:5 ¶ और मैं मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ होकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¥‡ मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ होकर जाना ही है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:6 परनà¥à¤¤à¥ समà¥à¤à¤µ है कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठही ठहर जाऊठऔर शरद ऋतॠतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठकाटूà¤, तब जिस ओर मेरा जाना हो, उस ओर तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ पहà¥à¤à¤šà¤¾ दो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं अब मारà¥à¤— में तà¥à¤® से à¤à¥‡à¤‚ट करना नहीं चाहता; परनà¥à¤¤à¥ मà¥à¤à¥‡ आशा है, कि यदि पà¥à¤°à¤à¥ चाहे तो कà¥à¤› समय तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहूà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:8 परनà¥à¤¤à¥ मैं पिनà¥à¤¤à¥‡à¤•à¥à¤¸à¥à¤¤ तक इफिसà¥à¤¸ में रहूà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे लिये à¤à¤• बड़ा और उपयोगी दà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤²à¤¾ है, और विरोधी बहà¥à¤¤ से हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:10 ¶ यदि तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ आ जाà¤, तो देखना, कि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठनिडर रहे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मेरे समान पà¥à¤°à¤à¥ का काम करता है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:11 इसलिठकोई उसे तà¥à¤šà¥à¤› न जाने, परनà¥à¤¤à¥ उसे कà¥à¤¶à¤² से इस ओर पहà¥à¤à¤šà¤¾ देना, कि मेरे पास आ जाà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करता रहा हूà¤, कि वह à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ आà¤à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:12 और à¤à¤¾à¤ˆ अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ से मैंने बहà¥à¤¤ विनती की है कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ जाà¤; परनà¥à¤¤à¥ उसने इस समय जाने की कà¥à¤› à¤à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ न की, परनà¥à¤¤à¥ जब अवसर पाà¤à¤—ा, तब आ जाà¤à¤—ा। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:13 ¶ जागते रहो, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो, पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ करो, बलवनà¥à¤¤ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:14 जो कà¥à¤› करते हो पà¥à¤°à¥‡à¤® से करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:15 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¤¾à¤¸ के घराने को जानते हो, कि वे अखाया के पहले फल हैं, और पवितà¥à¤° लोगों की सेवा के लिये तैयार रहते हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:16 इसलिठमैं तà¥à¤® से विनती करता हूठकि à¤à¤¸à¥‹à¤‚ के अधीन रहो, वरनॠहर à¤à¤• के जो इस काम में परिशà¥à¤°à¤®à¥€ और सहकरà¥à¤®à¥€ हैं। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:17 ¶ और मैं सà¥à¤¤à¤¿à¤«à¤¨à¤¾à¤¸ और फूरतूनातà¥à¤¸ और अखइकà¥à¤¸ के आने से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ घटी को पूरी की है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:18 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरी और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ को चैन दिया है इसलिठà¤à¤¸à¥‹à¤‚ को मानो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:19 ¶ आसिया की कलीसियाओं की ओर से तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°; अकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ और पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¾ का और उनके घर की कलीसिया का à¤à¥€ तà¥à¤® को पà¥à¤°à¤à¥ में बहà¥à¤¤-बहà¥à¤¤ नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:20 सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°: पवितà¥à¤° चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ से आपस में नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:21 ¶ मà¥à¤ पौलà¥à¤¸ का अपने हाथ का लिखा हà¥à¤† नमसà¥à¤•à¤¾à¤°: यदि कोई पà¥à¤°à¤à¥ से पà¥à¤°à¥‡à¤® न रखे तो वह शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:22 हमारा पà¥à¤°à¤à¥ आनेवाला है। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:23 पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® पर होता रहे। (IN) 1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 16:24 मेरा पà¥à¤°à¥‡à¤® मसीह यीशॠमें तà¥à¤® सब के साथ रहे। आमीन। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से मसीह यीशॠका पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, और à¤à¤¾à¤ˆ तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से परमेशà¥â€à¤µà¤° की उस कलीसिया के नाम जो कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में है, और सारे अखाया के सब पवितà¥à¤° लोगों के नाम: (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 ¶ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के परमेशà¥â€à¤µà¤°, और पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, जो दया का पिता, और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की शानà¥à¤¤à¤¿ का परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 वह हमारे सब कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में शानà¥à¤¤à¤¿ देता है; ताकि हम उस शानà¥à¤¤à¤¿ के कारण जो परमेशà¥â€à¤µà¤° हमें देता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ शानà¥à¤¤à¤¿ दे सके, जो किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में हों। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे मसीह के दà¥à¤ƒà¤– हमको अधिक होते हैं, वैसे ही हमारी शानà¥à¤¤à¤¿ में à¤à¥€ मसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अधिक सहà¤à¤¾à¤—ी होते है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 यदि हम कà¥à¤²à¥‡à¤¶ पाते हैं, तो यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ शानà¥à¤¤à¤¿ और उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये है और यदि शानà¥à¤¤à¤¿ पाते हैं, तो यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ शानà¥à¤¤à¤¿ के लिये है; जिसके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से तà¥à¤® धीरज के साथ उन कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ को सह लेते हो, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हम à¤à¥€ सहते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 और हमारी आशा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में दृढ़ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं, कि तà¥à¤® जैसे दà¥à¤ƒà¤–ों के वैसे ही शानà¥à¤¤à¤¿ के à¤à¥€ सहà¤à¤¾à¤—ी हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम नहीं चाहते कि तà¥à¤® हमारे उस कà¥à¤²à¥‡à¤¶ से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¾à¤°à¥€ बोठसे दब गठथे, जो हमारी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से बाहर था, यहाठतक कि हम जीवन से à¤à¥€ हाथ धो बैठे थे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 वरनॠहमने अपने मन में समठलिया था, कि हम पर मृतà¥à¤¯à¥ की सजा हो चà¥à¤•à¥€ है कि हम अपना à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ न रखें, वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° का जो मरे हà¥à¤“ं को जिलाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 उसी ने हमें मृतà¥à¤¯à¥ के à¤à¤¸à¥‡ बड़े संकट से बचाया, और बचाà¤à¤—ा; और उससे हमारी यह आशा है, कि वह आगे को à¤à¥€ बचाता रहेगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 ¶ और तà¥à¤® à¤à¥€ मिलकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमारी सहायता करोगे, कि जो वरदान बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें मिला, उसके कारण बहà¥à¤¤ लोग हमारी ओर से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम अपने विवेक की इस गवाही पर घमणà¥à¤¡ करते हैं, कि जगत में और विशेष करके तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच हमारा चरितà¥à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° के योगà¥à¤¯ à¤à¤¸à¥€ पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ सहित था, जो शारीरिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के साथ था। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:13 हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ और कà¥à¤› नहीं लिखते, केवल वह जो तà¥à¤® पढ़ते या मानते à¤à¥€ हो, और मà¥à¤à¥‡ आशा है, कि अनà¥à¤¤ तक à¤à¥€ मानते रहोगे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:14 जैसा तà¥à¤® में से कितनों ने मान लिया है, कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ घमणà¥à¤¡ का कारण है; वैसे तà¥à¤® à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके दिन हमारे लिये घमणà¥à¤¡ का कारण ठहरोगे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:15 ¶ और इस à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ से मैं चाहता था कि पहले तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊà¤; कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• और दान मिले। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:16 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास से होकर मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को जाऊà¤, और फिर मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊठऔर तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ यहूदिया की ओर कà¥à¤› दूर तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤“। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:17 ¶ इसलिठमैंने जो यह इचà¥à¤›à¤¾ की थी तो कà¥à¤¯à¤¾ मैंने चंचलता दिखाई? या जो करना चाहता हूठकà¥à¤¯à¤¾ शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° करना चाहता हूà¤, कि मैं बात में ‘हाà¤, हाà¤â€™ à¤à¥€ करूà¤; और ‘नहीं, नहीं’ à¤à¥€ करूà¤? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:18 परमेशà¥â€à¤µà¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है, कि हमारे उस वचन में जो तà¥à¤® से कहा ‘हाà¤â€™ और ‘नहीं’ दोनों पाठनहीं जाते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:19 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह जिसका हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मेरे और सिलवानà¥à¤¸ और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° हà¥à¤†; उसमें ‘हाà¤â€™ और ‘नहीं’ दोनों न थी; परनà¥à¤¤à¥, उसमें ‘हाà¤â€™ ही ‘हाà¤â€™ हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की जितनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ हैं, वे सब उसी में ‘हाà¤â€™ के साथ हैं इसलिठउसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आमीन à¤à¥€ हà¥à¤ˆ, कि हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:21 ¶ और जो हमें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ मसीह में दृढ़ करता है, और जिस ने हमें अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया वही परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:22 जिस ने हम पर छाप à¤à¥€ कर दी है और बयाने में आतà¥à¤®à¤¾ को हमारे मनों में दिया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:23 ¶ मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° को गवाह करता हूà¤, कि मैं अब तक कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में इसलिठनहीं आया, कि मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® पर तरस आता था। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:24 यह नहीं, कि हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में तà¥à¤® पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ जताना चाहते हैं; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ आननà¥à¤¦ में सहायक हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहते हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ मैंने अपने मन में यही ठान लिया था कि फिर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास उदास होकर न आऊà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उदास करूà¤, तो मà¥à¤à¥‡ आननà¥à¤¦ देनेवाला कौन होगा, केवल वही जिसको मैंने उदास किया? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 ¶ और मैंने यही बात तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखी, कि कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि मेरे आने पर जिनसे मà¥à¤à¥‡ आननà¥à¤¦ मिलना चाहिà¤, मैं उनसे उदास होऊà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® सब पर इस बात का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है, कि जो मेरा आननà¥à¤¦ है, वही तà¥à¤® सब का à¤à¥€ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 बड़े कà¥à¤²à¥‡à¤¶, और मन के कषà¥à¤Ÿ से, मैंने बहà¥à¤¤ से आà¤à¤¸à¥‚ बहा बहाकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखा था इसलिठनहीं, कि तà¥à¤® उदास हो, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤® उस बड़े पà¥à¤°à¥‡à¤® को जान लो, जो मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® से है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 ¶ और यदि किसी ने उदास किया है, तो मà¥à¤à¥‡ ही नहीं वरनॠ(कि उसके साथ बहà¥à¤¤ कड़ाई न करूà¤) कà¥à¤›-कà¥à¤› तà¥à¤® सब को à¤à¥€ उदास किया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 à¤à¤¸à¥‡ जन के लिये यह दणà¥à¤¡ जो à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में से बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने दिया, बहà¥à¤¤ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 इसलिठइससे यह à¤à¤²à¤¾ है कि उसका अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो; और शानà¥à¤¤à¤¿ दो, न हो कि à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ उदासी में डूब जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 ¶ इस कारण मैं तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, कि उसको अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ दो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने इसलिठà¤à¥€ लिखा था, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परख लूà¤, कि तà¥à¤® सब बातों के मानने के लिये तैयार हो, कि नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 ¶ जिसका तà¥à¤® कà¥à¤› कà¥à¤·à¤®à¤¾ करते हो उसे मैं à¤à¥€ कà¥à¤·à¤®à¤¾ करता हूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने à¤à¥€ जो कà¥à¤› कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया है, यदि किया हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण मसीह की जगह में होकर कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 कि शैतान का हम पर दाà¤à¤µ न चले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसकी यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अनजान नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 ¶ और जब मैं मसीह का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°, सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ को तà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ में आया, और पà¥à¤°à¤à¥ ने मेरे लिये à¤à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल दिया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 तो मेरे मन में चैन न मिला, इसलिठकि मैंने अपने à¤à¤¾à¤ˆ तीतà¥à¤¸ को नहीं पाया; इसलिठउनसे विदा होकर मैं मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को चला गया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, जो मसीह में सदा हमको जय के उतà¥à¤¸à¤µ में लिये फिरता है, और अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की सà¥à¤—नà¥à¤§ हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हर जगह फैलाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट उदà¥à¤§à¤¾à¤° पानेवालों, और नाश होनेवालों, दोनों के लिये मसीह की सà¥à¤—नà¥à¤§ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 ¶ कितनों के लिये तो मरने के निमितà¥à¤¤ मृतà¥à¤¯à¥ की गनà¥à¤§, और कितनों के लिये जीवन के निमितà¥à¤¤ जीवन की सà¥à¤—नà¥à¤§, और इन बातों के योगà¥à¤¯ कौन है? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उन बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के समान नहीं, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन में मिलावट करते हैं; परनà¥à¤¤à¥ मन की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से परमेशà¥â€à¤µà¤° को उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जानकर मसीह में बोलते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ हम फिर अपनी बड़ाई करने लगे? या हमें कितनों के समान सिफारिश की पतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास लानी या तà¥à¤® से लेनी हैं? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 हमारी पतà¥à¤°à¥€ तà¥à¤® ही हो, जो हमारे हृदयों पर लिखी हà¥à¤ˆ है, और उसे सब मनà¥à¤·à¥à¤¯ पहचानते और पढ़ते है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 यह पà¥à¤°à¤—ट है, कि तà¥à¤® मसीह की पतà¥à¤°à¥€ हो, जिसको हमने सेवकों के समान लिखा; और जो सà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥€ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ से पतà¥à¤¥à¤° की पटियों पर नहीं, परनà¥à¤¤à¥ हृदय की माà¤à¤¸ रूपी पटियों पर लिखी है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 ¶ हम मसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° पर à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 यह नहीं, कि हम अपने आप से इस योगà¥à¤¯ हैं, कि अपनी ओर से किसी बात का विचार कर सके; पर हमारी योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 जिस ने हमें नई वाचा के सेवक होने के योगà¥à¤¯ à¤à¥€ किया, शबà¥à¤¦ के सेवक नहीं वरनॠआतà¥à¤®à¤¾ के; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शबà¥à¤¦ मारता है, पर आतà¥à¤®à¤¾ जिलाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 ¶ और यदि मृतà¥à¤¯à¥ की यह वाचा जिसके अकà¥à¤·à¤° पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ पर खोदे गठथे, यहाठतक तेजोमय हà¥à¤ˆ, कि मूसा के मà¥à¤à¤¹ पर के तेज के कारण जो घटता à¤à¥€ जाता था, इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² उसके मà¥à¤à¤¹ पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ नहीं कर सकते थे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 तो आतà¥à¤®à¤¾ की वाचा और à¤à¥€ तेजोमय कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न होगी? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब दोषी ठहरानेवाली वाचा तेजोमय थी, तो धरà¥à¤®à¥€ ठहरानेवाली वाचा और à¤à¥€ तेजोमय कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न होगी? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 और जो तेजोमय था, वह à¤à¥€ उस तेज के कारण जो उससे बढ़कर तेजोमय था, कà¥à¤› तेजोमय न ठहरा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब वह जो घटता जाता था तेजोमय था, तो वह जो सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहेगा, और à¤à¥€ तेजोमय कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न होगा? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 ¶ इसलिठà¤à¤¸à¥€ आशा रखकर हम साहस के साथ बोलते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 और मूसा के समान नहीं, जिस ने अपने मà¥à¤à¤¹ पर परदा डाला था ताकि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ उस घटनेवाले तेज के अनà¥à¤¤ को न देखें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ वे मतिमनà¥à¤¦ हो गà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज तक पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ नियम के पढ़ते समय उनके हृदयों पर वही परदा पड़ा रहता है; पर वह मसीह में उठजाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 और आज तक जब कà¤à¥€ मूसा की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पढ़ी जाती है, तो उनके हृदय पर परदा पड़ा रहता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 परनà¥à¤¤à¥ जब कà¤à¥€ उनका हृदय पà¥à¤°à¤à¥ की ओर फिरेगा, तब वह परदा उठजाà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ तो आतà¥à¤®à¤¾ है: और जहाठकहीं पà¥à¤°à¤à¥ का आतà¥à¤®à¤¾ है वहाठसà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 परनà¥à¤¤à¥ जब हम सब के उघाड़े चेहरे से पà¥à¤°à¤à¥ का पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤—ट होता है, जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° दरà¥à¤ªà¤£ में, तो पà¥à¤°à¤à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो आतà¥à¤®à¤¾ है, हम उसी तेजसà¥à¤µà¥€ रूप में अंश-अंश कर के बदलते जाते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ इसलिठजब हम पर à¤à¤¸à¥€ दया हà¥à¤ˆ, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम साहस नहीं छोड़ते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 परनà¥à¤¤à¥ हमने लजà¥à¤œà¤¾ के गà¥à¤ªà¥à¤¤ कामों को तà¥à¤¯à¤¾à¤— दिया, और न चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से चलते, और न परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन में मिलावट करते हैं, परनà¥à¤¤à¥ सतà¥à¤¯ को पà¥à¤°à¤—ट करके, परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के विवेक में अपनी à¤à¤²à¤¾à¤ˆ बैठाते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यदि हमारे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होनेवालों ही के लिये पड़ा है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 और उन अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये, जिनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ को इस संसार के ईशà¥à¤µà¤° ने अंधी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‚प है, उसके तेजोमय सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ उन पर न चमके। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम अपने को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मसीह यीशॠको पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं, कि वह पà¥à¤°à¤à¥ है; और उसके विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशॠके कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सेवक हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 इसलिठकि परमेशà¥â€à¤µà¤° ही है, जिस ने कहा, “अंधकार में से जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ चमके,†और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा की पहचान की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ यीशॠमसीह के चेहरे से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤®à¤¾à¤¨ हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 ¶ परनà¥à¤¤à¥ हमारे पास यह धन मिटà¥à¤Ÿà¥€ के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ हमारी ओर से नहीं, वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° ही की ओर से ठहरे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 हम चारों ओर से कà¥à¤²à¥‡à¤¶ तो à¤à¥‹à¤—ते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरà¥à¤ªà¤¾à¤¯ तो हैं, पर निराश नहीं होते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 सताठतो जाते हैं; पर तà¥à¤¯à¤¾à¤—े नहीं जाते; गिराठतो जाते हैं, पर नाश नहीं होते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 हम यीशॠकी मृतà¥à¤¯à¥ को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं; कि यीशॠका जीवन à¤à¥€ हमारी देह में पà¥à¤°à¤—ट हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जीते जी सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ यीशॠके कारण मृतà¥à¤¯à¥ के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशॠका जीवन à¤à¥€ हमारे मरनहार शरीर में पà¥à¤°à¤—ट हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 इस कारण मृतà¥à¤¯à¥ तो हम पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालती है और जीवन तà¥à¤® पर। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 ¶ और इसलिठकि हम में वही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की आतà¥à¤®à¤¾ है, “जिसके विषय में लिखा है, कि मैंने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, इसलिठमैं बोला।†(IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं, जिस ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠको जिलाया, वही हमें à¤à¥€ यीशॠमें à¤à¤¾à¤—ी जानकर जिलाà¤à¤—ा, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ अपने सामने उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ करेगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हैं, ताकि अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अधिक होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा के लिये धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¥€ बढ़ाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 ¶ इसलिठहम साहस नहीं छोड़ते; यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ हमारा बाहरी मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ नाश à¤à¥€ होता जाता है, तो à¤à¥€ हमारा à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ दिन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ नया होता जाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा पल à¤à¤° का हलका सा कà¥à¤²à¥‡à¤¶ हमारे लिये बहà¥à¤¤ ही महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ और अननà¥à¤¤ महिमा उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता जाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:18 और हम तो देखी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को नहीं परनà¥à¤¤à¥ अनदेखी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को देखते रहते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देखी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ थोड़े ही दिन की हैं, परनà¥à¤¤à¥ अनदेखी वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ सदा बनी रहती हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:1 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथà¥à¤µà¥€ पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाà¤à¤—ा तो हमें परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤µà¤¨ मिलेगा, जो हाथों से बना हà¥à¤† घर नहीं परनà¥à¤¤à¥ चिरसà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:2 इसमें तो हम कराहते, और बड़ी लालसा रखते हैं; कि अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय घर को पहन लें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:3 कि इसके पहनने से हम नंगे न पाठजाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:4 ¶ और हम इस डेरे में रहते हà¥à¤ बोठसे दबे कराहते रहते हैं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उतारना नहीं, वरनॠऔर पहनना चाहते हैं, ताकि वह जो मरनहार है जीवन में डूब जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:5 और जिस ने हमें इसी बात के लिये तैयार किया है वह परमेशà¥â€à¤µà¤° है, जिस ने हमें बयाने में आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ दिया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:6 ¶ इसलिठहम सदा ढाढ़स बाà¤à¤§à¥‡ रहते हैं और यह जानते हैं; कि जब तक हम देह में रहते हैं, तब तक पà¥à¤°à¤à¥ से अलग हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम रूप को देखकर नहीं, पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से चलते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:8 इसलिठहम ढाढ़स बाà¤à¤§à¥‡ रहते हैं, और देह से अलग होकर पà¥à¤°à¤à¥ के साथ रहना और à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤® समà¤à¤¤à¥‡ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:9 ¶ इस कारण हमारे मन की उमंग यह है, कि चाहे साथ रहें, चाहे अलग रहें पर हम उसे à¤à¤¾à¤¤à¥‡ रहें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अवशà¥à¤¯ है, कि हम सब का हाल मसीह के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ आसन के सामने खà¥à¤² जाà¤, कि हर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने-अपने à¤à¤²à¥‡ बà¥à¤°à¥‡ कामों का बदला जो उसने देह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठहों, पाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:11 ¶ इसलिठपà¥à¤°à¤à¥ का à¤à¤¯ मानकर हम लोगों को समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं और परमेशà¥â€à¤µà¤° पर हमारा हाल पà¥à¤°à¤—ट है; और मेरी आशा यह है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विवेक पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤† होगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:12 हम फिर à¤à¥€ अपनी बड़ाई तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने नहीं करते वरनॠहम अपने विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ घमणà¥à¤¡ करने का अवसर देते हैं, कि तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤° दे सको, जो मन पर नहीं, वरनॠदिखावटी बातों पर घमणà¥à¤¡ करते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:13 ¶ यदि हम बेसà¥à¤§ हैं, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये; और यदि चैतनà¥à¤¯ हैं, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह का पà¥à¤°à¥‡à¤® हमें विवश कर देता है; इसलिठकि हम यह समà¤à¤¤à¥‡ हैं, कि जब à¤à¤• सब के लिये मरा तो सब मर गà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:15 और वह इस निमितà¥à¤¤ सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीà¤à¤ परनà¥à¤¤à¥ उसके लिये जो उनके लिये मरा और फिर जी उठा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:16 ¶ इस कारण अब से हम किसी को शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° न समà¤à¥‡à¤‚गे, और यदि हमने मसीह को à¤à¥€ शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जाना था, तो à¤à¥€ अब से उसको à¤à¤¸à¤¾ नहीं जानेंगे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:17 इसलिठयदि कोई मसीह में है तो वह नई सृषà¥à¤Ÿà¤¿ है: पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:18 ¶ और सब बातें परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से हैं, जिस ने मसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने साथ हमारा मेल मिलाप कर लिया, और मेल मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:19 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मसीह में होकर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उनके अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:20 ¶ इसलिठहम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेशà¥â€à¤µà¤° हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के साथ मेल मिलाप कर लो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:21 जो पाप से अजà¥à¤žà¤¾à¤¤ था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उसमें होकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ बन जाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:1 ¶ हम जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सहकरà¥à¤®à¥€ हैं यह à¤à¥€ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ जो तà¥à¤® पर हà¥à¤†, वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ न रहने दो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो कहता है, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:3 ¶ हम किसी बात में ठोकर खाने का कोई à¤à¥€ अवसर नहीं देते, कि हमारी सेवा पर कोई दोष न आà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:4 ¶ परनà¥à¤¤à¥ हर बात में परमेशà¥â€à¤µà¤° के सेवकों के समान अपने सदà¥à¤—à¥à¤£à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤—ट करते हैं, बड़े धैरà¥à¤¯ से, कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ से, दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ से, संकटों से, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:5 कोड़े खाने से, कैद होने से, हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ से, परिशà¥à¤°à¤® से, जागते रहने से, उपवास करने से, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:6 पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ से, जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से, धीरज से, कृपालà¥à¤¤à¤¾ से, पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:7 सचà¥à¤šà¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® से, सतà¥à¤¯ के वचन से, परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से; धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के हथियारों से जो दाहिने, बाà¤à¤ हैं, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:8 ¶ आदर और निरादर से, दà¥à¤°à¥à¤¨à¤¾à¤® और सà¥à¤¨à¤¾à¤® से, यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के जैसे मालूम होते हैं तो à¤à¥€ सचà¥à¤šà¥‡ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:9 अनजानों के सदृशà¥à¤¯ हैं; तो à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ हैं; मरते हà¥à¤“ं के समान हैं और देखो जीवित हैं; मार खानेवालों के सदृश हैं परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤£ से मारे नहीं जाते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:10 शोक करनेवालों के समान हैं, परनà¥à¤¤à¥ सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ आननà¥à¤¦ करते हैं, कंगालों के समान हैं, परनà¥à¤¤à¥ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को धनवान बना देते हैं; à¤à¤¸à¥‡ हैं जैसे हमारे पास कà¥à¤› नहीं फिर à¤à¥€ सब कà¥à¤› रखते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:11 ¶ हे कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, हमने खà¥à¤²à¤•à¤° तà¥à¤® से बातें की हैं, हमारा हृदय तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤† है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:12 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये हमारे मन में कà¥à¤› संकोच नहीं, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ ही मनों में संकोच है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:13 पर अपने बचà¥à¤šà¥‡ जानकर तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि तà¥à¤® à¤à¥€ उसके बदले में अपना हृदय खोल दो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:14 ¶ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ असमान जूठमें न जà¥à¤¤à¥‹, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और अधरà¥à¤® का कà¥à¤¯à¤¾ मेल जोल? या जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ और अंधकार की कà¥à¤¯à¤¾ संगति? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:15 और मसीह का बलियाल के साथ कà¥à¤¯à¤¾ लगाव? या विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ के साथ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ का कà¥à¤¯à¤¾ नाता? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:16 और मूरतों के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° का कà¥à¤¯à¤¾ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम तो जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° हैं; जैसा परमेशà¥â€à¤µà¤° ने कहा है (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:17 ¶ इसलिठपà¥à¤°à¤à¥ कहता है, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:18 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता हूà¤à¤—ा, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:1 ¶ हे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ जब कि ये पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ हमें मिली हैं, तो आओ, हम अपने आप को शरीर और आतà¥à¤®à¤¾ की सब मलिनता से शà¥à¤¦à¥à¤§ करें, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤¯ रखते हà¥à¤ पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ को सिदà¥à¤§ करें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:2 ¶ हमें अपने हृदय में जगह दो: हमने न किसी से अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया, न किसी को बिगाड़ा, और न किसी को ठगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:3 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोषी ठहराने के लिये यह नहीं कहता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं पहले ही कह चूका हूà¤, कि तà¥à¤® हमारे हृदय में à¤à¤¸à¥‡ बस गठहो कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ मरने जीने के लिये तैयार हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:4 मैं तà¥à¤® से बहà¥à¤¤ साहस के साथ बोल रहा हूà¤, मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® पर बड़ा घमणà¥à¤¡ है: मैं शानà¥à¤¤à¤¿ से à¤à¤° गया हूà¤; अपने सारे कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में मैं आननà¥à¤¦ से अति à¤à¤°à¤ªà¥‚र रहता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हम मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में आà¤, तब à¤à¥€ हमारे शरीर को चैन नहीं मिला, परनà¥à¤¤à¥ हम चारों ओर से कà¥à¤²à¥‡à¤¶ पाते थे; बाहर लड़ाइयाठथीं, à¤à¥€à¤¤à¤° à¤à¤¯à¤‚कर बातें थी। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:6 तो à¤à¥€ दीनों को शानà¥à¤¤à¤¿ देनेवाले परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तीतà¥à¤¸ के आने से हमको शानà¥à¤¤à¤¿ दी। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:7 और न केवल उसके आने से परनà¥à¤¤à¥ उसकी उस शानà¥à¤¤à¤¿ से à¤à¥€, जो उसको तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर से मिली थी; और उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ लालसा, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ दà¥à¤ƒà¤– और मेरे लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ धà¥à¤¨ का समाचार हमें सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, जिससे मà¥à¤à¥‡ और à¤à¥€ आननà¥à¤¦ हà¥à¤†à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ मैंने अपनी पतà¥à¤°à¥€ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शोकित किया, परनà¥à¤¤à¥ उससे पछताता नहीं जैसा कि पहले पछताता था कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं देखता हूà¤, कि उस पतà¥à¤°à¥€ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शोक तो हà¥à¤† परनà¥à¤¤à¥ वह थोड़ी देर के लिये था। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:9 अब मैं आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूठपर इसलिठनहीं कि तà¥à¤® को शोक पहà¥à¤à¤šà¤¾ वरनॠइसलिठकि तà¥à¤® ने उस शोक के कारण मन फिराया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ शोक परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° था, कि हमारी ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी बात में हानि न पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤°-à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का शोक à¤à¤¸à¤¾ पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¤¾à¤ª उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता है; जिसका परिणाम उदà¥à¤§à¤¾à¤° है और फिर उससे पछताना नहीं पड़ता: परनà¥à¤¤à¥ सांसारिक शोक मृतà¥à¤¯à¥ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:11 ¶ अतः देखो, इसी बात से कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤°-à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का शोक हà¥à¤†; तà¥à¤® में कितनी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤°, रिस, à¤à¤¯, लालसा, धà¥à¤¨ और पलटा लेने का विचार उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†? तà¥à¤® ने सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से यह सिदà¥à¤§ कर दिखाया, कि तà¥à¤® इस बात में निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:12 फिर मैंने जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास लिखा था, वह न तो उसके कारण लिखा, जिस ने अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया, और न उसके कारण जिस पर अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया गया, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ जो हमारे लिये है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने तà¥à¤® पर पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:13 ¶ इसलिठहमें शानà¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ; (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:14 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मैंने उसके सामने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में कà¥à¤› घमणà¥à¤¡ दिखाया, तो लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ नहीं हà¥à¤†, परनà¥à¤¤à¥ जैसे हमने तà¥à¤® से सब बातें सच-सच कह दी थीं, वैसे ही हमारा घमणà¥à¤¡ दिखाना तीतà¥à¤¸ के सामने à¤à¥€ सच निकला। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:15 ¶ जब उसको तà¥à¤® सब के आजà¥à¤žà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥€ होने का सà¥à¤®à¤°à¤£ आता है, कि कैसे तà¥à¤® ने डरते और काà¤à¤ªà¤¤à¥‡ हà¥à¤ उससे à¤à¥‡à¤‚ट की; तो उसका पà¥à¤°à¥‡à¤® तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर और à¤à¥€ बढ़ता जाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:16 मैं आननà¥à¤¦ करता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर से मà¥à¤à¥‡ हर बात में à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ होता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:1 ¶ अब हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ का समाचार देते हैं, जो मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की कलीसियाओं पर हà¥à¤† है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:2 कि कà¥à¤²à¥‡à¤¶ की बड़ी परीकà¥à¤·à¤¾ में उनके बड़े आननà¥à¤¦ और à¤à¤¾à¤°à¥€ कंगालपन के बढ़ जाने से उनकी उदारता बहà¥à¤¤ बढ़ गई। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:3 ¶ और उनके विषय में मेरी यह गवाही है, कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤° वरनॠसामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से à¤à¥€ बाहर मन से दिया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:4 और इस दान में और पवितà¥à¤° लोगों की सेवा में à¤à¤¾à¤—ी होने के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के विषय में हम से बार-बार बहà¥à¤¤ विनती की। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:5 और जैसी हमने आशा की थी, वैसी ही नहीं, वरनॠउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤à¥ को, फिर परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से हमको à¤à¥€ अपने आपको दे दिया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:6 ¶ इसलिठहमने तीतà¥à¤¸ को समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, कि जैसा उसने पहले आरमà¥à¤ किया था, वैसा ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में इस दान के काम को पूरा à¤à¥€ कर ले। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:7 पर जैसे हर बात में अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, वचन, जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के यतà¥à¤¨ में, और उस पà¥à¤°à¥‡à¤® में, जो हम से रखते हो, बढ़ते जाते हो, वैसे ही इस दान के काम में à¤à¥€ बढ़ते जाओ। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:8 ¶ मैं आजà¥à¤žà¤¾ की रीति पर तो नहीं, परनà¥à¤¤à¥ औरों के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ को परखने के लिये कहता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:9 तà¥à¤® हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ जानते हो, कि वह धनी होकर à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये कंगाल बन गया ताकि उसके कंगाल हो जाने से तà¥à¤® धनी हो जाओ। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:10 ¶ और इस बात में मेरा विचार यही है: यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये अचà¥à¤›à¤¾ है; जो à¤à¤• वरà¥à¤· से न तो केवल इस काम को करने ही में, परनà¥à¤¤à¥ इस बात के चाहने में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¥à¤® हà¥à¤ थे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:11 इसलिठअब यह काम पूरा करो; कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° इचà¥à¤›à¤¾ करने में तà¥à¤® तैयार थे, वैसा ही अपनी-अपनी पूà¤à¤œà¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पूरा à¤à¥€ करो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मन की तैयारी हो तो दान उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गà¥à¤°à¤¹à¤£ à¤à¥€ होता है जो उसके पास है न कि उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो उसके पास नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:13 ¶ यह नहीं कि औरों को चैन और तà¥à¤® को कà¥à¤²à¥‡à¤¶ मिले। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:14 परनà¥à¤¤à¥ बराबरी के विचार से इस समय तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बढ़ती उनकी घटी में काम आà¤, ताकि उनकी बढ़ती à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ घटी में काम आà¤, कि बराबरी हो जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:15 जैसा लिखा है, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:16 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, जिसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये वही उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ तीतà¥à¤¸ के हृदय में डाल दिया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:17 कि उसने हमारा समà¤à¤¾à¤¨à¤¾ मान लिया वरनॠबहà¥à¤¤ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ होकर वह अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास गया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:18 ¶ और हमने उसके साथ उस à¤à¤¾à¤ˆ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है जिसका नाम सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के विषय में सब कलीसिया में फैला हà¥à¤† है; (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:19 और इतना ही नहीं, परनà¥à¤¤à¥ वह कलीसिया दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ठहराया à¤à¥€ गया कि इस दान के काम के लिये हमारे साथ जाठऔर हम यह सेवा इसलिठकरते हैं, कि पà¥à¤°à¤à¥ की महिमा और हमारे मन की तैयारी पà¥à¤°à¤—ट हो जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:20 ¶ हम इस बात में चौकस रहते हैं, कि इस उदारता के काम के विषय में जिसकी सेवा हम करते हैं, कोई हम पर दोष न लगाने पाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो बातें केवल पà¥à¤°à¤à¥ ही के निकट नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के निकट à¤à¥€ à¤à¤²à¥€ हैं हम उनकी चिनà¥à¤¤à¤¾ करते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:22 ¶ और हमने उसके साथ अपने à¤à¤¾à¤ˆ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, जिसको हमने बार-बार परख के बहà¥à¤¤ बातों में उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ पाया है; परनà¥à¤¤à¥ अब तà¥à¤® पर उसको बड़ा à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है, इस कारण वह और à¤à¥€ अधिक उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:23 यदि कोई तीतà¥à¤¸ के विषय में पूछे, तो वह मेरा साथी, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मेरा सहकरà¥à¤®à¥€ है, और यदि हमारे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय में पूछे, तो वे कलीसियाओं के à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ और मसीह की महिमा हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:24 अतः अपना पà¥à¤°à¥‡à¤® और हमारा वह घमणà¥à¤¡ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में है कलीसियाओं के सामने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिदà¥à¤§ करके दिखाओ। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:1 ¶ अब उस सेवा के विषय में जो पवितà¥à¤° लोगों के लिये की जाती है, मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤® को लिखना अवशà¥à¤¯ नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन की तैयारी को जानता हूà¤, जिसके कारण मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने घमणà¥à¤¡ दिखाता हूà¤, कि अखाया के लोग à¤à¤• वरà¥à¤· से तैयार हà¥à¤ हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ ने और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ उà¤à¤¾à¤°à¤¾ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैंने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि हमने जो घमणà¥à¤¡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में दिखाया, वह इस बात में वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ न ठहरे; परनà¥à¤¤à¥ जैसा मैंने कहा; वैसे ही तà¥à¤® तैयार हो रहो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:4 à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि यदि कोई मकिदà¥à¤¨à¥€ मेरे साथ आà¤, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ तैयार न पाà¤, तो कà¥à¤¯à¤¾ जानें, इस à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ के कारण हम (यह नहीं कहते कि तà¥à¤®) लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ हों। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:5 इसलिठमैंने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से यह विनती करना अवशà¥à¤¯ समà¤à¤¾ कि वे पहले से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास जाà¤à¤, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ उदारता का फल जिसके विषय में पहले से वचन दिया गया था, तैयार कर रखें, कि यह दबाव से नहीं परनà¥à¤¤à¥ उदारता के फल की तरह तैयार हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:6 ¶ परनà¥à¤¤à¥ बात तो यह है, कि जो थोड़ा बोता है वह थोड़ा काटेगा à¤à¥€; और जो बहà¥à¤¤ बोता है, वह बहà¥à¤¤ काटेगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:7 हर à¤à¤• जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कà¥à¤¢à¤¼-कà¥à¤¢à¤¼ के, और न दबाव से, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° हरà¥à¤· से देनेवाले से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:8 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से दे सकता है। जिससे हर बात में और हर समय, सब कà¥à¤›, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आवशà¥à¤¯à¤• हो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास रहे, और हर à¤à¤• à¤à¤²à¥‡ काम के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास बहà¥à¤¤ कà¥à¤› हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:9 जैसा लिखा है, (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:10 ¶ अतः जो बोनेवाले को बीज, और à¤à¥‹à¤œà¤¨ के लिये रोटी देता है वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बीज देगा, और उसे फलवनà¥à¤¤ करेगा; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के फलों को बढ़ाà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:11 तà¥à¤® हर बात में सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की उदारता के लिये जो हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करवाती है, धनवान किठजाओ। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस सेवा के पूरा करने से, न केवल पवितà¥à¤° लोगों की घटियाठपूरी होती हैं, परनà¥à¤¤à¥ लोगों की ओर से परमेशà¥â€à¤µà¤° का बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ होता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस सेवा को पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर वे परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा पà¥à¤°à¤—ट करते हैं, कि तà¥à¤® मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को मान कर उसके अधीन रहते हो, और उनकी, और सब की सहायता करने में उदारता पà¥à¤°à¤—ट करते रहते हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:14 और वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हैं; और इसलिठकि तà¥à¤® पर परमेशà¥â€à¤µà¤° का बड़ा ही अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ लालसा करते रहते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:15 परमेशà¥â€à¤µà¤° को उसके उस दान के लिये जो वरà¥à¤£à¤¨ से बाहर है, धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:1 ¶ मैं वही पौलà¥à¤¸ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने दीन हूà¤, परनà¥à¤¤à¥ पीठपीछे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर साहस करता हूà¤; तà¥à¤® को मसीह की नमà¥à¤°à¤¤à¤¾, और कोमलता के कारण समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:2 मैं यह विनती करता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने मà¥à¤à¥‡ निरà¥à¤à¤¯ होकर साहस करना न पड़े; जैसा मैं कितनों पर जो हमको शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलनेवाले समà¤à¤¤à¥‡ हैं, वीरता दिखाने का विचार करता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ हम शरीर में चलते फिरते हैं, तो à¤à¥€ शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं लड़ते। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारी लड़ाई के हथियार शारीरिक नहीं, पर गढ़ों को ढा देने के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सामरà¥à¤¥à¥€ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:5 ¶ हम कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤“ं को, और हर à¤à¤• ऊà¤à¤šà¥€ बात को, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की पहचान के विरोध में उठती है, खणà¥à¤¡à¤¨ करते हैं; और हर à¤à¤• à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को कैद करके मसीह का आजà¥à¤žà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥€ बना देते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:6 और तैयार रहते हैं कि जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आजà¥à¤žà¤¾ मानना पूरा हो जाà¤, तो हर à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के आजà¥à¤žà¤¾ न मानने का पलटा लें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:7 ¶ तà¥à¤® इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ बातों को देखते हो, जो आà¤à¤–ों के सामने हैं, यदि किसी का अपने पर यह à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ हो, कि मैं मसीह का हूà¤, तो वह यह à¤à¥€ जान ले, कि जैसा वह मसीह का है, वैसे ही हम à¤à¥€ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मैं उस अधिकार के विषय में और à¤à¥€ घमणà¥à¤¡ दिखाऊà¤, जो पà¥à¤°à¤à¥ ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये हमें दिया है, तो लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न हूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:9 ¶ यह मैं इसलिठकहता हूà¤, कि पतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ डरानेवाला न ठहरूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे कहते हैं, “उसकी पतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तो गमà¥à¤à¥€à¤° और पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ हैं; परनà¥à¤¤à¥ जब देखते हैं, तो कहते है वह देह का निरà¥à¤¬à¤² और वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ में हलका जान पड़ता है।†(IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:11 ¶ इसलिठजो à¤à¤¸à¤¾ कहता है, कि वह यह समठरखे, कि जैसे पीठपीछे पतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में हमारे वचन हैं, वैसे ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने हमारे काम à¤à¥€ होंगे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें यह साहस नहीं कि हम अपने आप को उनके साथ गिनें, या उनसे अपने को मिलाà¤à¤, जो अपनी पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करते हैं, और अपने आप को आपस में नाप तौलकर à¤à¤• दूसरे से तà¥à¤²à¤¨à¤¾ करके मूरà¥à¤– ठहरते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:13 ¶ हम तो सीमा से बाहर घमणà¥à¤¡ कदापि न करेंगे, परनà¥à¤¤à¥ उसी सीमा तक जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे लिये ठहरा दी है, और उसमें तà¥à¤® à¤à¥€ आ गठहो और उसी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° घमणà¥à¤¡ à¤à¥€ करेंगे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम अपनी सीमा से बाहर अपने आप को बढ़ाना नहीं चाहते, जैसे कि तà¥à¤® तक न पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ की दशा में होता, वरनॠमसीह का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ तà¥à¤® तक पहà¥à¤à¤š चà¥à¤•à¥‡ हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:15 ¶ और हम सीमा से बाहर औरों के परिशà¥à¤°à¤® पर घमणà¥à¤¡ नहीं करते; परनà¥à¤¤à¥ हमें आशा है, कि जà¥à¤¯à¥‹à¤‚-जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बढ़ता जाà¤à¤—ा तà¥à¤¯à¥‹à¤‚-तà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हम अपनी सीमा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण और à¤à¥€ बढ़ते जाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:16 कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सीमा से आगे बढ़कर सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤à¤, और यह नहीं, कि हम औरों की सीमा के à¤à¥€à¤¤à¤° बने बनाठकामों पर घमणà¥à¤¡ करें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:17 परनà¥à¤¤à¥ जो घमणà¥à¤¡ करे, वह पà¥à¤°à¤à¥ पर घमणà¥à¤¡ करें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो अपनी बड़ाई करता है, वह नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जिसकी बड़ाई पà¥à¤°à¤à¥ करता है, वही गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया जाता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:1 ¶ यदि तà¥à¤® मेरी थोड़ी मूरà¥à¤–ता सह लेते तो कà¥à¤¯à¤¾ ही à¤à¤²à¤¾ होता; हाà¤, मेरी सह à¤à¥€ लेते हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ धà¥à¤¨ लगाठरहता हूà¤, इसलिठकि मैंने à¤à¤• ही पà¥à¤°à¥à¤· से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बात लगाई है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥€ के समान मसीह को सौंप दूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ मैं डरता हूठकि जैसे साà¤à¤ª ने अपनी चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से हवà¥à¤µà¤¾ को बहकाया, वैसे ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन उस सिधाई और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ से जो मसीह के साथ होनी चाहिठकहीं à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ न किठजाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:4 यदि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आकर, किसी दूसरे यीशॠको पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करे, जिसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° हमने नहीं किया या कोई और आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिले; जो पहले न मिला था; या और कोई सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° जिसे तà¥à¤® ने पहले न माना था, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सहना ठीक होता। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:5 ¶ मैं तो समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, कि मैं किसी बात में बड़े से बड़े पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ से कम नहीं हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:6 यदि मैं वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ में अनाड़ी हूà¤, तो à¤à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ में नहीं; वरनॠहमने इसको हर बात में सब पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पà¥à¤°à¤—ट किया है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:7 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ इसमें मैंने कà¥à¤› पाप किया; कि मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सेंत-मेंत सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾; और अपने आप को नीचा किया, कि तà¥à¤® ऊà¤à¤šà¥‡ हो जाओ? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:8 मैंने और कलीसियाओं को लूटा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मैंने उनसे मजदूरी ली, ताकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सेवा करूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:9 और जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ था, और मà¥à¤à¥‡ घटी हà¥à¤ˆ, तो मैंने किसी पर à¤à¤¾à¤° नहीं डाला, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने, मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से आकर मेरी घटी को पूरी की: और मैंने हर बात में अपने आप को तà¥à¤® पर à¤à¤¾à¤° बनने से रोका, और रोके रहूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:10 ¶ मसीह की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ मà¥à¤ में है, तो अखाया देश में कोई मà¥à¤à¥‡ इस घमणà¥à¤¡ से न रोकेगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:11 किस लिये? कà¥à¤¯à¤¾ इसलिठकि मैं तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता? परमेशà¥â€à¤µà¤° यह जानता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:12 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जो मैं करता हूà¤, वही करता रहूà¤à¤—ा; कि जो लोग दाà¤à¤µ ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¤à¥‡ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैं दाà¤à¤µ पाने न दूà¤, ताकि जिस बात में वे घमणà¥à¤¡ करते हैं, उसमें वे हमारे ही समान ठहरें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥‡ लोग à¤à¥‚ठे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤, और छल से काम करनेवाले, और मसीह के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ का रूप धरनेवाले हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:14 ¶ और यह कà¥à¤› अचमà¥à¤à¥‡ की बात नहीं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शैतान आप à¤à¥€ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत का रूप धारण करता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:15 इसलिठयदि उसके सेवक à¤à¥€ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के सेवकों जैसा रूप धरें, तो कà¥à¤› बड़ी बात नहीं, परनà¥à¤¤à¥ उनका अनà¥à¤¤ उनके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° होगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:16 ¶ मैं फिर कहता हूà¤, कोई मà¥à¤à¥‡ मूरà¥à¤– न समà¤à¥‡; नहीं तो मूरà¥à¤– ही समà¤à¤•à¤° मेरी सह लो, ताकि थोड़ा सा मैं à¤à¥€ घमणà¥à¤¡ कर सकूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:17 इस बेधड़क में जो कà¥à¤› मैं कहता हूठवह पà¥à¤°à¤à¥ की आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं पर मानो मूरà¥à¤–ता से ही कहता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:18 जब कि बहà¥à¤¤ लोग शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° घमणà¥à¤¡ करते हैं, तो मैं à¤à¥€ घमणà¥à¤¡ करूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:19 ¶ तà¥à¤® तो समà¤à¤¦à¤¾à¤° होकर आननà¥à¤¦ से मूरà¥à¤–ों की सह लेते हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई दास बना लेता है, या खा जाता है, या फà¤à¤¸à¤¾ लेता है, या अपने आप को बड़ा बनाता है, या तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मà¥à¤à¤¹ पर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारता है, तो तà¥à¤® सह लेते हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:21 मेरा कहना अनादर की रीति पर है, मानो कि हम निरà¥à¤¬à¤² से थे; परनà¥à¤¤à¥ जिस किसी बात में कोई साहस करता है, मैं मूरà¥à¤–ता से कहता हूठतो मैं à¤à¥€ साहस करता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:22 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ वे ही इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ हैं? मैं à¤à¥€ हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ वे ही इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¥€ हैं? मैं à¤à¥€ हूà¤; कà¥à¤¯à¤¾ वे ही अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश के हैं? मैं à¤à¥€ हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:23 कà¥à¤¯à¤¾ वे ही मसीह के सेवक हैं? (मैं पागल के समान कहता हूà¤) मैं उनसे बढ़कर हूà¤! अधिक परिशà¥à¤°à¤® करने में; बार-बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार-बार मृतà¥à¤¯à¥ के जोखिमों में। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:24 ¶ पाà¤à¤š बार मैंने यहूदियों के हाथ से उनतालीस कोड़े खाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:25 तीन बार मैंने बेंतें खाई; à¤à¤• बार पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ किया गया; तीन बार जहाज जिन पर मैं चढ़ा था, टूट गà¤; à¤à¤• रात दिन मैंने समà¥à¤¦à¥à¤° में काटा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:26 मैं बार-बार यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं में; नदियों के जोखिमों में; डाकà¥à¤“ं के जोखिमों में; अपने जातिवालों से जोखिमों में; अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जोखिमों में; नगरों में के जोखिमों में; जंगल के जोखिमों में; समà¥à¤¦à¥à¤° के जोखिमों में; à¤à¥‚ठे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच जोखिमों में रहा; (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:27 ¶ परिशà¥à¤°à¤® और कषà¥à¤Ÿ में; बार-बार जागते रहने में; à¤à¥‚ख-पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ में; बार-बार उपवास करने में; जाड़े में; उघाड़े रहने में। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:28 और अनà¥à¤¯ बातों को छोड़कर जिनका वरà¥à¤£à¤¨ मैं नहीं करता सब कलीसियाओं की चिनà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ मà¥à¤à¥‡ दबाती है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:29 किस की निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से मैं निरà¥à¤¬à¤² नहीं होता? किस के पाप में गिरने से मेरा जी नहीं दà¥à¤ƒà¤–ता? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:30 ¶ यदि घमणà¥à¤¡ करना अवशà¥à¤¯ है, तो मैं अपनी निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ की बातों पर घमणà¥à¤¡ करूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:31 पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता जो सदा धनà¥à¤¯ है, जानता है, कि मैं à¤à¥‚ठनहीं बोलता। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:32 ¶ दमिशà¥à¤• में अरितास राजा की ओर से जो राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² था, उसने मेरे पकड़ने को दमिशà¥à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के नगर पर पहरा बैठा रखा था। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:33 और मैं टोकरे में खिड़की से होकर दीवार पर से उतारा गया, और उसके हाथ से बच निकला। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:1 ¶ यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ घमणà¥à¤¡ करना तो मेरे लिये ठीक नहीं, फिर à¤à¥€ करना पड़ता है; पर मैं पà¥à¤°à¤à¥ के दिठहà¥à¤ दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤•à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ की चरà¥à¤šà¤¾ करूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:2 मैं मसीह में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जानता हूà¤, चौदह वरà¥à¤· हà¥à¤ कि न जाने देहसहित, न जाने देहरहित, परमेशà¥â€à¤µà¤° जानता है, à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ तीसरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— तक उठा लिया गया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:3 ¶ मैं à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जानता हूठन जाने देहसहित, न जाने देहरहित परमेशà¥â€à¤µà¤° ही जानता है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:4 कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤—लोक पर उठा लिया गया, और à¤à¤¸à¥€ बातें सà¥à¤¨à¥€à¤‚ जो कहने की नहीं; और जिनका मà¥à¤à¤¹ में लाना मनà¥à¤·à¥à¤¯ को उचित नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:5 à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ पर तो मैं घमणà¥à¤¡ करूà¤à¤—ा, परनà¥à¤¤à¥ अपने पर अपनी निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं को छोड़, अपने विषय में घमणà¥à¤¡ न करूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:6 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि मैं घमणà¥à¤¡ करना चाहूठà¤à¥€ तो मूरà¥à¤– न हूà¤à¤—ा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सच बोलूà¤à¤—ा; तो à¤à¥€ रà¥à¤• जाता हूà¤, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि जैसा कोई मà¥à¤à¥‡ देखता है, या मà¥à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, मà¥à¤à¥‡ उससे बढ़कर समà¤à¥‡à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:7 ¶ और इसलिठकि मैं पà¥à¤°à¤•à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ की बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से फूल न जाऊà¤, मेरे शरीर में à¤à¤• काà¤à¤Ÿà¤¾ चà¥à¤à¤¾à¤¯à¤¾ गया अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शैतान का à¤à¤• दूत कि मà¥à¤à¥‡ घूà¤à¤¸à¥‡ मारे ताकि मैं फूल न जाऊà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:8 ¶ इसके विषय में मैंने पà¥à¤°à¤à¥ से तीन बार विनती की, कि मà¥à¤à¤¸à¥‡ यह दूर हो जाà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:9 और उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “मेरा अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तेरे लिये बहà¥à¤¤ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ में सिदà¥à¤§ होती है।†इसलिठमैं बड़े आननà¥à¤¦ से अपनी निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं पर घमणà¥à¤¡ करूà¤à¤—ा, कि मसीह की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ मà¥à¤ पर छाया करती रहे। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:10 इस कारण मैं मसीह के लिये निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं, और निनà¥à¤¦à¤¾à¤“ं में, और दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ में, और उपदà¥à¤°à¤µà¥‹à¤‚ में, और संकटों में, पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब मैं निरà¥à¤¬à¤² होता हूà¤, तà¤à¥€ बलवनà¥à¤¤ होता हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:11 ¶ मैं मूरà¥à¤– तो बना, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® ही ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ यह बरबस करवाया: तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ तो मेरी पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करनी चाहिठथी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ मैं कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं, फिर à¤à¥€ उन बड़े से बड़े पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ से किसी बात में कम नहीं हूà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:12 पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ के लकà¥à¤·à¤£ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के धीरज सहित चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚, और अदà¥à¤à¥à¤¤ कामों, और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के कामों से दिखाठगà¤à¥¤ (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:13 तà¥à¤® कौन सी बात में और कलीसियाओं से कम थे, केवल इसमें कि मैंने तà¥à¤® पर अपना à¤à¤¾à¤° न रखा मेरा यह अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:14 ¶ अब, मैं तीसरी बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने को तैयार हूà¤, और मैं तà¥à¤® पर कोई à¤à¤¾à¤° न रखूà¤à¤—ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ नहीं, वरनॠतà¥à¤® ही को चाहता हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को माता-पिता के लिये धन बटोरना न चाहिà¤, पर माता-पिता को बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिये। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:15 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं के लिये बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦ से खरà¥à¤š करूà¤à¤—ा, वरनॠआप à¤à¥€ खरà¥à¤š हो जाऊà¤à¤—ा कà¥à¤¯à¤¾ जितना बढ़कर मैं तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤, उतना ही घटकर तà¥à¤® मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखोगे? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:16 ¶ à¤à¤¸à¤¾ हो सकता है, कि मैंने तà¥à¤® पर बोठनहीं डाला, परनà¥à¤¤à¥ चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ धोखा देकर फà¤à¤¸à¤¾ लिया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:17 à¤à¤²à¤¾, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¤¾, कà¥à¤¯à¤¾ उनमें से किसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मैंने छल करके तà¥à¤® से कà¥à¤› ले लिया? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:18 मैंने तीतà¥à¤¸ को समà¤à¤¾à¤•à¤° उसके साथ उस à¤à¤¾à¤ˆ को à¤à¥‡à¤œà¤¾, तो कà¥à¤¯à¤¾ तीतà¥à¤¸ ने छल करके तà¥à¤® से कà¥à¤› लिया? कà¥à¤¯à¤¾ हम à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¾ के चलाठन चले? कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤• ही मारà¥à¤— पर न चले? (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:19 ¶ तà¥à¤® अà¤à¥€ तक समठरहे होंगे कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामने पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° दे रहे हैं, हम तो परमेशà¥â€à¤µà¤° को उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जानकर मसीह में बोलते हैं, और हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, सब बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ ही के लिये कहते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:20 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤à¥‡ डर है, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि मैं आकर जैसा चाहता हूà¤, वैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ न पाऊà¤; और मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ जैसा तà¥à¤® नहीं चाहते वैसा ही पाओ, कि तà¥à¤® में à¤à¤—ड़ा, डाह, कà¥à¤°à¥‹à¤§, विरोध, ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾, चà¥à¤—ली, अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ और बखेड़े हों। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:21 और कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो कि जब मैं वापस आऊà¤à¤—ा, मेरा परमेशà¥â€à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ अपमानित करे और मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिये फिर शोक करना पड़े, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पहले पाप किया था, और उस गंदे काम, और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, और लà¥à¤šà¤ªà¤¨ से, जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किया, मन नहीं फिराया। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:1 ¶ अब तीसरी बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आता हूà¤: दो या तीन गवाहों के मà¥à¤à¤¹ से हर à¤à¤• बात ठहराई जाà¤à¤—ी। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:2 जैसे मैं जब दूसरी बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ था, वैसे ही अब दूर रहते हà¥à¤ उन लोगों से जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पहले पाप किया, और अनà¥à¤¯ सब लोगों से अब पहले से कह देता हूà¤, कि यदि मैं फिर आऊà¤à¤—ा, तो नहीं छोडूà¤à¤—ा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:3 ¶ तà¥à¤® तो इसका पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ चाहते हो, कि मसीह मà¥à¤ में बोलता है, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये निरà¥à¤¬à¤² नहीं; परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤® में सामरà¥à¤¥à¥€ है। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:4 वह निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के कारण कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया तो गया, फिर à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से जीवित है, हम à¤à¥€ तो उसमें निरà¥à¤¬à¤² हैं; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये है, उसके साथ जीà¤à¤à¤—े। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:5 ¶ अपने आप को परखो, कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में हो कि नहीं; अपने आप को जाà¤à¤šà¥‹, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® अपने विषय में यह नहीं जानते, कि यीशॠमसीह तà¥à¤® में है? नहीं तो तà¥à¤® निकमà¥à¤®à¥‡ निकले हो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:6 पर मेरी आशा है, कि तà¥à¤® जान लोगे, कि हम निकमà¥à¤®à¥‡ नहीं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:7 ¶ और हम अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हैं, कि तà¥à¤® कोई बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ न करो; इसलिठनहीं, कि हम खरे देख पड़ें, पर इसलिठकि तà¥à¤® à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करो, चाहे हम निकमà¥à¤®à¥‡ ही ठहरें। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम सतà¥à¤¯ के विरोध में कà¥à¤› नहीं कर सकते, पर सतà¥à¤¯ के लिये ही कर सकते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:9 ¶ जब हम निरà¥à¤¬à¤² हैं, और तà¥à¤® बलवनà¥à¤¤ हो, तो हम आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होते हैं, और यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ à¤à¥€ करते हैं, कि तà¥à¤® सिदà¥à¤§ हो जाओ। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:10 इस कारण मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पीठपीछे ये बातें लिखता हूà¤, कि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होकर मà¥à¤à¥‡ उस अधिकार के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जिसे पà¥à¤°à¤à¥ ने बिगाड़ने के लिये नहीं पर बनाने के लिये मà¥à¤à¥‡ दिया है, कड़ाई से कà¥à¤› करना न पड़े। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:11 ¶ अतः हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो; सिदà¥à¤§ बनते जाओ; धैरà¥à¤¯ रखो; à¤à¤• ही मन रखो; मेल से रहो, और पà¥à¤°à¥‡à¤® और शानà¥à¤¤à¤¿ का दाता परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ होगा। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:12 à¤à¤• दूसरे को पवितà¥à¤° चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ से नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:13 ¶ सब पवितà¥à¤° लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। (IN) 2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:14 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की सहà¤à¤¾à¤—िता तà¥à¤® सब के साथ होती रहे। (IN) गलातियों 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की, जो न मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से, और न मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, वरनॠयीशॠमसीह और परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, जिस ने उसको मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है। (IN) गलातियों 1:2 और सारे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर से, जो मेरे साथ हैं; गलातिया की कलीसियाओं के नाम। (IN) गलातियों 1:3 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) गलातियों 1:4 उसी ने अपने आप को हमारे पापों के लिये दे दिया, ताकि हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमें इस वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ बà¥à¤°à¥‡ संसार से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤à¥¤ (IN) गलातियों 1:5 उसकी महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) गलातियों 1:6 ¶ मà¥à¤à¥‡ आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ होता है, कि जिस ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मसीह के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ उससे तà¥à¤® इतनी जलà¥à¤¦à¥€ फिरकर और ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की ओर à¤à¥à¤•à¤¨à¥‡ लगे। (IN) गलातियों 1:7 परनà¥à¤¤à¥ वह दूसरा सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° है ही नहीं पर बात यह है, कि कितने à¤à¤¸à¥‡ हैं, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ घबरा देते, और मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को बिगाड़ना चाहते हैं। (IN) गलातियों 1:8 ¶ परनà¥à¤¤à¥ यदि हम या सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से कोई दूत à¤à¥€ उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को छोड़ जो हमने तà¥à¤® को सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ है, कोई और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤, तो शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो। (IN) गलातियों 1:9 जैसा हम पहले कह चà¥à¤•à¥‡ हैं, वैसा ही मैं अब फिर कहता हूà¤, कि उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को छोड़ जिसे तà¥à¤® ने गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया है, यदि कोई और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ है, तो शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो। (IN) गलातियों 1:10 अब मैं कà¥à¤¯à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मानता हूठया परमेशà¥â€à¤µà¤° को? कà¥à¤¯à¤¾ मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करना चाहता हूà¤? यदि मैं अब तक मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को ही पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करता रहता, तो मसीह का दास न होता। (IN) गलातियों 1:11 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जताठदेता हूà¤, कि जो सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° मैंने सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ है, वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ का नहीं। (IN) गलातियों 1:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ की ओर से नहीं पहà¥à¤à¤šà¤¾, और न मà¥à¤à¥‡ सिखाया गया, पर यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ से मिला। (IN) गलातियों 1:13 ¶ यहूदी मत में जो पहले मेरा चाल-चलन था, तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो; कि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया को बहà¥à¤¤ ही सताता और नाश करता था। (IN) गलातियों 1:14 और मैं यहूदी धरà¥à¤® में अपने साथी यहूदियों से अधिक आगे बढ़ रहा था और अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं में बहà¥à¤¤ ही उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¿à¤¤ था। (IN) गलातियों 1:15 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की जब इचà¥à¤›à¤¾ हà¥à¤ˆ, उसने मेरी माता के गरà¥à¤ ही से मà¥à¤à¥‡ ठहराया और अपने अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से बà¥à¤²à¤¾ लिया, (IN) गलातियों 1:16 कि मà¥à¤ में अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को पà¥à¤°à¤—ट करे कि मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में उसका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤Šà¤; तो न मैंने माà¤à¤¸ और लहू से सलाह ली; (IN) गलातियों 1:17 और न यरूशलेम को उनके पास गया जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ पहले पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ थे, पर तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ अरब को चला गया और फिर वहाठसे दमिशà¥à¤• को लौट आया। (IN) गलातियों 1:18 ¶ फिर तीन वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद मैं कैफा से à¤à¥‡à¤‚ट करने के लिये यरूशलेम को गया, और उसके पास पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹ दिन तक रहा। (IN) गलातियों 1:19 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤¾à¤ˆ याकूब को छोड़ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ में से किसी से न मिला। (IN) गलातियों 1:20 जो बातें मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखता हूà¤, परमेशà¥â€à¤µà¤° को उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जानकर कहता हूà¤, कि वे à¤à¥‚ठी नहीं। (IN) गलातियों 1:21 ¶ इसके बाद मैं सीरिया और किलिकिया के देशों में आया। (IN) गलातियों 1:22 परनà¥à¤¤à¥ यहूदिया की कलीसियाओं ने जो मसीह में थी, मेरा मà¥à¤à¤¹ तो कà¤à¥€ नहीं देखा था। (IN) गलातियों 1:23 परनà¥à¤¤à¥ यही सà¥à¤¨à¤¾ करती थीं, कि जो हमें पहले सताता था, वह अब उसी विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤¾ है, जिसे पहले नाश करता था। (IN) गलातियों 1:24 और मेरे विषय में परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करती थीं। (IN) गलातियों 2:1 ¶ चौदह वरà¥à¤· के बाद मैं बरनबास के साथ यरूशलेम को गया और तीतà¥à¤¸ को à¤à¥€ साथ ले गया। (IN) गलातियों 2:2 और मेरा जाना ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हà¥à¤† और जो सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता हूà¤, उसको मैंने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता दिया, पर à¤à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को जो बड़े समà¤à¥‡ जाते थे, ताकि à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि मेरी इस समय की, या पिछली à¤à¤¾à¤—-दौड़ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहरे। (IN) गलातियों 2:3 ¶ परनà¥à¤¤à¥ तीतà¥à¤¸ à¤à¥€ जो मेरे साथ था और जो यूनानी है; खतना कराने के लिये विवश नहीं किया गया। (IN) गलातियों 2:4 और यह उन à¤à¥‚ठे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के कारण हà¥à¤†, जो चोरी से घà¥à¤¸ आठथे, कि उस सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का जो मसीह यीशॠमें हमें मिली है, à¤à¥‡à¤¦ कर, हमें दास बनाà¤à¤à¥¤ (IN) गलातियों 2:5 उनके अधीन होना हमने à¤à¤• घड़ी à¤à¤° न माना, इसलिठकि सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ तà¥à¤® में बनी रहे। (IN) गलातियों 2:6 ¶ फिर जो लोग कà¥à¤› समà¤à¥‡ जाते थे वे चाहे कैसे à¤à¥€ थे, मà¥à¤à¥‡ इससे कà¥à¤› काम नहीं, परमेशà¥â€à¤µà¤° किसी का पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ नहीं करता उनसे मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ (IN) गलातियों 2:7 परनà¥à¤¤à¥ इसके विपरीत उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देखा, कि जैसा खतना किठहà¥à¤ लोगों के लिये सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का काम पतरस को सौंपा गया वैसा ही खतनारहितों के लिये मà¥à¤à¥‡ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¤¾ सौंपा गया। (IN) गलातियों 2:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस ने पतरस से खतना किठहà¥à¤“ं में पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¤¾à¤ˆ का कारà¥à¤¯ बड़े पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ सहित करवाया, उसी ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ कारà¥à¤¯ करवाया। (IN) गलातियों 2:9 ¶ और जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ को जो मà¥à¤à¥‡ मिला था जान लिया, तो याकूब, और कैफा, और यूहनà¥à¤¨à¤¾ ने जो कलीसिया के खमà¥à¤à¥‡ समà¤à¥‡ जाते थे, मà¥à¤ को और बरनबास को संगति का दाहिना हाथ देकर संग कर लिया, कि हम अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास जाà¤à¤, और वे खतना किठहà¥à¤“ं के पास। (IN) गलातियों 2:10 केवल यह कहा, कि हम कंगालों की सà¥à¤§à¤¿ लें, और इसी काम को करने का मैं आप à¤à¥€ यतà¥à¤¨ कर रहा था। (IN) गलातियों 2:11 ¶ पर जब कैफा अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ में आया तो मैंने उसके मà¥à¤à¤¹ पर उसका सामना किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह दोषी ठहरा था। (IN) गलातियों 2:12 इसलिठकि याकूब की ओर से कà¥à¤› लोगों के आने से पहले वह अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ खाया करता था, परनà¥à¤¤à¥ जब वे आà¤, तो खतना किठहà¥à¤ लोगों के डर के मारे उनसे हट गया और किनारा करने लगा। (IN) गलातियों 2:13 ¶ और उसके साथ शेष यहूदियों ने à¤à¥€ कपट किया, यहाठतक कि बरनबास à¤à¥€ उनके कपट में पड़ गया। (IN) गलातियों 2:14 पर जब मैंने देखा, कि वे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ पर सीधी चाल नहीं चलते, तो मैंने सब के सामने कैफा से कहा, “जब तू यहूदी होकर अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान चलता है, और यहूदियों के समान नहीं तो तू अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को यहूदियों के समान चलने को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहता है?†(IN) गलातियों 2:15 ¶ हम जो जनà¥à¤® के यहूदी हैं, और पापी अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से नहीं। (IN) गलातियों 2:16 तो à¤à¥€ यह जानकर कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से नहीं, पर केवल यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¥€ ठहरता है, हमने आप à¤à¥€ मसीह यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, कि हम वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से नहीं पर मसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से धरà¥à¤®à¥€ ठहरें; इसलिठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से कोई पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ धरà¥à¤®à¥€ न ठहरेगा। (IN) गलातियों 2:17 ¶ हम जो मसीह में धरà¥à¤®à¥€ ठहरना चाहते हैं, यदि आप ही पापी निकलें, तो कà¥à¤¯à¤¾ मसीह पाप का सेवक है? कदापि नहीं! (IN) गलातियों 2:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कà¥à¤› मैंने गिरा दिया, यदि उसी को फिर बनाता हूà¤, तो अपने आप को अपराधी ठहराता हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 2:19 मैं तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिये मर गया, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये जीऊà¤à¥¤ (IN) गलातियों 2:20 ¶ मैं मसीह के साथ कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया हूà¤, और अब मैं जीवित न रहा, पर मसीह मà¥à¤ में जीवित है: और मैं शरीर में अब जो जीवित हूठतो केवल उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से जीवित हूà¤, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° पर है, जिस ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® किया, और मेरे लिये अपने आप को दे दिया। (IN) गलातियों 2:21 मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ को वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ नहीं ठहराता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ होती, तो मसीह का मरना वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ होता। (IN) गलातियों 3:1 ¶ हे निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ गलातियों, किस ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मोह लिया? तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ तो मानो आà¤à¤–ों के सामने यीशॠमसीह कà¥à¤°à¥‚स पर दिखाया गया! (IN) गलातियों 3:2 मैं तà¥à¤® से केवल यह जानना चाहता हूà¤, कि तà¥à¤® ने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ को, कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से, या विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के समाचार से पाया? (IN) गलातियों 3:3 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® à¤à¤¸à¥‡ निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ हो, कि आतà¥à¤®à¤¾ की रीति पर आरमà¥à¤ करके अब शरीर की रीति पर अनà¥à¤¤ करोगे? (IN) गलातियों 3:4 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने इतना दà¥à¤ƒà¤– वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ उठाया? परनà¥à¤¤à¥ कदाचितॠवà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ नहीं। (IN) गलातियों 3:5 इसलिठजो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आतà¥à¤®à¤¾ दान करता और तà¥à¤® में सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के काम करता है, वह कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों से या विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° से à¤à¤¸à¤¾ करता है? (IN) गलातियों 3:6 ¶ “अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने तो परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया और यह उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिनी गई।†(IN) गलातियों 3:7 तो यह जान लो, कि जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले हैं, वे ही अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) गलातियों 3:8 और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° ने पहले ही से यह जानकर, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से धरà¥à¤®à¥€ ठहराà¤à¤—ा, पहले ही से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को यह सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾ दिया, कि “तà¥à¤ में सब जातियाठआशीष पाà¤à¤à¤—ी।†(IN) गलातियों 3:9 तो जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले हैं, वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के साथ आशीष पाते हैं। (IN) गलातियों 3:10 ¶ अतः जितने लोग वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के कामों पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखते हैं, वे सब शà¥à¤°à¤¾à¤ª के अधीन हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, “जो कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखी हà¥à¤ˆ सब बातों के करने में सà¥à¤¥à¤¿à¤° नहीं रहता, वह शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है।†(IN) गलातियों 3:11 पर यह बात पà¥à¤°à¤—ट है, कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के यहाठकोई धरà¥à¤®à¥€ नहीं ठहरता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि धरà¥à¤®à¥€ जन विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से जीवित रहेगा। (IN) गलातियों 3:12 पर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से कà¥à¤› समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ नहीं; पर “जो उनको मानेगा, वह उनके कारण जीवित रहेगा।†(IN) गलातियों 3:13 ¶ मसीह ने जो हमारे लिये शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ बना, हमें मोल लेकर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के शà¥à¤°à¤¾à¤ª से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, “जो कोई काठपर लटकाया जाता है वह शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है।†(IN) गलातियों 3:14 यह इसलिठहà¥à¤†, कि अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की आशीष मसीह यीशॠमें अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तक पहà¥à¤à¤šà¥‡, और हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उस आतà¥à¤®à¤¾ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें, जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ हà¥à¤ˆ है। (IN) गलातियों 3:15 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं मनà¥à¤·à¥à¤¯ की रीति पर कहता हूà¤, कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ की वाचा à¤à¥€ जो पकà¥à¤•à¥€ हो जाती है, तो न कोई उसे टालता है और न उसमें कà¥à¤› बढ़ाता है। (IN) गलातियों 3:16 अतः पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को, और उसके वंश को दी गईं; वह यह नहीं कहता, “वंशों को,†जैसे बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के विषय में कहा, पर जैसे à¤à¤• के विषय में कि “तेरे वंश को†और वह मसीह है। (IN) गलातियों 3:17 ¶ पर मैं यह कहता हूठकि जो वाचा परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पहले से पकà¥à¤•à¥€ की थी, उसको वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ चार सौ तीस वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद आकर नहीं टाल सकती, कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहरे। (IN) गलातियों 3:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि विरासत वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से मिली है, तो फिर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दे दी है। (IN) गलातियों 3:19 ¶ तब फिर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ रही? वह तो अपराधों के कारण बाद में दी गई, कि उस वंश के आने तक रहे, जिसको पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ दी गई थी, और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥ के हाथ ठहराई गई। (IN) गलातियों 3:20 मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥ तो à¤à¤• का नहीं होता, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤• ही है। (IN) गलातियों 3:21 ¶ तो कà¥à¤¯à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤“ं के विरोध में है? कदापि नहीं! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि à¤à¤¸à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ दी जाती जो जीवन दे सकती, तो सचमà¥à¤š धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से होती। (IN) गलातियों 3:22 परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° ने सब को पाप के अधीन कर दिया, ताकि वह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ जिसका आधार यीशॠमसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना है, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों के लिये पूरी हो जाà¤à¥¤ (IN) गलातियों 3:23 ¶ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के आने से पहले वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की अधीनता में हम कैद थे, और उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के आने तक जो पà¥à¤°à¤—ट होनेवाला था, हम उसी के बनà¥à¤§à¤¨ में रहे। (IN) गलातियों 3:24 इसलिठवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ मसीह तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ के लिठहमारी शिकà¥à¤·à¤• हà¥à¤ˆ है, कि हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से धरà¥à¤®à¥€ ठहरें। (IN) गलातियों 3:25 परनà¥à¤¤à¥ जब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ आ चà¥à¤•à¤¾, तो हम अब शिकà¥à¤·à¤• के अधीन न रहे। (IN) गलातियों 3:26 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® सब उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो मसीह यीशॠपर है, परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हो। (IN) गलातियों 3:27 ¶ और तà¥à¤® में से जितनों ने मसीह में बपतिसà¥à¤®à¤¾ लिया है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मसीह को पहन लिया है। (IN) गलातियों 3:28 अब न कोई यहूदी रहा और न यूनानी; न कोई दास, न सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°; न कोई नर, न नारी; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® सब मसीह यीशॠमें à¤à¤• हो। (IN) गलातियों 3:29 और यदि तà¥à¤® मसीह के हो, तो अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वारिस à¤à¥€ हो। (IN) गलातियों 4:1 ¶ मैं यह कहता हूà¤, कि वारिस जब तक बालक है, यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है, तो à¤à¥€ उसमें और दास में कà¥à¤› à¤à¥‡à¤¦ नहीं। (IN) गलातियों 4:2 परनà¥à¤¤à¥ पिता के ठहराठहà¥à¤ समय तक रकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ और à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के वश में रहता है। (IN) गलातियों 4:3 ¶ वैसे ही हम à¤à¥€, जब बालक थे, तो संसार की आदि शिकà¥à¤·à¤¾ के वश में होकर दास बने हà¥à¤ थे। (IN) गलातियों 4:4 परनà¥à¤¤à¥ जब समय पूरा हà¥à¤†, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को à¤à¥‡à¤œà¤¾, जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से जनà¥à¤®à¤¾, और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) गलातियों 4:5 ताकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीनों को मोल लेकर छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ ले, और हमको लेपालक होने का पद मिले। (IN) गलातियों 4:6 ¶ और तà¥à¤® जो पà¥à¤¤à¥à¤° हो, इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° के आतà¥à¤®à¤¾ को, जो ‘हे अबà¥à¤¬à¤¾, हे पिता’ कहकर पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ है, हमारे हृदय में à¤à¥‡à¤œà¤¾ है। (IN) गलातियों 4:7 इसलिठतू अब दास नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤¤à¥à¤° है; और जब पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤†, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वारिस à¤à¥€ हà¥à¤†à¥¤ (IN) गलातियों 4:8 ¶ फिर पहले, तो तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° को न जानकर उनके दास थे जो सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में देवता नहीं। (IN) गलातियों 4:9 पर अब जो तà¥à¤® ने परमेशà¥â€à¤µà¤° को पहचान लिया वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤® को पहचाना, तो उन निरà¥à¤¬à¤² और निकमà¥à¤®à¥€ आदि शिकà¥à¤·à¤¾ की बातों की ओर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ फिरते हो, जिनके तà¥à¤® दोबारा दास होना चाहते हो? (IN) गलातियों 4:10 ¶ तà¥à¤® दिनों और महीनों और नियत समयों और वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ को मानते हो। (IN) गलातियों 4:11 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में डरता हूà¤, कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि जो परिशà¥à¤°à¤® मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये किया है वह वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ ठहरे। (IN) गलातियों 4:12 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, तà¥à¤® मेरे समान हो जाओ: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ समान हà¥à¤† हूà¤; तà¥à¤® ने मेरा कà¥à¤› बिगाड़ा नहीं। (IN) गलातियों 4:13 पर तà¥à¤® जानते हो, कि पहले पहल मैंने शरीर की निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के कारण तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) गलातियों 4:14 और तà¥à¤® ने मेरी शारीरिक दशा को जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ का कारण थी, तà¥à¤šà¥à¤› न जाना; न उसने घृणा की; और परमेशà¥â€à¤µà¤° के दूत वरनॠमसीह के समान मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया। (IN) गलातियों 4:15 ¶ तो वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ कहाठगया? मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ गवाह हूà¤, कि यदि हो सकता, तो तà¥à¤® अपनी आà¤à¤–ें à¤à¥€ निकालकर मà¥à¤à¥‡ दे देते। (IN) गलातियों 4:16 तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® से सच बोलने के कारण मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ बैरी हो गया हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 4:17 ¶ वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मितà¥à¤° बनाना तो चाहते हैं, पर à¤à¤²à¥€ मनसा से नहीं; वरनॠतà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤à¤¸à¥‡ अलग करना चाहते हैं, कि तà¥à¤® उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के साथ हो जाओ। (IN) गलातियों 4:18 पर उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ होना अचà¥à¤›à¤¾ है, कि à¤à¤²à¥€ बात में हर समय यतà¥à¤¨ किया जाà¤, न केवल उसी समय, कि जब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहता हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 4:19 ¶ हे मेरे बालकों, जब तक तà¥à¤® में मसीह का रूप न बन जाà¤, तब तक मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये फिर जचà¥à¤šà¤¾ के समान पीड़ाà¤à¤ सहता हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 4:20 इचà¥à¤›à¤¾ तो यह होती है, कि अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आकर और ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से बोलूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में मैं विकल हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 4:21 ¶ तà¥à¤® जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन होना चाहते हो, मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहो, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡? (IN) गलातियों 4:22 यह लिखा है, कि अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के दो पà¥à¤¤à¥à¤° हà¥à¤; à¤à¤• दासी से, और à¤à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से। (IN) गलातियों 4:23 परनà¥à¤¤à¥ जो दासी से हà¥à¤†, वह शारीरिक रीति से जनà¥à¤®à¤¾, और जो सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से हà¥à¤†, वह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जनà¥à¤®à¤¾à¥¤ (IN) गलातियों 4:24 ¶ इन बातों में दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ है, ये सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ मानो दो वाचाà¤à¤ हैं, à¤à¤• तो सीनै पहाड़ की जिससे दास ही उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होते हैं; और वह हाजिरा है। (IN) गलातियों 4:25 और हाजिरा मानो अरब का सीनै पहाड़ है, और आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यरूशलेम उसके तà¥à¤²à¥à¤¯ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अपने बालकों समेत दासतà¥à¤µ में है। (IN) गलातियों 4:26 ¶ पर ऊपर की यरूशलेम सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° है, और वह हमारी माता है। (IN) गलातियों 4:27 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, (IN) गलातियों 4:28 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम इसहाक के समान पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) गलातियों 4:29 और जैसा उस समय शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जनà¥à¤®à¤¾ हà¥à¤† आतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जनà¥à¤®à¥‡ हà¥à¤ को सताता था, वैसा ही अब à¤à¥€ होता है। (IN) गलातियों 4:30 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° कà¥à¤¯à¤¾ कहता है? “दासी और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° को निकाल दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दासी का पà¥à¤¤à¥à¤° सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° के साथ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ नहीं होगा।†(IN) गलातियों 4:31 इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम दासी के नहीं परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) गलातियों 5:1 ¶ मसीह ने सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के लिये हमें सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° किया है; इसलिठइसमें सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो, और दासतà¥à¤µ के जूठमें फिर से न जà¥à¤¤à¥‹à¥¤ (IN) गलातियों 5:2 ¶ मैं पौलà¥à¤¸ तà¥à¤® से कहता हूà¤, कि यदि खतना कराओगे, तो मसीह से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› लाठन होगा। (IN) गलातियों 5:3 ¶ फिर à¤à¥€ मैं हर à¤à¤• खतना करानेवाले को जताठदेता हूà¤, कि उसे सारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ माननी पड़ेगी। (IN) गलातियों 5:4 ¶ तà¥à¤® जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¥€ ठहरना चाहते हो, मसीह से अलग और अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से गिर गठहो। (IN) गलातियों 5:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आतà¥à¤®à¤¾ के कारण, हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से, आशा की हà¥à¤ˆ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते हैं। (IN) गलातियों 5:6 और मसीह यीशॠमें न खतना, न खतनारहित कà¥à¤› काम का है, परनà¥à¤¤à¥ केवल विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का जो पà¥à¤°à¥‡à¤® के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ करता है। (IN) गलातियों 5:7 ¶ तà¥à¤® तो à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ दौड़ रहे थे, अब किस ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोक दिया, कि सतà¥à¤¯ को न मानो। (IN) गलातियों 5:8 à¤à¤¸à¥€ सीख तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की ओर से नहीं। (IN) गलातियों 5:9 ¶ थोड़ा सा ख़मीर सारे गà¥à¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ आटे को ख़मीर कर डालता है। (IN) गलातियों 5:10 मैं पà¥à¤°à¤à¥ पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कोई दूसरा विचार न होगा; परनà¥à¤¤à¥ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ घबरा देता है, वह कोई कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो दणà¥à¤¡ पाà¤à¤—ा। (IN) गलातियों 5:11 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि मैं अब तक खतना का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता हूà¤, तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अब तक सताया जाता हूà¤; फिर तो कà¥à¤°à¥‚स की ठोकर जाती रही। (IN) गलातियों 5:12 à¤à¤²à¤¾ होता, कि जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ डाà¤à¤µà¤¾à¤¡à¥‹à¤² करते हैं, वे अपना अंग ही काट डालते! (IN) गलातियों 5:13 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहो; परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि यह सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ शारीरिक कामों के लिये अवसर बने, वरनॠपà¥à¤°à¥‡à¤® से à¤à¤• दूसरे के दास बनो। (IN) गलातियों 5:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ इस à¤à¤• ही बात में पूरी हो जाती है, “तू अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रख।†(IN) गलातियों 5:15 पर यदि तà¥à¤® à¤à¤• दूसरे को दाà¤à¤¤ से काटते और फाड़ खाते हो, तो चौकस रहो, कि à¤à¤• दूसरे का सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ न कर दो। (IN) गलातियों 5:16 ¶ पर मैं कहता हूà¤, आतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलो, तो तà¥à¤® शरीर की लालसा किसी रीति से पूरी न करोगे। (IN) गलातियों 5:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शरीर आतà¥à¤®à¤¾ के विरोध में और आतà¥à¤®à¤¾ शरीर के विरोध में लालसा करता है, और ये à¤à¤• दूसरे के विरोधी हैं; इसलिठकि जो तà¥à¤® करना चाहते हो वह न करने पाओ। (IN) गलातियों 5:18 और यदि तà¥à¤® आतà¥à¤®à¤¾ के चलाठचलते हो तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अधीन न रहे। (IN) गलातियों 5:19 ¶ शरीर के काम तो पà¥à¤°à¤—ट हैं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, गंदे काम, लà¥à¤šà¤ªà¤¨, (IN) गलातियों 5:20 मूरà¥à¤¤à¤¿ पूजा, टोना, बैर, à¤à¤—ड़ा, ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾, कà¥à¤°à¥‹à¤§, विरोध, फूट, विधरà¥à¤®, (IN) गलातियों 5:21 डाह, मतवालापन, लीलाकà¥à¤°à¥€à¤¡à¤¼à¤¾, और इनके जैसे और-और काम हैं, इनके विषय में मैं तà¥à¤® को पहले से कह देता हूठजैसा पहले कह à¤à¥€ चà¥à¤•à¤¾ हूà¤, कि à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ काम करनेवाले परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के वारिस न होंगे। (IN) गलातियों 5:22 ¶ पर आतà¥à¤®à¤¾ का फल पà¥à¤°à¥‡à¤®, आननà¥à¤¦, शानà¥à¤¤à¤¿, धीरज, और दया, à¤à¤²à¤¾à¤ˆ, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, (IN) गलातियों 5:23 नमà¥à¤°à¤¤à¤¾, और संयम हैं; à¤à¤¸à¥‡-à¤à¤¸à¥‡ कामों के विरोध में कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं। (IN) गलातियों 5:24 और जो मसीह यीशॠके हैं, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शरीर को उसकी लालसाओं और अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं समेत कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ा दिया है। (IN) गलातियों 5:25 ¶ यदि हम आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जीवित हैं, तो आतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलें à¤à¥€à¥¤ (IN) गलातियों 5:26 हम घमणà¥à¤¡à¥€ होकर न à¤à¤• दूसरे को छेड़ें, और न à¤à¤• दूसरे से डाह करें। (IN) गलातियों 6:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ किसी अपराध में पकड़ा जाà¤, तो तà¥à¤® जो आतà¥à¤®à¤¿à¤• हो, नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ के साथ à¤à¤¸à¥‡ को संà¤à¤¾à¤²à¥‹, और अपनी à¤à¥€ देख-रेख करो, कि तà¥à¤® à¤à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ में न पड़ो। (IN) गलातियों 6:2 तà¥à¤® à¤à¤• दूसरे के à¤à¤¾à¤° उठाओ, और इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मसीह की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को पूरी करो। (IN) गलातियों 6:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि कोई कà¥à¤› न होने पर à¤à¥€ अपने आप को कà¥à¤› समà¤à¤¤à¤¾ है, तो अपने आप को धोखा देता है। (IN) गलातियों 6:4 पर हर à¤à¤• अपने ही काम को जाà¤à¤š ले, और तब दूसरे के विषय में नहीं परनà¥à¤¤à¥ अपने ही विषय में उसको घमणà¥à¤¡ करने का अवसर होगा। (IN) गलातियों 6:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपना ही बोठउठाà¤à¤—ा। (IN) गलातियों 6:6 ¶ जो वचन की शिकà¥à¤·à¤¾ पाता है, वह सब अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं में सिखानेवाले को à¤à¤¾à¤—ी करे। (IN) गलातियों 6:7 धोखा न खाओ, परमेशà¥â€à¤µà¤° उपहास में नहीं उड़ाया जाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ जो कà¥à¤› बोता है, वही काटेगा। (IN) गलातियों 6:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो अपने शरीर के लिये बोता है, वह शरीर के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विनाश की कटनी काटेगा; और जो आतà¥à¤®à¤¾ के लिये बोता है, वह आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अननà¥à¤¤ जीवन की कटनी काटेगा। (IN) गलातियों 6:9 ¶ हम à¤à¤²à¥‡ काम करने में साहस न छोड़े, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे। (IN) गलातियों 6:10 इसलिठजहाठतक अवसर मिले हम सब के साथ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करें; विशेष करके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ। (IN) गलातियों 6:11 ¶ देखो, मैंने कैसे बड़े-बड़े अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ में तà¥à¤® को अपने हाथ से लिखा है। (IN) गलातियों 6:12 जितने लोग शारीरिक दिखावा चाहते हैं वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ खतना करवाने के लिये दबाव देते हैं, केवल इसलिठकि वे मसीह के कà¥à¤°à¥‚स के कारण सताठन जाà¤à¤à¥¤ (IN) गलातियों 6:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि खतना करानेवाले आप तो, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर नहीं चलते, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ खतना कराना इसलिठचाहते हैं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ शारीरिक दशा पर घमणà¥à¤¡ करें। (IN) गलातियों 6:14 ¶ पर à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि मैं और किसी बात का घमणà¥à¤¡ करूà¤, केवल हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के कà¥à¤°à¥‚स का जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संसार मेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में और मैं संसार की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 6:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि न खतना, और न खतनारहित कà¥à¤› है, परनà¥à¤¤à¥ नई सृषà¥à¤Ÿà¤¿ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। (IN) गलातियों 6:16 और जितने इस नियम पर चलेंगे उन पर, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² पर, शानà¥à¤¤à¤¿ और दया होती रहे। (IN) गलातियों 6:17 ¶ आगे को कोई मà¥à¤à¥‡ दà¥à¤ƒà¤– न दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं यीशॠके दागों को अपनी देह में लिये फिरता हूà¤à¥¤ (IN) गलातियों 6:18 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ के साथ रहे। आमीन। (IN) इफिसियों 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से यीशॠमसीह का पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, उन पवितà¥à¤° और मसीह यीशॠमें विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ लोगों के नाम जो इफिसà¥à¤¸ में हैं, (IN) इफिसियों 1:2 हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) इफिसियों 1:3 ¶ हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो कि उसने हमें मसीह में सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की आतà¥à¤®à¤¿à¤• आशीष दी है। (IN) इफिसियों 1:4 जैसा उसने हमें जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से पहले उसमें चà¥à¤¨ लिया कि हम उसकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में पवितà¥à¤° और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हों। (IN) इफिसियों 1:5 ¶ और पà¥à¤°à¥‡à¤® में उसने अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के à¤à¤²à¥‡ अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमें अपने लिये पहले से ठहराया कि यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम उसके लेपालक पà¥à¤¤à¥à¤° हों, (IN) इफिसियों 1:6 कि उसके उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की महिमा की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ हो, जिसे उसने हमें अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सेंत-मेंत दिया। (IN) इफिसियों 1:7 ¶ हमको मसीह में उसके लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपराधों की कà¥à¤·à¤®à¤¾, परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के धन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मिला है, (IN) इफिसियों 1:8 जिसे उसने सारे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और समठसहित हम पर बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से किया। (IN) इफिसियों 1:9 ¶ उसने अपनी इचà¥à¤›à¤¾ का à¤à¥‡à¤¦, अपने à¤à¤²à¥‡ अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमें बताया, जिसे उसने अपने आप में ठान लिया था, (IN) इफिसियों 1:10 कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की योजना के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, समय की पूरà¥à¤¤à¤¿ होने पर, जो कà¥à¤› सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में और जो कà¥à¤› पृथà¥à¤µà¥€ पर है, सब कà¥à¤› वह मसीह में à¤à¤•à¤¤à¥à¤° करे। (IN) इफिसियों 1:11 ¶ मसीह में हम à¤à¥€ उसी की मनसा से जो अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के मत के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सब कà¥à¤› करता है, पहले से ठहराठजाकर विरासत बने। (IN) इफिसियों 1:12 कि हम जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पहले से मसीह पर आशा रखी थी, उसकी महिमा की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ का कारण हों। (IN) इफिसियों 1:13 ¶ और उसी में तà¥à¤® पर à¤à¥€ जब तà¥à¤® ने सतà¥à¤¯ का वचन सà¥à¤¨à¤¾, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ उदà¥à¤§à¤¾à¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° है, और जिस पर तà¥à¤® ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ किठहà¥à¤ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ की छाप लगी। (IN) इफिसियों 1:14 वह उसके मोल लिठहà¥à¤“ं के छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के लिये हमारी विरासत का बयाना है, कि उसकी महिमा की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ हो। (IN) इफिसियों 1:15 ¶ इस कारण, मैं à¤à¥€ उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जो तà¥à¤® लोगों में पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠपर है और सब पवितà¥à¤° लोगों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤® का समाचार सà¥à¤¨à¤•à¤°, (IN) इफिसियों 1:16 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करना नहीं छोड़ता, और अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ किया करता हूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 1:17 ¶ कि हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का परमेशà¥â€à¤µà¤° जो महिमा का पिता है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की आतà¥à¤®à¤¾ और अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ दे। (IN) इफिसियों 1:18 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन की आà¤à¤–ें जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¯ हों कि तà¥à¤® जान लो कि हमारे बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ की आशा कà¥à¤¯à¤¾ है, और पवितà¥à¤° लोगों में उसकी विरासत की महिमा का धन कैसा है। (IN) इफिसियों 1:19 ¶ और उसकी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ हमारी ओर जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, कितनी महान है, उसकी शकà¥à¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के उस कारà¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°à¥¤ (IN) इफिसियों 1:20 जो उसने मसीह के विषय में किया, कि उसको मरे हà¥à¤“ं में से जिलाकर सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में अपनी दाहिनी ओर, (IN) इफिसियों 1:21 सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾, और अधिकार, और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ के, और हर à¤à¤• नाम के ऊपर, जो न केवल इस लोक में, पर आनेवाले लोक में à¤à¥€ लिया जाà¤à¤—ा, बैठाया; (IN) इफिसियों 1:22 ¶ और सब कà¥à¤› उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले कर दिया और उसे सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं पर शिरोमणि ठहराकर कलीसिया को दे दिया, (IN) इफिसियों 1:23 यह उसकी देह है, और उसी की परिपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ है, जो सब में सब कà¥à¤› पूरà¥à¤£ करता है। (IN) इफिसियों 2:1 ¶ और उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हà¥à¤ थे। (IN) इफिसियों 2:2 जिनमें तà¥à¤® पहले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के अधिपति अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस आतà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलते थे, जो अब à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवालों में कारà¥à¤¯ करता है। (IN) इफिसियों 2:3 इनमें हम à¤à¥€ सब के सब पहले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाà¤à¤ पूरी करते थे, और अनà¥à¤¯ लोगों के समान सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ ही से कà¥à¤°à¥‹à¤§ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ थे। (IN) इफिसियों 2:4 ¶ परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े पà¥à¤°à¥‡à¤® के कारण जिससे उसने हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया, (IN) इफिसियों 2:5 जब हम अपराधों के कारण मरे हà¥à¤ थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ ही से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° हà¥à¤† है, (IN) इफिसियों 2:6 और मसीह यीशॠमें उसके साथ उठाया, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में उसके साथ बैठाया। (IN) इफिसियों 2:7 कि वह अपनी उस दया से जो मसीह यीशॠमें हम पर है, आनेवाले समयों में अपने अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ का असीम धन दिखाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 2:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ ही से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° हà¥à¤† है, और यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर से नहीं, वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° का दान है; (IN) इफिसियों 2:9 और न करà¥à¤®à¥‹à¤‚ के कारण, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि कोई घमणà¥à¤¡ करे। (IN) इफिसियों 2:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की रचना हैं; और मसीह यीशॠमें उन à¤à¤²à¥‡ कामों के लिये सृजे गठजिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया। (IN) इफिसियों 2:11 ¶ इस कारण सà¥à¤®à¤°à¤£ करो, कि तà¥à¤® जो शारीरिक रीति से अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ हो, और जो लोग शरीर में हाथ के किठहà¥à¤ खतने से खतनावाले कहलाते हैं, वे तà¥à¤® को खतनारहित कहते हैं, (IN) इफिसियों 2:12 तà¥à¤® लोग उस समय मसीह से अलग और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की पà¥à¤°à¤œà¤¾ के पद से अलग किठहà¥à¤, और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की वाचाओं के à¤à¤¾à¤—ी न थे, और आशाहीन और जगत में ईशà¥à¤µà¤° रहित थे। (IN) इफिसियों 2:13 ¶ पर अब मसीह यीशॠमें तà¥à¤® जो पहले दूर थे, मसीह के लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निकट हो गठहो। (IN) इफिसियों 2:14 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वही हमारा मेल है, जिसने यहूदियों और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤• कर दिया और अलग करनेवाले दीवार को जो बीच में थी, ढा दिया। (IN) इफिसियों 2:15 और अपने शरीर में बैर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ जिसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤à¤ विधियों की रीति पर थीं, मिटा दिया कि दोनों से अपने में à¤à¤• नई जाति उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करके मेल करा दे, (IN) इफिसियों 2:16 और कà¥à¤°à¥‚स पर बैर को नाश करके इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दोनों को à¤à¤• देह बनाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° से मिलाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 2:17 ¶ और उसने आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो दूर थे, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो निकट थे, दोनों को मेल-मिलाप का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) इफिसियों 2:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस ही के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम दोनों की à¤à¤• आतà¥à¤®à¤¾ में पिता के पास पहà¥à¤à¤š होती है। (IN) इफिसियों 2:19 ¶ इसलिठतà¥à¤® अब परदेशी और मà¥à¤¸à¤¾à¤«à¤¿à¤° नहीं रहे, परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤° लोगों के संगी सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ और परमेशà¥â€à¤µà¤° के घराने के हो गà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 2:20 और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की नींव पर जिसके कोने का पतà¥à¤¥à¤° मसीह यीशॠआप ही है, बनाठगठहो। (IN) इफिसियों 2:21 जिसमें सारी रचना à¤à¤• साथ मिलकर पà¥à¤°à¤à¥ में à¤à¤• पवितà¥à¤° मनà¥à¤¦à¤¿à¤° बनती जाती है, (IN) इफिसियों 2:22 जिसमें तà¥à¤® à¤à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° का निवास-सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ होने के लिये à¤à¤• साथ बनाठजाते हो। (IN) इफिसियों 3:1 ¶ इसी कारण मैं पौलà¥à¤¸ जो तà¥à¤® अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये मसीह यीशॠका बनà¥à¤¦à¥€ हूठ(IN) इफिसियों 3:2 यदि तà¥à¤® ने परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ का समाचार सà¥à¤¨à¤¾ हो, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मà¥à¤à¥‡ दिया गया। (IN) इफिसियों 3:3 ¶ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यह कि वह à¤à¥‡à¤¦ मà¥à¤ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†, जैसा मैं पहले संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में लिख चà¥à¤•à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 3:4 जिससे तà¥à¤® पढ़कर जान सकते हो कि मैं मसीह का वह à¤à¥‡à¤¦ कहाठतक समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 3:5 जो अनà¥à¤¯ समयों में मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को à¤à¤¸à¤¾ नहीं बताया गया था, जैसा कि आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अब उसके पवितà¥à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं पर पà¥à¤°à¤—ट किया गया हैं। (IN) इफिसियों 3:6 ¶ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यह कि मसीह यीशॠमें सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¥€à¤¯ लोग विरासत में सहà¤à¤¾à¤—ी, और à¤à¤• ही देह के और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के à¤à¤¾à¤—ी हैं। (IN) इफिसियों 3:7 और मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के उस दान के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, जो सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मà¥à¤à¥‡ दिया गया, उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का सेवक बना। (IN) इफिसियों 3:8 ¶ मà¥à¤ पर जो सब पवितà¥à¤° लोगों में से छोटे से à¤à¥€ छोटा हूà¤, यह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ हà¥à¤† कि मैं अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मसीह के अगमà¥à¤¯ धन का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤Šà¤, (IN) इफिसियों 3:9 और सब पर यह बात पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करूठकि उस à¤à¥‡à¤¦ का पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ कà¥à¤¯à¤¾ है, जो सब के सृजनहार परमेशà¥â€à¤µà¤° में आदि से गà¥à¤ªà¥à¤¤ था। (IN) इफिसियों 3:10 ¶ ताकि अब कलीसिया के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, परमेशà¥â€à¤µà¤° का विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का जà¥à¤žà¤¾à¤¨, उन पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और अधिकारियों पर, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में हैं पà¥à¤°à¤—ट किया जाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 3:11 उस सनातन मनसा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो उसने हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠमें की थीं। (IN) इफिसियों 3:12 ¶ जिसमें हमको उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखने से साहस और à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ से निकट आने का अधिकार है। (IN) इफिसियों 3:13 इसलिठमैं विनती करता हूठकि जो कà¥à¤²à¥‡à¤¶ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मà¥à¤à¥‡ हो रहे हैं, उनके कारण साहस न छोड़ो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनमें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ महिमा है। (IN) इफिसियों 3:14 ¶ मैं इसी कारण उस पिता के सामने घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ टेकता हूà¤, (IN) इफिसियों 3:15 जिससे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ पर, हर à¤à¤• घराने का नाम रखा जाता है, (IN) इफिसियों 3:16 कि वह अपनी महिमा के धन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह दान दे कि तà¥à¤® उसके आतà¥à¤®à¤¾ से अपने à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ में सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पा कर बलवनà¥à¤¤ होते जाओ, (IN) इफिसियों 3:17 ¶ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मसीह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदय में बसे कि तà¥à¤® पà¥à¤°à¥‡à¤® में जड़ पकड़कर और नींव डालकर, (IN) इफिसियों 3:18 सब पवितà¥à¤° लोगों के साथ à¤à¤²à¥€-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ समà¤à¤¨à¥‡ की शकà¥à¤¤à¤¿ पाओ; कि उसकी चौड़ाई, और लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ, और ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ, और गहराई कितनी है। (IN) इफिसियों 3:19 और मसीह के उस पà¥à¤°à¥‡à¤® को जान सको जो जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से परे है कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° की सारी à¤à¤°à¤ªà¥‚री तक परिपूरà¥à¤£ हो जाओ। (IN) इफिसियों 3:20 ¶ अब जो à¤à¤¸à¤¾ सामरà¥à¤¥à¥€ है, कि हमारी विनती और समठसे कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो हम में कारà¥à¤¯ करता है, (IN) इफिसियों 3:21 कलीसिया में, और मसीह यीशॠमें, उसकी महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) इफिसियों 4:1 ¶ इसलिठमैं जो पà¥à¤°à¤à¥ में बनà¥à¤¦à¥€ हूठतà¥à¤® से विनती करता हूठकि जिस बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ से तà¥à¤® बà¥à¤²à¤¾à¤ गठथे, उसके योगà¥à¤¯ चाल चलो, (IN) इफिसियों 4:2 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सारी दीनता और नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ सहित, और धीरज धरकर पà¥à¤°à¥‡à¤® से à¤à¤• दूसरे की सह लो, (IN) इफिसियों 4:3 और मेल के बनà¥à¤§à¤¨ में आतà¥à¤®à¤¾ की à¤à¤•à¤¤à¤¾ रखने का यतà¥à¤¨ करो। (IN) इफिसियों 4:4 ¶ à¤à¤• ही देह है, और à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¾; जैसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो बà¥à¤²à¤¾à¤ गठथे अपने बà¥à¤²à¤¾à¤ जाने से à¤à¤• ही आशा है। (IN) इफिसियों 4:5 à¤à¤• ही पà¥à¤°à¤à¥ है, à¤à¤• ही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, à¤à¤• ही बपतिसà¥à¤®à¤¾, (IN) इफिसियों 4:6 और सब का à¤à¤• ही परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता है, जो सब के ऊपर और सब के मधà¥à¤¯ में, और सब में है। (IN) इफिसियों 4:7 ¶ पर हम में से हर à¤à¤• को मसीह के दान के परिमाण से अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ मिला है। (IN) इफिसियों 4:8 इसलिठवह कहता है, (IN) इफिसियों 4:9 ¶ (उसके चढ़ने से, और कà¥à¤¯à¤¾ अरà¥à¤¥ पाया जाता है केवल यह कि वह पृथà¥à¤µà¥€ की निचली जगहों में उतरा à¤à¥€ था। (IN) इफिसियों 4:10 और जो उतर गया यह वही है जो सारे आकाश के ऊपर चढ़ à¤à¥€ गया कि सब कà¥à¤› परिपूरà¥à¤£ करे।) (IN) इफिसियों 4:11 ¶ और उसने कà¥à¤› को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ नियà¥à¤•à¥à¤¤ करके, और कà¥à¤› को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ नियà¥à¤•à¥à¤¤ करके, और कà¥à¤› को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ नियà¥à¤•à¥à¤¤ करके, और कà¥à¤› को रखवाले और उपदेशक नियà¥à¤•à¥à¤¤ करके दे दिया। (IN) इफिसियों 4:12 जिससे पवितà¥à¤° लोग सिदà¥à¤§ हो जाà¤à¤ और सेवा का काम किया जाà¤, और मसीह की देह उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ पाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 4:13 जब तक कि हम सब के सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° की पहचान में à¤à¤• न हो जाà¤à¤, और à¤à¤• सिदà¥à¤§ मनà¥à¤·à¥à¤¯ न बन जाà¤à¤ और मसीह के पूरे डील-डौल तक न बढ़ जाà¤à¤à¥¤ (IN) इफिसियों 4:14 ¶ ताकि हम आगे को बालक न रहें, जो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ठग-विदà¥à¤¯à¤¾ और चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से उनके à¤à¥à¤°à¤® की यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की, और उपदेश की, हर à¤à¤• वायॠसे उछाले, और इधर-उधर घà¥à¤®à¤¾à¤ जाते हों। (IN) इफिसियों 4:15 वरनॠपà¥à¤°à¥‡à¤® में सच बोलें और सब बातों में उसमें जो सिर है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह में बढ़ते जाà¤à¤, (IN) इफिसियों 4:16 जिससे सारी देह हर à¤à¤• जोड़ की सहायता से à¤à¤• साथ मिलकर, और à¤à¤• साथ गठकर, उस पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो हर à¤à¤• अंग के ठीक-ठीक कारà¥à¤¯ करने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसमें होता है, अपने आप को बढ़ाती है कि वह पà¥à¤°à¥‡à¤® में उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करती जाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 4:17 ¶ इसलिठमैं यह कहता हूठऔर पà¥à¤°à¤à¥ में जताठदेता हूठकि जैसे अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¥€à¤¯ लोग अपने मन की अनरà¥à¤¥ की रीति पर चलते हैं, तà¥à¤® अब से फिर à¤à¤¸à¥‡ न चलो। (IN) इफिसियों 4:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ अंधेरी हो गई है और उस अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ के कारण जो उनमें है और उनके मन की कठोरता के कारण वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के जीवन से अलग किठहà¥à¤ हैं; (IN) इफिसियों 4:19 और वे सà¥à¤¨à¥à¤¨ होकर लà¥à¤šà¤ªà¤¨ में लग गठहैं कि सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के गंदे काम लालसा से किया करें। (IN) इफिसियों 4:20 ¶ पर तà¥à¤® ने मसीह की à¤à¤¸à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ नहीं पाई। (IN) इफिसियों 4:21 वरनॠतà¥à¤® ने सचमà¥à¤š उसी की सà¥à¤¨à¥€, और जैसा यीशॠमें सतà¥à¤¯ है, उसी में सिखाठà¤à¥€ गà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 4:22 कि तà¥à¤® अपने चाल-चलन के पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ को जो à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥€ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ होता जाता है, उतार डालो। (IN) इफिसियों 4:23 ¶ और अपने मन के आतà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में नये बनते जाओ, (IN) इफिसियों 4:24 और नये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ को पहन लो, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सतà¥à¤¯ की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ में सृजा गया है। (IN) इफिसियों 4:25 ¶ इस कारण à¤à¥‚ठबोलना छोड़कर, हर à¤à¤• अपने पड़ोसी से सच बोले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम आपस में à¤à¤• दूसरे के अंग हैं। (IN) इफिसियों 4:26 कà¥à¤°à¥‹à¤§ तो करो, पर पाप मत करो; सूरà¥à¤¯ असà¥à¤¤ होने तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤°à¥‹à¤§ न रहे। (IN) इफिसियों 4:27 और न शैतान को अवसर दो। (IN) इफिसियों 4:28 ¶ चोरी करनेवाला फिर चोरी न करे; वरनॠà¤à¤²à¥‡ काम करने में अपने हाथों से परिशà¥à¤°à¤® करे; इसलिठकि जिसे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ हो, उसे देने को उसके पास कà¥à¤› हो। (IN) इफिसियों 4:29 कोई गंदी बात तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मà¥à¤à¤¹ से न निकले, पर आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वही निकले जो उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिये उतà¥à¤¤à¤® हो, ताकि उससे सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ हो। (IN) इफिसियों 4:30 परमेशà¥â€à¤µà¤° के पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ को शोकित मत करो, जिससे तà¥à¤® पर छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के दिन के लिये छाप दी गई है। (IN) इफिसियों 4:31 ¶ सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की कड़वाहट और पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª और कà¥à¤°à¥‹à¤§, और कलह, और निनà¥à¤¦à¤¾ सब बैर-à¤à¤¾à¤µ समेत तà¥à¤® से दूर की जाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 4:32 à¤à¤• दूसरे पर कृपालà¥, और करà¥à¤£à¤¾à¤®à¤¯ हो, और जैसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मसीह में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ किà¤, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ à¤à¤• दूसरे के अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो। (IN) इफिसियों 5:1 ¶ इसलिठपà¥à¤°à¤¿à¤¯ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के समान परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करो; (IN) इफिसियों 5:2 और पà¥à¤°à¥‡à¤® में चलो जैसे मसीह ने à¤à¥€ तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया; और हमारे लिये अपने आप को सà¥à¤–दायक सà¥à¤—नà¥à¤§ के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° के आगे à¤à¥‡à¤‚ट करके बलिदान कर दिया। (IN) इफिसियों 5:3 ¶ जैसा पवितà¥à¤° लोगों के योगà¥à¤¯ है, वैसा तà¥à¤® में वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, और किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के अशà¥à¤¦à¥à¤§ काम, या लोठकी चरà¥à¤šà¤¾ तक न हो। (IN) इफिसियों 5:4 और न निरà¥à¤²à¤œà¥à¤œà¤¤à¤¾, न मूरà¥à¤–ता की बातचीत की, न उपहास किया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये बातें शोà¤à¤¾ नहीं देती, वरनॠधनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ ही सà¥à¤¨à¤¾ जाà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 5:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® यह जानते हो कि किसी वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€, या अशà¥à¤¦à¥à¤§ जन, या लोà¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ की, जो मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जक के बराबर है, मसीह और परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ में विरासत नहीं। (IN) इफिसियों 5:6 कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ बातों से धोखा न दे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन ही कामों के कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° का कà¥à¤°à¥‹à¤§ आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवालों पर à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¤à¤¾ है। (IN) इफिसियों 5:7 इसलिठतà¥à¤® उनके सहà¤à¤¾à¤—ी न हो। (IN) इफिसियों 5:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® तो पहले अंधकार थे परनà¥à¤¤à¥ अब पà¥à¤°à¤à¥ में जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ हो, अतः जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के समान चलो। (IN) इफिसियों 5:9 (कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ का फल सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ, और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, और सतà¥à¤¯ है), (IN) इफिसियों 5:10 और यह परखो, कि पà¥à¤°à¤à¥ को कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है? (IN) इफिसियों 5:11 और अंधकार के निषà¥à¤«à¤² कामों में सहà¤à¤¾à¤—ी न हो, वरनॠउन पर उलाहना दो। (IN) इफिसियों 5:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके गà¥à¤ªà¥à¤¤ कामों की चरà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ लजà¥à¤œà¤¾ की बात है। (IN) इफिसियों 5:13 ¶ पर जितने कामों पर उलाहना दिया जाता है वे सब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ से पà¥à¤°à¤—ट होते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो सब कà¥à¤› को पà¥à¤°à¤—ट करता है, वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ है। (IN) इफिसियों 5:14 इस कारण वह कहता है, (IN) इफिसियों 5:15 ¶ इसलिठधà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान नहीं पर बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के समान चलो। (IN) इफिसियों 5:16 और अवसर को बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ समà¤à¥‹, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दिन बà¥à¤°à¥‡ हैं। (IN) इफिसियों 5:17 इस कारण निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ न हो, पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से समà¤à¥‹, कि पà¥à¤°à¤à¥ की इचà¥à¤›à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ है। (IN) इफिसियों 5:18 ¶ और दाखरस से मतवाले न बनो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे लà¥à¤šà¤ªà¤¨ होता है, पर पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ होते जाओ, (IN) इफिसियों 5:19 और आपस में à¤à¤œà¤¨ और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤—ान और आतà¥à¤®à¤¿à¤• गीत गाया करो, और अपने-अपने मन में पà¥à¤°à¤à¥ के सामने गाते और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते रहो। (IN) इफिसियों 5:20 और सदा सब बातों के लिये हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के नाम से परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते रहो। (IN) इफिसियों 5:21 और मसीह के à¤à¤¯ से à¤à¤• दूसरे के अधीन रहो। (IN) इफिसियों 5:22 ¶ हे पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, अपने-अपने पति के à¤à¤¸à¥‡ अधीन रहो, जैसे पà¥à¤°à¤à¥ के। (IN) इफिसियों 5:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पति तो पतà¥â€à¤¨à¥€ का सिर है जैसे कि मसीह कलीसिया का सिर है; और आप ही देह का उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ है। (IN) इफिसियों 5:24 पर जैसे कलीसिया मसीह के अधीन है, वैसे ही पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ हर बात में अपने-अपने पति के अधीन रहें। (IN) इफिसियों 5:25 ¶ हे पतियों, अपनी-अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, जैसा मसीह ने à¤à¥€ कलीसिया से पà¥à¤°à¥‡à¤® करके अपने आप को उसके लिये दे दिया, (IN) इफिसियों 5:26 कि उसको वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जल के सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से शà¥à¤¦à¥à¤§ करके पवितà¥à¤° बनाà¤, (IN) इफिसियों 5:27 और उसे à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ तेजसà¥à¤µà¥€ कलीसिया बनाकर अपने पास खड़ी करे, जिसमें न कलंक, न à¤à¥à¤°à¥à¤°à¥€, न कोई à¤à¤¸à¥€ वसà¥à¤¤à¥ हो, वरनॠपवितà¥à¤° और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हो। (IN) इफिसियों 5:28 ¶ इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उचित है, कि पति अपनी-अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से अपनी देह के समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रखे, जो अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, वह अपने आप से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है। (IN) इफिसियों 5:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि किसी ने कà¤à¥€ अपने शरीर से बैर नहीं रखा वरनॠउसका पालन-पोषण करता है, जैसा मसीह à¤à¥€ कलीसिया के साथ करता है। (IN) इफिसियों 5:30 इसलिठकि हम उसकी देह के अंग हैं। (IN) इफिसियों 5:31 ¶ “इस कारण पà¥à¤°à¥à¤· माता-पिता को छोड़कर अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से मिला रहेगा, और वे दोनों à¤à¤• तन होंगे।†(IN) इफिसियों 5:32 यह à¤à¥‡à¤¦ तो बड़ा है; पर मैं मसीह और कलीसिया के विषय में कहता हूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 5:33 पर तà¥à¤® में से हर à¤à¤• अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रखे, और पतà¥â€à¤¨à¥€ à¤à¥€ अपने पति का à¤à¤¯ माने। (IN) इफिसियों 6:1 ¶ हे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤à¥ में अपने माता-पिता के आजà¥à¤žà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥€ बनो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह उचित है। (IN) इफिसियों 6:2 “अपनी माता और पिता का आदर कर (यह पहली आजà¥à¤žà¤¾ है, जिसके साथ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ à¤à¥€ है), (IN) इफिसियों 6:3 कि तेरा à¤à¤²à¤¾ हो, और तू धरती पर बहà¥à¤¤ दिन जीवित रहे।†(IN) इफिसियों 6:4 ¶ और हे पिताओं, अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को रिस न दिलाओ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ की शिकà¥à¤·à¤¾, और चेतावनी देते हà¥à¤, उनका पालन-पोषण करो। (IN) इफिसियों 6:5 ¶ हे दासों, जो लोग संसार के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हैं, अपने मन की सिधाई से डरते, और काà¤à¤ªà¤¤à¥‡ हà¥à¤, जैसे मसीह की, वैसे ही उनकी à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ मानो। (IN) इफिसियों 6:6 और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करनेवालों के समान दिखाने के लिये सेवा न करो, पर मसीह के दासों के समान मन से परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ पर चलो, (IN) इफिसियों 6:7 और उस सेवा को मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ की जानकर सà¥à¤‡à¤šà¥à¤›à¤¾ से करो। (IN) इफिसियों 6:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि जो कोई जैसा अचà¥à¤›à¤¾ काम करेगा, चाहे दास हो, चाहे सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°, पà¥à¤°à¤à¥ से वैसा ही पाà¤à¤—ा। (IN) इफिसियों 6:9 ¶ और हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® à¤à¥€ धमकियाठछोड़कर उनके साथ वैसा ही वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जानते हो, कि उनका और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ दोनों का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, और वह किसी का पकà¥à¤· नहीं करता। (IN) इफिसियों 6:10 ¶ इसलिठपà¥à¤°à¤à¥ में और उसकी शकà¥à¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ में बलवनà¥à¤¤ बनो। (IN) इफिसियों 6:11 परमेशà¥â€à¤µà¤° के सारे हथियार बाà¤à¤§ लो कि तà¥à¤® शैतान की यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने खड़े रह सको। (IN) इफिसियों 6:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा यह मलà¥à¤²à¤¯à¥à¤¦à¥à¤§, लहू और माà¤à¤¸ से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से और अधिकारियों से, और इस संसार के अंधकार के शासकों से, और उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ की आतà¥à¤®à¤¿à¤• सेनाओं से है जो आकाश में हैं। (IN) इफिसियों 6:13 इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के सारे हथियार बाà¤à¤§ लो कि तà¥à¤® बà¥à¤°à¥‡ दिन में सामना कर सको, और सब कà¥à¤› पूरा करके सà¥à¤¥à¤¿à¤° रह सको। (IN) इफिसियों 6:14 ¶ इसलिठसतà¥à¤¯ से अपनी कमर कसकर, और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की à¤à¤¿à¤²à¤® पहनकर, (IN) इफिसियों 6:15 और पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में मेल के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की तैयारी के जूते पहनकर; (IN) इफिसियों 6:16 और उन सब के साथ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की ढाल लेकर सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो जिससे तà¥à¤® उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ के सब जलते हà¥à¤ तीरों को बà¥à¤à¤¾ सको। (IN) इफिसियों 6:17 ¶ और उदà¥à¤§à¤¾à¤° का टोप, और आतà¥à¤®à¤¾ की तलवार जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन है, ले लो। (IN) इफिसियों 6:18 और हर समय और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से आतà¥à¤®à¤¾ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾, और विनती करते रहो, और जागते रहो कि सब पवितà¥à¤° लोगों के लिये लगातार विनती किया करो, (IN) इफिसियों 6:19 ¶ और मेरे लिये à¤à¥€ कि मà¥à¤à¥‡ बोलने के समय à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤² वचन दिया जाठकि मैं साहस से सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का à¤à¥‡à¤¦ बता सकूà¤, (IN) इफिसियों 6:20 जिसके लिये मैं जंजीर से जकड़ा हà¥à¤† राजदूत हूà¤à¥¤ और यह à¤à¥€ कि मैं उसके विषय में जैसा मà¥à¤à¥‡ चाहिठसाहस से बोलूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 6:21 ¶ तà¥à¤–िकà¥à¤¸ जो पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤ˆ और पà¥à¤°à¤à¥ में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ सेवक है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें बताà¤à¤—ा कि तà¥à¤® à¤à¥€ मेरी दशा जानो कि मैं कैसा रहता हूà¤à¥¤ (IN) इफिसियों 6:22 उसे मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि तà¥à¤® हमारी दशा जानो, और वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मनों को शानà¥à¤¤à¤¿ दे। (IN) इफिसियों 6:23 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को शानà¥à¤¤à¤¿ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ सहित पà¥à¤°à¥‡à¤® मिले। (IN) इफिसियों 6:24 जो हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह से अमर पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं, उन सब पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ मसीह यीशॠके दास पौलà¥à¤¸ और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से सब पवितà¥à¤° लोगों के नाम, जो मसीह यीशॠमें होकर फिलिपà¥à¤ªà¥€ में रहते हैं, अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥‹à¤‚ और सेवकों समेत, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 ¶ मैं जब-जब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ करता हूà¤, तब-तब अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 और जब कà¤à¥€ तà¥à¤® सब के लिये विनती करता हूà¤, तो सदा आननà¥à¤¦ के साथ विनती करता हूठ(IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 इसलिठकि तà¥à¤® पहले दिन से लेकर आज तक सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के फैलाने में मेरे सहà¤à¤¾à¤—ी रहे हो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 मà¥à¤à¥‡ इस बात का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है कि जिसने तà¥à¤® में अचà¥à¤›à¤¾ काम आरमà¥à¤ किया है, वही उसे यीशॠमसीह के दिन तक पूरा करेगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 ¶ उचित है कि मैं तà¥à¤® सब के लिये à¤à¤¸à¤¾ ही विचार करूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® मेरे मन में आ बसे हो, और मेरी कैद में और सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये उतà¥à¤¤à¤° और पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ देने में तà¥à¤® सब मेरे साथ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ में सहà¤à¤¾à¤—ी हो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 इसमें परमेशà¥â€à¤µà¤° मेरा गवाह है कि मैं मसीह यीशॠके समान पà¥à¤°à¥‡à¤® करके तà¥à¤® सब की लालसा करता हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 ¶ और मैं यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता हूà¤, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤®, जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के विवेक सहित और à¤à¥€ बढ़ता जाà¤, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 यहाठतक कि तà¥à¤® उतà¥à¤¤à¤® से उतà¥à¤¤à¤® बातों को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानो, और मसीह के दिन तक सचà¥à¤šà¥‡ बने रहो, और ठोकर न खाओ; (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 और उस धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के फल से जो यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ होते हैं, à¤à¤°à¤ªà¥‚र होते जाओ जिससे परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ होती रहे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मैं चाहता हूà¤, कि तà¥à¤® यह जान लो कि मà¥à¤ पर जो बीता है, उससे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° ही की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:13 यहाठतक कि कैसर के राजà¤à¤µà¤¨ की सारी सैनà¥à¤¯-दल और शेष सब लोगों में यह पà¥à¤°à¤—ट हो गया है कि मैं मसीह के लिये कैद हूà¤, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:14 और पà¥à¤°à¤à¥ में जो à¤à¤¾à¤ˆ हैं, उनमें से अधिकांश मेरे कैद होने के कारण, साहस बाà¤à¤§ कर, परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन बेधड़क सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ का और à¤à¥€ साहस करते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:15 ¶ कà¥à¤› तो डाह और à¤à¤—ड़े के कारण मसीह का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं और कà¥à¤› à¤à¤²à¥€ मनसा से। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:16 कई à¤à¤• तो यह जानकर कि मैं सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये उतà¥à¤¤à¤° देने को ठहराया गया हूठपà¥à¤°à¥‡à¤® से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:17 और कई à¤à¤• तो सिधाई से नहीं पर विरोध से मसीह की कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, यह समà¤à¤•à¤° कि मेरी कैद में मेरे लिये कà¥à¤²à¥‡à¤¶ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करें। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:18 ¶ तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†? केवल यह, कि हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से चाहे बहाने से, चाहे सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से, मसीह की कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ जाती है, और मैं इससे आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूà¤, और आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहूà¤à¤—ा à¤à¥€à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं जानता हूठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ विनती के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, और यीशॠमसीह की आतà¥à¤®à¤¾ के दान के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, इसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤², मेरा उदà¥à¤§à¤¾à¤° होगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:20 ¶ मैं तो यही हारà¥à¤¦à¤¿à¤• लालसा और आशा रखता हूठकि मैं किसी बात में लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न होऊà¤, पर जैसे मेरे पà¥à¤°à¤¬à¤² साहस के कारण मसीह की बड़ाई मेरी देह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सदा होती रही है, वैसा ही अब à¤à¥€ हो चाहे मैं जीवित रहूठया मर जाऊà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे लिये जीवित रहना मसीह है, और मर जाना लाठहै। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:22 ¶ पर यदि शरीर में जीवित रहना ही मेरे काम के लिये लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है तो मैं नहीं जानता कि किसको चà¥à¤¨à¥‚à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं दोनों के बीच असमंजस में हूà¤; जी तो चाहता है कि देह-तà¥à¤¯à¤¾à¤— के मसीह के पास जा रहूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¤¾ है, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:24 परनà¥à¤¤à¥ शरीर में रहना तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण और à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:25 ¶ और इसलिठकि मà¥à¤à¥‡ इसका à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है। अतः मैं जानता हूठकि मैं जीवित रहूà¤à¤—ा, वरनॠतà¥à¤® सब के साथ रहूà¤à¤—ा, जिससे तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में दृढ़ होते जाओ और उसमें आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो; (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:26 और जो घमणà¥à¤¡ तà¥à¤® मेरे विषय में करते हो, वह मेरे फिर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आने से मसीह यीशॠमें अधिक बढ़ जाà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:27 ¶ केवल इतना करो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल-चलन मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के योगà¥à¤¯ हो कि चाहे मैं आकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखूà¤, चाहे न à¤à¥€ आऊà¤, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में यह सà¥à¤¨à¥‚ठकि तà¥à¤® à¤à¤• ही आतà¥à¤®à¤¾ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° हो, और à¤à¤• चितà¥à¤¤ होकर सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिये परिशà¥à¤°à¤® करते रहते हो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:28 ¶ और किसी बात में विरोधियों से à¤à¤¯ नहीं खाते। यह उनके लिये विनाश का सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ चिनà¥à¤¹ है, परनà¥à¤¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये उदà¥à¤§à¤¾à¤° का, और यह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह के कारण तà¥à¤® पर यह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ हà¥à¤† कि न केवल उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करो पर उसके लिये दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥€ उठाओ, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:30 और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ वैसा ही परिशà¥à¤°à¤® करना है, जैसा तà¥à¤® ने मà¥à¤à¥‡ करते देखा है, और अब à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हो कि मैं वैसा ही करता हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ अतः यदि मसीह में कà¥à¤› पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ और पà¥à¤°à¥‡à¤® से ढाढ़स और आतà¥à¤®à¤¾ की सहà¤à¤¾à¤—िता, और कà¥à¤› करà¥à¤£à¤¾ और दया हो, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 तो मेरा यह आननà¥à¤¦ पूरा करो कि à¤à¤• मन रहो और à¤à¤• ही पà¥à¤°à¥‡à¤®, à¤à¤• ही चितà¥à¤¤, और à¤à¤• ही मनसा रखो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 ¶ सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ या मिथà¥à¤¯à¤¾à¤—रà¥à¤µ के लिये कà¥à¤› न करो, पर दीनता से à¤à¤• दूसरे को अपने से अचà¥à¤›à¤¾ समà¤à¥‹à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 हर à¤à¤• अपनी ही हित की नहीं, वरनॠदूसरों के हित की à¤à¥€ चिनà¥à¤¤à¤¾ करे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 ¶ जैसा मसीह यीशॠका सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ था वैसा ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ हो; (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 जिसने परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प में होकर à¤à¥€ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 वरनॠअपने आप को à¤à¤¸à¤¾ शूनà¥à¤¯ कर दिया, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 और मनà¥à¤·à¥à¤¯ के रूप में पà¥à¤°à¤—ट होकर (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 इस कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसको अति महान à¤à¥€ किया, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 कि जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में और पृथà¥à¤µà¥€ पर और जो पृथà¥à¤µà¥€ के नीचे है; (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 और परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता की महिमा के लिये (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 ¶ इसलिठहे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® सदा से आजà¥à¤žà¤¾ मानते आठहो, वैसे ही अब à¤à¥€ न केवल मेरे साथ रहते हà¥à¤ पर विशेष करके अब मेरे दूर रहने पर à¤à¥€ डरते और काà¤à¤ªà¤¤à¥‡ हà¥à¤ अपने-अपने उदà¥à¤§à¤¾à¤° का कारà¥à¤¯ पूरा करते जाओ। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ही है, जिसने अपनी सà¥à¤‡à¤šà¥à¤›à¤¾ निमितà¥à¤¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन में इचà¥à¤›à¤¾ और काम, दोनों बातों के करने का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डाला है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 ¶ सब काम बिना कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤ और बिना विवाद के किया करो; (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 ताकि तà¥à¤® निरà¥à¤¦à¥‹à¤· और निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ होकर टेढ़े और विकृत लोगों के बीच परमेशà¥â€à¤µà¤° के निषà¥à¤•à¤²à¤‚क सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बने रहो, जिनके बीच में तà¥à¤® जीवन का वचन लिठहà¥à¤ जगत में जलते दीपकों के समान दिखाई देते हो, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 कि मसीह के दिन मà¥à¤à¥‡ घमणà¥à¤¡ करने का कारण हो कि न मेरा दौड़ना और न मेरा परिशà¥à¤°à¤® करना वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ हà¥à¤†à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 ¶ यदि मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के बलिदान और सेवा के साथ अपना लहू à¤à¥€ बहाना पड़े तो à¤à¥€ मैं आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूà¤, और तà¥à¤® सब के साथ आननà¥à¤¦ करता हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:18 वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हो, और मेरे साथ आननà¥à¤¦ करो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:19 ¶ मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमें आशा है कि मैं तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ को तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤à¤—ा, ताकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ दशा सà¥à¤¨à¤•à¤° मà¥à¤à¥‡ शानà¥à¤¤à¤¿ मिले। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे पास à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ का और कोई नहीं, जो शà¥à¤¦à¥à¤§ मन से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ चिनà¥à¤¤à¤¾ करे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सब अपने सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ की खोज में रहते हैं, न कि यीशॠमसीह की। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:22 ¶ पर उसको तो तà¥à¤® ने परखा और जान à¤à¥€ लिया है कि जैसा पà¥à¤¤à¥à¤° पिता के साथ करता है, वैसा ही उसने सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के फैलाने में मेरे साथ परिशà¥à¤°à¤® किया। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:23 इसलिठमà¥à¤à¥‡ आशा है कि जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ही मà¥à¤à¥‡ जान पड़ेगा कि मेरी कà¥à¤¯à¤¾ दशा होगी, तà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ही मैं उसे तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥‡à¤œ दूà¤à¤—ा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:24 और मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ में à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है कि मैं आप à¤à¥€ शीघà¥à¤° आऊà¤à¤—ा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:25 ¶ पर मैंने इपफà¥à¤°à¥à¤¦à¥€à¤¤à¥à¤¸ को जो मेरा à¤à¤¾à¤ˆ, और सहकरà¥à¤®à¥€ और संगी योदà¥à¤§à¤¾ और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ दूत, और आवशà¥à¤¯à¤• बातों में मेरी सेवा टहल करनेवाला है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ अवशà¥à¤¯ समà¤à¤¾à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका मन तà¥à¤® सब में लगा हà¥à¤† था, इस कारण वह वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² रहता था कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने उसकी बीमारी का हाल सà¥à¤¨à¤¾ था। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:27 और निशà¥à¤šà¤¯ वह बीमार तो हो गया था, यहाठतक कि मरने पर था, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उस पर दया की; और केवल उस पर ही नहीं, पर मà¥à¤ पर à¤à¥€ कि मà¥à¤à¥‡ शोक पर शोक न हो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:28 ¶ इसलिठमैंने उसे à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का और à¤à¥€ यतà¥à¤¨ किया कि तà¥à¤® उससे फिर à¤à¥‡à¤‚ट करके आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हो जाओ और मेरा à¤à¥€ शोक घट जाà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:29 इसलिठतà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में उससे बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦ के साथ à¤à¥‡à¤‚ट करना, और à¤à¤¸à¥‹à¤‚ का आदर किया करना, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:30 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मसीह के काम के लिये अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ पर जोखिम उठाकर मरने के निकट हो गया था, ताकि जो घटी तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ ओर से मेरी सेवा में हà¥à¤ˆ उसे पूरा करे। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ इसलिठहे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤à¥ में आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो। वे ही बातें तà¥à¤® को बार-बार लिखने में मà¥à¤à¥‡ तो कोई कषà¥à¤Ÿ नहीं होता, और इसमें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ से चौकस रहो, उन बà¥à¤°à¥‡ काम करनेवालों से चौकस रहो, उन काट-कूट करनेवालों से चौकस रहो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यथारà¥à¤¥ खतनावाले तो हम ही हैं जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के आतà¥à¤®à¤¾ की अगà¥à¤†à¤ˆ से उपासना करते हैं, और मसीह यीशॠपर घमणà¥à¤¡ करते हैं और शरीर पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नहीं रखते। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 ¶ पर मैं तो शरीर पर à¤à¥€ à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रख सकता हूà¤à¥¤ यदि किसी और को शरीर पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखने का विचार हो, तो मैं उससे à¤à¥€ बढ़कर रख सकता हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 आठवें दिन मेरा खतना हà¥à¤†, इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के वंश, और बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के गोतà¥à¤° का हूà¤; इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ हूà¤; वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विषय में यदि कहो तो फरीसी हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 ¶ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ के विषय में यदि कहो तो कलीसिया का सतानेवाला; और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के विषय में यदि कहो तो निरà¥à¤¦à¥‹à¤· था। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 परनà¥à¤¤à¥ जो-जो बातें मेरे लाठकी थीं, उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को मैंने मसीह के कारण हानि समठलिया है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 ¶ वरनॠमैं अपने पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠकी पहचान की उतà¥à¤¤à¤®à¤¤à¤¾ के कारण सब बातों को हानि समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ जिसके कारण मैंने सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की हानि उठाई, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कूड़ा समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, ताकि मैं मसीह को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करà¥à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 और उसमें पाया जाऊà¤; न कि अपनी उस धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के साथ, जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से है, वरनॠउस धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के साथ जो मसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने के कारण है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने पर मिलती है, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 ताकि मैं उसको और उसके पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ को, और उसके साथ दà¥à¤ƒà¤–ों में सहà¤à¤¾à¤—ी होने के मरà¥à¤® को जानूà¤, और उसकी मृतà¥à¤¯à¥ की समानता को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करà¥à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 ताकि मैं किसी à¤à¥€ रीति से मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के पद तक पहà¥à¤à¤šà¥‚à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 ¶ यह मतलब नहीं कि मैं पा चà¥à¤•à¤¾ हूà¤, या सिदà¥à¤§ हो चà¥à¤•à¤¾ हूà¤; पर उस पदारà¥à¤¥ को पकड़ने के लिये दौड़ा चला जाता हूà¤, जिसके लिये मसीह यीशॠने मà¥à¤à¥‡ पकड़ा था। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, मेरी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ यह नहीं कि मैं पकड़ चà¥à¤•à¤¾ हूà¤; परनà¥à¤¤à¥ केवल यह à¤à¤• काम करता हूà¤, कि जो बातें पीछे रह गई हैं उनको à¤à¥‚ल कर, आगे की बातों की ओर बढ़ता हà¥à¤†, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 निशाने की ओर दौड़ा चला जाता हूà¤, ताकि वह इनाम पाऊà¤, जिसके लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° ने मà¥à¤à¥‡ मसीह यीशॠमें ऊपर बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 ¶ अतः हम में से जितने सिदà¥à¤§ हैं, यही विचार रखें, और यदि किसी बात में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ और ही विचार हो तो परमेशà¥â€à¤µà¤° उसे à¤à¥€ तà¥à¤® पर पà¥à¤°à¤—ट कर देगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 इसलिठजहाठतक हम पहà¥à¤à¤šà¥‡ हैं, उसी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलें। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® सब मिलकर मेरी जैसी चाल चलो, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहचानों, जो इस रीति पर चलते हैं जिसका उदाहरण तà¥à¤® हम में पाते हो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अनेक लोग à¤à¤¸à¥€ चाल चलते हैं, जिनकी चरà¥à¤šà¤¾ मैंने तà¥à¤® से बार-बार की है और अब à¤à¥€ रो-रोकर कहता हूà¤, कि वे अपनी चाल-चलन से मसीह के कà¥à¤°à¥‚स के बैरी हैं, (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:19 उनका अनà¥à¤¤ विनाश है, उनका ईशà¥à¤µà¤° पेट है, वे अपनी लजà¥à¤œà¤¾ की बातों पर घमणà¥à¤¡ करते हैं, और पृथà¥à¤µà¥€ की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं पर मन लगाठरहते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:20 ¶ पर हमारा सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है; और हम à¤à¤• उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के वहाठसे आने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:21 वह अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ के उस पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वह सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को अपने वश में कर सकता है, हमारी दीन-हीन देह का रूप बदलकर, अपनी महिमा की देह के अनà¥à¤•à¥‚ल बना देगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ इसलिठहे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जिनमें मेरा जी लगा रहता है, जो मेरे आननà¥à¤¦ और मà¥à¤•à¥à¤Ÿ हो, हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤à¥ में इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 ¶ मैं यूओदिया से निवेदन करता हूà¤, और सà¥à¤¨à¥à¤¤à¥à¤–े से à¤à¥€, कि वे पà¥à¤°à¤à¥ में à¤à¤• मन रहें। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 हे सचà¥à¤šà¥‡ सहकरà¥à¤®à¥€, मैं तà¥à¤ से à¤à¥€ विनती करता हूà¤, कि तू उन सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सहायता कर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरे साथ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° फैलाने में, कà¥à¤²à¥‡à¤®à¥‡à¤‚स और मेरे अनà¥à¤¯ सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ समेत परिशà¥à¤°à¤® किया, जिनके नाम जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखे हà¥à¤ हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ में सदा आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो; मैं फिर कहता हूà¤, आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कोमलता सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤°à¤—ट हो। पà¥à¤°à¤à¥ निकट है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 किसी à¤à¥€ बात की चिनà¥à¤¤à¤¾ मत करो; परनà¥à¤¤à¥ हर à¤à¤• बात में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निवेदन, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ और विनती के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° के समà¥à¤®à¥à¤– उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ किठजाà¤à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 तब परमेशà¥â€à¤µà¤° की शानà¥à¤¤à¤¿, जो सारी समठसे बिलकà¥à¤² परे है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदय और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विचारों को मसीह यीशॠमें सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखेगी। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 ¶ इसलिà¤, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जो-जो बातें सतà¥à¤¯ हैं, और जो-जो बातें आदरणीय हैं, और जो-जो बातें उचित हैं, और जो-जो बातें पवितà¥à¤° हैं, और जो-जो बातें सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¥€ हैं, और जो-जो बातें मनà¤à¤¾à¤µà¤¨à¥€ हैं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥, जो à¤à¥€ सदà¥â€à¤—à¥à¤£ और पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की बातें हैं, उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगाया करो। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 जो बातें तà¥à¤® ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ सीखी, और गà¥à¤°à¤¹à¤£ की, और सà¥à¤¨à¥€, और मà¥à¤ में देखीं, उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का पालन किया करो, तब परमेशà¥â€à¤µà¤° जो शानà¥à¤¤à¤¿ का सोता है तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ रहेगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 ¶ मैं पà¥à¤°à¤à¥ में बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हूठकि अब इतने दिनों के बाद तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विचार मेरे विषय में फिर जागृत हà¥à¤† है; निशà¥à¤šà¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरमà¥à¤ में à¤à¥€ इसका विचार था, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अवसर न मिला। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 यह नहीं कि मैं अपनी घटी के कारण यह कहता हूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने यह सीखा है कि जिस दशा में हूà¤, उसी में सनà¥à¤¤à¥‹à¤· करà¥à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 मैं दीन होना à¤à¥€ जानता हूठऔर बढ़ना à¤à¥€ जानता हूà¤; हर à¤à¤• बात और सब दशाओं में मैंने तृपà¥à¤¤ होना, à¤à¥‚खा रहना, और बढ़ना-घटना सीखा है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 जो मà¥à¤à¥‡ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ देता है उसमें मैं सब कà¥à¤› कर सकता हूà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 ¶ तो à¤à¥€ तà¥à¤® ने à¤à¤²à¤¾ किया कि मेरे कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में मेरे सहà¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 हे फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® आप à¤à¥€ जानते हो कि सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के आरमà¥à¤ में जब मैंने मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से कूच किया तब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ छोड़ और किसी कलीसिया ने लेने-देने के विषय में मेरी सहायता नहीं की। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° जब मैं थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ में था; तब à¤à¥€ तà¥à¤® ने मेरी घटी पूरी करने के लिये à¤à¤• बार कà¥à¤¯à¤¾ वरनॠदो बार कà¥à¤› à¤à¥‡à¤œà¤¾ था। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:17 यह नहीं कि मैं दान चाहता हूठपरनà¥à¤¤à¥ मैं à¤à¤¸à¤¾ फल चाहता हूà¤, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लाठके लिये बढ़ता जाà¤à¥¤ (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:18 ¶ मेरे पास सब कà¥à¤› है, वरनॠबहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से à¤à¥€ है; जो वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ तà¥à¤® ने इपफà¥à¤°à¥à¤¦à¥€à¤¤à¥à¤¸ के हाथ से à¤à¥‡à¤œà¥€ थीं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पा कर मैं तृपà¥à¤¤ हो गया हूà¤, वह तो सà¥à¤–दायक सà¥à¤—नà¥à¤§ और गà¥à¤°à¤¹à¤£ करने के योगà¥à¤¯ बलिदान है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:19 और मेरा परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¥€ अपने उस धन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो महिमा सहित मसीह यीशॠमें है तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ हर à¤à¤• घटी को पूरी करेगा। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:20 हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता की महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:21 ¶ हर à¤à¤• पवितà¥à¤° जन को जो यीशॠमसीह में हैं नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहो। जो à¤à¤¾à¤ˆ मेरे साथ हैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:22 सब पवितà¥à¤° लोग, विशेष करके जो कैसर के घराने के हैं तà¥à¤® को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। (IN) फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:23 ¶ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ के साथ रहे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से मसीह यीशॠका पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, और à¤à¤¾à¤ˆ तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 मसीह में उन पवितà¥à¤° और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के नाम जो कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में रहते हैं। हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती रहे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 ¶ हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये नित पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करके अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पिता अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने सà¥à¤¨à¤¾ है, कि मसीह यीशॠपर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, और सब पवितà¥à¤° लोगों से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हो; (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 उस आशा की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥ के कारण जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में रखी हà¥à¤ˆ है, जिसका वरà¥à¤£à¤¨ तà¥à¤® उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के सतà¥à¤¯ वचन में सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास पहà¥à¤à¤šà¤¾ है और जैसा जगत में à¤à¥€ फल लाता, और बढ़ता जाता है; वैसे ही जिस दिन से तà¥à¤® ने उसको सà¥à¤¨à¤¾, और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ से परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ पहचाना है, तà¥à¤® में à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही करता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 ¶ उसी की शिकà¥à¤·à¤¾ तà¥à¤® ने हमारे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ सहकरà¥à¤®à¥€ इपफà¥à¤°à¤¾à¤¸ से पाई, जो हमारे लिये मसीह का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ सेवक है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 उसी ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® को जो आतà¥à¤®à¤¾ में है हम पर पà¥à¤°à¤—ट किया। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 ¶ इसलिठजिस दिन से यह सà¥à¤¨à¤¾ है, हम à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने और विनती करने से नहीं चूकते कि तà¥à¤® सारे आतà¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और समठसहित परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ की पहचान में परिपूरà¥à¤£ हो जाओ, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 ताकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल-चलन पà¥à¤°à¤à¥ के योगà¥à¤¯ हो, और वह सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हो, और तà¥à¤® में हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के à¤à¤²à¥‡ कामों का फल लगे, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की पहचान में बढ़ते जाओ, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 ¶ और उसकी महिमा की शकà¥à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से बलवनà¥à¤¤ होते जाओ, यहाठतक कि आननà¥à¤¦ के साथ हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से धीरज और सहनशीलता दिखा सको। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 और पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते रहो, जिस ने हमें इस योगà¥à¤¯ बनाया कि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में पवितà¥à¤° लोगों के साथ विरासत में सहà¤à¤¾à¤—ी हों। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:13 ¶ उसी ने हमें अंधकार के वश से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤•à¤° अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° के राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कराया, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:14 जिसमें हमें छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पापों की कà¥à¤·à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:15 ¶ पà¥à¤¤à¥à¤° तो अदृशà¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‚प और सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ में पहलौठा है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसी में सारी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ हà¥à¤ˆ, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की हो अथवा पृथà¥à¤µà¥€ की, देखी या अनदेखी, कà¥à¤¯à¤¾ सिंहासन, कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾à¤à¤, कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾à¤à¤, कà¥à¤¯à¤¾ अधिकार, सारी वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ और उसी के लिये सृजी गई हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:17 और वही सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं में पà¥à¤°à¤¥à¤® है, और सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ उसी में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहती हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:18 ¶ वही देह, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कलीसिया का सिर है; वही आदि है और मरे हà¥à¤“ं में से जी उठनेवालों में पहलौठा कि सब बातों में वही पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ ठहरे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पिता की पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ इसी में है कि उसमें सारी परिपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ वास करे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:20 और उसके कà¥à¤°à¥‚स पर बहे हà¥à¤ लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेल-मिलाप करके, सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ से अपने साथ मेल कर ले चाहे वे पृथà¥à¤µà¥€ पर की हों, चाहे सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:21 ¶ तà¥à¤® जो पहले पराये थे और बà¥à¤°à¥‡ कामों के कारण मन से बैरी थे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:22 उसने अब उसकी शारीरिक देह में मृतà¥à¤¯à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ मेल कर लिया ताकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने समà¥à¤®à¥à¤– पवितà¥à¤° और निषà¥à¤•à¤²à¤‚क, और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· बनाकर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ करे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:23 यदि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की नींव पर दृढ़ बने रहो, और उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° की आशा को जिसे तà¥à¤® ने सà¥à¤¨à¤¾ है न छोड़ो, जिसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° आकाश के नीचे की सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ में किया गया; और जिसका मैं पौलà¥à¤¸ सेवक बना। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:24 ¶ अब मैं उन दà¥à¤ƒà¤–ों के कारण आननà¥à¤¦ करता हूà¤, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये उठाता हूà¤, और मसीह के कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ की घटी उसकी देह के लिये, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कलीसिया के लिये, अपने शरीर में पूरी किठदेता हूà¤, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:25 जिसका मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सेवक बना, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया, ताकि मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन को पूरा-पूरा पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:26 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस à¤à¥‡à¤¦ को जो समयों और पीढ़ियों से गà¥à¤ªà¥à¤¤ रहा, परनà¥à¤¤à¥ अब उसके उन पवितà¥à¤° लोगों पर पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤† है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:27 जिन पर परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पà¥à¤°à¤—ट करना चाहा, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हो कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में उस à¤à¥‡à¤¦ की महिमा का मूलà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है, और वह यह है, कि मसीह जो महिमा की आशा है तà¥à¤® में रहता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:28 ¶ जिसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करके हम हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को जता देते हैं और सारे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को सिखाते हैं, कि हम हर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मसीह में सिदà¥à¤§ करके उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ करें। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:29 और इसी के लिये मैं उसकी उस शकà¥à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो मà¥à¤ में सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के साथ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालती है तन मन लगाकर परिशà¥à¤°à¤® à¤à¥€ करता हूà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ मैं चाहता हूठकि तà¥à¤® जान लो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ और उनके जो लौदीकिया में हैं, और उन सब के लिये जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मेरा शारीरिक मà¥à¤à¤¹ नहीं देखा मैं कैसा परिशà¥à¤°à¤® करता हूà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 ताकि उनके मनों को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ मिले और वे पà¥à¤°à¥‡à¤® से आपस में गठे रहें, और वे पूरी समठका सारा धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें, और परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता के à¤à¥‡à¤¦ को अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह को पहचान लें। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 जिसमें बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के सारे à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° छिपे हà¥à¤ हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 ¶ यह मैं इसलिठकहता हूà¤, कि कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥€ बातों से धोखा न दे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं यदि शरीर के à¤à¤¾à¤µ से तà¥à¤® से दूर हूà¤, तो à¤à¥€ आतà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤µ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निकट हूà¤, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विधि-अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चरितà¥à¤° और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की जो मसीह में है दृढ़ता देखकर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता हूà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 ¶ इसलिà¤, जैसे तà¥à¤® ने मसीह यीशॠको पà¥à¤°à¤à¥ करके गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर लिया है, वैसे ही उसी में चलते रहो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 और उसी में जड़ पकड़ते और बढ़ते जाओ; और जैसे तà¥à¤® सिखाठगठवैसे ही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में दृढ़ होते जाओ, और अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते रहो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 ¶ चौकस रहो कि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस ततà¥à¤µ-जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ धोखे के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अहेर न कर ले, जो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं और संसार की आदि शिकà¥à¤·à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है, पर मसीह के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसमें ईशà¥à¤µà¤°à¤¤à¥à¤µ की सारी परिपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ सदेह वास करती है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 ¶ और तà¥à¤® मसीह में à¤à¤°à¤ªà¥‚र हो गठहो जो सारी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ और अधिकार का शिरोमणि है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 उसी में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ खतना हà¥à¤† है, जो हाथ से नहीं होता, परनà¥à¤¤à¥ मसीह का खतना हà¥à¤†, जिससे पापमय शारीरिक देह उतार दी जाती है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 और उसी के साथ बपतिसà¥à¤®à¤¾ में गाड़े गà¤, और उसी में परमेशà¥â€à¤µà¤° की शकà¥à¤¤à¤¿ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके, जिस ने उसको मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, उसके साथ जी à¤à¥€ उठे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 ¶ और उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€, जो अपने अपराधों, और अपने शरीर की खतनारहित दशा में मà¥à¤°à¥à¤¦à¤¾ थे, उसके साथ जिलाया, और हमारे सब अपराधों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ किया। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 और विधियों का वह लेख और सहायक नियम जो हमारे नाम पर और हमारे विरोध में था मिटा डाला; और उसे कà¥à¤°à¥‚स पर कीलों से जड़कर सामने से हटा दिया है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 और उसने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾à¤“ं और अधिकारों को अपने ऊपर से उतार कर उनका खà¥à¤²à¥à¤²à¤®à¤–à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ तमाशा बनाया और कà¥à¤°à¥‚स के कारण उन पर जय-जयकार की धà¥à¤µà¤¨à¤¿ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆà¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 ¶ इसलिठखाने-पीने या परà¥à¤µ या नये चाà¤à¤¦, या सबà¥à¤¤ के विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कोई फैसला न करे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये सब आनेवाली बातों की छाया हैं, पर मूल वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ मसीह की हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:18 ¶ कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ दीनता और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की पूजा करके तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दौड़ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² से वंचित न करे। à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ देखी हà¥à¤ˆ बातों में लगा रहता है और अपनी शारीरिक समठपर वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ फूलता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:19 और उस शिरोमणि को पकड़े नहीं रहता जिससे सारी देह जोड़ों और पटà¥à¤ ों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पालन-पोषण पा कर और à¤à¤• साथ गठकर, परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से बढ़ती जाती है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:20 ¶ जब कि तà¥à¤® मसीह के साथ संसार की आदि शिकà¥à¤·à¤¾ की ओर से मर गठहो, तो फिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उनके समान जो संसार में जीवन बिताते हैं और à¤à¤¸à¥€ विधियों के वश में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रहते हो? (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:21 कि ‘यह न छूना,’ ‘उसे न चखना,’ और ‘उसे हाथ न लगाना’?, (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:22 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये सब वसà¥à¤¤à¥ काम में लाते-लाते नाश हो जाà¤à¤à¤—ी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं और शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:23 इन विधियों में अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गढ़ी हà¥à¤ˆ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ की रीति, और दीनता, और शारीरिक अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ के à¤à¤¾à¤µ से जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का नाम तो है, परनà¥à¤¤à¥ शारीरिक लालसाओं को रोकने में इनसे कà¥à¤› à¤à¥€ लाठनहीं होता। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ तो जब तà¥à¤® मसीह के साथ जिलाठगà¤, तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की खोज में रहो, जहाठमसीह वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ है और परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिनी ओर बैठा है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 पृथà¥à¤µà¥€ पर की नहीं परनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय वसà¥à¤¤à¥à¤“ं पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगाओ। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® तो मर गà¤, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ जीवन मसीह के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° में छिपा हà¥à¤† है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 जब मसीह जो हमारा जीवन है, पà¥à¤°à¤—ट होगा, तब तà¥à¤® à¤à¥€ उसके साथ महिमा सहित पà¥à¤°à¤—ट किठजाओगे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 ¶ इसलिठअपने उन अंगों को मार डालो, जो पृथà¥à¤µà¥€ पर हैं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾, दà¥à¤·à¥à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾, बà¥à¤°à¥€ लालसा और लोठको जो मूरà¥à¤¤à¤¿ पूजा के बराबर है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 इन ही के कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवालों पर पड़ता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 और तà¥à¤® à¤à¥€, जब इन बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ में जीवन बिताते थे, तो इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलते थे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 पर अब तà¥à¤® à¤à¥€ इन सब को अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कà¥à¤°à¥‹à¤§, रोष, बैर-à¤à¤¾à¤µ, निनà¥à¤¦à¤¾, और मà¥à¤à¤¹ से गालियाठबकना ये सब बातें छोड़ दो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 ¶ à¤à¤• दूसरे से à¤à¥‚ठमत बोलो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ को उसके कामों समेत उतार डाला है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 और नये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ को पहन लिया है जो अपने सृजनहार के सà¥à¤µà¤°à¥‚प के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिये नया बनता जाता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 उसमें न तो यूनानी रहा, न यहूदी, न खतना, न खतनारहित, न जंगली, न सà¥à¤•à¥‚ती, न दास और न सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° केवल मसीह सब कà¥à¤› और सब में है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 ¶ इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤“ं के समान जो पवितà¥à¤° और पà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं, बड़ी करà¥à¤£à¤¾, और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ, और दीनता, और नमà¥à¤°à¤¤à¤¾, और सहनशीलता धारण करो; (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो à¤à¤• दूसरे की सह लो, और à¤à¤• दूसरे के अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो: जैसे पà¥à¤°à¤à¥ ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अपराध कà¥à¤·à¤®à¤¾ किà¤, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ करो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 और इन सब के ऊपर पà¥à¤°à¥‡à¤® को जो सिदà¥à¤§à¤¤à¤¾ का कटिबनà¥à¤§ है बाà¤à¤§ लो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 ¶ और मसीह की शानà¥à¤¤à¤¿, जिसके लिये तà¥à¤® à¤à¤• देह होकर बà¥à¤²à¤¾à¤ à¤à¥€ गठहो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदय में राजà¥à¤¯ करे, और तà¥à¤® धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ बने रहो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिदà¥à¤§ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सहित à¤à¤• दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने-अपने मन में कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये à¤à¤œà¤¨ और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤—ान और आतà¥à¤®à¤¿à¤• गीत गाओ। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 वचन से या काम से जो कà¥à¤› à¤à¥€ करो सब पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके नाम से करो, और उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 ¶ हे पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जैसा पà¥à¤°à¤à¥ में उचित है, वैसा ही अपने-अपने पति के अधीन रहो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:19 हे पतियों, अपनी-अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, और उनसे कठोरता न करो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:20 हे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, सब बातों में अपने-अपने माता-पिता की आजà¥à¤žà¤¾ का पालन करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ इससे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:21 हे पिताओं, अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¯à¤¾ न करो, न हो कि उनका साहस टूट जाà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:22 ¶ हे सेवकों, जो शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हैं, सब बातों में उनकी आजà¥à¤žà¤¾ का पालन करो, मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करनेवालों के समान दिखाने के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ मन की सिधाई और परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤¯ से। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:23 और जो कà¥à¤› तà¥à¤® करते हो, तन मन से करो, यह समà¤à¤•à¤° कि मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये नहीं परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ के लिये करते हो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसके बदले पà¥à¤°à¤à¥ से विरासत मिलेगी। तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ मसीह की सेवा करते हो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो बà¥à¤°à¤¾ करता है, वह अपनी बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ का फल पाà¤à¤—ा; वहाठकिसी का पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ नहीं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, अपने-अपने दासों के साथ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और ठीक-ठीक वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करो, यह समà¤à¤•à¤° कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ à¤à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 ¶ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में लगे रहो, और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ उसमें जागृत रहो; (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 और इसके साथ ही साथ हमारे लिये à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° हमारे लिये वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ का à¤à¤¸à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल दे, कि हम मसीह के उस à¤à¥‡à¤¦ का वरà¥à¤£à¤¨ कर सकें जिसके कारण मैं कैद में हूà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 और उसे à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट करूà¤, जैसा मà¥à¤à¥‡ करना उचित है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 ¶ अवसर को बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ समà¤à¤•à¤° बाहरवालों के साथ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ से बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ वचन सदा अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ सहित और सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ हो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हर मनà¥à¤·à¥à¤¯ को उचित रीति से उतà¥à¤¤à¤° देना आ जाà¤à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 ¶ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤ˆ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ सेवक, तà¥à¤–िकà¥à¤¸ जो पà¥à¤°à¤à¥ में मेरा सहकरà¥à¤®à¥€ है, मेरी सब बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता देगा। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 उसे मैंने इसलिठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमारी दशा मालूम हो जाठऔर वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदयों को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 और उसके साथ उनेसिमà¥à¤¸ को à¤à¥€ à¤à¥‡à¤œà¤¾ है; जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤ˆ और तà¥à¤® ही में से है, वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यहाठकी सारी बातें बता देंगे। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 ¶ अरिसà¥à¤¤à¤°à¥à¤–à¥à¤¸ जो मेरे साथ कैदी है, और मरकà¥à¤¸ जो बरनबास का à¤à¤¾à¤ˆ लगता है। (जिसके विषय में तà¥à¤® ने निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पाया था कि यदि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आà¤, तो उससे अचà¥à¤›à¥€ तरह वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करना।) (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 और यीशॠजो यूसà¥à¤¤à¥à¤¸ कहलाता है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। खतना किठहà¥à¤ लोगों में से केवल ये ही परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के लिये मेरे सहकरà¥à¤®à¥€ और मेरे लिठसांतà¥à¤µà¤¨à¤¾ ठहरे हैं। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 ¶ इपफà¥à¤°à¤¾à¤¸ जो तà¥à¤® में से है, और मसीह यीशॠका दास है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहता है और सदा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करता है, ताकि तà¥à¤® सिदà¥à¤§ होकर पूरà¥à¤£ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 मैं उसका गवाह हूà¤, कि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये और लौदीकिया और हियरापà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के लिये बड़ा यतà¥à¤¨ करता रहता है। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 पà¥à¤°à¤¿à¤¯ वैदà¥à¤¯ लूका और देमास का तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 ¶ लौदीकिया के à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को और नà¥à¤®à¤«à¤¾à¤¸ और उसकी घर की कलीसिया को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहना। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 और जब यह पतà¥à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठपढ़ लिया जाà¤, तो à¤à¤¸à¤¾ करना कि लौदीकिया की कलीसिया में à¤à¥€ पढ़ा जाà¤, और वह पतà¥à¤° जो लौदीकिया से आठउसे तà¥à¤® à¤à¥€ पढ़ना। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:17 फिर अरखिपà¥à¤ªà¥à¤¸ से कहना कि जो सेवा पà¥à¤°à¤à¥ में तà¥à¤à¥‡ सौंपी गई है, उसे सावधानी के साथ पूरी करना। (IN) कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:18 ¶ मà¥à¤ पौलà¥à¤¸ का अपने हाथ से लिखा हà¥à¤† नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ मेरी जंजीरों को सà¥à¤®à¤°à¤£ रखना; तà¥à¤® पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। आमीन। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ और सिलवानà¥à¤¸ और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की कलीसिया के नाम जो पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में है। अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलती रहे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 ¶ हम अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ करते और सदा तà¥à¤® सब के विषय में परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते हैं, (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 और अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता के सामने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के काम, और पà¥à¤°à¥‡à¤® का परिशà¥à¤°à¤®, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में आशा की धीरता को लगातार सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 ¶ और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोगों हम जानते हैं, कि तà¥à¤® चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास न केवल वचन मातà¥à¤° ही में वरनॠसामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾, और बड़े निशà¥à¤šà¤¯ के साथ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है; जैसा तà¥à¤® जानते हो, कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये तà¥à¤® में कैसे बन गठथे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 ¶ और तà¥à¤® बड़े कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के आननà¥à¤¦ के साथ वचन को मानकर हमारी और पà¥à¤°à¤à¥ के समान चाल चलने लगे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 यहाठतक कि मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखाया के सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये तà¥à¤® आदरà¥à¤¶ बने। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठसे न केवल मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और अखाया में पà¥à¤°à¤à¥ का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ गया, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की जो परमेशà¥â€à¤µà¤° पर है, हर जगह à¤à¤¸à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ फैल गई है, कि हमें कहने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ ही नहीं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास हमारा आना कैसा हà¥à¤†; और तà¥à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मूरतों से परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर फिरें ताकि जीविते और सचà¥à¤šà¥‡ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर से आने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहो जिसे उसने मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠको, जो हमें आनेवाले पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª से बचाता है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® आप ही जानते हो कि हमारा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आना वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ न हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 वरनॠतà¥à¤® आप ही जानते हो, कि पहले फिलिपà¥à¤ªà¥€ में दà¥à¤ƒà¤– उठाने और उपदà¥à¤°à¤µ सहने पर à¤à¥€ हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें à¤à¤¸à¤¾ साहस दिया, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¥€ विरोधों के होते हà¥à¤ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤à¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा उपदेश न à¤à¥à¤°à¤® से है और न अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ से, और न छल के साथ है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 पर जैसा परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें योगà¥à¤¯ ठहराकर सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सौंपा, हम वैसा ही वरà¥à¤£à¤¨ करते हैं; और इसमें मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° को, जो हमारे मनों को जाà¤à¤šà¤¤à¤¾ है, पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करते हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि हम न तो कà¤à¥€ चापलूसी की बातें किया करते थे, और न लोठके लिये बहाना करते थे, परमेशà¥â€à¤µà¤° गवाह है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 और यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ हम मसीह के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होने के कारण तà¥à¤® पर बोठडाल सकते थे, फिर à¤à¥€ हम मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आदर नहीं चाहते थे, और न तà¥à¤® से, न और किसी से। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जिस तरह माता अपने बालकों का पालन-पोषण करती है, वैसे ही हमने à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में रहकर कोमलता दिखाई है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 और वैसे ही हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ लालसा करते हà¥à¤, न केवल परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°, पर अपना-अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देने को तैयार थे, इसलिठकि तà¥à¤® हमारे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ हो गठथे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® हमारे परिशà¥à¤°à¤® और कषà¥à¤Ÿ को सà¥à¤®à¤°à¤£ रखते हो, कि हमने इसलिठरात दिन काम धनà¥à¤§à¤¾ करते हà¥à¤ तà¥à¤® में परमेशà¥â€à¤µà¤° का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया, कि तà¥à¤® में से किसी पर à¤à¤¾à¤° न हों। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 ¶ तà¥à¤® आप ही गवाह हो, और परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¥€ गवाह है, कि तà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में हमारा वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° कैसा पवितà¥à¤° और धारà¥à¤®à¤¿à¤• और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· रहा। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 जैसे तà¥à¤® जानते हो, कि जैसा पिता अपने बालकों के साथ बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करता है, वैसे ही हम à¤à¥€ तà¥à¤® में से हर à¤à¤• को उपदेश देते और पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करते और समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ थे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल-चलन परमेशà¥â€à¤µà¤° के योगà¥à¤¯ हो, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने राजà¥à¤¯ और महिमा में बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 ¶ इसलिठहम à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ निरनà¥à¤¤à¤° करते हैं; कि जब हमारे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° का वचन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास पहà¥à¤à¤šà¤¾, तो तà¥à¤® ने उसे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन समà¤à¤•à¤° (और सचमà¥à¤š यह à¤à¤¸à¤¾ ही है) गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया और वह तà¥à¤® में जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हो, कारà¥à¤¯ करता है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 ¶ इसलिठकि तà¥à¤®, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, परमेशà¥â€à¤µà¤° की उन कलीसियाओं के समान चाल चलने लगे, जो यहूदिया में मसीह यीशॠमें हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने à¤à¥€ अपने लोगों से वैसा ही दà¥à¤ƒà¤– पाया, जैसा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यहूदियों से पाया था। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠको और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ मार डाला और हमको सताया, और परमेशà¥â€à¤µà¤° उनसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ नहीं; और वे सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का विरोध करते हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 और वे अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से उनके उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये बातें करने से हमें रोकते हैं, कि सदा अपने पापों का घड़ा à¤à¤°à¤¤à¥‡ रहें; पर उन पर à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब हम थोड़ी देर के लिये मन में नहीं वरनॠपà¥à¤°à¤—ट में तà¥à¤® से अलग हो गठथे, तो हमने बड़ी लालसा के साथ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤à¤¹ देखने के लिये और à¤à¥€ अधिक यतà¥à¤¨ किया। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:18 इसलिठहमने (अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मà¥à¤ पौलà¥à¤¸ ने) à¤à¤• बार नहीं, वरनॠदो बार तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आना चाहा, परनà¥à¤¤à¥ शैतान हमें रोके रहा। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:19 हमारी आशा, या आननà¥à¤¦ या बड़ाई का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¤¾ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के समà¥à¤®à¥à¤– उसके आने के समय, कà¥à¤¯à¤¾ वह तà¥à¤® नहीं हो? (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:20 हमारी बड़ाई और आननà¥à¤¦ तà¥à¤® ही हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ इसलिठजब हम से और न रहा गया, तो हमने यह ठहराया कि à¤à¤¥à¥‡à¤‚स में अकेले रह जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 और हमने तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ को जो मसीह के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° में हमारा à¤à¤¾à¤ˆ, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का सेवक है, इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾, कि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¥à¤¿à¤° करे; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 कि कोई इन कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के कारण डगमगा न जाà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आप जानते हो, कि हम इन ही के लिये ठहराठगठहैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पहले à¤à¥€, जब हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठथे, तो तà¥à¤® से कहा करते थे, कि हमें कà¥à¤²à¥‡à¤¶ उठाने पड़ेंगे, और à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤† है, और तà¥à¤® जानते à¤à¥€ हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 इस कारण जब मà¥à¤à¤¸à¥‡ और न रहा गया, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का हाल जानने के लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾, कि कहीं à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि परीकà¥à¤·à¤¾ करनेवाले ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ की हो, और हमारा परिशà¥à¤°à¤® वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ हो गया हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 ¶ पर अà¤à¥€ तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ ने जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास से हमारे यहाठआकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® का समाचार सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ और इस बात को à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, कि तà¥à¤® सदा पà¥à¤°à¥‡à¤® के साथ हमें सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखने की। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमने अपनी सारी सकेती और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में शानà¥à¤¤à¤¿ पाई। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब यदि तà¥à¤® पà¥à¤°à¤à¥ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो तो हम जीवित हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 और जैसा आननà¥à¤¦ हमें तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ कारण अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने है, उसके बदले तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में हम किस रीति से परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करें? (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 हम रात दिन बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहते हैं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤à¤¹ देखें, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की घटी पूरी करें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 ¶ अब हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता आप ही और हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यीशà¥, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठआने के लिये हमारी अगà¥à¤†à¤ˆ करे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 और पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¤¸à¤¾ करे, कि जैसा हम तà¥à¤® से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं; वैसा ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¥€ आपस में, और सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ बढ़े, और उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करता जाà¤, (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 ताकि वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मनों को à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¥à¤¿à¤° करे, कि जब हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠअपने सब पवितà¥à¤° लोगों के साथ आà¤, तो वे हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता के सामने पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ में निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤® से विनती करते हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमें समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि जैसे तà¥à¤® ने हम से योगà¥à¤¯ चाल चलना, और परमेशà¥â€à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करना सीखा है, और जैसा तà¥à¤® चलते à¤à¥€ हो, वैसे ही और à¤à¥€ बढ़ते जाओ। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि हमने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी ओर से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कौन-कौन से निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ यह है, कि तà¥à¤® पवितà¥à¤° बनो अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से बचे रहो, (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 और तà¥à¤® में से हर à¤à¤• पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और आदर के साथ अपने पातà¥à¤° को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना जाने। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 और यह काम अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ से नहीं, और न अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं जानतीं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 कि इस बात में कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ को न ठगे, और न उस पर दाà¤à¤µ चलाà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ इस सब बातों का पलटा लेनेवाला है; जैसा कि हमने पहले तà¥à¤® से कहा, और चिताया à¤à¥€ था। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें अशà¥à¤¦à¥à¤§ होने के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ पवितà¥à¤° होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 इसलिठजो इसे तà¥à¤šà¥à¤› जानता है, वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ को नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° को तà¥à¤šà¥à¤› जानता है, जो अपना पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देता है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 ¶ किनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ के पà¥à¤°à¥‡à¤® के विषय में यह आवशà¥à¤¯à¤• नहीं, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› लिखूà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना तà¥à¤® ने आप ही परमेशà¥â€à¤µà¤° से सीखा है; (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 और सारे मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ à¤à¤¸à¤¾ करते à¤à¥€ हो, पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि और à¤à¥€ बढ़ते जाओ, (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 और जैसा हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, वैसे ही चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रहने और अपना-अपना काम-काज करने, और अपने-अपने हाथों से कमाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 कि बाहरवालों के साथ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ से बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करो, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी वसà¥à¤¤à¥ की घटी न हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम नहीं चाहते, कि तà¥à¤® उनके विषय में जो सोते हैं, अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ रहो; à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤® औरों के समान शोक करो जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशा नहीं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हैं, कि यीशॠमरा, और जी à¤à¥€ उठा, तो वैसे ही परमेशà¥â€à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ जो यीशॠमें सो गठहैं, उसी के साथ ले आà¤à¤—ा। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम पà¥à¤°à¤à¥ के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤® से यह कहते हैं, कि हम जो जीवित हैं, और पà¥à¤°à¤à¥ के आने तक बचे रहेंगे तो सोठहà¥à¤“ं से कà¤à¥€ आगे न बढ़ेंगे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ आप ही सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरेगा; उस समय ललकार, और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ दूत का शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देगा, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€ जाà¤à¤—ी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहले जी उठेंगे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:17 तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उनके साथ बादलों पर उठा लिठजाà¤à¤à¤—े, कि हवा में पà¥à¤°à¤à¥ से मिलें, और इस रीति से हम सदा पà¥à¤°à¤à¥ के साथ रहेंगे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:18 इसलिठइन बातों से à¤à¤• दूसरे को शानà¥à¤¤à¤¿ दिया करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:1 ¶ पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, इसका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं, कि समयों और कालों के विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास कà¥à¤› लिखा जाà¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही पà¥à¤°à¤à¥ का दिन आनेवाला है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:3 जब लोग कहते होंगे, “कà¥à¤¶à¤² हैं, और कà¥à¤› à¤à¤¯ नहीं,†तो उन पर à¤à¤•à¤¾à¤à¤• विनाश आ पड़ेगा, जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ पर पीड़ा; और वे किसी रीति से न बचेंगे। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:4 ¶ पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® तो अंधकार में नहीं हो, कि वह दिन तà¥à¤® पर चोर के समान आ पड़े। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® सब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, और दिन की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हो, हम न रात के हैं, न अंधकार के हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:6 इसलिठहम औरों की समान सोते न रहें, पर जागते और सावधान रहें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो सोते हैं, वे रात ही को सोते हैं, और जो मतवाले होते हैं, वे रात ही को मतवाले होते हैं। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:8 ¶ पर हम जो दिन के हैं, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® की à¤à¤¿à¤²à¤® पहनकर और उदà¥à¤§à¤¾à¤° की आशा का टोप पहनकर सावधान रहें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें कà¥à¤°à¥‹à¤§ के लिये नहीं, परनà¥à¤¤à¥ इसलिठठहराया कि हम अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:10 वह हमारे लिये इस कारण मरा, कि हम चाहे जागते हों, चाहे सोते हों, सब मिलकर उसी के साथ जीà¤à¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:11 इस कारण à¤à¤• दूसरे को शानà¥à¤¤à¤¿ दो, और à¤à¤• दूसरे की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ का कारण बनो, जैसा कि तà¥à¤® करते à¤à¥€ हो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:12 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤® से विनती करते हैं, कि जो तà¥à¤® में परिशà¥à¤°à¤® करते हैं, और पà¥à¤°à¤à¥ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अगà¥à¤µà¥‡ हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾ देते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:13 और उनके काम के कारण पà¥à¤°à¥‡à¤® के साथ उनको बहà¥à¤¤ ही आदर के योगà¥à¤¯ समà¤à¥‹ आपस में मेल-मिलाप से रहो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:14 और हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि जो ठीक चाल नहीं चलते, उनको समà¤à¤¾à¤“, निरà¥à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करों, निरà¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ को संà¤à¤¾à¤²à¥‹, सब की ओर सहनशीलता दिखाओ। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:15 ¶ देखो की कोई किसी से बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के बदले बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ न करे; पर सदा à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने पर ततà¥à¤ªà¤° रहो आपस में और सबसे à¤à¥€ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ ही की चेषà¥à¤Ÿà¤¾ करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:16 सदा आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:17 निरनà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में लगे रहो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:18 हर बात में धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करो: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये मसीह यीशॠमें परमेशà¥â€à¤µà¤° की यहीं इचà¥à¤›à¤¾ है। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:19 ¶ आतà¥à¤®à¤¾ को न बà¥à¤à¤¾à¤“। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:20 à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को तà¥à¤šà¥à¤› न जानो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:21 सब बातों को परखो जो अचà¥à¤›à¥€ है उसे पकड़े रहो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:22 सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से बचे रहो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:23 ¶ शानà¥à¤¤à¤¿ का परमेशà¥â€à¤µà¤° आप ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पूरी रीति से पवितà¥à¤° करे; तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾, पà¥à¤°à¤¾à¤£ और देह हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के आने तक पूरे और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहें। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:24 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है, और वह à¤à¤¸à¤¾ ही करेगा। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:25 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमारे लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:26 ¶ सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को पवितà¥à¤° चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ से नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:27 मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤à¥ की शपथ देता हूà¤, कि यह पतà¥à¤°à¥€ सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को पढ़कर सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ जाà¤à¥¤ (IN) 1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:28 ¶ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® पर होता रहे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ और सिलवानà¥à¤¸ और तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की कलीसिया के नाम, जो हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में है: (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 ¶ हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में हमें हर समय परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करना चाहिà¤, और यह उचित à¤à¥€ है इसलिठकि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बहà¥à¤¤ बढ़ता जाता है, और आपस में तà¥à¤® सब में पà¥à¤°à¥‡à¤® बहà¥à¤¤ ही बढ़ता जाता है। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 यहाठतक कि हम आप परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में घमणà¥à¤¡ करते हैं, कि जितने उपदà¥à¤°à¤µ और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ तà¥à¤® सहते हो, उन सब में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ धीरज और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤—ट होता है। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 यह परमेशà¥â€à¤µà¤° के सचà¥à¤šà¥‡ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ है; कि तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ के योगà¥à¤¯ ठहरो, जिसके लिये तà¥à¤® दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥€ उठाते हो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट यह नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है, कि जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤²à¥‡à¤¶ देते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बदले में कà¥à¤²à¥‡à¤¶ दे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 और तà¥à¤® जो कà¥à¤²à¥‡à¤¶ पाते हो, हमारे साथ चैन दे; उस समय जब कि पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠअपने सामरà¥à¤¥à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के साथ, धधकती हà¥à¤ˆ आग में सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से पà¥à¤°à¤—ट होगा। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 और जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं पहचानते, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को नहीं मानते उनसे पलटा लेगा। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 ¶ वे पà¥à¤°à¤à¥ के सामने से, और उसकी शकà¥à¤¤à¤¿ के तेज से दूर होकर अननà¥à¤¤ विनाश का दणà¥à¤¡ पाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 यह उस दिन होगा, जब वह अपने पवितà¥à¤° लोगों में महिमा पाने, और सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवालों में आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ का कारण होने को आà¤à¤—ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने हमारी गवाही पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 ¶ इसलिठहम सदा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निमितà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ à¤à¥€ करते हैं, कि हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ के योगà¥à¤¯ समà¤à¥‡, और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ की हर à¤à¤• इचà¥à¤›à¤¾, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के हर à¤à¤• काम को सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ सहित पूरा करे, (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 कि हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका नाम तà¥à¤® में महिमा पाà¤, और तà¥à¤® उसमें। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के आने, और उसके पास अपने इकटà¥à¤ े होने के विषय में तà¥à¤® से विनती करते हैं। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 कि किसी आतà¥à¤®à¤¾, या वचन, या पतà¥à¤°à¥€ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो कि मानो हमारी ओर से हो, यह समà¤à¤•à¤° कि पà¥à¤°à¤à¥ का दिन आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मन अचानक असà¥à¤¥à¤¿à¤° न हो जाà¤; और न तà¥à¤® घबराओ। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 ¶ किसी रीति से किसी के धोखे में न आना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह दिन न आà¤à¤—ा, जब तक विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ नहीं होता, और वह अधरà¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤· अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ विनाश का पà¥à¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤—ट न हो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 जो विरोध करता है, और हर à¤à¤• से जो परमेशà¥â€à¤µà¤°, या पूजà¥à¤¯ कहलाता है, अपने आप को बड़ा ठहराता है, यहाठतक कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में बैठकर अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° पà¥à¤°à¤—ट करता है। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ नहीं, कि जब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठथा, तो तà¥à¤® से ये बातें कहा करता था? (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 और अब तà¥à¤® उस वसà¥à¤¤à¥ को जानते हो, जो उसे रोक रही है, कि वह अपने ही समय में पà¥à¤°à¤—ट हो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अधरà¥à¤® का à¤à¥‡à¤¦ अब à¤à¥€ कारà¥à¤¯ करता जाता है, पर अà¤à¥€ à¤à¤• रोकनेवाला है, और जब तक वह दूर न हो जाà¤, वह रोके रहेगा। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 ¶ तब वह अधरà¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤—ट होगा, जिसे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠअपने मà¥à¤à¤¹ की फूà¤à¤• से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से à¤à¤¸à¥à¤® करेगा। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 उस अधरà¥à¤®à¥€ का आना शैतान के कारà¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की à¤à¥‚ठी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, चिनà¥à¤¹, और अदà¥à¤à¥à¤¤ काम के साथ। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 और नाश होनेवालों के लिये अधरà¥à¤® के सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के धोखे के साथ होगा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सतà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¥‡à¤® को गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं किया जिससे उनका उदà¥à¤§à¤¾à¤° होता। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 ¶ और इसी कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° उनमें à¤à¤• à¤à¤Ÿà¤•à¤¾ देनेवाली सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ को à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤—ा ताकि वे à¤à¥‚ठपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 और जितने लोग सतà¥à¤¯ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते, वरनॠअधरà¥à¤® से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होते हैं, सब दणà¥à¤¡ पाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 ¶ पर हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, और पà¥à¤°à¤à¥ के पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोगों चाहिये कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में सदा परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करते रहें, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने आदि से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ चà¥à¤¨ लिया; कि आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤° बनकर, और सतà¥à¤¯ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाओ। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 जिसके लिये उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमारे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, कि तà¥à¤® हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की महिमा को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 इसलिà¤, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो; और जो शिकà¥à¤·à¤¾ तà¥à¤®à¤¨à¥‡ हमारे वचन या पतà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ थामे रहो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 ¶ हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह आप ही, और हमारा पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° जिस ने हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा, और अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से अननà¥à¤¤ शानà¥à¤¤à¤¿ और उतà¥à¤¤à¤® आशा दी है। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मनों में शानà¥à¤¤à¤¿ दे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हर à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ काम, और वचन में दृढ़ करे।। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ अनà¥à¤¤ में, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमारे लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करो, कि पà¥à¤°à¤à¥ का वचन à¤à¤¸à¤¾ शीघà¥à¤° फैले, और महिमा पाà¤, जैसा तà¥à¤® में हà¥à¤†à¥¤ (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 और हम टेढ़े और दà¥à¤·à¥à¤Ÿ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ से बचे रहें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है; वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दृढ़ता से सà¥à¤¥à¤¿à¤° करेगा: और उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखेगा। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 ¶ और हमें पà¥à¤°à¤à¥ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ ऊपर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है, कि जो-जो आजà¥à¤žà¤¾ हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तà¥à¤® मानते हो, और मानते à¤à¥€ रहोगे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¥‡à¤® और मसीह के धीरज की ओर पà¥à¤°à¤à¥ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ मन की अगà¥à¤†à¤ˆ करे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के नाम से आजà¥à¤žà¤¾ देते हैं; कि हर à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¾à¤ˆ से अलग रहो, जो आलसà¥à¤¯ में रहता है, और जो शिकà¥à¤·à¤¾ तà¥à¤®à¤¨à¥‡ हम से पाई उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं करता। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आप जानते हो, कि किस रीति से हमारी सी चाल चलनी चाहिà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में आलसी तरीके से न चले। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 और किसी की रोटी मà¥à¤«à¤¼à¥à¤¤ में न खाई; पर परिशà¥à¤°à¤® और कषà¥à¤Ÿ से रात दिन काम धनà¥à¤§à¤¾ करते थे, कि तà¥à¤® में से किसी पर à¤à¤¾à¤° न हो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 यह नहीं, कि हमें अधिकार नहीं; पर इसलिठकि अपने आप को तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये आदरà¥à¤¶ ठहराà¤à¤, कि तà¥à¤® हमारी सी चाल चलो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 ¶ और जब हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ यहाठथे, तब à¤à¥€ यह आजà¥à¤žà¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ देते थे, कि यदि कोई काम करना न चाहे, तो खाने à¤à¥€ न पाà¤à¥¤ (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 हम सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं, कि कितने लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में आलसी चाल चलते हैं; और कà¥à¤› काम नहीं करते, पर औरों के काम में हाथ डाला करते हैं। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 à¤à¤¸à¥‹à¤‚ को हम पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह में आजà¥à¤žà¤¾ देते और समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, कि चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª काम करके अपनी ही रोटी खाया करें। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 ¶ और तà¥à¤®, हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने में साहस न छोड़ो। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 यदि कोई हमारी इस पतà¥à¤°à¥€ की बात को न माने, तो उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ रखो; और उसकी संगति न करो, जिससे वह लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ हो; (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 तो à¤à¥€ उसे बैरी मत समà¤à¥‹ पर à¤à¤¾à¤ˆ जानकर चिताओ। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 ¶ अब पà¥à¤°à¤à¥ जो शानà¥à¤¤à¤¿ का सोता है आप ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सदा और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से शानà¥à¤¤à¤¿ दे: पà¥à¤°à¤à¥ तà¥à¤® सब के साथ रहे। (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 मैं पौलà¥à¤¸ अपने हाथ से नमसà¥à¤•à¤¾à¤° लिखता हूà¤à¥¤ हर पतà¥à¤°à¥€ में मेरा यही चिनà¥à¤¹ है: मैं इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से लिखता हूà¤à¥¤ (IN) 2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤® सब पर होता रहे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤°, और हमारी आशा के आधार मसीह यीशॠकी आजà¥à¤žà¤¾ से मसीह यीशॠका पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के नाम जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में मेरा सचà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° है: पिता परमेशà¥â€à¤µà¤°, और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠकी ओर से, तà¥à¤à¥‡ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और दया, और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:3 ¶ जैसे मैंने मकिदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को जाते समय तà¥à¤à¥‡ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ था, कि इफिसà¥à¤¸ में रहकर कà¥à¤› लोगों को आजà¥à¤žà¤¾ दे कि अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की शिकà¥à¤·à¤¾ न दें, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:4 और उन कहानियों और अननà¥à¤¤ वंशावलियों पर मन न लगाà¤à¤, जिनसे विवाद होते हैं; और परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखता है; वैसे ही फिर à¤à¥€ कहता हूà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:5 ¶ आजà¥à¤žà¤¾ का सारांश यह है कि शà¥à¤¦à¥à¤§ मन और अचà¥à¤›à¥‡ विवेक, और निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से पà¥à¤°à¥‡à¤® उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:6 इनको छोड़कर कितने लोग फिरकर बकवाद की ओर à¤à¤Ÿà¤• गठहैं, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:7 और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• तो होना चाहते हैं, पर जो बातें कहते और जिनको दृढ़ता से बोलते हैं, उनको समà¤à¤¤à¥‡ à¤à¥€ नहीं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:8 पर हम जानते हैं कि यदि कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रीति पर काम में लाठतो वह à¤à¤²à¥€ है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:9 ¶ यह जानकर कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ धरà¥à¤®à¥€ जन के लिये नहीं पर अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, निरंकà¥à¤¶à¥‹à¤‚, à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚, पापियों, अपवितà¥à¤°à¥‹à¤‚ और अशà¥à¤¦à¥à¤§à¥‹à¤‚, माà¤-बाप के मारनेवाले, हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:10 वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¥à¤·à¤—ामियों, मनà¥à¤·à¥à¤¯ के बेचनेवालों, à¤à¥‚ठबोलनेवालों, और à¤à¥‚ठी शपथ खानेवालों, और इनको छोड़ खरे उपदेश के सब विरोधियों के लिये ठहराई गई है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:11 यही परमधनà¥à¤¯ परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा के उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है, जो मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:12 ¶ और मैं अपने पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠका, जिस ने मà¥à¤à¥‡ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ दी है, धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤; कि उसने मà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ समà¤à¤•à¤° अपनी सेवा के लिये ठहराया। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:13 मैं तो पहले निनà¥à¤¦à¤¾ करनेवाला, और सतानेवाला, और अंधेर करनेवाला था; तो à¤à¥€ मà¥à¤ पर दया हà¥à¤ˆ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की दशा में बिन समà¤à¥‡ बूà¤à¥‡ ये काम किठथे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:14 और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® के साथ जो मसीह यीशॠमें है, बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:15 ¶ यह बात सच और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से मानने के योगà¥à¤¯ है कि मसीह यीशॠपापियों का उदà¥à¤§à¤¾à¤° करने के लिये जगत में आया, जिनमें सबसे बड़ा मैं हूà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:16 पर मà¥à¤ पर इसलिठदया हà¥à¤ˆ कि मà¥à¤ सबसे बड़े पापी में यीशॠमसीह अपनी पूरी सहनशीलता दिखाà¤, कि जो लोग उस पर अननà¥à¤¤ जीवन के लिये विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करेंगे, उनके लिये मैं à¤à¤• आदरà¥à¤¶ बनूà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:17 अब सनातन राजा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अविनाशी अनदेखे अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ परमेशà¥â€à¤µà¤° का आदर और महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:18 ¶ हे पà¥à¤¤à¥à¤° तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸, उन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो पहले तेरे विषय में की गई थीं, मैं यह आजà¥à¤žà¤¾ सौंपता हूà¤, कि तू उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अचà¥à¤›à¥€ लड़ाई को लड़ता रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:19 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और उस अचà¥à¤›à¥‡ विवेक को थामे रह जिसे दूर करने के कारण कितनों का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रूपी जहाज डूब गया। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:20 उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से हà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¯à¥à¤¸ और सिकनà¥à¤¦à¤° हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मैंने शैतान को सौंप दिया कि वे निनà¥à¤¦à¤¾ करना न सीखें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:1 ¶ अब मैं सबसे पहले यह आगà¥à¤°à¤¹ करता हूà¤, कि विनती, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾, निवेदन, धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦, सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये किठजाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:2 राजाओं और सब ऊà¤à¤šà¥‡ पदवालों के निमितà¥à¤¤ इसलिठकि हम विशà¥à¤°à¤¾à¤® और चैन के साथ सारी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और गरिमा में जीवन बिताà¤à¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:3 यह हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° को अचà¥à¤›à¤¾ लगता और à¤à¤¾à¤¤à¤¾ à¤à¥€ है, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:4 जो यह चाहता है, कि सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का उदà¥à¤§à¤¾à¤° हो; और वे सतà¥à¤¯ को à¤à¤²à¥€-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ पहचान लें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤• ही है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में à¤à¥€ à¤à¤• ही बिचवई है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह यीशॠजो मनà¥à¤·à¥à¤¯ है, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:6 जिसने अपने आप को सबके छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¥‡ के दाम में दे दिया; ताकि उसकी गवाही ठीक समयों पर दी जाà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:7 मैं सच कहता हूà¤, à¤à¥‚ठनहीं बोलता, कि मैं इसी उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और सतà¥à¤¯ का उपदेशक ठहराया गया। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:8 ¶ इसलिठमैं चाहता हूà¤, कि हर जगह पà¥à¤°à¥à¤· बिना कà¥à¤°à¥‹à¤§ और विवाद के पवितà¥à¤° हाथों को उठाकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ किया करें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:9 वैसे ही सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ संकोच और संयम के साथ सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से अपने आप को संवारे; न कि बाल गूà¤à¤¥à¤¨à¥‡, सोने, मोतियों, और बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ कपड़ों से, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:10 पर à¤à¤²à¥‡ कामों से, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ करनेवाली सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को यही उचित à¤à¥€ है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:11 ¶ और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª पूरी अधीनता में सीखना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:12 मैं कहता हूà¤, कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ न उपदेश करे और न पà¥à¤°à¥à¤· पर अधिकार चलाà¤, परनà¥à¤¤à¥ चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª रहे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:13 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आदम पहले, उसके बाद हवà¥à¤µà¤¾ बनाई गई। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:14 और आदम बहकाया न गया, पर सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बहकावे में आकर अपराधिनी हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:15 तो à¤à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बचà¥à¤šà¥‡ जनने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाà¤à¤—ी, यदि वह संयम सहित विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, पà¥à¤°à¥‡à¤®, और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:1 ¶ यह बात सतà¥à¤¯ है कि जो अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· होना चाहता है, तो वह à¤à¤²à¥‡ काम की इचà¥à¤›à¤¾ करता है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:2 यह आवशà¥à¤¯à¤• है कि अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· निरà¥à¤¦à¥‹à¤·, और à¤à¤• ही पतà¥â€à¤¨à¥€ का पति, संयमी, सà¥à¤¶à¥€à¤², सà¤à¥à¤¯, अतिथि-सतà¥à¤•à¤¾à¤° करनेवाला, और सिखाने में निपà¥à¤£ हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:3 पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼ या मार पीट करनेवाला न हो; वरनॠकोमल हो, और न à¤à¤—ड़ालू, और न धन का लोà¤à¥€ हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:4 ¶ अपने घर का अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ करता हो, और बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को सारी गमà¥à¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ से अधीन रखता हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:5 जब कोई अपने घर ही का पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ करना न जानता हो, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया की रखवाली कैसे करेगा? (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:6 ¶ फिर यह कि नया चेला न हो, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ करके शैतान के समान दणà¥à¤¡ पाà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:7 और बाहरवालों में à¤à¥€ उसका सà¥à¤¨à¤¾à¤® हो à¤à¤¸à¤¾ न हो कि निनà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होकर शैतान के फंदे में फंस जाà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:8 ¶ वैसे ही सेवकों को à¤à¥€ गमà¥à¤à¥€à¤° होना चाहिà¤, दो रंगी, पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼, और नीच कमाई के लोà¤à¥€ न हों; (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:9 पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के à¤à¥‡à¤¦ को शà¥à¤¦à¥à¤§ विवेक से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:10 और ये à¤à¥€ पहले परखे जाà¤à¤, तब यदि निरà¥à¤¦à¥‹à¤· निकलें तो सेवक का काम करें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:11 ¶ इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ गमà¥à¤à¥€à¤° होना चाहिà¤; दोष लगानेवाली न हों, पर सचेत और सब बातों में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ हों। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:12 सेवक à¤à¤• ही पतà¥â€à¤¨à¥€ के पति हों और बाल-बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और अपने घरों का अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ करना जानते हों। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो सेवक का काम अचà¥à¤›à¥€ तरह से कर सकते हैं, वे अपने लिये अचà¥à¤›à¤¾ पद और उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में, जो मसीह यीशॠपर है, बड़ा साहस पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करते हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:14 ¶ मैं तेरे पास जलà¥à¤¦ आने की आशा रखने पर à¤à¥€ ये बातें तà¥à¤à¥‡ इसलिठलिखता हूà¤, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:15 कि यदि मेरे आने में देर हो तो तू जान ले कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के घराने में जो जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° की कलीसिया है, और जो सतà¥à¤¯ का खमà¥à¤à¤¾ और नींव है; कैसा बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:16 ¶ और इसमें सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ नहीं कि (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:1 ¶ परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ से कहता है कि आनेवाले समयों में कितने लोग à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥€ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं, और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं पर मन लगाकर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से बहक जाà¤à¤à¤—े, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:2 यह उन à¤à¥‚ठे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के कपट के कारण होगा, जिनका विवेक मानो जलते हà¥à¤ लोहे से दागा गया है, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:3 ¶ जो विवाह करने से रोकेंगे, और à¤à¥‹à¤œà¤¨ की कà¥à¤› वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से परे रहने की आजà¥à¤žà¤¾ देंगे; जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने इसलिठसृजा कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ और सतà¥à¤¯ के पहचाननेवाले उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ खाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की सृजी हà¥à¤ˆ हर à¤à¤• वसà¥à¤¤à¥ अचà¥à¤›à¥€ है, और कोई वसà¥à¤¤à¥ असà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करने के योगà¥à¤¯ नहीं; पर यह कि धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ खाई जाà¤; (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जाती है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:6 ¶ यदि तू à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को इन बातों की सà¥à¤§à¤¿ दिलाता रहेगा, तो मसीह यीशॠका अचà¥à¤›à¤¾ सेवक ठहरेगा; और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और उस अचà¥à¤›à¥‡ उपदेश की बातों से, जो तू मानता आया है, तेरा पालन-पोषण होता रहेगा। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:7 पर अशà¥à¤¦à¥à¤§ और बूढ़ियों की सी कहानियों से अलग रह; और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ में खà¥à¤¦ को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ कर। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:8 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देह के पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ से कम लाठहोता है, पर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ सब बातों के लिये लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस समय के और आनेवाले जीवन की à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ इसी के लिये है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:9 ¶ यह बात सच और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से मानने के योगà¥à¤¯ है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम परिशà¥à¤°à¤® और यतà¥à¤¨ इसलिठकरते हैं कि हमारी आशा उस जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° पर है; जो सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का और विशेष रूप से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:11 ¶ इन बातों की आजà¥à¤žà¤¾ देकर और सिखाता रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:12 ¶ कोई तेरी जवानी को तà¥à¤šà¥à¤› न समà¤à¤¨à¥‡ पाà¤; पर वचन, चाल चलन, पà¥à¤°à¥‡à¤®, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये आदरà¥à¤¶ बन जा। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:13 जब तक मैं न आऊà¤, तब तक पढ़ने और उपदेश देने और सिखाने में लौलीन रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:14 ¶ उस वरदान से जो तà¥à¤ में है, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के हाथ रखते समय तà¥à¤à¥‡ मिला था, निशà¥à¤šà¤¿à¤¨à¥à¤¤ मत रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:15 उन बातों को सोचता रह और इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में अपना धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगाठरह, ताकि तेरी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ सब पर पà¥à¤°à¤—ट हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:16 अपनी और अपने उपदेश में सावधानी रख। इन बातों पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° रह, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि à¤à¤¸à¤¾ करता रहेगा, तो तू अपने, और अपने सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के लिये à¤à¥€ उदà¥à¤§à¤¾à¤° का कारण होगा। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:1 ¶ किसी बूढ़े को न डाà¤à¤Ÿ; पर उसे पिता जानकर समà¤à¤¾ दे, और जवानों को à¤à¤¾à¤ˆ जानकर; (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:2 बूढ़ी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को माता जानकर; और जवान सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरी पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ से बहन जानकर, समà¤à¤¾ दे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:3 ¶ उन विधवाओं का जो सचमà¥à¤š विधवा हैं आदर कर। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:4 और यदि किसी विधवा के बचà¥à¤šà¥‡ या नाती-पोते हों, तो वे पहले अपने ही घराने के साथ आदर का बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करना, और अपने माता-पिता आदि को उनका हक़ देना सीखें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:5 ¶ जो सचमà¥à¤š विधवा है, और उसका कोई नहीं; वह परमेशà¥â€à¤µà¤° पर आशा रखती है, और रात-दिन विनती और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ में लौलीन रहती है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:6 पर जो à¤à¥‹à¤— विलास में पड़ गई, वह जीते जी मर गई है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:7 ¶ इन बातों की à¤à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ दिया कर ताकि वे निरà¥à¤¦à¥‹à¤· रहें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:8 पर यदि कोई अपने रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की, विशेष रूप से अपने परिवार की चिनà¥à¤¤à¤¾ न करे, तो वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से मà¥à¤•à¤° गया है, और अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ से à¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾ बन गया है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:9 ¶ उसी विधवा का नाम लिखा जाठजो साठवरà¥à¤· से कम की न हो, और à¤à¤• ही पति की पतà¥â€à¤¨à¥€ रही हो, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:10 और à¤à¤²à¥‡ काम में सà¥à¤¨à¤¾à¤® रही हो, जिसने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का पालन-पोषण किया हो; अतिथि की सेवा की हो, पवितà¥à¤° लोगों के पाà¤à¤µ धोठहो, दà¥à¤ƒà¤–ियों की सहायता की हो, और हर à¤à¤• à¤à¤²à¥‡ काम में मन लगाया हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:11 ¶ पर जवान विधवाओं के नाम न लिखना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब वे मसीह का विरोध करके सà¥à¤–-विलास में पड़ जाती हैं, तो विवाह करना चाहती हैं, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:12 और दोषी ठहरती हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पहली पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ को छोड़ दिया है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:13 ¶ और इसके साथ ही साथ वे घर-घर फिरकर आलसी होना सीखती है, और केवल आलसी नहीं, पर बक-बक करती रहती और दूसरों के काम में हाथ à¤à¥€ डालती हैं और अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ बातें बोलती हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:14 इसलिठमैं यह चाहता हूà¤, कि जवान विधवाà¤à¤ विवाह करें; और बचà¥à¤šà¥‡ जनें और घरबार संà¤à¤¾à¤²à¥‡à¤‚, और किसी विरोधी को बदनाम करने का अवसर न दें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कई à¤à¤• तो बहक कर शैतान के पीछे हो चà¥à¤•à¥€ हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:16 यदि किसी विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¨à¥€ के यहाठविधवाà¤à¤ हों, तो वही उनकी सहायता करे कि कलीसिया पर à¤à¤¾à¤° न हो ताकि वह उनकी सहायता कर सके, जो सचमà¥à¤š में विधवाà¤à¤ हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:17 ¶ जो पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ करते हैं, विशेष करके वे जो वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ और सिखाने में परिशà¥à¤°à¤® करते हैं, दो गà¥à¤¨à¥‡ आदर के योगà¥à¤¯ समà¤à¥‡ जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° कहता है, “दाà¤à¤µà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ बैल का मà¥à¤à¤¹ न बाà¤à¤§à¤¨à¤¾,†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि “मजदूर अपनी मजदूरी का हकदार है।†(IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:19 ¶ कोई दोष किसी पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पर लगाया जाठतो बिना दो या तीन गवाहों के उसको सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° न करना। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:20 पाप करनेवालों को सब के सामने समà¤à¤¾ दे, ताकि और लोग à¤à¥€ डरे। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:21 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤°, और मसीह यीशà¥, और चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जानकर मैं तà¥à¤à¥‡ चेतावनी देता हूठकि तू मन खोलकर इन बातों को माना कर, और कोई काम पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ से न कर। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:22 किसी पर शीघà¥à¤° हाथ न रखना और दूसरों के पापों में à¤à¤¾à¤—ी न होना; अपने आपको पवितà¥à¤° बनाठरख। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:23 ¶ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में केवल जल ही का पीनेवाला न रह, पर अपने पेट के और अपने बार-बार बीमार होने के कारण थोड़ा-थोड़ा दाखरस à¤à¥€ लिया कर। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:24 कà¥à¤› मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पाप पà¥à¤°à¤—ट हो जाते हैं, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के लिये पहले से पहà¥à¤à¤š जाते हैं, लेकिन दूसरों के पाप बाद में दिखाई देते हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 5:25 वैसे ही कà¥à¤› à¤à¤²à¥‡ काम à¤à¥€ पà¥à¤°à¤—ट होते हैं, और जो à¤à¤¸à¥‡ नहीं होते, वे à¤à¥€ छिप नहीं सकते। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:1 ¶ जितने दास जूठके नीचे हैं, वे अपने-अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ को बड़े आदर के योगà¥à¤¯ जानें, ताकि परमेशà¥â€à¤µà¤° के नाम और उपदेश की निनà¥à¤¦à¤¾ न हो। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:2 और जिनके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ हैं, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वे à¤à¤¾à¤ˆ होने के कारण तà¥à¤šà¥à¤› न जानें; वरनॠउनकी और à¤à¥€ सेवा करें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे लाठउठानेवाले विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ और पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ हैं। इन बातों का उपदेश किया कर और समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:3 ¶ यदि कोई और ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का उपदेश देता है और खरी बातों को, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:4 तो वह अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ है और कà¥à¤› नहीं जानता, वरनॠउसे विवाद और शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर तरà¥à¤• करने का रोग है, जिनसे डाह, और à¤à¤—ड़े, और निनà¥à¤¦à¤¾ की बातें, और बà¥à¤°à¥‡-बà¥à¤°à¥‡ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:5 और उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ रगड़े-à¤à¤—ड़े उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होते हैं, जिनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ बिगड़ गई है और वे सतà¥à¤¯ से विहीन हो गठहैं, जो समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ लाठका दà¥à¤µà¤¾à¤° है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:6 ¶ पर सनà¥à¤¤à¥‹à¤· सहित à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ बड़ी लाठहै। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि न हम जगत में कà¥à¤› लाठहैं और न कà¥à¤› ले जा सकते हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:8 और यदि हमारे पास खाने और पहनने को हो, तो इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ पर सनà¥à¤¤à¥‹à¤· करना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:9 ¶ पर जो धनी होना चाहते हैं, वे à¤à¤¸à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾, और फंदे और बहà¥à¤¤ सी वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ और हानिकारक लालसाओं में फà¤à¤¸à¤¤à¥‡ हैं, जो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समà¥à¤¦à¥à¤° में डà¥à¤¬à¤¾ देती हैं। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का लोठसब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की जड़ है, जिसे पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करते हà¥à¤ कितनों ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से à¤à¤Ÿà¤•à¤•à¤° अपने आपको विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के दà¥à¤ƒà¤–ों से छलनी बना लिया है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:11 ¶ पर हे परमेशà¥â€à¤µà¤° के जन, तू इन बातों से à¤à¤¾à¤—; और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, पà¥à¤°à¥‡à¤®, धीरज, और नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ का पीछा कर। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:12 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की अचà¥à¤›à¥€ कà¥à¤¶à¥à¤¤à¥€ लड़; और उस अननà¥à¤¤ जीवन को धर ले, जिसके लिये तू बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया, और बहà¥à¤¤ गवाहों के सामने अचà¥à¤›à¤¾ अंगीकार किया था। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:13 ¶ मैं तà¥à¤à¥‡ परमेशà¥â€à¤µà¤° को जो सबको जीवित रखता है, और मसीह यीशॠको गवाह करके जिसने पà¥à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤¸ पिलातà¥à¤¸ के सामने अचà¥à¤›à¤¾ अंगीकार किया, यह आजà¥à¤žà¤¾ देता हूà¤, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:14 कि तू हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¤—ट होने तक इस आजà¥à¤žà¤¾ को निषà¥à¤•à¤²à¤‚क और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· रख, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:15 ¶ जिसे वह ठीक समय पर दिखाà¤à¤—ा, जो परमधनà¥à¤¯ और à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° अधिपति और राजाओं का राजा, और पà¥à¤°à¤à¥à¤“ं का पà¥à¤°à¤à¥ है, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:16 और अमरता केवल उसी की है, और वह अगमà¥à¤¯ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में रहता है, और न उसे किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने देखा और न कà¤à¥€ देख सकता है। उसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा और राजà¥à¤¯ यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहेगा। आमीन। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:17 ¶ इस संसार के धनवानों को आजà¥à¤žà¤¾ दे कि वे अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ न हों और अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ धन पर आशा न रखें, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° पर जो हमारे सà¥à¤– के लिये सब कà¥à¤› बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से देता है। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:18 और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करें, और à¤à¤²à¥‡ कामों में धनी बनें, और उदार और सहायता देने में ततà¥à¤ªà¤° हों, (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:19 और आनेवाले जीवन के लिये à¤à¤• अचà¥à¤›à¥€ नींव डाल रखें, कि सतà¥à¤¯ जीवन को वश में कर लें। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:20 ¶ हे तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ इस धरोहर की रखवाली कर। जो तà¥à¤à¥‡ दी गई है और मूरà¥à¤– बातों से और विरोध के तरà¥à¤• जो à¤à¥‚ठा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कहलाता है दूर रह। (IN) 1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 6:21 कितने इस जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का अंगीकार करके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से à¤à¤Ÿà¤• गठहैं। तà¥à¤® पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो उस जीवन की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो मसीह यीशॠमें है, परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ से मसीह यीशॠका पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:2 पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के नाम। परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ मसीह यीशॠकी ओर से तà¥à¤à¥‡ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और दया और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:3 ¶ जिस परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा मैं अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की रीति पर शà¥à¤¦à¥à¤§ विवेक से करता हूà¤, उसका धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो कि अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में रात दिन तà¥à¤à¥‡ लगातार सà¥à¤®à¤°à¤£ करता हूà¤, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:4 और तेरे आà¤à¤¸à¥à¤“ं की सà¥à¤§à¤¿ कर करके तà¥à¤ से à¤à¥‡à¤‚ट करने की लालसा रखता हूà¤, कि आननà¥à¤¦ से à¤à¤° जाऊà¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:5 और मà¥à¤à¥‡ तेरे उस निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की सà¥à¤§à¤¿ आती है, जो पहले तेरी नानी लोइस, और तेरी माता यूनीके में थी, और मà¥à¤à¥‡ निशà¥à¤šà¤¯ हà¥à¤† है, कि तà¥à¤ में à¤à¥€ है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:6 ¶ इसी कारण मैं तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤§à¤¿ दिलाता हूà¤, कि तू परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस वरदान को जो मेरे हाथ रखने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤à¥‡ मिला है पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ रहे। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें à¤à¤¯ की नहीं पर सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और पà¥à¤°à¥‡à¤®, और संयम की आतà¥à¤®à¤¾ दी है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:8 ¶ इसलिठहमारे पà¥à¤°à¤à¥ की गवाही से, और मà¥à¤à¤¸à¥‡ जो उसका कैदी हूà¤, लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न हो, पर उस परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के लिये मेरे साथ दà¥à¤ƒà¤– उठा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:9 जिस ने हमारा उदà¥à¤§à¤¾à¤° किया, और पवितà¥à¤° बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ से बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, और यह हमारे कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं; पर अपनी मनसा और उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है; जो मसीह यीशॠमें अनादि काल से हम पर हà¥à¤† है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:10 पर अब हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ मसीह यीशॠके पà¥à¤°à¤—ट होने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤†, जिस ने मृतà¥à¤¯à¥ का नाश किया, और जीवन और अमरता को उस सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤®à¤¾à¤¨ कर दिया। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:11 जिसके लिये मैं पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤•, और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤, और उपदेशक à¤à¥€ ठहरा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:12 इस कारण मैं इन दà¥à¤ƒà¤–ों को à¤à¥€ उठाता हूà¤, पर लजाता नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस पर मैंने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखा है, जानता हूà¤; और मà¥à¤à¥‡ निशà¥à¤šà¤¯ है, कि वह मेरी धरोहर की उस दिन तक रखवाली कर सकता है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:13 ¶ जो खरी बातें तूने मà¥à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨à¥€ हैं उनको उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® के साथ जो मसीह यीशॠमें है, अपना आदरà¥à¤¶ बनाकर रख। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:14 और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो हम में बसा हà¥à¤† है, इस अचà¥à¤›à¥€ धरोहर की रखवाली कर। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:15 ¶ तू जानता है, कि आसियावाले सब मà¥à¤à¤¸à¥‡ फिर गठहैं, जिनमें फूगिलà¥à¤¸ और हिरमà¥à¤—िनेस हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:16 उनेसिफà¥à¤°à¥‚स के घराने पर पà¥à¤°à¤à¥ दया करे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने बहà¥à¤¤ बार मेरे जी को ठणà¥à¤¡à¤¾ किया, और मेरी जंजीरों से लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न हà¥à¤†à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:17 पर जब वह रोम में आया, तो बड़े यतà¥à¤¨ से ढूà¤à¤¢à¤¼à¤•à¤° मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥‡à¤‚ट की। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 1:18 (पà¥à¤°à¤à¥ करे, कि उस दिन उस पर पà¥à¤°à¤à¥ की दया हो)। और जो-जो सेवा उसने इफिसà¥à¤¸ में की है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ तू à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ जानता है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:1 ¶ इसलिठहे मेरे पà¥à¤¤à¥à¤°, तू उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से जो मसीह यीशॠमें है, बलवनà¥à¤¤ हो जा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:2 और जो बातें तूने बहà¥à¤¤ गवाहों के सामने मà¥à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨à¥€ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सौंप दे; जो औरों को à¤à¥€ सिखाने के योगà¥à¤¯ हों। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:3 ¶ मसीह यीशॠके अचà¥à¤›à¥‡ योदà¥à¤§à¤¾ के समान मेरे साथ दà¥à¤ƒà¤– उठा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:4 जब कोई योदà¥à¤§à¤¾ लड़ाई पर जाता है, तो इसलिठकि अपने वरिषà¥à¤ अधिकारी को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करे, अपने आप को संसार के कामों में नहीं फà¤à¤¸à¤¾à¤¤à¤¾ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:5 फिर अखाड़े में लड़नेवाला यदि विधि के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° न लड़े तो मà¥à¤•à¥à¤Ÿ नहीं पाता। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:6 ¶ जो किसान परिशà¥à¤°à¤® करता है, फल का अंश पहले उसे मिलना चाहिà¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:7 जो मैं कहता हूà¤, उस पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दे और पà¥à¤°à¤à¥ तà¥à¤à¥‡ सब बातों की समठदेगा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:8 ¶ यीशॠमसीह को सà¥à¤®à¤°à¤£ रख, जो दाऊद के वंश से हà¥à¤†, और मरे हà¥à¤“ं में से जी उठा; और यह मेरे सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:9 जिसके लिये मैं कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ के समान दà¥à¤ƒà¤– उठाता हूà¤, यहाठतक कि कैद à¤à¥€ हूà¤; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन कैद नहीं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:10 इस कारण मैं चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ लोगों के लिये सब कà¥à¤› सहता हूà¤, कि वे à¤à¥€ उस उदà¥à¤§à¤¾à¤° को जो मसीह यीशॠमें हैं अननà¥à¤¤ महिमा के साथ पाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:11 ¶ यह बात सच है, कि (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:12 यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राजà¥à¤¯ à¤à¥€ करेंगे; (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:13 यदि हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€ à¤à¥€ हों तो à¤à¥€ वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ बना रहता है, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:14 ¶ इन बातों की सà¥à¤§à¤¿ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिला, और पà¥à¤°à¤à¥ के सामने चिता दे, कि शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर तरà¥à¤•-वितरà¥à¤• न किया करें, जिनसे कà¥à¤› लाठनहीं होता; वरनॠसà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ बिगड़ जाते हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:15 अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° का गà¥à¤°à¤¹à¤£à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और à¤à¤¸à¤¾ काम करनेवाला ठहराने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ कर, जो लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ होने न पाà¤, और जो सतà¥à¤¯ के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:16 ¶ पर अशà¥à¤¦à¥à¤§ बकवाद से बचा रह; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥‡ लोग और à¤à¥€ अà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ में बढ़ते जाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:17 और उनका वचन सड़े-घाव की तरह फैलता जाà¤à¤—ा: हà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¯à¥à¤¸ और फिलेतà¥à¤¸ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से हैं, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:18 जो यह कहकर कि पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ हो चà¥à¤•à¤¾ है सतà¥à¤¯ से à¤à¤Ÿà¤• गठहैं, और कितनों के विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को उलट पà¥à¤²à¤Ÿ कर देते हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:19 तो à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° की पकà¥à¤•à¥€ नींव बनी रहती है, और उस पर यह छाप लगी है: “पà¥à¤°à¤à¥ अपनों को पहचानता है,†और “जो कोई पà¥à¤°à¤à¥ का नाम लेता है, वह अधरà¥à¤® से बचा रहे।†(IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:20 बड़े घर में न केवल सोने-चाà¤à¤¦à¥€ ही के, पर काठऔर मिटà¥à¤Ÿà¥€ के बरà¥à¤¤à¤¨ à¤à¥€ होते हैं; कोई-कोई आदर, और कोई-कोई अनादर के लिये। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:21 यदि कोई अपने आप को इनसे शà¥à¤¦à¥à¤§ करेगा, तो वह आदर का पातà¥à¤°, और पवितà¥à¤° ठहरेगा; और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के काम आà¤à¤—ा, और हर à¤à¤²à¥‡ काम के लिये तैयार होगा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:22 जवानी की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से à¤à¤¾à¤—; और जो शà¥à¤¦à¥à¤§ मन से पà¥à¤°à¤à¥ का नाम लेते हैं, उनके साथ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, और पà¥à¤°à¥‡à¤®, और मेल-मिलाप का पीछा कर। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:23 पर मूरà¥à¤–ता, और अविदà¥à¤¯à¤¾ के विवादों से अलग रह; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू जानता है, कि इनसे à¤à¤—ड़े होते हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:24 ¶ और पà¥à¤°à¤à¥ के दास को à¤à¤—ड़ालू नहीं होना चाहिà¤, पर सब के साथ कोमल और शिकà¥à¤·à¤¾ में निपà¥à¤£, और सहनशील हो। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:25 और विरोधियों को नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ से समà¤à¤¾à¤, कà¥à¤¯à¤¾ जाने परमेशà¥â€à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मन फिराव का मन दे, कि वे à¤à¥€ सतà¥à¤¯ को पहचानें। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 2:26 और इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शैतान की इचà¥â€à¤›à¤¾ पूरी करने के लिये सचेत होकर शैतान के फंदे से छूट जाà¤à¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:1 ¶ पर यह जान रख, कि अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिनों में कठिन समय आà¤à¤à¤—े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€, धन का लोà¤à¥€, डींगमार, अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€, निनà¥à¤¦à¤•, माता-पिता की आजà¥à¤žà¤¾ टालनेवाले, कृतघà¥â€à¤¨, अपवितà¥à¤°, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:3 दया रहित, कà¥à¤·à¤®à¤¾ रहित, दोष लगानेवाले, असंयमी, कठोर, à¤à¤²à¥‡ के बैरी, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:4 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤à¥€, हठी, अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ और परमेशà¥â€à¤µà¤° के नहीं वरनॠसà¥à¤–-विलास ही के चाहनेवाले होंगे। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:5 ¶ वे à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का à¤à¥‡à¤· तो धरेंगे, पर उसकी शकà¥à¤¤à¤¿ को न मानेंगे; à¤à¤¸à¥‹à¤‚ से परे रहना। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:6 इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से वे लोग हैं, जो घरों में दबे पाà¤à¤µ घà¥à¤¸ आते हैं और उन दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को वश में कर लेते हैं, जो पापों से दबी और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के वश में हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:7 और सदा सीखती तो रहती हैं पर सतà¥à¤¯ की पहचान तक कà¤à¥€ नहीं पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥€à¤‚। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:8 ¶ और जैसे यनà¥à¤¨à¥‡à¤¸ और यमà¥à¤¬à¥à¤°à¥‡à¤¸ ने मूसा का विरोध किया था वैसे ही ये à¤à¥€ सतà¥à¤¯ का विरोध करते हैं ये तो à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ हैं, जिनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ हो गई है और वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में निकमà¥à¤®à¥‡ हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:9 पर वे इससे आगे नहीं बढ़ सकते, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे उनकी अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर पà¥à¤°à¤—ट हो गई थी, वैसे ही इनकी à¤à¥€ हो जाà¤à¤—ी। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:10 ¶ पर तूने उपदेश, चाल-चलन, मनसा, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, सहनशीलता, पà¥à¤°à¥‡à¤®, धीरज, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:11 उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨, और पीड़ा में मेरा साथ दिया, और à¤à¤¸à¥‡ दà¥à¤ƒà¤–ों में à¤à¥€ जो अनà¥à¤¤à¤¾à¤•à¤¿à¤¯à¤¾ और इकà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥à¤® और लà¥à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¾ में मà¥à¤ पर पड़े थे। मैंने à¤à¤¸à¥‡ उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨à¥‹à¤‚ को सहा, और पà¥à¤°à¤à¥ ने मà¥à¤à¥‡ उन सबसे छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:12 पर जितने मसीह यीशॠमें à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताठजाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:13 और दà¥à¤·à¥à¤Ÿ, और बहकानेवाले धोखा देते हà¥à¤, और धोखा खाते हà¥à¤, बिगड़ते चले जाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:14 ¶ पर तू इन बातों पर जो तूने सीखी हैं और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया था, यह जानकर दृढ़ बना रह; कि तूने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किन लोगों से सीखा है, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:15 और बालकपन से पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° तेरा जाना हà¥à¤† है, जो तà¥à¤à¥‡ मसीह पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से उदà¥à¤§à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिये बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ बना सकता है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:16 ¶ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से रचा गया है और उपदेश, और समà¤à¤¾à¤¨à¥‡, और सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡, और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की शिकà¥à¤·à¤¾ के लिये लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है, (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 3:17 ताकि परमेशà¥â€à¤µà¤° का जन सिदà¥à¤§ बने, और हर à¤à¤• à¤à¤²à¥‡ काम के लिये ततà¥à¤ªà¤° हो जाà¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:1 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° और मसीह यीशॠको गवाह करके, जो जीवितों और मरे हà¥à¤“ं का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा, उसे और उसके पà¥à¤°à¤—ट होने, और राजà¥à¤¯ को सà¥à¤§à¤¿ दिलाकर मैं तà¥à¤à¥‡ आदेश देता हूà¤à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:2 कि तू वचन का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर; समय और असमय तैयार रह, सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सहनशीलता, और शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ उलाहना दे, और डाà¤à¤Ÿ, और समà¤à¤¾à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ समय आà¤à¤—ा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खà¥à¤œà¤²à¥€ के कारण अपनी अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अपने लिये बहà¥à¤¤ सारे उपदेशक बटोर लेंगे। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:4 और अपने कान सतà¥à¤¯ से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:5 पर तू सब बातों में सावधान रह, दà¥à¤ƒà¤– उठा, सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:6 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब मैं अरà¥à¤˜ के समान उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾ जाता हूà¤, और मेरे संसार से जाने का समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:7 मैं अचà¥à¤›à¥€ कà¥à¤¶à¥à¤¤à¥€ लड़ चà¥à¤•à¤¾ हूà¤, मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैंने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की रखवाली की है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:8 à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में मेरे लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का वह मà¥à¤•à¥à¤Ÿ रखा हà¥à¤† है, जिसे पà¥à¤°à¤à¥, जो धरà¥à¤®à¥€, और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ है, मà¥à¤à¥‡ उस दिन देगा और मà¥à¤à¥‡ ही नहीं, वरनॠउन सब को à¤à¥€, जो उसके पà¥à¤°à¤—ट होने को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानते हैं। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:9 ¶ मेरे पास शीघà¥à¤° आने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ कर। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देमास ने इस संसार को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जानकर मà¥à¤à¥‡ छोड़ दिया है, और थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•à¥‡ को चला गया है, और कà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤•à¥‡à¤‚स गलातिया को और तीतà¥à¤¸ दलमतिया को चला गया है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:11 ¶ केवल लूका मेरे साथ है मरकà¥à¤¸ को लेकर चला आ; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सेवा के लिये वह मेरे बहà¥à¤¤ काम का है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:12 तà¥à¤–िकà¥à¤¸ को मैंने इफिसà¥à¤¸ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:13 जो बागा मैं तà¥à¤°à¥‹à¤†à¤¸ में करपà¥à¤¸ के यहाठछोड़ आया हूà¤, जब तू आà¤, तो उसे और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ विशेष करके चरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को लेते आना। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:14 ¶ सिकनà¥à¤¦à¤° ठठेरे ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ बहà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¤¾à¤ की हैं पà¥à¤°à¤à¥ उसे उसके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बदला देगा। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:15 तू à¤à¥€ उससे सावधान रह, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने हमारी बातों का बहà¥à¤¤ ही विरोध किया। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:16 मेरे पहले पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° करने के समय में किसी ने à¤à¥€ मेरा साथ नहीं दिया, वरनॠसब ने मà¥à¤à¥‡ छोड़ दिया था à¤à¤²à¤¾ हो, कि इसका उनको लेखा देना न पड़े। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:17 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ मेरा सहायक रहा, और मà¥à¤à¥‡ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ दी; ताकि मेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पूरा-पूरा पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° हो, और सब अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ सà¥à¤¨ ले; और मैं तो सिंह के मà¥à¤à¤¹ से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾ गया। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:18 और पà¥à¤°à¤à¥ मà¥à¤à¥‡ हर à¤à¤• बà¥à¤°à¥‡ काम से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤à¤—ा, और अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय राजà¥à¤¯ में उदà¥à¤§à¤¾à¤° करके पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤à¤—ा उसी की महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:19 ¶ पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤•à¤¾ और अकà¥à¤µà¤¿à¤²à¤¾ को, और उनेसिफà¥à¤°à¥‚स के घराने को नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:20 इरासà¥à¤¤à¥à¤¸ कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¥à¤¸ में रह गया, और तà¥à¤°à¥à¤«à¤¿à¤®à¥à¤¸ को मैंने मीलेतà¥à¤¸ में बीमार छोड़ा है। (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:21 जाड़े से पहले चले आने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ कर: यूबूलà¥à¤¸, और पूदेंस, और लीनà¥à¤¸ और कà¥à¤²à¥Œà¤¦à¤¿à¤¯à¤¾, और सब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का तà¥à¤à¥‡ नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) 2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ 4:22 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ तेरी आतà¥à¤®à¤¾ के साथ रहे, तà¥à¤® पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° का दास और यीशॠमसीह का पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, परमेशà¥â€à¤µà¤° के चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ लोगों के विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के लिठजो à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के साथ सहमत हैं, (IN) तीतà¥à¤¸ 1:2 उस अननà¥à¤¤ जीवन की आशा पर, जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने जो à¤à¥‚ठबोल नहीं सकता सनातन से की है, (IN) तीतà¥à¤¸ 1:3 पर ठीक समय पर अपने वचन को उस पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤—ट किया, जो हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:4 ¶ तीतà¥à¤¸ के नाम जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की सहà¤à¤¾à¤—िता के विचार से मेरा सचà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤¤à¥à¤° है: परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता और हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ मसीह यीशॠकी ओर से तà¥à¤à¥‡ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ होती रहे। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:5 ¶ मैं इसलिठतà¥à¤à¥‡ कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥‡ में छोड़ आया था, कि तू शेष रही हà¥à¤ˆ बातों को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‡à¤‚, और मेरी आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नगर-नगर पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को नियà¥à¤•à¥à¤¤ करे। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:6 ¶ जो निरà¥à¤¦à¥‹à¤· और à¤à¤• ही पतà¥â€à¤¨à¥€ का पति हों, जिनके बचà¥à¤šà¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ हो, और जिन पर लà¥à¤šà¤ªà¤¨ और निरंकà¥à¤¶à¤¤à¤¾ का दोष नहीं। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· को परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ होने के कारण निरà¥à¤¦à¥‹à¤· होना चाहिà¤; न हठी, न कà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€, न पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼, न मार पीट करनेवाला, और न नीच कमाई का लोà¤à¥€à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 1:8 ¶ पर पहà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ करनेवाला, à¤à¤²à¤¾à¤ˆ का चाहनेवाला, संयमी, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€, पवितà¥à¤° और जितेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯ हो; (IN) तीतà¥à¤¸ 1:9 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ वचन पर जो धरà¥à¤®à¥‹à¤ªà¤¦à¥‡à¤¶ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° है, सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहे; कि खरी शिकà¥à¤·à¤¾ से उपदेश दे सके; और विवादियों का मà¥à¤à¤¹ à¤à¥€ बनà¥à¤¦ कर सके। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:10 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨ लोग, निरंकà¥à¤¶ बकवादी और धोखा देनेवाले हैं; विशेष करके खतनावालों में से। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:11 इनका मà¥à¤à¤¹ बनà¥à¤¦ करना चाहिà¤: ये लोग नीच कमाई के लिये अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ बातें सिखाकर घर के घर बिगाड़ देते हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:12 ¶ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से à¤à¤• जन ने जो उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ हैं, कहा है, “कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥€ लोग सदा à¤à¥‚ठे, दà¥à¤·à¥à¤Ÿ पशॠऔर आलसी पेटू होते हैं।†(IN) तीतà¥à¤¸ 1:13 यह गवाही सच है, इसलिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कड़ाई से चेतावनी दिया कर, कि वे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में पकà¥à¤•à¥‡ हो जाà¤à¤à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 1:14 ¶ यहूदियों की कथा कहानियों और उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं पर मन न लगाà¤à¤, जो सतà¥à¤¯ से à¤à¤Ÿà¤• जाते हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:15 ¶ शà¥à¤¦à¥à¤§ लोगों के लिये सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ शà¥à¤¦à¥à¤§ हैं, पर अशà¥à¤¦à¥à¤§ और अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये कà¥à¤› à¤à¥€ शà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं वरनॠउनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और विवेक दोनों अशà¥à¤¦à¥à¤§ हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 1:16 वे कहते हैं, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° को जानते हैं पर अपने कामों से उसका इनà¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे घृणित और आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवाले हैं और किसी अचà¥à¤›à¥‡ काम के योगà¥à¤¯ नहीं। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:1 ¶ पर तू, à¤à¤¸à¥€ बातें कहा कर जो खरे सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त के योगà¥à¤¯ हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:2 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वृदà¥à¤§ पà¥à¤°à¥à¤· सचेत और गमà¥à¤à¥€à¤° और संयमी हों, और उनका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पà¥à¤°à¥‡à¤® और धीरज पकà¥à¤•à¤¾ हो। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:3 ¶ इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बूढ़ी सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का चाल चलन à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ लोगों के समान हो, वे दोष लगानेवाली और पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼ नहीं; पर अचà¥à¤›à¥€ बातें सिखानेवाली हों। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:4 ताकि वे जवान सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को चेतावनी देती रहें, कि अपने पतियों और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें; (IN) तीतà¥à¤¸ 2:5 और संयमी, पतिवà¥à¤°à¤¤à¤¾, घर का कारबार करनेवाली, à¤à¤²à¥€ और अपने-अपने पति के अधीन रहनेवाली हों, ताकि परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन की निनà¥à¤¦à¤¾ न होने पाà¤à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 2:6 ¶ à¤à¤¸à¥‡ ही जवान पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कर, कि संयमी हों। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:7 सब बातों में अपने आप को à¤à¤²à¥‡ कामों का नमूना बना; तेरे उपदेश में सफाई, गमà¥à¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ (IN) तीतà¥à¤¸ 2:8 और à¤à¤¸à¥€ खराई पाई जाà¤, कि कोई उसे बà¥à¤°à¤¾ न कह सके; जिससे विरोधी हम पर कोई दोष लगाने का अवसर न पा कर लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ हों। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:9 ¶ दासों को समà¤à¤¾, कि अपने-अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के अधीन रहें, और सब बातों में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ रखें, और उलटकर जवाब न दें; (IN) तीतà¥à¤¸ 2:10 चोरी चालाकी न करें; पर सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पूरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ निकलें, कि वे सब बातों में हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के उपदेश की शोà¤à¤¾ बढ़ा दें। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ पà¥à¤°à¤—ट है, जो सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में उदà¥à¤§à¤¾à¤° लाने में सकà¥à¤·à¤® है। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:12 और हमें चिताता है, कि हम अà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और सांसारिक अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से मन फेरकर इस यà¥à¤— में संयम और धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से जीवन बिताà¤à¤; (IN) तीतà¥à¤¸ 2:13 और उस धनà¥à¤¯ आशा की अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपने महान परमेशà¥â€à¤µà¤° और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह की महिमा के पà¥à¤°à¤—ट होने की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते रहें। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:14 ¶ जिस ने अपने आप को हमारे लिये दे दिया, कि हमें हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के अधरà¥à¤® से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ ले, और शà¥à¤¦à¥à¤§ करके अपने लिये à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ जाति बना ले जो à¤à¤²à¥‡-à¤à¤²à¥‡ कामों में सरगरà¥à¤® हो। (IN) तीतà¥à¤¸ 2:15 ¶ पूरे अधिकार के साथ ये बातें कह और समà¤à¤¾ और सिखाता रह। कोई तà¥à¤à¥‡ तà¥à¤šà¥à¤› न जानने पाà¤à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 3:1 ¶ लोगों को सà¥à¤§à¤¿ दिला, कि हाकिमों और अधिकारियों के अधीन रहें, और उनकी आजà¥à¤žà¤¾ मानें, और हर à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ काम के लिये तैयार रहे, (IN) तीतà¥à¤¸ 3:2 किसी को बदनाम न करें; à¤à¤—ड़ालू न हों; पर कोमल सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के हों, और सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ बड़ी नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ के साथ रहें। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम à¤à¥€ पहले, निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवाले, और à¤à¥à¤°à¤® में पड़े हà¥à¤, और विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं और सà¥à¤–-विलास के दासतà¥à¤µ में थे, और बैर-à¤à¤¾à¤µ, और डाह करने में जीवन निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करते थे, और घृणित थे, और à¤à¤• दूसरे से बैर रखते थे। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:4 ¶ पर जब हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर उसका पà¥à¤°à¥‡à¤® पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤† (IN) तीतà¥à¤¸ 3:5 तो उसने हमारा उदà¥à¤§à¤¾à¤° किया और यह धारà¥à¤®à¤¿à¤• कामों के कारण नहीं, जो हमने आप किà¤, पर अपनी दया के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, नये जनà¥à¤® के सà¥à¤¨à¤¾à¤¨, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के हमें नया बनाने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 3:6 ¶ जिसे उसने हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम पर अधिकाई से उणà¥à¤¡à¥‡à¤²à¤¾à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 3:7 जिससे हम उसके अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से धरà¥à¤®à¥€ ठहरकर, अननà¥à¤¤ जीवन की आशा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वारिस बनें। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:8 ¶ यह बात सच है, और मैं चाहता हूà¤, कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिठकि जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है, वे à¤à¤²à¥‡-à¤à¤²à¥‡ कामों में लगे रहने का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें ये बातें à¤à¤²à¥€, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लाठकी हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:9 ¶ पर मूरà¥à¤–ता के विवादों, और वंशावलियों, और बैर विरोध, और उन à¤à¤—ड़ों से, जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विषय में हों बचा रह; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे निषà¥à¤«à¤² और वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ हैं। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:10 किसी पाखणà¥à¤¡à¥€ को à¤à¤• दो बार समà¤à¤¾ बà¥à¤à¤¾à¤•à¤° उससे अलग रह। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:11 यह जानकर कि à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤Ÿà¤• गया है, और अपने आप को दोषी ठहराकर पाप करता रहता है। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:12 ¶ जब मैं तेरे पास अरतिमास या तà¥à¤–िकà¥à¤¸ को à¤à¥‡à¤œà¥‚à¤, तो मेरे पास निकà¥à¤ªà¥à¤²à¤¿à¤¸ आने का यतà¥à¤¨ करना: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने वहीं जाड़ा काटने का निशà¥à¤šà¤¯ किया है। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:13 जेनास वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• और अपà¥à¤²à¥à¤²à¥‹à¤¸ को यतà¥à¤¨ करके आगे पहà¥à¤à¤šà¤¾ दे, और देख, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी वसà¥à¤¤à¥ की घटी न होने पाà¤à¥¤ (IN) तीतà¥à¤¸ 3:14 ¶ हमारे लोग à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं को पूरा करने के लिये अचà¥à¤›à¥‡ कामों में लगे रहना सीखें ताकि निषà¥à¤«à¤² न रहें। (IN) तीतà¥à¤¸ 3:15 ¶ मेरे सब साथियों का तà¥à¤à¥‡ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° और जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के कारण हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं, उनको नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ तà¥à¤® सब पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। (IN) फिलेमोन 1:1 ¶ पौलà¥à¤¸ की ओर से जो मसीह यीशॠका कैदी है, और à¤à¤¾à¤ˆ तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ की ओर से हमारे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ सहकरà¥à¤®à¥€ फिलेमोन। (IN) फिलेमोन 1:2 और बहन अफफिया, और हमारे साथी योदà¥à¤§à¤¾ अरखिपà¥à¤ªà¥à¤¸ और फिलेमोन के घर की कलीसिया के नाम। (IN) फिलेमोन 1:3 हमारे पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की ओर से अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलती रहे। (IN) फिलेमोन 1:4 ¶ मैं सदा परमेशà¥â€à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करता हूà¤; और अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤®à¤°à¤£ करता हूà¤à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तेरे उस पà¥à¤°à¥‡à¤® और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की चरà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¤•à¤°, जो पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠपर और सब पवितà¥à¤° लोगों के साथ है। (IN) फिलेमोन 1:6 मैं पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता हूठकि, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सहà¤à¤¾à¤—िता हर अचà¥à¤›à¥€ बात के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ हो जो मसीह में हमारे पास है। (IN) फिलेमोन 1:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हे à¤à¤¾à¤ˆ, मà¥à¤à¥‡ तेरे पà¥à¤°à¥‡à¤® से बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिली है, इसलिà¤, कि तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤° लोगों के मन हरे à¤à¤°à¥‡ हो गठहैं। (IN) फिलेमोन 1:8 ¶ इसलिठयदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ मà¥à¤à¥‡ मसीह में बड़ा साहस है, कि जो बात ठीक है, उसकी आजà¥à¤žà¤¾ तà¥à¤à¥‡ दूà¤à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:9 तो à¤à¥€ मà¥à¤ बूढ़े पौलà¥à¤¸ को जो अब मसीह यीशॠके लिये कैदी हूà¤, यह और à¤à¥€ à¤à¤²à¤¾ जान पड़ा कि पà¥à¤°à¥‡à¤® से विनती करूà¤à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:10 ¶ मैं अपने बचà¥à¤šà¥‡ उनेसिमà¥à¤¸ के लिये जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ मेरी कैद में जनà¥à¤®à¤¾ है तà¥à¤ से विनती करता हूà¤à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:11 वह तो पहले तेरे कà¥à¤› काम का न था, पर अब तेरे और मेरे दोनों के बड़े काम का है। (IN) फिलेमोन 1:12 उसी को अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जो मेरे हृदय का टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ है, मैंने उसे तेरे पास लौटा दिया है। (IN) फिलेमोन 1:13 उसे मैं अपने ही पास रखना चाहता था कि तेरी ओर से इस कैद में जो सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° के कारण हैं, मेरी सेवा करे। (IN) फिलेमोन 1:14 ¶ पर मैंने तेरी इचà¥à¤›à¤¾ बिना कà¥à¤› à¤à¥€ करना न चाहा कि तेरा यह उपकार दबाव से नहीं पर आननà¥à¤¦ से हो। (IN) फिलेमोन 1:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¥à¤¯à¤¾ जाने वह तà¥à¤ से कà¥à¤› दिन तक के लिये इसी कारण अलग हà¥à¤† कि सदैव तेरे निकट रहे। (IN) फिलेमोन 1:16 परनà¥à¤¤à¥ अब से दास के समान नहीं, वरनॠदास से à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤®, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤ˆ के समान रहे जो मेरा तो विशेष पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है ही, पर अब शरीर में और पà¥à¤°à¤à¥ में à¤à¥€, तेरा à¤à¥€ विशेष पà¥à¤°à¤¿à¤¯ हो। (IN) फिलेमोन 1:17 ¶ यदि तू मà¥à¤à¥‡ अपना सहà¤à¤¾à¤—ी समà¤à¤¤à¤¾ है, तो उसे इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर जैसे मà¥à¤à¥‡à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:18 और यदि उसने तेरी कà¥à¤› हानि की है, या उस पर तेरा कà¥à¤› आता है, तो मेरे नाम पर लिख ले। (IN) फिलेमोन 1:19 मैं पौलà¥à¤¸ अपने हाथ से लिखता हूà¤, कि मैं आप à¤à¤° दूà¤à¤—ा; और इसके कहने की कà¥à¤› आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं, कि मेरा करà¥à¤œ जो तà¥à¤ पर है वह तू ही है। (IN) फिलेमोन 1:20 हे à¤à¤¾à¤ˆ, यह आननà¥à¤¦ मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ में तेरी ओर से मिले, मसीह में मेरे जी को हरा à¤à¤°à¤¾ कर दे। (IN) फिलेमोन 1:21 ¶ मैं तेरे आजà¥à¤žà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥€ होने का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ रखकर, तà¥à¤à¥‡ लिखता हूठऔर यह जानता हूà¤, कि जो कà¥à¤› मैं कहता हूà¤, तू उससे कहीं बढ़कर करेगा। (IN) फिलेमोन 1:22 और यह à¤à¥€, कि मेरे लिये ठहरने की जगह तैयार रख; मà¥à¤à¥‡ आशा है, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दे दिया जाऊà¤à¤—ा। (IN) फिलेमोन 1:23 ¶ इपफà¥à¤°à¤¾à¤¸ जो मसीह यीशॠमें मेरे साथ कैदी है (IN) फिलेमोन 1:24 और मरकà¥à¤¸ और अरिसà¥à¤¤à¤°à¥à¤–à¥à¤¸ और देमास और लूका जो मेरे सहकरà¥à¤®à¥€ है; इनका तà¥à¤à¥‡ नमसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤ (IN) फिलेमोन 1:25 ¶ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ पर होता रहे। आमीन। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:1 ¶ पूरà¥à¤µ यà¥à¤— में परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से थोड़ा-थोड़ा करके और à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ से à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बातें की, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:2 पर इन अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिनों में हम से अपने पà¥à¤¤à¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बातें की, जिसे उसने सारी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का वारिस ठहराया और उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसने सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¥€ रची है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:3 वह उसकी महिमा का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, और उसके ततà¥à¤µ की छाप है, और सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के वचन से संà¤à¤¾à¤²à¤¤à¤¾ है: वह पापों को धोकर ऊà¤à¤šà¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर महामहिमनॠके दाहिने जा बैठा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:4 ¶ और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों से उतना ही उतà¥à¤¤à¤® ठहरा, जितना उसने उनसे बड़े पद का वारिस होकर उतà¥à¤¤à¤® नाम पाया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:5 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों में से उसने कब किसी से कहा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:6 ¶ और जब पहलौठे को जगत में फिर लाता है, तो कहता है, “परमेशà¥â€à¤µà¤° के सब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उसे दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करें।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:7 और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के विषय में यह कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:8 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤¤à¥à¤° के विषय में कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:9 तूने धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से पà¥à¤°à¥‡à¤® और अधरà¥à¤® से बैर रखा; (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:10 और यह कि, “हे पà¥à¤°à¤à¥, आदि में तूने पृथà¥à¤µà¥€ की नींव डाली, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:11 वे तो नाश हो जाà¤à¤à¤—े; परनà¥à¤¤à¥ तू बना रहेगा और (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:12 और तू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चादर के समान लपेटेगा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:13 ¶ और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों में से उसने किस से कà¤à¥€ कहा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 1:14 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ वे सब परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा टहल करनेवाली आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ नहीं; जो उदà¥à¤§à¤¾à¤° पानेवालों के लिये सेवा करने को à¤à¥‡à¤œà¥€ जाती हैं? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:1 ¶ इस कारण चाहिà¤, कि हम उन बातों पर जो हमने सà¥à¤¨à¥€ हैं अधिक धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दे, à¤à¤¸à¤¾ न हो कि बहक कर उनसे दूर चले जाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:2 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो वचन सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कहा गया था, जब वह सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहा और हर à¤à¤• अपराध और आजà¥à¤žà¤¾ न मानने का ठीक-ठीक बदला मिला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:3 तो हम लोग à¤à¤¸à¥‡ बड़े उदà¥à¤§à¤¾à¤° से उपेकà¥à¤·à¤¾ करके कैसे बच सकते हैं? जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ पहले-पहल पà¥à¤°à¤à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤ˆ, और सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें निशà¥à¤šà¤¯ हà¥à¤†à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:4 और साथ ही परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¥€ अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚, और अदà¥à¤à¥à¤¤ कामों, और नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के कामों, और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के वरदानों के बाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इसकी गवाही देता रहा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:5 ¶ उसने उस आनेवाले जगत को जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ हम कर रहे हैं, सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के अधीन न किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:6 वरनॠकिसी ने कहीं, यह गवाही दी है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:7 तूने उसे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों से कà¥à¤› ही कम किया; (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:8 तूने सब कà¥à¤› उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के नीचे कर दिया।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:9 ¶ पर हम यीशॠको जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों से कà¥à¤› ही कम किया गया था, मृतà¥à¤¯à¥ का दà¥à¤ƒà¤– उठाने के कारण महिमा और आदर का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ पहने हà¥à¤ देखते हैं; ताकि परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से वह हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये मृतà¥à¤¯à¥ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चखे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसके लिये सब कà¥à¤› है, और जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सब कà¥à¤› है, उसे यही अचà¥à¤›à¤¾ लगा कि जब वह बहà¥à¤¤ से पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को महिमा में पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤, तो उनके उदà¥à¤§à¤¾à¤° के करà¥à¤¤à¤¾ को दà¥à¤ƒà¤– उठाने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सिदà¥à¤§ करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पवितà¥à¤° करनेवाला और जो पवितà¥à¤° किठजाते हैं, सब à¤à¤• ही मूल से हैं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°, इसी कारण वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤ˆ कहने से नहीं लजाता। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:12 पर वह कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:13 ¶ और फिर यह, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:14 ¶ इसलिठजब कि बचà¥à¤šà¥‡ माà¤à¤¸ और लहू के à¤à¤¾à¤—ी हैं, तो वह आप à¤à¥€ उनके समान उनका सहà¤à¤¾à¤—ी हो गया; ताकि मृतà¥à¤¯à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसे जिसे मृतà¥à¤¯à¥ पर शकà¥à¤¤à¤¿ मिली थी, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शैतान को निकमà¥à¤®à¤¾ कर दे, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:15 और जितने मृतà¥à¤¯à¥ के à¤à¤¯ के मारे जीवन à¤à¤° दासतà¥à¤µ में फà¤à¤¸à¥‡ थे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ ले। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:16 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को नहीं वरनॠअबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के वंश को संà¤à¤¾à¤²à¤¤à¤¾ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:17 इस कारण उसको चाहिठथा, कि सब बातों में अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के समान बने; जिससे वह उन बातों में जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखती हैं, à¤à¤• दयालॠऔर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ महायाजक बने ताकि लोगों के पापों के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 2:18 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब उसने परीकà¥à¤·à¤¾ की दशा में दà¥à¤ƒà¤– उठाया, तो वह उनकी à¤à¥€ सहायता कर सकता है, जिनकी परीकà¥à¤·à¤¾ होती है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:1 ¶ इसलिà¤, हे पवितà¥à¤° à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय बà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ में à¤à¤¾à¤—ी हो, उस पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और महायाजक यीशॠपर जिसे हम अंगीकार करते हैं धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:2 जो अपने नियà¥à¤•à¥à¤¤ करनेवाले के लिये विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ था, जैसा मूसा à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सारे घर में था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠमूसा से इतना बढ़कर महिमा के योगà¥à¤¯ समà¤à¤¾ गया है, जितना कि घर का बनानेवाला घर से बढ़कर आदर रखता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• घर का कोई न कोई बनानेवाला होता है, पर जिस ने सब कà¥à¤› बनाया वह परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:5 ¶ मूसा तो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सारे घर में सेवक के समान विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ रहा, कि जिन बातों का वरà¥à¤£à¤¨ होनेवाला था, उनकी गवाही दे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:6 पर मसीह पà¥à¤¤à¥à¤° के समान परमेशà¥â€à¤µà¤° के घर का अधिकारी है, और उसका घर हम हैं, यदि हम साहस पर, और अपनी आशा के गरà¥à¤µ पर अनà¥à¤¤ तक दृढ़ता से सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:7 ¶ इसलिठजैसा पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:8 तो अपने मन को कठोर न करो, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:9 जहाठतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ ने मà¥à¤à¥‡ जाà¤à¤š कर परखा (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:10 इस कारण मैं उस समय के लोगों से कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ रहा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:11 तब मैंने कà¥à¤°à¥‹à¤§ में आकर शपथ खाई, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:12 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, चौकस रहो, कि तà¥à¤® में à¤à¤¸à¤¾ बà¥à¤°à¤¾ और अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ मन न हो, जो जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° से दूर हटा ले जाà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:13 वरनॠजिस दिन तक आज का दिन कहा जाता है, हर दिन à¤à¤• दूसरे को समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ रहो, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि तà¥à¤® में से कोई जन पाप के छल में आकर कठोर हो जाà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:14 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम मसीह के à¤à¤¾à¤—ीदार हà¥à¤ हैं, यदि हम अपने पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ पर अनà¥à¤¤ तक दृढ़ता से सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:15 ¶ जैसा कहा जाता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:16 ¶ à¤à¤²à¤¾ किन लोगों ने सà¥à¤¨à¤•à¤° à¤à¥€ कà¥à¤°à¥‹à¤§ दिलाया? कà¥à¤¯à¤¾ उन सब ने नहीं जो मूसा के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मिसà¥à¤° से निकले थे? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:17 और वह चालीस वरà¥à¤· तक किन लोगों से कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ रहा? कà¥à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ से नहीं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पाप किया, और उनके शव जंगल में पड़े रहे? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:18 और उसने किन से शपथ खाई, कि तà¥à¤® मेरे विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने न पाओगे: केवल उनसे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आजà¥à¤žà¤¾ न मानी? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 3:19 इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हम देखते हैं, कि वे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के कारण पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न कर सके। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:1 ¶ इसलिठजब कि उसके विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ अब तक है, तो हमें डरना चाहिà¤; à¤à¤¸à¤¾ ने हो, कि तà¥à¤® में से कोई जन उससे वंचित रह जाà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के समान सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ गया है, पर सà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ वचन से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› लाठन हà¥à¤†; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के मन में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ नहीं बैठा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:3 ¶ और हम जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया है, उस विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं; (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सातवें दिन के विषय में उसने कहीं à¤à¤¸à¤¾ कहा है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:5 और इस जगह फिर यह कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:6 ¶ तो जब यह बात बाकी है कि कितने और हैं जो उस विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करें, और इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पहले सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ गया, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आजà¥à¤žà¤¾ न मानने के कारण उसमें पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:7 तो फिर वह किसी विशेष दिन को ठहराकर इतने दिन के बाद दाऊद की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में उसे ‘आज का दिन’ कहता है, जैसे पहले कहा गया, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:8 ¶ और यदि यहोशू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करा लेता, तो उसके बाद दूसरे दिन की चरà¥à¤šà¤¾ न होती। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:9 इसलिठजान लो कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के लोगों के लिये सबà¥à¤¤ का विशà¥à¤°à¤¾à¤® बाकी है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस ने उसके विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया है, उसने à¤à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के समान अपने कामों को पूरा करके विशà¥à¤°à¤¾à¤® किया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:11 इसलिठहम उस विशà¥à¤°à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करें, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि कोई जन उनके समान आजà¥à¤žà¤¾ न मानकर गिर पड़े। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:12 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन जीवित, पà¥à¤°à¤¬à¤², और हर à¤à¤• दोधारी तलवार से à¤à¥€ बहà¥à¤¤ तेज है, पà¥à¤°à¤¾à¤£, आतà¥à¤®à¤¾ को, गाà¤à¤ -गाà¤à¤ , और गूदे-गूदे को अलग करके, आर-पार छेदता है; और मन की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं और विचारों को जाà¤à¤šà¤¤à¤¾ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:13 और सृषà¥à¤Ÿà¤¿ की कोई वसà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° से छिपी नहीं है वरनॠजिसे हमें लेखा देना है, उसकी आà¤à¤–ों के सामने सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ खà¥à¤²à¥€ और पà¥à¤°à¤—ट हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:14 ¶ इसलिà¤, जब हमारा à¤à¤¸à¤¾ बड़ा महायाजक है, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ों से होकर गया है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° यीशà¥; तो आओ, हम अपने अंगीकार को दृढ़ता से थामे रहें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा à¤à¤¸à¤¾ महायाजक नहीं, जो हमारी निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾à¤“ं में हमारे साथ दà¥à¤ƒà¤–ी न हो सके; वरनॠवह सब बातों में हमारे समान परखा तो गया, तो à¤à¥€ निषà¥à¤ªà¤¾à¤ª निकला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 4:16 इसलिठआओ, हम अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के सिंहासन के निकट साहस बाà¤à¤§à¤•à¤° चलें, कि हम पर दया हो, और वह अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ पाà¤à¤, जो आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के समय हमारी सहायता करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:1 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• महायाजक मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से लिया जाता है, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ ही के लिये उन बातों के विषय में जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखती हैं, ठहराया जाता है: कि à¤à¥‡à¤‚ट और पापबलि चढ़ाया करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:2 और वह अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और à¤à¥‚ले à¤à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ के साथ नरà¥à¤®à¥€ से वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° कर सकता है इसलिठकि वह आप à¤à¥€ निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से घिरा है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:3 और इसलिठउसे चाहिà¤, कि जैसे लोगों के लिये, वैसे ही अपने लिये à¤à¥€ पाप-बलि चढ़ाया करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:4 ¶ और यह आदर का पद कोई अपने आप से नहीं लेता, जब तक कि हारून के समान परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से ठहराया न जाà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:5 ¶ वैसे ही मसीह ने à¤à¥€ महायाजक बनने की महिमा अपने आप से नहीं ली, पर उसको उसी ने दी, जिस ने उससे कहा था, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:6 ¶ इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वह दूसरी जगह में à¤à¥€ कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:7 ¶ यीशॠने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°-पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤°, और आà¤à¤¸à¥‚ बहा-बहाकर उससे जो उसको मृतà¥à¤¯à¥ से बचा सकता था, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤à¤ और विनती की और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के कारण उसकी सà¥à¤¨à¥€ गई। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:8 और पà¥à¤¤à¥à¤° होने पर à¤à¥€, उसने दà¥à¤ƒà¤– उठा-उठाकर आजà¥à¤žà¤¾ माननी सीखी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:9 ¶ और सिदà¥à¤§ बनकर, अपने सब आजà¥à¤žà¤¾ माननेवालों के लिये सदा काल के उदà¥à¤§à¤¾à¤° का कारण हो गया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:10 और उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से मलिकिसिदक की रीति पर महायाजक का पद मिला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:11 ¶ इसके विषय में हमें बहà¥à¤¤ सी बातें कहनी हैं, जिनका समà¤à¤¾à¤¨à¤¾ à¤à¥€ कठिन है; इसलिठकि तà¥à¤® ऊà¤à¤šà¤¾ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ लगे हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:12 ¶ समय के विचार से तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤°à¥ हो जाना चाहिठथा, तो à¤à¥€ यह आवशà¥à¤¯à¤• है, कि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचनों की आदि शिकà¥à¤·à¤¾ फिर से सिखाà¤? तà¥à¤® तो à¤à¤¸à¥‡ हो गठहो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤¨ के बदले अब तक दूध ही चाहिà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दूध पीनेवाले को तो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के वचन की पहचान नहीं होती, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह बचà¥à¤šà¤¾ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 5:14 पर अनà¥à¤¨ सयानों के लिये है, जिनकी जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करते-करते, à¤à¤²à¥‡-बà¥à¤°à¥‡ में à¤à¥‡à¤¦ करने में निपà¥à¤£ हो गई हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:1 ¶ इसलिठआओ मसीह की शिकà¥à¤·à¤¾ की आरमà¥à¤ की बातों को छोड़कर, हम सिदà¥à¤§à¤¤à¤¾ की ओर बढ़ते जाà¤à¤, और मरे हà¥à¤ कामों से मन फिराने, और परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:2 और बपतिसà¥à¤®à¤¾ और हाथ रखने, और मरे हà¥à¤“ं के जी उठने, और अननà¥à¤¤ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की शिकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‚पी नींव, फिर से न डालें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:3 और यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° चाहे, तो हम यही करेंगे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• बार जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ पाई है, और जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय वरदान का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चख चà¥à¤•à¥‡ हैं और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤¾à¤—ी हो गठहैं, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:5 और परमेशà¥â€à¤µà¤° के उतà¥à¤¤à¤® वचन का और आनेवाले यà¥à¤— की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चख चà¥à¤•à¥‡ हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:6 यदि वे à¤à¤Ÿà¤• जाà¤à¤; तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मन फिराव के लिये फिर नया बनाना अनहोना है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° को अपने लिये फिर कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाते हैं और पà¥à¤°à¤—ट में उस पर कलंक लगाते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो à¤à¥‚मि वरà¥à¤·à¤¾ के पानी को जो उस पर बार-बार पड़ता है, पी पीकर जिन लोगों के लिये वह जोती-बोई जाती है, उनके काम का साग-पात उपजाती है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से आशीष पाती है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:8 पर यदि वह à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥€ और ऊà¤à¤Ÿà¤•à¤Ÿà¤¾à¤°à¥‡ उगाती है, तो निकमà¥à¤®à¥€ और शà¥à¤°à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होने पर है, और उसका अनà¥à¤¤ जलाया जाना है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:9 ¶ पर हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ हम ये बातें कहते हैं तो à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में हम इससे अचà¥à¤›à¥€ और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤²à¥€ बातों का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ करते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ नहीं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ काम, और उस पà¥à¤°à¥‡à¤® को à¤à¥‚ल जाà¤, जो तà¥à¤® ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवितà¥à¤° लोगों की सेवा की, और कर à¤à¥€ रहे हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:11 ¶ पर हम बहà¥à¤¤ चाहते हैं, कि तà¥à¤® में से हर à¤à¤• जन अनà¥à¤¤ तक पूरी आशा के लिये à¤à¤¸à¤¾ ही पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करता रहे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:12 ताकि तà¥à¤® आलसी न हो जाओ; वरनॠउनका अनà¥à¤•à¤°à¤£ करो, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और धीरज के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤“ं के वारिस होते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:13 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ देते समय जब कि शपथ खाने के लिये किसी को अपने से बड़ा न पाया, तो अपनी ही शपथ खाकर कहा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:14 “मैं सचमà¥à¤š तà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ आशीष दूà¤à¤—ा, और तेरी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को बढ़ाता जाऊà¤à¤—ा।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:15 और इस रीति से उसने धीरज धरकर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की हà¥à¤ˆ बात पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:16 ¶ मनà¥à¤·à¥à¤¯ तो अपने से किसी बड़े की शपथ खाया करते हैं और उनके हर à¤à¤• विवाद का फैसला शपथ से पकà¥à¤•à¤¾ होता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:17 इसलिठजब परमेशà¥â€à¤µà¤° ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के वारिसों पर और à¤à¥€ साफ रीति से पà¥à¤°à¤—ट करना चाहा, कि उसकी मनसा बदल नहीं सकती तो शपथ को बीच में लाया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:18 ताकि दो बे-बदल बातों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिनके विषय में परमेशà¥â€à¤µà¤° का à¤à¥‚ठा ठहरना अनहोना है, हमारा दृढ़ता से ढाढ़स बनà¥à¤§ जाà¤, जो शरण लेने को इसलिठदौड़े हैं, कि उस आशा को जो सामने रखी हà¥à¤ˆ है पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:19 ¶ वह आशा हमारे पà¥à¤°à¤¾à¤£ के लिये à¤à¤¸à¤¾ लंगर है जो सà¥à¤¥à¤¿à¤° और दृढ़ है, और परदे के à¤à¥€à¤¤à¤° तक पहà¥à¤à¤šà¤¤à¤¾ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 6:20 जहाठयीशॠने मलिकिसिदक की रीति पर सदा काल का महायाजक बनकर, हमारे लिये अगà¥à¤† के रूप में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:1 ¶ यह मलिकिसिदक शालेम का राजा, और परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° का याजक, जब अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® राजाओं को मारकर लौटा जाता था, तो इसी ने उससे à¤à¥‡à¤‚ट करके उसे आशीष दी, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:2 इसी को अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने सब वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का दसवाठअंश à¤à¥€ दिया। यह पहले अपने नाम के अरà¥à¤¥ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का राजा और फिर शालेम अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शानà¥à¤¤à¤¿ का राजा है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:3 जिसका न पिता, न माता, न वंशावली है, जिसके न दिनों का आदि है और न जीवन का अनà¥à¤¤ है; परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प ठहरकर वह सदा के लिठयाजक बना रहता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:4 ¶ अब इस पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो कि यह कैसा महान था जिसको कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने अचà¥à¤›à¥‡ से अचà¥à¤›à¥‡ माल की लूट का दसवाठअंश दिया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:5 लेवी की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में से जो याजक का पद पाते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आजà¥à¤žà¤¾ मिली है, कि लोगों, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से, चाहे वे अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ही की देह से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न जनà¥à¤®à¥‡ हों, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दसवाठअंश लें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:6 पर इसने, जो उनकी वंशावली में का à¤à¥€ न था अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® से दसवाठअंश लिया और जिसे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ मिली थीं उसे आशीष दी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:7 ¶ और उसमें संदेह नहीं, कि छोटा बड़े से आशीष पाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:8 और यहाठतो मरनहार मनà¥à¤·à¥à¤¯ दसवाठअंश लेते हैं पर वहाठवही लेता है, जिसकी गवाही दी जाती है, कि वह जीवित है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:9 तो हम यह à¤à¥€ कह सकते हैं, कि लेवी ने à¤à¥€, जो दसवाठअंश लेता है, अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दसवाठअंश दिया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस समय मलिकिसिदक ने उसके पिता से à¤à¥‡à¤‚ट की, उस समय यह अपने पिता की देह में था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:11 ¶ तब यदि लेवीय याजक पद के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सिदà¥à¤§à¤¿ हो सकती है (जिसके सहारे से लोगों को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ मिली थी) तो फिर कà¥à¤¯à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ थी, कि दूसरा याजक मलिकिसिदक की रीति पर खड़ा हो, और हारून की रीति का न कहलाà¤? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब याजक का पद बदला जाता है तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का à¤à¥€ बदलना अवशà¥à¤¯ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:13 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसके विषय में ये बातें कही जाती हैं, वह दूसरे गोतà¥à¤° का है, जिसमें से किसी ने वेदी की सेवा नहीं की। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:14 तो पà¥à¤°à¤—ट है, कि हमारा पà¥à¤°à¤à¥ यहूदा के गोतà¥à¤° में से उदय हà¥à¤† है और इस गोतà¥à¤° के विषय में मूसा ने याजक पद की कà¥à¤› चरà¥à¤šà¤¾ नहीं की। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:15 ¶ हमारा दावा और à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ से पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हो जाता है, जब मलिकिसिदक के समान à¤à¤• और à¤à¤¸à¤¾ याजक उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होनेवाला था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:16 जो शारीरिक आजà¥à¤žà¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं, पर अविनाशी जीवन की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नियà¥à¤•à¥à¤¤ हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके विषय में यह गवाही दी गई है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:18 ¶ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, पहली आजà¥à¤žà¤¾ निरà¥à¤¬à¤²; और निषà¥à¤«à¤² होने के कारण लोप हो गई। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:19 (इसलिठकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ने किसी बात की सिदà¥à¤§à¤¿ नहीं की) और उसके सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ उतà¥à¤¤à¤® आशा रखी गई है जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के समीप जा सकते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:20 ¶ और इसलिठमसीह की नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ बिना शपथ नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे तो बिना शपथ याजक ठहराठगठपर यह शपथ के साथ उसकी ओर से नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया गया जिस ने उसके विषय में कहा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:22 ¶ इस कारण यीशॠà¤à¤• उतà¥à¤¤à¤® वाचा का जामिन ठहरा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:23 वे तो बहà¥à¤¤ से याजक बनते आà¤, इसका कारण यह था कि मृतà¥à¤¯à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रहने नहीं देती थी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:24 पर यह यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहता है; इस कारण उसका याजक पद अटल है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:25 ¶ इसलिठजो उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास आते हैं, वह उनका पूरा-पूरा उदà¥à¤§à¤¾à¤° कर सकता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उनके लिये विनती करने को सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ जीवित है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:26 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ ही महायाजक हमारे योगà¥à¤¯ था, जो पवितà¥à¤°, और निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ और निरà¥à¤®à¤², और पापियों से अलग, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से à¤à¥€ ऊà¤à¤šà¤¾ किया हà¥à¤† हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:27 ¶ और उन महायाजकों के समान उसे आवशà¥à¤¯à¤• नहीं कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ पहले अपने पापों और फिर लोगों के पापों के लिये बलिदान चढ़ाà¤; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने अपने आप को बलिदान चढ़ाकर उसे à¤à¤• ही बार निपटा दिया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 7:28 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तो निरà¥à¤¬à¤² मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को महायाजक नियà¥à¤•à¥à¤¤ करती है; परनà¥à¤¤à¥ उस शपथ का वचन जो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के बाद खाई गई, उस पà¥à¤¤à¥à¤° को नियà¥à¤•à¥à¤¤ करता है जो यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— के लिये सिदà¥à¤§ किया गया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:1 ¶ अब जो बातें हम कह रहे हैं, उनमें से सबसे बड़ी बात यह है, कि हमारा à¤à¤¸à¤¾ महायाजक है, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर महामहिमनॠके सिंहासन के दाहिने जा बैठा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:2 और पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ और उस सचà¥à¤šà¥‡ तमà¥à¤¬à¥‚ का सेवक हà¥à¤†, जिसे किसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने नहीं, वरनॠपà¥à¤°à¤à¥ ने खड़ा किया था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• महायाजक à¤à¥‡à¤‚ट, और बलिदान चढ़ाने के लिये ठहराया जाता है, इस कारण अवशà¥à¤¯ है, कि इसके पास à¤à¥€ कà¥à¤› चढ़ाने के लिये हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:4 और यदि मसीह पृथà¥à¤µà¥€ पर होता तो कà¤à¥€ याजक न होता, इसलिठकि पृथà¥à¤µà¥€ पर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ानेवाले तो हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:5 जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‚प और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬ की सेवा करते हैं, जैसे जब मूसा तमà¥à¤¬à¥‚ बनाने पर था, तो उसे यह चेतावनी मिली, “देख जो नमूना तà¥à¤à¥‡ पहाड़ पर दिखाया गया था, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सब कà¥à¤› बनाना।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:6 ¶ पर उन याजकों से बढ़कर सेवा यीशॠको मिली, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह और à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤® वाचा का मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥ ठहरा, जो और उतà¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤“ं के सहारे बाà¤à¤§à¥€ गई है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि वह पहली वाचा निरà¥à¤¦à¥‹à¤· होती, तो दूसरी के लिये अवसर न ढूà¤à¤¢à¤¼à¤¾ जाता। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:8 ¶ पर परमेशà¥â€à¤µà¤° लोगों पर दोष लगाकर कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:9 यह उस वाचा के समान न होगी, जो मैंने उनके पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के साथ उस समय बाà¤à¤§à¥€ थी, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:10 फिर पà¥à¤°à¤à¥ कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:11 और हर à¤à¤• अपने देशवाले को (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं उनके अधरà¥à¤® के विषय में दयावनà¥à¤¤ हूà¤à¤—ा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 8:13 ¶ नई वाचा की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ से उसने पà¥à¤°à¤¥à¤® वाचा को पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ ठहराया, और जो वसà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ और जीरà¥à¤£ हो जाती है उसका मिट जाना अनिवारà¥à¤¯ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:1 ¶ उस पहली वाचा में à¤à¥€ सेवा के नियम थे; और à¤à¤¸à¤¾ पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ था जो इस जगत का था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:2 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤• तमà¥à¤¬à¥‚ बनाया गया, पहले तमà¥à¤¬à¥‚ में दीवट, और मेज, और à¤à¥‡à¤‚ट की रोटियाठथीं; और वह पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ कहलाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:3 ¶ और दूसरे परदे के पीछे वह तमà¥à¤¬à¥‚ था, जो परमपवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ कहलाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:4 उसमें सोने की धूपदानी, और चारों ओर सोने से मढ़ा हà¥à¤† वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क और इसमें मनà¥à¤¨à¤¾ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† सोने का मरà¥à¤¤à¤¬à¤¾à¤¨ और हारून की छड़ी जिसमें फूल फल आ गठथे और वाचा की पटियाठथीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:5 उसके ऊपर दोनों तेजोमय करूब थे, जो पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ के ढकà¥à¤•à¤¨ पर छाया किठहà¥à¤ थे: इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का à¤à¤•-à¤à¤• करके वरà¥à¤£à¤¨ करने का अà¤à¥€ अवसर नहीं है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:6 ¶ ये वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ इस रीति से तैयार हो चà¥à¤•à¥€à¤‚, उस पहले तमà¥à¤¬à¥‚ में तो याजक हर समय पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करके सेवा के काम समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करते हैं, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:7 पर दूसरे में केवल महायाजक वरà¥à¤· à¤à¤° में à¤à¤• ही बार जाता है; और बिना लहू लिये नहीं जाता; जिसे वह अपने लिये और लोगों की à¤à¥‚ल चूक के लिये चढ़ाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:8 ¶ इससे पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ यही दिखाता है, कि जब तक पहला तमà¥à¤¬à¥‚ खड़ा है, तब तक पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤—ट नहीं हà¥à¤†à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:9 और यह तमà¥à¤¬à¥‚ तो वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय के लिये à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ है; जिसमें à¤à¤¸à¥€ à¤à¥‡à¤‚ट और बलिदान चढ़ाठजाते हैं, जिनसे आराधना करनेवालों के विवेक सिदà¥à¤§ नहीं हो सकते। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:10 इसलिठकि वे केवल खाने-पीने की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं, और à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ के सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ विधि के आधार पर शारीरिक नियम हैं, जो सà¥à¤§à¤¾à¤° के समय तक के लिये नियà¥à¤•à¥à¤¤ किठगठहैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:11 ¶ परनà¥à¤¤à¥ जब मसीह आनेवाली अचà¥à¤›à¥€-अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का महायाजक होकर आया, तो उसने और à¤à¥€ बड़े और सिदà¥à¤§ तमà¥à¤¬à¥‚ से होकर जो हाथ का बनाया हà¥à¤† नहीं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सृषà¥à¤Ÿà¤¿ का नहीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:12 और बकरों और बछड़ों के लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नहीं, पर अपने ही लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• ही बार पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया, और अननà¥à¤¤ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:13 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब बकरों और बैलों का लहू और बछिया की राख अपवितà¥à¤° लोगों पर छिड़के जाने से शरीर की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ के लिये पवितà¥à¤° करती है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:14 तो मसीह का लहू जिस ने अपने आप को सनातन आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने निरà¥à¤¦à¥‹à¤· चढ़ाया, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विवेक को मरे हà¥à¤ कामों से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न शà¥à¤¦à¥à¤§ करेगा, ताकि तà¥à¤® जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° की सेवा करो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:15 और इसी कारण वह नई वाचा का मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥ है, ताकि उस मृतà¥à¤¯à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो पहली वाचा के समय के अपराधों से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने के लिये हà¥à¤ˆ है, बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤ लोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अननà¥à¤¤ विरासत को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:16 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जहाठवाचा बाà¤à¤§à¥€ गई है वहाठवाचा बाà¤à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की मृतà¥à¤¯à¥ का समठलेना à¤à¥€ अवशà¥à¤¯ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥€ वाचा मरने पर पकà¥à¤•à¥€ होती है, और जब तक वाचा बाà¤à¤§à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ जीवित रहता है, तब तक वाचा काम की नहीं होती। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:18 ¶ इसलिठपहली वाचा à¤à¥€ बिना लहू के नहीं बाà¤à¤§à¥€ गई। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब मूसा सब लोगों को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की हर à¤à¤• आजà¥à¤žà¤¾ सà¥à¤¨à¤¾ चà¥à¤•à¤¾, तो उसने बछड़ों और बकरों का लहू लेकर, पानी और लाल ऊन, और जूफा के साथ, उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पर और सब लोगों पर छिड़क दिया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:20 और कहा, “यह उस वाचा का लहू है, जिसकी आजà¥à¤žà¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये दी है।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:21 ¶ और इसी रीति से उसने तमà¥à¤¬à¥‚ और सेवा के सारे सामान पर लहू छिड़का। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:22 और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤¦à¥à¤§ की जाती हैं; और बिना लहू बहाठकà¥à¤·à¤®à¤¾ नहीं होती। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:23 ¶ इसलिठअवशà¥à¤¯ है, कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‚प इन बलिदानों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤¦à¥à¤§ किठजाà¤à¤; पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में की वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ आप इनसे उतà¥à¤¤à¤® बलिदानों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤¦à¥à¤§ की जातीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:24 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह ने उस हाथ के बनाठहà¥à¤ पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में जो सचà¥à¤šà¥‡ पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ का नमूना है, पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ नहीं किया, पर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— ही में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया, ताकि हमारे लिये अब परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने दिखाई दे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:25 ¶ यह नहीं कि वह अपने आप को बार-बार चढ़ाà¤, जैसा कि महायाजक पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· दूसरे का लहू लिये पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया करता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:26 नहीं तो जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से लेकर उसको बार-बार दà¥à¤ƒà¤– उठाना पड़ता; पर अब यà¥à¤— के अनà¥à¤¤ में वह à¤à¤• बार पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤† है, ताकि अपने ही बलिदान के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पाप को दूर कर दे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:27 ¶ और जैसे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये à¤à¤• बार मरना और उसके बाद नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का होना नियà¥à¤•à¥à¤¤ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 9:28 वैसे ही मसीह à¤à¥€ बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पापों को उठा लेने के लिये à¤à¤• बार बलिदान हà¥à¤† और जो लोग उसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करते हैं, उनके उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये दूसरी बार बिना पाप के दिखाई देगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:1 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ जिसमें आनेवाली अचà¥à¤›à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬ है, पर उनका असली सà¥à¤µà¤°à¥‚प नहीं, इसलिठउन à¤à¤• ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बलिदानों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, जो पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· अचूक चढ़ाठजाते हैं, पास आनेवालों को कदापि सिदà¥à¤§ नहीं कर सकती। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:2 नहीं तो उनका चढ़ाना बनà¥à¤¦ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो जाता? इसलिठकि जब सेवा करनेवाले à¤à¤• ही बार शà¥à¤¦à¥à¤§ हो जाते, तो फिर उनका विवेक उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पापी न ठहराता। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:3 परनà¥à¤¤à¥ उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· पापों का सà¥à¤®à¤°à¤£ हà¥à¤† करता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अनहोना है, कि बैलों और बकरों का लहू पापों को दूर करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:5 ¶ इसी कारण मसीह जगत में आते समय कहता है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:6 होमबलियों और पापबलियों से तू पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ नहीं हà¥à¤†à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:7 तब मैंने कहा, ‘देख, मैं आ गया हूà¤, (पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में मेरे विषय में लिखा हà¥à¤† है) ताकि हे परमेशà¥â€à¤µà¤° तेरी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी करूà¤â€™à¥¤â€ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:8 ऊपर तो वह कहता है, “न तूने बलिदान और à¤à¥‡à¤‚ट और होमबलियों और पापबलियों को चाहा, और न उनसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†,†यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ ये बलिदान तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चढ़ाठजाते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:9 फिर यह à¤à¥€ कहता है, “देख, मैं आ गया हूà¤, ताकि तेरी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी करूà¤,†अतः वह पहले को हटा देता है, ताकि दूसरे को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:10 उसी इचà¥à¤›à¤¾ से हम यीशॠमसीह की देह के à¤à¤• ही बार बलिदान चढ़ाठजाने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤° किठगठहैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:11 ¶ और हर à¤à¤• याजक तो खड़े होकर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ सेवा करता है, और à¤à¤• ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बलिदान को जो पापों को कà¤à¥€ à¤à¥€ दूर नहीं कर सकते; बार-बार चढ़ाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:12 पर यह वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ तो पापों के बदले à¤à¤• ही बलिदान सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ के लिये चढ़ाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिने जा बैठा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:13 और उसी समय से इसकी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहा है, कि उसके बैरी उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के नीचे की चौकी बनें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने à¤à¤• ही चढ़ावे के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो पवितà¥à¤° किठजाते हैं, सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ के लिये सिदà¥à¤§ कर दिया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:15 ¶ और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ हमें यही गवाही देता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने पहले कहा था (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:16 “पà¥à¤°à¤à¥ कहता है; कि जो वाचा मैं (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:17 (फिर वह यह कहता है,) “मैं उनके पापों को, और उनके अधरà¥à¤® के कामों को फिर कà¤à¥€ सà¥à¤®à¤°à¤£ न करूà¤à¤—ा।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:18 ¶ और जब इनकी कà¥à¤·à¤®à¤¾ हो गई है, तो फिर पाप का बलिदान नहीं रहा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:19 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब कि हमें यीशॠके लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उस नये और जीविते मारà¥à¤— से पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने का साहस हो गया है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:20 जो उसने परदे अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपने शरीर में से होकर, हमारे लिये अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया है, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:21 और इसलिठकि हमारा à¤à¤¸à¤¾ महान याजक है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के घर का अधिकारी है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:22 तो आओ; हम सचà¥à¤šà¥‡ मन, और पूरे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ, और विवेक का दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव लेकर, और देह को शà¥à¤¦à¥à¤§ जल से धà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° के समीप जाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:23 ¶ और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामे रहें; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की है, वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:24 और पà¥à¤°à¥‡à¤®, और à¤à¤²à¥‡ कामों में उसà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये à¤à¤• दूसरे की चिनà¥à¤¤à¤¾ किया करें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:25 और à¤à¤• दूसरे के साथ इकटà¥à¤ ा होना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर à¤à¤• दूसरे को समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ रहें; और जà¥à¤¯à¥‹à¤‚-जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उस दिन को निकट आते देखो, तà¥à¤¯à¥‹à¤‚-तà¥à¤¯à¥‹à¤‚ और à¤à¥€ अधिक यह किया करो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:26 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ की पहचान पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के बाद यदि हम जान-बूà¤à¤•à¤° पाप करते रहें, तो पापों के लिये फिर कोई बलिदान बाकी नहीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:27 हाà¤, दणà¥à¤¡ की à¤à¤• à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• उमà¥à¤®à¥€à¤¦ और आग का जà¥à¤µà¤²à¤¨ बाकी है जो विरोधियों को à¤à¤¸à¥à¤® कर देगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:28 ¶ जब कि मूसा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का न माननेवाला दो या तीन जनों की गवाही पर, बिना दया के मार डाला जाता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:29 तो सोच लो कि वह कितने और à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¥€ दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ ठहरेगा, जिस ने परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° को पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ से रौंदा, और वाचा के लहू को जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वह पवितà¥à¤° ठहराया गया था, अपवितà¥à¤° जाना हैं, और अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की आतà¥à¤®à¤¾ का अपमान किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:30 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसे जानते हैं, जिस ने कहा, “पलटा लेना मेरा काम है, मैं ही बदला दूà¤à¤—ा।†और फिर यह, कि “पà¥à¤°à¤à¥ अपने लोगों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:31 जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° के हाथों में पड़ना à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• बात है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:32 ¶ परनà¥à¤¤à¥ उन पहले दिनों को सà¥à¤®à¤°à¤£ करो, जिनमें तà¥à¤® जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ पा कर दà¥à¤ƒà¤–ों के बड़े संघरà¥à¤· में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:33 कà¥à¤› तो यह, कि तà¥à¤® निनà¥à¤¦à¤¾, और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ सहते हà¥à¤ तमाशा बने, और कà¥à¤› यह, कि तà¥à¤® उनके सहà¤à¤¾à¤—ी हà¥à¤ जिनकी दà¥à¤°à¥à¤¦à¤¶à¤¾ की जाती थी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:34 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® कैदियों के दà¥à¤ƒà¤– में à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤–ी हà¥à¤, और अपनी संपतà¥à¤¤à¤¿ à¤à¥€ आननà¥à¤¦ से लà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ दी; यह जानकर, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास à¤à¤• और à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤® और सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ ठहरनेवाली संपतà¥à¤¤à¤¿ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:35 ¶ इसलिà¤, अपना साहस न छोड़ो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² बड़ा है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:36 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ धीरज रखना अवशà¥à¤¯ है, ताकि परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ को पूरी करके तà¥à¤® पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ का फल पाओ। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:37 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब बहà¥à¤¤ ही थोड़ा समय रह गया है (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:38 और मेरा धरà¥à¤®à¥€ जन विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से जीवित रहेगा, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 10:39 ¶ पर हम हटनेवाले नहीं, कि नाश हो जाà¤à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करनेवाले हैं, कि पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को बचाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:1 ¶ अब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ आशा की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का निशà¥à¤šà¤¯, और अनदेखी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसी के विषय में पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ की अचà¥à¤›à¥€ गवाही दी गई। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:3 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से हम जान जाते हैं, कि सारी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ की रचना परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤ˆ है। यह नहीं, कि जो कà¥à¤› देखने में आता है, वह देखी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से बना हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:4 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से हाबिल ने कैन से उतà¥à¤¤à¤® बलिदान परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये चढ़ाया; और उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसके धरà¥à¤®à¥€ होने की गवाही à¤à¥€ दी गई: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसकी à¤à¥‡à¤‚टों के विषय में गवाही दी; और उसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वह मरने पर à¤à¥€ अब तक बातें करता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:5 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से हनोक उठा लिया गया, कि मृतà¥à¤¯à¥ को न देखे, और उसका पता नहीं मिला; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उसे उठा लिया था, और उसके उठाठजाने से पहले उसकी यह गवाही दी गई थी, कि उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ किया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:6 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बिना उसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ करना अनहोना है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास आनेवाले को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना चाहिà¤, कि वह है; और अपने खोजनेवालों को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² देता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:7 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चेतावनी पा कर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसने संसार को दोषी ठहराया; और उस धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का वारिस हà¥à¤†, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से होता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:8 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® जब बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया तो आजà¥à¤žà¤¾ मानकर à¤à¤¸à¥€ जगह निकल गया जिसे विरासत में लेनेवाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूà¤; तो à¤à¥€ निकल गया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:9 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से उसने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ किठहà¥à¤ देश में जैसे पराठदेश में परदेशी रहकर इसहाक और याकूब समेत जो उसके साथ उसी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के वारिस थे, तमà¥â€à¤¬à¥à¤“ं में वास किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उस सà¥à¤¥à¤¿à¤° नींव वाले नगर की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करता था, जिसका रचनेवाला और बनानेवाला परमेशà¥â€à¤µà¤° है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:11 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से सारा ने आप बूढ़ी होने पर à¤à¥€ गरà¥à¤ धारण करने की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ पाई; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ करनेवाले को सचà¥à¤šà¤¾ जाना था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:12 इस कारण à¤à¤• ही जन से जो मरा हà¥à¤† सा था, आकाश के तारों और समà¥à¤¦à¥à¤° तट के रेत के समान, अनगिनत वंश उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:13 ¶ ये सब विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही की दशा में मरे; और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ नहीं पाईं; पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दूर से देखकर आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤ और मान लिया, कि हम पृथà¥à¤µà¥€ पर परदेशी और बाहरी हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:14 जो à¤à¤¸à¥€-à¤à¤¸à¥€ बातें कहते हैं, वे पà¥à¤°à¤—ट करते हैं, कि सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ की खोज में हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:15 ¶ और जिस देश से वे निकल आठथे, यदि उसकी सà¥à¤§à¤¿ करते तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लौट जाने का अवसर था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:16 पर वे à¤à¤• उतà¥à¤¤à¤® अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय देश के अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¥€ हैं, इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° उनका परमेशà¥â€à¤µà¤° कहलाने में नहीं लजाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने उनके लिये à¤à¤• नगर तैयार किया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:17 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने, परखे जाने के समय में, इसहाक को बलिदान चढ़ाया, और जिस ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤“ं को सच माना था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:18 और जिससे यह कहा गया था, “इसहाक से तेरा वंश कहलाà¤à¤—ा,†वह अपने à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¥‡ को चढ़ाने लगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने मान लिया, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° सामरà¥à¤¥à¥€ है, कि उसे मरे हà¥à¤“ं में से जिलाà¤, इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ की रीति पर वह उसे फिर मिला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:20 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से इसहाक ने याकूब और à¤à¤¸à¤¾à¤µ को आनेवाली बातों के विषय में आशीष दी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:21 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से याकूब ने मरते समय यूसà¥à¤« के दोनों पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में से à¤à¤•-à¤à¤• को आशीष दी, और अपनी लाठी के सिरे पर सहारा लेकर दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:22 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से यूसà¥à¤« ने, जब वह मरने पर था, तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के निकल जाने की चरà¥à¤šà¤¾ की, और अपनी हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय में आजà¥à¤žà¤¾ दी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:23 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से मूसा के माता पिता ने उसको, उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होने के बाद तीन महीने तक छिपा रखा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देखा, कि बालक सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° है, और वे राजा की आजà¥à¤žà¤¾ से न डरे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:24 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से मूसा ने सयाना होकर फ़िरौन की बेटी का पà¥à¤¤à¥à¤° कहलाने से इनà¥à¤•à¤¾à¤° किया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:25 इसलिठकि उसे पाप में थोड़े दिन के सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ने से परमेशà¥â€à¤µà¤° के लोगों के साथ दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥‹à¤—ना और à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤® लगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:26 और मसीह के कारण निनà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होने को मिसà¥à¤° के à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से बड़ा धन समà¤à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी आà¤à¤–ें फल पाने की ओर लगी थीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:27 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से राजा के कà¥à¤°à¥‹à¤§ से न डरकर उसने मिसà¥à¤° को छोड़ दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अनदेखे को मानो देखता हà¥à¤† दृढ़ रहा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:28 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से उसने फसह और लहू छिड़कने की विधि मानी, कि पहलौठों का नाश करनेवाला इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर हाथ न डाले। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:29 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से वे लाल समà¥à¤¦à¥à¤° के पार à¤à¤¸à¥‡ उतर गà¤, जैसे सूखी à¤à¥‚मि पर से; और जब मिसà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने वैसा ही करना चाहा, तो सब डूब मरे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:30 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से यरीहो की शहरपनाह, जब सात दिन तक उसका चकà¥à¤•à¤° लगा चà¥à¤•à¥‡ तो वह गिर पड़ी। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:31 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही से राहाब वेशà¥à¤¯à¤¾ आजà¥à¤žà¤¾ न माननेवालों के साथ नाश नहीं हà¥à¤ˆ; इसलिठकि उसने à¤à¥‡à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को कà¥à¤¶à¤² से रखा था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:32 ¶ अब और कà¥à¤¯à¤¾ कहूà¤? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समय नहीं रहा, कि गिदोन का, और बाराक और शिमशोन का, और यिफतह का, और दाऊद का और शमूà¤à¤² का, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का वरà¥à¤£à¤¨ करूà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:33 इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजà¥à¤¯ जीते; धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के काम किà¤; पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कीं, सिंहों के मà¥à¤à¤¹ बनà¥à¤¦ किà¤, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:34 आग की जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ को ठणà¥à¤¡à¤¾ किया; तलवार की धार से बच निकले, निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ में बलवनà¥à¤¤ हà¥à¤; लड़ाई में वीर निकले; विदेशियों की फौजों को मार à¤à¤—ाया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:35 ¶ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने मरे हà¥à¤“ं को फिर जीविते पाया; कितने तो मार खाते-खाते मर गà¤; और छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ न चाहा; इसलिठकि उतà¥à¤¤à¤® पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ के à¤à¤¾à¤—ी हों। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:36 दूसरे लोग तो उपहास में उड़ाà¤à¤ जाने; और कोड़े खाने; वरनॠबाà¤à¤§à¥‡ जाने; और कैद में पड़ने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परखे गà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:37 पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ किठगà¤; आरे से चीरे गà¤; उनकी परीकà¥à¤·à¤¾ की गई; तलवार से मारे गà¤; वे कंगाली में और कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में और दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥‹à¤—ते हà¥à¤ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ और बकरियों की खालें ओढ़े हà¥à¤, इधर-उधर मारे-मारे फिरे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:38 और जंगलों, और पहाड़ों, और गà¥à¤«à¤¾à¤“ं में, और पृथà¥à¤µà¥€ की दरारों में à¤à¤Ÿà¤•à¤¤à¥‡ फिरे। संसार उनके योगà¥à¤¯ न था। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:39 ¶ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इन सब के विषय में अचà¥à¤›à¥€ गवाही दी गई, तो à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥ न मिली। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 11:40 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमारे लिये पहले से à¤à¤• उतà¥à¤¤à¤® बात ठहराई, कि वे हमारे बिना सिदà¥à¤§à¤¤à¤¾ को न पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:1 ¶ इस कारण जब कि गवाहों का à¤à¤¸à¤¾ बड़ा बादल हमको घेरे हà¥à¤ है, तो आओ, हर à¤à¤• रोकनेवाली वसà¥à¤¤à¥, और उलà¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ पाप को दूर करके, वह दौड़ जिसमें हमें दौड़ना है, धीरज से दौड़ें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:2 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के करà¥à¤¤à¤¾ और सिदà¥à¤§ करनेवाले यीशॠकी ओर ताकते रहें; जिस ने उस आननà¥à¤¦ के लिये जो उसके आगे धरा था, लजà¥à¤œà¤¾ की कà¥à¤› चिनà¥à¤¤à¤¾ न करके, कà¥à¤°à¥‚स का दà¥à¤ƒà¤– सहा; और सिंहासन पर परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिने जा बैठा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:3 ¶ इसलिठउस पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो, जिस ने अपने विरोध में पापियों का इतना वाद-विवाद सह लिया कि तà¥à¤® निराश होकर साहस न छोड़ दो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:4 ¶ तà¥à¤® ने पाप से लड़ते हà¥à¤ उससे à¤à¤¸à¥€ मà¥à¤ à¤à¥‡à¤¡à¤¼ नहीं की, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ लहू बहा हो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:5 और तà¥à¤® उस उपदेश को जो तà¥à¤® को पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के समान दिया जाता है, à¤à¥‚ल गठहो: (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥, जिससे पà¥à¤°à¥‡à¤® करता है, उसको अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ à¤à¥€ करता है; (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:7 ¶ तà¥à¤® दà¥à¤ƒà¤– को अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ समà¤à¤•à¤° सह लो; परमेशà¥â€à¤µà¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤¤à¥à¤° जानकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ करता है, वह कौन सा पà¥à¤¤à¥à¤° है, जिसकी ताड़ना पिता नहीं करता? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:8 यदि वह ताड़ना जिसके à¤à¤¾à¤—ी सब होते हैं, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ नहीं हà¥à¤ˆ, तो तà¥à¤® पà¥à¤¤à¥à¤° नहीं, पर वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ठहरे! (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:9 ¶ फिर जब कि हमारे शारीरिक पिता à¤à¥€ हमारी ताड़ना किया करते थे और हमने उनका आदर किया, तो कà¥à¤¯à¤¾ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं के पिता के और à¤à¥€ अधीन न रहें जिससे हम जीवित रहें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:10 वे तो अपनी-अपनी समठके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° थोड़े दिनों के लिये ताड़ना करते थे, पर यह तो हमारे लाठके लिये करता है, कि हम à¤à¥€ उसकी पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ के à¤à¤¾à¤—ी हो जाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:11 ¶ और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की ताड़ना आननà¥à¤¦ की नहीं, पर शोक ही की बात दिखाई पड़ती है, तो à¤à¥€ जो उसको सहते-सहते पकà¥à¤•à¥‡ हो गठहैं, पीछे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चैन के साथ धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² मिलता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:12 ¶ इसलिठढीले हाथों और निरà¥à¤¬à¤² घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ को सीधे करो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:13 और अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के लिये सीधे मारà¥à¤— बनाओ, कि लà¤à¤—ड़ा à¤à¤Ÿà¤• न जाà¤, पर à¤à¤²à¤¾ चंगा हो जाà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:14 ¶ सबसे मेल मिलाप रखो, और उस पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ के खोजी हो जिसके बिना कोई पà¥à¤°à¤à¥ को कदापि न देखेगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:15 और धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखते रहो, à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से वंचित रह जाà¤, या कोई कड़वी जड़ फूटकर कषà¥à¤Ÿ दे, और उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बहà¥à¤¤ से लोग अशà¥à¤¦à¥à¤§ हो जाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:16 à¤à¤¸à¤¾ न हो, कि कोई जन वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€, या à¤à¤¸à¤¾à¤µ के समान अधरà¥à¤®à¥€ हो, जिसने à¤à¤• बार के à¤à¥‹à¤œà¤¨ के बदले अपने पहलौठे होने का पद बेच डाला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:17 तà¥à¤® जानते तो हो, कि बाद में जब उसने आशीष पानी चाही, तो अयोगà¥à¤¯ गिना गया, और आà¤à¤¸à¥‚ बहा बहाकर खोजने पर à¤à¥€ मन फिराव का अवसर उसे न मिला। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:18 ¶ तà¥à¤® तो उस पहाड़ के पास जो छà¥à¤† जा सकता था और आग से पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ था, और काली घटा, और अंधेरा, और आà¤à¤§à¥€ के पास। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:19 और तà¥à¤°à¤¹à¥€ की धà¥à¤µà¤¨à¤¿, और बोलनेवाले के à¤à¤¸à¥‡ शबà¥à¤¦ के पास नहीं आà¤, जिसके सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ ने विनती की, कि अब हम से और बातें न की जाà¤à¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उस आजà¥à¤žà¤¾ को न सह सके “यदि कोई पशॠà¤à¥€ पहाड़ को छूà¤, तो पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ किया जाà¤à¥¤â€ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:21 और वह दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¤¸à¤¾ डरावना था, कि मूसा ने कहा, “मैं बहà¥à¤¤ डरता और काà¤à¤ªà¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤â€ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:22 ¶ पर तà¥à¤® सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ के पहाड़ के पास, और जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° के नगर सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय यरूशलेम के पास और लाखों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:23 और उन पहलौठों की साधारण सà¤à¤¾ और कलीसिया जिनके नाम सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में लिखे हà¥à¤ हैं और सब के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास, और सिदà¥à¤§ किठहà¥à¤ धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:24 और नई वाचा के मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥ यीशà¥, और छिड़काव के उस लहू के पास आठहो, जो हाबिल के लहू से उतà¥à¤¤à¤® बातें कहता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:25 ¶ सावधान रहो, और उस कहनेवाले से मà¥à¤à¤¹ न फेरो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे लोग जब पृथà¥à¤µà¥€ पर के चेतावनी देनेवाले से मà¥à¤à¤¹ मोड़कर न बच सके, तो हम सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर से चेतावनी देनेवाले से मà¥à¤à¤¹ मोड़कर कैसे बच सकेंगे? (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:26 उस समय तो उसके शबà¥à¤¦ ने पृथà¥à¤µà¥€ को हिला दिया पर अब उसने यह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की है, “à¤à¤• बार फिर मैं केवल पृथà¥à¤µà¥€ को नहीं, वरनॠआकाश को à¤à¥€ हिला दूà¤à¤—ा।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:27 ¶ और यह वाकà¥à¤¯ ‘à¤à¤• बार फिर’ इस बात को पà¥à¤°à¤—ट करता है, कि जो वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ हिलाई जाती हैं, वे सृजी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ होने के कारण टल जाà¤à¤à¤—ी; ताकि जो वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ हिलाई नहीं जातीं, वे अटल बनी रहें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:28 इस कारण हम इस राजà¥à¤¯ को पा कर जो हिलने का नहीं, उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ को हाथ से न जाने दें, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿, और à¤à¤¯ सहित, परमेशà¥â€à¤µà¤° की à¤à¤¸à¥€ आराधना कर सकते हैं जिससे वह पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 12:29 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤¸à¥à¤® करनेवाली आग है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:1 ¶ à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ का पà¥à¤°à¥‡à¤® बना रहे। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:2 अतिथि-सतà¥à¤•à¤¾à¤° करना न à¤à¥‚लना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कितनों ने अनजाने में सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों का आदर-सतà¥à¤•à¤¾à¤° किया है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:3 ¶ कैदियों की à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤§à¤¿ लो, कि मानो उनके साथ तà¥à¤® à¤à¥€ कैद हो; और जिनके साथ बà¥à¤°à¤¾ बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ किया जाता है, उनकी à¤à¥€ यह समà¤à¤•à¤° सà¥à¤§à¤¿ लिया करो, कि हमारी à¤à¥€ देह है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:4 विवाह सब में आदर की बात समà¤à¥€ जाà¤, और विवाह बिछौना निषà¥à¤•à¤²à¤‚क रहे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, और परसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤—ामियों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:5 ¶ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ लोà¤à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ हो, और जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास है, उसी पर संतोष किया करो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने आप ही कहा है, “मैं तà¥à¤à¥‡ कà¤à¥€ न छोड़ूà¤à¤—ा, और न कà¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ूà¤à¤—ा।†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:6 इसलिठहम बेधड़क होकर कहते हैं, “पà¥à¤°à¤à¥, मेरा सहायक है; मैं न डरूà¤à¤—ा; मनà¥à¤·à¥à¤¯ मेरा कà¥à¤¯à¤¾ कर सकता है?†(IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:7 ¶ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अगà¥à¤µà¥‡ थे, और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤°à¤£ रखो; और धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से उनके चाल-चलन का अनà¥à¤¤ देखकर उनके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का अनà¥à¤•à¤°à¤£ करो। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:8 यीशॠमसीह कल और आज और यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— à¤à¤• जैसा है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:9 ¶ नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के और ऊपरी उपदेशों से न à¤à¤°à¤®à¤¾à¤ जाओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मन का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ से दृढ़ रहना à¤à¤²à¤¾ है, न कि उन खाने की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से जिनसे काम रखनेवालों को कà¥à¤› लाठन हà¥à¤†à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:10 हमारी à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ वेदी है, जिस पर से खाने का अधिकार उन लोगों को नहीं, जो तमà¥à¤¬à¥‚ की सेवा करते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिन पशà¥à¤“ं का लहू महायाजक पाप-बलि के लिये पवितà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¥à¤¾à¤¨ में ले जाता है, उनकी देह छावनी के बाहर जलाई जाती है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:12 ¶ इसी कारण, यीशॠने à¤à¥€ लोगों को अपने ही लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पवितà¥à¤° करने के लिये फाटक के बाहर दà¥à¤ƒà¤– उठाया। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:13 इसलिà¤, आओ उसकी निनà¥à¤¦à¤¾ अपने ऊपर लिठहà¥à¤ छावनी के बाहर उसके पास निकल चलें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहाठहमारा कोई सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहनेवाला नगर नहीं, वरनॠहम à¤à¤• आनेवाले नगर की खोज में हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:15 ¶ इसलिठहम उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤°à¥‚पी बलिदान, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उन होंठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ चढ़ाया करें। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:16 पर à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करना, और उदारता न à¤à¥‚लो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° à¤à¤¸à¥‡ बलिदानों से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ होता है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:17 ¶ अपने अगà¥à¤“ं की मानो; और उनके अधीन रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उनके समान तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ के लिये जागते रहते, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लेखा देना पड़ेगा, कि वे यह काम आननà¥à¤¦ से करें, न कि ठंडी साà¤à¤¸ ले लेकर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस दशा में तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› लाठनहीं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:18 ¶ हमारे लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है, कि हमारा विवेक शà¥à¤¦à¥à¤§ है; और हम सब बातों में अचà¥à¤›à¥€ चाल चलना चाहते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:19 पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने के लिये मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ और à¤à¥€ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करता हूà¤, ताकि मैं शीघà¥à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास फिर आ सकूà¤à¥¤ (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:20 ¶ अब शानà¥à¤¤à¤¿à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° जो हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠको जो à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ का महान रखवाला है सनातन वाचा के लहू के गà¥à¤£ से मरे हà¥à¤“ं में से जिलाकर ले आया, (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:21 तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हर à¤à¤• à¤à¤²à¥€ बात में सिदà¥à¤§ करे, जिससे तà¥à¤® उसकी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी करो, और जो कà¥à¤› उसको à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है, उसे यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम में पूरा करे, उसकी महिमा यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:22 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ मैं तà¥à¤® से विनती करता हूà¤, कि इन उपदेश की बातों को सह लो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤ संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में लिखा है। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:23 तà¥à¤® यह जान लो कि तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸ हमारा à¤à¤¾à¤ˆ छूट गया है और यदि वह शीघà¥à¤° आ गया, तो मैं उसके साथ तà¥à¤® से à¤à¥‡à¤‚ट करूà¤à¤—ा। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:24 ¶ अपने सब अगà¥à¤“ं और सब पवितà¥à¤° लोगों को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहो। इतालियावाले तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। (IN) इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ 13:25 ¶ तà¥à¤® सब पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ होता रहे। आमीन। (IN) याकूब 1:1 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° के और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दास याकूब की ओर से उन बारहों गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को जो तितर-बितर होकर रहते हैं नमसà¥à¤•à¤¾à¤° पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ (IN) याकूब 1:2 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जब तà¥à¤® नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में पड़ो तो इसको पूरे आननà¥à¤¦ की बात समà¤à¥‹, (IN) याकूब 1:3 यह जानकर, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के परखे जाने से धीरज उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होता है। (IN) याकूब 1:4 ¶ पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तà¥à¤® पूरे और सिदà¥à¤§ हो जाओ और तà¥à¤® में किसी बात की घटी न रहे। (IN) याकूब 1:5 पर यदि तà¥à¤® में से किसी को बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की घटी हो, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° से माà¤à¤—ो, जो बिना उलाहना दिठसब को उदारता से देता है; और उसको दी जाà¤à¤—ी। (IN) याकूब 1:6 ¶ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से माà¤à¤—े, और कà¥à¤› सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ न करे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ करनेवाला समà¥à¤¦à¥à¤° की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है। (IN) याकूब 1:7 à¤à¤¸à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ यह न समà¤à¥‡, कि मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤à¥ से कà¥à¤› मिलेगा, (IN) याकूब 1:8 वह वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤¤à¤¾ है, और अपनी सारी बातों में चंचल है। (IN) याकूब 1:9 ¶ दीन à¤à¤¾à¤ˆ अपने ऊà¤à¤šà¥‡ पद पर घमणà¥à¤¡ करे। (IN) याकूब 1:10 और धनवान अपनी नीच दशा पर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह घास के फूल की तरह मिट जाà¤à¤—ा। (IN) याकूब 1:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सूरà¥à¤¯ उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सूखा देती है, और उसका फूल à¤à¤¡à¤¼ जाता है, और उसकी शोà¤à¤¾ मिटती जाती है; उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° धनवान à¤à¥€ अपने कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के मधà¥à¤¯ में ही लोप हो जाà¤à¤à¤—े। (IN) याकूब 1:12 ¶ धनà¥à¤¯ है वह मनà¥à¤·à¥à¤¯, जो परीकà¥à¤·à¤¾ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह खरा निकलकर जीवन का वह मà¥à¤•à¥à¤Ÿ पाà¤à¤—ा, जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ पà¥à¤°à¤à¥ ने अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® करनेवालों को दी है। (IN) याकूब 1:13 जब किसी की परीकà¥à¤·à¤¾ हो, तो वह यह न कहे, कि मेरी परीकà¥à¤·à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से होती है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि न तो बà¥à¤°à¥€ बातों से परमेशà¥â€à¤µà¤° की परीकà¥à¤·à¤¾ हो सकती है, और न वह किसी की परीकà¥à¤·à¤¾ आप करता है। (IN) याकूब 1:14 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपनी ही अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ में खिंचकर, और फà¤à¤¸à¤•à¤° परीकà¥à¤·à¤¾ में पड़ता है। (IN) याकूब 1:15 फिर अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ होकर पाप को जनती है और पाप बढ़ जाता है तो मृतà¥à¤¯à¥ को उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करता है। (IN) याकूब 1:16 हे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, धोखा न खाओ। (IN) याकूब 1:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ वरदान और हर à¤à¤• उतà¥à¤¤à¤® दान ऊपर ही से है, और जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पिता की ओर से मिलता है, जिसमें न तो कोई परिवरà¥à¤¤à¤¨ हो सकता है, और न ही वह परछाई के समान बदलता है। (IN) याकूब 1:18 उसने अपनी ही इचà¥à¤›à¤¾ से हमें सतà¥à¤¯ के वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ किया, ताकि हम उसकी सृषà¥à¤Ÿà¤¿ किठहà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच पहले फल के समान हो। (IN) याकूब 1:19 ¶ हे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यह बात तà¥à¤® जान लो, हर à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिये ततà¥à¤ªà¤° और बोलने में धीर और कà¥à¤°à¥‹à¤§ में धीमा हो। (IN) याकूब 1:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ का कà¥à¤°à¥‹à¤§ परमेशà¥â€à¤µà¤° के धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ नहीं कर सकता है। (IN) याकूब 1:21 इसलिठसारी मलिनता और बैर-à¤à¤¾à¤µ की बढ़ती को दूर करके, उस वचन को नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ से गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर लो, जो हृदय में बोया गया और जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ का उदà¥à¤§à¤¾à¤° कर सकता है। (IN) याकूब 1:22 ¶ परनà¥à¤¤à¥ वचन पर चलनेवाले बनो, और केवल सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ ही नहीं जो अपने आप को धोखा देते हैं। (IN) याकूब 1:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई वचन का सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ हो, और उस पर चलनेवाला न हो, तो वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है जो अपना सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• मà¥à¤à¤¹ दरà¥à¤ªà¤£ में देखता है। (IN) याकूब 1:24 इसलिठकि वह अपने आप को देखकर चला जाता, और तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥‚ल जाता है कि वह कैसा था। (IN) याकूब 1:25 पर जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ की सिदà¥à¤§ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करता रहता है, वह अपने काम में इसलिठआशीष पाà¤à¤—ा कि सà¥à¤¨à¤•à¤° à¤à¥‚लता नहीं, पर वैसा ही काम करता है। (IN) याकूब 1:26 ¶ यदि कोई अपने आप को à¤à¤•à¥à¤¤ समà¤à¥‡, और अपनी जीठपर लगाम न दे, पर अपने हृदय को धोखा दे, तो उसकी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ है। (IN) याकूब 1:27 हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता के निकट शà¥à¤¦à¥à¤§ और निरà¥à¤®à¤² à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ यह है, कि अनाथों और विधवाओं के कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में उनकी सà¥à¤§à¤¿ लें, और अपने आप को संसार से निषà¥à¤•à¤²à¤‚क रखें। (IN) याकूब 2:1 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, हमारे महिमायà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ तà¥à¤® में पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ के साथ न हो। (IN) याकूब 2:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· सोने के छलà¥à¤²à¥‡ और सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सà¤à¤¾ में आठऔर à¤à¤• कंगाल à¤à¥€ मैले कà¥à¤šà¥ˆà¤²à¥‡ कपड़े पहने हà¥à¤ आà¤à¥¤ (IN) याकूब 2:3 और तà¥à¤® उस सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° वसà¥à¤¤à¥à¤°à¤µà¤¾à¤²à¥‡ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ करके कहो, “तू यहाठअचà¥à¤›à¥€ जगह बैठ,†और उस कंगाल से कहो, “तू वहाठखड़ा रह,†या “मेरे पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के पास बैठ।†(IN) याकूब 2:4 तो कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने आपस में à¤à¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤µ न किया और कà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤° से नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करनेवाले न ठहरे? (IN) याकूब 2:5 ¶ हे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¥‹; कà¥à¤¯à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° ने इस जगत के कंगालों को नहीं चà¥à¤¨à¤¾ कि वह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में धनी, और उस राजà¥à¤¯ के अधिकारी हों, जिसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ उसने उनसे की है जो उससे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं? (IN) याकूब 2:6 पर तà¥à¤® ने उस कंगाल का अपमान किया। कà¥à¤¯à¤¾ धनी लोग तà¥à¤® पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° नहीं करते और कà¥à¤¯à¤¾ वे ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कचहरियों में घसीट-घसीट कर नहीं ले जाते? (IN) याकूब 2:7 कà¥à¤¯à¤¾ वे उस उतà¥à¤¤à¤® नाम की निनà¥à¤¦à¤¾ नहीं करते जिसके तà¥à¤® कहलाठजाते हो? (IN) याकूब 2:8 ¶ तो à¤à¥€ यदि तà¥à¤® पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° के इस वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, “तू अपने पड़ोसी से अपने समान पà¥à¤°à¥‡à¤® रख,†सचमà¥à¤š उस राज वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को पूरी करते हो, तो अचà¥à¤›à¤¾ करते हो। (IN) याकूब 2:9 पर यदि तà¥à¤® पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ करते हो, तो पाप करते हो; और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपराधी ठहराती है। (IN) याकूब 2:10 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई सारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का पालन करता है परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• ही बात में चूक जाठतो वह सब बातों में दोषी ठहरा। (IN) याकूब 2:11 इसलिठकि जिस ने यह कहा, “तू वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° न करना†उसी ने यह à¤à¥€ कहा, “तू हतà¥à¤¯à¤¾ न करना†इसलिठयदि तूने वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° तो नहीं किया, पर हतà¥à¤¯à¤¾ की तो à¤à¥€ तू वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का उलà¥à¤²à¤‚घन करनेवाला ठहरा। (IN) याकूब 2:12 ¶ तà¥à¤® उन लोगों के समान वचन बोलो, और काम à¤à¥€ करो, जिनका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° होगा। (IN) याकूब 2:13 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस ने दया नहीं की, उसका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ बिना दया के होगा। दया नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ पर जयवनà¥à¤¤ होती है। (IN) याकूब 2:14 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि कोई कहे कि मà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है पर वह करà¥à¤® न करता हो, तो उससे कà¥à¤¯à¤¾ लाà¤? कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कà¤à¥€ उसका उदà¥à¤§à¤¾à¤° कर सकता है? (IN) याकूब 2:15 यदि कोई à¤à¤¾à¤ˆ या बहन नंगे उघाड़े हों, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ à¤à¥‹à¤œà¤¨ की घटी हो, (IN) याकूब 2:16 और तà¥à¤® में से कोई उनसे कहे, “शानà¥à¤¤à¤¿ से जाओ, तà¥à¤® गरम रहो और तृपà¥à¤¤ रहो,†पर जो वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ देह के लिये आवशà¥à¤¯à¤• हैं वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ न दे, तो कà¥à¤¯à¤¾ लाà¤? (IN) याकूब 2:17 वैसे ही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¥€, यदि करà¥à¤® सहित न हो तो अपने सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में मरा हà¥à¤† है। (IN) याकूब 2:18 ¶ वरनॠकोई कह सकता है, “तà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, और मैं करà¥à¤® करता हूà¤à¥¤â€ तू अपना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ मà¥à¤à¥‡ करà¥à¤® बिना दिखा; और मैं अपना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ अपने करà¥à¤®à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤à¥‡ दिखाऊà¤à¤—ा। (IN) याकूब 2:19 तà¥à¤à¥‡ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि à¤à¤• ही परमेशà¥â€à¤µà¤° है; तू अचà¥à¤›à¤¾ करता है; दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते, और थरथराते हैं। (IN) याकूब 2:20 पर हे निकमà¥à¤®à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ तू यह à¤à¥€ नहीं जानता, कि करà¥à¤® बिना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ है? (IN) याकूब 2:21 ¶ जब हमारे पिता अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° इसहाक को वेदी पर चढ़ाया, तो कà¥à¤¯à¤¾ वह करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से धारà¥à¤®à¤¿à¤• न ठहरा था? (IN) याकूब 2:22 तूने देख लिया कि विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ने उसके कामों के साथ मिलकर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डाला है और करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ सिदà¥à¤§ हà¥à¤†à¥¤ (IN) याकूब 2:23 और पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का यह वचन पूरा हà¥à¤†, “अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® ने परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया, और यह उसके लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ गिनी गई,†और वह परमेशà¥â€à¤µà¤° का मितà¥à¤° कहलाया। (IN) याकूब 2:24 तà¥à¤® ने देख लिया कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ केवल विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से ही नहीं, वरनॠकरà¥à¤®à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ धरà¥à¤®à¥€ ठहरता है। (IN) याकूब 2:25 ¶ वैसे ही राहाब वेशà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ जब उसने दूतों को अपने घर में उतारा, और दूसरे मारà¥à¤— से विदा किया, तो कà¥à¤¯à¤¾ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ से धारà¥à¤®à¤¿à¤• न ठहरी? (IN) याकूब 2:26 जैसे देह आतà¥à¤®à¤¾ बिना मरी हà¥à¤ˆ है वैसा ही विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¥€ करà¥à¤® बिना मरा हà¥à¤† है। (IN) याकूब 3:1 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® में से बहà¥à¤¤ उपदेशक न बनें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो, कि हम उपदेशकों का और à¤à¥€ सखà¥â€à¤¤à¥€ से नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया जाà¤à¤—ा। (IN) याकूब 3:2 इसलिठकि हम सब बहà¥à¤¤ बार चूक जाते हैं जो कोई वचन में नहीं चूकता, वही तो सिदà¥à¤§ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है; और सारी देह पर à¤à¥€ लगाम लगा सकता है। (IN) याकूब 3:3 ¶ जब हम अपने वश में करने के लिये घोड़ों के मà¥à¤à¤¹ में लगाम लगाते हैं, तो हम उनकी सारी देह को à¤à¥€ फेर सकते हैं। (IN) याकूब 3:4 देखो, जहाज à¤à¥€, यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ à¤à¤¸à¥‡ बड़े होते हैं, और पà¥à¤°à¤šà¤£à¥à¤¡ वायॠसे चलाठजाते हैं, तो à¤à¥€ à¤à¤• छोटी सी पतवार के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ माà¤à¤à¥€ की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° घà¥à¤®à¤¾à¤ जाते हैं। (IN) याकूब 3:5 ¶ वैसे ही जीठà¤à¥€ à¤à¤• छोटा सा अंग है और बड़ी-बड़ी डींगे मारती है; देखो कैसे, थोड़ी सी आग से कितने बड़े वन में आग लग जाती है। (IN) याकूब 3:6 जीठà¤à¥€ à¤à¤• आग है; जीठहमारे अंगों में अधरà¥à¤® का à¤à¤• लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और à¤à¤µà¤šà¤•à¥à¤° में आग लगा देती है और नरक कà¥à¤£à¥à¤¡ की आग से जलती रहती है। (IN) याकूब 3:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के वन-पशà¥, पकà¥à¤·à¥€, और रेंगनेवाले जनà¥à¤¤à¥ और जलचर तो मनà¥à¤·à¥à¤¯ जाति के वश में हो सकते हैं और हो à¤à¥€ गठहैं। (IN) याकूब 3:8 पर जीठको मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से कोई वश में नहीं कर सकता; वह à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ बला है जो कà¤à¥€ रà¥à¤•à¤¤à¥€ ही नहीं; वह पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¨à¤¾à¤¶à¤• विष से à¤à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ है। (IN) याकूब 3:9 ¶ इसी से हम पà¥à¤°à¤à¥ और पिता की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करते हैं; और इसी से मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प में उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤ हैं शà¥à¤°à¤¾à¤ª देते हैं। (IN) याकूब 3:10 à¤à¤• ही मà¥à¤à¤¹ से सà¥â€à¤¤à¥à¤¤à¤¿ और शà¥à¤°à¤¾à¤ª दोनों निकलते हैं। हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤¸à¤¾ नहीं होना चाहिà¤à¥¤ (IN) याकूब 3:11 ¶ कà¥à¤¯à¤¾ सोते के à¤à¤• ही मà¥à¤à¤¹ से मीठा और खारा जल दोनों निकलते है? (IN) याकूब 3:12 हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, कà¥à¤¯à¤¾ अंजीर के पेड़ में जैतून, या दाख की लता में अंजीर लग सकते हैं? वैसे ही खारे सोते से मीठा पानी नहीं निकल सकता। (IN) याकूब 3:13 ¶ तà¥à¤® में जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨ और समà¤à¤¦à¤¾à¤° कौन है? जो à¤à¤¸à¤¾ हो वह अपने कामों को अचà¥à¤›à¥‡ चाल-चलन से उस नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ सहित पà¥à¤°à¤—ट करे जो जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ होती है। (IN) याकूब 3:14 पर यदि तà¥à¤® अपने-अपने मन में कड़वी ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ और सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ रखते हो, तो डींग न मारना और न ही सतà¥à¤¯ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ à¤à¥‚ठबोलना। (IN) याकूब 3:15 ¶ यह जà¥à¤žà¤¾à¤¨ वह नहीं, जो ऊपर से उतरता है वरनॠसांसारिक, और शारीरिक, और शैतानी है। (IN) याकूब 3:16 इसलिठकि जहाठईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ और विरोध होता है, वहाठबखेड़ा और हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® à¤à¥€ होता है। (IN) याकूब 3:17 पर जो जà¥à¤žà¤¾à¤¨ ऊपर से आता है वह पहले तो पवितà¥à¤° होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदà¥à¤à¤¾à¤µ और दया, और अचà¥à¤›à¥‡ फलों से लदा हà¥à¤† और पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ और कपटरहित होता है। (IN) याकूब 3:18 और मिलाप करानेवालों के लिये धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का फल शानà¥à¤¤à¤¿ के साथ बोया जाता है। (IN) याकूब 4:1 ¶ तà¥à¤® में लड़ाइयाठऔर à¤à¤—ड़े कहाठसे आते है? कà¥à¤¯à¤¾ उन सà¥à¤–-विलासों से नहीं जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अंगों में लड़ते-à¤à¤¿à¤¡à¤¼à¤¤à¥‡ हैं? (IN) याकूब 4:2 तà¥à¤® लालसा रखते हो, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलता नहीं; तà¥à¤® हतà¥à¤¯à¤¾ और डाह करते हो, और कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं कर सकते; तà¥à¤® à¤à¤—ड़ते और लड़ते हो; तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठनहीं मिलता, कि माà¤à¤—ते नहीं। (IN) याकूब 4:3 तà¥à¤® माà¤à¤—ते हो और पाते नहीं, इसलिठकि बà¥à¤°à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ से माà¤à¤—ते हो, ताकि अपने à¤à¥‹à¤— विलास में उड़ा दो। (IN) याकूब 4:4 ¶ हे वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® नहीं जानतीं, कि संसार से मितà¥à¤°à¤¤à¤¾ करनी परमेशà¥â€à¤µà¤° से बैर करना है? इसलिठजो कोई संसार का मितà¥à¤° होना चाहता है, वह अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° का बैरी बनाता है। (IN) याकूब 4:5 कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® यह समà¤à¤¤à¥‡ हो, कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ कहता है? “जिस पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ को उसने हमारे à¤à¥€à¤¤à¤° बसाया है, कà¥à¤¯à¤¾ वह à¤à¤¸à¥€ लालसा करता है, जिसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² डाह होâ€? (IN) याकूब 4:6 ¶ वह तो और à¤à¥€ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ देता है; इस कारण यह लिखा है, “परमेशà¥â€à¤µà¤° अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से विरोध करता है, पर नमà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ करता है।†(IN) याकूब 4:7 इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के अधीन हो जाओ; और शैतान का सामना करो, तो वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास से à¤à¤¾à¤— निकलेगा। (IN) याकूब 4:8 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट आओ, तो वह à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ निकट आà¤à¤—ा: हे पापियों, अपने हाथ शà¥à¤¦à¥à¤§ करो; और हे दà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤¤à¥‡ लोगों अपने हृदय को पवितà¥à¤° करो। (IN) याकूब 4:9 दà¥à¤ƒà¤–ी हो, और शोक करो, और रोओ, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ हà¤à¤¸à¥€ शोक में और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ उदासी में बदल जाà¤à¥¤ (IN) याकूब 4:10 पà¥à¤°à¤à¥ के सामने नमà¥à¤° बनो, तो वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ शिरोमणि बनाà¤à¤—ा। (IN) याकूब 4:11 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤• दूसरे की निनà¥à¤¦à¤¾ न करो, जो अपने à¤à¤¾à¤ˆ की निनà¥à¤¦à¤¾ करता है, या à¤à¤¾à¤ˆ पर दोष लगाता है, वह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की निनà¥à¤¦à¤¾ करता है, और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर दोष लगाता है, तो तू वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर चलनेवाला नहीं, पर उस पर नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ ठहरा। (IN) याकूब 4:12 वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ देनेवाला और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ तो à¤à¤• ही है, जिसे बचाने और नाश करने की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ है; पर तू कौन है, जो अपने पड़ोसी पर दोष लगाता है? (IN) याकूब 4:13 ¶ तà¥à¤® जो यह कहते हो, “आज या कल हम किसी और नगर में जाकर वहाठà¤à¤• वरà¥à¤· बिताà¤à¤à¤—े, और वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° करके लाठउठाà¤à¤à¤—े।†(IN) याकूब 4:14 और यह नहीं जानते कि कल कà¥à¤¯à¤¾ होगा सà¥à¤¨ तो लो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ जीवन है ही कà¥à¤¯à¤¾? तà¥à¤® तो मानो धà¥à¤‚ध के समान हो, जो थोड़ी देर दिखाई देती है, फिर लोप हो जाती है। (IN) याकूब 4:15 ¶ इसके विपरीत तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह कहना चाहिà¤, “यदि पà¥à¤°à¤à¥ चाहे तो हम जीवित रहेंगे, और यह या वह काम à¤à¥€ करेंगे।†(IN) याकूब 4:16 पर अब तà¥à¤® अपनी ड़ींग मारने पर घमणà¥à¤¡ करते हो; à¤à¤¸à¤¾ सब घमणà¥à¤¡ बà¥à¤°à¤¾ होता है। (IN) याकूब 4:17 इसलिठजो कोई à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करना जानता है और नहीं करता, उसके लिये यह पाप है। (IN) याकूब 5:1 ¶ हे धनवानों सà¥à¤¨ तो लो; तà¥à¤® अपने आनेवाले कà¥à¤²à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ पर चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° रोओ। (IN) याकूब 5:2 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ धन बिगड़ गया और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को कीड़े खा गà¤à¥¤ (IN) याकूब 5:3 तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सोने-चाà¤à¤¦à¥€ में काई लग गई है; और वह काई तà¥à¤® पर गवाही देगी, और आग के समान तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ माà¤à¤¸ खा जाà¤à¤—ी: तà¥à¤® ने अनà¥à¤¤à¤¿à¤® यà¥à¤— में धन बटोरा है। (IN) याकूब 5:4 ¶ देखो, जिन मजदूरों ने तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ खेत काटे, उनकी मजदूरी जो तà¥à¤®à¤¨à¥‡ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं दी; चिलà¥à¤²à¤¾ रही है, और लवनेवालों की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ, सेनाओं के पà¥à¤°à¤à¥ के कानों तक पहà¥à¤à¤š गई है। (IN) याकूब 5:5 तà¥à¤® पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¥‹à¤—-विलास में लगे रहे और बड़ा ही सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ा; तà¥à¤® ने इस वध के दिन के लिये अपने हृदय का पालन-पोषण करके मोटा ताजा किया। (IN) याकूब 5:6 तà¥à¤® ने धरà¥à¤®à¥€ को दोषी ठहराकर मार डाला; वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सामना नहीं करता। (IN) याकूब 5:7 ¶ इसलिठहे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤à¥ के आगमन तक धीरज धरो, जैसे, किसान पृथà¥à¤µà¥€ के बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ फल की आशा रखता हà¥à¤† पà¥à¤°à¤¥à¤® और अनà¥à¤¤à¤¿à¤® वरà¥à¤·à¤¾ होने तक धीरज धरता है। (IN) याकूब 5:8 तà¥à¤® à¤à¥€ धीरज धरो, और अपने हृदय को दृढ़ करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ का आगमन निकट है। (IN) याकूब 5:9 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤• दूसरे पर दोष न लगाओ ताकि तà¥à¤® दोषी न ठहरो, देखो, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤° पर खड़ा है। (IN) याकूब 5:10 हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, जिन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से बातें की, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दà¥à¤ƒà¤– उठाने और धीरज धरने का à¤à¤• आदरà¥à¤¶ समà¤à¥‹à¥¤ (IN) याकूब 5:11 देखो, हम धीरज धरनेवालों को धनà¥à¤¯ कहते हैं। तà¥à¤® ने अयà¥à¤¯à¥‚ब के धीरज के विषय में तो सà¥à¤¨à¤¾ ही है, और पà¥à¤°à¤à¥ की ओर से जो उसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² हà¥à¤† उसे à¤à¥€ जान लिया है, जिससे पà¥à¤°à¤à¥ की अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ करà¥à¤£à¤¾ और दया पà¥à¤°à¤—ट होती है। (IN) याकूब 5:12 ¶ पर हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, सबसे शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ बात यह है, कि शपथ न खाना; न सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की न पृथà¥à¤µà¥€ की, न किसी और वसà¥à¤¤à¥ की, पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बातचीत हाठकी हाà¤, और नहीं की नहीं हो, कि तà¥à¤® दणà¥à¤¡ के योगà¥à¤¯ न ठहरो। (IN) याकूब 5:13 ¶ यदि तà¥à¤® में कोई दà¥à¤ƒà¤–ी हो तो वह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करे; यदि आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हो, तो वह सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ के à¤à¤œà¤¨ गाà¤à¤à¥¤ (IN) याकूब 5:14 यदि तà¥à¤® में कोई रोगी हो, तो कलीसिया के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को बà¥à¤²à¤¾à¤, और वे पà¥à¤°à¤à¥ के नाम से उस पर तेल मल कर उसके लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें। (IN) याकूब 5:15 और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रोगी बच जाà¤à¤—ा और पà¥à¤°à¤à¥ उसको उठाकर खड़ा करेगा; यदि उसने पाप à¤à¥€ किठहों, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° उसको कà¥à¤·à¤®à¤¾ करेगा। (IN) याकूब 5:16 ¶ इसलिठतà¥à¤® आपस में à¤à¤• दूसरे के सामने अपने-अपने पापों को मान लो; और à¤à¤• दूसरे के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो, जिससे चंगे हो जाओ; धरà¥à¤®à¥€ जन की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से बहà¥à¤¤ कà¥à¤› हो सकता है। (IN) याकूब 5:17 à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ à¤à¥€ तो हमारे समान दà¥à¤ƒà¤–-सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ी मनà¥à¤·à¥à¤¯ था; और उसने गिड़गिड़ाकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की; कि बारिश न बरसे; और साढ़े तीन वरà¥à¤· तक à¤à¥‚मि पर बारिश नहीं बरसा। (IN) याकूब 5:18 फिर उसने पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, तो आकाश से वरà¥à¤·à¤¾ हà¥à¤ˆ, और à¤à¥‚मि फलवनà¥à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ (IN) याकूब 5:19 ¶ हे मेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि तà¥à¤® में कोई सतà¥à¤¯ के मारà¥à¤— से à¤à¤Ÿà¤• जाà¤, और कोई उसको फेर लाà¤à¥¤ (IN) याकूब 5:20 तो वह यह जान ले, कि जो कोई किसी à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ हà¥à¤ पापी को फेर लाà¤à¤—ा, वह à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤£ को मृतà¥à¤¯à¥ से बचाà¤à¤—ा, और अनेक पापों पर परदा डालेगा। (IN) 1 पतरस 1:1 ¶ पतरस की ओर से जो यीशॠमसीह का पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, उन परदेशियों के नाम, जो पà¥à¤¨à¥à¤¤à¥à¤¸, गलातिया, कपà¥à¤ªà¤¦à¥‚किया, आसिया, और बितूनिया में तितर-बितर होकर रहते हैं। (IN) 1 पतरस 1:2 और परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के पवितà¥à¤° करने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आजà¥à¤žà¤¾ मानने, और यीशॠमसीह के लहू के छिड़के जाने के लिये चà¥à¤¨à¥‡ गठहैं। तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। (IN) 1 पतरस 1:3 ¶ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के परमेशà¥â€à¤µà¤° और पिता का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ हो, जिसने यीशॠमसीह को मरे हà¥à¤“ं में से जी उठने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जनà¥à¤® दिया, (IN) 1 पतरस 1:4 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤• अविनाशी और निरà¥à¤®à¤², और अजर विरासत के लिये जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में रखी है, (IN) 1 पतरस 1:5 जिनकी रकà¥à¤·à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से, विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उस उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये, जो आनेवाले समय में पà¥à¤°à¤—ट होनेवाली है, की जाती है। (IN) 1 पतरस 1:6 ¶ इस कारण तà¥à¤® मगन होते हो, यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ अवशà¥à¤¯ है कि अब कà¥à¤› दिन तक नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के कारण दà¥à¤ƒà¤– में हो, (IN) 1 पतरस 1:7 और यह इसलिठहै कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ परखा हà¥à¤† विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, जो आग से ताठहà¥à¤ नाशवान सोने से à¤à¥€ कहीं अधिक बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ है, यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¤—ट होने पर पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा, महिमा, और आदर का कारण ठहरे। (IN) 1 पतरस 1:8 ¶ उससे तà¥à¤® बिन देखे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करके à¤à¤¸à¥‡ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और मगन होते हो, जो वरà¥à¤£à¤¨ से बाहर और महिमा से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† है, (IN) 1 पतरस 1:9 और अपने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं का उदà¥à¤§à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करते हो। (IN) 1 पतरस 1:10 ¶ इसी उदà¥à¤§à¤¾à¤° के विषय में उन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने बहà¥à¤¤ ढूà¤à¤¢à¤¼-ढाà¤à¤¢à¤¼ और जाà¤à¤š-पड़ताल की, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के विषय में जो तà¥à¤® पर होने को था, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की थी। (IN) 1 पतरस 1:11 ¶ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात की खोज की कि मसीह का आतà¥à¤®à¤¾ जो उनमें था, और पहले ही से मसीह के दà¥à¤ƒà¤–ों की और उनके बाद होनेवाली महिमा की गवाही देता था, वह कौन से और कैसे समय की ओर संकेत करता था। (IN) 1 पतरस 1:12 उन पर यह पà¥à¤°à¤—ट किया गया कि वे अपनी नहीं वरनॠतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ सेवा के लिये ये बातें कहा करते थे, जिनका समाचार अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मिला जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, और इन बातों को सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखने की लालसा रखते हैं। (IN) 1 पतरस 1:13 ¶ इस कारण अपनी-अपनी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की कमर बाà¤à¤§à¤•à¤°, और सचेत रहकर उस अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की पूरी आशा रखो, जो यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¤—ट होने के समय तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिलनेवाला है। (IN) 1 पतरस 1:14 और आजà¥à¤žà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥€ बालकों के समान अपनी अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ के समय की पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के सदृश न बनो। (IN) 1 पतरस 1:15 ¶ पर जैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ पवितà¥à¤° है, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ अपने सारे चाल-चलन में पवितà¥à¤° बनो। (IN) 1 पतरस 1:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, “पवितà¥à¤° बनो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं पवितà¥à¤° हूà¤à¥¤â€ (IN) 1 पतरस 1:17 और जब कि तà¥à¤®, ‘हे पिता’ कहकर उससे पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हो, जो बिना पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ हर à¤à¤• के काम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता है, तो अपने परदेशी होने का समय à¤à¤¯ से बिताओ। (IN) 1 पतरस 1:18 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® जानते हो कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ निकमà¥à¤®à¤¾ चाल-चलन जो पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से चला आता है उससे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ चाà¤à¤¦à¥€-सोने अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ नाशवान वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नहीं हà¥à¤†, (IN) 1 पतरस 1:19 पर निरà¥à¤¦à¥‹à¤· और निषà¥à¤•à¤²à¤‚क मेमà¥â€à¤¨à¥‡ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मसीह के बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 पतरस 1:20 ¶ मसीह को जगत की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ से पहले चà¥à¤¨à¤¾ गया था, पर अब इस अनà¥à¤¤à¤¿à¤® यà¥à¤— में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 पतरस 1:21 जो उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उस परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हो, जिसने उसे मरे हà¥à¤“ं में से जिलाया, और महिमा दी कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और आशा परमेशà¥â€à¤µà¤° पर हो। (IN) 1 पतरस 1:22 ¶ अतः जब कि तà¥à¤® ने à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ के निषà¥à¤•à¤ªà¤Ÿ पà¥à¤°à¥‡à¤® के निमितà¥à¤¤ सतà¥à¤¯ के मानने से अपने मनों को पवितà¥à¤° किया है, तो तन-मन लगाकर à¤à¤• दूसरे से अधिक पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो। (IN) 1 पतरस 1:23 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने नाशवान नहीं पर अविनाशी बीज से परमेशà¥â€à¤µà¤° के जीविते और सदा ठहरनेवाले वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नया जनà¥à¤® पाया है। (IN) 1 पतरस 1:24 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि “हर à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ घास के समान है, और उसकी सारी शोà¤à¤¾ घास के फूल के समान है: (IN) 1 पतरस 1:25 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ का वचन यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है।†(IN) 1 पतरस 2:1 ¶ इसलिठसब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का बैर-à¤à¤¾à¤µ, छल, कपट, डाह और बदनामी को दूर करके, (IN) 1 पतरस 2:2 नये जनà¥à¤®à¥‡ हà¥à¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के समान निरà¥à¤®à¤² आतà¥à¤®à¤¿à¤• दूध की लालसा करो, ताकि उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤° पाने के लिये बढ़ते जाओ, (IN) 1 पतरस 2:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® ने पà¥à¤°à¤à¥ की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चख लिया है। (IN) 1 पतरस 2:4 ¶ उसके पास आकर, जिसे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने तो निकमà¥à¤®à¤¾ ठहराया, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤†, और बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ जीविता पतà¥à¤¥à¤° है। (IN) 1 पतरस 2:5 तà¥à¤® à¤à¥€ आप जीविते पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ के समान आतà¥à¤®à¤¿à¤• घर बनते जाते हो, जिससे याजकों का पवितà¥à¤° समाज बनकर, à¤à¤¸à¥‡ आतà¥à¤®à¤¿à¤• बलिदान चढ़ाओ, जो यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° को गà¥à¤°à¤¹à¤£à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ हो। (IN) 1 पतरस 2:6 ¶ इस कारण पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° में à¤à¥€ लिखा है, (IN) 1 पतरस 2:7 ¶ अतः तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हो, वह तो बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ है, पर जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं करते उनके लिये, (IN) 1 पतरस 2:8 ¶ और, (IN) 1 पतरस 2:9 ¶ पर तà¥à¤® à¤à¤• चà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† वंश, और राज-पदधारी, याजकों का समाज, और पवितà¥à¤° लोग, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की निज पà¥à¤°à¤œà¤¾ हो, इसलिठकि जिसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अंधकार में से अपनी अदà¥à¤à¥à¤¤ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है, उसके गà¥à¤£ पà¥à¤°à¤—ट करो। (IN) 1 पतरस 2:10 तà¥à¤® पहले तो कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं थे, (IN) 1 पतरस 2:11 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ मैं तà¥à¤® से विनती करता हूठकि तà¥à¤® अपने आपको परदेशी और यातà¥à¤°à¥€ जानकर उन सांसारिक अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से जो आतà¥à¤®à¤¾ से यà¥à¤¦à¥à¤§ करती हैं, बचे रहो। (IN) 1 पतरस 2:12 अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ चाल-चलन à¤à¤²à¤¾ हो; इसलिठकि जिन-जिन बातों में वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ जानकर बदनाम करते हैं, वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤²à¥‡ कामों को देखकर उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के कारण कृपा-दृषà¥à¤Ÿà¤¿ के दिन परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करें। (IN) 1 पतरस 2:13 ¶ पà¥à¤°à¤à¥ के लिये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के ठहराठहà¥à¤ हर à¤à¤• पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ के अधीन रहो, राजा के इसलिठकि वह सब पर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ है, (IN) 1 पतरस 2:14 और राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दणà¥à¤¡ देने और सà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा के लिये उसके à¤à¥‡à¤œà¥‡ हà¥à¤ हैं। (IN) 1 पतरस 2:15 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ यह है, कि तà¥à¤® à¤à¤²à¥‡ काम करने से निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ लोगों की अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ की बातों को बनà¥à¤¦ कर दो। (IN) 1 पतरस 2:16 अपने आप को सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° जानो पर अपनी इस सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ को बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के लिये आड़ न बनाओ, परनà¥à¤¤à¥ अपने आपको परमेशà¥â€à¤µà¤° के दास समà¤à¤•à¤° चलो। (IN) 1 पतरस 2:17 सब का आदर करो, à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरो, राजा का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करो। (IN) 1 पतरस 2:18 ¶ हे सेवकों, हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के à¤à¤¯ के साथ अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अधीन रहो, न केवल à¤à¤²à¥‹à¤‚ और नमà¥à¤°à¥‹à¤‚ के, पर कà¥à¤Ÿà¤¿à¤²à¥‹à¤‚ के à¤à¥€à¥¤ (IN) 1 पतरस 2:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° का विचार करके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ से दà¥à¤ƒà¤– उठाता हà¥à¤† कà¥à¤²à¥‡à¤¶ सहता है, तो यह सà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। (IN) 1 पतरस 2:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि तà¥à¤®à¤¨à¥‡ अपराध करके घूà¤à¤¸à¥‡ खाठऔर धीरज धरा, तो उसमें कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई की बात है? पर यदि à¤à¤²à¤¾ काम करके दà¥à¤ƒà¤– उठाते हो और धीरज धरते हो, तो यह परमेशà¥â€à¤µà¤° को à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 पतरस 2:21 ¶ और तà¥à¤® इसी के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ à¤à¥€ गठहो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मसीह à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये दà¥à¤ƒà¤– उठाकर, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• आदरà¥à¤¶ दे गया है कि तà¥à¤® à¤à¥€ उसके पद-चिनà¥à¤¹ पर चलो। (IN) 1 पतरस 2:22 न तो उसने पाप किया, (IN) 1 पतरस 2:23 वह गाली सà¥à¤¨à¤•à¤° गाली नहीं देता था, और दà¥à¤ƒà¤– उठाकर किसी को à¤à¥€ धमकी नहीं देता था, पर अपने आपको सचà¥à¤šà¥‡ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ के हाथ में सौंपता था। (IN) 1 पतरस 2:24 ¶ वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिठहà¥à¤ कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ गया, जिससे हम पापों के लिये मर करके धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के लिये जीवन बिताà¤à¤à¥¤ उसी के मार खाने से तà¥à¤® चंगे हà¥à¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 2:25 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® पहले à¤à¤Ÿà¤•à¥€ हà¥à¤ˆ à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ के समान थे, पर अब अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ के रखवाले और चरवाहे के पास फिर लौट आ गठहो। (IN) 1 पतरस 3:1 ¶ हे पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® à¤à¥€ अपने पति के अधीन रहो। इसलिठकि यदि इनमें से कोई à¤à¤¸à¥‡ हो जो वचन को न मानते हों, (IN) 1 पतरस 3:2 तो à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤¯ सहित पवितà¥à¤° चाल-चलन को देखकर बिना वचन के अपनी-अपनी पतà¥â€à¤¨à¥€ के चाल-चलन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ खिंच जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 3:3 ¶ और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार दिखावटी न हो, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बाल गूà¤à¤¥à¤¨à¥‡, और सोने के गहने, या à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿-à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ के कपड़े पहनना। (IN) 1 पतरस 3:4 वरनॠतà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ छिपा हà¥à¤† और गà¥à¤ªà¥à¤¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ, नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ और मन की दीनता की अविनाशी सजावट से सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ रहे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में इसका मूलà¥à¤¯ बड़ा है। (IN) 1 पतरस 3:5 ¶ और पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤² में पवितà¥à¤° सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° पर आशा रखती थीं, अपने आपको इसी रीति से संवारती और अपने-अपने पति के अधीन रहती थीं। (IN) 1 पतरस 3:6 जैसे सारा अबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® की आजà¥à¤žà¤¾ मानती थी और उसे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कहती थी। अतः तà¥à¤® à¤à¥€ यदि à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करो और किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के à¤à¤¯ से à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ न हो तो उसकी बेटियाठठहरोगी। (IN) 1 पतरस 3:7 ¶ वैसे ही हे पतियों, तà¥à¤® à¤à¥€ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ से पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ जीवन निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करो और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को निरà¥à¤¬à¤² पातà¥à¤° जानकर उसका आदर करो, यह समà¤à¤•à¤° कि हम दोनों जीवन के वरदान के वारिस हैं, जिससे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤à¤ रà¥à¤• न जाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 3:8 ¶ अतः सब के सब à¤à¤• मन और दयालॠऔर à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ के पà¥à¤°à¥‡à¤® रखनेवाले, और करà¥à¤£à¤¾à¤®à¤¯, और नमà¥à¤° बनो। (IN) 1 पतरस 3:9 बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के बदले बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ मत करो और न गाली के बदले गाली दो; पर इसके विपरीत आशीष ही दो: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® आशीष के वारिस होने के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहो। (IN) 1 पतरस 3:10 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि (IN) 1 पतरस 3:11 वह बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ का साथ छोड़े, और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ ही करे; वह मेल मिलाप को ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡, और उसके यतà¥à¤¨ में रहे। (IN) 1 पतरस 3:12 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ की आà¤à¤–ें धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर लगी रहती हैं, और उसके कान उसकी विनती की ओर लगे रहते हैं, परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करनेवालों के विमà¥à¤– रहता है।†(IN) 1 पतरस 3:13 ¶ यदि तà¥à¤® à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने में उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¿à¤¤ रहो तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करनेवाला फिर कौन है? (IN) 1 पतरस 3:14 यदि तà¥à¤® धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के कारण दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥€ उठाओ, तो धनà¥à¤¯ हो; पर उनके डराने से मत डरो, और न घबराओ, (IN) 1 पतरस 3:15 ¶ पर मसीह को पà¥à¤°à¤à¥ जानकर अपने-अपने मन में पवितà¥à¤° समà¤à¥‹, और जो कोई तà¥à¤® से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ आशा के विषय में कà¥à¤› पूछे, तो उसे उतà¥à¤¤à¤° देने के लिये सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ तैयार रहो, पर नमà¥à¤°à¤¤à¤¾ और à¤à¤¯ के साथ; (IN) 1 पतरस 3:16 और विवेक à¤à¥€ शà¥à¤¦à¥à¤§ रखो, इसलिठकि जिन बातों के विषय में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बदनामी होती है उनके विषय में वे, जो मसीह में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ अचà¥à¤›à¥‡ चाल-चलन का अपमान करते हैं, लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ हों। (IN) 1 पतरस 3:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि परमेशà¥â€à¤µà¤° की यही इचà¥à¤›à¤¾ हो कि तà¥à¤® à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने के कारण दà¥à¤ƒà¤– उठाओ, तो यह बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करने के कारण दà¥à¤ƒà¤– उठाने से उतà¥à¤¤à¤® है। (IN) 1 पतरस 3:18 ¶ इसलिठकि मसीह ने à¤à¥€, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये धरà¥à¤®à¥€ ने पापों के कारण à¤à¤• बार दà¥à¤ƒà¤– उठाया, ताकि हमें परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤; वह शरीर के à¤à¤¾à¤µ से तो मारा गया, पर आतà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤¾à¤µ से जिलाया गया। (IN) 1 पतरस 3:19 उसी में उसने जाकर कैदी आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। (IN) 1 पतरस 3:20 जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उस बीते समय में आजà¥à¤žà¤¾ न मानी जब परमेशà¥â€à¤µà¤° नूह के दिनों में धीरज धरकर ठहरा रहा, और वह जहाज बन रहा था, जिसमें बैठकर कà¥à¤› लोग अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ आठपà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ पानी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बच गà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 3:21 ¶ और उसी पानी का दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¥€, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बपतिसà¥à¤®à¤¾, यीशॠमसीह के जी उठने के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बचाता है; उससे शरीर के मैल को दूर करने का अरà¥à¤¥ नहीं है, परनà¥à¤¤à¥ शà¥à¤¦à¥à¤§ विवेक से परमेशà¥â€à¤µà¤° के वश में हो जाने का अरà¥à¤¥ है। (IN) 1 पतरस 3:22 वह सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर जाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° के दाहिनी ओर है; और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों, अधिकारियों और सामरà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उसके अधीन किठगठहैं। (IN) 1 पतरस 4:1 ¶ इसलिठजब कि मसीह ने शरीर में होकर दà¥à¤ƒà¤– उठाया तो तà¥à¤® à¤à¥€ उसी मनसा को हथियार के समान धारण करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसने शरीर में दà¥à¤ƒà¤– उठाया, वह पाप से छूट गया, (IN) 1 पतरस 4:2 ताकि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में अपना शेष शारीरिक जीवन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं वरनॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करो। (IN) 1 पतरस 4:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° काम करने, और लà¥à¤šà¤ªà¤¨ की बà¥à¤°à¥€ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं, मतवालापन, लीलाकà¥à¤°à¥€à¤¡à¤¼à¤¾, पियकà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤ªà¤¨, और घृणित मूरà¥à¤¤à¤¿ पूजा में जहाठतक हमने पहले से समय गà¤à¤µà¤¾à¤¯à¤¾, वही बहà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 पतरस 4:4 ¶ इससे वे अचमà¥à¤à¤¾ करते हैं, कि तà¥à¤® à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤¾à¤°à¥€ लà¥à¤šà¤ªà¤¨ में उनका साथ नहीं देते, और इसलिठवे बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहते हैं। (IN) 1 पतरस 4:5 पर वे उसको जो जीवितों और मरे हà¥à¤“ं का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने को तैयार हैं, लेखा देंगे। (IN) 1 पतरस 4:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मरे हà¥à¤“ं को à¤à¥€ सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° इसलिठसà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ गया, कि शरीर में तो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ हà¥à¤†, पर आतà¥à¤®à¤¾ में वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जीवित रहें। (IN) 1 पतरस 4:7 ¶ सब बातों का अनà¥à¤¤ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ होनेवाला है; इसलिठसंयमी होकर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के लिये सचेत रहो। (IN) 1 पतरस 4:8 सब में शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ बात यह है कि à¤à¤• दूसरे से अधिक पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¥‡à¤® अनेक पापों को ढाà¤à¤ª देता है। (IN) 1 पतरस 4:9 बिना कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤ à¤à¤• दूसरे का अतिथि-सतà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 1 पतरस 4:10 ¶ जिसको जो वरदान मिला है, वह उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° के नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ के à¤à¤²à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के समान à¤à¤• दूसरे की सेवा में लगाà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 4:11 यदि कोई बोले, तो à¤à¤¸à¤¾ बोले मानो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन है; यदि कोई सेवा करे, तो उस शकà¥à¤¤à¤¿ से करे जो परमेशà¥â€à¤µà¤° देता है; जिससे सब बातों में यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा पà¥à¤°à¤—ट हो। महिमा और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— उसी की है। आमीन। (IN) 1 पतरस 4:12 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जो दà¥à¤ƒà¤– रूपी अगà¥à¤¨à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ परखने के लिये तà¥à¤® में à¤à¤¡à¤¼à¤•à¥€ है, इससे यह समà¤à¤•à¤° अचमà¥à¤à¤¾ न करो कि कोई अनोखी बात तà¥à¤® पर बीत रही है। (IN) 1 पतरस 4:13 पर जैसे-जैसे मसीह के दà¥à¤ƒà¤–ों में सहà¤à¤¾à¤—ी होते हो, आननà¥à¤¦ करो, जिससे उसकी महिमा के पà¥à¤°à¤—ट होते समय à¤à¥€ तà¥à¤® आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और मगन हो। (IN) 1 पतरस 4:14 फिर यदि मसीह के नाम के लिये तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ निनà¥à¤¦à¤¾ की जाती है, तो धनà¥à¤¯ हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि महिमा की आतà¥à¤®à¤¾, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की आतà¥à¤®à¤¾ है, तà¥à¤® पर छाया करती है। (IN) 1 पतरस 4:15 ¶ तà¥à¤® में से कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ या चोर, या कà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ होने, या पराठकाम में हाथ डालने के कारण दà¥à¤ƒà¤– न पाà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 4:16 पर यदि मसीही होने के कारण दà¥à¤ƒà¤– पाà¤, तो लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न हो, पर इस बात के लिये परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा करे। (IN) 1 पतरस 4:17 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है, कि पहले परमेशà¥â€à¤µà¤° के लोगों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया जाà¤, और जब कि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का आरमà¥à¤ हम ही से होगा तो उनका कà¥à¤¯à¤¾ अनà¥à¤¤ होगा जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° को नहीं मानते? (IN) 1 पतरस 4:18 और (IN) 1 पतरस 4:19 इसलिठजो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दà¥à¤ƒà¤– उठाते हैं, वे à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करते हà¥à¤, अपने-अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ को विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ सृजनहार के हाथ में सौंप दें। (IN) 1 पतरस 5:1 ¶ तà¥à¤® में जो पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ हैं, मैं उनके समान पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ और मसीह के दà¥à¤ƒà¤–ों का गवाह और पà¥à¤°à¤—ट होनेवाली महिमा में सहà¤à¤¾à¤—ी होकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ हूà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 5:2 कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस à¤à¥à¤£à¥à¤¡ की, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच में हैं रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आननà¥à¤¦ से, और नीच-कमाई के लिये नहीं, पर मन लगाकर। (IN) 1 पतरस 5:3 जो लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सौंपे गठहैं, उन पर अधिकार न जताओ, वरनॠà¤à¥à¤£à¥à¤¡ के लिये आदरà¥à¤¶ बनो। (IN) 1 पतरस 5:4 और जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ रखवाला पà¥à¤°à¤—ट होगा, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ महिमा का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ दिया जाà¤à¤—ा, जो मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¨à¥‡ का नहीं। (IN) 1 पतरस 5:5 ¶ हे नवयà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚, तà¥à¤® à¤à¥€ वृदà¥à¤§ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के अधीन रहो, वरनॠतà¥à¤® सब के सब à¤à¤• दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बाà¤à¤§à¥‡ रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि (IN) 1 पतरस 5:6 इसलिठपरमेशà¥â€à¤µà¤° के बलवनà¥à¤¤ हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिससे वह तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उचित समय पर बढ़ाà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 5:7 अपनी सारी चिनà¥à¤¤à¤¾ उसी पर डाल दो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसको तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ है। (IN) 1 पतरस 5:8 ¶ सचेत हो, और जागते रहो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ विरोधी शैतान गरà¥à¤œà¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ सिंह के समान इस खोज में रहता है, कि किसको फाड़ खाà¤à¥¤ (IN) 1 पतरस 5:9 विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में दृढ़ होकर, और यह जानकर उसका सामना करो, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ à¤à¤¾à¤ˆ जो संसार में हैं, à¤à¤¸à¥‡ ही दà¥à¤ƒà¤– à¤à¥à¤—त रहे हैं। (IN) 1 पतरस 5:10 ¶ अब परमेशà¥â€à¤µà¤° जो सारे अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ का दाता है, जिसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मसीह में अपनी अननà¥à¤¤ महिमा के लिये बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ थोड़ी देर तक दà¥à¤ƒà¤– उठाने के बाद आप ही तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिदà¥à¤§ और सà¥à¤¥à¤¿à¤° और बलवनà¥à¤¤ करेगा। (IN) 1 पतरस 5:11 उसी का सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहे। आमीन। (IN) 1 पतरस 5:12 ¶ मैंने सिलवानà¥à¤¸ के हाथ, जिसे मैं विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤ˆ समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में लिखकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ है, और यह गवाही दी है कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का सचà¥à¤šà¤¾ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ यही है, इसी में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहो। (IN) 1 पतरस 5:13 जो बाबेल में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ समान चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ लोग हैं, वह और मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° मरकà¥à¤¸ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कहते हैं। (IN) 1 पतरस 5:14 पà¥à¤°à¥‡à¤® से चà¥à¤®à¥à¤¬à¤¨ लेकर à¤à¤• दूसरे को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 2 पतरस 1:1 ¶ शमौन पतरस की और से जो यीशॠमसीह का दास और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है, उन लोगों के नाम जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह की धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से हमारा जैसा बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया है। (IN) 2 पतरस 1:2 परमेशà¥â€à¤µà¤° के और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी पहचान के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤® में बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से बढ़ती जाà¤à¥¤ (IN) 2 पतरस 1:3 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ ने सब कà¥à¤› जो जीवन और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ रखता है, हमें उसी की पहचान के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिया है, जिस ने हमें अपनी ही महिमा और सदà¥à¤—à¥à¤£ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) 2 पतरस 1:4 जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसने हमें बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ और बहà¥à¤¤ ही बड़ी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤ दी हैं ताकि इनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तà¥à¤® उस सड़ाहट से छूटकर जो संसार में बà¥à¤°à¥€ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से होती है, ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के सहà¤à¤¾à¤—ी हो जाओ। (IN) 2 पतरस 1:5 ¶ और इसी कारण तà¥à¤® सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का यतà¥à¤¨ करके, अपने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर सदà¥à¤—à¥à¤£, और सदà¥à¤—à¥à¤£ पर समà¤, (IN) 2 पतरस 1:6 और समठपर संयम, और संयम पर धीरज, और धीरज पर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¥¤ (IN) 2 पतरस 1:7 और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ पर à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ की पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿, और à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ की पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ पर पà¥à¤°à¥‡à¤® बढ़ाते जाओ। (IN) 2 पतरस 1:8 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि ये बातें तà¥à¤® में वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ रहें, और बढ़ती जाà¤à¤, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की पहचान में निकमà¥à¤®à¥‡ और निषà¥à¤«à¤² न होने देंगी। (IN) 2 पतरस 1:9 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिसमें ये बातें नहीं, वह अंधा है, और धà¥à¤¨à¥à¤§à¤²à¤¾ देखता है, और अपने पूरà¥à¤µà¤•à¤¾à¤²à¥€ पापों से धà¥à¤²à¤•à¤° शà¥à¤¦à¥à¤§ होने को à¤à¥‚ल बैठा है। (IN) 2 पतरस 1:10 ¶ इस कारण हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, अपने बà¥à¤²à¤¾à¤ जाने, और चà¥à¤¨ लिये जाने को सिदà¥à¤§ करने का à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ यतà¥à¤¨ करते जाओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि à¤à¤¸à¤¾ करोगे, तो कà¤à¥€ à¤à¥€ ठोकर न खाओगे; (IN) 2 पतरस 1:11 वरनॠइस रीति से तà¥à¤® हमारे पà¥à¤°à¤à¥ और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह के अननà¥à¤¤ राजà¥à¤¯ में बड़े आदर के साथ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने पाओगे। (IN) 2 पतरस 1:12 ¶ इसलिठयदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ तà¥à¤® ये बातें जानते हो, और जो सतà¥à¤¯ वचन तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिला है, उसमें बने रहते हो, तो à¤à¥€ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इन बातों की सà¥à¤§à¤¿ दिलाने को सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ तैयार रहूà¤à¤—ा। (IN) 2 पतरस 1:13 और मैं यह अपने लिये उचित समà¤à¤¤à¤¾ हूà¤, कि जब तक मैं इस डेरे में हूà¤, तब तक तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤§à¤¿ दिलाकर उà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ रहूà¤à¥¤ (IN) 2 पतरस 1:14 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह जानता हूà¤, कि मसीह के वचन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मेरे डेरे के गिराठजाने का समय शीघà¥à¤° आनेवाला है, जैसा कि हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह ने मà¥à¤ पर पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किया है। (IN) 2 पतरस 1:15 इसलिठमैं à¤à¤¸à¤¾ यतà¥à¤¨ करूà¤à¤—ा, कि मेरे संसार से जाने के बाद तà¥à¤® इन सब बातों को सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ सà¥à¤®à¤°à¤£ कर सको। (IN) 2 पतरस 1:16 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हमने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का, और आगमन का समाचार दिया था तो वह चतà¥à¤°à¤¾à¤ˆ से गढ़ी हà¥à¤ˆ कहानियों का अनà¥à¤•à¤°à¤£ नहीं किया था वरनॠहमने आप ही उसके पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª को देखा था। (IN) 2 पतरस 1:17 कि उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता से आदर, और महिमा पाई जब उस पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¤®à¤¯ महिमा में से यह वाणी आई “यह मेरा पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¤à¥à¤° है, जिससे मैं पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥â€à¤¨ हूà¤à¥¤â€ (IN) 2 पतरस 1:18 और जब हम उसके साथ पवितà¥à¤° पहाड़ पर थे, तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से यही वाणी आते सà¥à¤¨à¥€à¥¤ (IN) 2 पतरस 1:19 ¶ और हमारे पास जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का वचन है, वह इस घटना से दृढ़ ठहरा है और तà¥à¤® यह अचà¥à¤›à¤¾ करते हो, कि जो यह समà¤à¤•à¤° उस पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करते हो, कि वह à¤à¤• दीया है, जो अंधियारे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में उस समय तक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ देता रहता है जब तक कि पौ न फटे, और à¤à¥‹à¤° का तारा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हृदयों में न चमक उठे। (IN) 2 पतरस 1:20 पर पहले यह जान लो कि पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की कोई à¤à¥€ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ किसी की अपने ही विचारधारा के आधार पर पूरà¥à¤£ नहीं होती। (IN) 2 पतरस 1:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई à¤à¥€ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ की इचà¥à¤›à¤¾ से कà¤à¥€ नहीं हà¥à¤ˆ पर à¤à¤•à¥à¤¤ जन पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उà¤à¤¾à¤°à¥‡ जाकर परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से बोलते थे। (IN) 2 पतरस 2:1 ¶ जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उन लोगों में à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ थे उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तà¥à¤® में à¤à¥€ à¤à¥‚ठे उपदेशक होंगे, जो नाश करनेवाले पाखणà¥à¤¡ का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ छिप छिपकर करेंगे और उस पà¥à¤°à¤à¥ का जिस ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मोल लिया है इनà¥à¤•à¤¾à¤° करेंगे और अपने आप को शीघà¥à¤° विनाश में डाल देंगे। (IN) 2 पतरस 2:2 और बहà¥à¤¤ सारे उनके समान लà¥à¤šà¤ªà¤¨ करेंगे, जिनके कारण सतà¥à¤¯ के मारà¥à¤— की निनà¥à¤¦à¤¾ की जाà¤à¤—ी। (IN) 2 पतरस 2:3 और वे लोठके लिये बातें गढ़कर तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने लाठका कारण बनाà¤à¤à¤—े, और जो दणà¥à¤¡ की आजà¥à¤žà¤¾ उन पर पहले से हो चà¥à¤•à¥€ है, उसके आने में कà¥à¤› à¤à¥€ देर नहीं, और उनका विनाश उà¤à¤˜à¤¤à¤¾ नहीं। (IN) 2 पतरस 2:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब परमेशà¥â€à¤µà¤° ने उन दूतों को जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पाप किया नहीं छोड़ा, पर नरक में à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° अंधेरे कà¥à¤£à¥à¤¡à¥‹à¤‚ में डाल दिया, ताकि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन तक बनà¥à¤¦à¥€ रहें। (IN) 2 पतरस 2:5 और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ यà¥à¤— के संसार को à¤à¥€ न छोड़ा, वरनॠà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ संसार पर महा जल-पà¥à¤°à¤²à¤¯ à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• नूह समेत आठवà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को बचा लिया; (IN) 2 पतरस 2:6 और सदोम और गमोरा के नगरों को विनाश का à¤à¤¸à¤¾ दणà¥à¤¡ दिया, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¥à¤® करके राख में मिला दिया ताकि वे आनेवाले à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ लोगों की शिकà¥à¤·à¤¾ के लिये à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ बनें (IN) 2 पतरस 2:7 ¶ और धरà¥à¤®à¥€ लूत को जो अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अशà¥à¤¦à¥à¤§ चाल-चलन से बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤–ी था छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ दिया। (IN) 2 पतरस 2:8 (कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह धरà¥à¤®à¥€ उनके बीच में रहते हà¥à¤, और उनके अधरà¥à¤® के कामों को देख देखकर, और सà¥à¤¨ सà¥à¤¨à¤•à¤°, हर दिन अपने सचà¥à¤šà¥‡ मन को पीड़ित करता था)। (IN) 2 पतरस 2:9 तो पà¥à¤°à¤à¥ के à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को परीकà¥à¤·à¤¾ में से निकाल लेना और अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन तक दणà¥à¤¡ की दशा में रखना à¤à¥€ जानता है। (IN) 2 पतरस 2:10 ¶ विशेष करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो अशà¥à¤¦à¥à¤§ अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के पीछे शरीर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलते, और पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ को तà¥à¤šà¥à¤› जानते हैं वे ढीठ, और हठी हैं, और ऊà¤à¤šà¥‡ पदवालों को बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहने से नहीं डरते। (IN) 2 पतरस 2:11 तो à¤à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत जो शकà¥à¤¤à¤¿ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ में उनसे बड़े हैं, पà¥à¤°à¤à¥ के सामने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहकर दोष नहीं लगाते। (IN) 2 पतरस 2:12 ¶ पर ये लोग निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ पशà¥à¤“ं ही के तà¥à¤²à¥à¤¯ हैं, जो पकड़े जाने और नाश होने के लिये उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤ हैं; और जिन बातों को जानते ही नहीं, उनके विषय में औरों को बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहते हैं, वे अपनी सड़ाहट में आप ही सड़ जाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 पतरस 2:13 औरों का बà¥à¤°à¤¾ करने के बदले उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ का बà¥à¤°à¤¾ होगा; उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिन दोपहर सà¥à¤–-विलास करना à¤à¤²à¤¾ लगता है; यह कलंक और दोष है जब वे तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ खाते पीते हैं, तो अपनी ओर से पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¥‹à¤œ करके à¤à¥‹à¤—-विलास करते हैं। (IN) 2 पतरस 2:14 उनकी आà¤à¤–ों में वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° बसा हà¥à¤† है, और वे पाप किठबिना रà¥à¤• नहीं सकते; वे चंचल मनवालों को फà¥à¤¸à¤²à¤¾ लेते हैं; उनके मन को लोठकरने का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ हो गया है, वे सनà¥à¤¤à¤¾à¤ª के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं। (IN) 2 पतरस 2:15 ¶ वे सीधे मारà¥à¤— को छोड़कर à¤à¤Ÿà¤• गठहैं, और बओर के पà¥à¤¤à¥à¤° बिलाम के मारà¥à¤— पर हो लिठहैं; जिस ने अधरà¥à¤® की मजदूरी को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ जाना; (IN) 2 पतरस 2:16 पर उसके अपराध के विषय में उलाहना दिया गया, यहाठतक कि अबोल गदही ने मनà¥à¤·à¥à¤¯ की बोली से उस à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ को उसके बावलेपन से रोका। (IN) 2 पतरस 2:17 ¶ ये लोग सूखे कà¥à¤à¤, और आà¤à¤§à¥€ के उड़ाठहà¥à¤ बादल हैं, उनके लिये अननà¥à¤¤ अंधकार ठहराया गया है। (IN) 2 पतरस 2:18 ¶ वे वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ घमणà¥à¤¡ की बातें कर करके लà¥à¤šà¤ªà¤¨ के कामों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, उन लोगों को शारीरिक अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में फà¤à¤¸à¤¾ लेते हैं, जो à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ हà¥à¤“ं में से अà¤à¥€ निकल ही रहे हैं। (IN) 2 पतरस 2:19 वे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होने की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ तो देते हैं, पर आप ही सड़ाहट के दास हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जिससे हार गया है, वह उसका दास बन जाता है। (IN) 2 पतरस 2:20 ¶ और जब वे पà¥à¤°à¤à¥ और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह की पहचान के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संसार की नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ से बच निकले, और फिर उनमें फà¤à¤¸à¤•à¤° हार गà¤, तो उनकी पिछली दशा पहली से à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ हो गई है। (IN) 2 पतरस 2:21 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के मारà¥à¤— का न जानना ही उनके लिये इससे à¤à¤²à¤¾ होता, कि उसे जानकर, उस पवितà¥à¤° आजà¥à¤žà¤¾ से फिर जाते, जो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सौंपी गई थी। (IN) 2 पतरस 2:22 उन पर यह कहावत ठीक बैठती है, कि कà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾ अपनी छाà¤à¤Ÿ की ओर और नहलाई हà¥à¤ˆ सूअरनी कीचड़ में लोटने के लिये फिर चली जाती है। (IN) 2 पतरस 3:1 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, अब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह दूसरी पतà¥à¤°à¥€ लिखता हूà¤, और दोनों में सà¥à¤§à¤¿ दिलाकर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ शà¥à¤¦à¥à¤§ मन को उà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ हूà¤, (IN) 2 पतरस 3:2 कि तà¥à¤® उन बातों को, जो पवितà¥à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने पहले से कही हैं और पà¥à¤°à¤à¥, और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ की उस आजà¥à¤žà¤¾ को सà¥à¤®à¤°à¤£ करो, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई थी। (IN) 2 पतरस 3:3 ¶ और यह पहले जान लो, कि अनà¥à¤¤à¤¿à¤® दिनों में हà¤à¤¸à¥€-उपहास करनेवाले आà¤à¤à¤—े, जो अपनी ही अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलेंगे। (IN) 2 पतरस 3:4 और कहेंगे, “उसके आने की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ कहाठगई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब से पूरà¥à¤µà¤œ सो गठहैं, सब कà¥à¤› वैसा ही है, जैसा सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के आरमà¥à¤ से था।†(IN) 2 पतरस 3:5 ¶ वे तो जान-बूà¤à¤•à¤° यह à¤à¥‚ल गà¤, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ से आकाश पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² से विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है और पृथà¥à¤µà¥€ à¤à¥€ जल में से बनी और जल में सà¥à¤¥à¤¿à¤° है (IN) 2 पतरस 3:6 इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उस यà¥à¤— का जगत जल में डूब कर नाश हो गया। (IN) 2 पतरस 3:7 पर वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ काल के आकाश और पृथà¥à¤µà¥€ उसी वचन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इसलिठरखे हैं, कि जलाठजाà¤à¤; और वह à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और नाश होने के दिन तक à¤à¤¸à¥‡ ही रखे रहेंगे। (IN) 2 पतरस 3:8 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, यह à¤à¤• बात तà¥à¤® से छिपी न रहे, कि पà¥à¤°à¤à¥ के यहाठà¤à¤• दिन हजार वरà¥à¤· के बराबर है, और हजार वरà¥à¤· à¤à¤• दिन के बराबर हैं। (IN) 2 पतरस 3:9 पà¥à¤°à¤à¥ अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समà¤à¤¤à¥‡ हैं; पर तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरनॠयह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले। (IN) 2 पतरस 3:10 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤à¥ का दिन चोर के समान आ जाà¤à¤—ा, उस दिन आकाश बड़े शोर के साथ जाता रहेगा, और ततà¥à¤µ बहà¥à¤¤ ही तपà¥à¤¤ होकर पिघल जाà¤à¤à¤—े, और पृथà¥à¤µà¥€ और उसके कामों का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ होगा। (IN) 2 पतरस 3:11 ¶ तो जब कि ये सब वसà¥à¤¤à¥à¤à¤, इस रीति से पिघलनेवाली हैं, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पवितà¥à¤° चाल चलन और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ में कैसे मनà¥à¤·à¥à¤¯ होना चाहिà¤, (IN) 2 पतरस 3:12 और परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस दिन की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ किस रीति से करना चाहिठऔर उसके जलà¥à¤¦ आने के लिये कैसा यतà¥à¤¨ करना चाहिà¤; जिसके कारण आकाश आग से पिघल जाà¤à¤à¤—े, और आकाश के गण बहà¥à¤¤ ही तपà¥à¤¤ होकर गल जाà¤à¤à¤—े। (IN) 2 पतरस 3:13 पर उसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हम à¤à¤• नये आकाश और नई पृथà¥à¤µà¥€ की आस देखते हैं जिनमें धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ वास करेगी। (IN) 2 पतरस 3:14 ¶ इसलिà¤, हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जब कि तà¥à¤® इन बातों की आस देखते हो तो यतà¥à¤¨ करो कि तà¥à¤® शानà¥à¤¤à¤¿ से उसके सामने निषà¥à¤•à¤²à¤‚क और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· ठहरो। (IN) 2 पतरस 3:15 और हमारे पà¥à¤°à¤à¥ के धीरज को उदà¥à¤§à¤¾à¤° समà¤à¥‹, जैसा हमारे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤ˆ पौलà¥à¤¸ ने à¤à¥€ उस जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो उसे मिला, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखा है। (IN) 2 पतरस 3:16 वैसे ही उसने अपनी सब पतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ इन बातों की चरà¥à¤šà¤¾ की है जिनमें कितनी बातें à¤à¤¸à¥€ है, जिनका समà¤à¤¨à¤¾ कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उनके अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ पवितà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की अनà¥à¤¯ बातों के समान खींच तानकर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं। (IN) 2 पतरस 3:17 ¶ इसलिठहे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तà¥à¤® लोग पहले ही से इन बातों को जानकर चौकस रहो, ताकि अधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के à¤à¥à¤°à¤® में फà¤à¤¸à¤•à¤° अपनी सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ को हाथ से कहीं खो न दो। (IN) 2 पतरस 3:18 पर हमारे पà¥à¤°à¤à¥, और उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ यीशॠमसीह के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और पहचान में बढ़ते जाओ। उसी की महिमा अब à¤à¥€ हो, और यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— होती रहे। आमीन। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:1 ¶ उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हमने सà¥à¤¨à¤¾, और जिसे अपनी आà¤à¤–ों से देखा, वरनॠजिसे हमने धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखा और हाथों से छà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:2 (यह जीवन पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†, और हमने उसे देखा, और उसकी गवाही देते हैं, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस अननà¥à¤¤ जीवन का समाचार देते हैं जो पिता के साथ था और हम पर पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†)। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:3 ¶ जो कà¥à¤› हमने देखा और सà¥à¤¨à¤¾ है उसका समाचार तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ देते हैं, इसलिठकि तà¥à¤® à¤à¥€ हमारे साथ सहà¤à¤¾à¤—ी हो; और हमारी यह सहà¤à¤¾à¤—िता पिता के साथ, और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह के साथ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:4 और ये बातें हम इसलिठलिखते हैं, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ आननà¥à¤¦ पूरा हो जाà¤à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:5 ¶ जो समाचार हमने उससे सà¥à¤¨à¤¾, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, वह यह है; कि परमेशà¥â€à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ है और उसमें कà¥à¤› à¤à¥€ अंधकार नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:6 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहà¤à¤¾à¤—िता है, और फिर अंधकार में चलें, तो हम à¤à¥‚ठबोलते हैं और सतà¥à¤¯ पर नहीं चलते। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:7 पर यदि जैसा वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में है, वैसे ही हम à¤à¥€ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में चलें, तो à¤à¤• दूसरे से सहà¤à¤¾à¤—िता रखते हैं और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह का लहू हमें सब पापों से शà¥à¤¦à¥à¤§ करता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:8 ¶ यदि हम कहें, कि हम में कà¥à¤› à¤à¥€ पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं और हम में सतà¥à¤¯ नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:9 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ करने, और हमें सब अधरà¥à¤® से शà¥à¤¦à¥à¤§ करने में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और धरà¥à¤®à¥€ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:10 यदि हम कहें कि हमने पाप नहीं किया, तो उसे à¤à¥‚ठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:1 ¶ मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बालकों, मैं ये बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखता हूà¤, कि तà¥à¤® पाप न करो; और यदि कोई पाप करे तो पिता के पास हमारा à¤à¤• सहायक है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ धरà¥à¤®à¥€ यीशॠमसीह। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:2 और वही हमारे पापों का पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ है: और केवल हमारे ही नहीं, वरनॠसारे जगत के पापों का à¤à¥€à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:3 ¶ यदि हम उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानेंगे, तो इससे हम जान लेंगे कि हम उसे जान गठहैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:4 ¶ जो कोई यह कहता है, “मैं उसे जान गया हूà¤,†और उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को नहीं मानता, वह à¤à¥‚ठा है; और उसमें सतà¥à¤¯ नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:5 पर जो कोई उसके वचन पर चले, उसमें सचमà¥à¤š परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® सिदà¥à¤§ हà¥à¤† है। हमें इसी से मालूम होता है, कि हम उसमें हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:6 जो कोई यह कहता है, कि मैं उसमें बना रहता हूà¤, उसे चाहिठकि वह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ वैसे ही चले जैसे यीशॠमसीह चलता था। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:7 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई नई आजà¥à¤žà¤¾ नहीं लिखता, पर वही पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ जो आरमà¥à¤ से तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिली है; यह पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ आजà¥à¤žà¤¾ वह वचन है, जिसे तà¥à¤® ने सà¥à¤¨à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:8 फिर à¤à¥€ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ नई आजà¥à¤žà¤¾ लिखता हूà¤; और यह तो उसमें और तà¥à¤® में सचà¥à¤šà¥€ ठहरती है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अंधकार मिटता जा रहा है और सतà¥à¤¯ की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ अà¤à¥€ चमकने लगी है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:9 ¶ जो कोई यह कहता है, कि मैं जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में हूà¤; और अपने à¤à¤¾à¤ˆ से बैर रखता है, वह अब तक अंधकार ही में है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:10 जो कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, वह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में रहता है, और ठोकर नहीं खा सकता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:11 पर जो कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ से बैर रखता है, वह अंधकार में है, और अंधकार में चलता है; और नहीं जानता, कि कहाठजाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अंधकार ने उसकी आà¤à¤–ें अंधी कर दी हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:12 ¶ हे बालकों, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखता हूà¤, कि उसके नाम से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पाप कà¥à¤·à¤®à¤¾ हà¥à¤à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:13 हे पिताओं, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखता हूà¤, कि जो आदि से है, तà¥à¤® उसे जानते हो हे जवानों, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखता हूà¤, कि तà¥à¤® ने उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ पर जय पाई है: हे बालकों, मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखा है, कि तà¥à¤® पिता को जान गठहो। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:14 हे पिताओं, मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखा है, कि जो आदि से है तà¥à¤® उसे जान गठहो। हे जवानों, मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठलिखा है, कि बलवनà¥à¤¤ हो, और परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन तà¥à¤® में बना रहता है, और तà¥à¤® ने उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ पर जय पाई है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:15 ¶ तà¥à¤® न तो संसार से और न संसार की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो यदि कोई संसार से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, तो उसमें पिता का पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:16 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कà¥à¤› संसार में है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ शरीर की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾, और आà¤à¤–ों की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾ और जीविका का घमणà¥à¤¡, वह पिता की ओर से नहीं, परनà¥à¤¤à¥ संसार ही की ओर से है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:17 संसार और उसकी अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾ पर चलता है, वह सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ बना रहेगा। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:18 ¶ हे लड़कों, यह अनà¥à¤¤à¤¿à¤® समय है, और जैसा तà¥à¤® ने सà¥à¤¨à¤¾ है, कि मसीह का विरोधी आनेवाला है, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अब à¤à¥€ बहà¥à¤¤ से मसीह के विरोधी उठे हैं; इससे हम जानते हैं, कि यह अनà¥à¤¤à¤¿à¤® समय है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:19 वे निकले तो हम में से ही, परनà¥à¤¤à¥ हम में से न थे; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यदि वे हम में से होते, तो हमारे साथ रहते, पर निकल इसलिठगठताकि यह पà¥à¤°à¤—ट हो कि वे सब हम में से नहीं हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:20 ¶ और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ तो उस पवितà¥à¤° से अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• हà¥à¤† है, और तà¥à¤® सब सतà¥à¤¯ जानते हो। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:21 मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिठनहीं लिखा, कि तà¥à¤® सतà¥à¤¯ को नहीं जानते, पर इसलिà¤, कि तà¥à¤® उसे जानते हो, और इसलिठकि कोई à¤à¥‚ठ, सतà¥à¤¯ की ओर से नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:22 ¶ à¤à¥‚ठा कौन है? वह, जो यीशॠके मसीह होने का इनà¥à¤•à¤¾à¤° करता है; और मसीह का विरोधी वही है, जो पिता का और पà¥à¤¤à¥à¤° का इनà¥à¤•à¤¾à¤° करता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:23 जो कोई पà¥à¤¤à¥à¤° का इनà¥à¤•à¤¾à¤° करता है उसके पास पिता à¤à¥€ नहीं जो पà¥à¤¤à¥à¤° को मान लेता है, उसके पास पिता à¤à¥€ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:24 ¶ जो कà¥à¤› तà¥à¤® ने आरमà¥à¤ से सà¥à¤¨à¤¾ है वही तà¥à¤® में बना रहे; जो तà¥à¤® ने आरमà¥à¤ से सà¥à¤¨à¤¾ है, यदि वह तà¥à¤® में बना रहे, तो तà¥à¤® à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥à¤° में, और पिता में बने रहोगे। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:25 ¶ और जिसकी उसने हम से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ की वह अननà¥à¤¤ जीवन है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:26 मैंने ये बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके विषय में लिखी हैं, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:27 ¶ और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ वह अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤•, जो उसकी ओर से किया गया, तà¥à¤® में बना रहता है; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ नहीं, कि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिखाà¤, वरनॠजैसे वह अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• जो उसकी ओर से किया गया तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब बातें सिखाता है, और यह सचà¥à¤šà¤¾ है, और à¤à¥‚ठा नहीं और जैसा उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिखाया है वैसे ही तà¥à¤® उसमें बने रहते हो। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:28 ¶ अतः हे बालकों, उसमें बने रहो; कि जब वह पà¥à¤°à¤—ट हो, तो हमें साहस हो, और हम उसके आने पर उसके सामने लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ न हों। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 2:29 यदि तà¥à¤® जानते हो, कि वह धरà¥à¤®à¥€ है, तो यह à¤à¥€ जानते हो, कि जो कोई धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का काम करता है, वह उससे जनà¥à¤®à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:1 ¶ देखो, पिता ने हम से कैसा पà¥à¤°à¥‡à¤® किया है, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ कहलाà¤à¤, और हम हैं à¤à¥€; इस कारण संसार हमें नहीं जानता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने उसे à¤à¥€ नहीं जाना। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:2 हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, अब हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं, और अब तक यह पà¥à¤°à¤—ट नहीं हà¥à¤†, कि हम कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤› होंगे! इतना जानते हैं, कि जब यीशॠमसीह पà¥à¤°à¤—ट होगा तो हम à¤à¥€ उसके समान होंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसको वैसा ही देखेंगे जैसा वह है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:3 और जो कोई उस पर यह आशा रखता है, वह अपने आप को वैसा ही पवितà¥à¤° करता है, जैसा वह पवितà¥à¤° है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:4 ¶ जो कोई पाप करता है, वह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विरोध करता है; और पाप तो वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विरोध है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:5 और तà¥à¤® जानते हो, कि यीशॠमसीह इसलिठपà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†, कि पापों को हर ले जाà¤; और उसमें कोई पाप नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:6 जो कोई उसमें बना रहता है, वह पाप नहीं करता: जो कोई पाप करता है, उसने न तो उसे देखा है, और न उसको जाना है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:7 ¶ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बालकों, किसी के à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ में न आना; जो धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का काम करता है, वही उसके समान धरà¥à¤®à¥€ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:8 जो कोई पाप करता है, वह शैतान की ओर से है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शैतान आरमà¥à¤ ही से पाप करता आया है। परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° इसलिठपà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤†, कि शैतान के कामों को नाश करे। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:9 ¶ जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° से जनà¥à¤®à¤¾ है वह पाप नहीं करता; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका बीज उसमें बना रहता है: और वह पाप कर ही नहीं सकता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से जनà¥à¤®à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:10 इसी से परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, और शैतान की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ जाने जाते हैं; जो कोई धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ नहीं करता, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से नहीं, और न वह जो अपने à¤à¤¾à¤ˆ से पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:11 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो समाचार तà¥à¤® ने आरमà¥à¤ से सà¥à¤¨à¤¾, वह यह है, कि हम à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:12 और कैन के समान न बनें, जो उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ से था, और जिस ने अपने à¤à¤¾à¤ˆ की हतà¥à¤¯à¤¾ की। और उसकी हतà¥à¤¯à¤¾ किस कारण की? इसलिठकि उसके काम बà¥à¤°à¥‡ थे, और उसके à¤à¤¾à¤ˆ के काम धारà¥à¤®à¤¿à¤• थे। (à¤à¤œ. 38: 20) (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:13 ¶ हे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚, यदि संसार तà¥à¤® से बैर करता है तो अचमà¥à¤à¤¾ न करना। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:14 हम जानते हैं, कि हम मृतà¥à¤¯à¥ से पार होकर जीवन में पहà¥à¤à¤šà¥‡ हैं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं जो पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता, वह मृतà¥à¤¯à¥ की दशा में रहता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:15 जो कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ से बैर रखता है, वह हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ है; और तà¥à¤® जानते हो, कि किसी हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ में अननà¥à¤¤ जीवन नहीं रहता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:16 ¶ हमने पà¥à¤°à¥‡à¤® इसी से जाना, कि उसने हमारे लिठअपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ दे दिà¤; और हमें à¤à¥€ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤£ देना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:17 पर जिस किसी के पास संसार की संपतà¥à¤¤à¤¿ हो और वह अपने à¤à¤¾à¤ˆ को जरूरत में देखकर उस पर तरस न खाना चाहे, तो उसमें परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® कैसे बना रह सकता है? (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:18 हे मेरे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बालकों, हम वचन और जीठही से नहीं, पर काम और सतà¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® करें। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:19 ¶ इसी से हम जानेंगे, कि हम सतà¥à¤¯ के हैं; और जिस बात में हमारा मन हमें दोष देगा, उस विषय में हम उसके सामने अपने मन को आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ कर सकेंगे। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:20 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° हमारे मन से बड़ा है; और सब कà¥à¤› जानता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:21 हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, यदि हमारा मन हमें दोष न दे, तो हमें परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने साहस होता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:22 और जो कà¥à¤› हम माà¤à¤—ते हैं, वह हमें उससे मिलता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानते हैं; और जो उसे à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है वही करते हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:23 ¶ और उसकी आजà¥à¤žà¤¾ यह है कि हम उसके पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह के नाम पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करें और जैसा उसने हमें आजà¥à¤žà¤¾ दी है उसी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 3:24 और जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानता है, वह उसमें, और परमेशà¥â€à¤µà¤° उनमें बना रहता है: और इसी से, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ से जो उसने हमें दिया है, हम जानते हैं, कि वह हम में बना रहता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:1 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, हर à¤à¤• आतà¥à¤®à¤¾ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न करो: वरनॠआतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को परखो, कि वे परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से हैं कि नहीं; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ जगत में निकल खड़े हà¥à¤ हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:2 परमेशà¥â€à¤µà¤° की आतà¥à¤®à¤¾ को तà¥à¤® इसी रीति से पहचान सकते हो, कि जो कोई आतà¥à¤®à¤¾ मान लेती है, कि यीशॠमसीह शरीर में होकर आया है वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:3 और जो कोई आतà¥à¤®à¤¾ यीशॠको नहीं मानती, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से नहीं है; यही मसीह के विरोधी की आतà¥à¤®à¤¾ है; जिसकी चरà¥à¤šà¤¾ तà¥à¤® सà¥à¤¨ चà¥à¤•à¥‡ हो, कि वह आनेवाला है और अब à¤à¥€ जगत में है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:4 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ बालकों, तà¥à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° के हो और उन आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं पर जय पाई है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो तà¥à¤® में है, वह उससे जो संसार में है, बड़ा है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:5 वे आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ संसार के हैं, इस कारण वे संसार की बातें बोलते हैं, और संसार उनकी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:6 हम परमेशà¥â€à¤µà¤° के हैं। जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को जानता है, वह हमारी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है; जो परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं जानता वह हमारी नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¤¾; इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हम सतà¥à¤¯ की आतà¥à¤®à¤¾ और à¤à¥à¤°à¤® की आतà¥à¤®à¤¾ को पहचान लेते हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:7 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, हम आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¥‡à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° से है और जो कोई पà¥à¤°à¥‡à¤® करता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से जनà¥à¤®à¤¾ है और परमेशà¥â€à¤µà¤° को जानता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:8 जो पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता वह परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं जानता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° पà¥à¤°à¥‡à¤® है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:9 ¶ जो पà¥à¤°à¥‡à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° हम से रखता है, वह इससे पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤† कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने à¤à¤•à¤²à¥Œà¤¤à¥‡ पà¥à¤¤à¥à¤° को जगत में à¤à¥‡à¤œà¤¾ है कि हम उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जीवन पाà¤à¤à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:10 पà¥à¤°à¥‡à¤® इसमें नहीं कि हमने परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया पर इसमें है, कि उसने हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया और हमारे पापों के पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ के लिये अपने पà¥à¤¤à¥à¤° को à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:11 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जब परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हम से à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® किया, तो हमको à¤à¥€ आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखना चाहिà¤à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:12 ¶ परमेशà¥â€à¤µà¤° को कà¤à¥€ किसी ने नहीं देखा; यदि हम आपस में पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° हम में बना रहता है; और उसका पà¥à¤°à¥‡à¤® हम में सिदà¥à¤§ होता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:13 इसी से हम जानते हैं, कि हम उसमें बने रहते हैं, और वह हम में; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने अपनी आतà¥à¤®à¤¾ में से हमें दिया है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:14 और हमने देख à¤à¥€ लिया और गवाही देते हैं कि पिता ने पà¥à¤¤à¥à¤° को जगत का उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ होने के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:15 ¶ जो कोई यह मान लेता है, कि यीशॠपरमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है परमेशà¥â€à¤µà¤° उसमें बना रहता है, और वह परमेशà¥â€à¤µà¤° में। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:16 और जो पà¥à¤°à¥‡à¤® परमेशà¥â€à¤µà¤° हम से रखता है, उसको हम जान गà¤, और हमें उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है। परमेशà¥â€à¤µà¤° पà¥à¤°à¥‡à¤® है; जो पà¥à¤°à¥‡à¤® में बना रहता है वह परमेशà¥â€à¤µà¤° में बना रहता है; और परमेशà¥â€à¤µà¤° उसमें बना रहता है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:17 ¶ इसी से पà¥à¤°à¥‡à¤® हम में सिदà¥à¤§ हà¥à¤†, कि हमें नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के दिन साहस हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम à¤à¥€ हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:18 पà¥à¤°à¥‡à¤® में à¤à¤¯ नहीं होता, वरनॠसिदà¥à¤§ पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤¯ को दूर कर देता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¯ का समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ दणà¥à¤¡ से होता है, और जो à¤à¤¯ करता है, वह पà¥à¤°à¥‡à¤® में सिदà¥à¤§ नहीं हà¥à¤†à¥¤ (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:19 ¶ हम इसलिठपà¥à¤°à¥‡à¤® करते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पहले उसने हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® किया। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:20 यदि कोई कहे, “मैं परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤,†और अपने à¤à¤¾à¤ˆ से बैर रखे; तो वह à¤à¥‚ठा है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो अपने à¤à¤¾à¤ˆ से, जिसे उसने देखा है, पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रखता, तो वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से à¤à¥€ जिसे उसने नहीं देखा, पà¥à¤°à¥‡à¤® नहीं रख सकता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 4:21 और उससे हमें यह आजà¥à¤žà¤¾ मिली है, कि जो कोई अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, वह अपने à¤à¤¾à¤ˆ से à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखे। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:1 ¶ जिसका यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि यीशॠही मसीह है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† है और जो कोई उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ करनेवाले से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, वह उससे à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, जो उससे उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:2 जब हम परमेशà¥â€à¤µà¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं, और उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानते हैं, तो इसी से हम यह जान लेते हैं, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤°à¥‡à¤® यह है, कि हम उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानें; और उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤à¤ बोà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• नहीं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:4 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कà¥à¤› परमेशà¥â€à¤µà¤° से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† है, वह संसार पर जय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करता है, और वह विजय जिससे संसार पर जय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है हमारा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:5 संसार पर जय पानेवाला कौन है? केवल वह जिसका विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है, कि यीशà¥, परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:6 ¶ यह वही है, जो पानी और लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आया था; अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यीशॠमसीह: वह न केवल पानी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, वरनॠपानी और लहू दोनों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आया था। और यह आतà¥à¤®à¤¾ है जो गवाही देता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आतà¥à¤®à¤¾ सतà¥à¤¯ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:7 और गवाही देनेवाले तीन हैं; (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:8 आतà¥à¤®à¤¾, पानी, और लहू; और तीनों à¤à¤• ही बात पर सहमत हैं। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:9 ¶ जब हम मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की गवाही मान लेते हैं, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° की गवाही तो उससे बढ़कर है; और परमेशà¥â€à¤µà¤° की गवाही यह है, कि उसने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° के विषय में गवाही दी है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:10 जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिस ने परमेशà¥â€à¤µà¤° पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया, उसने उसे à¤à¥‚ठा ठहराया; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने उस गवाही पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° के विषय में दी है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:11 ¶ और वह गवाही यह है, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° ने हमें अननà¥à¤¤ जीवन दिया है और यह जीवन उसके पà¥à¤¤à¥à¤° में है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:12 जिसके पास पà¥à¤¤à¥à¤° है, उसके पास जीवन है; और जिसके पास परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° नहीं, उसके पास जीवन à¤à¥€ नहीं है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:13 ¶ मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤¤à¥à¤° के नाम पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करते हो, इसलिठलिखा है कि तà¥à¤® जानो कि अननà¥à¤¤ जीवन तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:14 ¶ और हमें उसके सामने जो साहस होता है, वह यह है; कि यदि हम उसकी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° कà¥à¤› माà¤à¤—ते हैं, तो हमारी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:15 और जब हम जानते हैं, कि जो कà¥à¤› हम माà¤à¤—ते हैं वह हमारी सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, तो यह à¤à¥€ जानते हैं, कि जो कà¥à¤› हमने उससे माà¤à¤—ा, वह पाया है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:16 ¶ यदि कोई अपने à¤à¤¾à¤ˆ को à¤à¤¸à¤¾ पाप करते देखे, जिसका फल मृतà¥à¤¯à¥ न हो, तो विनती करे, और परमेशà¥â€à¤µà¤° उसे उनके लिये, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ पाप किया है जिसका फल मृतà¥à¤¯à¥ न हो, जीवन देगा। पाप à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥€ होता है जिसका फल मृतà¥à¤¯à¥ है इसके विषय में मैं विनती करने के लिये नहीं कहता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:17 सब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का अधरà¥à¤® तो पाप है, परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¤¾ पाप à¤à¥€ है, जिसका फल मृतà¥à¤¯à¥ नहीं।। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:18 ¶ हम जानते हैं, कि जो कोई परमेशà¥â€à¤µà¤° से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤† है, वह पाप नहीं करता; पर जो परमेशà¥â€à¤µà¤° से उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤†, उसे वह बचाठरखता है: और वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿ उसे छूने नहीं पाता। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:19 हम जानते हैं, कि हम परमेशà¥â€à¤µà¤° से हैं, और सारा संसार उस दà¥à¤·à¥à¤Ÿ के वश में पड़ा है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:20 ¶ और यह à¤à¥€ जानते हैं, कि परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° आ गया है और उसने हमें समठदी है, कि हम उस सचà¥à¤šà¥‡ को पहचानें, और हम उसमें जो सतà¥à¤¯ है, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उसके पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह में रहते हैं। सचà¥à¤šà¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° और अननà¥à¤¤ जीवन यही है। (IN) 1 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 5:21 हे बालकों, अपने आप को मूरतों से बचाठरखो। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:1 ¶ मà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ की ओर से उस चà¥à¤¨à¥€ हà¥à¤ˆ महिला और उसके बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के नाम जिनसे मैं सचà¥â€à¤šà¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤, और केवल मैं ही नहीं, वरनॠवह सब à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं, जो सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ को जानते हैं। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:2 वह सतà¥à¤¯ जो हम में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है, और सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ हमारे साथ अटल रहेगा; (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:3 परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता, और पिता के पà¥à¤¤à¥à¤° यीशॠमसीह की ओर से अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹, दया, और शानà¥à¤¤à¤¿ हमारे साथ सतà¥à¤¯ और पà¥à¤°à¥‡à¤® सहित रहेंगे।। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:4 ¶ मैं बहà¥à¤¤ आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤†, कि मैंने तेरे कà¥à¤› बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को उस आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, जो हमें पिता की ओर से मिली थी, सतà¥à¤¯ पर चलते हà¥à¤ पाया। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:5 अब हे महिला, मैं तà¥à¤à¥‡ कोई नई आजà¥à¤žà¤¾ नहीं, पर वही जो आरमà¥à¤ से हमारे पास है, लिखता हूà¤; और तà¥à¤ से विनती करता हूà¤, कि हम à¤à¤• दूसरे से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखें। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:6 और पà¥à¤°à¥‡à¤® यह है कि हम उसकी आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलें: यह वही आजà¥à¤žà¤¾ है, जो तà¥à¤® ने आरमà¥à¤ से सà¥à¤¨à¥€ है और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस पर चलना à¤à¥€ चाहिà¤à¥¤ (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:7 ¶ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ से à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ जगत में निकल आठहैं, जो यह नहीं मानते, कि यीशॠमसीह शरीर में होकर आया; à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ और मसीह का विरोधी यही है। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:8 अपने विषय में चौकस रहो; कि जो परिशà¥à¤°à¤® हम सब ने किया है, उसको तà¥à¤® न खोना, वरनॠउसका पूरा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² पाओ। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:9 ¶ जो कोई आगे बढ़ जाता है, और मसीह की शिकà¥à¤·à¤¾ में बना नहीं रहता, उसके पास परमेशà¥â€à¤µà¤° नहीं। जो कोई उसकी शिकà¥à¤·à¤¾ में सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है, उसके पास पिता à¤à¥€ है, और पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥€à¥¤ (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:10 यदि कोई तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आà¤, और यही शिकà¥à¤·à¤¾ न दे, उसे न तो घर में आने दो, और न नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करो। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:11 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो कोई à¤à¤¸à¥‡ जन को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करता है, वह उसके बà¥à¤°à¥‡ कामों में सहà¤à¤¾à¤—ी होता है। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:12 ¶ मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ सी बातें तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखनी हैं, पर कागज और सà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥€ से लिखना नहीं चाहता; पर आशा है, कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास आऊà¤, और समà¥à¤®à¥à¤– होकर बातचीत करूà¤: जिससे हमारा आननà¥à¤¦ पूरा हो। (IN) 2 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:13 तेरी चà¥à¤¨à¥€ हà¥à¤ˆ बहन के बचà¥à¤šà¥‡ तà¥à¤à¥‡ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:1 ¶ मà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ की ओर से उस पà¥à¤°à¤¿à¤¯ गयà¥à¤¸ के नाम, जिससे मैं सचà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤à¥¤ (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:2 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯, मेरी यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ है; कि जैसे तू आतà¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ कर रहा है, वैसे ही तू सब बातों में उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करे, और à¤à¤²à¤¾ चंगा रहे। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने आकर, तेरे उस सतà¥à¤¯ की गवाही दी, जिस पर तू सचमà¥à¤š चलता है, तो मैं बहà¥à¤¤ ही आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:4 मà¥à¤à¥‡ इससे बढ़कर और कोई आननà¥à¤¦ नहीं, कि मैं सà¥à¤¨à¥‚à¤, कि मेरे बचà¥à¤šà¥‡ सतà¥à¤¯ पर चलते हैं। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:5 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯, जब à¤à¥€ तू à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठकारà¥à¤¯ करे और अजनबियों के लिठà¤à¥€ तो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के साथ कर। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:6 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कलीसिया के सामने तेरे पà¥à¤°à¥‡à¤® की गवाही दी थी। यदि तू उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विदा करेगा जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° के लोगों के लिये उचित है तो अचà¥à¤›à¤¾ करेगा। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:7 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे उस नाम के लिये निकले हैं, और अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से कà¥à¤› नहीं लेते। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:8 इसलिठà¤à¤¸à¥‹à¤‚ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करना चाहिà¤, जिससे हम à¤à¥€ सतà¥à¤¯ के पकà¥à¤· में उनके सहकरà¥à¤®à¥€ हों। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:9 ¶ मैंने कलीसिया को कà¥à¤› लिखा था; पर दियà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤«à¥‡à¤¸ जो उनमें बड़ा बनना चाहता है, हमें गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करता। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:10 इसलिठयदि मैं आऊà¤à¤—ा, तो उसके कामों की जो वह करता है सà¥à¤§à¤¿ दिलाऊà¤à¤—ा, कि वह हमारे विषय में बà¥à¤°à¥€-बà¥à¤°à¥€ बातें बकता है; और इस पर à¤à¥€ सनà¥à¤¤à¥‹à¤· न करके सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं करता, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जो गà¥à¤°à¤¹à¤£ करना चाहते हैं, मना करता है और कलीसिया से निकाल देता है। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:11 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯, बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ के नहीं, पर à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ हो। जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करता है, वह परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से है; पर जो बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करता है, उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° को नहीं देखा। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:12 दिमेतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤¸ के विषय में सब ने वरनॠसतà¥à¤¯ ने à¤à¥€ आप ही गवाही दी: और हम à¤à¥€ गवाही देते हैं, और तू जानता है, कि हमारी गवाही सचà¥à¤šà¥€ है। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:13 ¶ मà¥à¤à¥‡ तà¥à¤à¤•à¥‹ बहà¥à¤¤ कà¥à¤› लिखना तो था; पर सà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥€ और कलम से लिखना नहीं चाहता। (IN) 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:14 पर मà¥à¤à¥‡ आशा है कि तà¥à¤ से शीघà¥à¤° à¤à¥‡à¤‚ट करूà¤à¤—ा: तब हम आमने-सामने बातचीत करेंगे: 3 यूहनà¥à¤¨à¤¾ 1:15 तà¥à¤à¥‡ शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। यहाठके मितà¥à¤° तà¥à¤à¥‡ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं वहाठके मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के नाम ले लेकर नमसà¥à¤•à¤¾à¤° कह देना। (IN) यहूदा 1:1 ¶ यहूदा की ओर से जो यीशॠमसीह का दास और याकूब का à¤à¤¾à¤ˆ है, उन बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤“ं के नाम जो परमेशà¥â€à¤µà¤° पिता में पà¥à¤°à¤¿à¤¯ और यीशॠमसीह के लिये सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ हैं। (IN) यहूदा 1:2 ¶ दया और शानà¥à¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¥‡à¤® तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बहà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¤¤ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता रहे। (IN) यहूदा 1:3 ¶ हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, जब मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस उदà¥à¤§à¤¾à¤° के विषय में लिखने में अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ परिशà¥à¤°à¤® से पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ कर रहा था, जिसमें हम सब सहà¤à¤¾à¤—ी हैं; तो मैंने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह समà¤à¤¾à¤¨à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤• जाना कि उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिये पूरा यतà¥à¤¨ करो जो पवितà¥à¤° लोगों को à¤à¤• ही बार सौंपा गया था। (IN) यहूदा 1:4 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कितने à¤à¤¸à¥‡ मनà¥à¤·à¥à¤¯ चà¥à¤ªà¤•à¥‡ से हम में आ मिले हैं, जिनसे इस दणà¥à¤¡ का वरà¥à¤£à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ समय में पहले ही से लिखा गया था: ये à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ हैं, और हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° के अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ को लà¥à¤šà¤ªà¤¨ में बदल डालते है, और हमारे à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ और पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह का इनà¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं। (IN) यहूदा 1:5 ¶ यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ तà¥à¤® सब बात à¤à¤• बार जान चà¥à¤•à¥‡ हो, तो à¤à¥€ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस बात की सà¥à¤§à¤¿ दिलाना चाहता हूà¤, कि पà¥à¤°à¤à¥ ने à¤à¤• कà¥à¤² को मिसà¥à¤° देश से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡ के बाद विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ न लानेवालों को नाश कर दिया। (IN) यहूदा 1:6 फिर जिन सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों ने अपने पद को सà¥à¤¥à¤¿à¤° न रखा वरनॠअपने निज निवास को छोड़ दिया, उसने उनको à¤à¥€ उस à¤à¥€à¤·à¤£ दिन के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के लिये अंधकार में जो सनातन के लिये है बनà¥à¤§à¤¨à¥‹à¤‚ में रखा है। (IN) यहूदा 1:7 ¶ जिस रीति से सदोम और गमोरा और उनके आस-पास के नगर, जो इनके समान वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€ हो गठथे और पराये शरीर के पीछे लग गठथे आग के अननà¥à¤¤ दणà¥à¤¡ में पड़कर दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ ठहरे हैं। (IN) यहूदा 1:8 उसी रीति से ये सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨à¤¦à¤°à¥à¤¶à¥€ à¤à¥€ अपने-अपने शरीर को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करते, और पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ को तà¥à¤šà¥à¤› जानते हैं; और ऊà¤à¤šà¥‡ पदवालों को बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहते हैं। (IN) यहूदा 1:9 ¶ परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत मीकाईल ने, जब शैतान से मूसा के शव के विषय में वाद-विवाद किया, तो उसको बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहके दोष लगाने का साहस न किया; पर यह कहा, “पà¥à¤°à¤à¥ तà¥à¤à¥‡ डाà¤à¤Ÿà¥‡à¥¤â€ (IN) यहूदा 1:10 पर ये लोग जिन बातों को नहीं जानते, उनको बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ कहते हैं; पर जिन बातों को अचेतन पशà¥à¤“ं के समान सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ ही से जानते हैं, उनमें अपने आप को नाश करते हैं। (IN) यहूदा 1:11 उन पर हाय! कि वे कैन के समान चाल चले, और मजदूरी के लिये बिलाम के समान à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ हो गठहैं और कोरह के समान विरोध करके नाश हà¥à¤ हैं। (IN) यहूदा 1:12 ¶ यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®-à¤à¥‹à¤œà¥‹à¤‚ में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ खाते-पीते, समà¥à¤¦à¥à¤° में छिपी हà¥à¤ˆ चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ सरीखे हैं, और बेधड़क अपना ही पेट à¤à¤°à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ रखवाले हैं; वे निरà¥à¤œà¤² बादल हैं; जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हवा उड़ा ले जाती है; पतà¤à¤¡à¤¼ के निषà¥à¤«à¤² पेड़ हैं, जो दो बार मर चà¥à¤•à¥‡ हैं; और जड़ से उखड़ गठहैं; (IN) यहूदा 1:13 ये समà¥à¤¦à¥à¤° के पà¥à¤°à¤šà¤£à¥à¤¡ हिलकोरे हैं, जो अपनी लजà¥à¤œà¤¾ का फेन उछालते हैं। ये डाà¤à¤µà¤¾à¤¡à¥‹à¤² तारे हैं, जिनके लिये सदा काल तक घोर अंधकार रखा गया है। (IN) यहूदा 1:14 ¶ और हनोक ने à¤à¥€ जो आदम से सातवीं पीढ़ी में था, इनके विषय में यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की, “देखो, पà¥à¤°à¤à¥ अपने लाखों पवितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ आया। (IN) यहूदा 1:15 कि सब का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करे, और सब à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚ को उनके अà¤à¤•à¥â€à¤¤à¤¿ के सब कामों के विषय में जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤•à¥â€à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ होकर किठहैं, और उन सब कठोर बातों के विषय में जो à¤à¤•à¥â€à¤¤à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ पापियों ने उसके विरोध में कही हैं, दोषी ठहराà¤à¥¤â€ (IN) यहूदा 1:16 ये तो असंतà¥à¤·à¥à¤Ÿ, कà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡, और अपने अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलनेवाले हैं; और अपने मà¥à¤à¤¹ से घमणà¥à¤¡ की बातें बोलते हैं; और वे लाठके लिये मà¥à¤à¤¹ देखी बड़ाई किया करते हैं। (IN) यहूदा 1:17 ¶ पर हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तà¥à¤® उन बातों को सà¥à¤®à¤°à¤£ रखो; जो हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ पहले कह चà¥à¤•à¥‡ हैं। (IN) यहूदा 1:18 वे तà¥à¤® से कहा करते थे, “पिछले दिनों में à¤à¤¸à¥‡ उपहास करनेवाले होंगे, जो अपनी अà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ की अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चलेंगे।†(IN) यहूदा 1:19 ये तो वे हैं, जो फूट डालते हैं; ये शारीरिक लोग हैं, जिनमें आतà¥à¤®à¤¾ नहीं। (IN) यहूदा 1:20 ¶ पर हे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तà¥à¤® अपने अति पवितà¥à¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में अपनी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ करते हà¥à¤ और पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हà¥à¤à¥¤ (IN) यहूदा 1:21 अपने आप को परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¥‡à¤® में बनाठरखो; और अननà¥à¤¤ जीवन के लिये हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह की दया की आशा देखते रहो। (IN) यहूदा 1:22 ¶ और उन पर जो शंका में हैं दया करो। (IN) यहूदा 1:23 और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को आग में से à¤à¤ªà¤Ÿà¤•à¤° निकालो, और बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर à¤à¤¯ के साथ दया करो; वरनॠउस वसà¥à¤¤à¥à¤° से à¤à¥€ घृणा करो जो शरीर के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कलंकित हो गया है। (IN) यहूदा 1:24 ¶ अब जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ ठोकर खाने से बचा सकता है, और अपनी महिमा की à¤à¤°à¤ªà¥‚री के सामने मगन और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· करके खड़ा कर सकता है। (IN) यहूदा 1:25 उस à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिà¤, हमारे उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ की महिमा, गौरव, पराकà¥à¤°à¤® और अधिकार, हमारे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠमसीह के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जैसा सनातन काल से है, अब à¤à¥€ हो और यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहे। आमीन। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:1 ¶ यीशॠमसीह का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤à¤µà¤¾à¤•à¥à¤¯, जो उसे परमेशà¥â€à¤µà¤° ने इसलिठदिया कि अपने दासों को वे बातें, जिनका शीघà¥à¤° होना अवशà¥à¤¯ है, दिखाà¤: और उसने अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने दास यूहनà¥à¤¨à¤¾ को बताया, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:2 जिसने परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन और यीशॠमसीह की गवाही, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जो कà¥à¤› उसने देखा था उसकी गवाही दी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:3 धनà¥à¤¯ है वह जो इस à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ के वचन को पढ़ता है, और वे जो सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं और इसमें लिखी हà¥à¤ˆ बातों को मानते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समय निकट है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:4 ¶ यूहनà¥à¤¨à¤¾ की ओर से आसिया की सात कलीसियाओं के नाम: उसकी ओर से जो है, और जो था, और जो आनेवाला है; और उन सात आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं की ओर से, जो उसके सिंहासन के सामने है, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:5 और यीशॠमसीह की ओर से, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ साकà¥à¤·à¥€ और मरे हà¥à¤“ं में से जी उठनेवालों में पहलौठा, और पृथà¥à¤µà¥€ के राजाओं का अधिपति है, तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ और शानà¥à¤¤à¤¿ मिलती रहे। जो हम से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता है, और जिसने अपने लहू के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें पापों से छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤¯à¤¾ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:6 और हमें à¤à¤• राजà¥à¤¯ और अपने पिता परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये याजक à¤à¥€ बना दिया; उसी की महिमा और पराकà¥à¤°à¤® यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहे। आमीन। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:7 देखो, वह बादलों के साथ आनेवाला है; और हर à¤à¤• आà¤à¤– उसे देखेगी, वरनॠजिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे बेधा था, वे à¤à¥€ उसे देखेंगे, और पृथà¥à¤µà¥€ के सारे कà¥à¤² उसके कारण छाती पीटेंगे। हाà¤à¥¤ आमीन। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:8 पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°, जो है, और जो था, और जो आनेवाला है; जो सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ है: यह कहता है, “मैं ही अलà¥à¤«à¤¾ और ओमेगा हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:9 ¶ मैं यूहनà¥à¤¨à¤¾, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤ˆ, और यीशॠके कà¥à¤²à¥‡à¤¶, और राजà¥à¤¯, और धीरज में तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ सहà¤à¤¾à¤—ी हूà¤, परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन, और यीशॠकी गवाही के कारण पतमà¥à¤¸ नामक टापू में था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:10 मैं पà¥à¤°à¤à¥ के दिन आतà¥à¤®à¤¾ में आ गया, और अपने पीछे तà¥à¤°à¤¹à¥€ का सा बड़ा शबà¥à¤¦ यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:11 “जो कà¥à¤› तू देखता है, उसे पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखकर सातों कलीसियाओं के पास à¤à¥‡à¤œ दे, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ इफिसà¥à¤¸, सà¥à¤®à¥à¤°à¤¨à¤¾, पिरगमà¥à¤¨, थà¥à¤†à¤¤à¥€à¤°à¤¾, सरदीस, फिलदिलफिया और लौदीकिया को।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:12 तब मैंने उसे जो मà¥à¤à¤¸à¥‡ बोल रहा था; देखने के लिये अपना मà¥à¤à¤¹ फेरा; और पीछे घूमकर मैंने सोने की सात दीवटें देखी; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:13 और उन दीवटों के बीच में मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° सदृशà¥à¤¯ à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· को देखा, जो पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तक का वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने, और छाती पर सोने का कमरबनà¥à¤¦ बाà¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:14 उसके सिर और बाल शà¥à¤µà¥‡à¤¤ ऊन वरनॠहिम के समान उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² थे; और उसकी आà¤à¤–ें आग की जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ के समान थीं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:15 उसके पाà¤à¤µ उतà¥à¤¤à¤® पीतल के समान थे जो मानो à¤à¤Ÿà¥à¤ ी में तपाठगठहों; और उसका शबà¥à¤¦ बहà¥à¤¤ जल के शबà¥à¤¦ के समान था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:16 वह अपने दाहिने हाथ में सात तारे लिठहà¥à¤ था, और उसके मà¥à¤– से तेज दोधारी तलवार निकलती थी; और उसका मà¥à¤à¤¹ à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ था, जैसा सूरà¥à¤¯ कड़ी धूप के समय चमकता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:17 जब मैंने उसे देखा, तो उसके पैरों पर मà¥à¤°à¥à¤¦à¤¾ सा गिर पड़ा और उसने मà¥à¤ पर अपना दाहिना हाथ रखकर यह कहा, “मत डर; मैं पà¥à¤°à¤¥à¤® और अनà¥à¤¤à¤¿à¤® हूà¤, और जीवित à¤à¥€ मैं हूà¤, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:18 मैं मर गया था, और अब देख मैं यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— जीविता हूà¤; और मृतà¥à¤¯à¥ और अधोलोक की कà¥à¤‚जियाठमेरे ही पास हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:19 “इसलिठजो बातें तूने देखीं हैं और जो बातें हो रही हैं; और जो इसके बाद होनेवाली हैं, उन सब को लिख ले।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 1:20 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उन सात तारों का à¤à¥‡à¤¦ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने मेरे दाहिने हाथ में देखा था, और उन सात सोने की दीवटों का à¤à¥‡à¤¦: वे सात तारे सातों कलीसियाओं के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत हैं, और वे सात दीवट सात कलीसियाà¤à¤ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:1 ¶ “इफिसà¥à¤¸ की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “जो सातों तारे अपने दाहिने हाथ में लिठहà¥à¤ है, और सोने की सातों दीवटों के बीच में फिरता है, वह यह कहता है: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:2 मैं तेरे काम, और तेरे परिशà¥à¤°à¤®, और तेरे धीरज को जानता हूà¤; और यह à¤à¥€ कि तू बà¥à¤°à¥‡ लोगों को तो देख नहीं सकता; और जो अपने आप को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कहते हैं, और हैं नहीं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तूने परखकर à¤à¥‚ठा पाया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:3 और तू धीरज धरता है, और मेरे नाम के लिये दà¥à¤ƒà¤– उठाते-उठाते थका नहीं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:4 पर मà¥à¤à¥‡ तेरे विरà¥à¤¦à¥à¤§ यह कहना है कि तूने अपना पहला सा पà¥à¤°à¥‡à¤® छोड़ दिया है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:5 इसलिठसà¥à¤®à¤°à¤£ कर, कि तू कहाठसे गिरा है, और मन फिरा और पहले के समान काम कर; और यदि तू मन न फिराà¤à¤—ा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से हटा दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:6 पर हाà¤, तà¥à¤ में यह बात तो है, कि तू नीकà¥à¤²à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के कामों से घृणा करता है, जिनसे मैं à¤à¥€ घृणा करता हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:7 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है: जो जय पाà¤, मैं उसे उस जीवन के पेड़ में से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—लोक में है, फल खाने को दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:8 ¶ “सà¥à¤®à¥à¤°à¤¨à¤¾ की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “जो पà¥à¤°à¤¥à¤® और अनà¥à¤¤à¤¿à¤® है; जो मर गया था और अब जीवित हो गया है, वह यह कहता है: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:9 मैं तेरे कà¥à¤²à¥‡à¤¶ और दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ को जानता हूठ(परनà¥à¤¤à¥ तू धनी है); और जो लोग अपने आप को यहूदी कहते हैं और हैं नहीं, पर शैतान का आराधनालय हैं, उनकी निनà¥à¤¦à¤¾ को à¤à¥€ जानता हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:10 जो दà¥à¤ƒà¤– तà¥à¤à¤•à¥‹ à¤à¥‡à¤²à¤¨à¥‡ होंगे, उनसे मत डर: कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि, शैतान तà¥à¤® में से कà¥à¤› को जेलखाने में डालने पर है ताकि तà¥à¤® परखे जाओ; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दस दिन तक कà¥à¤²à¥‡à¤¶ उठाना होगा। पà¥à¤°à¤¾à¤£ देने तक विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ रह; तो मैं तà¥à¤à¥‡ जीवन का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:11 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है: जो जय पाà¤, उसको दूसरी मृतà¥à¤¯à¥ से हानि न पहà¥à¤à¤šà¥‡à¤—ी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:12 ¶ “पिरगमà¥à¤¨ की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “जिसके पास तेज दोधारी तलवार है, वह यह कहता है: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:13 मैं यह तो जानता हूà¤, कि तू वहाठरहता है जहाठशैतान का सिंहासन है, और मेरे नाम पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है; और मà¥à¤ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने से उन दिनों में à¤à¥€ पीछे नहीं हटा जिनमें मेरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ साकà¥à¤·à¥€ अनà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¸, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बीच उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर मारा गया जहाठशैतान रहता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:14 पर मà¥à¤à¥‡ तेरे विरà¥à¤¦à¥à¤§ कà¥à¤› बातें कहनी हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेरे यहाठकà¥à¤› तो à¤à¤¸à¥‡ हैं, जो बिलाम की शिकà¥à¤·à¤¾ को मानते हैं, जिसने बालाक को इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के आगे ठोकर का कारण रखना सिखाया, कि वे मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर चढ़ाई गई वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ खाà¤à¤, और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करें। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:15 वैसे ही तेरे यहाठकà¥à¤› तो à¤à¤¸à¥‡ हैं, जो नीकà¥à¤²à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की शिकà¥à¤·à¤¾ को मानते हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:16 अतः मन फिरा, नहीं तो मैं तेरे पास शीघà¥à¤° ही आकर, अपने मà¥à¤– की तलवार से उनके साथ लड़ूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:17 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है; जो जय पाà¤, उसको मैं गà¥à¤ªà¥à¤¤ मनà¥à¤¨à¤¾ में से दूà¤à¤—ा, और उसे à¤à¤• शà¥à¤µà¥‡à¤¤ पतà¥à¤¥à¤° à¤à¥€ दूà¤à¤—ा; और उस पतà¥à¤¥à¤° पर à¤à¤• नाम लिखा हà¥à¤† होगा, जिसे उसके पानेवाले के सिवाय और कोई न जानेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:18 ¶ “थà¥à¤†à¤¤à¥€à¤°à¤¾ की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “परमेशà¥â€à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° जिसकी आà¤à¤–ें आग की जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ के समान, और जिसके पाà¤à¤µ उतà¥à¤¤à¤® पीतल के समान हैं, वह यह कहता है: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:19 मैं तेरे कामों, और पà¥à¤°à¥‡à¤®, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸, और सेवा, और धीरज को जानता हूà¤, और यह à¤à¥€ कि तेरे पिछले काम पहले से बढ़कर हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:20 पर मà¥à¤à¥‡ तेरे विरà¥à¤¦à¥à¤§ यह कहना है, कि तू उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ इजेबेल को रहने देता है जो अपने आप को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ कहती है, और मेरे दासों को वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करने, और मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के आगे चढ़ाई गई वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ खाना सिखाकर à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¤à¥€ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:21 मैंने उसको मन फिराने के लिये अवसर दिया, पर वह अपने वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से मन फिराना नहीं चाहती। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:22 देख, मैं उसे रोगशैयà¥à¤¯à¤¾ पर डालता हूà¤; और जो उसके साथ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° करते हैं यदि वे à¤à¥€ उसके से कामों से मन न फिराà¤à¤à¤—े तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बड़े कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में डालूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:23 मैं उसके बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को मार डालूà¤à¤—ा; और तब सब कलीसियाà¤à¤ जान लेंगी कि हृदय और मन का परखनेवाला मैं ही हूà¤, और मैं तà¥à¤® में से हर à¤à¤• को उसके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बदला दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:24 पर तà¥à¤® थà¥à¤†à¤¤à¥€à¤°à¤¾ के बाकी लोगों से, जितने इस शिकà¥à¤·à¤¾ को नहीं मानते, और उन बातों को जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शैतान की गहरी बातें कहते हैं नहीं जानते, यह कहता हूà¤, कि मैं तà¥à¤® पर और बोठन डालूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:25 पर हाà¤, जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास है उसको मेरे आने तक थामे रहो। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:26 जो जय पाà¤, और मेरे कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अनà¥à¤¤ तक करता रहे, ‘मैं उसे जाति-जाति के लोगों पर अधिकार दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:27 और वह लोहे का राजदणà¥à¤¡ लिये हà¥à¤ उन पर राजà¥à¤¯ करेगा, जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° के मिटà¥à¤Ÿà¥€ के बरà¥à¤¤à¤¨ चकनाचूर हो जाते हैं: मैंने à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही अधिकार अपने पिता से पाया है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:28 और मैं उसे à¤à¥‹à¤° का तारा दूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 2:29 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:1 ¶ “सरदीस की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को लिख: “जिसके पास परमेशà¥â€à¤µà¤° की सात आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ और सात तारे हैं, यह कहता है कि मैं तेरे कामों को जानता हूà¤, कि तू जीवित तो कहलाता है, पर है मरा हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:2 ¶ जागृत हो, और उन वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को जो बाकी रह गई हैं, और जो मिटने को है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दृढ़ कर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैंने तेरे किसी काम को अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के निकट पूरा नहीं पाया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:3 इसलिठसà¥à¤®à¤°à¤£ कर, कि तूने किस रीति से शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की और सà¥à¤¨à¥€ थी, और उसमें बना रह, और मन फिरा: और यदि तू जागृत न रहेगा तो मैं चोर के समान आ जाऊà¤à¤—ा और तू कदापि न जान सकेगा, कि मैं किस घड़ी तà¥à¤ पर आ पड़ूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:4 पर हाà¤, सरदीस में तेरे यहाठकà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ लोग हैं, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने-अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं किà¤, वे शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ मेरे साथ घूमेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे इस योगà¥à¤¯ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:5 जो जय पाà¤, उसे इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनाया जाà¤à¤—ा, और मैं उसका नाम जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में से किसी रीति से न काटूà¤à¤—ा, पर उसका नाम अपने पिता और उसके सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के सामने मान लूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:6 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:7 ¶ “फिलदिलफिया की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “जो पवितà¥à¤° और सतà¥à¤¯ है, और जो दाऊद की कà¥à¤‚जी रखता है, जिसके खोले हà¥à¤ को कोई बनà¥à¤¦ नहीं कर सकता और बनà¥à¤¦ किठहà¥à¤ को कोई खोल नहीं सकता, वह यह कहता है, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:8 मैं तेरे कामों को जानता हूà¤à¥¤ देख, मैंने तेरे सामने à¤à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤° खोल रखा है, जिसे कोई बनà¥à¤¦ नहीं कर सकता; तेरी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ थोड़ी सी तो है, फिर à¤à¥€ तूने मेरे वचन का पालन किया है और मेरे नाम का इनà¥à¤•à¤¾à¤° नहीं किया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:9 देख, मैं शैतान के उन आराधनालय वालों को तेरे वश में कर दूà¤à¤—ा जो यहूदी बन बैठे हैं, पर हैं नहीं, वरनॠà¤à¥‚ठबोलते हैं—मैं à¤à¤¸à¤¾ करूà¤à¤—ा, कि वे आकर तेरे चरणों में दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करेंगे, और यह जान लेंगे, कि मैंने तà¥à¤ से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखा है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:10 तूने मेरे धीरज के वचन को थामा है, इसलिठमैं à¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ परीकà¥à¤·à¤¾ के उस समय बचा रखूà¤à¤—ा, जो पृथà¥à¤µà¥€ पर रहनेवालों के परखने के लिये सारे संसार पर आनेवाला है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:11 मैं शीघà¥à¤° ही आनेवाला हूà¤; जो कà¥à¤› तेरे पास है उसे थामे रह, कि कोई तेरा मà¥à¤•à¥à¤Ÿ छीन न ले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:12 जो जय पाà¤, उसे मैं अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में à¤à¤• खमà¥à¤à¤¾ बनाऊà¤à¤—ा; और वह फिर कà¤à¥€ बाहर न निकलेगा; और मैं अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° का नाम, और अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के नगर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ नये यरूशलेम का नाम, जो मेरे परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास से सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर से उतरनेवाला है और अपना नया नाम उस पर लिखूà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:13 जिसके कान हों, वह सà¥à¤¨ ले कि आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:14 ¶ “लौदीकिया की कलीसिया के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह लिख: “जो आमीन, और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯, और सचà¥à¤šà¤¾ गवाह है, और परमेशà¥â€à¤µà¤° की सृषà¥à¤Ÿà¤¿ का मूल कारण है, वह यह कहता है: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:15 मैं तेरे कामों को जानता हूठकि तू न तो ठणà¥à¤¡à¤¾ है और न गरà¥à¤®; à¤à¤²à¤¾ होता कि तू ठणà¥à¤¡à¤¾ या गरà¥à¤® होता। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:16 इसलिठकि तू गà¥à¤¨à¤—à¥à¤¨à¤¾ है, और न ठणà¥à¤¡à¤¾ है और न गरà¥à¤®, मैं तà¥à¤à¥‡ अपने मà¥à¤à¤¹ से उगलने पर हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:17 तू जो कहता है, कि मैं धनी हूà¤, और धनवान हो गया हूà¤, और मà¥à¤à¥‡ किसी वसà¥à¤¤à¥ की घटी नहीं, और यह नहीं जानता, कि तू अà¤à¤¾à¤—ा और तà¥à¤šà¥à¤› और कंगाल और अंधा, और नंगा है, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:18 इसलिठमैं तà¥à¤à¥‡ समà¥à¤®à¤¤à¤¿ देता हूà¤, कि आग में ताया हà¥à¤† सोना मà¥à¤à¤¸à¥‡ मोल ले, कि धनी हो जाà¤; और शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° ले ले कि पहनकर तà¥à¤à¥‡ अपने नंगेपन की लजà¥à¤œà¤¾ न हो; और अपनी आà¤à¤–ों में लगाने के लिये सà¥à¤°à¤®à¤¾ ले कि तू देखने लगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:19 मैं जिन जिनसे पà¥à¤°à¥‡à¤® रखता हूà¤, उन सब को उलाहना और ताड़ना देता हूà¤, इसलिठउतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ हो, और मन फिरा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:20 देख, मैं दà¥à¤µà¤¾à¤° पर खड़ा हà¥à¤† खटखटाता हूà¤; यदि कोई मेरा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤•à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤° खोलेगा, तो मैं उसके पास à¤à¥€à¤¤à¤° आकर उसके साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ करूà¤à¤—ा, और वह मेरे साथ। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:21 जो जय पाà¤, मैं उसे अपने साथ अपने सिंहासन पर बैठाऊà¤à¤—ा, जैसा मैं à¤à¥€ जय पा कर अपने पिता के साथ उसके सिंहासन पर बैठगया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 3:22 जिसके कान हों वह सà¥à¤¨ ले कि आतà¥à¤®à¤¾ कलीसियाओं से कà¥à¤¯à¤¾ कहता है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:1 ¶ इन बातों के बाद जो मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, तो कà¥à¤¯à¤¾ देखता हूठकि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में à¤à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤† है; और जिसको मैंने पहले तà¥à¤°à¤¹à¥€ के से शबà¥à¤¦ से अपने साथ बातें करते सà¥à¤¨à¤¾ था, वही कहता है, “यहाठऊपर आ जा, और मैं वे बातें तà¥à¤à¥‡ दिखाऊà¤à¤—ा, जिनका इन बातों के बाद पूरा होना अवशà¥à¤¯ है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:2 तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मैं आतà¥à¤®à¤¾ में आ गया; और कà¥à¤¯à¤¾ देखता हूठकि à¤à¤• सिंहासन सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में रखा है, और उस सिंहासन पर कोई बैठा है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:3 और जो उस पर बैठा है, वह यशब और माणिकà¥à¤¯ जैसा दिखाई पड़ता है, और उस सिंहासन के चारों ओर मरकत के समान à¤à¤• मेघधनà¥à¤· दिखाई देता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:4 उस सिंहासन के चारों ओर चौबीस सिंहासन है; और इन सिंहासनों पर चौबीस पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ बैठे हैं, और उनके सिरों पर सोने के मà¥à¤•à¥à¤Ÿ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:5 ¶ उस सिंहासन में से बिजलियाठऔर गरà¥à¤œà¤¨ निकलते हैं और सिंहासन के सामने आग के सात दीपक जल रहे हैं, वे परमेशà¥â€à¤µà¤° की सात आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:6 और उस सिंहासन के सामने मानो बिलà¥à¤²à¥Œà¤° के समान काà¤à¤š के जैसा समà¥à¤¦à¥à¤° है, और सिंहासन के बीच में और सिंहासन के चारों ओर चार पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ है, जिनके आगे-पीछे आà¤à¤–ें ही आà¤à¤–ें हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:7 पहला पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ सिंह के समान है, और दूसरा पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ बछड़े के समान है, तीसरे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ का मà¥à¤à¤¹ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है, और चौथा पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ उड़ते हà¥à¤ उकाब के समान है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:8 और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के छः-छः पंख हैं, और चारों ओर, और à¤à¥€à¤¤à¤° आà¤à¤–ें ही आà¤à¤–ें हैं; और वे रात-दिन बिना विशà¥à¤°à¤¾à¤® लिठयह कहते रहते हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:9 ¶ और जब वे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ उसकी जो सिंहासन पर बैठा है, और जो यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— जीविता है, महिमा और आदर और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:10 तब चौबीसों पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ सिंहासन पर बैठनेवाले के सामने गिर पड़ेंगे, और उसे जो यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— जीविता है पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करेंगे; और अपने-अपने मà¥à¤•à¥à¤Ÿ सिंहासन के सामने यह कहते हà¥à¤ डाल देंगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 4:11 “हे हमारे पà¥à¤°à¤à¥, और परमेशà¥â€à¤µà¤°, तू ही महिमा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:1 ¶ और जो सिंहासन पर बैठा था, मैंने उसके दाहिने हाथ में à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• देखी, जो à¤à¥€à¤¤à¤° और बाहर लिखी हà¥à¤ˆ थी, और वह सात मà¥à¤¹à¤° लगाकर बनà¥à¤¦ की गई थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:2 फिर मैंने à¤à¤• बलवनà¥à¤¤ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को देखा जो ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से यह पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता था “इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के खोलने और उसकी मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ तोड़ने के योगà¥à¤¯ कौन है?†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:3 और न सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में, न पृथà¥à¤µà¥€ पर, न पृथà¥à¤µà¥€ के नीचे कोई उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• को खोलने या उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ डालने के योगà¥à¤¯ निकला। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:4 तब मैं फूट-फूटकर रोने लगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के खोलने, या उस पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ करने के योगà¥à¤¯ कोई न मिला। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:5 इस पर उन पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “मत रो; देख, यहूदा के गोतà¥à¤° का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• को खोलने और उसकी सातों मà¥à¤¹à¤°à¥‡à¤‚ तोड़ने के लिये जयवनà¥à¤¤ हà¥à¤† है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:6 तब मैंने उस सिंहासन और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और उन पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के बीच में, मानो à¤à¤• वध किया हà¥à¤† मेमà¥â€à¤¨à¤¾ खड़ा देखा; उसके सात सींग और सात आà¤à¤–ें थीं; ये परमेशà¥â€à¤µà¤° की सातों आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤ हैं, जो सारी पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¥€ गई हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:7 उसने आकर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• ले ली, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:8 जब उसने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• ले ली, तो वे चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ और चौबीसों पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ उस मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के सामने गिर पड़े; और हर à¤à¤• के हाथ में वीणा और धूप से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ सोने के कटोरे थे, ये तो पवितà¥à¤° लोगों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤à¤ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:9 और वे यह नया गीत गाने लगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:10 “और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° के लिये à¤à¤• राजà¥à¤¯ और याजक बनाया; और वे पृथà¥à¤µà¥€ पर राजà¥à¤¯ करते हैं।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:11 ¶ जब मैंने देखा, तो उस सिंहासन और उन पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और उन पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के चारों ओर बहà¥à¤¤ से सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों का शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, जिनकी गिनती लाखों और करोड़ों की थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:12 और वे ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहते थे, “वध किया हà¥à¤† मेमà¥â€à¤¨à¤¾ ही सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और धन, और जà¥à¤žà¤¾à¤¨, और शकà¥à¤¤à¤¿, और आदर, और महिमा, और सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ के योगà¥à¤¯ है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:13 ¶ फिर मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में, और पृथà¥à¤µà¥€ पर, और पृथà¥à¤µà¥€ के नीचे, और समà¥à¤¦à¥à¤° की सब रची हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को, और सब कà¥à¤› को जो उनमें हैं, यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “जो सिंहासन पर बैठा है, उसकी, और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿, और आदर, और महिमा, और राजà¥à¤¯, यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— रहे।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 5:14 और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने आमीन कहा, और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ ने गिरकर दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ किया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:1 ¶ फिर मैंने देखा कि मेमà¥â€à¤¨à¥‡ ने उन सात मà¥à¤¹à¤°à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• को खोला; और उन चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• का गरà¥à¤œà¤¨ के समान शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, “आ।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:2 मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और à¤à¤• शà¥à¤µà¥‡à¤¤ घोड़ा है, और उसका सवार धनà¥à¤· लिठहà¥à¤ है: और उसे à¤à¤• मà¥à¤•à¥à¤Ÿ दिया गया, और वह जय करता हà¥à¤† निकला कि और à¤à¥€ जय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:3 ¶ जब उसने दूसरी मà¥à¤¹à¤° खोली, तो मैंने दूसरे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ को यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “आ।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:4 फिर à¤à¤• और घोड़ा निकला, जो लाल रंग का था; उसके सवार को यह अधिकार दिया गया कि पृथà¥à¤µà¥€ पर से मेल उठा ले, ताकि लोग à¤à¤• दूसरे का वध करें; और उसे à¤à¤• बड़ी तलवार दी गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:5 ¶ जब उसने तीसरी मà¥à¤¹à¤° खोली, तो मैंने तीसरे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ को यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “आ।†और मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और à¤à¤• काला घोड़ा है; और उसके सवार के हाथ में à¤à¤• तराजू है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:6 और मैंने उन चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में से à¤à¤• शबà¥à¤¦ यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “दीनार का सेर à¤à¤° गेहूà¤, और दीनार का तीन सेर जौ, पर तेल, और दाखरस की हानि न करना।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:7 ¶ और जब उसने चौथी मà¥à¤¹à¤° खोली, तो मैंने चौथे पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ का शबà¥à¤¦ यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “आ।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:8 मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और à¤à¤• पीला घोड़ा है; और उसके सवार का नाम मृतà¥à¤¯à¥ है; और अधोलोक उसके पीछे-पीछे है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पृथà¥à¤µà¥€ की à¤à¤• चौथाई पर यह अधिकार दिया गया, कि तलवार, और अकाल, और मरी, और पृथà¥à¤µà¥€ के वन-पशà¥à¤“ं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लोगों को मार डालें। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:9 ¶ जब उसने पाà¤à¤šà¤µà¥€ मà¥à¤¹à¤° खोली, तो मैंने वेदी के नीचे उनके पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को देखा, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन के कारण, और उस गवाही के कारण जो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दी थी, वध किठगठथे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:10 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “हे पà¥à¤°à¤à¥, हे पवितà¥à¤°, और सतà¥à¤¯; तू कब तक नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ न करेगा? और पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवालों से हमारे लहू का पलटा कब तक न लेगा?†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:11 और उनमें से हर à¤à¤• को शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° दिया गया, और उनसे कहा गया, कि और थोड़ी देर तक विशà¥à¤°à¤¾à¤® करो, जब तक कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ संगी दास और à¤à¤¾à¤ˆ जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ समान वध होनेवाले हैं, उनकी à¤à¥€ गिनती पूरी न हो ले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:12 ¶ जब उसने छठवीं मà¥à¤¹à¤° खोली, तो मैंने देखा कि à¤à¤• बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤†; और सूरà¥à¤¯ कमà¥à¤¬à¤² के समान काला, और पूरा चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ लहू के समान हो गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:13 और आकाश के तारे पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¤¸à¥‡ गिर पड़े जैसे बड़ी आà¤à¤§à¥€ से हिलकर अंजीर के पेड़ में से कचà¥à¤šà¥‡ फल à¤à¤¡à¤¼à¤¤à¥‡ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:14 आकाश à¤à¤¸à¤¾ सरक गया, जैसा पतà¥à¤° लपेटने से सरक जाता है; और हर à¤à¤• पहाड़, और टापू, अपने-अपने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से टल गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:15 पृथà¥à¤µà¥€ के राजा, और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨, और सरदार, और धनवान और सामरà¥à¤¥à¥€ लोग, और हर à¤à¤• दास, और हर à¤à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°, पहाड़ों की गà¥à¤«à¤¾à¤“ं और चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में जा छिपे; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:16 और पहाड़ों, और चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से कहने लगे, “हम पर गिर पड़ो; और हमें उसके मà¥à¤à¤¹ से जो सिंहासन पर बैठा है और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª से छिपा लो; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 6:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª का à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• दिन आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है, अब कौन ठहर सकता है?†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:1 ¶ इसके बाद मैंने पृथà¥à¤µà¥€ के चारों कोनों पर चार सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत खड़े देखे, वे पृथà¥à¤µà¥€ की चारों हवाओं को थामे हà¥à¤ थे ताकि पृथà¥à¤µà¥€, या समà¥à¤¦à¥à¤°, या किसी पेड़ पर, हवा न चले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:2 फिर मैंने à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को जीविते परमेशà¥â€à¤µà¤° की मà¥à¤¹à¤° लिठहà¥à¤ पूरब से ऊपर की ओर आते देखा; उसने उन चारों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों से जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पृथà¥à¤µà¥€ और समà¥à¤¦à¥à¤° की हानि करने का अधिकार दिया गया था, ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:3 “जब तक हम अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के दासों के माथे पर मà¥à¤¹à¤° न लगा दें, तब तक पृथà¥à¤µà¥€ और समà¥à¤¦à¥à¤° और पेड़ों को हानि न पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¤¾à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:4 ¶ और जिन पर मà¥à¤¹à¤° दी गई, मैंने उनकी गिनती सà¥à¤¨à¥€, कि इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के सब गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• लाख चौवालीस हजार पर मà¥à¤¹à¤° दी गई: (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:5 यहूदा के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर मà¥à¤¹à¤° दी गई, रूबेन के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, गाद के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:6 आशेर के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, नपà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥€ के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर; मनशà¥à¤¶à¥‡ के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:7 शमौन के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, लेवी के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, इसà¥à¤¸à¤¾à¤•à¤¾à¤° के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:8 जबूलून के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, यूसà¥à¤« के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर, और बिनà¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€à¤¨ के गोतà¥à¤° में से बारह हजार पर मà¥à¤¹à¤° दी गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:9 ¶ इसके बाद मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और हर à¤à¤• जाति, और कà¥à¤², और लोग और à¤à¤¾à¤·à¤¾ में से à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼, जिसे कोई गिन नहीं सकता था शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने और अपने हाथों में खजूर की डालियाठलिये हà¥à¤ सिंहासन के सामने और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के सामने खड़ी है; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:10 और बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहती है, “उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिये हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° का, जो सिंहासन पर बैठा है, और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ का जय-जयकार हो।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:11 और सारे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत, उस सिंहासन और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के चारों ओर खड़े हैं, फिर वे सिंहासन के सामने मà¥à¤à¤¹ के बल गिर पड़े और परमेशà¥â€à¤µà¤° को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करके कहा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:12 “आमीन, हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿, महिमा, जà¥à¤žà¤¾à¤¨, धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦, आदर, सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और शकà¥à¤¤à¤¿ यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— बनी रहें। आमीन।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:13 इस पर पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ये शà¥à¤µà¥‡à¤¤ वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने हà¥à¤ कौन हैं? और कहाठसे आठहैं?†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:14 मैंने उससे कहा, “हे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, तू ही जानता है।†उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ये वे हैं, जो उस महा कà¥à¤²à¥‡à¤¶ में से निकलकर आठहैं; इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने-अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के लहू में धोकर शà¥à¤µà¥‡à¤¤ किठहैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:15 “इसी कारण वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के सिंहासन के सामने हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:16 “वे फिर à¤à¥‚खे और पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ न होंगे; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 7:17 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेमà¥â€à¤¨à¤¾ जो सिंहासन के बीच में है, उनकी रखवाली करेगा; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:1 ¶ जब उसने सातवीं मà¥à¤¹à¤° खोली, तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में आधे घणà¥à¤Ÿà¥‡ तक सनà¥â€à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤¾ छा गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:2 और मैंने उन सातों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने खड़े रहते हैं, देखा, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सात तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दी गईं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:3 फिर à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत सोने का धूपदान लिये हà¥à¤ आया, और वेदी के निकट खड़ा हà¥à¤†; और उसको बहà¥à¤¤ धूप दिया गया कि सब पवितà¥à¤° लोगों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं के साथ सोने की उस वेदी पर, जो सिंहासन के सामने है चढ़ाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:4 और उस धूप का धूआठपवितà¥à¤° लोगों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं सहित सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के हाथ से परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने पहà¥à¤à¤š गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:5 तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने धूपदान लेकर उसमें वेदी की आग à¤à¤°à¥€, और पृथà¥à¤µà¥€ पर डाल दी, और गरà¥à¤œà¤¨ और शबà¥à¤¦ और बिजलियाठऔर à¤à¥‚कमà¥à¤ª होने लगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:6 और वे सातों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत जिनके पास सात तà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ थीं, फूà¤à¤•à¤¨à¥‡ को तैयार हà¥à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:7 ¶ पहले सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, और लहू से मिले हà¥à¤ ओले और आग उतà¥â€à¤ªà¤¨à¥â€à¤¨ हà¥à¤ˆ, और पृथà¥à¤µà¥€ पर डाली गई; और à¤à¤• तिहाई पृथà¥à¤µà¥€ जल गई, और à¤à¤• तिहाई पेड़ जल गई, और सब हरी घास à¤à¥€ जल गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:8 ¶ दूसरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, तो मानो आग के समान जलता हà¥à¤† à¤à¤• बड़ा पहाड़ समà¥à¤¦à¥à¤° में डाला गया; और समà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¥€ à¤à¤• तिहाई लहू हो गया, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:9 और समà¥à¤¦à¥à¤° की à¤à¤• तिहाई सृजी हà¥à¤ˆ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ जो सजीव थीं मर गई, और à¤à¤• तिहाई जहाज नाश हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:10 ¶ तीसरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, और à¤à¤• बड़ा तारा जो मशाल के समान जलता था, सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से टूटा, और नदियों की à¤à¤• तिहाई पर, और पानी के सोतों पर आ पड़ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:11 उस तारे का नाम नागदौना है, और à¤à¤• तिहाई पानी नागदौना जैसा कड़वा हो गया, और बहà¥à¤¤ से मनà¥à¤·à¥à¤¯ उस पानी के कड़वे हो जाने से मर गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:12 ¶ चौथे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, और सूरà¥à¤¯ की à¤à¤• तिहाई, और चाà¤à¤¦ की à¤à¤• तिहाई और तारों की à¤à¤• तिहाई पर आपतà¥à¤¤à¤¿ आई, यहाठतक कि उनका à¤à¤• तिहाई अंग अंधेरा हो गया और दिन की à¤à¤• तिहाई में उजाला न रहा, और वैसे ही रात में à¤à¥€à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 8:13 जब मैंने फिर देखा, तो आकाश के बीच में à¤à¤• उकाब को उड़ते और ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “उन तीन सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की तà¥à¤°à¤¹à¥€ के शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के कारण जिनका फूà¤à¤•à¤¨à¤¾ अà¤à¥€ बाकी है, पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवालों पर हाय, हाय, हाय!†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:1 ¶ जब पाà¤à¤šà¤µà¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, तो मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¤• तारा गिरता हà¥à¤† देखा, और उसे अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ की कà¥à¤‚जी दी गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:2 उसने अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ को खोला, और कà¥à¤£à¥à¤¡ में से बड़ी à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ के समान धूआठउठा, और कà¥à¤£à¥à¤¡ के धà¥à¤à¤ से सूरà¥à¤¯ और वायॠअंधकारमय हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:3 उस धà¥à¤à¤ में से पृथà¥à¤µà¥€ पर टिडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤ निकलीं, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पृथà¥à¤µà¥€ के बिचà¥à¤›à¥à¤“ं के समान शकà¥à¤¤à¤¿ दी गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:4 उनसे कहा गया कि न पृथà¥à¤µà¥€ की घास को, न किसी हरियाली को, न किसी पेड़ को हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤, केवल उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ जिनके माथे पर परमेशà¥â€à¤µà¤° की मà¥à¤¹à¤° नहीं है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:5 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लोगों को मार डालने का तो नहीं, पर पाà¤à¤š महीने तक लोगों को पीड़ा देने का अधिकार दिया गया; और उनकी पीड़ा à¤à¤¸à¥€ थी, जैसे बिचà¥à¤›à¥‚ के डंक मारने से मनà¥à¤·à¥à¤¯ को होती है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:6 उन दिनों में मनà¥à¤·à¥à¤¯ मृतà¥à¤¯à¥ को ढूà¤à¤¢à¤¼à¥‡à¤‚गे, और न पाà¤à¤à¤—े; और मरने की लालसा करेंगे, और मृतà¥à¤¯à¥ उनसे à¤à¤¾à¤—ेगी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:7 उन टिडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के आकार लड़ाई के लिये तैयार किठहà¥à¤ घोड़ों के जैसे थे, और उनके सिरों पर मानो सोने के मà¥à¤•à¥à¤Ÿ थे; और उनके मà¥à¤à¤¹ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जैसे थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:8 उनके बाल सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बाल जैसे, और दाà¤à¤¤ सिंहों के दाà¤à¤¤ जैसे थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:9 वे लोहे की जैसी à¤à¤¿à¤²à¤® पहने थे, और उनके पंखों का शबà¥à¤¦ à¤à¤¸à¤¾ था जैसा रथों और बहà¥à¤¤ से घोड़ों का जो लड़ाई में दौड़ते हों। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:10 उनकी पूà¤à¤› बिचà¥à¤›à¥à¤“ं की जैसी थीं, और उनमें डंक थे, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पाà¤à¤š महीने तक मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को दà¥à¤ƒà¤– पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ की जो शकà¥à¤¤à¤¿ मिली थी, वह उनकी पूà¤à¤›à¥‹à¤‚ में थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:11 अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ का दूत उन पर राजा था, उसका नाम इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ में अबदà¥à¤¦à¥‹à¤¨, और यूनानी में अपà¥à¤²à¥à¤²à¤¯à¥‹à¤¨ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:12 पहली विपतà¥à¤¤à¤¿ बीत चà¥à¤•à¥€, अब इसके बाद दो विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ और आनेवाली हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:13 ¶ जब छठवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€ तो जो सोने की वेदी परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने है उसके सींगों में से मैंने à¤à¤¸à¤¾ शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:14 मानो कोई छठवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत से, जिसके पास तà¥à¤°à¤¹à¥€ थी कह रहा है, “उन चार सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को जो बड़ी नदी फरात के पास बंधे हà¥à¤ हैं, खोल दे।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:15 और वे चारों दूत खोल दिठगठजो उस घड़ी, और दिन, और महीने, और वरà¥à¤· के लिये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤• तिहाई के मार डालने को तैयार किठगठथे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:16 उनकी फौज के सवारों की गिनती बीस करोड़ थी; मैंने उनकी गिनती सà¥à¤¨à¥€à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:17 और मà¥à¤à¥‡ इस दरà¥à¤¶à¤¨ में घोड़े और उनके à¤à¤¸à¥‡ सवार दिखाई दिà¤, जिनकी à¤à¤¿à¤²à¤®à¥‡à¤‚ आग, धूमà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤, और गनà¥à¤§à¤• की जैसी थीं, और उन घोड़ों के सिर सिंहों के सिरों के समान थे: और उनके मà¥à¤à¤¹ से आग, धूआà¤, और गनà¥à¤§à¤• निकलते थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:18 इन तीनों महामारियों; अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ आग, धà¥à¤à¤, गनà¥à¤§à¤• से, जो उसके मà¥à¤à¤¹ से निकलते थे, मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤• तिहाई मार डाली गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:19 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन घोड़ों की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ उनके मà¥à¤à¤¹, और उनकी पूà¤à¤›à¥‹à¤‚ में थी; इसलिठकि उनकी पूà¤à¤›à¥‡ साà¤à¤ªà¥‹à¤‚ की जैसी थीं, और उन पूà¤à¤›à¥‹à¤‚ के सिर à¤à¥€ थे, और इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ से वे पीड़ा पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¤à¥‡ थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:20 बाकी मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने जो उन महामारियों से न मरे थे, अपने हाथों के कामों से मन न फिराया, कि दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤“ं की, और सोने, चाà¤à¤¦à¥€, पीतल, पतà¥à¤¥à¤°, और काठकी मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पूजा न करें, जो न देख, न सà¥à¤¨, न चल सकती हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 9:21 और जो खून, और टोना, और वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, और चोरियाà¤, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने की थीं, उनसे मन न फिराया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:1 ¶ फिर मैंने à¤à¤• और शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को बादल ओढ़े हà¥à¤ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरते देखा; और उसके सिर पर मेघधनà¥à¤· था, और उसका मà¥à¤à¤¹ सूरà¥à¤¯ के समान और उसके पाà¤à¤µ आग के खमà¥à¤à¥‡à¤‚ के समान थे; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:2 और उसके हाथ में à¤à¤• छोटी सी खà¥à¤²à¥€ हà¥à¤ˆ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• थी। उसने अपना दाहिना पाà¤à¤µ समà¥à¤¦à¥à¤° पर, और बायाठपृथà¥à¤µà¥€ पर रखा; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:3 और à¤à¤¸à¥‡ बड़े शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, जैसा सिंह गरजता है; और जब वह चिलà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ तो गरà¥à¤œà¤¨ के सात शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:4 जब सातों गरà¥à¤œà¤¨ के शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दे चà¥à¤•à¥‡, तो मैं लिखने पर था, और मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से यह शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, “जो बातें गरà¥à¤œà¤¨ के उन सात शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से सà¥à¤¨à¥€ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गà¥à¤ªà¥à¤¤ रख, और मत लिख।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:5 जिस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को मैंने समà¥à¤¦à¥à¤° और पृथà¥à¤µà¥€ पर खड़े देखा था; उसने अपना दाहिना हाथ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की ओर उठाया (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:6 और उसकी शपथ खाकर जो यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— जीवित है, और जिसने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को और जो कà¥à¤› उसमें है, और पृथà¥à¤µà¥€ को और जो कà¥à¤› उस पर है, और समà¥à¤¦à¥à¤° को और जो कà¥à¤› उसमें है सृजा है उसी की शपथ खाकर कहा कि “अब और देर न होगी।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:7 वरनॠसातवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के शबà¥à¤¦ देने के दिनों में, जब वह तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¤¨à¥‡ पर होगा, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° का वह रहसà¥à¤¯ पूरा हो जाà¤à¤—ा, जिसका सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° उसने अपने दास à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को दिया था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:8 जिस शबà¥à¤¦ करनेवाले को मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से बोलते सà¥à¤¨à¤¾ था, वह फिर मेरे साथ बातें करने लगा, “जा, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत समà¥à¤¦à¥à¤° और पृथà¥à¤µà¥€ पर खड़ा है, उसके हाथ में की खà¥à¤²à¥€ हà¥à¤ˆà¤‚ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• ले ले।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:9 और मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के पास जाकर कहा, “यह छोटी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मà¥à¤à¥‡ दे।†और उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ले, इसे खा ले; यह तेरा पेट कड़वा तो करेगी, पर तेरे मà¥à¤à¤¹ में मधॠजैसी मीठी लगेगी।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:10 अतः मैं वह छोटी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के हाथ से लेकर खा गया। वह मेरे मà¥à¤à¤¹ में मधॠजैसी मीठी तो लगी, पर जब मैं उसे खा गया, तो मेरा पेट कड़वा हो गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 10:11 तब मà¥à¤à¤¸à¥‡ यह कहा गया, “तà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ से लोगों, जातियों, à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं, और राजाओं के विषय में फिर à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करनी होगी।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:1 ¶ फिर मà¥à¤à¥‡ नापने के लिये à¤à¤• सरकणà¥à¤¡à¤¾ दिया गया, और किसी ने कहा, “उठ, परमेशà¥â€à¤µà¤° के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° और वेदी, और उसमें à¤à¤œà¤¨ करनेवालों को नाप ले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:2 पर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बाहर का आà¤à¤—न छोड़ दे; उसे मत नाप कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दिया गया है, और वे पवितà¥à¤° नगर को बयालीस महीने तक रौंदेंगी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:3 “और मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूà¤à¤—ा कि टाट ओढ़े हà¥à¤ à¤à¤• हजार दो सौ साठदिन तक à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ करें।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:4 ये वे ही जैतून के दो पेड़ और दो दीवट हैं जो पृथà¥à¤µà¥€ के पà¥à¤°à¤à¥ के सामने खड़े रहते हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:5 और यदि कोई उनको हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¤¾ चाहता है, तो उनके मà¥à¤à¤¹ से आग निकलकर उनके बैरियों को à¤à¤¸à¥à¤® करती है, और यदि कोई उनको हानि पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¤¾ चाहेगा, तो अवशà¥à¤¯ इसी रीति से मार डाला जाà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:6 उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिकार है कि आकाश को बनà¥à¤¦ करें, कि उनकी à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ के दिनों में मेंह न बरसे, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लहू बनाà¤à¤, और जब-जब चाहें तब-तब पृथà¥à¤µà¥€ पर हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की विपतà¥à¤¤à¤¿ लाà¤à¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:7 जब वे अपनी गवाही दे चà¥à¤•à¥‡à¤‚गे, तो वह पशॠजो अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ में से निकलेगा, उनसे लड़कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जीतेगा और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मार डालेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:8 और उनके शव उस बड़े नगर के चौक में पड़े रहेंगे, जो आतà¥à¤®à¤¿à¤• रीति से सदोम और मिसà¥à¤° कहलाता है, जहाठउनका पà¥à¤°à¤à¥ à¤à¥€ कà¥à¤°à¥‚स पर चढ़ाया गया था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:9 और सब लोगों, कà¥à¤²à¥‹à¤‚, à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं, और जातियों में से लोग उनके शवों को साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उनके शवों को कबà¥à¤° में रखने न देंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:10 और पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवाले उनके मरने से आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और मगन होंगे, और à¤à¤• दूसरे के पास à¤à¥‡à¤‚ट à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚गे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन दोनों à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवालों को सताया था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:11 परनà¥à¤¤à¥ साढ़े तीन दिन के बाद परमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से जीवन का शà¥â€à¤µà¤¾à¤¸ उनमें पैंठगया; और वे अपने पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ के बल खड़े हो गà¤, और उनके देखनेवालों पर बड़ा à¤à¤¯ छा गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:12 और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से à¤à¤• बड़ा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दिया, “यहाठऊपर आओ!†यह सà¥à¤¨ वे बादल पर सवार होकर अपने बैरियों के देखते-देखते सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर चढ़ गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:13 फिर उसी घड़ी à¤à¤• बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤†, और नगर का दसवाठà¤à¤¾à¤— गिर पड़ा; और उस à¤à¥‚कमà¥à¤ª से सात हजार मनà¥à¤·à¥à¤¯ मर गठऔर शेष डर गà¤, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा की। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:14 दूसरी विपतà¥à¤¤à¤¿ बीत चà¥à¤•à¥€; तब, तीसरी विपतà¥à¤¤à¤¿ शीघà¥à¤° आनेवाली है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:15 ¶ जब सातवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¥€, तो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में इस विषय के बड़े-बड़े शबà¥à¤¦ होने लगे: “जगत का राजà¥à¤¯ हमारे पà¥à¤°à¤à¥ का और उसके मसीह का हो गया और वह यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— राजà¥à¤¯ करेगा।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:16 और चौबीसों पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ जो परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने अपने-अपने सिंहासन पर बैठे थे, मà¥à¤à¤¹ के बल गिरकर परमेशà¥â€à¤µà¤° को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करके, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:17 यह कहने लगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:18 अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने कà¥à¤°à¥‹à¤§ किया, और तेरा पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª आ पड़ा (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 11:19 ¶ और परमेशà¥â€à¤µà¤° का जो मनà¥à¤¦à¤¿à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, वह खोला गया, और उसके मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में उसकी वाचा का सनà¥à¤¦à¥‚क दिखाई दिया, बिजलियाà¤, शबà¥à¤¦, गरà¥à¤œà¤¨ और à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤, और बड़े ओले पड़े। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:1 ¶ फिर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर à¤à¤• बड़ा चिनà¥à¤¹ दिखाई दिया, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जो सूरà¥à¤¯ ओढ़े हà¥à¤ थी, और चाà¤à¤¦ उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ तले था, और उसके सिर पर बारह तारों का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ था; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:2 और वह गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ, और चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ थी; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¸à¤µ की पीड़ा उसे लगी थी; और वह बचà¥à¤šà¤¾ जनने की पीड़ा में थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:3 à¤à¤• और चिनà¥à¤¹ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में दिखाई दिया, à¤à¤• बड़ा लाल अजगर था जिसके सात सिर और दस सींग थे, और उसके सिरों पर सात राजमà¥à¤•à¥à¤Ÿ थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:4 और उसकी पूà¤à¤› ने आकाश के तारों की à¤à¤• तिहाई को खींचकर पृथà¥à¤µà¥€ पर डाल दिया, और वह अजगर उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के सामने जो जचà¥à¤šà¤¾ थी, खड़ा हà¥à¤†, कि जब वह बचà¥à¤šà¤¾ जने तो उसके बचà¥à¤šà¥‡ को निगल जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:5 और वह बेटा जनी जो लोहे का राजदणà¥à¤¡ लिठहà¥à¤, सब जातियों पर राजà¥à¤¯ करने पर था, और उसका बचà¥à¤šà¤¾ परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास, और उसके सिंहासन के पास उठाकर पहà¥à¤à¤šà¤¾ दिया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:6 और वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ उस जंगल को à¤à¤¾à¤— गई, जहाठपरमेशà¥â€à¤µà¤° की ओर से उसके लिये à¤à¤• जगह तैयार की गई थी कि वहाठवह à¤à¤• हजार दो सौ साठदिन तक पाली जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:7 ¶ फिर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर लड़ाई हà¥à¤ˆ, मीकाईल और उसके सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत अजगर से लड़ने को निकले; और अजगर और उसके दूत उससे लड़े, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:8 परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¬à¤² न हà¥à¤, और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में उनके लिये फिर जगह न रही। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:9 और वह बड़ा अजगर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वही पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ साà¤à¤ª, जो शैतान कहलाता है, और सारे संसार का à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ है, पृथà¥à¤µà¥€ पर गिरा दिया गया; और उसके दूत उसके साथ गिरा दिठगà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:10 फिर मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— पर से यह बड़ा शबà¥à¤¦ आते हà¥à¤ सà¥à¤¨à¤¾, “अब हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° का उदà¥à¤§à¤¾à¤°, सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, राजà¥à¤¯, और उसके मसीह का अधिकार पà¥à¤°à¤—ट हà¥à¤† है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर दोष लगानेवाला, जो रात-दिन हमारे परमेशà¥â€à¤µà¤° के सामने उन पर दोष लगाया करता था, गिरा दिया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:11 ¶ “और वे मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के लहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवनà¥à¤¤ हà¥à¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¿à¤¯ न जाना, यहाठतक कि मृतà¥à¤¯à¥ à¤à¥€ सह ली। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:12 “इस कारण, हे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ों, और उनमें रहनेवालों मगन हो; हे पृथà¥à¤µà¥€, और समà¥à¤¦à¥à¤°, तà¥à¤® पर हाय! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शैतान बड़े कà¥à¤°à¥‹à¤§ के साथ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास उतर आया है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जानता है कि उसका थोड़ा ही समय और बाकी है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:13 ¶ जब अजगर ने देखा, कि मैं पृथà¥à¤µà¥€ पर गिरा दिया गया हूà¤, तो उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को जो बेटा जनी थी, सताया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:14 पर उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को बड़े उकाब के दो पंख दिठगà¤, कि साà¤à¤ª के सामने से उड़कर जंगल में उस जगह पहà¥à¤à¤š जाà¤, जहाठवह à¤à¤• समय, और समयों, और आधे समय तक पाली जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:15 और साà¤à¤ª ने उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के पीछे अपने मà¥à¤à¤¹ से नदी के समान पानी बहाया कि उसे इस नदी से बहा दे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:16 परनà¥à¤¤à¥ पृथà¥à¤µà¥€ ने उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की सहायता की, और अपना मà¥à¤à¤¹ खोलकर उस नदी को जो अजगर ने अपने मà¥à¤à¤¹ से बहाई थी, पी लिया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:17 तब अजगर सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पर कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ हà¥à¤†, और उसकी शेष सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानते, और यीशॠकी गवाही देने पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° हैं, लड़ने को गया। पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 12:18 और वह समà¥à¤¦à¥à¤° के रेत पर जा खड़ा हà¥à¤†à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:1 ¶ मैंने à¤à¤• पशॠको समà¥à¤¦à¥à¤° में से निकलते हà¥à¤ देखा, जिसके दस सींग और सात सिर थे। उसके सींगों पर दस राजमà¥à¤•à¥à¤Ÿ, और उसके सिरों पर परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ के नाम लिखे हà¥à¤ थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:2 जो पशॠमैंने देखा, वह चीते के समान था; और उसके पाà¤à¤µ à¤à¤¾à¤²à¥‚ के समान, और मà¥à¤à¤¹ सिंह के समान था। और उस अजगर ने अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, और अपना सिंहासन, और बड़ा अधिकार, उसे दे दिया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:3 मैंने उसके सिरों में से à¤à¤• पर à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¥€ घाव लगा देखा, मानो वह मरने पर है; फिर उसका पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤˜à¤¾à¤¤à¤• घाव अचà¥à¤›à¤¾ हो गया, और सारी पृथà¥à¤µà¥€ के लोग उस पशॠके पीछे-पीछे अचमà¥à¤à¤¾ करते हà¥à¤ चले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:4 उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अजगर की पूजा की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने पशॠको अपना अधिकार दे दिया था, और यह कहकर पशॠकी पूजा की, “इस पशॠके समान कौन है? कौन इससे लड़ सकता है?†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:5 बड़े बोल बोलने और निनà¥à¤¦à¤¾ करने के लिये उसे à¤à¤• मà¥à¤à¤¹ दिया गया, और उसे बयालीस महीने तक काम करने का अधिकार दिया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:6 और उसने परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ करने के लिये मà¥à¤à¤¹ खोला, कि उसके नाम और उसके तमà¥à¤¬à¥‚ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के रहनेवालों की निनà¥à¤¦à¤¾ करे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:7 उसे यह अधिकार दिया गया, कि पवितà¥à¤° लोगों से लड़े, और उन पर जय पाà¤, और उसे हर à¤à¤• कà¥à¤², लोग, à¤à¤¾à¤·à¤¾, और जाति पर अधिकार दिया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:8 पृथà¥à¤µà¥€ के वे सब रहनेवाले जिनके नाम उस मेमà¥â€à¤¨à¥‡ की जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखे नहीं गà¤, जो जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के समय से घात हà¥à¤† है, उस पशॠकी पूजा करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:9 जिसके कान हों वह सà¥à¤¨à¥‡à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:10 जिसको कैद में पड़ना है, वह कैद में पड़ेगा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:11 ¶ फिर मैंने à¤à¤• और पशॠको पृथà¥à¤µà¥€ में से निकलते हà¥à¤ देखा, उसके मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के समान दो सींग थे; और वह अजगर के समान बोलता था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:12 यह उस पहले पशॠका सारा अधिकार उसके सामने काम में लाता था, और पृथà¥à¤µà¥€ और उसके रहनेवालों से उस पहले पशॠकी, जिसका पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤˜à¤¾à¤¤à¤• घाव अचà¥à¤›à¤¾ हो गया था, पूजा कराता था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:13 वह बड़े-बड़े चिनà¥à¤¹ दिखाता था, यहाठतक कि मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के सामने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से पृथà¥à¤µà¥€ पर आग बरसा देता था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:14 उन चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ के कारण जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस पशॠके सामने दिखाने का अधिकार उसे दिया गया था; वह पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवालों को इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ था, कि पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवालों से कहता था कि जिस पशॠको तलवार लगी थी, वह जी गया है, उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ बनाओ। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:15 और उसे उस पशॠकी मूरà¥à¤¤à¤¿ में पà¥à¤°à¤¾à¤£ डालने का अधिकार दिया गया, कि पशॠकी मूरà¥à¤¤à¤¿ बोलने लगे; और जितने लोग उस पशॠकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा न करें, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मरवा डाले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:16 और उसने छोटे-बड़े, धनी-कंगाल, सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°-दास सब के दाहिने हाथ या उनके माथे पर à¤à¤•-à¤à¤• छाप करा दी, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:17 कि उसको छोड़ जिस पर छाप अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ उस पशॠका नाम, या उसके नाम का अंक हो, और अनà¥à¤¯ कोई लेन-देन न कर सके। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 13:18 जà¥à¤žà¤¾à¤¨ इसी में है: जिसे बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ हो, वह इस पशॠका अंक जोड़ ले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मनà¥à¤·à¥à¤¯ का अंक है, और उसका अंक छः सौ छियासठहै। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:1 ¶ फिर मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और देखो, वह मेमà¥â€à¤¨à¤¾ सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ पहाड़ पर खड़ा है, और उसके साथ à¤à¤• लाख चौवालीस हजार जन हैं, जिनके माथे पर उसका और उसके पिता का नाम लिखा हà¥à¤† है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:2 और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से मà¥à¤à¥‡ à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दिया, जो जल की बहà¥à¤¤ धाराओं और बड़े गरà¥à¤œà¤¨ के जैसा शबà¥à¤¦ था, और जो शबà¥à¤¦ मैंने सà¥à¤¨à¤¾ वह à¤à¤¸à¤¾ था, मानो वीणा बजानेवाले वीणा बजाते हों। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:3 और वे सिंहासन के सामने और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ के सामने मानो, à¤à¤• नया गीत गा रहे थे, और उन à¤à¤• लाख चौवालीस हजार जनों को छोड़, जो पृथà¥à¤µà¥€ पर से मोल लिठगठथे, कोई वह गीत न सीख सकता था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:4 ये वे हैं, जो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ अशà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं हà¥à¤, पर कà¥à¤à¤µà¤¾à¤°à¥‡ हैं; ये वे ही हैं, कि जहाठकहीं मेमà¥â€à¤¨à¤¾ जाता है, वे उसके पीछे हो लेते हैं; ये तो परमेशà¥â€à¤µà¤° और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के निमितà¥à¤¤ पहले फल होने के लिये मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से मोल लिठगठहैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:5 और उनके मà¥à¤à¤¹ से कà¤à¥€ à¤à¥‚ठन निकला था, वे निरà¥à¤¦à¥‹à¤· हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:6 ¶ फिर मैंने à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को आकाश के बीच में उड़ते हà¥à¤ देखा जिसके पास पृथà¥à¤µà¥€ पर के रहनेवालों की हर à¤à¤• जाति, कà¥à¤², à¤à¤¾à¤·à¤¾, और लोगों को सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये सनातन सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:7 और उसने बड़े शबà¥à¤¦ से कहा, “परमेशà¥â€à¤µà¤° से डरो, और उसकी महिमा करो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने का समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है; और उसकी आराधना करो, जिसने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और पृथà¥à¤µà¥€ और समà¥à¤¦à¥à¤° और जल के सोते बनाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:8 फिर इसके बाद à¤à¤• और दूसरा सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत यह कहता हà¥à¤† आया, “गिर पड़ा, वह बड़ा बाबेल गिर पड़ा जिसने अपने वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° की कोपमय मदिरा सारी जातियों को पिलाई है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:9 फिर इनके बाद à¤à¤• और तीसरा सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत बड़े शबà¥à¤¦ से यह कहता हà¥à¤† आया, “जो कोई उस पशॠऔर उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा करे, और अपने माथे या अपने हाथ पर उसकी छाप ले, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:10 तो वह परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª की मदिरा जो बिना मिलावट के, उसके कà¥à¤°à¥‹à¤§ के कटोरे में डाली गई है, पीà¤à¤—ा और पवितà¥à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के सामने और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के सामने आग और गनà¥à¤§à¤• की पीड़ा में पड़ेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:11 और उनकी पीड़ा का धूआठयà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— उठता रहेगा, और जो उस पशॠऔर उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा करते हैं, और जो उसके नाम की छाप लेते हैं, उनको रात-दिन चैन न मिलेगा।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:12 पवितà¥à¤° लोगों का धीरज इसी में है, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° की आजà¥à¤žà¤¾à¤“ं को मानते, और यीशॠपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:13 और मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से यह शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, “लिख: जो मृतक पà¥à¤°à¤à¥ में मरते हैं, वे अब से धनà¥à¤¯ हैं।†आतà¥à¤®à¤¾ कहता है, “हाà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे अपने परिशà¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ से विशà¥à¤°à¤¾à¤® पाà¤à¤à¤—े, और उनके कारà¥à¤¯ उनके साथ हो लेते हैं।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:14 ¶ मैंने दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की, और देखो, à¤à¤• उजला बादल है, और उस बादल पर मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° सदृशà¥à¤¯ कोई बैठा है, जिसके सिर पर सोने का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ और हाथ में उतà¥à¤¤à¤® हà¤à¤¸à¥à¤† है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:15 फिर à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में से निकलकर, उससे जो बादल पर बैठा था, बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, “अपना हà¤à¤¸à¥à¤† लगाकर लवनी कर, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लवने का समय आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ है, इसलिठकि पृथà¥à¤µà¥€ की खेती पक चà¥à¤•à¥€ है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:16 अतः जो बादल पर बैठा था, उसने पृथà¥à¤µà¥€ पर अपना हà¤à¤¸à¥à¤† लगाया, और पृथà¥à¤µà¥€ की लवनी की गई। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:17 फिर à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत उस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में से निकला, जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में है, और उसके पास à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤® हà¤à¤¸à¥à¤† था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:18 फिर à¤à¤• और सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत, जिसे आग पर अधिकार था, वेदी में से निकला, और जिसके पास उतà¥à¤¤à¤® हà¤à¤¸à¥à¤† था, उससे ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से कहा, “अपना उतà¥à¤¤à¤® हà¤à¤¸à¥à¤† लगाकर पृथà¥à¤µà¥€ की दाखलता के गà¥à¤šà¥à¤›à¥‡ काट ले; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी दाख पक चà¥à¤•à¥€ है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:19 तब उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने पृथà¥à¤µà¥€ पर अपना हà¤à¤¸à¥à¤† लगाया, और पृथà¥à¤µà¥€ की दाखलता का फल काटकर, अपने परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª के बड़े रसकà¥à¤£à¥à¤¡ में डाल दिया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 14:20 और नगर के बाहर उस रसकà¥à¤£à¥à¤¡ में दाख रौंदे गà¤, और रसकà¥à¤£à¥à¤¡ में से इतना लहू निकला कि घोड़ों के लगामों तक पहà¥à¤à¤šà¤¾, और सौ कोस तक बह गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:1 ¶ फिर मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में à¤à¤• और बड़ा और अदà¥à¤à¥à¤¤ चिनà¥à¤¹ देखा, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सात सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत जिनके पास सातों अनà¥à¤¤à¤¿à¤® विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ थीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके हो जाने पर परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª का अनà¥à¤¤ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:2 और मैंने आग से मिले हà¥à¤ काà¤à¤š के जैसा à¤à¤• समà¥à¤¦à¥à¤° देखा, और जो लोग उस पशॠपर और उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ पर, और उसके नाम के अंक पर जयवनà¥à¤¤ हà¥à¤ थे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उस काà¤à¤š के समà¥à¤¦à¥à¤° के निकट परमेशà¥â€à¤µà¤° की वीणाओं को लिठहà¥à¤ खड़े देखा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:3 और वे परमेशà¥â€à¤µà¤° के दास मूसा का गीत, और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ का गीत गा गाकर कहते थे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:4 “हे पà¥à¤°à¤à¥, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:5 ¶ इसके बाद मैंने देखा, कि सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में साकà¥à¤·à¥€ के तमà¥à¤¬à¥‚ का मनà¥à¤¦à¤¿à¤° खोला गया, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:6 और वे सातों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत जिनके पास सातों विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ थीं, मलमल के शà¥à¤¦à¥à¤§ और चमकदार वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने और छाती पर सोने की पटà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤ बाà¤à¤§à¥‡ हà¥à¤ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° से निकले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:7 तब उन चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• ने उन सात सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को परमेशà¥â€à¤µà¤° के, जो यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— जीविता है, पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ सात सोने के कटोरे दिà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 15:8 और परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा, और उसकी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ के कारण मनà¥à¤¦à¤¿à¤° धà¥à¤à¤ से à¤à¤° गया और जब तक उन सातों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों की सातों विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समापà¥à¤¤ न हà¥à¤ˆ, तब तक कोई मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में न जा सका। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:1 ¶ फिर मैंने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में किसी को ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से उन सातों सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों से यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, “जाओ, परमेशà¥â€à¤µà¤° के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª के सातों कटोरों को पृथà¥à¤µà¥€ पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दो।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:2 अतः पहले सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने जाकर अपना कटोरा पृथà¥à¤µà¥€ पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया। और उन मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जिन पर पशॠकी छाप थी, और जो उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा करते थे, à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का बà¥à¤°à¤¾ और दà¥à¤ƒà¤–दाई फोड़ा निकला। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:3 ¶ दूसरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा समà¥à¤¦à¥à¤° पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया और वह मरे हà¥à¤ के लहू जैसा बन गया, और समà¥à¤¦à¥à¤° में का हर à¤à¤• जीवधारी मर गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:4 ¶ तीसरे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा नदियों, और पानी के सोतों पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया, और वे लहू बन गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:5 और मैंने पानी के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:6 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पवितà¥à¤° लोगों, और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं का लहू बहाया था, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:7 फिर मैंने वेदी से यह शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:8 ¶ चौथे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा सूरà¥à¤¯ पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया, और उसे मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को आग से à¤à¥à¤²à¤¸à¤¾ देने का अधिकार दिया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:9 मनà¥à¤·à¥à¤¯ बड़ी तपन से à¤à¥à¤²à¤¸ गà¤, और परमेशà¥â€à¤µà¤° के नाम की जिसे इन विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर अधिकार है, निनà¥à¤¦à¤¾ की और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने न मन फिराया और न महिमा की। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:10 ¶ पाà¤à¤šà¤µà¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा उस पशॠके सिंहासन पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया और उसके राजà¥à¤¯ पर अंधेरा छा गया; और लोग पीड़ा के मारे अपनी-अपनी जीठचबाने लगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:11 और अपनी पीड़ाओं और फोड़ों के कारण सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ की; पर अपने-अपने कामों से मन न फिराया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:12 ¶ छठवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा महानदी फरात पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया और उसका पानी सूख गया कि पूरà¥à¤µ दिशा के राजाओं के लिये मारà¥à¤— तैयार हो जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:13 और मैंने उस अजगर के मà¥à¤à¤¹ से, और उस पशॠके मà¥à¤à¤¹ से और उस à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के मà¥à¤à¤¹ से तीन अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को मेंढ़कों के रूप में निकलते देखा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:14 ये चिनà¥à¤¹ दिखानेवाली दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾à¤à¤ हैं, जो सारे संसार के राजाओं के पास निकलकर इसलिठजाती हैं, कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के उस बड़े दिन की लड़ाई के लिये इकटà¥à¤ ा करें। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:15 “देख, मैं चोर के समान आता हूà¤; धनà¥à¤¯ वह है, जो जागता रहता है, और अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° कि सावधानी करता है कि नंगा न फिरे, और लोग उसका नंगापन न देखें।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:16 और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राजाओं को उस जगह इकटà¥à¤ ा किया, जो इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ में हर-मगिदोन कहलाता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:17 ¶ और सातवें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने अपना कटोरा हवा पर उणà¥à¤¡à¥‡à¤² दिया, और मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के सिंहासन से यह बड़ा शबà¥à¤¦ हà¥à¤†, “हो चà¥à¤•à¤¾à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:18 फिर बिजलियाà¤, और शबà¥à¤¦, और गरà¥à¤œà¤¨ हà¥à¤, और à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª हà¥à¤†, कि जब से मनà¥à¤·à¥à¤¯ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ पृथà¥à¤µà¥€ पर हà¥à¤ˆ, तब से à¤à¤¸à¤¾ बड़ा à¤à¥‚कमà¥à¤ª कà¤à¥€ न हà¥à¤† था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:19 इससे उस बड़े नगर के तीन टà¥à¤•à¤¡à¥‡à¤¼ हो गà¤, और जाति-जाति के नगर गिर पड़े, और बड़े बाबेल का सà¥à¤®à¤°à¤£ परमेशà¥â€à¤µà¤° के यहाठहà¥à¤†, कि वह अपने कà¥à¤°à¥‹à¤§ की जलजलाहट की मदिरा उसे पिलाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:20 और हर à¤à¤• टापू अपनी जगह से टल गया, और पहाड़ों का पता न लगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 16:21 और आकाश से मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर मन-मन à¤à¤° के बड़े ओले गिरे, और इसलिठकि यह विपतà¥à¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ ही à¤à¤¾à¤°à¥€ थी, लोगों ने ओलों की विपतà¥à¤¤à¤¿ के कारण परमेशà¥â€à¤µà¤° की निनà¥à¤¦à¤¾ की। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:1 ¶ जिन सात सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के पास वे सात कटोरे थे, उनमें से à¤à¤• ने आकर मà¥à¤à¤¸à¥‡ यह कहा, “इधर आ, मैं तà¥à¤à¥‡ उस बड़ी वेशà¥à¤¯à¤¾ का दणà¥à¤¡ दिखाऊà¤, जो बहà¥à¤¤ से पानी पर बैठी है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:2 जिसके साथ पृथà¥à¤µà¥€ के राजाओं ने वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° किया, और पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवाले उसके वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° की मदिरा से मतवाले हो गठथे।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:3 तब वह मà¥à¤à¥‡ पवितà¥à¤° आतà¥à¤®à¤¾ में जंगल को ले गया, और मैंने लाल रंग के पशॠपर जो निनà¥à¤¦à¤¾ के नामों से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† था और जिसके सात सिर और दस सींग थे, à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को बैठे हà¥à¤ देखा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:4 यह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बैंगनी, और लाल रंग के कपड़े पहने थी, और सोने और बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ मणियों और मोतियों से सजी हà¥à¤ˆ थी, और उसके हाथ में à¤à¤• सोने का कटोरा था जो घृणित वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से और उसके वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° की अशà¥à¤¦à¥à¤§ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:5 और उसके माथे पर यह नाम लिखा था, “à¤à¥‡à¤¦ बड़ा बाबेल पृथà¥à¤µà¥€ की वेशà¥à¤¯à¤¾à¤“ं और घृणित वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की माता।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:6 और मैंने उस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को पवितà¥à¤° लोगों के लहू और यीशॠके गवाहों के लहू पीने से मतवाली देखा; और उसे देखकर मैं चकित हो गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:7 ¶ उस सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “तू कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चकित हà¥à¤†? मैं इस सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, और उस पशॠका, जिस पर वह सवार है, और जिसके सात सिर और दस सींग हैं, तà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤¦ बताता हूà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:8 जो पशॠतूने देखा है, यह पहले तो था, पर अब नहीं है, और अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ से निकलकर विनाश में पड़ेगा, और पृथà¥à¤µà¥€ के रहनेवाले जिनके नाम जगत की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के समय से जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखे नहीं गà¤, इस पशॠकी यह दशा देखकर कि पहले था, और अब नहीं; और फिर आ जाà¤à¤—ा, अचमà¥à¤à¤¾ करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:9 यह समà¤à¤¨à¥‡ के लिठà¤à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ मन आवशà¥à¤¯à¤• है: वे सातों सिर सात पहाड़ हैं, जिन पर वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बैठी है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:10 और वे सात राजा à¤à¥€ हैं, पाà¤à¤š तो हो चà¥à¤•à¥‡ हैं, और à¤à¤• अà¤à¥€ है; और à¤à¤• अब तक आया नहीं, और जब आà¤à¤—ा तो कà¥à¤› समय तक उसका रहना à¤à¥€ अवशà¥à¤¯ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:11 जो पशॠपहले था, और अब नहीं, वह आप आठवाठहै; और उन सातों में से à¤à¤• है, और वह विनाश में पड़ेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:12 जो दस सींग तूने देखे वे दस राजा हैं; जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अब तक राजà¥à¤¯ नहीं पाया; पर उस पशॠके साथ घड़ी à¤à¤° के लिये राजाओं के समान अधिकार पाà¤à¤à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:13 ये सब à¤à¤• मन होंगे, और वे अपनी-अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ और अधिकार उस पशॠको देंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:14 ¶ ये मेमà¥â€à¤¨à¥‡ से लड़ेंगे, और मेमà¥â€à¤¨à¤¾ उन पर जय पाà¤à¤—ा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पà¥à¤°à¤à¥à¤“ं का पà¥à¤°à¤à¥, और राजाओं का राजा है, और जो बà¥à¤²à¤¾à¤ हà¥à¤, चà¥à¤¨à¥‡ हà¥à¤ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ है, उसके साथ हैं, वे à¤à¥€ जय पाà¤à¤à¤—े।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:15 फिर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “जो पानी तूने देखे, जिन पर वेशà¥à¤¯à¤¾ बैठी है, वे लोग, à¤à¥€à¤¡à¤¼, जातियाà¤, और à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:16 और जो दस सींग तूने देखे, वे और पशॠउस वेशà¥à¤¯à¤¾ से बैर रखेंगे, और उसे लाचार और नंगी कर देंगे; और उसका माà¤à¤¸ खा जाà¤à¤à¤—े, और उसे आग में जला देंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:17 “कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° उनके मन में यह डालेगा कि वे उसकी मनसा पूरी करें; और जब तक परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन पूरे न हो लें, तब तक à¤à¤• मन होकर अपना-अपना राजà¥à¤¯ पशॠको दे दें। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 17:18 और वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, जिसे तूने देखा है वह बड़ा नगर है, जो पृथà¥à¤µà¥€ के राजाओं पर राजà¥à¤¯ करता है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:1 ¶ इसके बाद मैंने à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरते देखा, जिसको बड़ा अधिकार पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ था; और पृथà¥à¤µà¥€ उसके तेज से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हो उठी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:2 उसने ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:3 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° के à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• मदिरा के कारण सब जातियाठगिर गई हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:4 फिर मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से à¤à¤• और शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:5 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके पापों का ढेर सà¥à¤µà¤°à¥à¤— तक पहà¥à¤à¤š गया हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:6 जैसा उसने तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिया है, वैसा ही उसको दो, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:7 जितनी उसने अपनी बड़ाई की और सà¥à¤–-विलास किया; (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:8 इस कारण à¤à¤• ही दिन में उस पर विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ आ पड़ेंगी, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:9 ¶ “और पृथà¥à¤µà¥€ के राजा जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके साथ वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°, और सà¥à¤–-विलास किया, जब उसके जलने का धूआठदेखेंगे, तो उसके लिये रोà¤à¤à¤—े, और छाती पीटेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:10 और उसकी पीड़ा के डर के मारे वे बड़ी दूर खड़े होकर कहेंगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:11 ¶ “और पृथà¥à¤µà¥€ के वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ उसके लिये रोà¤à¤à¤—े और विलाप करेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब कोई उनका माल मोल न लेगा (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:12 अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सोना, चाà¤à¤¦à¥€, रतà¥à¤¨, मोती, मलमल, बैंगनी, रेशमी, लाल रंग के कपड़े, हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ काठ, हाथी दाà¤à¤¤ की हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की वसà¥à¤¤à¥à¤à¤, बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ काठ, पीतल, लोहे और संगमरमर की सब à¤à¤¾à¤à¤¤à¤¿ के पातà¥à¤°, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:13 और दालचीनी, मसाले, धूप, गनà¥à¤§à¤°à¤¸, लोबान, मदिरा, तेल, मैदा, गेहूà¤, गाय-बैल, à¤à¥‡à¤¡à¤¼-बकरियाà¤, घोड़े, रथ, और दास, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:14 अब तेरे मन à¤à¤¾à¤µà¤¨à¥‡ फल तेरे पास से जाते रहे; और सà¥à¤–-विलास और वैà¤à¤µ की वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ तà¥à¤ से दूर हà¥à¤ˆ हैं, और वे फिर कदापि न मिलेगी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:15 इन वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ जो उसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनवान हो गठथे, उसकी पीड़ा के डर के मारे दूर खड़े होंगे, और रोते और विलाप करते हà¥à¤ कहेंगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:16 ‘हाय! हाय! यह बड़ा नगर जो मलमल, बैंगनी, लाल रंग के कपड़े पहने था, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:17 घड़ी ही à¤à¤° में उसका à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¥€ धन नाश हो गया।’ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:18 ¶ और उसके जलने का धूआठदेखते हà¥à¤ पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° कहेंगे, ‘कौन सा नगर इस बड़े नगर के समान है?’ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:19 और अपने-अपने सिरों पर धूल डालेंगे, और रोते हà¥à¤ और विलाप करते हà¥à¤ चिलà¥à¤²à¤¾-चिलà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° कहेंगे, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:20 हे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—, और हे पवितà¥à¤° लोगों, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:21 ¶ फिर à¤à¤• बलवनà¥à¤¤ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने बड़ी चकà¥à¤•à¥€ के पाट के समान à¤à¤• पतà¥à¤¥à¤° उठाया, और यह कहकर समà¥à¤¦à¥à¤° में फेंक दिया, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:22 वीणा बजानेवालों, गायकों, बंसी बजानेवालों, और तà¥à¤°à¤¹à¥€ फूà¤à¤•à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ का शबà¥à¤¦ फिर कà¤à¥€ तà¥à¤ में सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ न देगा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:23 और दीया का उजाला फिर कà¤à¥€ तà¥à¤ में न चमकेगा (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 18:24 और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और पवितà¥à¤° लोगों, और पृथà¥à¤µà¥€ पर सब मरे हà¥à¤“ं का लहू उसी में पाया गया।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:1 ¶ इसके बाद मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में मानो बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ को ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से यह कहते सà¥à¤¨à¤¾, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:2 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसके निरà¥à¤£à¤¯ सचà¥à¤šà¥‡ और ठीक हैं, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:3 फिर दूसरी बार उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:4 ¶ और चौबीसों पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥‹à¤‚ और चारों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने गिरकर परमेशà¥â€à¤µà¤° को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ किया; जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, “आमीन! हालेलूयà¥à¤¯à¤¾à¤¹!†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:5 ¶ और सिंहासन में से à¤à¤• शबà¥à¤¦ निकला, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:6 ¶ फिर मैंने बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼ के जैसा और बहà¥à¤¤ जल के जैसा शबà¥à¤¦, और गरà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के जैसा बड़ा शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤¾ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:7 आओ, हम आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और मगन हों, और उसकी सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करें, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:8 उसको शà¥à¤¦à¥à¤§ और चमकदार महीन मलमल पहनने को दिया गया,†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:9 ¶ तब सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “यह लिख, कि धनà¥à¤¯ वे हैं, जो मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के विवाह के à¤à¥‹à¤œ में बà¥à¤²à¤¾à¤ गठहैं।†फिर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ये वचन परमेशà¥â€à¤µà¤° के सतà¥à¤¯ वचन हैं।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:10 तब मैं उसको दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करने के लिये उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर गिरा। उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “à¤à¤¸à¤¾ मत कर, मैं तेरा और तेरे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ का संगी दास हूà¤, जो यीशॠकी गवाही देने पर सà¥à¤¥à¤¿à¤° हैं। परमेशà¥â€à¤µà¤° ही को दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ कर।†कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यीशॠकी गवाही à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की आतà¥à¤®à¤¾ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:11 ¶ फिर मैंने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— को खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤† देखा, और देखता हूठकि à¤à¤• शà¥à¤µà¥‡à¤¤ घोड़ा है; और उस पर à¤à¤• सवार है, जो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯, और सतà¥à¤¯ कहलाता है; और वह धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के साथ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और लड़ाई करता है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:12 उसकी आà¤à¤–ें आग की जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾ हैं, और उसके सिर पर बहà¥à¤¤ से राजमà¥à¤•à¥à¤Ÿ हैं। और उसका à¤à¤• नाम उस पर लिखा हà¥à¤† है, जिसे उसको छोड़ और कोई नहीं जानता। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:13 वह लहू में डà¥à¤¬à¥‹à¤¯à¤¾ हà¥à¤† वसà¥à¤¤à¥à¤° पहने है, और उसका नाम ‘परमेशà¥â€à¤µà¤° का वचन’ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:14 और सà¥à¤µà¤°à¥à¤— की सेना शà¥à¤µà¥‡à¤¤ घोड़ों पर सवार और शà¥à¤µà¥‡à¤¤ और शà¥à¤¦à¥à¤§ मलमल पहने हà¥à¤ उसके पीछे-पीछे है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:15 जाति-जाति को मारने के लिये उसके मà¥à¤à¤¹ से à¤à¤• चोखी तलवार निकलती है, और वह लोहे का राजदणà¥à¤¡ लिठहà¥à¤ उन पर राजà¥à¤¯ करेगा, और वह सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ परमेशà¥â€à¤µà¤° के à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª की जलजलाहट की मदिरा के कà¥à¤£à¥à¤¡ में दाख रौंदेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:16 और उसके वसà¥à¤¤à¥à¤° और जाà¤à¤˜ पर यह नाम लिखा है: “राजाओं का राजा और पà¥à¤°à¤à¥à¤“ं का पà¥à¤°à¤à¥à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:17 ¶ फिर मैंने à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को सूरà¥à¤¯ पर खड़े हà¥à¤ देखा, और उसने बड़े शबà¥à¤¦ से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤•à¤° आकाश के बीच में से उड़नेवाले सब पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से कहा, “आओ, परमेशà¥â€à¤µà¤° के बड़े à¤à¥‹à¤œ के लिये इकटà¥à¤ े हो जाओ, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:18 जिससे तà¥à¤® राजाओं का माà¤à¤¸, और सरदारों का माà¤à¤¸, और शकà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का माà¤à¤¸, और घोड़ों का और उनके सवारों का माà¤à¤¸, और कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° कà¥à¤¯à¤¾ दास, कà¥à¤¯à¤¾ छोटे कà¥à¤¯à¤¾ बड़े, सब लोगों का माà¤à¤¸ खाओ।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:19 फिर मैंने उस पशॠऔर पृथà¥à¤µà¥€ के राजाओं और उनकी सेनाओं को उस घोड़े के सवार, और उसकी सेना से लड़ने के लिये इकटà¥à¤ े देखा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:20 और वह पशॠऔर उसके साथ वह à¤à¥‚ठा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ पकड़ा गया, जिसने उसके सामने à¤à¤¸à¥‡ चिनà¥à¤¹ दिखाठथे, जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसने उनको à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¯à¤¾, जिन पर उस पशॠकी छाप थी, और जो उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा करते थे। ये दोनों जीते जी उस आग की à¤à¥€à¤² में, जो गनà¥à¤§à¤• से जलती है, डाले गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 19:21 और शेष लोग उस घोड़े के सवार की तलवार से, जो उसके मà¥à¤à¤¹ से निकलती थी, मार डाले गà¤; और सब पकà¥à¤·à¥€ उनके माà¤à¤¸ से तृपà¥à¤¤ हो गà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:1 ¶ फिर मैंने à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरते देखा; जिसके हाथ में अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ की कà¥à¤‚जी, और à¤à¤• बड़ी जंजीर थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:2 और उसने उस अजगर, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ साà¤à¤ª को, जो शैतान है; पकड़कर हजार वरà¥à¤· के लिये बाà¤à¤§ दिया, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:3 और उसे अथाह कà¥à¤£à¥à¤¡ में डालकर बनà¥à¤¦ कर दिया और उस पर मà¥à¤¹à¤° कर दी, कि वह हजार वरà¥à¤· के पूरे होने तक जाति-जाति के लोगों को फिर न à¤à¤°à¤®à¤¾à¤à¥¤ इसके बाद अवशà¥à¤¯ है कि थोड़ी देर के लिये फिर खोला जाà¤à¥¤ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:4 ¶ फिर मैंने सिंहासन देखे, और उन पर लोग बैठगà¤, और उनको नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने का अधिकार दिया गया। और उनकी आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ देखा, जिनके सिर यीशॠकी गवाही देने और परमेशà¥â€à¤µà¤° के वचन के कारण काटे गठथे, और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने न उस पशॠकी, और न उसकी मूरà¥à¤¤à¤¿ की पूजा की थी, और न उसकी छाप अपने माथे और हाथों पर ली थी। वे जीवित होकर मसीह के साथ हजार वरà¥à¤· तक राजà¥à¤¯ करते रहे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:5 जब तक ये हजार वरà¥à¤· पूरे न हà¥à¤ तब तक शेष मरे हà¥à¤ न जी उठे। यह तो पहला पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:6 धनà¥à¤¯ और पवितà¥à¤° वह है, जो इस पहले पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾à¤¨ का à¤à¤¾à¤—ी है, à¤à¤¸à¥‹à¤‚ पर दूसरी मृतà¥à¤¯à¥ का कà¥à¤› à¤à¥€ अधिकार नहीं, पर वे परमेशà¥â€à¤µà¤° और मसीह के याजक होंगे, और उसके साथ हजार वरà¥à¤· तक राजà¥à¤¯ करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:7 ¶ जब हजार वरà¥à¤· पूरे हो चà¥à¤•à¥‡à¤‚गे तो शैतान कैद से छोड़ दिया जाà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:8 और उन जातियों को जो पृथà¥à¤µà¥€ के चारों ओर होंगी, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ गोग और मागोग को जिनकी गिनती समà¥à¤¦à¥à¤° की रेत के बराबर होगी, à¤à¤°à¤®à¤¾à¤•à¤° लड़ाई के लिये इकटà¥à¤ ा करने को निकलेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:9 और वे सारी पृथà¥à¤µà¥€ पर फैल जाà¤à¤à¤—ी और पवितà¥à¤° लोगों की छावनी और पà¥à¤°à¤¿à¤¯ नगर को घेर लेंगी और आग सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से उतरकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¥à¤® करेगी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:10 और उनका à¤à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ शैतान आग और गनà¥à¤§à¤• की उस à¤à¥€à¤² में, जिसमें वह पशॠऔर à¤à¥‚ठा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ होगा, डाल दिया जाà¤à¤—ा; और वे रात-दिन यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— पीड़ा में तड़पते रहेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:11 ¶ फिर मैंने à¤à¤• बड़ा शà¥à¤µà¥‡à¤¤ सिंहासन और उसको जो उस पर बैठा हà¥à¤† है, देखा, जिसके सामने से पृथà¥à¤µà¥€ और आकाश à¤à¤¾à¤— गà¤, और उनके लिये जगह न मिली। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:12 फिर मैंने छोटे बड़े सब मरे हà¥à¤“ं को सिंहासन के सामने खड़े हà¥à¤ देखा, और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ खोली गई; और फिर à¤à¤• और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• खोली गईं, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•; और जैसे उन पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में लिखा हà¥à¤† था, उनके कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मरे हà¥à¤“ं का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:13 और समà¥à¤¦à¥à¤° ने उन मरे हà¥à¤“ं को जो उसमें थे दे दिया, और मृतà¥à¤¯à¥ और अधोलोक ने उन मरे हà¥à¤“ं को जो उनमें थे दे दिया; और उनमें से हर à¤à¤• के कामों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनका नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ किया गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:14 और मृतà¥à¤¯à¥ और अधोलोक à¤à¥€ आग की à¤à¥€à¤² में डाले गà¤à¥¤ यह आग की à¤à¥€à¤² तो दूसरी मृतà¥à¤¯à¥ है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 20:15 और जिस किसी का नाम जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखा हà¥à¤† न मिला, वह आग की à¤à¥€à¤² में डाला गया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:1 ¶ फिर मैंने नये आकाश और नयी पृथà¥à¤µà¥€ को देखा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पहला आकाश और पहली पृथà¥à¤µà¥€ जाती रही थी, और समà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¥€ न रहा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:2 फिर मैंने पवितà¥à¤° नगर नये यरूशलेम को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास से उतरते देखा, और वह उस दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ के समान थी, जो अपने दà¥à¤²à¥à¤¹à¥‡ के लिये शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार किठहो। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:3 फिर मैंने सिंहासन में से किसी को ऊà¤à¤šà¥‡ शबà¥à¤¦ से यह कहते हà¥à¤ सà¥à¤¨à¤¾, “देख, परमेशà¥â€à¤µà¤° का डेरा मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में है; वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेशà¥â€à¤µà¤° आप उनके साथ रहेगा; और उनका परमेशà¥â€à¤µà¤° होगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:4 और वह उनकी आà¤à¤–ों से सब आà¤à¤¸à¥‚ पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृतà¥à¤¯à¥ न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहली बातें जाती रहीं।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:5 और जो सिंहासन पर बैठा था, उसने कहा, “मैं सब कà¥à¤› नया कर देता हूà¤à¥¤â€ फिर उसने कहा, “लिख ले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये वचन विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और सतà¥à¤¯ हैं।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:6 फिर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ये बातें पूरी हो गई हैं। मैं अलà¥à¤«à¤¾ और ओमेगा, आदि और अनà¥à¤¤ हूà¤à¥¤ मैं पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ को जीवन के जल के सोते में से सेंत-मेंत पिलाऊà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:7 जो जय पाà¤, वही उन वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का वारिस होगा; और मैं उसका परमेशà¥â€à¤µà¤° होऊà¤à¤—ा, और वह मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° होगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:8 परनà¥à¤¤à¥ डरपोकों, अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, घिनौनों, हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, टोनà¥à¤¹à¥‹à¤‚, मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जकों, और सब à¤à¥‚ठों का à¤à¤¾à¤— उस à¤à¥€à¤² में मिलेगा, जो आग और गनà¥à¤§à¤• से जलती रहती है: यह दूसरी मृतà¥à¤¯à¥ है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:9 ¶ फिर जिन सात सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों के पास सात अनà¥à¤¤à¤¿à¤® विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ सात कटोरे थे, उनमें से à¤à¤• मेरे पास आया, और मेरे साथ बातें करके कहा, “इधर आ, मैं तà¥à¤à¥‡ दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ मेमà¥â€à¤¨à¥‡ की पतà¥â€à¤¨à¥€ दिखाऊà¤à¤—ा।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:10 ¶ और वह मà¥à¤à¥‡ आतà¥à¤®à¤¾ में, à¤à¤• बड़े और ऊà¤à¤šà¥‡ पहाड़ पर ले गया, और पवितà¥à¤° नगर यरूशलेम को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— से परमेशà¥â€à¤µà¤° के पास से उतरते दिखाया। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:11 परमेशà¥â€à¤µà¤° की महिमा उसमें थी, और उसकी जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ ही बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ पतà¥à¤¥à¤°, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ बिलà¥à¤²à¥Œà¤° के समान यशब की तरह सà¥à¤µà¤šà¥à¤› थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:12 और उसकी शहरपनाह बड़ी ऊà¤à¤šà¥€ थी, और उसके बारह फाटक और फाटकों पर बारह सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत थे; और उन फाटकों पर इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बारह गोतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के नाम लिखे थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:13 पूरà¥à¤µ की ओर तीन फाटक, उतà¥à¤¤à¤° की ओर तीन फाटक, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ की ओर तीन फाटक, और पशà¥à¤šà¤¿à¤® की ओर तीन फाटक थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:14 और नगर की शहरपनाह की बारह नींवें थीं, और उन पर मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के बारह पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के बारह नाम लिखे थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:15 जो मेरे साथ बातें कर रहा था, उसके पास नगर और उसके फाटकों और उसकी शहरपनाह को नापने के लिये à¤à¤• सोने का गज था। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:16 वह नगर वरà¥à¤—ाकार बसा हà¥à¤† था और उसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ, चौड़ाई के बराबर थी, और उसने उस गज से नगर को नापा, तो साढ़े सात सौ कोस का निकला: उसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ, और चौड़ाई, और ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ बराबर थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:17 और उसने उसकी शहरपनाह को मनà¥à¤·à¥à¤¯ के, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत के नाप से नापा, तो à¤à¤• सौ चौवालीस हाथ निकली। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:18 उसकी शहरपनाह यशब की बनी थी, और नगर à¤à¤¸à¥‡ शà¥à¤¦à¥à¤§ सोने का था, जो सà¥à¤µà¤šà¥à¤› काà¤à¤š के समान हो। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:19 उस नगर की नींवें हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से संवारी हà¥à¤ˆ थी, पहली नींव यशब की, दूसरी नीलमणि की, तीसरी लालड़ी की, चौथी मरकत की, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:20 पाà¤à¤šà¤µà¥€ गोमेदक की, छठवीं माणिकà¥à¤¯ की, सातवीं पीतमणि की, आठवीं पेरोज की, नौवीं पà¥à¤–राज की, दसवीं लहसनिठकी, गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¥€à¤‚ धूमà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤¤ की, बारहवीं याकूत की थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:21 और बारहों फाटक, बारह मोतियों के थे; à¤à¤•-à¤à¤• फाटक, à¤à¤•-à¤à¤• मोती का बना था। और नगर की सड़क सà¥à¤µà¤šà¥à¤› काà¤à¤š के समान शà¥à¤¦à¥à¤§ सोने की थी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:22 ¶ मैंने उसमें कोई मनà¥à¤¦à¤¿à¤° न देखा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤°, और मेमà¥â€à¤¨à¤¾ उसका मनà¥à¤¦à¤¿à¤° हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:23 और उस नगर में सूरà¥à¤¯ और चाà¤à¤¦ के उजियाले की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥â€à¤µà¤° के तेज से उसमें उजियाला हो रहा है, और मेमà¥â€à¤¨à¤¾ उसका दीपक है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:24 जाति-जाति के लोग उसकी जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में चले-फिरेंगे, और पृथà¥à¤µà¥€ के राजा अपने-अपने तेज का सामान उसमें लाà¤à¤à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:25 उसके फाटक दिन को कà¤à¥€ बनà¥à¤¦ न होंगे, और रात वहाठन होगी। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:26 और लोग जाति-जाति के तेज और वैà¤à¤µ का सामान उसमें लाà¤à¤à¤—े। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 21:27 और उसमें कोई अपवितà¥à¤° वसà¥à¤¤à¥ या घृणित काम करनेवाला, या à¤à¥‚ठका गढ़नेवाला, किसी रीति से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ न करेगा; पर केवल वे लोग जिनके नाम मेमà¥â€à¤¨à¥‡ की जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखे हैं। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:1 ¶ फिर उसने मà¥à¤à¥‡ बिलà¥à¤²à¥Œà¤° के समान à¤à¤²à¤•à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ, जीवन के जल की à¤à¤• नदी दिखाई, जो परमेशà¥â€à¤µà¤° और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ के सिंहासन से निकलकर, (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:2 उस नगर की सड़क के बीचों बीच बहती थी। नदी के इस पार और उस पार जीवन का पेड़ था; उसमें बारह पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के फल लगते थे, और वह हर महीने फलता था; और उस पेड़ के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से जाति-जाति के लोग चंगे होते थे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:3 फिर शà¥à¤°à¤¾à¤ª न होगा, और परमेशà¥â€à¤µà¤° और मेमà¥â€à¤¨à¥‡ का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उसकी सेवा करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:4 वे उसका मà¥à¤à¤¹ देखेंगे, और उसका नाम उनके माथों पर लिखा हà¥à¤† होगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:5 और फिर रात न होगी, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दीपक और सूरà¥à¤¯ के उजियाले की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ न होगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤à¥ परमेशà¥â€à¤µà¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उजियाला देगा, और वे यà¥à¤—ानà¥à¤¯à¥à¤— राजà¥à¤¯ करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:6 ¶ फिर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “ये बातें विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¯à¥‹à¤—à¥à¤¯ और सतà¥à¤¯ हैं। और पà¥à¤°à¤à¥ ने, जो à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं का परमेशà¥â€à¤µà¤° है, अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ कि अपने दासों को वे बातें, जिनका शीघà¥à¤° पूरा होना अवशà¥à¤¯ है दिखाà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:7 “और देख, मैं शीघà¥à¤° आनेवाला हूà¤; धनà¥à¤¯ है वह, जो इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की बातें मानता है।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:8 मैं वही यूहनà¥à¤¨à¤¾ हूà¤, जो ये बातें सà¥à¤¨à¤¤à¤¾, और देखता था। और जब मैंने सà¥à¤¨à¤¾ और देखा, तो जो सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत मà¥à¤à¥‡ ये बातें दिखाता था, मैं उसके पाà¤à¤µà¥‹à¤‚ पर दणà¥à¤¡à¤µà¤¤à¥ करने के लिये गिर पड़ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:9 पर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “देख, à¤à¤¸à¤¾ मत कर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं तेरा और तेरे à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की बातों के माननेवालों का संगी दास हूà¤, परमेशà¥â€à¤µà¤° ही को आराधना कर।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:10 फिर उसने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा, “इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की बातों को बनà¥à¤¦ मत कर; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समय निकट है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:11 “जो अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता है, वह अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ही करता रहे; और जो मलिन है, वह मलिन बना रहे; और जो धरà¥à¤®à¥€ है, वह धरà¥à¤®à¥€ बना रहे; और जो पवितà¥à¤° है, वह पवितà¥à¤° बना रहे।†(IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:12 ¶ “देख, मैं शीघà¥à¤° आनेवाला हूà¤; और हर à¤à¤• के काम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बदला देने के लिये पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² मेरे पास है। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:13 “मैं अलà¥à¤«à¤¾ और ओमेगा, पहला और अनà¥à¤¤à¤¿à¤®, आदि और अनà¥à¤¤ हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:14 धनà¥à¤¯ वे हैं, जो अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° धो लेते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जीवन के पेड़ के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से होकर नगर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करेंगे। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:15 पर कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡, टोनà¥à¤¹à¥‡à¤‚, वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤°à¥€, हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡, मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जक, हर à¤à¤• à¤à¥‚ठका चाहनेवाला और गढ़नेवाला बाहर रहेगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:16 “मà¥à¤ यीशॠने अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूत को इसलिठà¤à¥‡à¤œà¤¾, कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ आगे कलीसियाओं के विषय में इन बातों की गवाही दे। मैं दाऊद का मूल और वंश, और à¤à¥‹à¤° का चमकता हà¥à¤† तारा हूà¤à¥¤â€ (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:17 और आतà¥à¤®à¤¾, और दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ दोनों कहती हैं, “आ!†और सà¥à¤¨à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¤¾ à¤à¥€ कहे, “आ!†और जो पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ हो, वह आठऔर जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंत-मेंत ले। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:18 ¶ मैं हर à¤à¤• को, जो इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की बातें सà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, गवाही देता हूà¤: यदि कोई मनà¥à¤·à¥à¤¯ इन बातों में कà¥à¤› बढ़ाठतो परमेशà¥â€à¤µà¤° उन विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जो इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखी हैं, उस पर बढ़ाà¤à¤—ा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:19 और यदि कोई इस à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की बातों में से कà¥à¤› निकाल डाले, तो परमेशà¥â€à¤µà¤° उस जीवन के पेड़ और पवितà¥à¤° नगर में से, जिसका वरà¥à¤£à¤¨ इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में है, उसका à¤à¤¾à¤— निकाल देगा। (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:20 जो इन बातों की गवाही देता है, वह यह कहता है, “हाà¤, मैं शीघà¥à¤° आनेवाला हूà¤à¥¤â€ आमीन। हे पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠआ! (IN) पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वाकà¥à¤¯ 22:21 पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠका अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ पवितà¥à¤° लोगों के साथ रहे। आमीन। (IN)